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कालिदास पर्याय कोश
2. राजा - [राज् + क्विप् + याप्] राजा, सरदार।
राजान्यानां सितशरशतैर्यत्र गाण्डीवधन्वा धारापातैस्त्वमिव कमलान्यभ्यवर्षन्मुखानि। पू० मे0 52 जहाँ गांडीवधारी अर्जुन ने अपने शत्रु राजाओं के मुखों पर उसी प्रकार अनगिनत
बाण बरसाए थे, जैसे कमलों पर तुम अपनी जलधारा बरसाते हो। 3. राज्ञ - राजा, सरदार।
हैमं तालदुमवनमभूदत्र तस्यैव राज्ञः। पू० मे० 35 यहीं उन्हीं राजा का बनाया हुआ ताड़ के पेड़े का सुनहरा उपवन था।
नलिनी 1. कमलिनी - [कमल + इनि + जीप] कमलिनी, कमल का पौधा, कमल का
रेशेदार डंठल। साभ्रेऽह्नीव स्थलकमलिनी न प्रबुद्धां न सुप्ताम्। उ० मे० 32 मेरी प्यारी ऐसी दिखाई देगी, जैसे बादलों के दिन खिलने वाली कोई अधखिली
कमलिनी हों। 2. नलिनी - [ नल + इनि + ङीप्] कमल का पौधा, नलिनी।
प्रालेयास्त्रं कमलवदनात्सोऽपि हर्तुं नलिन्याः। पू० मे० 42 अपनी प्यारी कमलिनी के मुख कमल पर पड़ी हुई ओस की बूंदें पोंछने के लिए आ गए होंगे। हंसश्रेणी रचित रशना नित्यपद्मा नलिन्यः। उ० मे० 3
वहाँ बारहमासी कमल और कमलिनियों को हंसों की पतिं घेरे रहती हैं। 3. पद्मिनी [ पद्म+ इनि + ङीप्] नलिनी, कमल का पौधा, कमल का रेशेदार
डंठल। जातां मन्ये शिशिरमथितां पद्मिनी वान्यरूपाम्। उ० मे० 23 यह भ्रम हो सकता है कि यह कोई बाला है या पाले से मारी हुई कोई कमलिनी है।
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