Book Title: Deshi Shabdakosha
Author(s): Dulahrajmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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देशी शब्दकोश
फुफुल्ल-१ कहना । २ उखाड़ना (प्रा २।१७४) । फुस (मृज)-मार्जन करना। फुक्क-फूंक देना। फुट (वंश)-फटना, नष्ट होना । फुट्ट (भ्रंश)-फटना, नष्ट होना (प्रा ४।१७७) । फुड (भ्रंश)-फटना (प्रा ४।१७७) । फुप्फुव-~-चिल्लाना। फुम (फत्+कृ)-मुंह से हवा करना (द ४।२१)। फुम (भ्रम् )-घूमना, फिरना (प्रा ४।१६१) । फुर (अप+ह)-अपहरण करना । फूराव--अपहरण कराना-'फुरावेंति देशीपदमेतद् अपहारयन्ति'
(व्यभा ४।३ टी प ४१) । फुरफुर-तड़फड़ाना (प्र ३१५) । फुस (मृज)-मार्जन करना (प्रा ४११०५) । फूस (भ्रम)-घूमना, फिरना (प्रा ४।१६१)। फुस्स (मृज)-मांजना । फम-फूंक मारना (निचू १ पृ ८४) । फेक्कार---शृगाल का आवाज करना । फेड-१ खोलना, उद्घाटन करना (आवचू १ पृ ५५४) । २ छोड़ना
'मुच् इत्यर्थे देशी।' फेर-फिराना, घुमाना-'रासहारूढो काऊण फेरितो सब्वत्थ'
(उसुटी प २८६)। फेल्ल (क्षिप)-फेंकना। फेल्लुस-फिसलना, खिसकना (दे ६।८६ वृ) । फोल्ल-छीलना (ज्ञाटी प १२५) ।
बइस (उप+विश्)-बैठना । बइसार (उप+वेशय)-बैठाना । बइसावय--बैठाना-'उपवेशय् इत्यर्थे देशी।' बडबड (वि+लप्)-बडबडाना।
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