________________ . ( 117 ) होते हो / -मैंने उसका क्या अपराध किया है, जो वह मुझे खोटी खरी सुनाने लगा। *कार्य में समर्थ लोगों के लिये क्या कठिन है ? व्यवसायशील पुरुषों के लिये क्या दूर है ? विद्वानों के लिये कौन सा विदेश है ? मीठा बोलने वालों के लिये कौन पराया है ? ६-धनुर्धारियों में अर्जुन सर्वश्रेष्ठ था, तलवार चलानेवालों में नकुल और बरछी चलानेवालों में सहदेव सर्वश्रेष्ठ था। १०बृहस्पति वक्ताओं में सर्वश्रेष्ठ और इन्द्रादि देवताओं का गुरु था। 19-- सब लोगों का पितामह ब्रह्मा उनके सामने प्रकट हुप्रा / १२-मुझे उसके दर्शनों की उत्कण्ठा है, उससे मिले हुए चिर हो गया है। १३-समुद्र के दक्षिण में लङ्का है, जिसे सिंहल द्वीप भी कहते हैं। १४-प्रवरंगजीव की मृत्यु के पश्चात् 3 मुगल साम्राज्य धीरे-धीरे टूट फूट (भङ्गर) गया। १५-परमात्मा करे तू अपने सदृश पति को प्राप्त होवे। (लभस्व-आशिस अर्थ में लोट)। १६-*संकट समय से पूर्व ही बुद्धिमान् सचेत हो जाता है। संकेत-७-मया तस्य किमपराद्धम् .... / ६-धानुष्काणां (धनुर्भूतां) पार्थो वरो बभूव / मासिकाना नकुलः शाक्तीकानां च सहदेवः / यहाँ 'वर' शब्द से ही तारतम्य का बोध हो जाता है, इसमें प्रत्यय की अपेक्षा नहीं / इसमें शब्दशक्ति स्वाभाव्य ही हेतु है / १०-बृहस्पतिहि वदतां वरोऽभूत् / १२-तस्य दर्शनस्योत्कण्ठे, चिरं दृष्टस्य तस्य / प्रन्यास-६ ( उपपदविभक्तिः सप्तमी) १-मनुष्यों में श्रेष्ठ राम जगत् में किसके नमस्कार के योग्य नहीं ? २-इस देश में गंगानदी सब नदियों से लम्बी है। इसका शुभ्र निर्मल जल वर्षों तक नहीं बिगड़ता / ३-नाटकों में शकुन्तला नाटक सबसे अच्छा है, उसमें चौथा अंक सब अंकों से बढ़िया है, और वहां भी 42 सवां श्लोक सर्वोत्तम है। ४-कभी हिमालय से कन्या कुमारी तक इस समुद्रमेखला पृथ्वी पर सम्राट 1-1. मां परुषमवादीत्, मां समतर्जत् / 2-2. दक्षिणतो लवणतोयस्य / ३-मृत्योः पश्चात् / 'मृत्योः' षष्ठयन्त है / 'पश्चात्' प्रस्ताति प्रत्ययान्त निपातन किया गया है / अतः इसके योग में षष्ठी ही साध्वी है, पञ्चमी नहीं। ४विकुरुते (अकर्मक) दुष्यति /