________________
भगवती सूत्र - श. २५ उ. ४ पुद्गल सकम्प - निष्कम्प
संख्यात प्रदेशी स्कन्ध, असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध और अनन्त प्रदेशी स्कन्ध में द्रव्यार्थ प्रदेशार्थ और द्रव्यार्थ प्रदेशार्थ से कौन पुद्गल किन पुद्गलों से अल्प, बहुत, तुल्य या विशेष । धिक हैं ?
१०० उत्तर - हे गौतम ! निष्कम्प अनन्त प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से सब से थोड़े हैं । २ उनसे सकम्प अनन्त प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से अनन्त गुण हैं । ३ उनसे सकम्प परमाणु- पुद्गल द्रव्यार्थ से अनन्त गुण हैं । ४ उनसे सकम्प संख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से असंख्यात गुण हैं । ५ उनसे सकम्प असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से असंख्गात गुण हैं । ६ उनसे निष्कम्प परमाणु- पुद्गल द्रव्यार्थ से असंख्यात गुण हैं । ७ उनसे निष्कम्प संख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से सख्यात गुण हैं । ८ उनसे निष्कम्प असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से असंख्यात गुण हैं । जिस प्रकार द्रव्यार्थ से आठ बोल कहे हैं, उसी प्रकार प्रदेशार्थ से भी आठ बोल जानना चाहिये, किन्तु परमाणु- पुद्गल में 'प्रदेशार्थ' के बदले 'अप्रदेशार्थ' कहना चाहिये तथा 'निष्कम्प संख्यात प्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थ से असंख्यात गुण जानना चाहिये । शेष पूर्ववत् ।
३३१७
१ दव्वटुपए सट्टयाए - सव्वत्थोवा अनंतपसिया खंधा णिरेया दव्वट्टयाए २ ते चैव पएमट्टयाए अनंतगुणा ३ अणतपएसिया खंधा सेया दव्वट्टयाए अनंतगुणा ४ ते चेव परसट्टयाए अनंतगुणा ५ परमाणुपोग्गला सेया दव्वट्टअप सट्टयाए अनंतगुणा ६ संखेज्जपएसिया स्वधा सेया दव्वट्टयाए असंखेजगुणा ७ ते चेव परसट्याए संखेज्जगुणा ८ असंखेज पए सिया संधा सेया दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा ९ ते चैव पसट्टयाए असंखेजगुणा १० परमाणुपोग्गला णिरेया दव्वटअप सट्टयाए असंखेजगुणा ११ संखेज्जपए सिया
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org