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अनुक्रमणिका ।
विषय व्यंगादि नाशक औषध नस्य प्रयोग प्रसुप्ति की चिकित्सा उत्कोठ की चिकित्सा
त्रयस्त्रिंशोऽध्यायः । उपदशाद २३ रोग उपदेश के भेद वातज उपदंश के लक्षण पित्तज उपदंश कफज उपदंश रक्तजउपंदश त्रिदोषज उपदंश उपदंश में साध्यासाध्यता मांस कीलक का वर्णन सर्षपिका पिटिका अवमंथ के लक्षण कुंभी का पिटिका अलजी के लक्षण उत्सम पिटिका पुष्कारिका के लक्षण संध्यूढ पिटिका मृदित के लक्षण अष्ठीलिका के लक्षण निवृतसंज्ञक रोग अषपाटिका निरुद्धमणि रोग ग्रंथिताख्य रोग स्पर्शहानि रोग शतपोनक के लक्षण त्वपाक रोग मांसपाक रोग रक्ताद मोसार्बुद के लक्षण तिलकालक के लक्षण वर्जितरोग
पृष्टांक विषय
पृष्टांक, ९०६ योनिके २० भेद
योनिसंबंधीवात की व्यापत
अतिचारण योनि | प्राकरण उदावृत्ता व्यापत् जातनी व्यापत अंतर्मुखी योनि सूचीमुखी योनि
शुष्काच्यापत् " वामनी के लक्षण
पंडसंक्षक योनि महायोनि पैत्तिकी व्यापत् रक्तयानि श्लेष्मकी व्यापत् | लोहितक्षया
परिलता व्यापत् | उपप्लुता योनि | विप्लुता योनि | कणिनी के लक्षण
सन्निपात का व्यापत् गर्भके ग्रहण करने का कारण
चतुस्त्रिंशोऽध्यायः । | नवीन उपदंश की चिंकित्सा
धौने का क्वाथ | उपदंश पर लेप | उपदेश पर रोपण प्रतिदोष चिकित्सा पाक के अभाव में अलियन छिन्नदग्ध में उपदंशवत क्रिया अवमंथ की चिकित्सा कुंभीका की चिकित्सा
अलजी की चिकित्सा ... ! उत्तमा की चिकित्सा
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