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१५४ १५९
१७१ १७२
कं० विषय .
पृष्ठ ६७. ऊनोदरी-विषयक परिमाणक्रम
१५१ णवमो उद्देसओ - नवम उद्देशक
१५४-१७३ ६८. शय्यातर के घर पर अन्यों के निमित्त निष्पन्न आहार-ग्रहण-विषयक विधि-निषेध ६९. सागारिक की साझेदारी युक्त दुकान से वस्तु लेने के संबंध में विधि-निषेध ७०. सप्तसप्तमिका आदि भिक्षु प्रतिमाएँ ७१. मोक-प्रतिमा-विधान ७२. दत्ति-विषयक प्रमाण... ७३. त्रिविध आहार ७४. अवगृहीत आहार के भेद दसमो उद्देसओ - दशम उद्देशक
१७४-२११ ७५. यवमध्य एवं वज्रमध्य चंद्रप्रतिमाएँ ७६. पंचविध व्यवहार ७७. विविध रूप में कार्यशील साधक ७८. धार्मिक दृढता के तीन चतुर्भग ७९. आचार्य एवं शिष्य के भेद ८०. त्रिविध स्थविर ८१. त्रिविध शैक्ष-भूमिका ८२. आठ वर्ष से कम वय में प्रव्रजित बालक-बालिका को .
बड़ी दीक्षा देने का विधि-निषेध ८३. प्राप्त-अप्राप्त-यौवन साधु-साध्वी को आचारप्रकल्प पढ़ाने का विधि-निषेध
१९९ ८४. दीक्षा-पर्याय के आधार पर आगमाध्ययनक्रम
२०० ८५. दशविध वैयावृत्य : महानिर्जरा
२०४
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