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देशी शब्दकोश
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पडिकक्कय-प्रतिकृति (अंवि पृ २५६) । पडिक्कय-प्रतिक्रिया (आवचू १ पृ ४०६; दे ६।१६) । पडिक्खर-१ क्रूर, निर्दय (दे ६।२५) । २ प्रतिकूल । पडिखंध -१ जल वहन करने का दृति आदि साधन (दे ६।२८) । २ जलवाह,
पानी लाने वाला (वृ)। पडिखंधी-१ जल वहन करने का दृति आदि साधन (दे ६।२८) ।
२ जलवाह, पानी लाने वाला (व)। पडिखद्ध -मृत-किमेइणा सुणहपाएण पडिखद्धेणं' (उसुटी प ६४) । पडिच्छ-मध्य-'मणिरयणं छत्तरयणस्स पडिच्छभाए ठवेति' . (आवहाटी १ पृ १००)। पडिच्छा -१ अवान्तर गण का अधिपति (व्यभा ६ टी प ५४) । २ समय
(दे ६।१६)। पडिच्छंद-१ मुख (दे ६।२४) । २ समान, तुल्य (से १४.२४) । पडिच्छिआ-१ प्रतीहारी (दे ६।२१) । २ चिरकाल से ब्याई हुई भंस
___पडिच्छिआ चिरप्रसूता महिषीत्यन्ये' (वृ) । पडिच्छिर-सदृश, समान (प्रा २।१७४) । पडिणायित--विनष्ट (अंवि पृ १६९)। पडिणिअंसण-रात्री में पहनने का वस्त्र (दे ६।३६)। पडितलिय--पदत्राण, जूता-विशेष (पंक ८४७) । पडिताणिय--पैबंद, फटे वस्त्र में लगने वाली जोड़ (निचू २ पृ ५६) । पडिस्थिर--समान, सदृश (दे ६।२०) । पडिपिडिअ-प्रवृद्ध, बढ़ा हुआ (दे ६।३४) । पडिमेय-उपालंभ (पा ६६०)। पडिया-वाचना-'पेसेह मेहावी सत्त पडियाओ देमि' (आवहाटी २ पृ १३८). पडियाणय-पर्याण के नीचे रखा जाने वाला एक उपकरण
(ज्ञाटी प २३६)। पडियाणिय-पैबंद-'वत्थस्स एगं पडियाणियं देइ' (नि ११४७) । पडियाणिया-पैबंद-'पडियाणिया थिग्गलयं छंदतो य एगळं
(निचू २ पृ५६)। पडिरंजिअ-भग्न, टूटा हुआ (दे ६।३२) । पडिलग्गल--वल्मीक, कीट-विशेष द्वारा निर्मित मृत्तिका-स्तूप (दे ६॥३३)।
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