________________ ( 62 ) उसकी सब चीजें चूहों ने कुतर डालों। १२-बह इस प्रकार जोर से रोने लगा, मानो उसे बहुत अधिक दर्द हो / १३-प्रताप ने लड़ते-लड़ते मर जाना ठीक समझा, पर अकबर की अधीनता स्वीकार न को। १४-तुम्हें इस दुकान से लेन देन बन्द किये कितना समय हमा। ___ संकेत-१-मेलक ( महोत्सवे) एतावाजनसंबाधोऽभवद् यच्छवसितुमपि नालम्यत / २-तद्वचो निशम्य हासं नियन्तु नापारयन् / ३दक्षिणस्तस्य गुल्फोऽभिहतसन्धिरभवत् / ४-मम भुजा' विसंहिता, प्रसह्याअ वेदनामन्वभवम् / संस्कृत में भुज और बाहु दोनों पुंल्लिंग तथा स्त्रीलिङ्ग हैं। ६–जाल्मः शिशोः कण्ठं निपीव्य श्वासच निरुध्य तं म्यापादयत् / 7 बरपरिकरा मल्ला प्रक्षबाटमबातरन् चिरं च नियुद्धमयुध्यन्त / यहाँ 'नियुद्ध' युद्ध-विशेष है, युद्ध सामान्य नहीं। प्रतः समानधातु से बने हुए क्रियापद के होने पर 'कर्म' का प्रयोग निर्दोष है / ६-कम्बलिवाह्य केनाक्रान्तोऽर्भक उपारमत् ( समतिष्ठत, व्यपरत ) / १०-स भूपतिरुपान्तवतिनं नीवृतमसकृदवास्कन्द, परं प्रतिवारं पराभवत् / ११-यस्य समुद्गकस्य ( मञ्जूषायाः) पिधानमभज्यत, तस्य सर्वानानासबो न्यकृन्तन् / १२-स तथोच्चे: प्रारोदत्, यथासौ महत्या पीच्या प्रस्त इवासीत् / १३-प्रतापो ऽकबरेण सममायोवनेनात्मनो निधनं परमपश्यत्, न पुनस्तदायत्तताम् / १४–अब कियान् कालोऽनेनापणेन संम्यवहारं त्यक्तवतस्ते ( इतः कियति काले त्वमनेनापणेन संम्यवहारमत्यजः ) / अभ्यास-१४ (लल्लकार) १-नौकर को सारी रात जागना पड़ा कारण कि नगर में अफवाह फैल गई थी कि बाहर से चोर पाये हुए हैं। २-इस निर्धन मनुष्य को अपनी सम्पत्ति बापिस लेने के लिये बहुत' संकटों का सामना करना पड़ा। वर्षों के पीछे उसका यत्न सफल हुमा ।३–नटखट बालक ने मधुमक्खियों के छत्तेको १-भुज पोर बाहु दोनों ही पुल्लिङ्ग और स्त्रीलिङ्ग है। नीत्वविवक्षा में टाप् होने पर 'भुजा' रूप होगा। 2-2 प्रत्यापत्तुम्, प्रतिलन्नुम् / ३बहूनि कृणधारयन्वभवत् / अवशम्, प्रकामत, अनिच्छया मादि शन्दों की ऐसे स्वनों में पावश्यकता नहीं / व्यवहार इसका समर्थन भी नहीं करता।