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बडा बासठिया
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। ६ प्रमत्त संयति में जीव का भेद, १ गुणस्थानक १ छठा, योग _ १४ कार्मण का छोडकर, उपयोग, ७-४ ज्ञान ३ दर्शन, लेश्या ६। .
७ अप्रमत्त सयति मे-जीव का भेद १ गुणस्थानक ७ वां, योग - ११-४ मन के ४ वचन के १ औदारिक १ वैक्रिय १ आहारक, उपयोग ७-४ ज्ञान ३ दर्शन लेश्या ३ ऊपर की।
८ निवृत्ति बादर ६ अनि० बा०१० सूक्ष्म सं० ११ उप ० मो० १२ क्षीण मो ० में-जीव का भेद १ संज्ञी का पर्याप्त, गुणस्थानक अपनाअपना योग ६-४ मन के ४ वचन के १ औदारिक, उपयोग ७–४ ज्ञान ३ दर्शन, लेश्या १ शुक्ल । ___ १३ सयोगी केवली मे-जीव का भेद १, गुणस्थानक १ तेरहवां, योग ७-२ मन के २ वचन के, २ औदारिक के १ कार्मण, उपयोग २केवल का । लेश्या १ शुक्ल।
१४ अयोगी केवली मे-जीव का भेद १, गुणस्थानक १, योग नही, उपयोग २ केवल के, लेश्या नही ।
चौदह गुणस्थानक में रहे हुए जीवो का अल्पबहुत्व:-१ सबसे कम उपशममोहनीय वाला २ इससे क्षीण मोहनीय वाला सख्यात गुणा ३ इससे आठवे, नववे दशवे गुणस्थानक वाले परस्पर तुल्य व सख्यात गुणे, ४ इससे सयोगी केवली संख्यात गुणा ५ इससे अप्रमत्त संयत गुणस्थानक वाला सख्यात गुरणा ६ इससे प्रमत्त संयत गुणस्थानक वाला सख्यात गुणा ७ इससे देशव्रती असंख्यात गुणा ८ इससे सास्वादन सम्यक् दृष्टि असंख्यात गुरणा ६ इससे मिश्र दृष्टि असख्यात गुणा १० इससे अव्रती समष्टि असख्यात गुणा ११ इससे अयोगी केवली (सिद्ध सहित) अनन्त गुणा १२ इससे मिथ्यादृष्टि अनन्त गुणा ।
शरीर द्वार .-१ औदारिक में-जीव का भेद १४, गुणस्थानक १४, योग १५, उपयोग १२, लेश्या ६ ।