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भगवती सूत्र-श. २५ उ. ६ वेद द्वार
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१५ प्रश्न-जइ सवेयए होजा किं इथिवेयए-पुच्छा। १५ उत्तर-गोयमा ! तिसु वि जहा बउसो ।
भावार्थ-१५ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि कषाय-कुशील सवेदी होते हैं, तो स्त्रीवेदी होते हैं ?
१५ उत्तर-हे गौतम ! बकुश के समान तीनों ही वेदों में होते हैं ।
१६ प्रश्न-णियंठे णं भंते ! किं सवेयए-पुच्छा । १६ उत्तर-गोयमा ! णो सवेयए होजा अवेयए होज्जा। भावार्थ-१६ प्रश्न-हे भगवन् ! निग्रंथ सवेदी होते हैं ? १६ उत्तर-हे गौतम ! निग्रंथ सवेदी नहीं होते, अवेदी होते हैं।
१७ प्रश्न-जइ अवेयए होज्जा कि उवसंत-पुच्छा ।
१७ उत्तर-गोयमा ! उवसंतवेयए वा होजा, खीणवेयए वा होजा।
. भावार्थ-१७ प्रश्न-हे भगवन् ! निग्रंथ अवेदी होते हैं, तो क्या उपशान्त बेदी होते हैं या क्षीणवेदी ?
१७ उत्तर-हे गौतम ! उपशान्तवेदी भी होते हैं और क्षीणवेदी भी।
१८ प्रश्न-सिणाए णं भंते ! किं सवेयए होजा? .१८ उत्तर--जहा णियंठे तहा सिणाए वि । णवरं णो उवसंतवेयए होजा, खीणवेयए होजा।
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