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परिशिष्ट १ उदूलिय–अवनत
उप्पेलिअ-उन्नमित उद्दअ-श्रान्त, थका हुआ
उप्फाल–पटह-ध्वनि उद्दच्छिअ-निषिद्ध
उप्फालिअ--१ कथित । २ सूचित उदाण-१ कुरर । २ सगर्व । ३
उप्फेर-भय प्रतिध्वनि
उप्फोडिआ-संवारी हुई उद्दारिअ--उत्खात
उब्बाल-अध्यासित, सहन किया हुआ उद्दालिअ-१ रणद्रुत । २ झपटना
उब्बिबिर-खिन्न, उद्विग्न उद्धअ-शान्त, ठंडा
उब्बुडुणनिब्बडण-उन्मज्जनउद्धच्छ-लिप्त
निमज्जन उद्धण-उद्ध त, अविनीत उद्धरिअ-१ पीडित । २ विनाशित
उब्भग्ग-मुंडित उद्धल-दोनों तरफ की अप्रवृत्ति
उब्भिट्ट- उच्छिन्न उद्धव-प्रमोद, उत्सव
उभिय-ऊचा किया हुआ उद्धारय-उधार पर खरीदना
उम्मंथिय-दग्ध, जला हुआ उद्धधलिय-धुंधलाया हुआ
उम्मत्तय-धतूरे का फल उद्धधुल-धुंधला
उम्माहय-अत्याकांक्षा से उत्पन्न उद्धृसिअ-रोमांचित
व्याकुलता उद्धृ लिअ-अवनत
उम्माहिम-उत्साहित, उत्कंठित उप्पंग- समूह, राशि
उम्मिठ-हस्तिपक-रहित, महावतउप्पक्किआ-धोबिन
___रहित उप्पड्डिअ-नष्ट
उम्मिट्ट-बाहर निकला हुआ उप्पत्त-१ गलित । २ विरक्त उम्मेंठ-महावत-रहित उप्पद्द-घर, गृह
उम्मे?-महावतरहित उप्परवट्ट--श्रेष्ठ
उय्यकिअ-इकट्ठा किया हुआ उप्पा-मणि आदि रत्नों पर 'ओप' उरअ-ऋजु चढाना
उरणी-पशु उप्पालअ-रणरणक, कामदेव उरविय-१ आरोपित । २ खण्डित उप्पिअ-१ अपहृत । २ रुष्ट । ३ उरितिय-त्रिसरा हार, तीन लड़ वियुक्त
वाला हार उम्पिगरिअ-हस्तोत्क्षेप
उरुमल्ल-प्रेरित उप्पिणिर-शून्य
उलुओसिअ-रोमाञ्चित, पुलकित उप्पुलपोलिअ--कुतूहलपूर्वक त्वरा उलुकुसिअ-रोमांचित उप्पेस्थ-उन्मत्त
| उलुइंडिय-हिनहिनाहट
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