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जैनागम स्तोक संग्रह सख्यात गुणा ६इससे सयति विशेषाधिक ७ संयतासंयती असख्यात गुणा ८ इससे नोसंयतासंयति अनन्त गुणा ६ इससे असयती अनन्त गुरगा। __१३ उपयोग द्वार : १ साकार उपयोग में जीव का भेद १४, गुणस्थानक १४, योग १५, उपयोग १२, लेश्या ६।
२ अनाकार उपयोग में जीव का भेद १४, गुणस्थानक १३ दशवॉ छोड़ कर, योग १५, उपयोग १२, लेश्या ६ ।
साकार प्रमुख दो बोल में रहे हुए जीवो का अल्पबहुत्व--१ सब से कम अनाकार उपयोगी २ इससे साकार उपयोगी संख्यात गुणा ।
१४ आहार द्वार : आहारक मे-जीव का भेद १४, गुणस्थानक १३ प्रथम, योग १४ कार्मण का छोड़ कर, उपयोग १२ लेश्या ६ । ___ अनाहारक में जीव का भेद ८ सात अपर्याप्त और संज्ञी का पर्याप्त, गुणस्थानक ५-१, २, ४, १३, १४, योग १ कार्मण का, उपयोग १०-मनःपर्यय ज्ञान व चक्षु दर्शन छोड़ कर, लेश्या ६ ।
आहारक प्रमुख दो बोल में रहे हुए जीवो का अल्पबहुत्व ? सब से कम अनाहारक इससे २ आहारक असख्यात गुणा । । १५ भाषक द्वार : भाषक में-जीव का भेद ५, बेइन्द्रिय, त्रिइन्द्रिय, चौरिन्द्रिय, असज्ञी पंचेन्द्रिय, संज्ञी पचेन्द्रिय एव ५ का पर्याप्त, गुणस्थानक १३ प्रथम का, योग १४ कार्मण का छोड़ कर; उपयोग १२, लेश्या ६ । ; अभाषक में-जीव का भेद १० बेइन्द्रिय, त्रिइन्द्रिय चौरिन्द्रिय, असंज्ञी पचेन्द्रिय एवं चार के पर्याप्त छोड़ कर, गुणस्थानक ५-१, २, ४, १३, १४, योग ५-२ औदारिक का २ वैक्रिय का, १ कार्मण का, उपयोग ११ मनःपर्यय ज्ञान का छोड़ कर, लेश्या ६ ।