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३०६ ]
[ मुहूर्तराज
साधक अक्षर - गु, गू, गे, गै
साध्यजिन
तारा
योनि
।
वर्ग
विंशोपक
गण
राशि | नाडी
सिंह
साध्यनाम
स्वकीय विरुद्ध
लभ्य
राक्षस कुंभ देव, मनुष्य | कर्क
___७,९,२
मध्य मध्यवेध
हस्ती
।
अशुभ
शुभ श्रेष्ठतर
अशुभ
मध्यम | वेध
अशुभ
मध्यम
सम
|
वैर
।
२
अशुभ
अशुभ
अशुभ
वैर
।
स्व
श्री ऋषभदेवजी श्री अजितनाथजी | श्री सम्भवनाथजी
श्री अभिनन्दनजी श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी श्री शान्तिनाथजी श्री कुंथुनाथजी श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी श्री पार्श्वनाथजी
श्री महावीरस्वामीजी राशि पति
अशुभ
|
अशुभ
|
वैर
| अशुभ
शत्र
शुभ
श्रेष्ठतर
|
अशुभ
|
वैर
।
अशुभ
जाम
श्रेष्ठ
शभ प्रीति
वेध
अशुभ
शभ
अशुभ
प्रीति
एकनाथ
वर्ण
नक्षत्र
युनि
वश्य विना सिंह व मनुष्य
| युजि धनिष्ठा | पश्चिम
शनि
मकर
शूद्र
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