________________
परिशिष्ट ।
घुणहणिय-कर्णोपकणिका
| चउहट्ट- शहर का चौराहा चुत्तिम-गवेषित
चओर-पात्र-विशेष घुम्ममाण-घूमता हुआ
चंगत्तण--चारुत्व, सौन्दर्य घुयग-वह पत्थर जो पात्र आदि | चंगय–उत्तम
को चिकना करने के लिए उस पर | चंचिक्किय-विभूषित घिसा जाता है
चंचुप्पर-मिथ्या घहक्क--सिंहनाद
चंचेल-वक्र घुरुक्कार-सूअर आदि की आवाज | चंटिअ—आच्छादित घुरुधुरुधुरंत-धुर्राना
चंडार-भंडार घुरुल्लय-खिलोने का छोटा घर चंद-स्वर्ण घुरहुरिअ-घरघराहट
चंदकव-मयूर घुलिकि-हाथी की आवाज चंदणया-शौचालय धुलिय-१ चंचल । २ घूर्णित चंदिण-चन्द्रिका घुसिम--१ चन्दन । २ कुंकुम चंदुज्जय-कुमुद घयड-उल्लू
चंदेरी-नगरी-विशेष घेउर-घेवर, घृतपूर
चंदोयय-चंदोवा घोडि-बदरीफल
चंपडण-प्रहार घोणस–सर्प-विशेष
चंपण-चांपना, दबाना घोलवडय-दही-बड़ा
चक्कग्गह-मगरमच्छ घोस-गुच्छ-गुच्छार्थे देशी चक्कडिअ-प्रीणित (मराठी-घोस)
चक्कम्मविअ-घुमाया हुआ घोसय-दर्पण रखने का उपकरण- चक्कयर-भिक्षुक विशेष
चक्कलिय-वक्रीकृत चक्कहय-चक्रवाक
चक्खरक्खणा-लज्जा चउक्किआ-आंगन
चच्चरिय-भौंरा चउज्झाइया-नाप-विशेष
चच्चिक्किय-चचित, लिप्त चउरय-चबूतरा
चद्रण-१ नाशक, भक्षक-भक्षक चउरि-लग्नमंडप-लग्नमण्डप
इत्यर्थे देशी। २ चाटना इत्यर्थे देशी
चट्टय-उत्पूत-उत्पूत इत्यर्थे देशी बउरिया-विवाह-मण्डप
चट्टी--चाट चउरी-विवाह-मण्डप
चडआणा—केश, कुंतल चउसर-चार लड़ी वाला हार चडक्का-१ विद्युत् । २ आघात
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org