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भगवती सूत्र-श. ३५ अवान्तर शतक १ उ. १
अणंता वा उववजंति, सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो।
भावार्थ-१६ प्रश्न-हे भगवन् ! वे जीव एक समय में कितने उत्पन्न होते हैं ?
१६ उत्तर-हे गौतम ! एक समय में अठारह, संख्यात असंख्यात या अनन्त उत्पन्न होते हैं । शेष सभी पूर्ववत्, यावत् 'पहले अनन्त बार उत्पन्न
१७ प्रश्न-कडजुम्मकलिओगएगिदिया णं भंते ! कओहिंतो उववजंति ?
१७ उत्तर-उववाओ तहेव । परिमाणं सत्तरस वा संखेजा वा असंखेन्जा वा अणंता वा सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो।
___भावार्थ-१७ प्रश्न-हे भगवन् ! कृतयुग्मकल्योज राशि एकेन्द्रिय जीव कहां से आते हैं ?
१७ उत्तर-हे गौतम ! पूर्ववत्, परिमाण सत्रह, संख्यात, असंख्यात या अनन्त उत्पन्न होते हैं । शेष पूर्ववत्, यावत् अनन्त बार उत्पन्न हुए हैं।
१८ प्रश्न-तेओगकडजुम्मएगिदिया णं भंते ! कओहिंतो उव. वजंति ?
१८ उत्तर-उपवाओ तहेव, परिमाणं बारस वा संखेजा वा असंखेजा वा अणंता वा उववजंति, सेसं तहेव जाव अणंतखुत्तो।
भावार्थ-१८ प्रश्न-हे भगवन् ! त्र्योजकृतयुग्म राशि एकेन्द्रिय जीव कहां से आ कर उत्पन्न होते हैं ?
१८ उत्तर-हे गौतम ! उपपात पूर्ववत् । परिमाण एक समय में बारह
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