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प्रथम अध्याय
महावीरकालीन सामाजिक और राजनैतिक स्थिति
__ 1. महावीर का समय (599-527 ई.पू.)
भगवान महावीर जैन परम्परा के 24वें तीर्थंकर हैं। इनका जन्म 599 ई. पू. में हुआ तथा 527 ई.पू. में निर्वाण को प्राप्त किया। यह तिथियां परम्परावादियों तथा इतिहासकारों दोनों को मान्य है। भगवान् महावीर का समय यद्यपि विवादपूर्ण रहा है, फिर भी अनेक प्रमाणों से उनकी तिथि को निश्चित किया गया है। श्वेताम्बर परम्परा के अनुसार महावीर का जन्म 599 ई.पू. में हुआ और उन्होंने 527 ई.पू. में निर्वाण/मुक्ति को प्राप्त किया। यह तिथियाँ ज्यादातर मान्य हैं। किन्तु दिगम्बर परम्परा के अनुसार भगवान् महावीर का 659 ई.पू. में जन्म हुआ और उनका निर्वाण 587 ई.पू. में हुआ।' जैकोबी और महावीर काल-निर्णय
महावीर के काल निर्धारण के सन्दर्भ में जैकोबी की दो तरह की समीक्षा प्राप्त होती है। दोनों चर्चाएँ एक-दूसरे से सर्वथा विपरीत हैं। एक समीक्षा में उन्होंने भगवान् महावीर को पूर्व निर्वाण प्राप्त और भगवान् बुद्ध को पश्चात् निर्वाण प्राप्त प्रमाणित किया है, तो दूसरी समीक्षा में भगवान् महावीर को भगवान् बुद्ध के पश्चात् निर्वाण प्राप्त प्रमाणित किया है। प्रथम समीक्षा के अनुसार वे S.B.E., Vol. XXII, 1884 की भूमिका में लिखते हैं-"जैनों की यह सर्वसम्मत मान्यता है कि जैन सूत्रों की वलभी वाचना देवर्द्धि क्षमाश्रमण के तत्त्वावधान में हुई। इस घटना का समय वीर निर्वाण से 980 (या 993) वर्ष बाद का है (Kalpasātra, 148, Motilal Banarasidass Publication [1]) अर्थात् 454 (या 467) ईस्वी का है, जैसे कि कल्पसूत्र गाथा 148 में ही बताया गया है।" इस प्रकार ई. सन् 454 वाचना वर्ष पूर्व देखें तो भगवान् महावीर की 1. S.R. Banerjee, Introducing Jainism, Jain Bhawan, Kalakar Street, Calcutta, ___ 2002,p. 15. 2. The redaction of the Gaina canon or the Siddhanta ... unanimons tradition, on
the council of Vallabhi, under the presidency of DEVARDDHI. The date of this event 980 or (993) A.V., corresponding to 454 (or 467) A.D. incorporated in the Kalpasūtra, (148). Kalpasūtra, (Jain Sutras, Part-I) Hermann Jacobi, S.B.E., Vol. XXII (22), 1884, Introduction, p.XXXVII (37).