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- में आज की वोलियां अभूतपूर्व थीं। लोग कहने लगे कि यह उछामणी - रिकार्ड रूप रहेगी। . . चार मास के लिये भगवती सूत्र चंचाने का चढावा ४१०१) इकतालीस सौ एक में सेठ मंछालाल जी ने लिया । श्री सूत्र जी को गृहांगन ले जाने का एवं वहोराने का एवं अष्ट प्रकारी पूजा का कुल चढावा रुपया पन्द्रह हजार का (१५०००) हुआ था । . तत्पश्चात् गुरुदेव श्री का लंछना करने का चढ़ावा ४८०१) अड़तालीस सौ एक रुपया वोल कर शेठ हीराचन्द फूलचन्दजी ने लाभ उठाया ।
. अपाढ मुदी २, सेठ भंवरलालजी आहोर को वेण्ड पार्टी को बुलाकर जुलूस चढाकर सूत्रजी को उपाश्रय में लाये । मार्गमें १२५ गेहुलियों द्वारा वधाया गया। दोनों सूत्रोंकी मंगल देशना के बाद प्रभावना की गई। ... आजके हर्षमें संघकी तरफसे स्वामी वात्सल्य किया गया ।
दोपहर को वंडी पूजा पढ़ाई गई थी। चौमासी की आराधना :-. . . ...अषाढ सुदी १४,. आज चातुर्मास का प्रारम्भ होने से १०० . भाई-बहनोंने पौषध लिये थे। चौमासी पर व्याख्यान हुआ था ।
पोपार्थियों को शाह जेठमलजी की तरफ से एक एक रुपयेकी प्रभावना ... बांटी गई थी। . . . . . .. ... .. ...... . - सवा लाख नवकार मंत्रकी आराधना :- . : . ...
. . अपांढ वदी १०, शुक्रवार । सामुदायिक स्नात्र एवं प्रवचन ..होने के बाद १५० भाई-बहन सवा लाख नवकार मंत्र के सामूहिक ... जापमें तल्लीन हुए थे । खीरको एकासना शाह. जेठमलजी की तरफ से
हुआ था. । ... ........... ... ...
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