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भगवती सूत्र-श. २५ उ. ६ वेद द्वार
भावार्थ-११ प्रश्न-हे भगवन् ! बकुश सवेदी होते हैं या अवेदी ? . ११ उत्तर-हे गौतम ! बकुश सवेदी होते हैं, अवेदी नहीं ।
१२ प्रश्न-जइ सवेयए होजा किं इस्थिवेयए होजा, पुरिसवेयए होजा, पुरिसणपुंसगवेयए होजा ? - १२ उत्तर-गोयमा ! इस्थिवेयए वा होजा, पुरिसवेयए वा होज्जा, पुरिसणपुंसगवेयए वा होजा । एवं पडिसेवणाकुसीले वि।
भावार्थ-१२ प्रश्न-हे भगवन् ! बकुश सवेदी होते है, तो क्या स्त्रीवेदी होते हैं, पुरुषवेदी होते हैं या पुरुष नपुंसकवेदी होते हैं ?
१२ उत्तर-हे गौतम ! वे स्त्रीवेदी, पुरुषवेदी या पुरुष नपुंसकवेदी होते हैं । इसी प्रकार प्रतिसेवना कुशील भी। ..१३ प्रश्न-कसायकुसीले णं भंते ! किं सवेयए-पुच्छा।
१३ उत्तर-गोयमा ! सवेयए वा होजा, अवेयए वा होजा। . भावार्थ-१३ प्रश्न-हे भगवन् ! कषाय-कुशील सवेदी होते हैं. ?
१३ उत्तर-हे गौतम ! कषाय-कुशील सवेदी भी होते हैं और अवेदी भी। १४ प्रश्न-जइ अवेयए कि उवसंतवेयए, खीणवेयए होजा?
१४ उत्तर-गोयमा ! उवसंतवेयए वा खीणवेयए वा होजा । ___ कठिन शब्दार्थ-खीणवेयए-क्षीण-वेदक ।
भावार्थ-१४ प्रश्न-हे भगवन् ! कषाय-कुशील यदि अवेदी होते हैं, तो उपशान्तवेदी होते हैं या क्षीणवेदी ? . . .
१४ उत्तर-हे गौतम ! उपशान्तवेदी.भी होते हैं और क्षीणवेदी भी।
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