Book Title: Shekharchandra Jain Abhinandan Granth Smrutiyo ke Vatayan Se
Author(s): Shekharchandra Jain Abhinandan Samiti
Publisher: Shekharchandra Jain Abhinandan Samiti
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मामबर्ष एवं सफलता की कहानी
1711 | का दंड। ट्रक के रोड़ अलग, गाड़ियों के अलग तो साईकिल के अलग। (साईकिल के रोड़ सिर्फ गाँव और शहर | के बाहर हैं) हाईवे पर नियत स्थानों पर विश्राम गृह जैसी सुविधाजनक होटलें, पेट्रोल पंप और फोन की सुविधा । है। सबसे बड़ी विशेषता है यहाँ सड़कों पर लगे सूचना पट्ट । यदि आपके पास रोड़ का नक्शा है तो आप बिना । किसी से पूछे गंतव्य पर पहुँच जायेंगे। यहाँ के सिग्नल ही सबसे बड़े सूचना दर्शन हैं। लोग अपना पता भी ऐसे । ही बताते हैं कि अमुक रोड़ पर अमुक नंबर के सिग्नल के बाद मुड़ना। यह अगर ध्यान न रहे तो आप घंटों और
मीलों घूमते रहिए, मकान ढूँढना अति कठिन... क्योंकि मकान, गली, महोल्ले सब एक से। पार्किंग की व्यवस्था भी बड़ी सुंदर। आपको कहीं भी जाना है वहाँ रुकना है तो आपको पार्किंग में ही गाड़ी खड़ी रखनी पड़ेगी। फिर सशुल्क मीटर वाले पार्किंग हैं। जहाँ मिनिटों के अनुसार सिक्के मशीन में डालने होते हैं। कोईभी पार्किंग के
अलावा पार्किंग करने की हिम्मत नहीं करता। क्योंकि तुरंत पुलिस की टीकट मिलने का भय रहता है। ____ अमरीका के जीवन की एक विशेषता यह भी है कि वहाँ के नागरिक की पूरी जिम्मेदारी वहाँ की सरकार की है। गर्भ से मरण तक सभी जिम्मेदारी सरकार की या यों कहें वीमा कंपनी की है। प्रत्येक व्यक्ति, वस्तु, घर का वीमा अनिवार्य है। इसलिए हर वस्तु व्यक्ति एवं जीवन की जिम्मेदारी भी सरकार की है। जन्म का खर्च, बच्चों की पढ़ाई का अमुक खर्च, वृद्धा वस्था के खर्च अनेक प्रकार के खर्च मिलते हैं। सबसे बड़ा फायदा अस्पतालों के खर्च में होता है। इस सुरक्षा के कारण लोग अनेक मानसिक तनाव से मुक्त रहते हैं। परंतु वे अन्य भौतिक सुखों, खान-पान की स्वच्छंदता, यौन संबंधों की स्वच्छंदता के कारण मानसिक रोगों से पीड़ित हैं। अतः ऐसे लोग जुर्म की दुनिया में भी अधिक फँस जाते हैं। शिक्षा का व्याप यहाँ अधिक है। प्रायः हर स्टेट में कई युनिवर्सिटियाँ हैं। प्राथमिक माध्यमिक स्कूलों की तो कमी ही नहीं। यहाँ का सामान्य प्राथमिक स्कूल भी हमारे भारत के बड़े-बड़े कॉलेज से भी विशाल परिसर में सभी सुविधाओं से सज्ज होते हैं। विद्यार्थिओं की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उन्हें सभी सुविधा और साधन दिये जाते हैं। विद्यार्थी कौन सा विषय ले उसकी उसे स्वतंत्रता होती है। कॉलेजो में तो उन्हें प्रायः दूसरे शहरो में ही जाना पड़ता है। वहाँ होस्टेल में रहना अनिवार्य होता है। प्रथम वर्ष में विद्यार्थियों को प्रायः एक ही डोरमेटरी में रखा जाता है। बाद में उन्हें कमरे दिये जाते हैं। ये कमरे किसी पंचतारक हॉटल से कम सुविधाजनक नहीं होते। यहाँ विद्यार्थी मेडीकल के साथ चाहें तो कानून पड़े, चाहे इन्जीनियरिंग, सभी छूट है। यहाँ का विद्यार्थी स्कूल के कोर्ष के अलावा भी अनेक कोर्ष लेकर विविध ज्ञान प्राप्त करते हैं। पढ़ाई । का खर्च यहाँ बहुत अधिक होता है। या यों कहें कि आय का २५ प्रतिशत खर्च पढ़ाई का होता है। ___ यहाँ एक आश्चर्य जनक बात यह भी देखी की बच्चों में फिल्मो के कारण, घर में माता-पिता के मनमुटाव के कारण क्राईम और सेक्स के भाव अधिक देखे जाते हैं। सेक्स (काम-भोग) यहाँ बचपन से ही पनपता है। । आप इसीसे अंदाज लगा सकते हैं कि यहाँ कुँवारी माताओं की संख्या अधिक है और ऐसे बच्चों के लिए स्कूलों ! में पालना घर बने हुए हैं। जहाँ कुँवारी मातायें पढ़ती हैं और बच्चे झूलते हैं। आप किसी भी स्थान पर पुरूषस्त्रिओं को चुंबन करते देख सकते हैं। यहाँ यह चारित्रिक विकृति अधिक है। यही कारण है कि हमारे हिन्दुस्तानी । भाई लड़के-लड़कियों के किशोरावस्था में पाँव रखते ही चिंतातुर हो उठते हैं। वैसे अब कुछ जैन लड़के-लड़कियों ने भी अमरीकनों के साथ विवाह किये हैं, यह प्रवृत्ति जैनेतरों में अधिक है।
विश्व के इस धनाढ्य देश में कोढ़ के डाघ की तरह क्राईम भी अधिक होते है। जहाँ काले लोगों की बस्ती ही वहाँ चोरी डकैती के पाप भी होते रहते हैं। यहाँ के मूल निवासी रेड इन्डियन तो अब कहीं गाँव में ही इक्के-दुक्के ।