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३५५२ भगवती सूत्र-श. २६ उ. १ जीव ने कम का बन्ध किया, करता है. करेगा?
४ उत्तर-गोयमा ! बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सह (२)। भावार्थ-४ प्रश्न-हे भगवन् ! अलेशी जीव ने पापकर्म बांधा था ?
४ उत्तर-हे गौतम ! अलेशी जीव ने पापकर्म बांधा था, अब नहीं बांधता है और आगे भी नहीं बांधेगा।
५ प्रश्न-कण्हपविखए णं भंते ! जीवे पावं कम्म-पुन्छा ।.. ५ उत्तर-गोयमा ! अत्यंगइए बंधी० पढम-बिइया भंगा। भावार्थ-५ प्रश्न-हे भगवन् ! कृष्णपाक्षिक जीव ने पापकर्म बांधा था.? ५ उत्तर-हे गौतम ! किसी जीव ने बांधा था आदि पहला और दूसरा
भंग।
६ प्रश्न-सुकपक्खिए णं भंते ! जीवे-पुच्छा। .६ उत्तर-गोयमा ! चउभंगो भाणियब्यो (३) ।
भावार्थ-६ प्रश्न-हे भगवन् ! शुक्लपाक्षिक जीव ने पापकर्म बांधा था.? ६ उत्तर-हे गौतम ! चारों भंग जानो।
७-सम्मदिट्ठीणं चत्तारि भंगा, मिच्छादिट्ठीणं पढम-विइया, सम्मामिच्छादिट्ठीणं एवं चेव (४)।
भावार्थ-७-समदृष्टि जीवों में चार भंग, मिथ्यादृष्टि जीवों में पहला और दूसरा-ये दो भंग, सम्यगमिथ्यादृष्टि जीवों में भी इसी प्रकार दो भंग । ८-णाणीणं चत्तारि भंगा, आभिणिबोहियणाणीणं जाव मणपनव
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