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जैनागम स्तोक संग्रह
ज० उ० योग
(१२ ) बेइन्द्रिय का (१५) तेइन्द्रिय (१६) चौरिन्द्रिय का , (१७ ) असज्ञी पंचे० का , ( १८ ) संज्ञी , ( १९ ) बेइद्रिय का अपर्याप्ता का उ० (२०) ते इन्द्रिय ( २१) चौरिन्द्रिय का , (२२) असंज्ञी पंचे० का , ( २३ ) संज्ञी , ( २४ ) बेइन्द्रिय का पर्याप्या का (२५) ते इन्द्रिय ( २६ ) चौरिन्द्रिय का ( २७ ) असंज्ञी पचे० का ( २८ ) संज्ञी ,
पुद्गलों का अल्पबहुत्व ( श्री भगवती सूत्र शतक २५ उद्देशा चौथा ) पुद्गल परमाणु, संख्यात प्रदेशी, असंख्यात प्रदेशी और अनन्त प्रदेशी स्कन्धो का द्रव्य, प्रदेश और द्रव्य प्रदेशो का अल्पबहुत्व
(१) सब से कम अनंत प्रदेशी स्कंध का द्रव्य, उनसे (२) परमाणु पुद्गल का द्रव्य अनंत गुणा ॥ (३) सख्यात प्रदेशी का द्रव्य संख्यात गुणा ,