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कालिदास पर्याय कोश स्त्रियों की लटों में फूल और नवमल्लिका की खिली हुई कलियाँ बड़ी सुहावनी लगने लगी हैं। अङ्गान्यनङ्गः प्रमदाजनस्य करोति लावण्यससंभ्रमाणि। 6/10 स्त्रियों में इतनी कामवासना भर आती है कि उनके सारे शरीर में कुछ अनोखा ही रसीलापन आ जाता है। भ्रूक्षेपजिह्मानि च वीक्षितानि चकार कामः प्रमदाजनानाम्। 6/13 काम से भरी हुई स्त्रियों की टेढ़ी भौंहों से उनकी चितवन बड़ी कटीली लगती
9. मनस्विनी - [मनस् + विनि + ङीप्] उदार मन की या अभिमानिनी स्त्री,
सती स्त्री। आकम्पितानि हृदयानि मनस्विनीनां वातैः प्रफुल्लसत्कार कृताधिवासैः। 6/34 बौरे हुए आम के पेड़ों में बसे हुए पवन से मनस्विनी स्त्रियों के मन भी डिग
जाते हैं। 10. मानिनी - [मान् + णिनि + ङीष्] आत्माभिमानिनी स्त्री, कुपित स्त्री।
इषुभिरिव सुतीक्ष्णैर्मानसं मानिनीनां तुदति कुसुममासो मन्मथोद्दीपनाय। 6/29 अपने पैने बाणों से वसंत मानिनी स्त्रियों के मन इसलिये बींध रहा है कि उनमें
प्रेम जग जाए। 11. युवती - [युवन् + ति, ङीप वा] तरुणी स्त्री, तरुणी।
दिवसकरमयूखैर्बोध्यमानं प्रभाते वरयुवतिमुखाभं पङ्कजंजृम्भतेऽद्य। 3/25 प्रातः काल जब सूर्य अपने करों से कमल को जगाता है, तब वह कमल सुंदरी
युवती के मुख के समान खिल उठता है। 12. योषिता - [यौति मिश्रीभवति - यु + स + टाप्, योषित् + यप्] स्त्री, लड़की,
तरुणी, जवान स्त्री। सितेषु हर्येषु निशासु योषितां सुखप्रसुप्तानि मुखानि चन्द्रमाः। 119 रात के समय उजले भवन में सुख के सोई हुई युवती का मुख निहारने को उतावला रहने वाला चंद्रमा।
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