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३०२ ]
[ मुहूर्तराज
साधकर अक्षर - कु, कू
नं. साध्यजिन
तारा
योनि
| वर्ग
विंशोपक
गण
राशि
नाडी
श्वान
साध्यनाम
स्वकीय विरुद्ध
मिथुन | वृश्चि .
कर्क
मनुष्य राक्षस
लभ्य
आद्य आद्यवेध
८, १,३
हरिण
अशुभ
सम
श्रेष्ठ
मध्यम
भवेध
अशुभ
मध्यम अशुभ अशुभ अशुभ
|शुभ श्रेष्ठतर
वैर
२
|शुभ
मध्यम
अशुभ अशुभ
अशुभ
सम
सम
मध्यम
प्रीति | मध्यम
अशुभ
श्री ऋषभदेवजी श्री अजितनाथजी श्री सम्भवनाथजी |श्री अभिनन्दनजी
श्री सुमतिनाथजी | श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी | श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी | श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी श्री शान्तिनाथजी श्री कुंथुनाथजी श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी | श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी
पार्श्वनाथजी
श्री महावीरस्वामीजी राशि पति
अशुभ
स्व
श्रेष्ठ
मध्यम
अशुभ
मध्यम
अशुभतर शुभ | वेध
अशुभ
मध्यम
अशुभ
अशुभ मध्यम
अशुभ
शुभ
मध्यम मध्यम
प्रीति |शुभ
अशुभ
मध्यम
अशुभ
अशुभ
वै
|श्रेष्ठतर | वेध
शुभ | श्रेष्ठतर | भवेध
अशुभ
१॥
स्व
एकनाथ
वर्ण
युजि
वश्य सिंह धनु के बिना सभी
नक्षत्र आर्द्रा
मिथु.
बुध
कन्या
मध्य
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