Book Title: Jainagam Stoak Sangraha
Author(s): Maganlal Maharaj
Publisher: Jain Divakar Divya Jyoti Karyalay Byavar

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Page 581
________________ द्रव्य - ( जीवा जीव ) ( ३ शरीर, इन्द्रिय, मन, वचन और श्वासोश्वास ) देवता के १३ दण्डक के प्रश्नोत्तर भी नारकीवत् ( १२ बोल उपजावे ) | ५६६ चार स्थावर के जीव ६ बोल ( ३ शरीर-स्पर्शेन्द्रिय काय और श्वासोश्वास ) उपजावे वायु काय के जीव ७ बोल ऊपर के ६ और वैक्रिय) उपजावे | ८ इन्द्रिय जीव बोल उपजावे ( ३ शरीर, २ इन्द्रिय, २ योग, श्वासोश्वास ) । त्रि- इन्द्रिय जोव & बोल उपजावे ( ३ शरीर, ३ इन्द्रिय, २ योग, श्वासोश्वास ) । चौरिन्द्रिय जीव १० बोल उपजावे ( ३ शरीर, ४ इन्द्रिय, २ योग, श्वासोश्वास ) | तिर्यच पचेन्द्रिय १३ बोल उपजावे ( ४ शरीर, ५ इन्द्रिय, ३ योग श्वासोश्वास ) । मनुष्य सम्पूर्ण १४ बोल उपजावे ।

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