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जैनागम स्तोक संग्रह
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मध्यम और जघन्य रीति से हो सकती है । इस पर निम्नलिखित १७ भाँगा ( प्रकार हो सकते है ।
( इनके चिन्ह - उ०३, म०२, ज० १, समझना, क्रम - ज्ञानदर्शन - चारित्र समझना )
२-३-२
२-३-१
२-२-२
२-२-१
३-३-३
३-३-२
३-२-२
२-३-३
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२-१-२
२-१-१
१-३-३
१-३-२
१-३-१
१-२-२
१-२-१
१-१-२
१-१-१