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मेघदूतम्
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3. चूड़ापाश - [चूल् + अङ्, लस्य डः, दीर्घ० निः + पाशः] बालों की चोटी,
चुटिया, बालों का गुच्छा, केश समूह। चूड़ापाशे नवकुरबकं चारु कर्णे शिरीषं। उ० मे० 2 अपने जूड़े में नये कुरबक के फूल खोंसती हैं, अपने कानों पर सिरस के फूल
रखती हैं। 4. वेणी -[वेण + इन्, ङीप् वा] गुंथे हुए बाल, बालों की चोटी।
भूयोभूयः कठिन विषमां सादयन्ती कपोलाद्मोक्तव्यामयतिनखेनैकवेणीं करेण। उ० मे० 30 अपने बढ़े हुए नखों वाले हाथ से अपनी उस इकहरी चोटी के उन रूखे और उलझे हुए बालों को गालों पर से बार-बार हो रही होंगी।
कैलास
1. कैलास - [के जले लासो दीप्तिरस्य -केलास् + अण्] पहाड़ का नाम,
हिमालय की एक चोटी, कुबेर का निवास स्थान। गत्वाचोर्ध्वं दशमुखभुजोच्छ्वासितप्रस्थसंधेः कैलासस्य त्रिदशवनिता दर्पणस्यातिथिः स्याः। पू० मे० 62 ऊपर उठकर तुम उस कैलास पर्वत पर पहुंच जाओगे, जिसकी चोटियों के जोड़-जोड़ रावण के बाहुओं ने हिला डाले थे, जिसमें देवताओं की स्त्रियाँ
अपना मुँह देखा करती हैं। 2. नगेन्द्र - [ न + गम् + इ + इन्द्रः] हिमालय पर्वत।
धुन्वन्कल्पदुमकिसलयान्यंशुकानीव वातैर्नानाचेष्टैर्जलद ललिततैर्निर्विशेस्तं नगेन्द्रम्। पू० मे० 66 कल्पद्रुम के कोमल पत्तों को महीन कपड़े की भाँति हिला देना। ऐसे-ऐसे बहुत से खेल करते हुए तुम कैलास पर्वत पर जी भरकर घूमना।
क्रोध
1. कोप - [कुप् + घञ्] क्रोध, गुस्सा, रोष।
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