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मिताहार
३७ से लीवर खराब हो जाता है, फेफड़ा खराब होता है । कैंसर होने का यह एक बहुत बड़ा कारण है । शराब और तंबाकू-इन दोनों का कैंसर में बहुत बड़ा योग है। कुछ सकारात्मक कदम
भोजन के बारे में जैसे-जैसे जानकारी बढ रही है, लोग घबड़ा रहे हैं। जिन देशों में सिगरेट का भारी प्रचलन था, वहां सिगरेट को छोड़ने का वातावरण बन रहा है । केवल अमेरिका में दो तीन करोड़ लोगों ने सिगरेट पीना छोड़ दिया है । सरकारी स्थानों पर सिगरेट पीना प्रतिबंधित है । स्विट्जरलैंड में ऐसी रेलें हैं जहां कोई सिगरेट नहीं पी सकता । सार्वजनिक स्थानों में बैठकर कोई सिगरेट नहीं पी सकता । बाग-बगीचों में बैठकर कोई सिगरेट नहीं पी सकता । अनेक देशों में सिगरेट के लिए काफी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं । प्रत्येक सिगरेट के पैकेट पर यह चेतावनी अकित होती है-सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है । प्रेक्षाध्यान के प्रयोगों द्वारा ऐसी चेतना जगाई जाती है, जिससे ऐसी आदतें सर्वथा छूट जाती हैं। चीनी और नमक
भोजन का विषय इतना ही नहीं है । चीनी और नमक का अधिक प्रयोग भी कम खतरनाक नहीं है । प्राकृतिक चिकित्सक चीनी को मीठा जहर कहते हैं । एक जहर वह होता है, जिसे खाते ही व्यक्ति मर जाता है। चीनी वह जहर है जो एक साथ नहीं मारती किन्तु धीरे-धीरे मारती है, मीठे ढंग से मारती है । सामान्यतः लोग चीनी बहुत खाते हैं। चाय पीने का मतलब है चीनी का घोल ही पी लेना । कुछ लोग तो ऐसे होते हैं, जो चीनी के लिए ही चाय पीते हैं । स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि हम सफेद चीनी बिल्कुल ही न खाएं । अगर यह संभव न हो तो कम से कम खाएं । चीनी का कम से कम प्रयोग किया जाए तो स्वास्थ्य की सुरक्षा को बल मिलता है ।
दूसरी समस्या है नमक । हम नमक भी बहुत खाते हैं । गुर्दे की बीमारी
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