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देशी शब्दकोश
अज्झीण-अध्ययन, विभाग-'अज्झयणं अज्झीणं आओ झवणा य एगट्ठा'
(निचू १ पृ ५)। अज्झेल्ली-बार-बार दोहन-योग्य गाय (दे ११७) । अज्झोल्लिआ-वक्षस्थल के आभूषण में की जाती मोतियों की रचना-विशेष
(दे ११३३)। अज्झोस-अध्यवसाय, भावना-'अज्झोसो भावण त्ति एगलैं'
_ (आचू पृ ३७३)। अझिखिय—अनिन्दनीय (दे ३१५५ वृ)। अटिट्टियाविज्जमाण–टिट्-टिट् की आवाज नहीं करता हुआ
(ज्ञा १।३।२६) । अट्ट-१ आकाश-'अट्टे इ वा वियट्टे इ वा आधारे इ वा' (भ २०।१६) ।
२ कृश। ३ महान् । ४ तोता। ५ सुख। ६ धृष्ट । ७ आलसा ।
८ ध्वनि। ६ असत्य (दे ११५०)। अट्टग-आटा (सूचू १ पृ १७८) । अट्ट-गया हुआ (दे १११०)। अट्टहास-खिलखिलाकर हंसना (पंवटी प २३०) । 'अट्टण' साला-व्यायामशाला (भ ११३१३८) । अट्टमट्ट-१ निरर्थक, ऊटपटांग-'अट्टमटं च सिक्खेज्जा, सिक्खियं ण __णिरत्थयं । अट्टमट्टपसाएण, भुंजए गुडतुंबयं ॥' (उशाटी प २४५)।
२ आलवाल, क्यारी (प्रा २११७४) । ३ अशुभ संकल्प-विकल्प । अट्टयकल्ली -कमर पर हाथ देकर खड़ा रहना (पा ७२८)। अट्टरसग-गुच्छ वनस्पति-विशेष (प्रज्ञा ११३७।४)। अट्टालग-प्राकार के भीतर आठ हाथ चौड़ा मार्ग (आचू पृ ३६६)। अटिओ—पुनः पुनः-'अट्ठिओ पुणो पुणो' (निचू १ पृ १२४) । अट्टित्तो---पुनः पुनः (निभा ३५७) । अद्विल्लय–बिनौला (पिनि ६०३) । अट्ठीलय-बिनौला (पिनि ६०३) । अड--१ लोमपक्षी (जीवटी प ४१)। २ कूप, कुंआ (पा ३०८)। ३ कूप ___के पास में पशुओं के पानी पीने के लिए बनाया हुआ गढा (प्रा ११२७१) । अडउज्झिम-विपरीत मैथुन (दे ११४२) । अडंबइल्ला -देश-विशेष (आवहाटी १ पृ ६६)। अडखम्मिअ-जागरूकता, देखभाल (दे ११४१)।
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