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HAMARINESS
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में भावनात्मक धारा के साथ-साथ एक वैचारिक धारा है जो कविता साहित्य को आजके युग की देन है.... अधिकांश कवितायें वर्तमान धारा का प्रतिनिधित्व करती हैं.... यह संतोष और प्रसन्नता की बात है कि डॉ. शेखर जैन की कविताओं में विचारों की सात्त्विकता है जो उदात्त भावनाओं की प्रतीक है।' कृति में छंदस और अछंदस दोनों प्रकार की कविताओं का समावेश है।
जैसाकि डॉ. जैनने स्वयं अपने प्रेरणास्रोत में लिखा है कि 'इस संग्रह की नींव में अहमदाबाद की चेतनागोष्ठी रही । है।' अनेक कवितायें गीत रूप में गेय हैं, और अछंदस कविताओं में जीवन का सत्य मुखरित हुआ है। तत्कालीन । प्रधानमंत्री ‘स्व. लालबहादुरजी के प्रति श्रद्धांजलि और पत्र' एवं 'पिता का पत्र पुत्र के नाम' बहुत ही उत्तम भावुक
रचनायें हैं। कहीं प्रकृति के गीतों की बासंती बयार है, तो कहीं वर्षा की रिमझिम बूंदे, तो कहीं चेहरे पे चेहरा चढ़ाये
लोग हैं; परंतु सारे के सारे किसी के हाथ की कठपुतली हैं, जो उसके इसारे पर नाचते हैं, गाते हैं, लड़ते हैं, मरते . । हैं और मारते हैं। एक उदाहरण ही काफी है। __ कहते हैं, भोंकता कुत्ता काटता नहीं
मगर यह बड़ा अजीब लगता हैयह इन्सान. भोंकता और काटता भी है। इसी प्रकार एक गीत की गुनगुनाहट के स्वर मुखरित हैंबन कर के मधुमास तुम्हारी याद धरा पर छाई है मन-बगिया की डाल-डाल की कली-कली मुस्काई है। फागुन का यह भोर, गुलाबी मौसम है अनजाने दर्पण में गोरी, शरमाने का मौसम है। किसी सुहागन के माहुर की लाली नभ में छाई है बन कर के मधुमास तुम्हारी याद धरा पर छाई है
नये गीत नये स्वर ! 'नये गीत नये स्वर' गुजरात के हिन्दी कवियों की कविताओं का संकलन है। जिसका AAYS प्रकाशन इन्दौर से हुआ है। जिसमें १०१ कवियों की कवितायें संकलित हैं। जिसमें डॉ. शेखरचन्द्र का 'तुम गादो मेरा गीत अमर हो जाये' बड़ा ही भावुक प्रेमगीत है। चार ही पंक्तियाँ देखियेआध्यात्मवाद के स्वर तो हैं उलझे उलझे।
नयेगीत विश्वास नहीं होता मुझको इन नारों से
नये स्वर तुम जीवन की सीधी सी कोई ऋचा कहो
जीवन का सच्चा अर्थ समझ में आ जाये। तुम गादो..... इसी प्रकार गुजरात के 'हिन्दी के प्रतिनिधि कवि' एवं 'चेतना संग्रह' में भी उनकी कविताओं को सम्मानपूर्वक स्थान प्राप्त हुआ है।