________________
पुद्गल परावर्त
३१७
परा० होवे। ६ अनन्त मन पु० परा० जावे तव एक वचन पु० परा० होवे। अनन्त वचन पु० परा० जावे तब एक वैक्रिय पु० परावर्त होवे।
___८ पुद्गल मध्य पुद्गल परावर्त द्वार १ एक कार्मण पु० परा० मे अनन्त काल चक्र जावे। २ एक तेजस पु० परा० अनन्त कार्मण पु० परा० जावे । ३ एक औदा० पु० परा० अनन्त तेजस् पु० परा० जावे। ४ एक श्वा० पु. परा० मे अनन्त औदारिक पु० परा० जावे। ५ एक मन पु० परा० में अनन्त श्वा० पु० परा० जावे । ६ एक वचन पु० परा० मे अनन्त मन पु० परावर्त जावे । ७ वैक्रिय पु० परावर्त में अनन्त वचन पुद्गल परावर्त जावे।
६ पद्गल परावर्त किये उनका अल्पबहुत्व १ सर्व जीवो ने सर्व से अल्प वैक्रिय पु० परावर्त किये। २ इससे वचन पु० परावर्त अनन्त गुणे अधिक किये । ३ इससे मन पु० परा० अनन्त गुणे अधिक किये। ४ इससे श्वासो० पु० परा० अनन्त गुणे अधिक किये । ५ इससे औदारिक पु० परावर्त अनन्त गुणे अधिक किये । ६ इससे तेजस् पु० परा० अनन्त गुणे अधिक किये । ७ इससे कार्मण पु० परावर्त अनन्त गुणे अधिक किये।