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46 :: तत्त्वार्थसार
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व्रत-रक्षा के उपाय अहिंसा व्रत की भावना सत्य व्रत की भावना अचौर्य व्रत की भावना ब्रह्मचर्य व्रत की भावना परिग्रहत्याग व्रत की भावना हिंसादि पापों का स्वरूप-चिन्तवन व्रती की कैसी भावना होनी चाहिए व्रत-रक्षार्थ और भी भावना हैं हिंसा का लक्षण असत्य का लक्षण चौर्य का लक्षण अब्रह्म का लक्षण परिग्रह का लक्षण व्रती का लक्षण व्रतियों के दो भेद सहायक व्रत-सात शील सल्लेखना व्रत अतिचार प्रकरण सम्यक्त्व के पाँच दोष अहिंसाणुव्रत के पाँच अतीचार सत्याणुव्रत के पाँच अतीचार अचौर्याणुव्रत के पाँच अतीचार स्वदारसन्तोष अणुव्रत के पाँच अतीचार परिग्रह-परिमाण-अणुव्रत के पाँच अतीचार दिग्विरत व्रत के पाँच अतीचार देशविरत व्रत के पाँच अतीचार अनर्थदंड व्रत के पाँच अतीचार सामायिक व्रत के पाँच अतीचार प्रोषधोपवास व्रत के पाँच अतीचार भोगोपभोगपरिमाण व्रत के पाँच अतीचार अतिथिसंविभाग व्रत के पाँच अतीचार सल्लेखना व्रत के पाँच अतीचार दान का स्वरूप एवं विशेषता
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