________________
सहिष्णुता की अनुप्रेक्षा
२२१ वे सहन नहीं कर पाएंगे, गुस्से से तमतमा उठेंगे । लड़ाई-झगड़े की स्थिति बन जाएगी। ऐसे लोग सदा ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए तैयार रहते हैं। माओ ने कहा था-'सत्ता बंदूक की नोक पर चलती है। चीन में लोकतंत्र के लिए छात्रों ने आंदोलन किया। आंदोलन बहुत अवांछनीय भी नहीं था। छात्रों की मांगें थीं-भ्रष्टाचार को कम किया जाए। सरकारी तंत्र से जुड़े लोग धन्ना सेठ बने हुए हैं। उन पर अकुंश लगाया जाए। इस आवाज के समर्थन में निकले छात्रों को प्रतिक्रांतिकारी घोषित कर दिया गया। आंदालेन को बल-प्रयोग से कुचल डाला गया। सैकड़ों छात्रों को मौत के घाट उतार दिया गया। यह सब क्यों घटित हुआ? इतना निर्मम और क्रूर कदम क्यों उठा? इसका कारण है असहिष्णुता। चीनी शासक छात्रों की बातों को सहन नहीं कर सके। अपनी मान्यता या धारणा के प्रतिकूल, अपनी इच्छा और रुचि के विरुद्ध कोई बात आती है तो व्यक्ति उसे सहन नहीं कर पाता। यह नहीं माना जा सकता-चीन के जितने शासक हैं, उनमें चर्बी कम है या मांस कम है। चर्बी और मांस का पर्याप्त संचयन होते हुए भी वे असहिष्णु क्यों बने? संबंध मन और भाव के साथ ___ वस्तुतः सहिष्णुता का संबंध केवल शरीर से नहीं है। सहिष्णुता का संबंध भावना से अधिक है। जहां अपने आवेगों पर नियंत्रण नहीं होता वहां आदमी दूसरों को सहन नहीं कर सकता। जहां कषाय प्रबल होता है, आवेग और आवेश तीव्र होते हैं, वहां सहिष्णुता की कल्पना नहीं की जा सकती। ___ सहिष्णुता का संबंध मन के साथ भी है। यदि मन में झेलने की क्षमता नहीं होती है, नियामिका शक्ति नहीं होती है तो व्यक्ति सहिष्णु नहीं रह सकता। थोड़ी-सी प्रतिकूल स्थिति आती है, व्यक्ति क्षुब्ध और विचलित हो जाता है। वह इतना तनाव से भर जाता है कि एक क्षण के लिए भी सहन करने में समर्थ नहीं होता।
___ एक सूफी संत बहुत शक्तिशाली था। उसके पास विशाल सेना थी। प्राचीनकाल में सूफी संत शासक भी हुए हैं और संत भी हुए हैं। एक दिन
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org