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३१४ ]
[ मुहूर्तराज
साधक अक्षर - ट, टा, टि, टी, टु, टू (ट ३-६-२२ भवेध)
साध्यजिन
तारा
योनि
|
वर्ग
विंशोपक
गण
राशि | नाडी
|
सिंह
मध्य
साध्यनाम
स्वकीय विरुद्ध
मूषक बिडाल
देय
मनुष्य राक्षस
४,६,८
मकर
मध्य
|
अशुभ
मध्यम
र
मध्यम
#
अशुभ अशुभ | अशुभ | शुभ मध्यम | श्रेष्ठतर | वेध अशुभ स्व शुभ वेध
अशुभ
| शुभ
मध्यम
ET
श्री ऋषभदेवजी श्री अजितनाथजी श्री सम्भवनाथजी श्री अभिनन्दनजी श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी
श्री शान्तिनाथजी १७ | श्री कुंथुनाथजी
श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी श्री पार्श्वनाथजी श्री महावीरस्वामीजी
अशुभ अशुभ अशुभ
सम
अशुभ स्वगण
*
-
मध्यम
प्रीति
अशुभ
मध्यम
&
मध्यम
अशुभ मध्यम
मध्यम
शुभ
अशुभ
मध्यम
शत्र
| शुभ
वेध
मध्यम अशुभ | शुभ अशुभ | शुभ
शुभ
२४. या
एकनाथ
वर्ण
वश्य बिना धनु व वृश्चिक
नक्षत्र पू.फा.
युजि मध्य
क्षत्रिय
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