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दाक्षिण्यचिह्नाङ्क - श्रीमदुद्योतनसूरिविरचिता
कुवलयमाला।
(प्राकृतनिषद्धा चम्पूस्वरूपा महाकथा ।)
द्वितीयो भागः।
सम्पादक: पू. परमशासनप्रभावक स्व. आ. भ. श्री. वि. रामचन्द्रसू. म. पट्टालङ्कार पू. स्व. आ. भ. श्री. वि. मुक्तिचन्द्रसू. म. शिष्यरत्नपू. स्व. आ. भ. श्री. वि. अमरगुप्तसू. म. शिष्यरत्न
पू. आ. भ. श्री. वि. चन्द्रगुप्तसू. म.
प्रकाशक: श्री अनेकान्तप्रकाशन जैन रिलीजीयस ट्रस्ट
आर्थिक - सहकार: श्री दशापोरवाड सोसायटी जैन संघ पालडी
अमदावाद - ३८०००७
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दाक्षिण्यचिह्नाङ्क - श्रीमदुद्योतनसूरिविरचिता
कुवलयमाला।
-: सम्पादक :पू. आ. भ. श्री. वि. चन्द्रगुप्त सू. म.
-: प्रकाशक :श्री अनेकान्तप्रकाशन जैन रिलीजीयस ट्रस्ट
-: आर्थिक - सहकार :श्री दशापोरवाड सोसायटी जैन संघ पालडी
अमदावाद - ३८०००७
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कुवलयमाला।
आवृत्ति :- प्रथमा
प्रतय :- ७५०
वि.सं. २०६७
: प्राप्तिस्थानम् :
मुकुंदभाई आर. शाह
५, नवरत्न फ्लेट्स्
नवा विकासगृह मार्ग पालडी, अमदावाद - ३८०००७
प्रमोदभाई छोटालाल शाह १०२, वोरा आशिष
पं. सोलीसिटर रोड मलाड (इस्ट) मुंबई - ४०० ०९७
जतीनभाई हेमचंद शाह 'कोमल' छापरीया शेरी महीधरपुरा, सुरत ३९५ ००३
તા.ક. “અધિષ્ઠાતા, સિંઘી જૈનશાસ્ત્ર શિક્ષાપીઠ, ભારતીયવિદ્યાભવન, મુબંઈ” દ્વારા वि.सं.२०१५मां प्रहाशित “इवयमाct" an-१ (सिंधीन ग्रंथमाल ग्रंथाs ४५) ના પુસ્તક ઉપરથી આ પુસ્તક ત્રણ ભાગમાં છાપવામાં આવ્યું છે. આ કથાગ્રંથની ટિપ્પણીમાં જે પાઠાન્તરો જણાવ્યા છે તેમાં P એટલે પૂનાના રાજકીય ગ્રંથ - સંગ્રહમાંથી મળેલ પ્રતમાંની ટિપ્પણીના પાઠાંતરો છે અને J એટલે જેસલમેરની ભંડામાંથી મળેલ પ્રાચીન તાડપત્રીય પ્રતમાંની ટિપ્પણીના પાઠાન્તો છે – એ પ્રમાણે
-:मुद्रणव्यवस्था :मकवाना प्रिंटर्स, मुंबई - ४०० ००४.
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(१७७) 1 (१७७) एवं च थोऊण णिवडिओ पाएसु ।
दिटुं च पोत्थय-रयणं पीढम्मि । तं च केरिसं । अवि य, 3 वर-पोमराय-गत्तं फलिह-विणिम्मविय-पत्तयं रुइरं ।
धुय-इंदणील-लिहियं पोत्थय-रयणं पलोएइ ।। 5 तं च दट्टण भत्ति-भर-णिब्भर-हियएण गहियं पोत्थयं सिढिलियं च, उग्घाडिय ___वाचिउं पयत्तो । अवि य । णमो सव्व-सिद्धाणं । 7 अविरहिय-णाण-दसण-चारित्त-पयत्त-सिद्धि-वर-मग्गो ।
सासय-सिव-सुह-मूलो जिण-मग्गो पायडो जयइ ।। 9 संसार-गहिर-सायर-दुत्तारुत्तार-तरण-कज्जेणं ।
तित्थ-करणेक्क-सीला सव्वे वि जयंति तित्थयरा ।। 11 पज्जलिय-झाण-हुयवह-कम्मिंधण-दाह-वियलिय-भवोहा ।
अपुणागम-ठाण-गया सिद्धा वि जयंति भगवंता ।। 13 णाणा-लद्धि-समिद्धे सुय-णाण-महोयहिस्स पारगए ।
आसण्ण-भव्व-सत्ते सव्वे गणहारिणो वंदे ।। 15 णाण-तव-विरिय-दसण-चारित्तायार-पंच-वावारे ।
पज्जलियागम-दीवे आयरिए चेव पणमामि ।। 17 सुय-सुत्त-गुणण-धारण-अज्झयणज्झायणेक्क-तल्लिच्छे ।
उवयार-करण-सीले वंदामि अहं उवज्झाए ।। 19 पंच-महव्वय-जुत्ते ति-गुत्ति-गुत्ते विलुत्त-मिच्छत्ते ।
वंदामि अप्पमत्ते ते साहू संजमं पत्ते ।। 21 इय धम्मारह-सिद्धे गणहर-आयरिएँ तह उवज्झाए ।
साहयणं णमिऊण जिणवर-धम्म पवक्खामि ।।
1) P om. च after एवं. 2) P पोत्थयं रयणं पीढंमि. 3) P विणिम्मिय. 4) J दुअ for धुय, P लियं for लिहियं. 5) P om. णिब्भर, Jom. पोत्थयं. 6) P वाउउं. 7) P अविरहियए नाण. 8) P पायडो जियइ. 9) P गहियसायर, P तरुणकजेण. 10) P वि जियंति. 11) P पज्झलियज्झाणहयवहा, P दाणतावियभवोहा. 12) P अपुणागयट्ठाण, P भगवंतो. 13) P मुयणायणमुहोय. 14) P सव्व for भव्व, P om. सत्ते. 17) P सुत for सुय, P गणण, J अज्झायण०, P धारणसज्झावणेक्क. 19) P om. मिच्छत्ते. 20) P अप्पवमत्ते, P पत्ता. 21) P सिद्धो, P आयरिय. 22) P साहूणं
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(१७७)
२
-सिक्खो 1
1 दु-विहो जिणवर - धम्मो गिहत्थ-धम्मो य समण - धम्मो य । बारस-विहो गिहीणं समणाणं दस - विहो होइ ।। 3 पंचाणुव्वय - जुत्तोति - गुणव्वय-भूसिओ सचउएसो दुवालस-विहो गिहि-धम्मो मूल-सम्मत्तो ।। 5 खंती य मद्दवज्जव - मुत्ती-तव-संजमे य बोद्धव्वे । सच्चं सोयं आकिंचणं च बंभं च जइ धम्मो ||
7 इय एयं चिय अइवित्थरेण अह तम्मि पोत्थए लिहियं । वाएऊणं मुंचइ भत्तीऍ पुणो रयण- पीढे ।।
9 णमिऊण य जिणवरे णीहरिओ देवहरयाओ । पुणो जहासुहं भोए भुंजिरं पयत्तो पउमप्पभो देवो त्ति । एवं थोएसु चेय दियहेसुं वच्चमाणेसु माणभडो वि जहा11 समयं पालेऊण आराहिऊण जिण - णमोक्कारं तेणेय कमेण तम्मि चेय विमाणे अणेय-जोयण- लक्ख- वित्थरे देवो उववण्णो । तस्स वि सा चेवावत्था, णवरं 13 पुण णामं पउमवरो त्ति । तओ केण वि कालंतरेण जहा -संजम - विहीए आउयकम्म- णिज्जरणे उप्पण्णो तम्मि चेय विमाणे मायाइच्चो वि, वरं पुण
15 पउमसारो त्ति । तओ ताणं पि दियहाणं परिवालिय- संजमो सो वि मरिऊण चंडसोमो वि उप्पण्णो तम्मि चेय विमाण - वरे, णवरं से पुण णामं पउमचंदो 17 त्ति । तओ केसुइ दियहेसु कय-सामाइय-कम्मो मरिऊण मोहदत्तो तम्मि चेय
विमाणवरे उववण्णो, णवर से णामं परमकेसरो त्ति । तओ एवं च ते पंच वि 19 जणा पउम-विमाणुप्पण्णा सम - विभव - परिवार - बल-पोरुस-प्पभावा-उया अवरोप्परं च महा-सिणेह - परा जाणंति जहा कय-संकेय त्ति । एवं वच्चइ कोइ 21 कालो । एत्थंतरम्मि
सुर-सेणावइ-तालिय-घंटा-रावुच्छलंत-पडिसद्दं ।
P
3) P य चउ for सचउ. 4) P गिहधम्मो . 5) P बोधव्वे. 6) P आलिंबणं for अकिंचणं. 8) P om. अउ, P मुच्चउ. 9) Pom. य. 10) J पउमप्पहो, P एयं, P दियह for दियहेसुं. 11) P तेणय. 12 ) P सा चेय ववत्था. 13) P पुणा for पुण, J पउमीरुत्ति P पउमवरो त्ति, P केणावि, P संजमविही आ०. 15) P inter. पउमवरो (for पउमसारो) and से णामं, J पउमसारो added on the margin, J P ति, काणं for ताणं. 16) P चेव, P उण, J पउमचंडो. 18 ) P उप्पण्णो, P सिण्हह for सिणेह, P तहा for जहा, P के वि for कोउ. 22 ) J सेणाव, P घंटारयणुच्छ॰.
Pom.
.से. 20)
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(१७७) 1 पडिसद्द-पोग्गलुग्घाय-घट्टणाचलिय-सुर-घंटं ।।
घंटा-रव-गुंजाविय-वज्जिर-सुर-सेस-विसर-आउज्जं । 3 आउज्ज-सद्द-संभम-सहसा-सुर-जुवइ-मुक्क-हुंकारं ।।।
हुंकार-सवण-विम्हिय-दइया-मुह-णिमिय-तियस-तरलच्छं । 5 तरलच्छ-दसणुप्पित्थ-भग्ग-गंधव्व-गीय-रवं ।।।
गीय-रव-भंग-णासिय-ताल-लउम्मग्ग-णच्चिरच्छरसं । 7 अच्छरसायण-संखुहिय-कलयलाराव-रविय-दिसियक्कं ।।
इय ताण सहस च्चिय आसण-कंपो सुराण भवणेसु । 9 उच्छलिय-बहल-बोलो जाओ किं-किंचि पडिसहो ।। ___ पुच्छियं च णेहिं सुरवरेहिं 'भो भो किमयं' ति । 11 तओ तेहिं विण्णत्तं पडिहारेहिं । ‘देव,
जंबुद्दीवे भरहे दाहिण-मज्झिल्लयम्मि खंडम्मि । 13 तम्मि य धम्म-जिणिंदो विहरइ उप्पण्ण-णाणवरो ।।
ता तस्स समवसरणे गंतव्वं तिअस-वंद-सहिएण । 15 सुरणाहेण समं चिय भत्ति-भरोणमिय-सीसेण ।। ___ तं च सोऊण कयं सव्वेहिं चेय सुर-वरेहिं णमो भगवओ सुधम्म-धम्मस्स 17 जिणस्स' त्ति । तं च काऊण पयट्टा सुरिंद-पमुहा सुरवरा । कह य । अवि य,
सहसुद्धाइय-रहवर-बहु-जाण-विमाण-रुद्ध-गयणवहं । 19 परितुट्ठ-तियस-कलयल-हरिस-वसुम्मुक्क-बोल्लिक्कं ।।
तियसिंद-पोढ-विलया-विलास-गिजंत-मंगलुग्गीयं । 21 अवसेसच्छरसा-गण-सरहस-णच्वंत-सोहिल्लं ।
रयण-विणिम्मिय-णेउर-चलमाण-चलंत-किंकिणी-सदं । ___ 1)P पोग्गलग्घाय, Jadds सेस before चलिय. 2) P गुंजाविया. 4) P adds रव before सवण, J समण for सवण, निहिय for णिमिय. 5) P •णुप्पिच्छगंधव्व, P reapeats गीयरवं. 6) P भंगाणसिरतालजूमग्गणचिर०, J •रच्छरयं. 7) P सुहं य for संखुहिय, P दियक्कं. 9) P उच्छलियहलापोला, P किंतिपडिसद्दा. 13) Jणाणधरो. 14) J गंतव्वन्तिअस, P तिअमरवंद्र. 15) P समयं चिय. 16) P चेव, P सुहंमधमंजिणस्स. 17) P प्पमुहा, P कयहा for कह य. 22) P om. हरिसवसुम्मुक्कबोल्लिक्कं etc. to उक्कुट्ठिसीहणायं, P reapeats कलयल.
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(१७८) 1 वर-संख-पडह-भेरी-झल्लिरि-झंकार-पडिसदं ।।
णारय-तुंबुरु-वीणा-वेणु-रवाराव-महुर-सद्दालं । 3 उक्कुट्ठि-सीह-णायं कलयल-सदुच्छलंत-दिसियक्कं ।। ___इय एरिस-हलहलयं जिणिंदयंदस्स समवसरणम्मि । 5 वच्चंति हिट्ठ-तुट्ठा अंगेसु सुरा अमायंता ।।
संपत्ता य चंपा-पुरवरीए । 7 (१७८) भणिओ य तियसिंदो पउमसारेणं तियसेण । 'देव, जइ तुब्भे
अणुमण्णह, ता अहं चेय एक्को सामिणो धम्म-जिणस्स समवसरणं विरएमि' 9 त्ति । भणियं च वासवेणं देवाणुप्पिया, एयं होउ' त्ति । भणियमेत्ते किं जायं
ति । अवि य । 11 सहस च्चिय धरणियले उद्धावइ मारुओ धमधमस्स ।
खर-सक्कर-तण-सय-रेणु-णासणो जोयणं जाव ।। 13 पवणुद्धय-रय-संताव-णासणो सुरभि-गंध-रिद्धिल्लो ।
अद्दिठ्ठ-मेह-मुक्को णिवडइ जल-सीयल-तुसारो ।। 15 मयरंद-बिंदु-णीसंद-लुद्ध-मुद्धागयालि-हलबोलो ।
वेंट-ट्ठिय-सुर-पायव-कुसुमुक्केरो पडइ तत्तो ।। 17 तो तस्स परियरेणं णाणा-मणि-रयण-किरण-संवलियं ।
बद्ध-सुर-चाव-सोहं पायार-वरं विणिम्मवियं ।। 19 तस्स य बाहिं सहसा बीयं वर-तियस-कणय-णिम्मवियं ।
रयणुजोविय-सिहरं रइयं तियसेण पायारं ।। 21 थोवंतरेण तस्स य कल-धोय-मयं फुरंत-कंतिल्लं ।
उत्तुंग-सिहर-राहं सहसा तइयं पि पायारं ।।
4) P जिणिंदइंदस्स. 5) P हट्टतुट्ठा. 6) P om. य. 7) P om. य, P om. तियसेण. 8) P चेव. 11) P मासुओ. 12) P खरविक्कम, P जोयणे. 13) P रव for रय, P णासणासुरहि. 14) J P अदिट्ठ. 15) P चंद्र for बिंदु. 16) P बेंदु for वेंट. 17) P परियणेणं, P om. किरण. 18) P चावसाहं पायारतयं. 19) P बोहिं, P दुउयं for बीयं, P adds कण before कणय. 20) P पागारं. 21) P कंतिल्ले.
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(१७८) 1 अह तुंग-कणय-तोरण-सिहरोवरि-चलिर-धयवडाइल्लं ।
मणि-घडिय-सालभंजिय-सिरि-सोहं चामरिंद-सुहं ।। 3 वर-मणि-वराल-वारण-हरि-सरह-ससेहिँ संवराइण्णं ।
महमहमहेत-धूयं वण-माला-रुइर-लंबिर-पलंबं ।। 5 वर-वेजयंति-सोहं मुत्ताहल-रुइर-दीहरोऊलं ।
तक्खण-मेत्तेणं चिय विणिम्मियं दार-संघायं ।। 7 वर-कणय-पउम-राढा वियसिय-कंदोट्ट-कुसुम-चेंचइया ।
अच्छच्छ-वारि-भरिया रइया दारेसु वावीओ ।। 9 पवणुव्वेल्लिर-पल्लव-वियसिय-कुसुम-सुरहि-गंधाई ।
वर-चूय-चंपयासोय-सार-गरुयाइँ य वणाई ।। ।। एयस्स मज्झयारे रइयं देवेण मणिमयं तुंगं ।
कंचण-सेलं व थिरं वरासणं भुवण-णाहस्स ।। 13 तत्तो पसरिय-किरणं दित्तं भामंडलं मुणिवइस्स ।
वर-दुंदुही य दीसइ वर-सुर-कर-ताडिया सहसा ।। 15 कोमल-किसलय-हारं पवणुव्वेल्लंत-गोच्छ-चेंचइयं ।
बारस-गुण-तुंगयर असोग-वर-पायवं रम्मं ।। तत्तो वि फलिह-मइयं तिहुयण-सामित्तणेक्क-वर-चिंधं ।
चंदावलि व्व रइयं छत्त-तियं धम्मणाहस्स ।। 19 पासेहिँ चामराओ सक्कीसाणेहिँ दो वि धरियाओ ।
उक्कुट्ठि-सीह-णाओ णिवडंति य दिव्व-कुसुमाई ।। 21 एत्यंतरम्मि भगवं पुव्वद्दारेण पविसए धम्मो ।
तियस-पउमावलीए ठावंतो पाय-पउमाई ।।
1) P चलियधय. 2) P चावरिंद. 3) P ससिहिं. 4) P रइय for रुइर. 7) P कणयपोमराहा. 8) P reapeats रइया, J वाईओ. 9) P पवणुवेल्लिर. 10) P धूय for चूय. 11) देवेण मयं. 14) P साहसा for सहसा. 15) P राहं for हारं. 16) J जिण for गुण. 20) P उक्कट्ठिसीहनीहो, P adds वहंति before य. 22) P ठावंते.
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(१७८)
1 अह पविसिऊण भगवं चेइय-रुक्खं पयाहिणं काउं ।
णिसियइ पुव्वाभिमुहो थुव्वंतो तियस-णाहेहिं ।। 3 तत्तो णिमियस्स य से जाया पडिरूवया तिय-दिसासु ।
जिणवर-सरिसा ते च्चिय तस्सेव पभावओ जाया ।। 5 तो तस्स दाहिणेणं णमिउं तं चेय ठाइ गणहारी ।
तस्साणुमग्ग-लग्गा केवलिणो सेस-साहू य ।। 7 तत्तो विमाण-देवी समणी-सहियाउ ठंति अण्णाओ।
बहु-जणवय-सय-कलियं तहा वि रुंद ति पडिहाइ ।। 9 कत्थइ विमाण-देवा कत्थइ भवणाण सामिणो होति ।
कत्थइ जोइसिय च्चिय वंतर-देवा य अण्णत्थ ।। 11 कत्थइ य वंतरीओ कत्थइ देवी जोइसाण तु ।
कत्थइ णायर-लोओ कत्थइ राया सुरवरिंदो ।। 13 अवरोप्पर-वेर-विवज्जियाइँ सयलाइँ सावय-गणाई ।
पायारंतर-परिसट्ठियाइँ चिटुंति णिहुयाई ।। 15 एवं जोयण-मेत्ते धम्म-जिणिंदस्स समवसरणम्मि ।
अजंतणे अविकहे वेर-विमुक्के भय-विहीणे ।। 17 अह भाणिउं पयत्तो जोयण-णीहारिणी' वाणीए ।
गंभीर-महुर-घोसो णमोत्थु तित्थस्स वयणमिणं ।। 19 इय भणियम्मि समं चिय सव्वे वि सुरिंददणुवइप्पमुहा ।
कर-कमल-मउलि-सोहा पणया देवा जिणिंदस्स ।। 21 अह सुर-णर-तिरिएसु य सण्णी-पंचिंदिएसु सव्वेसु ।
परिणमइ सभासाए एक्कं चिय सव्व-सत्तेसु ।।
1) P अह विसि०, P चेतियरुक्खं. 2) P वुत्तंतो for थुव्वतो. 3) P ततो. 4) J विय for च्चिय, P तस्सेय पहावओ. 5) P नमियं. 8) J रुंदं व्व पडि०. 9) J विमाणा, P भवणाण वासिणो होइ. 11) P देवीइ. 14) J संठियाई P संट्ठियाइं. 15) P जोव्वणमेत्ते. 16) P य विकहे for अविकहे. 22) P परिणवइ सहासवे एक्क च्चिय सव्वसत्थेसु.
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(१७९) 1 जह बुज्झइ देव-गुरू सयल-महासत्थ-वित्थरुप्फालं ।
णउलाई वि तह च्चिय वियप्प-रहियं जिणाणं ति ।। 3 (१७९) इमाए उण एरिसाए वाणीए सयल-सुरासुर-णर-तिरियामय-पाण
सरिसाए किं भणिउं पयत्तो भगवं धम्म-जिणिंदो । 5 लोयम्मि अत्थि जीवो अत्थि अजीवो वि आसवो अत्थि ।
अत्थि य संवर-भावो बंधो वि य अत्थि जीवस्स ।। 7 अत्थि य णिज्जरणं पि य मोक्खो वि य अत्थि णवर जीवाण ।
धम्मो वि अत्थि पयडो अत्थि अहम्मो वि लोयम्मि ।। 9 सद्दव्व-खेत्त-कालाभावेहि य अत्थि अप्पणो सव्वं ।
पर-दव्व-खेत्त-कालाभावेहि य णत्थि सव्वं पि ।। 11 जइ वि ण घेप्पइ जीवो अप्पच्चक्खो सरीर-मज्झम्मि ।
तह वि अणुमाण-गम्मो इमेहिँ लिंगेहिँ णायव्वो ।। 13 उग्गह-ईहापूहा-मग्गण तह धारणा य मेहा य ।
बुद्धी मई वियक्का विण्णाणं भावणा सण्णा ।। 15 अक्खेवण-उक्खेवण-आउंच-पसारणा य गमणं च ।
आहार-भसण-दसण-पढण-वियारा बहु-वियप्पा ।। 17 एयं करेमि संपइ एयं काहामि एस-कालम्मि ।
एयं कयं ति-काले तिण्णि वि जो मुणइ सो जीवो ।। 19 सो य ण सिओ ण कण्हो ण य रत्तो णेय णील-कावोओ ।
देहम्मि पोग्गल-मए पावइ वण्णक्कम णवरं ।। 21 ण य दीहो ण य तंसो ण य चउरंसो ण वट्ट-हंडो वा ।
कम्मेण देहत्थो संठाण पावए जीवो ।।
3) P om. वाणीए. 4) P पयात्तो. 5) P लोअंमि य अत्थि. 6) P ।। अत्थि जीवस्स । अत्थि निज्जरणं पि यामोक्खो. 8) P सुहमोय for अहम्मो वि. 9) P कालाभावे च्चिय अत्थि. 11) P जीवो इय पच्चक्खो. 14) P विअप्पा for वियक्का. 15) J आउंट. 16) P हसण for भसण, J सद्दण for दसण, P वितारा. 19) P किण्हो , P नीय for णील.
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1 ण य सीयलो ण उण्हो ण य फरुसो णेय कोमलप्फरिस । गुरु-लहु-सिणिद्ध-भावं वच्चइ देहम्मि कम्मेणं ।।
3
ण य अंबिलोण महुरो ण य तित्तो कडु - कसाय - लवणो व्व । दुरही-सुगंध-भावं वच्चइ देहस्स मज्झ-गओ
5
9
ण यसो घडवड-रूवो अच्छइ देहस्स मज्झयारम्मि । णय होइ सव्व-वावी अंगुट्ठ - समो वि य ण होइ ।। णिय-कम्म-गहिय-पोग्गल-देह-पमाणो परोप्पराणुगओ । ह - दंत-केस - वज्जो सेस - सरीरम्मि अवि भावो || जह किर तिलेसु तिल्लं अहवा कुसुमम्मि होइ सोरब्भं । अण्णोण्णाणुगयं चिय एवं चिय देह - जीवाणं ।। जह देहम्मि सिणिद्धे लग्गइ रेणू अलक्खिओ चेय । रायद्दोस - सिणिद्धे जीवे कम्मं तह च्चेय ।। जह वच्चंते जीवे वच्चइ देहं पि जत्थ सो जाइ । तह मुत्तं पिव कम्मं वच्चइ जीवस्स णिस्साए || जह मोरो उड्डीणो वच्च घेत्तुं कलाव - पब्भारं । तह वच्चइ जीवो विहु कम्म-कलावेण परियरिओ ||
जह कोइ इयर-पुरिसो रंधेऊणं सयं च तं भुंजे । तह जीवो विसयं चिय काउं कम्मं सयं भुंजे ||
जह वित्थिण्णम्मि सरे गुंजा-वायाहओ भमेज्ज हढो । तह संसार-समुद्दे कम्माइद्धो भमइ जीवो ।।
जह वच्चइ को विणरो णीहरिउं जर घराउ णवयम्मि । तह जीवो चइऊणं जर-देहं जाइ देहम्मि ।।
7
11
13
15
17
19
21
(१७९)
4 ) J सुअंध. 5 ) P विड for वड. 6) P य न वि for वि य ण. 7) P परोप्पणुगओ. 8) P केसविज्जो से सरीरंमि, J भाओ. 9) P कुसुमेसु देइ सोरंभं. 10) P एयं चिय जीव देवाणं. 11 ) P सिणिद्धो, P अलक्खेओ. 12 ) P सणिद्धे. 13) P जायइ. 14) J पिविकम्मं. 15) P कलावभारं पि. 16) P य for हु, J विहु विहिकम्मकलावपरि॰. 17) J रद्धेऊणं P रंधेसंऊणं. 19) P हडो. 20) P भइ for भमइ. 21) J कोइ णरो, J नवयंति, P नवतंमि जं किं चि जह दीवो चऊरुणं जह देहं .
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(१७९) 1 जह रयणं मयण-सुगूहियं पि अंतो-फुरंत-कंतिल्लं ।
इय कम्म-रासि-गूढो जीवो वि हु जाणए किंचि ।। 3 जह दीवो वर-भवणं तुगं पिहु-दीहरं पि दीवेइ ।
मल्लय-संपुड-छूडो तत्तिय-मेत्तं पयासेइ ।। 5 तह जीवो लक्ख-समूसियं पि देहं जणेइ सज्जीवं ।
पुण कुंथु-देह-छूढो तत्तिय-मेत्तेण संतुट्ठो ।। 7 जह गयणयले पवणो वच्चंतो णेय दीसइ जणेण ।
तह जीवो वि भमंतो णयणेहि ण घेप्पइ भवम्मि ।। 9 जह किर घरम्मि दारेण पविसमाणो णिरुंभई वाऊ ।
इय जीव-घरे रुंभसु इंदिय-दाराइं पावस्स ।। 11 जह डज्झइ तण-कट्ठ जाला-मालाउलेण जलणेण ।
तह जीवस्स वि डज्झइ कम्म-रयं झाण-जोएण ।। 13 बीयंकुराण व जहा कारण-कज्जाइँ णेय णज्जति ।
इय जीव-कम्मयाण वि सह-भावो णंत-कालम्मि ।। 15 जह धाऊ-पत्थरम्मि सम-उप्पण्णम्मि जलण-जोएहिं ।
डहिऊण पत्थर-मलं कीरइ अह णिम्मलं कणयं ।। 17 तह जीव-कम्मयाणं अणाइ-कालम्मि झाण-जोएण ।
णिज्जरिय-कम्म-किट्टो जीवो अह कीरए विमलो ।। 19 अह विमलो चंदमणी झरइ जलं चंद-किरण-जोएण ।
तह जीवो कम्म-मलं मुंचइ लभ्रूण सम्मत्तं ।। 21 जह सूरमणी जलणं मुचइ सूरेण ताविओ संतो ।
तह जीवो वि हु णाणं पावइ तव-सोसियप्पाणो ।।
1)P रयणमयणसुगूहियंमि. 2) P रासिमूढो, P वि न याणएइ, P om. किंचि ।। जह दीवो etc. to पि देहं जणेइ. 3) J जीवो for दीवो. 9) P दारे पविस्समाणो, P वाओ. 12) P ज्झाणजोगेण. 13) P बीयंकुराव जाव हा कारण. 15) J धाउ P धाओ, J पत्थरमी, J उप्पण्णं पि. 17) P अणावि काले वि ज्झाणजोगेहिं. 18) P जीवो अह कीरइ अह निम्मलं कणयं, P reapeats तह जीवकम्मयाणं etc. to अह कीरए विमलो. 19) J जह for अह, J सरइ for झरइ, P किरणसंगेण. 22) P नाणं पवइ तह सोसि०.
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(१७९) 1 जह पंक-लेव-रहिओ जलोवरिं ठाइ लाउओ सहसा ।
तह सयल-कम्म-मुक्को लोगग्गे ठाइ जीवो वि ।। 3 इय जीव-बंध-मोक्खो आसव-णिज्जरण-संवरे सव्वे ।
केवलणाणीहिँ पुरा भणिए सव्वेहि वि जिणेहिं ।। 5 एवं च देवाणुप्पिया।
लोयम्मि के वि सत्ता विसउम्मत्ता वहम्मि आसत्ता । 7 मरिऊण जंति णरयं दुक्ख-सयावत्त-पउरम्मि ।।
णाणावरणुदएणं कम्मेणं मोहणीय-पउरेणं । 9 अट्ट-वसट्टा अण्णे मरिऊणं थावरा होति ।।
मय-लोह-मोह-माया-कसाय-वसओ जिओ अयाणतो । मरिऊण होइ तिरिओ णरय-सरिच्छासु वियणासु ।।
को इत्थ होइ देवो विमाण-वासी य वंतरो अण्णो । 13 अण्णो भवण-णिवासी जोइसिओ चेव तह होइ ।।
माणं णिरंभिऊणं तवं च चरिऊण जिणवराणाए । 15 कोइ तहिं चिय जीवो तियसिंदो होइ सग्गम्मि ।।
अण्णे गणहर-देवा आयरिया चेव होंति अण्णे वि । 17 सम्मत्त-णाण-चरणे जीवा अण्णे वि पावंति ।।
सयल-जय-जीव-वित्थर-भत्ति-भरोणमिय-संथुयप्पाणो । 19 भव्व-कुमुयाण ससिणो होति जिणिंदा वि के वि जिया ।।
अण्णे मोहावत्तं दुह-सय-जल-वीइ-भंगुर-तरंग । 21 तरिऊण भव-समुदं जीवा सिद्धिं पि पावंति ।।
तम्हा करेह तुब्भे तव-संजम-णाण-दसणेसु मणं ।
1) P पंकिलेव, P जालोवरिगइलाउओ. 2) P क्कम for कम्म. 3) P adds य after इय. 4) J मि for वि. 6) J विसयुम्मत्ता, P सहमि for वहम्मि. 8) P reapeats मोह. 9) P होति for होइ. 13) P चेव तव होया. 14) P माणं निसुंमिऊणं. 15) J कोवि तहिं. 16) P inter. होंति & चेव. 18) P संठ्यप्पाणो. 19) P व for वि (first). 21) J पाविंति. 22) P तुम्हा for तम्हा.
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(१८०) 1 कम्म-कलंक-विमुक्का सिद्धि-पुरं जेण पावेह ।।
तओ पणया सव्वे वि वासवप्पमुहा देव-दाणव-गणा भणिउं च पयत्ता । 'अहो, 3 भगवया कहिया जीवादओ पयत्था । साहिओ जीवो, परूवियाई जीव-धम्माइं ।
पण्णवियं बंध-णिज्जरा-मोक्ख-भावं' ति । 5 (१८०) एत्थंतरम्मि कहतरं जाणिऊण विरइयंजलिउडेण पुच्छिओ भगवया
गणहर-देवेण धम्म-जिणवरो । ‘भगवं, इमीए स-सुरासुर-णर-तिरिय-सय7 सहस्स-संकुलाए परिसाए को पढमं कम्मक्खयं काऊण सिद्धि-वसहिं पाविहइ'
त्ति । भगवया भणियं । ‘देवाणुप्पिया, 9 एसो जो तुह पासेण मूसओ एइ धूसरच्छाओ ।
संभरिय-पुव्व-जम्मो संविग्गो णिब्भर-पयारो ।। 11 मह दसण-परितुट्ठो आणंद-भरंत-बाह-णयणिल्लो ।
तड्डविय-कण्ण-जुयलो रोमंचुच्चइय-सव्वंगो ।। 13 अम्हाणं सव्वाण वि पढमं चिय एस पाव-रय-मुक्को ।
पाविहइ सिद्धि-वसहिं अक्खय-सोक्खं अणाबाहं ।।' 15 एवं च भगवया भणिय-मेत्ते सयल-णरिंद-वंद्र-तियसिंद-दणुवइ-पमुहस्स __तियस-वलिय-वलंत-कोउय-रहस-वस-वियसमाणाई णिवडियाइं रण्णुदुरस्स 17 उवरि दिट्ठि-माला-सहस्साई । सो य आगंतूण भत्ति-भर-णिब्भरो भगवओ
पायवीढ-संसिओ महियल-णिमिउत्तमंगो किं किं पि णिय-भासाए भाणिउं 19 पयत्तो । भणियं च तियस-णाहेण । ‘भगवं, महंतं मह कोऊहलं जं एस
सव्वाहम-तुच्छ-जाईओ कोमल-वालुया-थली-बिल-णिवास-दुल्ललिओ 21 रण्णुदुरो सव्वाणं चेय अम्हाणं पढमं सिद्धि-पुरि पाविहिइ त्ति । कहं वा इमिणा ___ थोव-कम्मेण होइऊण एसा खुद्द-जाई पाविय' त्ति ।
1) J सिद्धिपुरिं, P पाविहिति for पावेह. 2) P adds या before सव्वे, P देवादाणव, P om. च. 3) J जीवातिओ P जीवादयो. 4) P मोक्खो भावं. 5) P विरइ अंजलिणा. 7) P पाविहित्ति. 8) J देवाणुपिया. 9) P एय for एइ, Jom. धूसरच्छाओ. 11) P भणंतबाहु. 13) P पढमचिय. 14) P पाविहिसि, J सिद्धिवसई, P सोक्खो अणाबाहिं. 15) J वंद for वंद्र, J प्पमुहस्स. 16) P ति for तियस, P वियसमणाई, P रन्नंदुरस्स. 17) P दिट्ठी. 18) P पायपीढं, P महियलनिउत्त०, P om. one किं, P नियय. 19) P कोउहल्लं. 20) P जाइओ, P थलिनिवास. 21) P रणदुरो, P inter. अम्हाणं & चेय, P सिद्धिफलं पुरिं, J पाविहि त्ति. 22) P थोय for थोव, P होइऊणा, P खुड्ड, जाई.
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(१८१) 1 (१८१) भगवया भणियं । ‘अत्थि विंझो णाम महीहरो । तस्स कुहरे __ विझवासो णाम संणिवेसो विसमंतो य । तत्थ पच्चंतिओ महिंदो णाम राया । 3 तस्स तारा णाम महादेवी । तीए पुत्तो ताराचंदो अट्ठ-वरिस-मेत्तो । एयम्मि
अवसरे छिड्डण्णेसिणा बद्ध-वेराणुसएण कोसलेण रण्णा ओक्खंद दाऊण भेल्लियं 5 तं संणिवेसं । तहिं णिग्गदो महिंदो, जुज्झिउं पयत्तो, जुझंतो य विणिवाइओ। तओ हयं सेण्णं अणागयं तो पलाइउं पयत्तं, सव्वो य जणो जीव-सेसो 7 पलाणो । तत्थ तारा वि महादेवी तं पुत्तं ताराचंदं अंगुलीए लाइऊण जणेण
समयं पलायमाणी य भरुयच्छं णाम णयरं तत्थ संपत्ता । तओ तत्थ वि ण9 याणए कस्स सरणं पवजामो । ण कयाइ वि कस्सइ अणिमित्तु थुइंकियं मुहं
दिळं खलयणस्स । तओ तण्हा-छुहा-परिस्समुव्वेय-वेवमाण-हियया कत्थ 11 वच्चामि, कत्थ ण वच्चामि, किं करेमि, किं वा ण करेमि, कत्थ पविसामि,
किं पुच्छामि, किं वा आलवामि, कहं वा वट्टियव्वं' ति चिंतयंती तरला सुण्णा 13 रण्ण-कुरंग-सिलिंबी विय अहिणव-प्पसूया णियय-जूह-भट्ठा वुण्ण-कायर___ हियविया एक्कम्मि णयर-चच्चर-सिव-मंडवे पविसिउं पयत्ता । खणेण य 15 गोयरग्ग-णिग्गयं साहुणीणं जुवलयं दिट्ठ । तं च दटूण चिंतियं तीए । 'अहो,
एयाओ साहणीओ महाणुभागाओ धम्म-णिरयाओ वच्चंतीओ य पुरा मम 17 पेइयम्मि पूयणिज्जाओ। तत्थ ता इमाओ जइ परं मह सरणं काऊण अम्हारिसाण ___ गई' त्ति चिंतयंती पुत्तं अंगुलीए घेत्तूण समुट्ठिया, वंदियाओ णाए साहुणीओ 19 । आसीसिया य ताहिं, साणुणयं च पुच्छिया ‘कत्तो सि आगया'। तीए भणियं
‘भयवइओ विंझपुराओ । ताहिं भणियं कस्स पाहुणीओ' । तओ तीय भणियं 21 ‘इमं पि ण-याणामि' त्ति । तओ तीय रूव-लायण्ण-लक्खणादिसयं पेच्छंतीहिं __तं च तारिसं कलुणं भासियं सोऊण अणुकंपा जाया साहुणीणं । ताहिं भणियं
___1) P महिहरो, J कुलहरे for कुहरे. 2) J adds महा before संणिवेसो. 3) J तीय. 4) P छिदुमेसेणा, J ओखंद. 5) P से for तं, P सनिव्वेस, P निग्गओ, P om. य. 6) J पयत्तो, P जीयसेसो. 7) P जाणेण for जणेण. 9) P अणुमित्तथुडंकियं. 10) P •मुव्वेवमाण, J वेअमाणहिअविआ. 11) P om. कत्थ ण वच्चाभि किं करेमि, P om. ण before करेमि. 12) P आलसामि, Jom. तरला, P तरलारन्नकुरंगिसिलिंगी विय. 13) P पसूया. 15) P चिंतयंतीए. 16) P वच्चंतीय. 17) P पूणिजाओ, P om. ता, P अम्हारिसा गइ त्ति चिंतयतीए पोत्तं. 18) P तीए ताहिं भणियं धम्मलाभो त्ति for णाए साहुणीओ । आसीसिया य ताहिं. 19) साणुणयं च, J तीय for तीए. 20) P भयवईओ. 21) J ताहिं for तीय, P इमंमि न याणमि । तओ, P रुयलावण्णलक्खणाइसयं पेच्छयंतीहिं. 22) P भाणियं, P जाया जुणीणं.
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(१८२)
1 'जइ तुह इह णयरे कोइ णत्थि, ता एहि पवत्तिणीए पाहुणी होहि'। तीए वि
'अणुग्गहो' त्ति भणतीए पडिवण्ण । गंतु च पयत्ता । मग्गालग्गा दिट्ठा य 3 पवत्तिणीए, चिंतियं च णाए 'अहो, इमाए वि आगितीए एरिसा आवइ' त्ति ।
तओ असरिस-रूव-जोव्वण-लायण्ण-लक्खण-विलासेहिं लक्खियं पवत्तिणीए 5 जहा का वि राय-दारिय त्ति । इमो य से अइसुंदरो पासे पुत्तओ त्ति । तीए वि __ उवगंतूण वंदिया पवत्तिणी । आसीसिया, तीय पुच्छिया य ‘कत्तो आगया । 7 साहियं च णियय-वुत्तत्तं पवत्तिणीए । तओ सेजायर-घरे समप्पिया । तेहिँ वि
णियय-धूय व्व विगय-समा सा कया । सो वि रायउत्तो अब्भंगिउव्वत्तिय9 मज्जिय-जिमिय-विलित्त-परिहिओ कओ, सुह-णिसण्णो य । भणिया
पवत्तिणीए ‘वच्छे, किं संपयं तए कायव्वं' ति । तीए भणियं ‘भयवइ, जो 11 मह णाहो सो रणम्मि विणिवाइओ । विणटुं विंझपुरं । णट्ठो परियणो । चंडो ___ कोसल-णरिंदो । बालो पुत्तो अपरियणो य । ता णत्थि रज्जासा । अह उण 13 एत्थ पत्त-कालं तं करेमि, जेण पुणो वि ण एरिसीओ आवईओ पावेमि त्ति ।
सव्वहा तुम जं आदिससि तं चेय करेमि' त्ति । तओ पवत्तिणीए भणियं । 15 ‘वच्छे, जइ एवं ते णिच्छओ, तओ एस ताराचंदो आयरियाणं समप्पिओ,
तुम पुण अम्हाणं मज्झे पव्वयाहि त्ति । एवं कए सव्वं संसार-वास-दुक्खं छिण्णं 17 होहिइ' त्ति । तीए वि तह' त्ति पडिवण्णं । समप्पिओ ताराचंदो भगवओ ___ अणंत-जिणवर-तित्थे अणुवत्तमाणे सुणंदस्स आयरियस्स । तेण वि जहा19 विहिणा पव्वाविओ।
(१८२) तओ किंचि कालंतरं अइक्कतं जोव्वण-वस-विलसमाण-रायउत्त21 सहावो खग्ग-धणु-जंत-चक्क-गंधव्व-पट्ट-वाइय-विलासो उम्मगं काउमाढत्तो।
तओ पण्णविओ आयरिएणं, भणिओ गणावच्छेएण, सासिओ उवज्झाएण, ____1) P om. इह, P होह, J तीय. 2) J भणंतीय, P लग्गा विठ्ठायी पवित्तिणी. 3) P om. वि, P अगीतीए, P अवत्थ for आवइ. 4) P विलासाए, P पवित्तिणीए. 5) P रायादारिय, P अमोसे for इमो य से, दाओ for पुत्तओ, J तीय for तीए, P om. वि. 6) P पवित्तिणी य धमलाहिया । तीय. 7) J णिअयं, J पवित्त (त्ती?) णीए P पवित्तिणीए, P सेजायर, P om. वि. 8) P सायर दिट्ठा for विगयसमा सा कया, P अब्भंगिय. 9) P सुयनिसन्ना. 10) P repeats वत्तिणीए before वच्छे, J तीय for तीए. 11)P विज्झपुरं. 13) P पत्तयालन्तं, P om. ण after वि, J आवइओ, P adds न before पावेमि. 14) P आइससि, P om. चेय, J पवत्तिणीय. 15) P तो for ते, J समप्पीयदु P समुप्पिओ. 17) P होहिति, J तीय for तीए, P पडिसन्नं. 18) P अणंतइ, P अणुव्वट्टमाणे, P तेणावि. 20) J तओ कंचि, P विलासमाण. 21) J धणुचक्क, P वातिय. 22) P गणावच्छेआएण सासिया, P om. उवज्झाएण संणविओ etc. to अवसरे आयरिया.
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(१८२)
1 संणविओ साहुयणेण । एवं च चोइज्जमाणो य ईसि - परिणाम-भंगं काउमाढत्तो । एत्थ य अवसरे आयरिया बाहिर - भूमिं गया । सो य मग्गओ गओ । तत्थ य 3 अच्छमाणेणं वणत्थलीए रण्णुंदुरा कीलंता दिट्ठा । तओ चिंतियं णेणं । ‘अहो, धण्णा इमे, पेच्छ खेलंति जहिच्छाए, फरुसं णेय सुर्णेति, णेय पणमंति, वियरंति 5 हियय-रुइयं । अव्वो रण्णुंदुरा धण्णा । अम्हाणं पुण परायत्त-जीवियाणं मयसमं जीवियं, जेण एक्को भणइ एयं करेहि, अण्णो पुण भणइ इमं करेहि, इमं 7 भक्खं इमं चाभक्खं, इमं पियसु इमं मा छिवसु, एत्थ पायच्छित्तं, एयं आलोएसु, विणयं करेसु, वंदणं कुणसु, पडिक्कमसु त्ति । ता सव्वहा एक्कं पि 9 खणं णत्थि ऊसासो त्ति । तेण रण्णुंदुरा धण्णा अम्हाहिंतो' ति चिंतयंतो वसई उवगओ । तं च तारिसं णियाण सल्लं ण तेण गुरूणं आलोइयं, ण णिदियं, 11 पायच्छित्तं चिण्णं । एवं च दियहेसु वच्चंतेसु अकाल- मच्चूए मरिऊण णमोक्कारेणं जोइसियाणं मज्झे किंचि - ऊण-पलियाउओ देवत्ताए उववण्णो । 13 तओ तत्थ एसो भोए भुंजिऊण एत्थ चंपाए पुव्वुत्तरे दिसा - भाए मोरुत्थलीए
ण
थलीए रण्णुंदुर-कुले एक्काए रण्णुंदुर - सुंदरीए कुच्छिंसि उववण्णो । तत्थ य 15 जाओ णियय-समएणं, कमेण य जोव्वणमणुप्पत्तो । तत्तो अय-रण्णुंदुर
सुंदरी-वंद्र - परियरिय-मंदिरो रममाणो अच्छिउं पयत्तो । तओ कहिंचि बाहिरं 17 उवगयस्स समवसरण-विरयण - कुसुम - वुट्ठि - गंधो आगओ । तेण य अणुसारेण अणुसरंतो तहाविह-कम्म- चोइज्जमाणो य एत्थ समवसरणे संपत्तो, सोउं च 19 समाढत्तो मह वयणं । सुर्णेतस्स य जीवाइए पयत्थे पेच्छंतस्स य साहुहू-लोयं तहाविह-भवियव्वयाए ईहापूह - मग्गणं करेमाणस्स 'एरिसं वयणं पुणो वि 21 णिसुय-पुव्वं' ति, ‘एयं पुण वेसं अणुहूय-पुव्वं' ति चिंतयंतस्स तस्स तहाविहणाणावरणीय-कम्म-खओवसमेणं जाई - सरणं उववण्णं । 'अहं संजओ आसि,
2) P मओ for गओ. 3) P वरात्थलीए रन्नंदुरा. 4) P न for णेय, J सुति, P विरयंति हियरुइयं. 5) P रण्णंदुरा, P अम्हाण पुणो. 6) Pom. पुण, J तमं करेs for इमं कहि. 7 ) P एवं for इमं before मा, P एवं for एयं. 8) J पि ण खणण्णत्थि. 9) P रन्नंदुरा, Pom. ति, P वसहिं. 10) P सल्लं न चेय गुरुणोइयं न. 12) J जोतिसियाणं, J पलितावुओ P पलियाओउ. 13) Jom. एसो, P एत्थं चंप्पाए, P दिसाविभाए मोरच्छलीए रण्णंदुरकूले. 14) J एक्का रण्णुंदुदुंदरीए कुच्छीए, P रण्णंदुर. 15) P जोव्वणं संपत्तो, J तओ for तत्तो. 16) P अणेयरं सुंदरसुंदरी 17 ) P परियंदिय, P सवसरणवियरणा, J वुट्ठी, P om. य. 19) J जीवातीए पदत्थे. 20 ) P तहाविहभविहभवियः, J भवितव्वताए य ईहा०, P ईहापूहयमग्गणं, J करमाणस्स. 21 ) Pom. ति, J om. तस्स. 22 ) J कम्मखयोवः, संजोतो, P संज्झओ.
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(१८३) 1 पुणो जोइसिओ देवो, पुणो एस रण्णुदुरो जाओ' त्ति । एयं सुमरिऊण 'अहो,
एरिसो णाम एस संसारो त्ति, जेण देवो वि होऊण तिरिय-जाईए अहं उववण्णो 3 त्ति । ता आसण्णं भगवओ पाय-मूले गंतूण भगवंतं वंदामि । पुच्छामि य किं __मए उंदुरत्तणं पत्तं, किं वा पाविहामि' त्ति चिंतयंतो एस मम सयासं आगओ 5 त्ति । बहुमाण-णिब्भर-हियओ य ममं हियएण थुणिऊण समाढत्तो । ‘अवि य,
भगवं जे तुह आणं तिहुयण-णाहस्स कह वि खंडंति । 7 ते मूढा अम्हे विय दूर कुगईसु वियरंति ।। ___ता भगवं, किं पुण मए कयं, जेणाणुभावेण एस एरिसो जाओ मि' । एस 9 पुच्छइ । ‘ता भो भो महासत्त, तम्मि काले तए चिंतियं जहा रण्णुदुरा धण्ण'
त्ति । तओ तेण णियाण-सल्ल-दोसाणुभावेण देवत्तणे वि आउय-गोत्ताई 11 रण्णुदुरत्तणे णिबद्धाई।
(१८३) एत्थंतरे पुच्छिओ भगवया गणहारिणा । ‘भगवं, किं सम्मदिट्ठी 13 जीवो तिरियाउयं बंधइ ण व' त्ति । भणियं च भगवया ‘सम्मदिट्ठी जीवो ___तिरियाउयं वेदेइ, ण उण बंधइ । भण्णइ य । 15 सम्मत्तम्मि उ लद्धे ठइयाई णरय-तिरिय-दाराई ।
जइ य ण सम्मत्त-जढो अहव ण बद्धाउओ पुट्वि ।। 17 ता इमिणा देवत्तणम्मि वट्टमाणेण सम्मत्तं वमिऊणं आउयं तिरियत्ते बद्धं' ति ।
भणियं च तियसवइणा 'भगवं, कहं पुण संपयं एस सिद्धिं पाविहि' त्ति । भणियं 19 च भगवया । ‘इओ एस गंतूणं अत्तणो वणत्थलीए वच्चंतो चिंतिहिइ हियए । ___'अहो दुरंतो संसारो, चलाई चित्ताई, चंचला इंदिय-तुरंगमा, विसमा कम्म21 गई, ण सुंदर णियाण-सल्लं, अहमा उंदुर-जोणी, दुल्लहं जिणवर-मग्गं, ता वरं ___एत्थ णमोक्कार- सणाहो मरिऊण जत्थ विरई पावेमि तत्थ जाओ' त्ति चिंतयंतो
1) J जोतिसिओ, P om. एस, Jom. त्ति. 2) P जेण दोवो वि. 4) J पावीहामि, P सगासं. 5) P बहुनाण, P om. य before ममं. 6) P खंडेंति. 7) P विव दूरं कुगवीसु. 8) P सए for एस. 9) P om. one भो, J महासत्ता P महासत्तो, P रण्णंदुरा. 10) P adds निंदिया before णियाण. 11) P रण्णंदुरुत्तणेण. 12) P एत्थंतरेण, P सम्मद्दिट्टी. 13) P adds व before बंधइ, P सम्मद्दिट्ठी. 14) J वेतेति for वेदेइ, P बंधंति, P वा for य. 18) P च रियसवइणा, J इ for त्ति. 19) P चिंतिहि, Jom. हियए. 20) P तुरंगा. 21) P दुलहं. 22) P विरइयं.
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(१८३) 1 तम्मि चेय अत्तणो बिल-भवणेक्क-देसे भत्तं पच्चाइक्खिय एवं चिय मह वयणं
संसारस्स दुग्गत्तणं च चिंतयंतो णमोक्कार-परो य अच्छिहइ त्ति । तत्थ वि से 3 चिट्ठतस्स रण्णुदुर-सुंदरीओ सामाय-तंदुल-कोद्दवाइए य पुरओ णिमेति । तओ __ चिंतेहिइ ‘भो भो जीव दुरंत-पंत-लक्खण, एत्तियं कालं आहारयंतेण को 5 विसेसो तए संपाविओ । संपयं पुण भत्त-परिच्चाएण तं पावसु जं संसार-तरंडयं'
ति चिंतयंतो तत्तो-हुत्तं ईसि पि ण पुलएइ । एयारिसं तं दद्रूण ताओ रणुदुर7 सुंदरीओ चिंतिहिति । 'अहो, केण वि कारणंतरेण अम्हाणं एस साम-सुंदरंगो
कोविओ होहिइ । ता दे पसाएमो' त्ति चिंतयंतीओ अल्लीणाओ । तओ का 9 वि उत्तिमंग कंडुयइ, अण्णा मंसु-केसे दीहरे संठवेइ, अण्णा रिक्खाओ अवणेइ,
अण्णा अंगं परिमुसइ । एवं च कीरमाणो चिंतिहिइ । अवि य, 11 णरओयारं तुब्भे तुब्भे सग्गग्गलाओ पुरिसस्स ।
संसार-दुक्ख-मूलं अवेह पुत्तीउ धुत्तीओ ।। 13 त्ति मण्णमाणो ण ताहिं खोहिजिहि त्ति । तओ तत्थ तइए दियहे खुहा-सोसिय
सरीरो मरिऊण मिहिलाए णयरीए मिहिल्लस्स रण्णो महादेवीए चित्तणामाए 15 कुच्छीए गब्भत्ताए उववजिहिइ । गब्भत्थेण य तेण देवीए मित्त-भावो सव्व
सत्ताणं उवरि भविस्सइ । तेण से जायस्स मित्तकुमारो त्ति णामं कीरिहिइ । एवं 17 च परिवड्डमाणो कोत्तुहली बालो कुक्कुड-मक्कडए पसु-संबर-कुरंग-घोरुद्दवेहिं
बंधण-बंधएहिं कीलिहि त्ति । एवं च कीलंतस्स अट्ठ वरिसाइं पुण्णाई । 19 समागओ वासारत्तो । अवि य,
गजति घणा णच्वंति बरहिणो विज्जुला वलवलेइ । 21 रुक्खग्गे य बलाया पहिया य घरेसु वच्चंति ।।
जुप्पंति णंगलाई भजंति पवाओ वियसए कुडओ।
1) P चेय for चिय. 2) P संसारदुग्ग०, P om. य, P से चिटुं च सारंणंदुरदुंदुरीओ. 3) J कोद्दवाईए P कोद्दवायिए. 4) P चिंतेइ, J वंत for पंत, P निल्लक्खण for लक्खण, J आहारतेण. 5) P तरंडयंतो हुतत्तो तं ईसिं. 6) P एतारिसं च तं, P रण्णंदुर. 7) J केणावि, P कालंतरेण. 8) कुविओ होही ।. 9) J उत्तमंगं, P कंदुइय, P कोसे, J अन्ना लिक्खाओ अवणेइ अ अन्ना. 11) P inter. तुब्भे & नरओयारं. 12) P मुत्तीउ for पुत्तीउ. 13) P om. त्ति, P खोहिज्जइ त्ति, P om. तओ. 14) P महिलाए नयरीए महिरस्स. 15) P कुच्छीए गब्भे उववन्नो ।, P om. य, P भव्व for सव्व. 16) P जाओ for भविस्सइ, J adds त्ति after भविस्सइ, P से जोयस्स, P कीरहइ. 17) P oमाणकोऊहली, J पालो for बालो, P कुरंगमोरूदुरेहिं बंधणबद्धेण कीलि. 18) J ति for त्ति, P om. च. 20) P विजुला चलचलेइ.
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(१८३)
1 वासारत्तो पत्तो गामेसु घराई छज्जति ।। ___ एरिसे य वासारत्त-समए णिग्गओ सो रायउत्तो मित्तकुमारो णयर-बाहिरूद्देसं । 3 कीलंतो तेहिं सउण-सावय-गणेहिं बंधण-बद्धेहिं अच्छिहिइ । तेण य पएसेण
ओहिणाणी साह वच्चिहिइ । वोलेंतो च्येय सो पेच्छिऊण उवओगं दाहिइ 5 चिंतेहिइ य 'अहो, केरिसा उण रायउत्तस्स पयई, ता किं पुण एत्थ कारण
ति । उवउत्तो ओहिणाणेणं पेच्छिहिइ से ताराचंद-साहु-रूवं, पुणो जोइस-देवो, 7 पुणो रण्णुदुरओ, तओ एत्थ समुप्पण्णो' त्ति । जाणियं च साहुणा जहा एसो ___ पडिबुज्झइ त्ति चिंतयंतो भाणिहिइ । 'अवि य,
9 भो साहू देवो वि य रण्णुदुरओ सि किं ण सुमरासि । ____णिय-जोणि-वास-तुट्ठो जेण कयत्थेसि तं जीवे ।।' 11 तं च सोऊण चिंतिहिइ कुमारो ‘अहो, किं पुण इमेणं मुणिणा अहं भणिओ,
साह देवो रण्णुंदुरओ' त्ति । ता सुय-पुव्वं पिव मंतियं णेण । एवं च ईहापूहा13 मग्गण-गवेसणं करेमाणस्स तहाविह-कम्मोवसमेणं जाई-सरणं से उववजिहिइ।
णाहिइ य जहा अहं सो ताराचंदो साहू जाओ, पुण देवो, तत्तो वि तिरएसु 15 रण्णुदुरो जाओ त्ति, तम्हा मओ णमोक्कारेण इहागओ त्ति । तं च जाणिऊण
चिंतिहिइ । 'अहो, धिरत्थु संसार-वासस्स । कुच्छिओ एस जीवो जं महा17 दुक्ख-परंपरेण कह-कह वि पाविऊण दुल्लहं जिणवर-मग्गं पमाओ कीरइ त्ति । ___ता सव्वहा संपयं तहा करेमि जहा ण एरिसाइं पावेमि । इमस्स चेव मुणिणो 19 सगासे पव्वइउं इमाइं तवो-विहाणाई, इमाइं अभिग्गह-विसेसाई, इमा चरिया __करेमि' त्ति चिंतयंतस्स अउव्वकरणं खवग-सेढी अणंत-केवल-वर-णाण21 दंसणं समुप्पज्जिहिइ ।
एत्यंतरम्मि जं तं आउय-कम्मं ति तेण संगहियं ।
2) P om. य. 3) P गणेणंहि, P om. अच्छिहिइ, P य तेएसेण य ओहि०. 4) P वच्चियइ, J वोलेच्येय, P om. च्चेय, J उवगओगं, P दीहीइ. 5) J चिंतेहिंदिअ P om. चिंतेहि य, J inter. पयई & रायउत्तस्स, P पुण तेत्थ. 6) P पेच्छइ से. 7) P रण्णंदुरओ. 9) P रणदुरणो, J किण्ण P कि दिन्न. 11) P चिंतिहीइ. 12) P रणुंदुरतो, P ति for पिव. 13) P से उप्पन्नं । जाणियं च णेणं जहा अहं से तारा०. 14) P पुणो, P तिरिएसो रणुदुरो. 15) J उ for मओ. 17) J परंपरे. 18) P संपयत्तहा, P inter. एरिसाई & ण, J चेअ. 19) J सयासे, Jom. तवोविहाणाई इमाई. 21) P समुप्पज्जिह त्ति.
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१८
1 केवल - णाणुप्पत्ती तस्स खओ दो वि जायाई ।।
I
एवं च तक्खणं चेय तत्तिय - मेत्त - कालाओ अंतगड - केवली होहि त्ति । तेण 3 भणिमो जहा एस अम्हाणं सव्वाण वि पढमं सिद्धिं वच्चिहि । अम्हाणं पुण दस-वास-लक्खाउयाणं को वच्चइति ।
(१८४)
5 (१८४) इमं च रण्णुंदुरक्खाणयं णिसामिऊण सव्वाणं चेय तियसिंदप्पमुहाणं सुरासुराणं मणुयाण य महंतं कोउयं समुप्पण्णं । भत्ति- बहु-माण-सिणेह7 कोउय- णिब्भर-हियएणं सुरिंदेणं आरोविओ णियय - करले सो रणुंदुरो । भणियं च वासवेणं । ‘अहो,
9 तं चिय जए कयत्थो देवाण वि तं सि वंदणिज्जो सि । अम्हाण पढम-सिद्धो जिणेण जो तं समाइट्ठो ।।
भो भो पेच्छह देवा एस पभावो जिणिंद - मग्गस्स । तिरिया विजं सउण्णा सिज्झति अणंतर - भवेण ॥
13 तेणं चिय बेंति जिणा अहयं सव्वेसु चेय सत्तेसु । जं एरिसा वि जीवा एरिस - जोणी समल्लीणा ।। '
15 एवं जहा वासवेण तहा य सव्व - सुरिंदेहिं दणुय -णाहेहि य णरवइ-सएहिं हत्थाहत्थिं घेप्पमाणो राय - कुमारओ विय पसंसिज्जमाणो उववूहिज्जंतो 17 थिरीकरिज्जंतो वण्णिज्जंतो परियंदिओ पूइऊण पसंसिओ । अहो धण्णो, 1 अहो पुण्णवतो, अहो कयत्थो, अहो सलक्खणो, अहो अम्हाण वि एस संपूर19 मणोरहो त्ति जो अणंतर-जम्मे सिद्धिं पाविहइ । ण अण्णहा जिणवर-वयणं
11
ति । एयम्मि अवसरे विरइयंजलिउडेण पुच्छियं पउमप्पह-देवेणं । भणियं च 21 णेण 'भगवं, अम्हे भव्वा किं अभव्व' त्ति | भगवया भणियं ' भव्वा' । पुणो देवेण भणियं 'सुलह- बोहिया दुलहह - बोहिय' त्ति । भणियं च भगवया 'किंचि
1
1) P, after तस्स, reperats अउव्वकरणं खमगसेढी etc. to केवलनाणुप्पत्ती तस्स. 2) P om. च, J मेत्तकला (त) ओ Jom. त्ति. 3) P एसो for एस. 4) P सहस्साउ for लक्खाउ, J वच्चिइ P वच्चउ. 7) J करयलंजलि (णे?). 11 ) P सहावो for पभावो. 12) P भवेसु. 13 ) P तेयणं for तेणं, P अहियं. 15) P वावेण्ण for वासवेण, J om. य, P नरवर. 16) P हत्थाहत्थेहिं, P रायकुमारो, P उवगूहिज्जंतो. 17) P om. वण्णिज्जंतो (of J ? ), J विपरिअंदिओ, P पसंसिऊ. 18) P सव्वहा for अहो before अम्हाण, P संपन्न for संपूर. 19) J जिणवयणं. 20) Padds य before अवसरे, P विरइय पंजलि॰. 21 ) P अम्हा for भव्वा after भणियं, J om. पुणो देवेण भणियं. 22) J दुलहबोधिअत्ति .
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(१८४) 1 णिमित्तं अंगीकरिय सुलह-बोहिया ण अण्णह' त्ति । पउमप्पहेण भणियं भगवं,
कइ-भव-सिद्धिया अम्हे पंच वि जणा' । भगवया भणियं 'इओ चउत्थे भवे 3 सिद्धिं पाविहह पंच वि तुम्हे' त्ति । भणियं पउमप्पभेणं 'भगवं, इत्तो चुक्का
कत्थ उप्पज्जिहामो' त्ति । भगवया भणियं ‘इओ तुमं चइऊणं वणियउत्तो, 5 पउमवरो उण रायउत्तो, पउमसारो उण रायधूया, पउमचंडो उण विंझे सीहो,
पउमकेसरो उण पउमवर-पुत्तो' त्ति । इमं च भणमाणो समुट्ठिओ भगवं धम्म7 तित्थयरो, उवसंघरियं समवसरणं, पवज्जिया दुंदुही, उठ्ठिओ कलयलो, पयट्टो
वासवो । विहरिउं च पयट्टो भगवं कुमुद-संड-बोहओ विय पुण्णिमायंदो । अम्हे 9 वि मिलिया, अवरोप्परं संलावं च काउमाढत्ता । एक्कमेक्वं जंपिमो ‘भो, णिसुयं
तुब्भेहिं जं भगवया आइटुं । तओ एत्थ जाणह किं करणीयं सम्मत्त-लंभत्थं' 11 ति । तओ मतिऊण सव्वेहिं 'अहो, को वि वाणियउत्तो, अण्णो रायउत्तो,
अवरो वणे सीहो, अण्णो राय-दुहिय-त्ति । ता सव्वहा विसंठुलं आवडियं 13 इमं कजं । ता ण-याणामो कहं पुण बोहि-लाभो अम्हाणं पुण समागमो य
होज' त्ति । ‘ता सव्वहा इमं एत्थ करणीयं' ति चिंतयंतेहिं भणियं । ‘अहो 15 पउमकेसर, तुम भगवया आइट्ठो, ‘पच्छा चविहिसि', ता तए दिव्वाए सत्तीए
अम्हाण जत्थ तत्थ गयाण सम्मत्तं दायव्वं, ण उण सग्ग-सुंदरी-वंद्र-तुंग-थण17 थल-पेल्लणा-सुहल्लि-पम्हुट्ठ-सयल-पुव्व-जंपिएण होयव्वं' । तेण भणियं ।
‘देमि अहं सम्मत्तं, किंतु तुब्भे मह देंतस्स वि मिच्छत्तोवहयमणा ण 19 पत्तियायहिह । ता को मए उवाओ कायव्वो' त्ति । तेहिं भणियं । सुंदरं संलत्तं,
ता एवं पुण एत्थ करणीयं । अत्तणोत्तणो रूवाइं जं भविस्साई रयण-मयाई 21 काऊण एक्कम्मि ठाणे णिक्खिप्पंति । तम्मि य काले ताई दंसिर्जति । ताई दलूण
कयाइं पुव्व-जम्म-सरणं साहिण्णाणेण धम्म-पडिवत्ती वा भवेज' त्ति
1) P अंगीकरी सु०, P पउमप्पभेण. 2) J कतिभव, J इतो for इओ. 3) J पाविहिह, J तुम्हेहिं । P तुब्भे त्ति ।, J इदो चुक्का P इत्तु चुया. 4) J उप्पज्जीहामो, P संपजिहामो, J इतो for इओ. 5) P om. पउमवरो उण रायउत्तो, P पढमसारो, P om. उण before विज्झे सीहो (in P). 6) J पउमवरस्स पुत्तो, P भणमाणो उवट्ठिओ. 8) P विरिहरिउं, P om. च, J पयत्तो । कुमुद०, Jadds भगवं after पुण्णिमायंदो. 10) J लम्हत्थं ति. 11) P अन्ने रायउत्तो. 12) P दुहिओ त्ति, J विसंथुलं. 13) P ता एयं ण, P om. पुण, P om. ति. 15) P पउमकेसरं, P चविहसि. 16) P adds दाऊण before सुंदरी. 17) J स्थलारुपेल्लणा. 18) J महदिसंतस्स मिच्छत्तो०. 19) P तं for ता. 20) P om. पुण before एत्थ, P अत्तिणो रूवाई, P om. जं, J भविस्सइ. 21) P थाणे निक्खमंति, J णिक्खिम्मंति.
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२०
(१८५)
1 भणमाणेहिं णिम्मवियाई अत्तणो रूव-सरिसाइं रयण-पडिरूवयाई । ताई च ___णिक्खित्ताई णेऊण वणे जत्थ सीहो उववजिहि त्ति । तस्स य उवरिं महंती 3 सिला दिण्ण त्ति । तं च काऊण उवगया णियय-विमाणं । तत्थ भोए भुजंता
जहा-सुहं अच्छिउं पयत्ता । तओ कुमार कुवलयचंद, जो सो ताण मज्झे 5 पउमप्पहो देवो सो एक्कपए चेय केरिसो जाओ । अवि य,
वियलंत-देह-सोहो परियण-परिवजिओ सुदीण-मणो । 7 पवणाहओ व्व दीवो झत्ति ण णाओ कहिं पि गओ ।।
तत्तो य चविऊण मणुयाणुपुव्वी-रजू-समायड्डिओ कत्थ उववण्णो । 9 (१८५) इहेव जंबुद्दीवे भारहे वासे दाहिण-मज्झिम-खंडे चंपा णाम
णयरी । सा य केरिसा । अवि य, 11 धवल-हर-तुंग-तोरण-कोडि-पडाया-फुरंत-सोहिल्ला । ___ जण-णिवहुद्दाम-रवा णयरी चंपत्ति णामेणं ।। 13 तीए णयरीए तुलिय-धणवइ-धण-विहवो धणदत्तो णाम महासेट्ठी । तस्स य ___घरे घर-लच्छि व्व लच्छी णामेण महिला । तीए य उयरे पुत्तत्ताए उववण्णो 15 सो पउमप्पभो देवो । णवण्ह य मासाणं बहु-पडिपुण्णाणं अट्ठमाण य
राइंदियाणं सुकुमाल-पाणिपाओ रत्तुप्पल-दल-भारओ विय दारओ जाओ । 17 तं च दट्टण कयं वद्धावणयं महासेट्ठिणा जारिसं पुत्त-लंभस्सुदए त्ति । कयं च
से णामं गुरूहि अणेय-उवयाइएहिं सागरेण दत्तो त्ति सागरदत्तो । तओ पंचधाई19 परिवुडो कमेण य जोव्वण संपत्तो । तो जोव्वण-पत्तस्स य ता रूव-धण-विहव
जाइ-समायार-सीलाणं वणिय-कुलाणं दारिया सिरि व्व रूवेण सिरी णामा 21 उवभोग-सहा एगा दिण्णा गुरुयणेणं । तओ अणेय-णिद्ध-बंधु-भिच्च-परिवारो __ अच्छिउं पयत्तो । को य से कालो उववण्णो । अवि य, ___1) P वि for ताई च. 2) P inter. जत्थ and वणे. 3) J विमाणे, P भुंजित्ता. 5) P पउमप्पभो. 6) P सोभो, P परियजिओ. 8) P om. य, J चइऊण, P रजसमा०. 9) J जंबूद्दीवे. 10) P नगरी, P केरिसी. 11) तोरणुकोडिपडागा. 12) P द्दामरया. 13) P om. महा, P om. य. 14) P तीय उयरे, J उवरे. 15) P नवण्हं मासाणं, P पुण्णाई अद्भुट्ठमाइं राइंदियाई सुकुं०. 16) Jom. दल. 17) P adds च after कयं, P महसेट्ठिणा, J पुत्तलंभसुअए P पुत्तलंसुदए, Jom. कयं च से etc. to सागरदत्तो I. 18) P उववाइएहिं सागरदत्तो त्ति, P पंचधावी. 19) J तओ for तो. 20) J अइ for जाइ P जाई, J राणिय for वणिय, P दारियं. 21) J उवभोगसुहाइ य दिण्णा, P om. अणेय, P निबद्ध for णिद्ध. 22) P कोलो for को य से कालो.
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(१८५)
___२१ 1 रेहंति हंस-मंडलि-मुत्ताहल-मालिया-विहूसाओ ।
__ आवण्ण-पयहराओ परियण-वइयाउ व णईओ ।। 3 रेहंति वणे कासा जलम्मि कुमुयाइँ णहयले मेहा । __सत्तच्छयाइँ रण्णे गामेसु य फुल्ल-णीयाई ।। 5 एरिसे य सरय-काले मत्त-पमत्ते णच्चिरे जणवए पुण्णमासीए महंते ऊसवे ___ वट्टमाणे सो सागरदत्तो सेट्ठिउत्तो णियय-बंधु-णिद्ध-परियारो णिग्गओ णयरि7 कोमुइं दटूण । एक्कम्मि य णयरि-चच्चरे णडेण णच्चिउं पयत्तं ।
तत्थ इमं पढियं कस्स वि कइणो सुहासियं । अवि य ।। 9 यो धीमान् कुलजः क्षमी विनयवान् धीरः कृतज्ञः कृती,
रूपैश्वर्ययुतो दयालुरशठो दाता शुचिः सत्रपः । 11 सद्भोगी दृढसौहृदो मधुरवाक् सत्यव्रतो नीतिमान्,
बन्धूनां निलयो नृजन्म सफलं तस्येह चामुत्र च ।। 13 तं च वोलंतेण तेण सागरदत्तेण णिसुयं । तओ सुहासिय-रसेण भणियं तेण । _ 'भो भो भरह-पुत्ता, लिहह सायरदत्तं इमिणा सुहासिएण लक्खं दायव्वं' ति । 15 तओ सव्वेहि वि णयरी-रंग-जण-णायरएहिं भणियं । 'अहो रसिओ सायरदत्तो, __ अहो वियड्डो, अहो दाया, अहो चाई, अहो पत्थावी, अहो महासत्तो' त्ति । 17 एवं पसंसिए जणेणं, तओ एक्केण भणियं खल-णायरएणं ‘सच्चं चाई वियड्ढो ___य जइ णियय-दुक्खज्जियं अत्थं दिण्णं, जइ पुण पुव्व-पुरिसज्जियं ता किं एत्थ 19 परदव्वं देंतस्स । भणिय च ।
_ 'जो देइ धणं दुह-सय-समज्जियं अत्तणो भुय-बलेण । 21 सो किर पसंसणिज्जो इयरो चोरो विय वराओ ।।' ___ एयं च णिसामिऊण हसमाणेहिं भणियं सव्वेहिं णिद्ध-बंधवेहिं । ‘सच्चं सच्चं
1) P विभूसाओ. 2) P परिणय for परियण. 4) P फुल्लिया निंबा ।।. 5) P om. य सरयकाले etc. to णिग्गओ णयरि. 7) P नयरचच्चरे. 9) P कुलज्ञ for कुलजः, P om. कृतज्ञः. 10) P रूपेश्वर्य०, P सत्रपः सद्भागी. 12) P तस्येह वा चमुत्र. 13) P बोल्लंतेण, P om. तेण P सायरदत्तेण, P adds च after भणियं. 14) J भरहउत्ता, J सायरयत्तं. 15) P सव्वेहिं नयरि, J सागरदत्तो. 16) J दाता, P repeats अहो before महासत्तो. 17) P जिणाणं for जणेणं, P तओ भणियं एक्केण नायरएणं. 19) P om. य, J भणिअव्वं । जो. 21) P इव for विय. 22) P एवं च निसामिऊण्ह, P ति for second सच्चं.
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(१८६) 1 संलत्तं' ति भणमाणेहिं पुलइयं तस्स वयणं ।
(१८६) सायरदत्तो पुण तं च सोऊण चिंतिउं समाढत्तो । 'अहो, पेच्छ 3 कहं अहं हसिओ इमेहिं । किं जुत्तं इमाण मम हसिउं जे । अहवा णहि णहि,
सुंदरं संलत्तं जहा ‘जो बाहु-बल-समज्जियं अत्थं देइ सो सत्ताहिओ, जो पुण 5 परकीयं देइ सो किं भण्णउ' त्ति । ता सव्वहा ममं च अत्ताणयं णत्थि धणं,
ता उवहासो चेय अहं'ति चिंतयंतस्स हियए सल्लं पिव लग्गं तस्स । अवि य, 7 थे पि खुडइ हियए अवमाणं सुपुरिसाण विमलाण । ___ वायालाहय-रेणुं पि पेच्छ अच्छिं दुहावेइ ।। 9 तह वि तेण महत्थत्तणेण ण पयडियं । आगओ घर, विरइया सेज्जा, उवगओ ___ तम्मि उवविठ्ठो, लक्खिओ य सिरीए इंगियायार-कुसलाए जहा किंचि उव्विग्गो 11 विय लक्खीयइ एसो । लद्ध-पणय-पसराए य भणिओ तीए ‘अज्ज तुमं दुम्मणो
विय लक्खीयसि । तेण य आगार-संवरणं करेंतेण भणियं ण-इचि, केवलं 13 सरय-पोण्णिमा-महूसवं पेच्छमाणस्स परिस्समो जाओ, णिवज्जामि' त्ति
भणमाणो णिवण्णो । तत्थ य अलिय-पसुत्तो किं किं पि चिंतयंतो चिट्ठइ ताव 15 सिरी पसुत्ता सुपसुत्तं च तं णाऊण सणियं समुट्ठिओ । गहियं च एक्कं साडयं, _ फालियं च। एक्कं णियंसियं, दुइयं कंठे णिबद्धं । गहियं च खडिया-खंडलयं । 17 वासहर-दारे आलिहिया इमा गाहुल्लिया । अवि य,
संवच्छर-मेत्तेणं जइ ण समजेमि सत्त कोडीओ । 19 ता जलिइंधण-जालाउलम्मि जलणम्मि पविसामि ।।
त्ति लिहिऊण णिग्गओ वास-घराओ । उवगओ णयर-णिद्धमणं । णिग्गओ 21 तेण, गंतु पयत्तो दक्खिणं दिसिवहं । तं च केरिसं । अवि य,
बहु-रयणायर-कलिओ सुरूव-वियरत-दिव्व-जुवइ-जणो । ___1) P सागरदत्तो उण, Jom. च (later struck off). 3) P दूसिओ for हसिओ, P अम्हाणं for इमाण. 5) P परकियं, P किं न भन्नउ, J adds अ before धणं. 6) P हियसल्लं. 8) P वाओलाहय, J दुवावेइ. 10) J किंपि for किंचि. 11) J लक्खीयति P लक्खियति, J तीय, P Qमाणा विय. 12) P आगारससंवरणं, P न किंचि. 13) P adds आसि before महसवं. 15) J adds (on the margin) य before सिरी, P पसुत्ता पसुत्ता पसुत्तं च तं च नाऊण, P समुवट्ठिओ, P साडियं. 16) P om. दुइयं, P च खंडिया खंडिया खंडियं. 17) P दारे य लिहिया. 19) P जालिंधण. 20) P नियय for वास, P नयरनिद्धवणं. 21) P adds च after पयत्तो. 22) J सुरूअ.
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(१८७)
२३ 1 विबुहयण-समाइण्णो सग्गो इव दक्खिणो सहइ ।।
तं च तारिसं दक्खिणावहं अवगाहेंतो संपत्तो दक्खिण-समुद्द-तीर-संसियं 3 जयसिरि-णामं महाणयरिं । जा य कइसिया । कंचण-घडिय-पायार-कंची
कलाव-रेहिरा, बहु-रयणालंकारिया, मुत्ताहार-सोहिया, संख-वलय-सणाहा, 5 दिव्व-मउय-सण्ह-णियसण-मलय-रस-विलेवण-णाणा-विहल्लाव-वेयड्डि
मणोहरा, चारु-दियवर-रेहिर-कप्पूर-पूर-पसरंत-परिमल-सूर्यध-धूव7 मघमघेतुगार-कक्कोलय-जाइफल-लवंग-सुयंध-समाणिय-तंबोल व्व णज्जइ
वासय-सज्जा विय पणइणि महासमुद्द-णायग-गहिय त्ति । अवि य, 9 विरइय-रयणाहरणा विलेवणा-रइय-सुरहि-तंबोला ।
उयहि-दइयं पडिच्छइ वासय-सज्जा पणइणि व्व ।। 11 (१८७) तीय य महाणयरीए बाहिरुद्देसे एक्कम्मि जुण्णुजाणे रत्तासोयस्स __हेट्ठा दूर-पह-सम-किलंतो णिसण्णो सो वाणियउत्तो । किं च चिंतिउं पयत्तो । 13 अवि य,
किं मयर-मच्छ-कच्छव-हल्लिर-वीई-तरंग-भंगिल्ले । 15 उयहिम्मि जाणवत्तं छोदणं ताव वच्चामि ।।
किं वा णिद्दय-असि-पहर-दारियासेस-कुंभवीढाए । 17 आरुहिउं कुंजर-मंडलीएँ गेण्हे बला लच्छिं ।।
किं वा पयंड-भुय-सिहर-वच्छ-णिच्छल्लणा-रुहिर-पंकं । 19 अजं चिय अज्जाए देमि बलिं मंस-खंडेहिं ।।
किं वा राई-दियहं अवहत्थिय-सयल-सेस-वावारो । 21 जा पायालं पत्तो खणामि ता रोहणं चेय ।।
किं वा गिरिवर-कुहरे खत्तं खणिऊण मेलिउं जोए ।
1) P सयाइन्नो. 2) J तीरं. P संसयं. 3) J मगह for महा, P नाम जाव कइसियं ।, P पार for पायार. 4) J रेहिर, J लंकारिय, J सोहिय, J सणाह. 5) J पउज for मउय, P नियंसण. 6) J मणोहर, J रेहिरं, P सुयंवधूव. 7) P om. मघ, P कंकोलय, Jadds संग before सुयंध, J सनाणिय P संमाणिय, J तंबोल च P तंबोलं च. 8) J वासवसज्जा P वासयसजं पिअपणइणि, Jणायगह त्ति P नायगहियत्ति. 9) J रहिअ for रइय. 11) P जंनुजाणे. 12) P हेढे, P किंचि चिंतिउं. 14) P कच्छह, P वीची, J भंगिलं P भंगिल्लो. 15) P उवहिमि, P छोहणं. 17) P आरूहियं, P बलावली ।। 18) P पयडी for पयंड, P निच्छणा. 19) P अज्जए देमि, P मास for मंस. 20) J inter. सेस and सयल. 21) P जो for जा. 22) J खेत्तं for खत्तं.
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२४
(१८७) 1 अवहत्थिय-सेस-भओ धाउव्वायं च ता धमिमो ।।।
इय हियउच्छाह-रसो अवस्स-कायव्व-दिण्ण-संकप्पो । 3 जावच्छइ वणिय-सुओ किं कायव्वं ति संमूढो ।।
एवं च अच्छमाणेण दिट्ठो एक्कस्स मालूर-पायवस्स पसरिओ पायओ । तं च 5 दट्टण सुमरिओ अहिणव-सिक्खिओ खण्ण-वाओ । अहो, एवं भणियं
खण्णवाए। 7 मोत्तूण खीर-रुक्खे जइ अण्ण-दुमस्स पायओ होइ ।
जाणेजसु तत्थत्थो अत्थि महंतो व्व थोओ व्व ।। 9 ता अवस्सं अत्थेत्थ किंचि । ण इमं अकारणं । जेण भणियं धुवं बिल्ल
पलासयो । केत्तियं पुण होज्ज अत्थो । ।। तणुयम्मि होइ थोवं थूलम्मि य पादवे बहु अत्थं ।
रयणीए जल-समाणे बयं थोवं तु उम्हाले ।। 13 ता थूलो एस पादवो, बहुओ अत्थो । ता किं कणयं किं वा रययं किं वा
रयणे त्ति । हूं, 15 विद्धम्मि एइ रत्तं जइ पाए तो भवेज रयणाई ।
अह छीर तो रययं अह पीयं तो भवे कणयं ।। 17 के-दूरे पुण होज्जा अत्थो ।
जेत्तिय-मेत्तो उवरि तेत्तिय-मेत्तेण हे?ओ होइ । 19 ण-याणियई तं दव्वं पावीयदि एस ण व त्ति ।।
जइ उवरि सो तणुओ हेतु उण होइ पिहुल-परिवेढो । 21 ता जाणसु तं पत्तं तणुए उण तं ण होज्जा हि ।। ___ ताण दूरे, दे खणामि, देवं णमामो त्ति । ‘णमो इंदस्स, णमो धरणिंदस्स, णमो
2) P अव्वस्स. 3) P कायव्व त्ति समूहो. 4) P om. च, P सालुर, P repeats पायवस्स पसरिओ, P पादओ. 5) P अहिणाव, P खण्णवओ, एत्तो for अहो. 6) J खण्णवाते । अवि य P खनुवाए मोत्तूण. 7) J पातओ, P पाइओ. 8) P थोव्व. 9) P तावस्सं, J पिल्लपलासयोः P बिल्लपलासाया. 11) JP अत्थि, P थोयं, J पादये P पायवे. 12) J रयणीय जलणमाणे, J थोअं. 13) P पायवो, J किं वा for ता किं. 14) P हुं. 15) J पाते P पाए. 16) P अलह for अह, J पीतं. 17) P दूरे उण होज, J अत्थि for अत्थो. 18) J जत्तियमेत्तो P जेत्तियमेत्ते, J तत्तियं०. 19) Jण याणीअति पावीयदि, P दव्वं पावियमिणाइ तं दव्वं न वा व त्ति. 20) J हेट्ठो, P जइ for उण. 21) P om. तं, P ओयणं for उण. J तण्ण. 22) P om. दे खणामि, J om.देवं णमामो त्ति. Jणंदस्स for इंदस्स.
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(१८८) 1 धणयस्स, णमो धणपालस्स' त्ति । तं, पढमाणेण खयं पएसं । दिट्ठो य णिही ।
दे गेण्हामि जाव वाया । अवि य, 3 जइ वि तए उवलद्धा रक्खिजइ चक्कवट्टिणा एसा । ____ गेण्हसु य भंड-मोल्लं थोयं चिय अंजली-मेत्तं ।। 5 (१८८) एवं च सोऊण गहिया एक्का अंजली रूवयाण । णिही वि झत्ति
पायाले असणं गओ । णिबद्धं च णेण कंठ-कप्पडे तं पुट्टलयं । तओ चिंतियं 7 वणियउत्तेण । 'अहो, पेच्छ चवलत्तणं देव्वस्स । अवि य,
दाऊण ण दिण्णं चिय पुणो वि दाऊण कीस अक्खित्तं । 9 महिला-हियय-गई विय देव्व-गई सव्वहा चवला ।'
तहा वि कयमणेण भंड-मोल्लं । इमेणं चेय समज्जिउं समत्थो हं सत्त-कोडीओ। 11 अवि य,
एएणं चेय अहं णट्ठ-दरिदं कुलं अह करेज । 13 विवरीय-सील-चरिओ जइ देव्वो होज मज्झत्थो ।। ___ चिंतयंतो पविट्ठो तम्मि महाणयरी-विवणि-मग्गम्मि । तत्थ य वोल्लंतेण दिट्ठो 15 एक्कम्मि आमणम्मि वाणियओ परिणय-वओ मिऊ मद्दवो उज्जुय-सीलो । तओ
दह्ण चिंतियं । ‘एस साहु-वणिओ परिणओ य दीसइ । इमस्स विस्ससणीयस्स 17 समल्लियामि' त्ति । उवगओ तस्स समीवं । भणियं च णेण ‘ताय, पायवडणं' ।
तेण वि ‘पुत्त, दीहाऊ होहि' त्ति । तेणं दिण्णं आसणं णिसण्णो य । तम्मि 19 णयरे तम्मि दियहम्मि महसवो । तओ बहुओ जणो एइ, ण य सो परिणय
वओ जरा-जुण्ण-जज्जर-गत्तो ताणं दाउं पि पारेइ । तं च जण-संघट्ट दट्टण 21 भणियं इमिणा ‘ताय, तुम अभिंतराओ णीणेहि जं भंडं अहं दाहामि जणस्स' । भणमाणो दाउं पयत्तो । तओ एस खिप्पं देइ त्ति तं चेय आवणं सव्वो जणो
1) P धणयपालस्स for धणयस्स णमो धणपालस्स, J एतं for तं, P पढमाए खयं, Jom. य. 3) J •ज्जइ रक्खवट्टिणो. 4) P थोवं, P अंजलामेत्तिं. 5) P एक्का अंगुली रयणाणं, P adds य before झत्ति. 6) P om. from कंठकप्पडे तं पुट्टलयं etc. to समीवं । भणियं च णेण । (in line 12). 18) J दीहाउओ, P adds भणियं तेण, after होहि त्ति, P निसण्णो य । तं मिसण्णो य । तंमि य नयरे तंमि य दियहे महूसवो. 20) P जुरजुन्न, P तेणे for ताणं, P om. पि, P जणसदं घट्ट. 21) J अब्भंतराओ णीणेहि (?). 22) P आयणं for आवणं.
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२६
(१८८)
1
I
1 संपत्तो, खणेण य पेसिओ णेण अमूढ - लक्खेण । जाव थोव - वेला ताव विक्कीयाई भंडाई, महंतो लाभो जाओ । वणिएण चिंतियं । 'अहो, पुण्णवंतो 3 एस दारओ, सुंदरं होइ जइ अम्ह घरं वच्चई' त्ति चिंतयंतेण भणियं । ‘भो भो दीहाऊ, तुमं कओ आगओ' । तेण भणियं 'ताय, चंपापुरीओ' । तेण भणियं 5 'कस्सेत्थ पाहुणओ' । तेण भणियं 'सज्जणाणं' । थेरेण भणियं 'अहो, अम्हे कीस सज्जणा ण होमो' । तेण भणियं 'तुमं चेय सज्जणो, को अण्णो' त्ति । 7 तओ तेण वणिएण तालियं आमणं, पयट्टो घरं, उवगओ संपत्तो तत्थ य । तत्थ णियय- पुत्तस्स वयं णेण सयलं कायव्वं ति । पुणो अब्भंगिय-मद्दिय9 उव्वत्तिय-मज्जिय-जिमिय-विलित्त - परिहियस्स सुह - णिसण्णस्स उवट्ठाविया अहिणवुब्भिज्जमाण-पओहर-भरा णिम्मल-मुह-मियंक -पसरमाण-कवोल11 कंति-चंदिमा विसट्टमाण - कुवलय-दल-णयणा सव्वहा कुसुमबाण - पियपणइणि व्व तस्स पुरओ वणिएण णियय - दुहिय त्ति । भणिओ य णेण थेरेण 13 'पुत्त, मह जामाओ तुमं होहि' त्ति । भणियं च णेण 'ताय, अम्हं वयं कुलं गुणा सत्तं वा ण जाव जाणह ताव णियय - दुहियं समप्पेह तुब्भे' । भणियं च 15 थेरेणं 'किं तए ण सुयं कहिं चि पढिज्जंतं । अवि य,
रूवेण णज्जइ कुलं कुलेण सीलं तहा य सीलेण ।
17 णज्जंति गुणा तेहि मि णज्जइ सत्तं पि पुरिसाण ।।
ता तुह विणय-रूवेहिं चेय सिट्ठी अम्ह सील - सत्तादि-गुण- वित्थारो | सव्वहा 19 एसा तुझं मए समप्पिय' त्ति । तेण भणियं । 'ताय, अत्थि भणियव्वं । अहं पिउहराओ णीहरिओ केण वि कारणेण । ता जइ तं मह णिप्फण्णं, तओ जं 21 तुमं भणिहिसि तं सव्वं काहामि । अह तं चिय णत्थि ता जलणं मह सरणं ति । एवं सब्भावे साहिए मा पडिबंधं कारेह' । तेण भणियं ‘एवं ववत्थिए
1
1) Jom. य, P पेसिओऽणेण. 2) P ताव च्चिकीयाई, P लोभो for लाभो. 3) P सुंदर, J om. त्ति. 4) P केउ for कओ, Pom. ताय चंपापुरीओ । तेण भणियं. 5) Jom. अहो. 7) P आवणं for आमणं, Pom. तत्थ य 8 ) J adds य before णियय, P निवयपुत्तस्स वइणेण कयं सयलं, J om. ति, Pom. मद्दिय. 9) Jom. सुहणिसण्णस्स, P उवट्ठविया. 10) P पओहरभारा. 11) P कुसुसुमाउहबाण. 12) J दुहिआ, Jom. त्ति, P भणिओऽणेण. 13) P जामाओ ( उ ) ओ तुम होहि, J होहत्ति, J तेण for णेण, P अम्ह. 14 ) P गणा for गुणा. 15) P पडिज्जंतं. 16) J सीलंगं for सीलेण. 17 ) P तेहिं मि णिज्जइ. 18) J दिट्ठो P सिद्धा for सिट्ठो, P वित्थरो . 20) P नीओ for णीहरिओ, P केणावि, Pom. ता, P निष्पन्नं. 21 ) J भणीहसि. 22) P कारेहि ।, P एवं वत्थिए.
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(१८९) 1 किं तुह मए कायव्वं' । तेण भणियं ‘एयं मह कायव्वं । पर-तीर-गामुयं इमिणा
भंड-मोल्लेण भंडं गहियव्वं, जाणवत्ताइ च भंडेयव्वाइं, पर-तीरं मए गंतव्वं' 3 ति । तेण भणियं ‘एवं होउ' त्ति । तओ तद्दियह चेय घेत्तुमारद्धाइं पर-तीर
जोग्गाइं भंडाई । कमेण य संगहियं भंडं । सज्जियं जाणवत्तं, गणियं दियहं, 5 ठावियं लग्गं, पयट्टिया णिज्जामया, गहिया आडियत्तिया, संगहियं पाणीयं,
वसीकयं धण्णं । सव्वहा, 7 तिहि-करणम्मि पसत्थे पसत्थ-णक्खत्त-लग्ग-जोयम्मि ।
_ सिय-चंदण-वास-धरो आरूढो जाणवत्तम्मि ।। 9 (१८९) तत्थ य से आरुहंतस्स पहयाइं पडहयाई, पवाइयाई संखाई, पढियं
बंभणेहिं, जय-जय-कारियं पणइयणेण । तओ दक्खिऊण दक्खणिजे, पूइऊण 11 समुद्द-देवं, अभिवाइऊण वणियं, जोक्कारिऊण गुरुयणं कय-मंगल-णमोकारो
पयट्टो । तओ चालियाई अवल्लयाई, पूरिओ सेयवडो, पयर्टे पवहणं, लद्धो 13 अणुकूलो पवणो, ढोइओ णइ-मुहम्मि पडिओ समुद्दे । ताव य गंतुं पयत्तं
पवहण अणेय-मच्छ-कच्छह-मगर-करि-संघट-भिज्जमाण-वीई-तरंग-रंगत15 विद्दुम-किसलए समुद्द-मज्झम्मि थोएणं चेय कालेण संपत्तं जवण-दीवे तं
जाणवत्तं, लग्गं कूले, उत्तारियाई भंडाई, दिण्णं सुकं । विणिवट्टियं जहिच्छिएण 17 लाहेण गहियं पडिभंडं । तं च केत्तियं । अवि य,
मरगय-मणि-मोत्तिय-कणय-रुप्प-संघाय-गब्भिणं बहुयं । 19 गण्णेण गणितं अहियाओ सत्त-कोडीओ ।।
तओ तुट्ठो सायरदत्तो । 'अहो, जह देवस्स रोयइ, तओ पूरिय-पइण्णो विय 21 अहं जाओ' त्ति चलिओ य तीर-हुत्तं । तत्थ य चालियाई जाणवत्ताई, संपत्ताई समुद्द-मज्झ-देसम्मि । तत्थ य पंजर-पुरिसेण उत्तर-दिसाए दि8 एक्कं सुप्प
1) P गामियं इमिणी. 2) P च ताडेयव्वाई. 4) Jom. भंडाई, J गहियं for गणियं. 5) P om. गहिया, P आडयत्तिया. 7) P जोग्ग for लग्ग. 9) P om. य, P पडहाई. 10) J क्कारियं, P पणईयणेण. 11) P वणिए. 12) P आवल्लयाई. 13) P अणुकूलओ, P पडिसमुद्दे. 14) J मयर, J वगत्त for रंगत. 15) J Kीवे P दीवं. 16) P adds कलियाई before दिण्णं, P om. विणिवट्टियं etc. to अवि य. 18) P विधाय for मरगयमणिमोत्तियकणयरूप्पसंघाय. 20) P om. तुट्ठो, P पूरिपइण्णो वि अहं. 21) P om. य before तीर. 22) P om. मज्झ, P पंजयपुरिसेण, P सुप्पमाणं.
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(१८९) 1 पमाणं कज्जल-कसिणं मेह-पडलं । तं च दट्टण भणियमणेण । 'एयं मेह-खंड
सव्वहा ण सुंदरं । अवि य । 3 कज्जल-तमाल-सामं लहुयं काऊण परिहवावडियं । ___ वडतं देइ भयं पत्तिय-कण्हाहि-पोयं व ।। 5 ता लंबेह लंबणे, मउलह सेयवडं, ठएह भंडं, थिरीकरेह जाणवत्तं । अण्णहा
विणट्ठा तुब्भे' त्ति । ताव तं केरिसं जायं ति । अवि य, 7 अंधारिय-दिसियक्कं विजुज्जल-विलसमाण-घण-सदं । ___ मुसल-सम-वारि-धारं कुविय-कयंत व काल-घणं ।। 9 तं च तहा वरिसमाणं दह्ण आउलीहया वणिया । खणेण य किं जायं
जाणवत्तस्स | अवि य, 11 गुरु-भंड-भार-गरुयं उवरिं वरिसंत-मेह-जल-भरियं ।
वुण्ण-विसण्ण-परियणं झत्ति णिबुडे समुद्दम्मि ।। 13 तत्थ य सो एक्को वाणिय-पुत्तो कह-कह वि तुंग-तरंगावडणुव्वोल्लं करेमाणो
विरिक्क-तेल्ल-कुरुंठीए लग्गो । तत्थ य वलग्गो हीरमाणो मच्छेहि, हम्मंतो 15 मयरेहिं, उल्लिहिज्जमाणो कुम्म-णक्खेहिं, विलुलिज्जमाणो संखउलेहिं, ____ अण्णिज्जमाणो कुंभीरएहिं, फालिज्जमाणो सिंसुमारेहि, भिजतो जल-करि-दंत17 मुसलेहिं, कह-कह वि जीविय-मेत्तो पंचहिं अहोरत्तेहिं चंदद्दीवं णाम दीवं तत्थ
लग्गो । तत्थ कह कह पि उत्तिण्णो । पुणो मुच्छा-विणिमीलंत-लोयणो 19 णिसण्णो एक्कस तीर-पायवस्स अधे समासत्थो । तओ उट्ठाइया इमस्स छुहा ।
जा य केरिसा । अवि य । 21 विण्णाण-रूव-पोरुस-कुल-धण-गव्वुत्तणे वि जे पुरिसा ।
ते वि करेइ खणेण खलयण-सम-सोयणिज्जयरे ।।
1) P खंड for पडलं, P भणियंऽणेण. 3) P साणं for सामं. 4) J वट्टतं, P किण्हाहि, J वोअम्व for पोयं व. 5) P मउलेह सयवडे. 6) P तहं for ताव, P om. ति. 7) P विजुल, P सल for धणसदं. 8) P om. मुसल. 9) P repeats वणिया, P om. य after खणेण. 12) J पुण्ण for वुण्ण. 13) P om. य after तत्थ, P वणियउत्तो, P तुंगतडणव्वोलं. 14) P कुरंटीए, P हरमाणो मच्छहिं. 15) J विलिज्जमाणो. 16) J सिसुमारेहिं, P जलकरहिं कह. 17) P पंचेंहिं, P चंददीवं, J णामद्दीवं, P adds य after तत्थ. 18) P पुण्णो. 19) P अहो for अधे, J उद्धाइया. 22) P सोयणिजपपरे.
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(१९०)
1
(१९०) तओ तारिसाए छुहाए परिगओ समुट्ठिओ तीर-तरुयर-तलाओ, परिभमिउं समाढत्तो तम्मि चंदद्दीवे | केरिसे । अवि य, बउलेला-वण- सुहए णिम्मल- - कप्पूर - पूर - पसरम्मि । अवहसिय-णंदणा किंणरा वि गायंति संतुट्ठा ||
5 वच्छच्छाओच्छइए छप्पय-भर- भमिर-सउण-पउरम्मि । कय- - कोउया विरविणो भूमिं किरणा ण पावति ।।
7 तम्मि य तारिसे चंदद्दीवे णारंग - फणस - माउलुंग-पमुहाई भक्खाई फलाई । तओ तं च साहरिऊण कय- - पाणाहुई वियसंत - कोउओ तम्मि चेय वियरिउं पयत्तो। 9 भममाणेण य दिट्ठे एक्कम्मि पएसे बहु- चंदण -
तं च दद्दू आबद्ध-कोउओ संपत्तो तमुद्देसं, जाव सहसा णिसुओ सद्दो कस्स 11 वि । तं च सोऊण चिंतिउं पयत्तो । 'अहो, सद्दो विय सुणीयइ । कस्स उण होहिइ त्ति । जहा फुडक्खरालावो तहा कस्स वि माणुसस्स ण तिरियस्स । ता 13 किं पुरिसस्स किं वा महिलाए । तं पि जाणियं, ललिय-महुरक्खरालावत्तणेण
णायं जहा महिलाए ण उण पुरिसस्स । ता किं कुमारीए आउ पोढाए । तं पि 15 णायं, सलज्जा-महुर-पिओ सह - सुकुमारत्तणेण अहो कुमारीए ण उण पोढाए । ता कत्थेत्थ अरण्णम्मि माणुस - संभवो, विसेसओ बाला-अबलाए त्ति । 17 अहवा अहं चिय कत्थेत्थ संपत्तो । सव्वहा,
3
२९
19
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- एला- लवंग-लयाहरयं ।
जं ण कहासु वि सुव्वइ सुविणे वि ण दीसए ण हिययम्मि । पर-तत्ति-तग्गएणं तं चिय देव्वेण संघडियं । '
चिंतयंतेण णिरूवियं जाव दिट्ठा कयलि - थंभ - णिउरुंब - अंतरेण रत्तासोयस्स हेट्टे 21 अप्पडिरूव-दंसणी सुरूवा का वि कण्णया वणदेवया विय कंठ - दिण्ण- -लयापासा । पुणो वि भणियमणाए । अवि य ।
2) P तंमि चंददीवो केरिसो. 3) J उवलेला P चउलेलाल, P कप्पूरइपूर. 4 ) J किण्णराव P किन्नरावे. 5) P वत्थच्छा.. 6) P पावेंति. 7 ) P चंददीवे नारिंग, P भक्खियाई. 8) P तं च आहारिऊण, P वियसंतमियचेय. 9 ) P भणमाणेण यट्ठदिट्ठ एक्वंमिए एक्वंमि, J बहु, J वंदण for वण्ण. 10) Padds य after जाव, P समुद्दो for सद्दो विय. 11) J सुणीयदि P सणियइ. 12 ) P होहइ, J adds य after जहा, P om. ण तिरियस्स. 13) Jom. वा, P तं मि for तं पि. 14 ) Pom. णायं before जहा, P om. उण, P ताओ for ता. 15) J सेलेज्जा, P सलिलायमहुरम्मिओसण्हकुमार॰, J पिउसण्ह, P तओ ण for ण उण. 18) J जण्ण P जन्न. 20) J थंभणिरूविअंतरेणं । रत्तासोअहेट्ठो, P विउरूंब. 21 ) P रूवं दंसणीयरूवं किंपि काणणवणदेवयं, P लया एसा. 22 ) Pom. अवि य.
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(१९०) 1 'भो भो वणदेवीओ तब्भे वि य सुणह एत्थ रणम्मि ।
अण्णम्मि वि मह जम्मंतरम्मि मा एरिसं होज्ज ।।' 3 त्ति भणंतीए पक्खित्तो अप्पा । पूरिओ पासओ, णिरुद्धं णीसासं । अग्घवियं
पोटे, णिग्गयं वयणेण फेणं, णीहरियाई अच्छियाई, संकुइयं धमणि-जालं, 5 सिढिलियाई अंगाई । एत्थंतरम्मि तेण वणियउत्तेण सहसा पहाविऊण तोडियं
लया-पासं । णिवडिया धरणियले । दिण्णो पड-वाऊ । अहिणव-चंदण7 किसलय-रसेण विलित्तं वच्छयलं । संवाहिओ कंठो । सट्ठाणं गयाई
अच्छियाई । ऊससियं हियएणं । पुलइयं णयणेहिं । लद्ध-सण्णाए दिट्ठो णाए 9 य वणियउत्तो । तं च दट्टण लज्जा-सज्झस-वसावणय-मुहयंदा उत्तरिजयं
संजमिउमाढत्ता । भणिया य णेण । 11 ‘किं तं वम्मह-पिय-पणइणी सि किं होज का वि वण-लच्छी ।
दे साह सुयणु किं वा साहसमिणमो समाढत्तं ।।' 13 तीए भणियं दीहण्हमूससिऊणं ।
‘णाहं हो होमि रई ण य वणलच्छी ण यावि सुर-वलिया । 15 केण वि वुत्तंतेण एत्थ वणे माणुसी पत्ता ।।'
तेण भणियं ‘सुयणु, साहसु तं मह वुत्ततं जइ अकहणीयं ण होइ' । तीए 17 भणियं ‘अत्थि कोइ जणो जस्स कहणीयं, जस्स य ण कहणीयं' । तेण भणियं ___केरिसस्स कहणीयं' । तीए भणियं । 19 'गुरुदिण्ण-हियय-वियणं किं कायव्वं ति मूढ-हियएहिं ।
दुक्खं तस्स कहिजइ जो कड्डइ हियय-सल्लं व ।।' 21 सायरदत्तेण भणियं ।
'जइ अहिणव-गजंकुर-सिण्हा-लव-लग्ग-चंचलयरेण । ___1) P om. one भो, P तुम्हे निसुणेह. 2) P om. अण्णम्मि वि मह, J होज्जा. 3) Jom. त्ति. 4) P पोट्टम्, J वयणेण हेणं P वयणे फेणं, P अत्थीयाई, P धवणि. 5) P पढाविऊण. 6) P धरणितले, P पडिवाओ. 7) P ररेणय for रसेण, J संठाणं. 8) P लोयाणाई for अच्छियाई, P पुलोइयं अच्छीहिं Jadds अ ।। before दिट्ठो, P om. णाए य. 10) P adds अवि य after णेण. 11) P किं त वंमह, J कहवि for का वि. 12) P साहसु किं. 13) J तीअ, P दी कुण्णं उससिएणं. 14) P om. हो. 15) P adds केण विलया before केण वि. 16) P सुयण, J तीय. 17) P om. कहणीयं जस्स य. 18) J तीअ for तीए. 19) J दिण्णाविअणहिअयं किं क्कायव्वं. 22) P गज्जंकुरू.
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(१९१) 1 जीएण किंचि सिज्झइ सुंदरि ता साह णीसंकं ।।'
तीए भणियं 'वोलिओ सव्वो अवसरो तस्स, तह वि णिसामेस् । 3 (१९१) अत्थि दाहिण-मयरहर-वेलालग्गा सिरितुंगा णाम णयरी । तीय __य वेसमण-समो महाधणो णाम सेट्ठी । तस्स य अहं दुहिया अच्चंत-दइया 5 घरे अणिवारियप्पसरा परिब्भमामि । तओ अण्णम्मि दियहे अत्तणो भवण__ कोट्टिम-तलम्मि आरूढा णिसण्णा पल्लंकियाए णिद्दावसमुवगया । विउद्धा 7 अणेय-सउण-सावय-सय-घोर-कलयल-रवेण । तओ पबुद्धा णिद्धा-खएणं
तत्थ हियएण चिंतेमि । ‘किं मण्णे सुमिणओ होज्ज एसो' त्ति चिंतयंतीए 9 उम्मिल्लियाई लोयणाई । ताव य अणेय-पायव-साहा-णिरुद्ध-रवि-किरणं इम
महारणं, तं च दद्रूण थरथरेत-हियविया विलविउं पयत्ता । 11 ‘हा हा कत्थ णिरासा ताय तए उज्झिया अरण्णम्मि । ___ हा कत्थ जामि संपइ को वा मह होहिइ सरणं ।।' ति । 13 एत्थंतरम्मि ‘अहं तुह सरणं' ति भणमाणो सहसा दिव्व-रूवी को वि समुट्ठिओ
परिसो लयाहराओ । तं च पेच्छिऊण दुगुणयर-लज्जा-सज्झसावणय-वयणा15 रोइउं पयत्ता । सो य पुरिसो मं उवसप्पिऊण भणिउमाढत्तो । अवि य,
'मा सुयणु किंचि रोवसु ण किंचि तुह मंगुलं करीहामि । 17 तुह पेम्म-रसूसव-लंपडेण मे तं सि अक्खित्ता ।।'
तीए भणियं को सि तुमं, किं वा कारणं अहं तए अवहरिय' त्ति । तेण भणियं । 19 ‘अत्थि वेयड्डो णाम पव्वयवरो । तस्स सिहर-णिवासिणो विज्जाहरा अम्हे
गयण-गोयरा महाबल-परक्कमा तियस-विलयाणं पि कामणिज्जा । ता मए 21 पुहइ-मंडलं भममाणेण उवरि-तलए तुम दिट्ठा, मम हियए पविठ्ठा । विज्जाहरीणं पि तुमं रूविणि त्ति काऊण अवहरिया । अहवा किं रूवेण । सव्वहा,
2) J तीय. 3) P नगरी, P om. णाम. 4) P adds वेसमणो नाम after सेट्टी, Jom. य. 5) P परिभमामि. 6) J व्यलंमि, P निद्दावसं उवगया. 7) P adds य before अणेय, P साव for सावय, P कललरवेण, J तओ झस त्ति गयं हिअवएण तत्थ. 8) J किमण्णे, J होज्जा एसत्ति. 9) Jom. य. 10) P थरथरंत. 13) P अह for अहं. 14) J दुगुणयरं. P वइणा. 15) J रोविडे, Jom. मं, P भणिउं समा०. 16) J णइंचि. 17) P लंपेडेण तं सि पक्खित्ता. 20) J महाबला. 21) J (perhaps) तुमं दिट्ठा तुमं च मम. 22) P रूवणि, Jom. अवहरिया.
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३२
1 सुंदरमसुंदरं वा ण होइ पेम्मस्स कारणं एयं । पंगुलओ वि रमिज्जइ वज्जिज्जइ कुसुमचावो वि ।। 3 सो च्चिय सुहओ सो चेय सुंदरो पिययमो वि सो चेय । जो संधी- विग्गह-कारिणीऍ दिट्ठीए पडिहाई ।।
(१९१)
5 ता सुंदरि, किं बहुणा जंपिएण । अभिरमइ मे दिट्ठी तुमम्मि । तेण पसुत्तं हरिऊण संकतो गुरूणं ण गओ विज्जाहर- सेढिं । एत्थ उयहि-दीवंतरे णिप्पइरिक्के 7 समागओ त्ति । एवं च ठिए रमसु मए समय' ति । तओ मए चिंतियं । 'अव्वो,
1
I
इमे ते विज्जाहरा जे ते मह सहीओ परिहासेण भणंतीओ, मा तुमं विज्जाहरेण 9 हीरिहिसि । अहं च कण्णा, ण य कस्सइ दिण्णा । पुणो वि केणइ लक्खवइएण किराडएण परिणेयव्वा । ता एस विज्जाहरो सुरूवो असेस - जुयइ-जण-मणहरो 11 सिणेहवंतो य मं परिणेइ, ता किं ण लद्धं' ति चिंतयंतीए भणियं मए । 'अहं तए एत्थ अरण्णे पाविया, जं तुह रोयइ तं करेसु' त्ति । तओ हरिस - णिब्भरो 13 भणिउं पवत्तो ‘सुयणु, अणुग्गिहीओ म्हि' त्ति । एत्थंतरम्मि अण्णो कड्डियमंडलग्ग-भासुरो खग्ग-विज्जाहरो 'अरे रे अणज्ज, कत्थ वच्चसि' त्ति भणमाणो 15 पहरिउं पयत्तो । तओ सो वि अम्ह दइओ अणुव्विग्गो कड्ढिऊण मंडलग्गं
समुट्ठिओ । भणियं च णेण ‘अरे दुट्ठ दुब्बुद्धि कुविज्जाहर, दुग्गाहियं करेमि तुह 17 इमं कण्णय' ति भणमाणो पहरिउं पयत्तो । तओ पहरंताण य णिद्दय-असिघाय-खणखणा-रवेण बहिरिज्जति दिसि - वहाई । एत्थंतरम्मि सम - -घाएहिं 19 खंडाखंडिं गया दो वि विज्जाहर - जुवाणा । खणेण य लय - सीसा दुवे वि णिवडिया धरणिवट्ठे । ते य मुए दहूणं गुरु- दुक्ख - क्खित्त-हियविया विलविउं 21 पयत्ता । अवि य ।
हा दइय
सामिय गुण- - णिहि जिय - णाह पाह णाहति ।
1) Pom. सुंदरम ०. 2) J पंगुलिओ. 3) P च्चेय, J य for वि. 5) P अहिरमइ दिट्ठी. 6) P निप्पइरक्के. 7 ) P चट्ठीए, J adds मए ( later) after चिंतियं. 8) P इमो ते. 9) P हीरइसि, P नइ for णय, J केणइ वा लक्खएण. 10) P सरूवो. 11) J ममं for मं, J चिंतयतीय. 12) Jom. तए 13 ) P मि for म्हि, Jom. अण्णो, P कढिय. 14) P रे for अरे. 15) J ततो सो, P कट्ठिऊण. 16 ) J कुव्विज्जाहर. 17 ) J इअं for इमं, J भणमाणा, J पयत्ता. 18) P • ग्घायखणखणारवेण. 19 ) J खण्डखण्डिं P खंडाखंड,
P विज्जाहरा । खणेण. 20) P खित्तहियविय. 22 ) P जियनाम णाह राह त्ति.
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(१९२)
1 कत्थ गओ कत्थ गओ मोत्तुं मं एक्कियं रणे ।।
आणेऊण घराओ रण्णे मोत्तूण एक्कियं एण्हिं । 3 मा दइय वच्चसु तुमं अहव घरं चेव मे णेसु ।।
(१९२) एवं विलवमाणीए य मे जो मओ सो कहं पडिसलावं देइ त्ति । 5 तओ दीण-विमणा संभम-वस-विवसा जीविय-पिया इमाओ दीवाओ गंतुं
ववसिया परिब्भमामि । सव्वत्तो य भीमो जलणिही ण तीरए लंघेउं जे । तओ 7 मए चिंतियं । 'अहो, मरियव्वं मे समावडियं एत्थ अरण्णम्मि । ता तहा मरामि
जहा ण पुणो एरिसी होमि' त्ति चिंतिऊण विरइओ मे इमम्मि लयाहरम्मि लया9 पासो । अत्ताणयं च प्रिंदिउं, सोइऊण सव्व-बुहयण-परिणिंदियं महिलिया__ भावं, संभरिऊण कुलहरं, पणमिऊण तायं अम्मयं च एत्थ मए अत्ताणं ओबद्धं 11 ति । एत्थंतरम्मि ण-याणामि किं वत्तं, केवलं तुमं वीयंतो पडेण दिवो त्ति ।
तुमं पुण कत्थेत्थ दुग्गमे दीवे' त्ति । साहियं च णिय-वुत्ततं सागरदत्तेण 13 पइण्णारुहणं जाणवत्त-विहडणं च त्ति । तओ तीए भणियं ‘एवं इमम्मि विसंतुले
कजे किं संपयं करणीय' ति । सायरदत्तेण भणियं । 15 ‘जइ होइ कलिजंतो मेरू करिसं पलं च णइणाहो ।
तह वि पइण्णा-भंग सुंदरि ण करेंति सप्पुरिसा ।।' 17 तीए भणियं केरिसो तुह पइण्णा-भंगो' । सागरदत्तेण भणियं ।
संवच्छर-मेत्तेणं जइ ण समज्जेमि सत्त कोडीओ। 19 ता जलिइंधण-जालाउलम्मि जलणम्मि पविसामि ।। ___ ममं च एवं समुद्द-मज्झे भममाणस्स संपुण्णा एक्कारस मासा । अवइण्णो एस 21 दुवालसमो मासो । इमिणा एक्केण मासेण कहं पुण सत्त कोडीओ समज्जेमि । __ अह समज्जियाओ णाम कहं घरं पावेमि । तेणाहं सुंदरि, भट्ठ-पइण्णो जाओ।
1) P om. one कत्थ गओ. 2) P इन्हि. 3) J चेअ. 4) P om. य मे, J पडिसल्लावं. 5) J विवसजीविआ इमाओ. 6) J महाजलही for जलणिही. 8) Jom. पुणो, P से for मे, P लयाहरंमि पासो. 9) P om. च, P निंदिऊण सोऊण. 10) P अंबं for अम्मयं, P मए अत्ता उव्वंधेइ ति. 12) J भणियं च निययवुत्तंतं सायरत्तेण. 13) J तीय. 14) P om. किं, Jom. ति, J सायरयत्तेण. 15) P मेरूं. 16) J करंति. 17) J तीय, P पइन्ना भन्नो, J सायरयत्तेण. 19) P जालिंधण. 20) J इमं for ममं, J एत्थ for एवं, J adds य before मासा, P om. एस. 22) P कह घरं.
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(१९२)
1 ण य जुत्तं भट्ठ-पइण्णस्स मज्झ जीवियं ति । ता जलणं पविसामि' त्ति । तीए ___ भणियं ‘जइ एवं, ता अहं पि पविसामि, अण्णेसियउ जलणं' ति । भणियं च 3 तेण 'सुंदरि, कहं तुह इमं असामण्णं लायण्णं भगवं हुयासणो विणासिहिइ' ।
तीए भणियं । हूं, 5 सुंदरमसुंदरे वा गुण-दोस-वियारणम्मि जच्चंधा । ____ डहणेक्क-दिण्ण-हियओ देव्वो मयणो य जलणो य ।। । 7 ता मए वि किमेत्थ रण्णम्मि कायव्वं' । तओ ‘एवं' ति भणिऊण मग्गिउं
समाढत्ता हुयासणं । दिट्ठो य एक्कम्मि पएसे बहु-वंस-कुडंगासंग-संसग्ग9 संघासुग्गयग्गि-पसरिओ बहलो धूमुप्पीलो । पत्ता य तं पएसं । गहियाई कट्ठाई,
रइया महा-चित्ती, लाइओ जलणो, पजलिओ य । केरिसा य सा चिई दीसिउं 11 पयत्ता । अवि य,
णिद्धूम-जलण-जलिया उवरिं फुरमाण-मुम्मुर-कराला । 13 णज्जइ रयणप्फसला ताविय-तवणिज-णिम्मविया । ___ तं च तारिसं चियं दद्दूण भणियं सागरदत्तेणं । 'भो भो लोयपाला, णिसुणेह । 15 संवच्छर-मेत्तेण जइ ण समज्जेमि सत्त कोडीओ ।
ता जलिइंधण-जालाउलम्मि जलणम्मि पविसामि ।। 17 एसा मए पइण्णा गहिया णु घराओ णीहरंतेण ।
सा मज्झ ण संपुण्णा तेण हुयासं समुल्लीणो ।।' 19 तीए वि भणियं ।
'दइएण परिच्चत्ता माया-पिइ-विरहिया अरण्णम्मि । 21 दोहग्ग-भग्ग-माणा तेणाहं एत्थ पविसामि ।।'
त्ति भणमाणेहिं दोहि वि दिण्णाओ झंपाओ तम्मि चियाणले । ___1) P नइ for णय, P om. मज्झ, P पविस्सामि, J तीय. 2) J अण्णिसीअतु P अन्नेसीयउ, P जलणो त्ति. 3) J तुम for तुह, P भगवं जुयसेणो, J विणेसेहिति. 4) J तीय, P हुं. 5) P •मसुंदरं, P जच्चंधो । दहणेक्क. 8) J समाढत्तो, J य एअम्मि, P कुडंगसंसग्ग. 9) P °सुगयग्गी. 10) P महाचीई, J चिती P चीई. 12) P मुम्मर. 14) J सायरदत्तेण, J लोअवाला. 16) P ता जालिंधणजाउलंमि जलणे पविस्सामि. 18) P संपन्ना तेण हुयासणं समल्लीणो. 19) P om. वि. 20) P दइएणं परिचत्ता मायापिय. 21) J दोहग्गमाणभग्गा, P adds तेणा before तेणारं. 22) P दोहिंमि दिण्णाओ.
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(१९३) 1 (१९३) तओ केरिसा य सा चिई जाया । अवि य,
दीहर-मुणाल-णालो वियसिय-कंदोट्ट-संड-चंचइओ । 3 जाओ य तक्खणं चिय वर-पंकय-सत्थरो एसो ।। __ तं च दद्दूण चिंतियं सायरदत्तेण । 'अहो, . 5 किं होज्ज अण्ण-जम्मं किं वा सुमिणं इमं मए दिलु ।
किं इंदयाल-कुहयं जं जलणो पंकए जाओ ।।' एत्थंतरम्मि, 7 मणि-पोमराय-घडियं कणय-महाखंभ-णिवह-णिम्मवियं ।
मुत्ताहल-ओऊलं दिढ़ गयणे वर-विमाणं ।। तत्थ य, 9 वर-कणय-मउड-राहो गंडत्थल-घोलमाण-रयणोहो ।
लंब-वणमाल-सुहओ महिड्डिओ को वि देव-वरो ।। 11 तेण य संलत्तं दर-हसिय-वियसमाणाहर-फुरंत-दंत-किरण-धवलिय-दिसिवहं
'भो भो सागरदत्त, किं तए इमं इयर-जण-णिसेवियं बुहयण-परिणिंदियं अप्प13 वह समाढत्तं ति । अवि य,
दोहग्ग-भग्ग-भग्गा पइणो अवमाण-णिवडिया दुक्खे । 15 लहुय-हियया वराई णवर इमं महिलिया कुणइ ।। __तुझं पुण ण जुत्तं एरिसं ति । अह भणसि ‘सत्त कोडीओ पइण्ण' त्ति, 17 ता तं पि किं ण बुज्झसि सग्गे वसिऊण वर-विमाणम्मि ।
अम्हेहिँ समं सुहिओ चउहिं पि जणेहिं सोहम्मे ।। 19 तत्थ तए कक्केयण-इंदणील-मणि-पोमराय-रासीओ।
पम्मोक्कामुक्काओ कोसाहारो इमेहिं पि ।। 21 ता गेण्ह तुमं णाणं सम्मत्तं चेय जिणवर-मयम्मि ।
पंच य महव्वयाइं इमाओ ता सत्त कोडीओ ।।
1) P om. अवि य. 2) J संदचेंचइओ P सिंडचिंचईओ. 4) J सायरयत्तेण. 5) P अन्नजंमो. 7) P inter. पोम and मणि. 8) J मुत्ताहलऊजणदिg, P मुत्ताफलओ व्व लंगयणे दिव्वं वर. 9) P हारो for राहो. 12) J सायरदत्त, P निसवियं बहुयण, J अप्पव्वहं. 14) P भग्गलग्गा, P अवमाणणाहि निव्वडिया ।. 16) P तुज्झ पुत्त ण. 17) J किण्ण P किन्न. 18) P मि for पि. 20) J पम्मोक्कं for मुक्काओ, J मि for fq.
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(१९३) 1 अह इच्छसि किंचि धणं गेण्हसु तिगुणाओ सत्त कोडीओ ।
आरुह विमाण-मझे घरं पि पावेमि ता तुरियं ।।' 3 इमं सोऊण तं च देव-रिद्धिं णिएऊण ईहापूह-मग्गण-गवेसणं कुणमाणस्स
जाई-सरणं समुप्पण्णं । णायं च जहा । अहं सो पउमप्पहो, एत्थ चविऊण 5 उप्पण्णो । एसो उण पउमकेसरो भणिओ य मए आसि जहा 'तए अहं जिणवर__मग्गे संबोहेयव्वो' । तं संभरमाणेण इमिणा अहं मरणाओ विणियट्रिओ त्ति । 7 'अहो दढ-पइण्णो, अहो कओवयारी, अहो सिणेह-परो, अहो पेम्म-मइओ, __ अहो मित्त-वच्छलत्तणं । अवि य । 9 जीवत्तणम्मि मणुओ सारो मणुए वि होइ जइ पेम्मं ।
पेम्मम्मि वि उवयारो उवयारे अवसारो सारो ।।' 11 त्ति चिंतयंतेण पणमिओ णेण । तेणावि भणियं ‘सुट्ठ सुमरिओ ते णियय-पुव्व
भवो'। भणियं च सायरदत्तेण 'अहो रक्खिओ अहं तए संसार-पडणाओ । 13 अवि य,
जइ जलणम्मि मरंतो अट्टज्झाणेण दोग्गइं णीओ । 15 अच्छउ ता जिणधम्मो मणुयत्तणए वि संदेहो ।। ___ता सुंदरं तए कयं । आइससु किं मए कायव्वं' ति । तेण भणियं अज वि तुह 17 चारित्तावरणीयं कम्मं अत्थि, तं भुंजिऊण संजमो तए कायव्वो' त्ति । ता कुमार
कुवलयचंद, जो सो सागरदत्तो सो हं । तओ समारोविओ तेण विमाणम्मि । 19 गहिया य सा मए बाला । आरोविया विमाणम्मि एकवीसं च कोडीओ । तओ
तम्मि य विमाणवरे समारूढा संपत्ता खणेणं चेय जयतुंगं नयरिं । तत्थ 21 जण्णसेविणो घरे अवइण्णा । परिणीयाओ दोण्णि वि दारियाओ मए । तओ विमाणाख्ढा गया चंपा-पुरवरि।बह-जण-संवाह-कलयलाराव-पूरंत-कोहलं
1) J तिउणाओ. 3) P adds च after इमं, P कुणस्स for कुणमाणस्स. 4) P चइऊण. 6) Jadds वि before विणियट्टिओ. 7) P पेममइओ. 9) P जीअत्तणम्मि, P सामे for सारो. 10) P सारो हि II. 11) P om. त्ति, J मए for ते. 12) J सायरयत्तेण. 14) P दोग्गई. 15) J आ and p ती for ता. 16) P ए for तए, P
अइससु. 17) P om. तए. 18) J सागरयत्तो, J adds य before तेण. 19) P om. य. 20) P inter. चेय & खणेणं, P तुंगनयरिं. 21) P जुन्नसेट्ठिणो, J अवइण्णो.
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(१९४) 1 अवइण्णा घरम्मि । पूइआ अग्घवत्तेणं । वंदिओ गुरुयणो ।
__ (१९४) तओ देवेण भणियं । 'भो भो, तुझं दस-वास-सहस्सं सव्वाऊ, 3 तओ तिण्णि वोलीणाई, पंच य भोए भुंजसु, दुवे वास-सहस्साइं सामण्णं
पालेयव्वं' ति भणिऊण जहागयं पडिगओ इमो सो देवो । मए वि उवठ्ठावियाओ 5 एक्कवीसं कोडीओ गुरूणं । तओ णिद्ध-बंधूहिं सहिओ तिहि य सुंदरीहिं भोए
भुंजिऊण, पणइयणं पूरिऊण, णिव्विण्ण-काम-भोओ जाणिय-परमत्थो 7 संभरिय-पुव्वजम्मो सुमरिय-देव-वयणो विसुज्झत-चारित्त-कंडओ वेरग्ग
मग्गालगो, पूइऊण अरहते, वंदिऊण साहुणो, संठविऊण बंधु-वग्गं, माणिऊण 9 परियणं, संमाणिऊण पणइयणं, अभिवाइऊण गुरुयणं, दक्खिऊण विप्पयणं, __ पूरिऊण भिच्चयण, सव्वहा कय-कायव्व-वावारो धणदत्त-णामाण थेराण 11 अंतिए अणगारियं पव्वज्जमुवगओ । तत्थ य किंचि पढं तरिय-सयल-सत्थत्थो
थोएणं चेय कालेणं गहिय-सुत्तत्थो जाओ । तओ तव-वीरिय-भावणाओ 13 भाविऊण एक्कल्ल-विहार-पडिमं पडिवण्णो । तत्थ य भावयंतस्स एगत्तणं,
चिंतयंतस्स असरणत्तं, अणुसरंतस्स संसार-दुत्तारत्तणं, सुमरंतस्स कम्म15 चडुलत्तण, भावयंतस्स जिण-वयण-दुल्लहत्तण सव्वहा गुरुय-कम्म
खओवसमेणं झत्ति ओहि-णाणं समुप्पण्णं, अहो जाव रयणप्पभाए सव्व17 पत्थडाइ उड्डे जाव सोहम्म-विमाण-चूलियाओ तिरियं माणुस-णग-सिहरं ति।
तओ तम्मि एयप्पमाणे समुप्पण्णे दिटुं मए अत्ताणयं जहा । आसि 19 लोहदेवाभिहाणो, पुणो सग्गम्मि पउमप्पभो देवो, तत्तो वि एस सायर-दत्तो त्ति। __इमं च दद्रूण चिंतियं मए । 'अहो, जे उण तत्थ चत्तारि अण्णे ते कहिं संपयं' 21 ति चिंतियंतो उवउत्तो जाव दिटुं । जो सो चंडसोमो सो मरिऊण पउमचंदो ___ समुप्पण्णो । तत्तो वि सग्गाओ चविऊण जाओ विंझाडईए सीहो त्ति । माणभडो
___2) P तुब्भं for तुझं, J सहस्साई सव्वाउं, P om. य. 3) P साहिं॰ for सामण्णं. 4) P om. पालेयव्वं etc. to तिहि य सुंदरीहिं. 6) P पूरियणं. 7) P कडओ. 8) P मग्गलग्गो, P संठाविऊण. 9) P बधुयणं for परियणं, J सम्माणिऊण य पणइयणं दुक्खिऊण विप्पयणं अभि०, P दिक्खिऊण, J विप्पणं. 10) J पूइऊण, J धणउत्त. 11) Jom. य, P सव्वत्थो. 13) P om. विहार, J तत्थ वयंतस्स एअत्तणं. 14) P चित्तस्स for चिंतयंतस्स, J असरणत्तणं सरंतस्स. 15) J चदुलत्तणं (?) P चउरत्तणं, J वासयंतस्स for भावयतस्स, J सव्वहा तारूवकम्मक्ख०. 17) P ओड्ढ for उड्ड, J माणुसग्गं सिहरं. 18) P एयप्पमाणो. 21) J चिंतेंतो उवयुत्तो, J दिट्ठो for दिटुं, J पउमचंडो. 22) J inter. जाओ & चविऊण, J adds वि after माणभडो.
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(१९४) 1 मरिऊण पउमवरो जाओ । तत्तो वि चइऊण अओज्झ-पुरवरीए राइणो
दढवम्मस्स पुत्तो कुमार-कुवलयचंदो त्ति । मायाइच्चो वि मरिऊण पउमसारो । 3 तत्तो वि चविऊण दक्खिणावहे विजया-णामाए पुरवरीए राइणो महासेणस्स
दुहिया कुवलयमाला जाय त्ति । इमं च णाऊण चिंतियं मए । 'अहो, तम्मि 5 कालम्मि अहं इच्छाकारेण भणिओ जहा । 'जत्थ गया तत्थ गया सम्मत्तं अम्ह
दायव्वं' ति ।' ता सा मए पइण्णा संभरिया । ताव य आगओ एस पउमकेसरो 7 देवो । भणियं च इमिणा । अवि य,
जय जय मुणिवर पवराचरित्त सम्मत्त-लद्ध-ओहिवरा । 9 वंदइ विणएण इमो धम्मायरिओ तुहं चेय ।।।
सोऊण य तं वयणं, दळूण य इमं देवं, भणियं च मए ‘भो भो, किं कीरउ' 11 त्ति । इमिणा भणियं भगवं, पुव्वं अम्हेहिं पडिवण्णं जहा 'जत्थ गया तत्थ
गया सम्मत्तं अम्ह दायव्व' ति । ता ओ वराया इमेसु मिच्छादिट्ठी-कुलेसु 13 जाया, दुल्लहे जिणवर-मग्गे पडिबोहेयव्वा । ता पयट्ट, वच्चामो तम्मि अउज्झा__णयरीए । तत्थ कुमार-कुवलयचंद पडिबोहेमो' । मए भणिय ‘ण एस सुंदरो 15 उवाओ तए उवइट्ठो । अवि य, ___जो मयगल-गंडत्थल-मय-जल-लव-वारि-पूर-दुल्ललिओ । 17 सो कह भमर-जुवाणो भण सवसो पियइ पिचुमदं ।। ___ तत्थ य सो महाराया बहु-जण-कलयले दलृ पि ण तीरइ । अच्छउ ता धम्म 19 साहिऊण । अह कहियं पि णाम, ता कत्थ पडिवजिहि त्ति । अवि य,
जाव ण दुहाइँ पत्ता पिय-बंधव-विरहिया य णो जाव । 21 जीवा धम्मक्खाणं ण ताव गेहंति भावेण ।। __ता तुमं तत्थ गंतुं तं कुमारं अक्खिवसु । अहं पि तत्थ वच्चामि जत्थ सो
1) P पउमसारो for पउमवरो, J चविऊण. 2) P दढधम्मस्स, P om. वि, P om. पउमसारो । तत्तो वि चविऊण. 5) J इच्छक्कारेण, P adds स after तत्थ. 6) J om. ताव य. 8) P पवर for पवरा. 10) J इमं च तं देवं, P om. च before मए, P om. one भो. 12) P ता वेरा वराया. 13) P दुल्लह, P पय?, P अउज्झनयरीए । कुमार. 15) J उवविठ्ठो. 16) J गय for गल, P वर for लव. 17) P पिउमंद. 18) J तत्थ सो राया, J दद्रूण वि ण, J आ for ता, P धम्मसाहकहियं. 19) P पडिवजिहिति त्ति. 20) J inter. दुहाई & ण (न in J). 22) Jom. तं.
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(१९५) 1 चंडसोम-सीहो । तत्थ य पइरिक्के अरण्णम्मि संपत्त-दुक्खो दिट्ठ-बंधु-विओगो
राय-तणओ सुहं सम्मत्तं गेण्हिहिइ त्ति । इमं च भणिऊण अहं इहागओ । इमो 3 य अउज्झाए संपत्तो । तत्थ तक्खणं विणिग्गओ तुमं तुरयारूढो वाहियालीए
दिट्ठो । अणुप्पविसिऊण तुरंगमे उप्पइओ य तुम घेत्तूणं । तए य तुरओ पहओ। 5 इमिणा मायाए मओ विय दसिओ, ण उण मओ । तुह केवलं आसा-भंगो
कओ त्ति । तओ कुमार तुम इमिणा तुरंगमेणं अक्खित्तो इमं च संमत्त-लंभं 7 कजं हियए काऊण मए तुम हराविओ । इमाइं ताई पुरंतणाई अत्तणो रूवाई __ पेच्छसु' त्ति । दिटुं च कुवलयचंदेण अत्तणो रूवं । 9 (१९५) कुवलयमालाए सव्वाणं च पुव्व-जम्म-णिम्मियं भूमीए णिहित्तं
साहिण्णाणं तं च दसिऊण भणियं मुणिवरेण । 'कुमार, एवं संठिए इमम्मि 11 कज्जम्मि जाणसु विसमो संसारो, बहु-दुक्खाओ णरए वेयणाओ, दुल्लहो
जिणवर-मग्गो, दुप्परियल्लो संजम-भारो, बंधणायारो घर-वासो, णियलाई 13 दाराई, महाभयं अण्णाणं, दुक्खिया जीवा, सुंदरो धम्मोवएसो, ण सुलहा ___ धम्मायरिया, तुलग्ग-लद्धं मणुयत्तणं । इमं च जाणिऊण ता कुमार, गेण्हसु 15 सम्मत्तं, पडिवज्जसु साहु-दक्खिण्णं, उच्चारेसु अणुव्वए, अणुमण्णसु गुणव्वए,
सिक्खसु सिक्खावए, परिहर पावट्ठाणे' त्ति । इमं च एत्तियं पुव्व-जम्म-वुत्तंतं 17 अस्सावहरणं च अत्तणो णिसामिऊण संभरिय-पुव्व-जम्म-वुत्तंतो भत्ति-भर
णिब्भर-पणउत्तिमंगो पयलंत-पहरिस-बाह-पसरो पायवडणुट्ठिओ भणिउं 19 पयत्तो । ‘अहो, अणुग्गहिओ अहं भगवया, अहो दढ-पइण्णत्तणं भगवओ, ___ अहो कारुणियत्तणं, अहो कओवयारित्तणं, अहो णिक्कारण-वच्छलत्तणं, अहो 21 साणुग्गहत्तणं भगवओ । भगवं, सव्व-जग-जीव-वच्छल, महंतो एस मे अणुग्गहो कओ, जेण अवहाराविऊण सम्मत्त मह दिण्ण ति । ता देसु मे महा
1) Jom. य, J दिट्ठबंधवविओओ य राय. 2) P om. त्ति, P om. अहं. 3) Jadds य after तत्थ. 4) P पविसिऊण, P om. य. 5) J इव for विय, J तुहं. 7) P om. कज्जं, P om. काऊण, P पुरत्तणाई. 8) P पेच्छइ त्ति, P अत्तणा. 9) P सयव्वाणं चिय पुव्वजमनिमित्तं. 10) P एवं पि सट्ठिए. 11) Jom. कज्जम्मि, Jom. बहु, Jणरयवेयणाओ. 12) P दुपरियल्लो, J यारा घरणिवासो. 14) P तुलग्गलग्गं माणुसत्तणं. 15) P दक्खिणं. 16) P पावट्ठाणो. 17) P om. जम्म, P भत्ति भरत्तिभरनिब्भर. 18) J पणयुत्तमंगो, P om पहरिस, P पायपडणु०. 19) P गिहीओ for अणुग्गहिओ, Jom. अहं, P om. भगवओ. 20) Jom. अहो कारुणियत्तणं, P साहु for अहो after वच्चलत्तणं. 21) P जय for जग. P inter. मे & एस. 22) J अवहरिऊण P अवहराविऊण, P मे संसायरत्तरंडयं जिणधम्मं दुक्खनिग्गहं ति ।.
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(१९५) 1 संसार-सायर-तरंडयं जिणधम्म-दिक्खाणुग्गहं ति । मुणिणा भणियं । कुमार,
मा ताव तूरसु । अज्ज वि तुह अत्थि सुह-वेयणिजं भोय-फलं कम्मं । तो तं 3 णिज्जरिय अणगारियं दिक्खं गेण्हहिह त्ति । संपयं पुण सावय-धम्म परिवालेसु'
त्ति । इमं च भणिओ कुमार-कुवलयचंदो समुट्ठिओ । भणियं च णेण । ‘भगवं 5 णिसुणेसु,
उप्पह-पलोट्ट-सलिला पडिऊलं अवि वहेज सुर-सरिया । 7 तह वि ण णमिमो अण्ण जिणे य साहू य मोत्तूण ।। अण्ण च ।
हंतूण वि इच्छंतो अगहिय-सत्थो पलायमाणो वि । 9 दीणं विय भासंतो अवस्स सो मे ण हंतव्वो ।।'
भगवया भणियं एवं होउ'त्ति । एत्तियं चेय जइ परं तुह णिव्वहई' त्ति । उवविट्ठो 11 य कुमारो । भणियं च मुणिणा । 'भो भो मइंद, संबुद्धो तुमं । णिसुयं तए
पुव्व-जम्म-वुत्तत । ता अम्हे वि तुम्ह तं वयण संभरमाणा इहागया । ता 13 पडिवजसु सम्मत्तं, गेण्हसु देस-विरई, उज्झसु णिसंसत्तणं, परिहर पाणिवहं
मुंचसु कूरत्तणं, अवहरेसु कोवं ति । इमिणा चेय दुरप्पणा कोवेण इमं अवत्थंतरं 15 उवणीओ सि । ता तह करेसु इमो कोवो जहा अण्णम्मि वि भवंतरम्मि ण
पहवइ' त्ति । इमं च सोऊण ललमाण-दीह-णंगूलो पसत्त-कण्ण-जुयलो 17 रोमंच-वस-समूससंत-खंधरा-केसर-पब्भारो समुट्ठिओ धरणियलाओ,
णिवडिओ भगवओ मुणिणो चलण-जुयलयम्मि, उवविठ्ठो य पुरओ । अदूरे 19 कय-करयलंजली पच्चक्खाणं मग्गिउं पयत्तो । भगवया वि णाणाइसएण णाऊण
भणियं । कुमार, एसो मयवई इमं भणइ जहा । महा-उवयारो कओ भगवया, 21 ता किं करेमि । अम्हाणं अउण्ण-णिम्मियाणं णत्थि अणवज्जो फासुओ __ आहारो । मंसाहारिणो अम्हे । ण य कोइ उवयारो अम्ह जीविय-संधारणेणं ।
2) P झूरसु for तूरसु, P भोयप्फलं, P ता तंभि निजरिए. 6) J पडिऊणं P पडिकूलं अवि हवेज सुर. 8) P अन्नहिय. 12) J तुज्झ for तुम्ह, J वयणं भरमाणा. 13) P नीसंसत्तणं. 14) P अवहारेसु, P इति मिणा, P अवत्थंतरमुव०. 15) J तहा for तह, Jom. वि. 16) P पवहइ, Jom. पसत्तकण्णजुयलो. 18) J जुवलयंमि, P om. अदूरे ।. 19) P कयकरयंजली. 20) P मयई इमं. 21) P फासुअ अहारो. 22) P om. अम्ह.
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(१९६)
४१ 1 ता ण जुत्तं मम जीविउं जे । तेण भगवं मम पच्चाहिक्खाहि अणसणं ति ।'
‘इमं च भो देवाणुप्पिया, कायव्वमिणं जुत्तमिणं सरिसमिणं जोग्गमिणं ति 3 सव्वहा संबुद्ध-जिणधम्मस्स तुज्झ ण जुज्जइ जीविउं जे'भणमाणेण मुणिणा
दिण्णं अणसणं । तेणावि पडिवण्णं विणओणमंत-भासुर-वयणेणं । गंतूण य 5 फासुए विवित्ते तस-थावर-जंतु-विरहिए थंडिल्ले उवविठ्ठो । तत्थ य माणसं
सिद्धाण आलोयणं दाऊण पंच-णमोक्कार-परायणो भावेंतो संसारं, चिंतेंतो 7 कम्म-वसयत्तणं, पडिवजंतो जीव-दुस्सीलत्तणं अच्छिउं पयत्तो ।
(१९६) भणियं च कुमारेण भगवं, सा उण कुवलयमाला कहं पुण 9 संबोहेयव्वा'। भगवया भणियं । ‘सा वि तत्थ पुरवरीए चारण-समण-कहाणएणं
संभरिय-पुव्व-जम्म-वुत्तंता पादवं लंबेहि त्ति । तत्थ य तुमं गंतूण तं पादयं 11 भिंदिऊण तुमं चेय परिणेहिसि । तुज्झ सा महादेवी भवीहइ । तीए गब्भे एस
पउमकेसरो देवो पुत्तो पढमो उववज्जीहिइ । ता वच्च तुमं दक्खिणावह, संबोहेसु 13 कुवलयमालं' ति भणमाणो समुट्ठिओ भगवं जंगमो कप्प-पायवो महामुणी ।
देवो वि 'अहं तए धम्मे पडिबोहेयव्वो' त्ति भणिऊण समुप्पइओ णहगणे। तओ 15 कमारेण चिंतियं । एयं भगवया संदिटुं जहा दक्षिणावहं गंतूण कुवलयमाला
संबोहिऊण तए परिणेयव्व त्ति । ता दक्खिणावहं चेय वच्चामि । कायव्वमिणं 17 ति चिंतयंतो चलिओ दक्खिणा-दिसाहत्तं । दिट्ठो य सो सीहो । तं च दगुण
संभरियं इमिणा कुमारेण कुवलयचंदेण पुव्व-जम्म-पढियं इमं सुत्तंतरं भगवओ 19 वयण-कमल-णिग्गयं । अवि य, जो मं परियाणइ सो गिलाणं पडियरइ । जो
गिलाणं पडियरइ सो ममं परियाणइ त्ति । सव्वहा, 21 साहम्मिओ त्ति काउं णिद्धो अह पुव्व-संगओ बंधू ।
एक्कायरियमुवगओ पडियरणीओ मए एसो ।।
1) J युत्तं for जुत्त, P पच्चक्खाहि. 2) J जुत्तं णिमं सरीसं णिमं जोग्ग०. 3) P संबुद्धा, J जिणधम्म तुज्झ, P om. तुज्झ. 4) P दिन्नं । निराया मणविपडिवनं विणउणमंत. 5) P थडिल्ले, P तत्थ for य, P माणसिद्धाण. 6) P चिंतयतो. 7) P पट्ठिवज्जतो, P ठिओ for अच्छिउं पयत्तो. 9) J कुहाणएण. 10) P पाययलबेहिं तत्थ, P मंतूण for गंतूण, P पाययं. 11) J भवीहति । तीय. 12) J om. पढमो, J उववजिहिति P उववजिहिइ. 13) P भगवं जमपायवो. 14) P समप्पइओ नहं । 15) P चिंतिउं । एवं च भगवया. 16) P चेव. 17) P om. ति, P सीहो । दट्टण तं संभरिय कुवलय.. 18) Jom. कुवलयचंदेण. 20) J ममं परियाणति, J पडियरति in both places, J परियाणति ति P परियायण त्ति. 21) J मज्झ for बंधू. 22) J परिअरणीओ.
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२
(१९६) 1 अण्णहा सउण-सावय-कायलेहिं उवद्दवीयंतो रोदं झाणं अटुं वा पडिवजिहिइ ।
तेण य णरयं तिरियत्तं वा पाविहि त्ति । तेण रक्खामि इमं जाव एसो देवीभूओ 3 त्ति । पच्छा दक्खिणावह वच्चीहामि त्ति चिंतयंतो कण्ण-जावं दाउमाढत्तो,
धम्म-कहं च । अवि य । 5 जम्मे जम्मे मयवइ मओ सि बहुसो अलद्ध-सम्मत्तो ।
तह ताव मरसु एण्हिं जह तुह मरणं ण पुण होइ ।। 7 एवं च धम्मकह णिसामंतो तइय-दियहे छहा-किलंत-देहो णमोक्कार-परायणो
मरिऊण सागरोवमट्टिईओ देवो जाओ । तत्थ भोए भंजतो अच्छिउँ पयत्तो । 9 तओ तं च मयवइ-कलेवरं उज्झिऊण कुमार-कुवलयचंदो गंतु पयत्तो दक्खिणं
दिसाभायं । कहं । अवि य, 11 तुंगाइँ गयउल-सामलाइँ दावग्गि-जलिय-सोहाई।।
अहिणव-जलय-समाई लंघेतो विंझ-सिहराई ।। 13 तओ ताणं च विंझ-सिहराणं कुहरंतरालेसु केरिसाओ पुण मेच्छ-पल्लीओ
दिट्ठाओ कुमारेणं । अवि य । 15 अहिणव-णिरुद्ध-बंदी-हाहा-रव-रुण्ण-करुण-सद्दाला ।
सद्द-वियंभिय-कलयल-समाउलुब्भंत-जुयइ-जणा ।। 17 जुयई-जण-मण-संखोह-मुक्क-किंकिं-ति-णिसुय-पडिसद्दा ।
पडिसद्द-मूढ-तण्णय-रंभिर-णेहोगलंत-गोवग्गा ।। 19 गोवग्ग-रंभिरुद्दाम-तण्णउब्बिंब-धाविर-जणोहा ।
इय एरिसाओ दिट्ठा पल्लीओ ता कुमारेण ।। 21 दिट्ठाइ च कलधोय-धोय-सिहर-सरिसाइ वण-करि-महादत-संचयइ, अंजणसेल-समइं च महिस-गवलुक्कुरुडई । तण-मह-क्खल-समई च दिट्ठाइं चारु
1) P सावय कायकायलेहि, J जिहि त्ति । 2) J तिरियं तिरिअत्तं वा पावीहिति, P तिरियं ति वा. 3) P वच्चहामि चिंत०, P दाउं समा०. 4) Jom. धम्मकहं च. 6) P चरसु for मरसु, P ज for जह, P inter. पुण and ण (न in p) I. 7) P देहे for दियहे. 8) J सायरोवमठितीओ. 10) J दिसाभोअं, P कहा for कह. 12) P गवल for जलय, P लंघतो. 13) P om. पुण. 15) P om. रूण्ण. 16) J जुअईअण. 17) Jom. णिसुय (emended) P निसुह. 18) J रहिरनेहो अणंतगोवग्गा. 19) J तंणबुद्धाविर P तन्नउम्बेम्बधाविर. 21) P om. धोय, P संवयम for संचयइं. 22) J क्कुरूडयं P कुरूडई, P च इ दिट्ठई.
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(१९६) | चमरी-पुच्छ-पब्भारई । जहिं मऊर-पिंछच्छाइएल्लय मंडव विरइय-थोर
मुत्ताहलोऊल व त्ति । जहिं च थूरिएल्लय महिसा, मारिएल्लय बइल्ला, 3 वियत्तिएल्लियाओ गाईओ, पउलिएल्लिय छेलय, पक्केल्लिय सारंग, वुत्थेल्लय सूयर,
णिप्पिंच्छिएल्लय सुय-सारिया-तित्तिर-लावय-सिहि-संचय व त्ति । अवि य । 5 सव्वहा
पहरण-विभिण्ण-जिय-देह-णिग्गउद्दाम-रुहिर-पंकेण । 7 जण-चलण-चमढिय तबिरइज्जइ कोट्टिम-तलं व ।।
जहिं च महामुणि-जइसय धम्म-मेत्त-वावार-रसिय वसंति जुवाणय, अण्णे 9 णारायण-जइसय सुर-कजेक्क-वियावड, अण्णे तिणयण-जइसय सर___मोक्खग्गि-णिडड्ड-तिउर-महाणयर व, अण्णे पुण मयवइ-जइसय दरिउम्मत्त11 महा-वण-गइंद-वियारिय-कुंभयड, अण्णे पुण पुल्लि-समाण मत्त-महा-महिस
णिद्दलणेक्क-रसिय । जहिं च पत्त-साड-समई हत्थ-पाय-छेज्जई, अंदोलय13 हेला-सरिसइं उब्बंधणई, सीहासण-सुहइं सूलारोवणई, अंगवालिया-करई
करि-चलण-चमढणई, झंपुल्लिया-खेल्लणइं गिरि-तडावडणई, अहिय15 मासावगत्तण-समई कण्ण-णासाहरो?-वियत्तणई, मज्जण-कीला-तुलणाई
जल-विच्छुहणई, सीयावहरणइं जलण-पवेसणई मण्णंति । अवि य । 17 जं जं कीरइ ताणं दुक्ख-णिमित्तं ति मारण-छलेणं ।
तं तं मण्णंति सुहं केण वि पावेण कम्मेण ।। 19 जहिं च पावकम्महं चिलायहं दुट्ट-घोट्ट-जइसउं बंभणु मारियव्वउ, भत्त-सूइ
सरिसओ गामाइ-वहो, ऊसव-सरिसओ परदार-परिग्गहो, पुरोडासु-जइसओ 21 सुरा-पाणु, ओंकारो जइसओ चोर-विण्णाणु । गायत्ति-जइसिय बहिणि-गालि । ___जहिं च सवहई माइं से भहिणिं से पई मारेमि तओ लोहिउं पियमि त्ति । इमेहिं
1)P पुंछ, J कहिं च मऊर, P ०इपल्लव, J मंडवा. 2) J मुत्ताहलाऊले, P थूरएल्लएय, J महिसय. 3) J •एल्लिअओ, J ०एल्लय, P एक्केल्लय, P गुच्छेल्लय सूयरे वोणि नि-छपल्लय. 4) P सिहिसंघव त्ति. 6) J विभिण्णे, J णिग्गयुद्दाम. 7) P तंबिरजइ, J कोट्टिमयलं व्व. 8) P वावारसिय, P जुवाणा. 9) Jणारायणु. 10) P निद्दड्ड, J अण्णि-वणि मयवइ. 11) J कुंभयड अवि य अण्णि पणि पुल्लि. 12) P रसिया ।, J जाहं च for जहिं च, P समयं. 13) P सरिसई उवबंधणई, P अंगावालिया, J अरई करचलण. 14) P चमुड्ढणई संवुल्लिया, J खेलणई, P गिरिउडा. 15) J मासावगमई, P कीलातुलई. 16) P •हणयं, J प्पवेसई, P पवेसणयं पन्नति. 17) P ता for ताणं, P मारणत्थेण. 19) J जाहं च पावकम्म चिला०, P चि P च, P चिलाहं दुट्ठा, J repeats जइ, P बंभण मारियव्वउं, J भत्तसूअ. 20) P गोमाइवहो । ऊसवो जइसओ । परदारपरिग्गहो पुरोडासु जइसओ परदार परियहो । पुरोडासु जइसओ सुरापाणकारो जइसओ । सुरापाणा । उंकारो. 21) P विन्नाणो. 22) J जाहं for जहिं, P सवहिं माहि से बहिणि से पइ, J जे for से before पई.
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(१९७) 1 एरिसेहिं चिलाएहिं दिव्वो त्ति काऊण ससंभमं णमिजंतो पयत्तो । केरिसाई पुण
ताणं वीसत्थ-मंतियई णिसामेइ । अवि य । 3 हण हण हण त्ति मारे-चूरे-फालेह दे लहुं पयसु । ___रुंभसु बंधसु मुयसु य पियसु जहिच्छं छणो अज्ज ।। 5 (१९७) ताओ तारिसाओ विंझ-कुहर-पल्लीओ वोलिऊण कुमारो संपत्तो
विंझ-रण्णे, तम्मि य वच्चमाणस्स को कालो पडिवण्णो । अवि य । 7 फरुसो सहाव-कढिणो संताविय-सयल-जीव-संघाओ।
गिम्ह-च्छलेण णज्जइ समागओ एस जम-पुरिसो ।। 9 जत्थ य पिय-पणइणीओ इव अवगूहिज्जंति गंध-जल-जलद्दियओ, सहसागओ __ पिय-मित्तो व्व कंठ-वलग्गो कीरइ मुत्ता-हारो, पिय-पुत्तो व्व अंगेसु लाइज्जइ 11 चंदण-पंको, गुरुयणोवएसई व कण्णेसु कीरति णव-सिरीसइं, माया-वित्तइं जह
उरिजति कोट्टिमयलई ति । अवि य किंच होऊण पयत्तं । वियसंति 13 पाडलाओ । जालइज्जति मल्लियाओ । परिहरिजंति रल्लयई । सेविजंति __जलासयई । परिहरिजंति जलणइं । बद्ध-फलई चूयई । वियलिय-कुसुमई 15 कणियार-वणई । परिसडिय-पत्तई अंकोल्ल-रुक्खई ति । अवि य ।
मोत्तूण चूय-सिहरं पइसइ णव-तिणिस-गुम्म-वण-गहणं । 17 हं हं ति वाहरंती णिदाह-डड्डा व वणराई ।। ___ केसु पुण पएसेसु किं किं कुणइ गिम्ह-मज्झण्हो । अवि य फुरफुरेइ णीलकंठ19 कंठेसु, अंदोलइ मइंद-ललमाण-जीहंदोलणेसु, णीससइ थोर-करिवर-करे, ___ पज्जलइ दवाणलेसु, धूमायइ दिसा-मुहेसु, धाहावइ चीरी-रुएसु, णच्चइ 21 मयतण्हा-जल-तरंग-रंगेसु, संठाइ विंझ-सिहरेसु । मूयलिज्जइ महाणईसु ति ।
अवि य । ___2) P ताणं कीस थमंतियाइं. 3) P om. one हण. 4) J रूंधसु P रूभसुं, P जहिच्छच्छणा. 6) P om. तम्मि य, Jom. अवि य. 9) J च for य, P पणइणि उवगू०, J अवऊहिजंति, P जलद्दीओ. 10) J कंठलग्गो. 11) P वित्तरं जह उवरियजंति कोट्टिमतलं ति. 12) P किं चि होऊण. 13) P जालिजंति, J मल्लिअओ, P रल्लियई । सोविजंति. 14) P फलयई पूवई. 15) P रूक्खयं. 16) P पइस नव. 17) P हुं हु ति वाहारन्ती निदाहदड्डा व वणराई, J णिआह....वणसवई. 18) P om. one किं, P किं पुणइ, P मज्झण्णो, P नीलयंठ. 19) P मंडल for मइंद, P जीहंदोलएसु. 20) P कहावेइ (for धाहावेइ) भीरीरूवेसु. 21) P महतण्हाजलतरंगेसु, Jom. संठाइ विंझसिहरेसु, J मूलिज्जइ महाडइसुं.
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(१९७) 1 उग्गाइ हसइ गायइ णच्चइ णीससइ जलइ धूमाइ ।
उम्मत्तओ व्व गिम्हो ण णजए किं व पडिवण्णो ।। 3 केसु पुण पएसेसु गिम्ह-मज्झण्हं वोलावेंति जंतुणो । अवि य महावण-णिउंजेसु
वण-करि-जूहइं, गिरिवर-गुहासु मयवइणो, उच्चत्थलीसु सारंग-जूहई, वच्छ5 च्छायासु पसु-वंद्रई, सरिद्दह-कूलेसु गाम-चडय-कुलई, सरवरेसु वण-महिस
जूहई, पेरंत-खंजणेसु कोलउलई, जालीयलेसु मोरह-वंद्रई, पवा-मंडवेसु 7 पहिय-सत्थई ति । अवि य ।।
सो णत्थि कोइ जीवो जयम्मि सयलम्मि जो ण गिम्हेण । 9 संताविओ जहिच्छं एक्कं चिय रासहं मोत्तुं ।।।
तम्मि य काले पुरवर-सुंदरीओ कइसियओ जायल्लियओ । कप्पूर-रेणु-रय11 गुंडियओ सिसिर-पल्लवत्थुरणओ पाडला-दाम-सणाह-कंठओ मल्लिया-कुसुम
सोहओ पओहर-णिमिय-मुत्ता-हारओ कोमल-तणु-खोम-णिवसणओ 13 धाराहर-संठियओ तालियंट-पवण-लुलियालयओ विइण्ण-चंदण-णेडालियओ
दीहर-णीसास-खेइयओ साहीण-दइयओ वि णज्जइ पिययम-विरहायल्लय15 संताव-तवियओ त्ति । अवि य ।
किंसुय-लयाओ पेच्छह परिवियलिय-रत्त-कुसुम-जोग्गाओ। 17 गिम्ह-पिय-संगमेणं बद्ध-फलाओ व्व दइयाओ ।।
दद्ण तमाल-वणं देंत भमराण कुसुम-मयरंदं । 19 उयह विणओणयंगी भमरे पत्थेइ तिणिस-लया ।।
कंद-फलाई पुरओ पासम्मि पिया महुं च पुडएसु । 21 पल्लव-सयण सिसिर गिम्हे विंझम्मि वाहाणं ।।
कह कह वि णेति दियह मज्झण्हे गाम-तरुण-जुवईओ ।
2) P किं चि for किंच. 3) J केसु उण, P गिम्हण्हं, P पाणिणो for जंतुणो, P om. अवि य. 4) P जूहाई, P उच्चच्छली सारंगजूहइ. 5) P सिरिद्दहकुलेसु गामवियडकुलाई सरोवरेसु रणमहिस, J सरवरोवरेसु. 6) P कोसलउलई, P मोरचंद्रयं ति (perhaps j too has ति) ।. 8) P जगंमि, P को for जो. 10) P काले खरसुंदरीओ कयसिओ, P कण्णय for कप्पूर. 11) P गुंडियाउ, J पल्लवुत्थुरणओ P पल्लवत्थुरणओ, P मल्लिय. 12) P नमिय for णिमिय. 13) P पवणतुलिया०, P वियव्व for विइण्ण, P निडालियाओ. 14) P खेड्ययओ, P चइयओ वणिज्जइ विययम विरहाइल्लाय. 16) P केसुय for किंसुय. 17) P बहुप्फलाओ. 19) P अह for उयह. 20) P कंदप्फलाई, P जलं for महं. 22) P णेत.
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(१९८)
1 अवरण्ह-मज्जण-सुहं गामयलायम्मि भरिरीओ ।।
चिंतिज्जइ जो वि पियत्तणेण हिययम्मि णाम पविसेज्ज । 3 हय-गिम्ह-तविय-देहो सो च्चिय तावेइ सुरयम्मि ।।
मज्झण्ह-गिम्ह-ताविय-पवणुद्धय-वालुयाएँ णिवहेण । 5 हिरिमंथए वि जीवे पेच्छह पउलेइ कह सूरो ।।
इय मंडल-वाउली-धूलि-समुच्छलिय-जय-पडायाहिं । 7 धवलुत्तुंगाहिँ जए गिम्हो राया पइट्ठविओ ।।
जहिं च बहु-विडयणोवसेव्वओ वेसओ जइसियओ होंति गाम-तरुवर9 च्छायओ । किमण-दाणइं जइसई तण्हाच्छेय-सहई ण होति गिरि-णइ
पवाहई । पिययम-विरह-संताव-खेड्यओ पउत्थवइया-सरिसियओ होंति 11 णईओ । महापहु-सरीरइं जइसई असुण्ण-पासइं होति कुयडयडई । गयवइयओ
जइसियओ कलुण-चीरि-विरावेहिं रुयंति महाडईओ । जुण्ण-घरिणियओ 13 जइसियओ बहुप्पसूयओ होंति सत्तलियओ । जिणवरोवइट्ठ-किरियओ
जइसियओ बहप्फलओ होति सहयार-लयओ त्ति । अवि य । 15 कुसुमाइँ कोट्टिमयलं चंदण-पंको जलं जलद्दीया ।
अवरह-मज्जणं महिलियाण गिम्हम्मि वावारा ।। 17 (१९८) एयारिसम्मि य गिम्ह-समए तम्मि विंझगिरि-रण्णम्मि वट्टमाणस्स
रायउत्तस्स का उण वेला वट्टिउं पयत्ता । अवि य । 19 मयतण्हा-वेलविए तण्हा-वस-कायरे घुरुहुरंते ।
वियरंति सावय-गणे कत्थ वि णीरं विमग्गंते ।। 21 ओसरयइ डहणो विअ इंदाएँ दिसाएँ णोल्लिओ व्व रवी ।
ईसाएँ वारुणीऍ वि वट्टइ दोण्हं पि मज्झम्मि ।। ____1) J भरईओ. 3) P विय for च्चिय. 5) J हिरिमत्थएव्व जीवे, P सूरा. 6) P जमवडा. 7) P धवलुत्तुंगाई, J पयट्ठाविओ. 8) P •णोवसेओ, P तरूयरच्छाइओ । किविण. 9) P जइसययं तणहाछेय, P गितिनइं. 10) P खेइयउत्थ. 11) P after नईओ repeats किविणई जइसययं तण्हाछेय सहइं न होंति गिरिनई पअओ, P om. महापहुसरीरइं etc. to गयवइयओ. 12) P कलुणवीररावेहि, J घरिणीओ. 13) P होति सललिओ, P लयाउ त्ति. 16) P वावारो. 17) P om. य, P वट्टमाणराय०. 18) P ऊण for उण. 19) P वसरकायरे फुरफुरेंते. 20) P वयग्गंते. 21) J डहणो सिय दिसाथ. 22) P ईसा घारूणीए, J ईसा (ए added after) वारूणीअ.
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(१९८)
४७ 1 एयारिसे य गिम्ह-मज्झण्ह-समए तम्मि महारण्णम्मि तण्हा-छुहा-किलंत
सरीरो गंतु पयत्तो। जत्थ य चिरिचिरेंति चीरिओ, सरसरेंति सरलिओ, धमधमेति 3 पवणया, हलहलेंति तरुयरा, धगधगेति जलणया, करयरेंति सउणया, रणरणेति
रण्णया, सरसरेंति पत्तया, तडतडेंति वंसया, घुरुघुरेति वग्घया, भगभगेति 5 भासुया, सगसगेंति मोरय त्ति । अवि य ।
इय भीसण-विंझ-महावणम्मि भय-वज्जिओ तह वितोसो । 7 वियरइ राय-सुओ च्चिय हिययं अण्णस्स फुटेज्जा ।।
तओ रायउत्तस्स अहियं तण्हा बाहिउँ पयत्ता । ण य कहिंचि जलासयं दीसइ । 9 तओ चिंतियं रायउत्तेण ।
___ अच्छीसु णेय दीसइ सूसइ हिययं जणेइ मोहं च । 11 आसंघइ मरणं चिय तण्हा तण्ह व्व पुरिसाणं ।।। ___ता सव्वहा अच्छउ गंतव्वं । इमम्मि महारण्णम्मि जलं चिय विमग्गामि ।' इमं 13 च चिंतेंतो उवगओ मयतण्हा-वेलविजमाण-तरल-लोयण-कडक्ख-विक्खेवो
कं पि पएसंतरं । तत्थ य दिट्ठाई एक्कम्मि पएसे इमिणा वण-करिवर-जूह15 पयाई । दटूण य ताई चिंतियं णेण । 'अहो, इमं हत्थि-जूहं कत्थ वि सरवरे
पाणियं पाऊण अरण्णे पविट्ठ ति । कहं पुण जाणीयइ । ओयरिय-कर-सलिल17 सीयरोल्लाई भूमि-भागाइं । अह होज मय-जलोल्लियइं । तं च णो । जेण इहेव
जाई मय-जलोल्लियई ताई भमिर-भमरउल-पक्खावली-पवण-पव्वायमाणाई 19 लक्खिजति । अद्दद्द-कद्दमुप्पंक-चरणग-लग्ग-णिक्खेव-कलंकियाई दीसति
इमाइं । चंचल-करि-कलह-केली-खंडियाइं धवल-मुणाल-सामलाई दीसंति । 21 इमाइ च ललिय-मुद्धड-करेणु-कर-संवलिय-मुणालेदीवर-सरस-तामरसगब्भ-कमलिणी-कवल-खंडणा-खुडियई मयरंद-गंध-लुद्ध-मुद्धागयालि
1) P मज्झणसमए. 2) P चिरिचिरेंत चीरियओ झरज्झारेंति ज्झरलीओ । धमधमेति. 3) J जलणओ, P करयरंति. 4) P तडतडेति, P भगभंगेति. 5) P रूसुया, J मोरयं P मोरिय. 7) J विच्चरइ. 10) P repeats दीसइ, P भूसइ for सूसइ. 12) J आगंतव्वं for गंतव्वं, P विमग्गावि. 13) P चिंतयंतो, P om. तरल. 14) P ट्ठियाई for दिट्ठाई, P वर for वण. 15) P om. य, P चिंतियमणेण. 16) J जाणीयति, P जाणियइ, P ओयच्छिय. 17) J सीमलोरल्लाइं भूमिभायाई, P जलोल्लियाई in both places. 18) P repeats ताई. 19) J लक्खिज्जइ, J कच्चमु. P कद्दमुप्पन्नचरणग्गलग्गं. 20) P कलकेली. 21) J मुद्धकरेणू, P संचालियमुणालइंदीवर. 22) J खुडियमयरंद, P खुडियाई, J गंधलुद्धागयालि, P मुद्दागयालि.
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(१९८) 1 हलबोल-रुणुरुणेतई उज्झियइं च दीसंति णीलुप्पल-दलद्धई । ता अस्थि
जीवियासा, होहिइ जलं ति। कयरीए उण दिसाए इमं वण-करि-जूहं समागयं।' 3 णिरूवियं जाव दिटुं । 'अरे इमाए दिसाए इमं वण-करि-जूह, जेणेत्थ पउर
सलिल-कद्दम-मुणाल-विच्छड्डो दीसई' त्ति चिंतयंतो पयत्तो गंतुं । अंतरेण दिट्ठ 5 णीलुव्वेल्लमाण-कोमल-सिणिद्ध-किसलयं वणाभोगं । तं च दद्दूण लद्ध
जीवियासो सुट्ठयरं गंतु पयत्तो । कमेण य हंस-सारस-कुरर-कायल-बय7 बलाहय-कारंड-चक्कवायाणं णिसुओ कोलाहल-रवो । तओ 'अहो, महतो
सरवरो' त्ति चिंतयंतो गंतुं पयत्तो रायउत्तो । कमेण य दिलृ कमल-कुवलय9 कल्हार-सयवत्त-सहस्सवत्तुप्पल-मुणाल-कमलिणी-पत्त-संड-संछाइय-जलं
वियरमाण-महामच्छ-पुच्छच्छडा-भिज्जमाण-तुंग-तरंग-संकुलं णाणा-वण्ण11 पक्खि-संघ-मंडिय-तीरं माणस-सरवर-सरिसं महासरवरं ति । अवि य ।
वियसंत-कुवलयच्छं भमरावलि-भमिर-कसण-भुमइल्लं । 13 सुद्ध-दिय-चारु-हासं वयणं व सरं वण-सिरीए ।।
तं च दद्रूण ऊससियं पिव हियवएणं, जीवियं पिव जीविएणं, पच्चागयं पिव 15 बुद्धीए, सव्वहा संपत्त-मणोरहो इव, संपत्त-सुविजो विव विजाहरो, सिद्ध___ किरिया-वाओ विव णरिंदो सहरिसो कुमारो उवगओ तं पएसं । तण्हा-सुक्क17 कंठोट्ठो ओयरिउं पयत्तो । तीरत्थेण य चिंतियमणेण । 'अहो, एवं आउ-सत्थेसु ___मए पढियं जहा किर दूसह-तण्हा-छुहा-परिस्सम-संभमायासेसु ण तक्खणं पाणं 19 वा भोयण वा कायव्वं ति । किं कारणं । एए सत्त वि धायवो वाउ-पित्त
सिंभादीया य दोसा तेहिं तण्हाइयाहिं वेयणाहिं ताविय-सरीरस्स जंतुणो णियय21 ट्ठाणाई परिच्चइय अण्णोण्णाणुवलिया विसम-ट्ठाणेसु वट्टति । इमेसु य एरिसेसु विसमत्थेसु दोसेसु खुभिएसु धाऊसु जइ पाणिणो आहारेंति मजंति वा, तओ
1) J रूणुरणेतई P रूणतरूणेताई, P om. उज्झियई च, P दलद्धताई. 2) P हाहिइ, P कइरीए. 3) Jom. णिरूवियं, Jom. इमं वणकरिजूहं, J पउम for पउर. 4) Jom. गंतुं. 5) P णीलुवेल्लमाण, J वणाभोअं. 6) P सुट्ठ तरं, J कु रलकायअपयबलाहय P कुरबयकायंबबलाहय. 7) P कोलाहलवो. 8) P om. रायउत्तो. 9) P सयवउसहस्सरत्तुप्पल, J भंड for संड. 10) संकुलं माणावन्नयपरक्खसंघ. 11) J सरसरिसं. 12) J भमरालीभमिर कसिणभुमयिल्लं. 14) P दट्ट्यण, P om. पिव, P हियएण, P पव for पिव, J पच्छागयं. 15) P विव for इव. 16) J किरिआवातो, P नरिंदसरिसो, P उवगतं. 17) J ओयरिउ तुहत्थेण य चिंतिअंणेण, P om. य. 18) P संभमयाशेसु, J adds य before ण. 19) J एते P एए स सत्त, P om. वि, J धातवो वायुपित्तसेंभादिअमायदोसो तेहिं तण्हातिआहिं. 21) P परिच्चयइ अन्नोन्नाणुव्वलिया, J °व्वलिअ विसम०. 22) J धातसु जति P धाउस जइ, P नजति for मजति, P om. वा, J ततो.
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(१९९) 1 ते दोसा धायवो य तेसु तेसु चेय पर-ट्ठाणेसु थंभिया होति । तत्थ संणिवाओ __णाम महादोसो तक्खणं जायइ त्ति । तेण य सीस-वेयणाइया महावाहि-संघाया 3 उप्पजंति । अण्णे तक्खणं चेय विवजंति । तम्हा ण मे जुज्जइ जाणमाणस्स
तक्खणं मजिउं ।' उवविठ्ठो एक्कस तीर-तमाल-तरुयरस्स हेट्ठओ, खणंतर च 5 सीयल-सरवर-कमल-मयरंद-पिंजरेण आसासिओ सिसिर-पवणेणं । तओ
समुट्ठिओ अवइण्णो य सरवरे अवगाहिउं पयत्तो । कह । अवि य । 7 णिद्दय-थोर-कराहय-जल-वीइ-समुच्छलंत-सद्देण ।
पूरंतो दिसि-चक्कं मज्जइ मत्तो व्व वण-हत्थी ।। 9 (१९९) तं च तहा मज्जिऊण कुमारेण पीयं कमल-रय-रंजणा-कसायं
सरवर-पाणिय, आसाइयाई च कोमल-मुणाल-णाल-सयलाई । तओ गय11 तण्हा-भरो उत्तिण्णो सरवराओ । तओ तेसु य तीर-तरुवर-लया-गुम्म-गुविलेसु
पएसेसु किंचि वण-पुप्पं फलं वा मग्गिउं पयत्तो । भममाणेण य दि8 एक्कम्मि 13 तीर-तरुण-तरु-लयाहरंतरम्मि महंत दिव्व-जक्ख-पडिमं । तं च दट्टण णिरूविउं __पयत्तो कुमारो जाव सहसा दिट्ठा तेलोक्क-बंधुणो भगवओ अरहओ मउडम्मि 15 पडिमा मुत्ता-सेल-विणिम्मविया । तं च दद्रूण हरिस-वस-वियसमाण-लोयणेणं ___ भणियं च णेण । अवि य । 17 'सव्व-जय-जीव-बंधव तियसिंद-णरिंद-अच्चियच्चलण ।
सिद्धि-परि-पंथ-देसिय भगवं कत्थेत्थ रणम्मि ।।' 19 भणमाणेण वंदिओ भगवं । वंदिऊण चिंतियं अणेण । 'अहो, अच्छरियं जं
इमस्स दिव्वस्स जक्ख-रूवस्स मत्थए भगवओ पडिम त्ति । अहवा किमेत्थ 21 अच्छरियं कायव्वमिणं दिव्वाणं पि जं भगवंता अरहंता सिरेण धारिजंति ।'
इमं पि अरहंति भगवंता जं दिव्वेहिं पि सीसेहिं धरिजंति ।' चिंतयंतो पुणो ___1) J दोसा वायवो, P om. one तेसु, P परिठ्ठाणेसु, J थंभिता, J सन्निवातो. 2) P महादोसा, J वेतणादिआ. 3) J अम्हा for तम्हा, P inter. मे & जुज्जइ, P जाणस्स. 4) J मज्जिऊणं, P उवविढो. P adds पायवस्स before हेट्ठओ, J हेट्ठाओ. P त for च. 5) P सीयरकमलमयरिंद. 6) J om. य before सरवरे. 8) J अक्कं P चक्कं. 9) J रंजणे. 10) J पाणिआई, J य for च. 11) P तन्हामारो, J तरूअर, P लयाउगुम. 12) P भणमाणे य. 13) P तरूणलयाहरमि. 14) P om. कुमारो, J adds सयल before तेलोक्क. 15) P विणिम्मिया, P विसमाण. 17) J भव्व for सव्व, J चलणा P चलण. 18) P पथं. 19) P भयवं पणमामि तुह चलणे ।।, P om. भणमाणेण वंदिओ भगवं, J चिंतिअंणेण, P चिंतियमणेण, P कुं for जं. 21) P भगवंतो, J अरहतो, P om. इमं पि अरहंति etc. to धारिजंति. 22) Jom. पुणो वि.
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५०
(२०० )
1 वि अवइण्णो कुमारो सरवरम्मि । तत्थ मज्जिऊण गहियाई कमल-कुवलयकल्हाराइं सरस-तामरस-पब्भाराई । ताइं च घेत्तूण गहियं णलिणी-दलं भरिऊण 3 सरो - जलस्स, ण्हाणिओ भगवं जिणवरिंदो आरोवियाई च कुसुमाई । तओ थुणिउमाढत्तो । अवि य ।
5
‘जय सोम्म सोम्म-दंसण दंसण - परिसुद्ध सुद्ध जिय-सेस । सेस-विसेसिय-तित्थय तित्थ-समोत्थरिय-जिय- लोय ।। 7 जिय- लोय लोय- लोयण जिय-णयण-विसट्टमाण-कंदोट्ट | कंदोट्ट - गब्भ- गोरय गोरोयण - पिंजरोरुरु - जुय ।। 9 णाह तुमं चिय सरणं तं चिय बंधू पिया य माया य । जेण तए सासय-पुरवरस्स मग्गो पइट्ठविओ ।।'
11 त्ति भणमाणो णिवडिओ भगवओ चलण - जुवलएसु
त्ति 1
(२००) एत्थंतरम्मि उद्धाइओ महंतो कलयलो सरवरोयरम्मि। अवि य। 13 उद्धुद्धाइय-वीई - हल्लिर-जल-1 ल- णिवह-तुंग-भंगिल्लं । वट्टइ णहयल-हुत्तं खुहियं सहस च्चिय सरं तं ।।
15 तं च तारिसं सरवरं वलिय-वलंत - लोयणो राय-तणओ पलोइऊण चलिओ तत्तो हुत्तो । चिंतियं च णेण । अहो अच्छरियं, णयाणीयइ किं सरवरस्स खोहो 17 जाओ त्ति । इमं च चिंतयंतस्स सरवर - जल-तरंग - फलयाओ णिग्गयं वयणकमलमेक्कं । तं च केरिसं । अवि य ।
19 वियसंत - णयणवत्तं णासाउड - तुंग- कण्णिया - कलियं ।
दिय-किरण- केसरालं मह - कमलं उग्गयं सहसा ||
21 तस्साणंतरं चेय ।
उत्तुंग - थोर-चक्कल-गुरु- पीवर- वट्ट -पक्कलं सहसा ।
-
1) Pom. कुमारो. 2) P कल्हारयाइं च सरसरसतामरस, P कमलिणी for णलिणी. 3) P सरसं जरलस्स, J तओ for च. 5) P जय सोम सोमनंदन परिसुद्धविमुद्ध मुद्धजयसेस । विसेसविसेसय. 7 ) P जयलोयडलोयलोयणजयणयण, J कंदोट्टा. 8) J जुआ II. 9) P जं for तं, P माया या ।. 11 ) J पडिओ for णिवडिओ, P भगवओ, P जुयलेसु. 12) P उट्ठाइओ, J सरवरंमि. 13) J उठु (?) द्धाइय P उड्डुट्ठाइय. 14) P खुहियं सव्वं चिय, J adds ति । 15 ) अ before वलिय, Pom. वलिय. 16) J अच्छरीअंण याणीयति P अज्जरियं न याणइ. 18 ) P कमलं एक्वं, Pom. अवि य. 19) P पत्तं for वत्तं. 22 ) J वट्टचक्कलं.
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(२००)
1
आसा-करिवर-कुंभत्थलं व थणयाण पब्भारं ।।
3
तं च दट्टूण चिंतियं कुमारेण । 'अहो किं णु इमं हवेज्ज । अवि य । कमलायरस्स लच्छी होज्ज व किं किं व जक्खिणी एसा । किं वा णायकुमारी णज्जइ लच्छि व्व रण्णस्स ॥'
5 इय चिंतेंतस्स य से कुमारस्स णिग्गयं सयलं सरीरयं । तीय य मग्गालग्गा दिव्वसरस-सरोरुहाणणा कुसुम-सणाह-पडलय - विहत्था कणय - भिंगार - वावड7 दाहिण-हत्था य खुज्जा समुग्गया सरवराओ । ताओ दट्टूण चिंतियं कुमारेण । 'अहो, णिस्संसयं दिव्वाओ इमाओ, ण उण जाणीयइ केण कारणेण 9 इहागयाओ' त्ति चिंतयंतस्स वलियाओ कुमार - संमुहं । तं च दवण चिंतियं णेण । अहो वलियाओ इमाओ । ता कयाइ ममं दट्टूण इत्थि - भाव-सुलहेण 11 सज्झसेण अण्णत्तो पाविहिंति । ता इमाए चेव दिव्व - जक्ख-पडिमाए पिट्ठओ णिलुक्क-देहो इमाण वावारं उइक्खामि ति णिलुक्को पडिमा पट्ठि-भाए, पलोइउं 13 च पयत्तो जाव समागयाओ दिव्व पडिमाए समीवं । दिट्ठो य भगवं दूरओ च्चिय सरस-सरोरुह-माला-परियरिओ । तं च दट्ट्ण भणियं तीए 'हला हला खुज्जिए, 15 अज्ज केणावि भगवं उसहणाहो पूइओ कमल - मालाहिं' । तीए भणियं ‘सामिणि, आमं’ ति । ‘ण - याणीयइ केण उण पूइओ भगवं' ति । तीए भणियं 17 'सयल - तेलोक्क-वंदिय-वंदणिज्ज - चलण-कमलाणं पि भगवंताणं एवं भणीय इत् । किमेत्थ वणाभोए ण वियरंति जक्खा, ण परिसक्कंति 19 रक्खसा, ण चिट्ठति भूया, ण परिभमंति पिसाया, ण गायंति किंणरा, ण वसंति किंपुरिसा, ण पावंति महोरगा, ण उवयंति विज्जाहरा, जेण भगवओ वि पूया 21 पुच्छियइ' त्ति भणमाणी उवगया पडिमाए सगासं । भणियं च तीए 'हला खुज्जिए, जहा एसा पय-पद्धई तहा जाणामि ण केणइ देव्वेण अच्चिओ भगवं,
I
-
2) JP किण्ण for किं णु (emended ), P किं न महवेज्जा, Jom. अवि य. 3) J किअ for किंव. 5) P चिंतयंतस्य, P मग्गलग्गा. 6 ) J सर for सरस, J पड (ह) य विहत्था. 7) J ते य for ताओ. 8) P निस्संसियं, J दिव्वाइओमाओ, J जाणीयंति केण. 9) P चिंतियमणेण 10 ) P मं for ममं, P भावसलहेण. 11 ) P अण्णहो for अण्णत्तो, J इमे for इमाए, P दव्वजक्खं पडिमाउ पिट्ठिओ, Jom. जक्ख, J repeats पडिमाए. 12 ) P उद्दिक्खामि, P पलोएउं. 13) J adds ता तो before दिव्व. 14) J सर for सरस, P परिआरिओ. 15) P भगवं तियसनाहो, Jतीय. 16) P केइ for केण उण, J तीय. 17 ) Pom पि. 18 ) Pom. केण वि. 19) P परिब्भमंति. 20) P महिरया. 21) P पुच्छियइ, J •माणीओ उवगयाओ, Pom. पडिमाए. 22) P पद्धती.
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(२०१) 1 किंतु माणुसेण । खुजाए भणिय ‘सामिणि, परिसकंति एत्थ वणे बहवे सबरा
पुलिंदा य'। तीए भणिय ‘मा एवं भण । पेच्छ पेच्छ, इमं पि सहिण-वालुया3 पुलिणोयर-णिहित्त-चलण-पडिबिंब सुणिरूविय-प्पमाणं पमाण-घडियं-गुट्ठयं
अंगुट्ठाणुरूव-रुहिरंगुलीयं अंगुली-बद्ध-पमाण-पडिबिंब । तहा जाणिमो कस्स 5 वि महापुरिसस्स इमं चलण-पडिबिंबं । अवि य ।
वर-पउम-संख-सोत्थिय-चक्कंकुस-छत्त-तोरणुक्किण्णं । । 7 जह दीसइ पडिबिंब तह णूण इमो महापुरिसो ।।'
(२०१) इमं च भणमाणी संपत्ता भगवओ सयासं, णमोक्कारिओ भगवं 9 तीए । 'अणुजाणह' त्ति भणमाणीए सविणयमवणीओ कमल-पब्भारो भगवओ
सिराओ । पहाविओ भगवं णियएण कणय-भिंगार-गंधोयएणं । पुणो वि रइया 11 पूया कोमल-विउल-दल-कणय-कमल-मयरंद-णीसंद-बिंदु-संदोह-पसरंत
लुद्ध-मुद्धागयालि-माला-वलय-हलबोल-पूरमाण-दिसि-यक्केहिं दिव्वेहिं 13 जल-थलय-कुसुमेहिं । तं च काऊण णिब्भर-भत्ति-भरोणय-वयण-कमला
थुणिउमाढत्ता । अवि य । 15 ‘जय ससुरासुर-किंणर-णर-णारी-संघ-संथुया भगवं ।
जय पढम-धम्म-देसिय सिय-झाणुप्पण्ण-णाणवरा ।। 17 जय पढम-पुरिस पुरिसिंद-विंद-णागिंद-वंदियच्चलणा ।
जय मंदरगिरि-गरुयायर-गुरु-तव-चरण-दिण्ण-विण्णाणा ।। 19 णाह तुम चिय सरणं तं णाहो बंधवो वि तं चेव ।
दसण-णाण-समग्गो सिव-मग्गो देसिओ जेण ।।' 21 एवं च थोऊण णिवडिया चलणेसु । समुट्ठिया य गाइउं समाढत्ता इमं दुवई
खंडलयं । अवि य ।
1) Jom. वणे, P बद्धहवे for बहवे. 2) J तीय, P भणह, JP मि for पि (emended), P सुहिणवालुया पुणिलोयर. 3) P सुनिरूवियप्पमाणघडियंगुट्ठाणुवरइयं रंगुलीयं अंगुलियं अंगुलीबद्धमाण. 4) J पिणिद्ध for बद्ध. 6) P पउमचक्कसत्थिय, J तोरणाक्खिअले (?). 8) P सगासं. 9) J •माणीय सविणयं अवणीयओ. 10) P सिहराओ पहाणिओ. 11) P कोमलदलवियलदल, P कोमल for कमल, J संदोहं. 12) J om. दिव्वेहिं. 16) P धम्मदेसयं, P नियज्झाणु०. 17) J पुरिसिंदचलणा इंदवंदियचलना. 18) P गुरूयारिगुरूयतव, J गरूआयरअतवचरणदिण्णाण. 19) P om. वि, P तुम for तं. 20) P विसुद्धो for समग्गो. 21) P om. च, P ओ for य, P गाइओ पयत्ता इमं, Jadds च after इमं, P अक्खित्तियं for दुवईखंडलयं.
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(२०१)
1
3
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सुरपति मुकुट-कोटि-तट-विघटित कोमल-पल्लवारुणं सललित - युवति - नमित - सुरपादप निपतित- कुसुम - रञ्जितम् । अभिनव-विकसमान-जलजामल-दल- लावण्य-मण्डितं
1
प्रथम-जिन-चरण-युगलमिदं नमत गुरुतर - भव-भय-हरम् ।। 5 इमं च लय-ताल-सर-वत्तणी-मुच्छणा-मणहरं गिज्जमाणं णिसामिऊण गेयअक्खित्त-माणसस्स पम्हुटुं अत्ताणयं कुमारस्स । तओ रहसेण भणियं । ‘अहो 7 गीयं, अहो गीयं, भण भण, किं दिज्जउ' त्ति भणमाणो पयडीभूओ । तओ तं च तारिसं असंभावणीयं मणुय - जम्म - रूय-सोहा - संपयं दद्दूण ससंभमं 9 अब्भुट्ठिओ कुमारो जक्ख - कण्णगाए । कुमारेण वि साहम्मिय-वच्छलत्तणं भावयतेण पढमं चिय वंदिया । तीय वि ससज्झस-लज्जा - भओक्कंप-वेवमाण11 थणहराए सविणयं भणियं 'सागयं साहम्मियस्स, एहि इमं पल्लवत्थुरणं पवित्तीकरेसु अत्तणो सरीर - फंसेणं' ति । कुमारो वि सायरं णिसण्णो 13 पल्लवत्थुरणे । तओ तीए य तम्मि कालंतरम्मि को उण वियप्प-विसेसो हियए ट्टए । अवि य ।
15 किं मयणो च्चिय रूवी किं वा होज्जा णु कप्पवासि - सुरो । विज्जाहरो व्व एसो गंधव्वो चक्कवट्टी वा ।।
17 इमं च चिंतयंतीए भणिओ कुमारो | देव, ण - याणामि अहं, मा कुप्पसु मह इय भणंतीए 'को सि तुमं, कत्थ व पत्थिओ सि, कम्हाओ आगओ तं सि'। 19 तओ ईसि-वियसिय-दसणप्पभा - विभिज्जमाणाहरं संलत्तं कुमारेण । अवि य । 'सुंदरि अहं मणुस्सो कज्जत्थी दक्खिणावहं चलिओ ।
21 आओ म्हि अओज्झाओ एस फुडो मज्झ परमत्थो ||
एयम्मि महारण्णे कत्थ तुमं कत्थ वा इमो जक्खो ।
1) J मकुट. 2) P सुरपति for सललित, J जुवति, J पादपरेणुरजोपरंजितं. 3) P जलजामल रेणुरजोघरंजितं प्रथम, J लायण्ण for लावण्य. 4) P adds कमल after चरण, P om. गुख्तर, J P हरं. 5 ) P वत्तणामणहरगिज्जं०, P गेयक्खित्त. 6) P रहासेण. 7) J om. first गीयं, P दीयउ त्ति, J पायडीहूओ. 9) J adds तीए before जक्ख, P कन्नागाए. 10) J महउक्कंप P तओक्कंप. 11 ) P सावयं for सागयं, J पल्लववत्थरणं, P पल्लवुत्थुरणं, P पल्लवुत्थरणो. 13) J तीअ य P तीय तंमि, P उय for उण. 15) P किं बीहोज्जा. 17) J चिंतयंतीय, P मज्झ for मह. 18 ) J इमं for इय Ja for (after को.), P सि कत्तो हुयाओ सि. 19 ) P भाविज्जमाणाहरं. 21 ) J आउम्मि.
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(२०२) 1 केणं व कारणेणं इमस्स सीसम्मि जिणपडिमा ।।
एयं महं महंत हिययम्मि कुऊहलं चुलवुलेइ । 3 ता सुयणु साह सव्वं एत्तियमेत्तं महं कुणसु ।।'
इमं च कुमारेण भणियं णिसामिऊण ईसि विहसिऊण भणियं इमीए । 5 जइ सुंदर अत्थि कुऊहलं पि ता सुणसु सुंदरं भणियं । __रणम्मि जिणस्स जहा जक्खस्स य होइ उप्पत्ती ।। 7 (२०२) अत्थि इमम्मि चेय पुहइ-मंडले कणयमय-तुंग-तोरणालंकिया
पिहल-गोउर-पायार-सिहर-रेहिरा मायंदी णाम णयरि त्ति । जहिं च तुंगई 9 कुलउत्तय-कुलई देवउलई व, विमलई सुपुरिस-चरियइं धवलहरई व, सिणेह
णिरंतरओ वीहिओ सज्जण-पीइओ व, गंभीर-सहावओ परिहओ धरिणिओ 11 व, रयण-रेहिरओ पायार-गोउर-भित्तिओ विलासिणिओ व त्ति । अवि य ।
_ वियरंत-कामिणीयण-णेउर-कल-राव-बहिरिय-दियंता । 13 देवाण वि रमणिज्जा मायंदी णाम णयरि त्ति ।। ___ता कुमार, तीय य महाणयरीए अणेय-णरवइ-सय-सहस्सुच्छलंत15 हलहलारावाए अत्थि जण्णयत्तो णाम सोत्तिय-बंभणो । सो य केरिसो ।
अवि य । 17 कसिणो दुब्बल-देहो खर-फरुसो रुक्ख-पंडर-सरीरो ।
दीसंत-धमणि-जालो जम्म-दरिद्दो तहिं वसइ ।। 19 तस्स य बंभणी धम्म-घरिणी । सा उण केरिसा । अवि य ।
पोट्टम्मि थणा जीए पोट्टम्मि ऊरु-अब्भासं । 21 एक्कं णित्थामं चिय बीयं पण फल्लियं णयणं ।। तीय य सावित्ती-णामाए बंभणीए तेण जण्ण-सामिणा जायाई तेरस डिभरूवाई।
1) P केणे for केणं. 2) J कुतूहलं, P परिप्फुरइ for चुलुचुलेइ. 4) P भणियमिमीए. 5) J कुतूहलं मि ता सुअणु सुंदरं. 7) P तोरणाणंकिया पिउहुल. 9) P उत्तइं कुलयं, JP च for व in both places. 10) P निरंतरूओ, P पीईओ इव, P परिहाओ घरिणीओ. 11) P भित्तीओ विलासिणीओ, P om. व. 4) P om. अवि य. 12) P कलवरा. 15) P जयण्णयत्तो. 16) P om. अवि य. 17) P फरूससो. 21) J विदिअं for बीयं, P पुल्लियं for फुल्लियं. 22) P om. य, P सावित्ती, J (उ) ओरस for तेरस.
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(२०२) 1 ताणं च मज्झे पच्छिमस्स जण्णसोमो त्ति णामं । तस्स जाय-मेत्तस्स चेव
समागया अहमा वीसिया । तत्थ य काल-जुत्तो संवच्छरो । तेण य बारस3 वासाइ अणावुट्ठी कया । तीय य अणावुठ्ठीए ण जायति ओसहीओ, ण फलेति __ पायवा, ण णिप्फज्जए सस्स, ण परोहति तणाई । केवलं पुण वासारत्ते वि 5 धमधमायए पवणो, णिवडति पंसु-वुट्ठीओ, कंपए मेइणी, गजति धरणिधरा,
सुव्वंति णिग्घाया, णिवडंति उक्काओ, पलिप्पंति दिसाओ, बारह-दिवायर7 कक्कसो णिवडइ मुम्मुरंगार-सरिसो गिम्हो त्ति । एवं च उप्पाएसु पसरमाणेसु
किं जायं । अवि य । 9 उव्वसिय-गाम-ठाणं ठाणं मुह-करयरेत-विसर-मुहं ।
विसर-मुह-बद्ध-मंडलि-मंडलि-हुंकार-भय-जणयं ।। 11 एरिसं च तं पुहइ-मंडलं जायं । अह णयरीओ उण केरिसा जाया ।
खर-पवणुद्धय-ताडिय-धवल-धया-खंड-वंस-बाहाहि । 13 उद्धीकयाहिँ घोसइ अद्धं भल्लं व दीहाहिं ।। ___ तओ एवं अणुप्पज्जमाणासु ओसहीसु खीयमाणासु पुव्व-गहियासु अपूरमाणेसु 15 उयरेसु किं जायं । अवि य । ण कीरंति देवच्चणई, वियलंति अतिहि-सक्कारई,
विसंवयंति बंभण-पूयाओ, विहडंति गुरुयण-संमाणई, परिवडंति पणइयण17 दाणइं, वियलंति लज्जियव्वयइं, पमाइज्जति पोरुसियइं, अवमण्णिजंति
दक्खिण्णई ति । अवि य । 19 वोलीण-लोय-मग्गा अगणिय-लज्जा पणट्ठ-गुरु-वयणा ।
तरुणि व्व राय-रत्ता जाया कालेण मायंदी ।। 21 उज्झिय-अवसेस-कहा अणुदियह भत्त-मेत्त-वावारा ।
जीएँ णरा महिला वि य पमोय-रहिया सुदीणा य ।।
1) P adds य before जाय, J चेअ. 2) P अहववीसिया. 4) P निप्पज्जए, Jण य रोहंति. 5) J धमधमायाए P धमधमायइ, P वेसु for पंसु. 6) P पलिप्पति रसाओ. 7) J adds य after कक्कसो, J णितडए for णिवडइ. 9) P उप्पुसियगामट्ठाणं ट्ठाणं, P करयरंत, P विरस (for विसर) in both places. 10) J मण्डलहुंकार. 11) P नयरं उण. 12) P पवणुट्ठयतोडिय, J धयखण्ड, P धुयारखंड, 13) P उट्ठीकयाहिं, J उद्धीकयाविगोसइ, J अच्चम्हण्णं व P अद्धं भल्लं व दीहाई. 14) J उवएसु. 15) P उयरेहिं, P तिहिं for अतिहि. 16) J बंभणथूअओ, P गुरूयसम्माणइं. 17) J फरूसिअई P पोरूसइं. 19) P अवणियलज्जा. 20) P रायउत्ती, P मायंदा. 21) P नीसेस for अवसेस, P वावारो, J जीअ, J या ।।
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(२०३) । किं होज मसाणमिणं किं वा पेयाण होज आवासो ।
किं जम-पुरि त्ति लोए किं जं तं सुव्वए णरयं ।। 3 एवं च हा-हा-रवीभूए सयल-जणवए पोट्ट-विवरं-पूरणा-कायरे खयं गएसु
महंत-महापुरिस-कुलउत्तय-वणिय-सेट्ठी-कुलेसु सो बंभणो जण्णसामीओ 5 भूरु-भुवस्स-मेत्त-वज्झो जाओ जायणा-मेत्त-वावारो भिक्खा-वित्ती, तं च
अलहमाणो खयं गओ सकुडुबो । केवलं जो सो बंभणो सोमो सव्व-कणिट्ठो 7 पुत्तो सो कहं कह पि आउ-सेसत्तणेण अकय-बंभणक्कारो अबद्ध-मुंज-मेहलो
छुहा-भरुच्छण्ण-सयल-बंधु-वग्गो कहिंचि विवणि-मग्ग-णिवडिय-धण्ण9 कणेहिं कहिंचि बलि-भोयण-दिण्ण-पिंडी-पयाणेहिं कहिंचि बालो त्ति
अणुकंपाविएणं कहिंचि बंभण-डिंभो त्ति ण ताडिओ कहिंचि उच्चिट्ठ-मल्लय11 संलिहणेणं कहं कह पि तं तारिसं महा-दुक्काल-कंतारं अइक्कतो । ताव य गह__गईए णिवडियं जलं, जायाओ ओसहीओ, पमुइओ जणो, पयत्ताई ऊसवाई, 13 परिहरियाई लज्जणाई, उप्फुसियाइं च विणयाइद्धाइं । इमम्मि य एरिसे काले ___ सो बंभणो सोम-बडुओ थोवूण-सोलस-वरिसो जाओ । अवि य । 15 सोहेइ वच्च-घरए उज्झइ उचिट्ठ-मल्लय-णिहाए ।
लोएण उवहसिज्जइ किर एसो बंभणो आसि ।। 17 (२०३) तओ एवं उवहसिजंतस्स जणेणं णिदिज्जमाणस्स खिसिज्जमाणस्स __जोव्वण-वास-वट्टमाणस्स एरिसो चित्ते वियप्पो जाओ । अवि य । अहो, 19 धम्मो अत्थो कामो जसो य लोयम्मि होति पुरिसत्था ।
चत्तारि तिण्णि दोण्णि व एक्को वा कस्सइ जणस्स ।। 21 ता ताण ताव धम्मो दूरेणं चेय मज्झ वोलीणो ।
अगणिय-कज्जाकजो गम्मागम्मप्फलो जेण ।।
1) J मसाणमिमं. 2) P पुरिस for पुरि. 3) P om. च, P सयले, P विवरपूरणा कायरेसु खयगएसय. 4) J सेट्ठिउलेसु, P जन्नदत्तो भूरू. 5) J भूरूभुअस्स, P om. मेत्तवज्झो जाओ । जायणा, P भिक्खवित्ती. 6) P सुकुटंबो, J बंभसोमो. 7) J बंभणो सक्कारो. 8) P om. कहिंचि विवणि etc. to कणेहिं. 10) P बंबणो त्ति न ताडिन ताडिओ, J उचिट्ठामल्लसंल्लेहणेणं. 11) P कहं कहिं पि, Jom. तं, P दुक्खाल, P गहवईए. 12) P पयआई for पयत्ताई. 13) P उप्पुसियाई च चेयणाई ।, P om. य. 14) J बंभसोम, P om. थोवूण. 15) P वच्चहरए. 17) P जणेणं निवडिज्जमाणस्स जोव्वण. 18) J जोवव्वणवसट्टमाणस्स, P om. अहो. 19) P मोक्खो for जसो. 20) P य for व. 22) P •फलो.
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(२०३) । अत्थो वि दूरओ च्चिय णत्थि महं सुणय-सउण-सरिसस्स ।
दुप्पूरोयर-भरणेक्क-कायरो जेण तद्दियहं ।। 3 कामो वि दूरओ च्चिय परिहरइ य मह ण एत्थ संदेहो ।
सयल-जण-णिंदिओ मंगुलो य दिट्ठो य भीसणओ ।। 5 अह चिंतेमि जसो मे तत्थ वि जय-पेल्लिएण अयसेण ।
णिय-जोणी-करयंटय-ठाणं पिव णिम्मिओ अहयं ।। 7 ता हो धिरत्थु मज्झं इमिणा जीएण दुक्ख-पउरेण ।
जण-णिवह-णिंदणा-लहुइएण एवं असारेण ।। 9 ता किं परिच्चयामि जीवियं, अहवा ण जुत्तं इमं, ण य काऊण तीरइ दुक्करं खु __एयं । ता इमं पुण पत्त-कालं । अवि य । 1। धण-माण-विप्पमुक्का मुणिय-परद्धा जणम्मि जे पुरिसा ।
ताण सरणं विएसो वणं व लोए ण संदेहो ।। 13 ता सव्वहा विएसो मम सरणं ति चिंतयंतो णिग्गओ तक्खणं चेय मायंदी
पुरवरीए । चलिओ य दक्खिण-पच्छिमं दिसाभोयं । तओ कमेण य अणवरय15 पयाणएहिं कुच्छि-मेत्त-संबलो अकिंचणो भिक्खा-वित्ती महा-मुणिवरो विय
वच्चमाणो संपत्तो विंझ-सिहर-पेरंत-पइट्ठियं महाविंझाडई । जा उण कइसिया । 17 उद्दाम-रत्त-पीय-लोहिय-मुह-महापलास-संकुला, वाणर-बुक्कार-राव
वियंभमाण-भीसणा, देवेहिं अलंघिय-पायवा, बहु-मय-सय-खज्जमाण19 मयवइ-आउल-तुंग-सालालंकिया, सप्पायार-सिहर-दुल्लंघा य लंकाउरि
जइसिया । जीए अणेयइ भीसणई सावय-कुलई जाह णामइँ वि ण णजंति । 21 तम्मि य महाडइय मज्झम्मि सो बंभणो जण्णसोमो एगाई गंतु पयत्तो । तम्मि
य वच्चमाणस्स को उण कालो वट्टिउं पयत्तो । अवि य ।
1) P नहि for णत्थि. 3) J परिहरइ त्ति णत्थि संदेहो, P मर for मह, P वि for य. 5) P विजस for वि जय. 6) P करकट्टयथाणु. 7) J हे for हो, J जीवेण. 9) Jom. य. 10) P पुत्तकाल. 11) J धणिय for मुणिय. 13) J णिक्खओ. 14) P दिसाभाग, P अणव्वरयपयाणेहिं. 15) J कुच्छी . 17) Jadds अवि य before उद्दाम, J पुक्कार for बुक्कार. 18) P वियज्झामाणभासणा, J पयावा for पायवा. 19) P आउलत्तुंगमाला०, P सपायार, J लंकाउरिसजइसिय जीअ य अणेय भीसणइं. 20) P सावणयं जाह. 21) P महाडइमज्झमि, J सो वम्हसोमो, P एक्काकी.
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(२०३) 1 धम-धम-धमेंत-पवणो सल-हल-हीरत-सुक्क-पत्तालो ।
धग-धग-धगेंत-जलणो सिलि-सिलि-णव-पल्लवुब्भेओ ।। 3 बहुसो मय-तण्हा-पाणिएण वेयारियं महिस-जूहं ।
उप्पल-मुणाल-रहिए सरम्मि णवि पाणियं पियइ ।। 5 जत्थ पहियाण सत्थो पासत्थो दुसह-गिम्ह-मज्झण्हे ।
अवरण्हे वि ण मुंचइ तोय-पवा-मंडवं सिसिरं ।। 7 सयल-जण-कामणिजं कलस-थणाभोय-दिण्ण-सोहग्गं ।
दटूण पवं पहिया दइयं पिव णिव्वुया होति ।। 9 तओ तम्मि तारिसे सयल-जय-जंतु-संताव-कारए गिम्ह-मज्झण्ह-समए सो ___ बंभसोमो तम्मि भीमे वणंतराले वट्टमाणो छुहा-खाम-वयणोयरो पण?-मग्गो 11 दिसा-विमूढो सिंघ-वग्घ-भय-वेविरो तण्हाए वाहिउँ पयत्तो । तओ चिंतियं तेण ।
'अहो महंती मह तण्हा, ता कत्थ उण पाणियं पावेयव्वं' ति चिंतयंतो मग्गिउं 13 पयत्तो जाव दिट्ठो एक्कम्मि पएसे बहल-पत्तल-सिणिद्धो महंतो वणाभोओ ।
चलिओ य तद्दिसं जाव णिसुओ हंस-सारस-चक्कवायाणं महतो कोलाहलो । 15 तं च सोऊण ऊससियं पिव हियएणं जीवियं पिव जीविएणं अहिय-जाय
हरिसो तओ संपत्तो तं पएस, दिटुं च तेण सरवरं । तं च केरिसं । अवि य। 17 वियसंत-कुवलउप्पल-परिमल-संमिलिय-भमिर-भमरउलं ।
भमरउल-बहल-हलबोल-वाउलिजंत-सयवत्तं ।। 19 सयवत्त-पत्त-णिक्खित्त-पुंजइजंत-कंत-मयरंदं ।
मयरंद-चंद-णीसंद-मिलिय-महु-बिंदु-बोंगिलं ।। 21 (२०४) तओ कुमार, सो बंभ-सोमो ता एरिसं दद्रूण महासरवरं पत्तं जं ___ पावियव्वं ति ओइण्णो मज्जिओ जहिच्छं, पीयं पाणियं, आसाइयाई मुणाल
___ 1) P om. one. 2) धम, P सिलेंतनव. 4) P नय for णवि. 5) P पासंतो for पासत्थो. 6) J धोअ for तोय. 9) J कारये. 10) J वट्टमाणे P वट्टमाणा. 12) P महा तण्हा, P om. ति. 13) P पत्तसिणिद्धो. 14) J तं दिसं, P हंसं. 15) P om.ऊससियं to जीविएणं, Jom. अहियजायहरिसो. 16) P om. तओ, P पत्तो for संपत्तो, P adds, after अवि य, वियसंतकुलउप्पलपरिमलसंदिटुं च तेण सरवरं । तं च केरिसं । अवि य and then again वियसंत etc. 17) J कुवलयुप्पल. 18) P सयपत्तं. 20) J बहु for महु, P बोगिल्लं. 21) P सोमो तारिसं. 22) P मजिउं, P पीयपाणियं, Jआसाइअई.
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(२०४)
1 खंडाई । उत्तिण्णो सरं । उववणम्मि छुहा-भर-किलंतो य मग्गिउं पयत्तो फलाई ।
परिब्भमतेण कत्थइ अंबे कत्थइ अंबाडए कत्थइ णारगे कत्थइ फणसे कत्थइ 3 पिंडीरए त्ति पाविए । तेहिँ य कय-दुप्पूरोयर-भरणो विहरिउं पयत्तो तम्मि तड
काणणम्मि । तत्थ य रायउत्त, परिब्भममाणेण दिढे एक्कम्मि पएसे चंदण-वंदण5 लया-एला-लवंग-लयाहरयं । तं च दखूण उप्पण्ण-कोउओ तहिं चेय पविट्ठो
जाव तत्थ दिट्ठा तेण मुत्ता-सेल-विणिम्मिया भगवओ सुरासुरिंद-कय7 रायाभिसेयस्स पढम-जिणवरस्स पडिमा । तं च दट्टण तस्स तहा-भवियव्वयाए
भगवओ य सोम्म-दसण-प्पभावेण णिय-कम्माणं खओवसमेणं तम्मि चेय 9 जिण-बिंबे बहुमाणो जाओ । चिंतियं च णेण 'अहो, ट्ठि मए मायंदीए एरिसं
इमं किंपि देवयं ति । ता जुत्तं इमस्स भगवओ पणामं काउं जे, ता करेमि। 11 धम्मो किर हवइ' । चिंतिऊण भणियमिमिणा । अवि य ।
'भगवं जं तुह णामं चरियं व गुणा कुलं व सीलं वा । 13 एयं ण-याणिमो च्चिय कह णु थुइं तुज्झ काहामो ।।
ता तुह दसण-तुट्ठो णमामि एमेय भत्ति-भर-जुत्तो । 15 तं किं पि होउ मज्झं जं तुह चलणच्चणे होई।।' ___ चिंतयंतो णिवडिओ भगवओ पाएसु । पाय-पडणुट्ठिएण चिंतियं णेण । 'अहो, 17 रम्मो वणाभोओ, मणहरो सरवरो, रेहिरं लयाहरयं, फलिया पायवा, सोमो य
एस देवो त्ति । ता मए वि दूसहदारिद्दावमाणणा-कलंक-दूसियप्पणा विएस 19 गंतूण पुणो वि पर-पेसणं कायव्वं । का अण्णा गई अम्हारिसाणं अकय-पुव्व
तवाणं ति । अवि य । 21 दूरगओ वि ण मुच्चइ एत्तिय पुरिसो सपुव्व-कम्माण ।
जइ रोहणम्मि वच्चइ दारिद्द भग्ग-रहियस्स ।।
1) J तडवडम्मि for सरं । उववणम्मि, P उववणं. 2) Jom. अंबे कत्थइ, P अंबोडए, J कत्थवि णारंगे. 3) P पावाए, P om. तड. 4) J चंदवंदण, P om. वंदण. 5) J लया, P om. च, P कोओ for कोउओ, P तंमि for तहिं. 6) P transposes तत्थ after तेण P दिट्ठो. 7) J पडिमंति. 8) P सोमदंसणत्तणेण, J खयोवं., P adds च असुहकम्माणं before तम्मि. 9) P चिंतियं तेण. 10) J एमं for इमं, J काउं । दे (for जे,). 11) P किर भवइ, J भणियं इमिणा. 16) P om. णिवडिओ, J पायवडणुं. 17) P वणो भोओ, P पयावा for पायवा. 18) P दारिद्दवमा, P दूसियप्पण. 19) P om. वि after पुणो, P repeats कायव्वं, J कायण्णा. 21) J मुच्चइ पत्तिग, P कंमोह । 22) P भाग for भग्ग.
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(२०४) 1 ता सव्वहा णत्थि पुव्व-विहियस्स णासो त्ति । ता वरं इह च्चेय विमल-गंभीर
धीर-जले सज्जण-हियए व्व मज्जमाणो इमाइं च जल-थलय-दिव्व-कुवलय3 कल्हार-कुसुमाइं घेत्तूणं इमं किं पि देवयं अच्चयंतो कय-कुसुम-फलाहारो,
सारंग-विहंग-कय-संगो, अणिवारिय-वण-प्पयारो, अकारण-कुवियाई 5 खलयण-मुह-दसणाई परिहरंतो, सुह-सुहेण वण-तावसो विव किं ण चिट्ठामि'
त्ति चिंतयंतस्स इमं चेय हियए पइट्ठियं । तत्तो अच्छिउँ पयत्तो । कय-ण्हाण7 कम्म-वावारो भगवओ उसभसामिस्स कय-कुसुमच्चणो इमं च णं पढमाणो
त्ति । अवि य । 9 भगवं ण-याणिमो च्चिय तुम्ह गुणा जेण संथयं करिमो ।
तं किं पि होउ मज्झ ज तुह-चलणच्चणे होइ ।। 11 भणमाणो कय-कुसुम-फलाहारो अच्छिउ पयत्तो । एवं च अच्छमाणस्स वच्चए __ कालो । कालंतरेण य बहु-पुप्फ-फल-कयाहार-किरियस्स पोट्ट-सूल-रूवी 13 उवट्ठिओ सव्व-जग-जंतु-साहारणो मच्चू । अवि य ।
जइ पइसइ पायालं अडई व गिरिं तरं समुदं वा । 15 तह वि ण चुक्कइ लोओ दरिय-महामच्चु-केसरिणो ।।
तओ कुमार, सो वराओ तत्थ ताए पोट्ट-सूल-वियणाए धणियं बाहिउं पयत्तो। 17 तओ तेण णायं णत्थि मे जीवियास त्ति मण्णमाणो णिवण्णो भगवओ पुरओ।
तत्थ तओ गुर-वियणायल्लो णीसहो भगवओ उसभ-सामिस्स मुह-पंकयं 19 णियच्छंतो भणिउं पयत्तो । अवि य । ___ भगवं ण-याणिमो च्चिय तुज्झ गुणे पाव-पसर-मूढप्पा । 21 जं होइ तुज्झ पणयाण होउ मज्झं पि तं चेय ।। __त्ति भणमाणो भगवओ पायवडिओ चेय णियय-जीविएण परिच्चत्तो ।
___1) J ताव परं for ता वरं, J इह चेअ, P विमलं. 2) P इमाणं च. 4) P repeats विहंग, P विहं, कायसंगो अणवारिय. 5) Jom. वण, J विअ किं. 6) | तओ for तत्तो. 7) P ओसहसामिस्स, J looks like इमण्च, P om. इमं च णं पढमाणो त्ति. 9) J तुज्झ for तुम्ह. 10) P ते for तं, P होउ ।।. 12) P कालंतरेयण, J फलाहार किरियस्स, P कयाहारो. 13) J जय for जग. 14) P गिरितरु. 17) P om. णिवण्णो, P भवओ for भगवओ. 18) P तत्थ for तओ, P वियणाइल्लो. 20) J गुणा. 22) P नियजीविएण परिचत्तो.
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(२०५) । (२०५) तओ कुमार, तत्तो य सो मरिऊण कत्थ गओ । अवि य । अत्थि
रयणप्पभाए पुढवीए पढमे जोयण-सहस्से वंतराणं भवणो, तत्थ य अट्ठ 3 णिगाया होति । तं जहा । जक्खा रक्खसा भूया पिसाया किंणरा किंपुरिसा ___ महोरगा गंधव्व त्ति । तत्थ पढमिल्लए णिगाए जक्खाणं मज्झे महिड्डिओ जक्ख5 राया समुप्पण्णो । तस्स य रयणसेहरो णामं । तत्थ समुप्पण्णेण णियच्छिय
तेण । 'अहो, महंतो रिद्धि-समुदओ मए पाविओ । ता केण उण तवेण वा 7 दाणेण वा सीलेण वा एस मए पाविओ' त्ति चिंतयंतस्स झत्ति ओहि-वर___णाणं पसरियं । तेण य णाणेण णिरूवियं जाव पेच्छइ तम्मि वणाभोए सरवरस्स 9 तीरम्मि लयाहरए भगवओ उसभ-सामिस्स पुरओ णिय-देहं उज्झिय-जीवियं
ति । तं च दद्दूण चिंतियं । 'अहो इमस्स भगवओ पभावेण मए एयं पावियं' 11 ति । ‘णमो भगवओ उसभ-सामि-जिणवरस्स महइ-महप्पभावस्स' त्ति ___ भणमाणो वेएणं संपत्तो इमं पएसं । दिट्ठो य भगवं उसभणाहो, दट्टण य भत्ति13 भरोणमिउत्तिमंग-मउड-रयण-किरण-संवयंत-तार-मुत्ताहारो थोउं पयत्तो ।
अवि य । 15 जय सयल-सुरासुर-सिद्ध-कामिणी-विणय-पणय-चलण-जुय ।
जय भुयइंद-विलासिणि-सिर-मणि-किरणग्ग-चुंबियच्चलणा ।। 17 जय चंदिंद-णमंसिय जय रुंद-भवोह-तारण-समत्थ ।
जय भुवण-सोक्ख-कारण जय कम्म-कलंक-परिहीणा ।। 19 भगवं तं चिय णाहो तं सरणं बंधवो तुमं चेय ।
भव-संसार-समुद्दे जिण-तित्थं देसियं जेणं ।। 21 ति भणमाणो णिवडिओ भगवओ चलणेसु । ___पणाम-पच्चुट्ठिएण भणियं च णेण । ‘भगवं,
2) J सए for सहस्से, P अट्ठ निकाया. 3) P किन्नपुरिसा. 4) P निकाए. 5) Jadds य after तत्थ, P adds य before णियच्छियं. 6) J समुदयो, Jom. ता. 7) P ज्झति. 8) J adds णेण before जाव. 9) P उसहय, P पुरओ उज्झियदेह निययजीवियं. 10) JP एवं. 11) P उसहसामि, J महति. 12) P भगवओ उसहनाहो. 13) J उत्तमंग P उत्तिमंगउड, J मुत्ताहारेण भणिअं । अवि य ।. 15) J जुआ. 16) P विलसिणि. 17) P वंदिद for चंदिद. 18) J परिहीणं. 22) P om. भगवओ.
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(२०५) 1 णामं पि ण-याणंतो णवरं तुह भत्ति-मित्त-संतुट्ठो ।
तेणं चिय णाह अहं एसो जक्खाहिवो जाओ ।। 3 जे उण जाणंति तुहं णामं गुण-कित्तणं च चरियं च ।
तुह वयण-वित्थरत्थे सत्थे य अणेय-माहप्पे ।। 5 ते णर-सुर-वर-भोए भोत्तूणं सयल-कम्म-परिहीणा । ___सासय-सिव-सुह-मूलं सिद्धिमविग्घेण पावेंति ।।' 7 भणमाणो णिवडिओ पुणो चलणेसु । भणिओ य तेणं णियय-परियणो । ‘अहो
देवाणुप्पिया, पेच्छह भगवओ णमोक्कार-फलं । अवि य । 9 सयल-पुरिसत्थ-हीणो रंको जण-णिंदिओ वि होऊण ।
एयस्स चलण-लग्गो अहयं एयारिसो जाओ ।।' 11 अहो भगवं महप्पभावो, ता जुत्तं णिच्चं भगवंतं सीसेण धारिउं । जेण एक्क
ताव सुरिंदाणं पि पुज्जो, बिइयं अलजणिजो, तइयं महाउवयारी, चउत्थं भत्ति13 भर-सरिसं, पंचमं सिद्धि-सुह-कारणं ति काऊण सव्वहा विउब्विया अत्तणो ___ महंता मुत्ता-सेल-मई पडिमा । सा य एसा । इमीय य उवरिं णिवेसिओ एस 15 मउलीए भगवं जिणयंदो त्ति । तप्पभिई चेय सयल-जक्ख-लोएण रयणसेहरो
त्ति अवहत्थिय जिणसेहरो से णामं पइट्ठियं । तओ कुमार, तं च काऊण महती 17 पूयं णिव्वत्तिऊण वंदिऊण थोऊण णमंसिऊण य भणियं णेण ‘कणयप्पभे ___ कणयप्पभे' त्ति । मए वि ससंभमं करयल-कयंजलिउडाए भणियं ‘आइससु' 19 त्ति । तओ तेण अहं आइट्ठा जहा ‘तए अणुदिणं इहागंतूण भगवं दिव्व
कुसुमेहिं अच्चणीओ त्ति । मए पुण अट्ठमी-चउद्दसीए सव्व-परियण-परियरिएण 21 इहागंतव्वं भगवओ पूया-णिमित्तं ति भणिऊण उवगओ अत्तणो पुरवरम्मि ।
तओ कुमार जं तए पुच्छियं को एसो जक्खो, किं वा इमस्स मउडे पडिमा,
_3) Jणामगुणे, P गुण कि तुह वयण. 5) P inter. वर and सुर, P परिहीणो. 6) P चिरेण for विग्घेण. 7) Prepeats पुणो, J णिअओ for णियय. 11) P जुत्तमिमं भगवंतं. 12) J पि पूअणिज्जो । वितिअं, P भरिब्भरसरिसं. 13) Jom. सव्वहा, J विउव्विअ. 15) P adds मओ एस before मउलीए, J तप्पभूई चेअ. 16) P om. से, P महंतं पूयं निव्वत्तेउण. 17) P भणियमणेण. 18) J ससंभम, P करयलंजलि. 19) Jom. अहं, P अह for अहं, J आइट्ठो. 20) P adds न before मए, P परिवारिएण.
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(२०५)
६३ 1 का वा तुम' ति । तं एस सो जक्खराया-इमा य सा पडिमा, तस्स य अहं
किंकरी दियहे दियहे मए एत्थ आगंतव्वं ति । एवं भणिए भणियं कुमारेण । 3 'अहो महंतं अच्छरियं, महप्पभावो भगवं, भत्ति-णिब्भरो जक्ख-राया,
विणीया तुमं, रम्मो पएसो । सव्वहा पजत्तं मह लोयणाणं कण्णाण य फलं 5 इमं एरिसं वुत्तंतं दद्रूण सोऊण य' त्ति भणिए भणियं कणयप्पभाए ‘कुमार, ___ जाणामि ण तुह केणावि किंचि कजं, तहा वि भणसु किंचि हियय-रुइयं जं 7 तुह देमि' त्ति । कुमारेण भणियं ‘ण किंचि मह पत्थणिजं अत्थि' त्ति । तीए
भणियं तहा वि अवज्झ-दसणा किर देवहर' त्ति । कुमारेण भणियं सुंदरि, 9 इओ वि उड्डू फलं अण्णेसीयइ त्ति । अवि य ।।
एस भगवं जिणिंदो जिण-भत्तो एस जक्ख-राया य । 11 दिट्ठा सि तं च सुंदरि तहावि विहलं ति वाहरसि ।।' त्ति । ___ 'वंदामि' त्ति भणमाणो समुट्ठिओ कुमार-कुवलयचंदो । तओ तीए भणियं । 13 'कुमार, दूरे तए गंतव्वं, बहु-पच्चवाओ य एस बहु-रण्ण-दुग्गमो मग्गो । ता
गेण्ह इमं सयल-सुरासुर-वंतर-णर-किंणर-करिवर-वग्घ-हरि-सरह-रुरु15 प्पमुहेहिं पि अलंघणीओ ओसही-वलय-विसेसो' त्ति भणमाणीए करयलाओ
समप्पिओ कुमारस्स । तओ ‘महंती साहम्मिय-वच्छल' त्ति भणमाणेण गहिओ 17 कुमारेणं ति । तं च घेत्तूण अब्भुट्ठिओ कुमार-कुवलयचंदो, पयत्तो दक्खिणं
दिसाभोय, वच्चइ य तुंग-विंझइरि-सिहराइं लंघयंतो । वच्चमाणो दिट्ठो य णेय19 तरुयर-साहा-बाहा-पवण-पहोलमाण-साहुली-विइज्तं पिव महाणइं णम्मयं
ति । 21 (२०६) जा व कइसिया । णव-जोव्वणुम्मत्त-कामिणि-जइसिय कुंकुम___ रस-पिंजर-चक्कल-चक्कवाय-पओहर-सेला-लुब्भिज्जमाण-रोम-राई-मणहरं
1) J को for का, P एयस्स for तस्स. 2) P inter किंकरी & अहं, Jadds य after first दियहे, P om. ति. 3) J अच्छरीअं, P भत्तिब्भरनिब्भरो. 4) J कण्णेण, P फलमिमं. 6) P तुह वि केण वि, P रूहरं for रूइयं. 7) J णइंचि मह, J तीय. 8) J देवा होति त्ति P देवाहरति. 9) P विय for वि, J अण्णिसीअति त्ति. 12) J तीय for तीए. 13) J बहुरण्णो, Jom. 14) मग्गो, P सयलसुर, Jom. किंणर, P om. करिवर, Jom. वग्घ, J हरिसभररूप०. 15) J भणमाणीय. 16) P वच्छल्ल त्ति. 18) P om. भोयं, P विज्झसिहराई, J वच्चमाणेण य दिट्ठा P वच्चमाणेण दिट्ठो, Pणेण for णेय. 19) P वियजंतं. 21) J कइसिअ, P om. णवजोव्वणुम्मत्त. etc. to मणहरं च कहिंचि.
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(२०६) 1 च, कहिंचि णव-वहु-जइसिया तड-तरुयर-घण-साहा-लयावगुंठण-णीसद्द
गइ-पयारा व, कहिंचि वेसा-विलय-जइसिया हरि-णहर-णिदउल्लिहिय-मत्त3 मायंग-कामुय-दंत-जुयलंकिय व, कहिंचि वासय-सज्ज-जइसिया मघमघेत
सुरहि-कुसुम-गंधड्ड-फुरमाण-बिंदु-माहर व, कहिंचि पउत्थवइ-जइसिय 5 पल्हत्थिय-कमल-वयण-आवंडुर-पओहरय त्ति । अवि य ।
उच्छंगम्मि णिवण्णं चुंबइ तड-पायवग्ग-वयणेहिं । 7 णवि णज्जइ किं धूया किं दइया होज्ज विंझस्स ।।
जीए य महामल्ल-सरिसइं कर-कत्तरी घाएहिं जुज्झति मत्त-मायंग-जूहई, 9 कहिंचि दुप्पुत्त-सरिसई महा-कुलुम्मूलण-ववसियई, कहिंचि गाम-डिंभरूय
सरिसइं जल-कीला-वावडई, कहिंचि तड-परिणय-पायवडियई णजंति 11 कुविय-दइया-पसायणोणयई ति । अवि य । ____णवि णज्जइ किं दइया सहोयरा होज्ज किं व एयाण । 13 किं जणणि च्चिय रेवा होज व धाई गय-कुलाण ।। ___कहिंचि मच्छ-पुच्छ-च्छडा-घाउच्छलंत-पाणिया, कहिंचि तणुय-तंतु15 हीरमाण-मत्त-हत्थि-संकुला, कहिंचि महा-मयर-कराघाय-कुविय-मत्त-वण
महिस-कलुसिया, कहिंचि पक्कल-ग्गाह-गहिय-गंडयाउला, कहिंचि कुम्म17 पट्ठि-उल्लसंत-विद्दुम-किसलयालंकिया, कहिंचि वेला-वसागय-पोमराय
रयण-रंजिय-जला, कहिंचि परिप्पयंत-चक्कवाय-जुवलुक्कंठ-णिज्जिया, कहिंचि 19 सर-सर-सरंत-कंत-सारसाउला, कहिंचि तुंग-तरंग-रंगंत-सिप्पि-संपुडा,
कहिंचि चंड-पवण-पहय-कल्लोल-माल-हेला-हीरमाण-पक्खि-गणा, कहिंचि 21 मत्त-मायंग-मंडली-मज्जमाण-गंडयल-गलिय-मय-जल-संदोह-बिंदु-वंद___णीसंद-परिप्पयंत-चंदय-पसाहिय त्ति । अवि य ।
1) J जइसिअ, P नवहुसिया तड, J तरूण for तड, P om. घण, P गुंठणानीसद्द. 2) J गयप्पयार व, P वियलिय for विलय, J जइसिअ, J दुल्लिहिअ for उल्लिहिय. 3) P जुयलंकियं कहिं चि, J जइसिय. 4) P गंध for गंधड्ड, J फरसाण for फुरमाण, P पउत्थवइजइसियपल्लत्थियवयणकमल. 5) J आवण्डु P आवंदु रपओहर व्व त्ति. 6) P उत्संगति, P तुह for तड, P नयणेहिं for वयणेहिं. 7) P नज्जिय for णज्जइ. 8) P वा for य. 9) P कुलम्मूलण. P डिंभरूय. 10) J पायवडिअई । णज्जइ, P पायवडई । नजंति. 12) P दयया. 13) P धाती for धाई. 14) P मच्छपुच्छडा, J घायुच्छलंतपाणिअ, P तणुतंतु. 15) Jom. वण. 16) J पज्जल for पक्कल, P गंडलाउला. 17) Jom. लंकिया, J वेलोवसा०. 18) P परिपयंत, J जुअलुकुंठ. 19) P सरसरत्तकंत, Jom. कंत. 20) P वेण्ड for चंड, J माला for माल, Jom. हेला. 21) P बिंदुविंदणसिंद.
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(२०६) 1 धवल-बलाया-माला-वलया-हंसउल-पति-कय-हारा ।
चलिया पइहर-हुत्तं णज्जइ रेवा णव-वहु व्व ।। 3 अण्णं च । गायइ व गय-मय-गंध-लुद्ध-मत्त-महुयर-महुरुल्लावेहिं, जंपइ व ___णाणा-विहंग-कलयलारावेहि, हसइ व हंस-मंडली-धवल-दसण-पंतीहिं, 5 णच्चइ व पवण-वेउच्छलिय-तुंग-तरंग-हत्थेहिं, पढइ व जलयर-हीरंत-पत्थर
संघट्ट-खलहला-खलियक्खर-गिराहिं, मणइ व तड-विडवि-पिक्क-फलवडण7 दुहदुहारावेहि, रुयइ व णिज्झर-झरत-झरहरा-सद्देहिं । अवि य ।
उग्गाइ हसइ णच्चइ रुयइ व कलुणक्खरं पुणो पढइ । 9 उम्मत्तिय व्व रेवा इमीए को होहिई वेज्जो ।।
जाइ समुद्दाभिमुहं रेवा पुण वलइ वेविर-सरीरा । 11 पयइ च्चिय महिलाणं थिरत्तणं णत्थि कज्जेसु ।।
मोत्तूण विंझ-दइयं तुगं जलहिम्मि पत्थिया रेवा । 13 अहवा तीएँ ण दोसो महिला णिएसु रज्जति ।।
रयणायरम्मि लीणा विंझं मोत्तूण णम्मया पेच्छ । अहवा लुद्धाओ च्चिय महिलाओ होंति पयईए ।।
किं ण सुहओ य दाणे रेवे जेणुज्झिओ तए विंझो । 17 हुं पइणा एक्केणं ण होइ महिलाण संतोसो ।।
अण्णाण वि एस गई तेण समुद्दम्मि पत्थिया रेवा । 19 होंति च्चिय कामिय-कामियाओ काओ वि महिलाओ ।।
उव्वूढा विंझेणं महप्पमाणं च पाविया तेण ।। 21 मोत्तूण तह वि चलिया अहो कयग्घा महिलियाओ ।।
जलही खारो कुग्गाह-सेविओ बहुमओ य रेवाए ।
1) P हंसउलं. 2) J रज्जइ P नज्जइ, P नर for णव. 3) P महुयरल्लावेहिं. 4) Jinter. धवल & मंडली. 5) J om. व, P चेवछालिय, JP य for व, P जलयलहीरंत. 6) P तडवेडसिपिक्क. 7) J दुहुदुहारवेहिं P कुहुडारावेहिं, P निज्झरूज्झरंतझरासद्देहि, J सरेहि for सद्देहिं. 8) P णु for व. 9) P व for व्व, P को हाहिई वेजा. 10) P पुण विलइ. 13) J तीय for तीऍ, P रच्चंति. 15) P अहवा लद्धाउ. 16) J य दाणो रेवे जोणुझिओ. 17) J हूं. 18) J पई for गई. 20) J पि for च.
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(२०७) 1 इय साहेइ समुद्दो वियारणा णत्थि महिलासु ।।
इय जुवइ-चरिय-कुडिलं गंभीरं महिलियाण हिययं व । 3 महिला-सहाव-चडुलं अह रेवं पेच्छए कुमरो ।।
तं च तारिसं महाणइं णम्मयं समोइण्णो रायउत्तो कह तरिउं पयत्तो । अवि य, 5 णिहर-कर-पहराहय-जल-वीइ-समुच्छलत-जल-णिवहं ।
अह मज्जइ सिरिदत्तो महागइंदो व्व उद्दाम ।। 7 एवं च मज्जमाणो कुमार-कुवलयचंदो समुत्तिण्णो तं महाणइं णम्मयं ति, गंतु
च पयत्तो तम्मि तीर-तरुवर-वल्ली-लया-गुविल-गुम्म-दुस्संचारे महाडई9 मज्झयारे ।
(२०७) एवं च वच्चमाणेण कुमारेण दिट्ठो एक्कम्मि पएसे विंझगिरि11 पायवासण्णे बहल-सिणिद्ध-तरुयर-णियर-संकुले एक्को उडओ । दलूण तं चेय
दिसं वलिओ त्ति अचलिय-वलंत-लोयणो राय-तणओ कयाइ कोइ एत्थ रिसी 13 आसमे होइ त्ति चिंतयंतो संपत्तो तं उडयंगणं । जाव दिटुं तरुण-तमाल-पायव___पंती-परंपरा-परियरियं अंगणं । अण्णं च । कुसुमिय-बउल-रुक्खयं, आसण्ण15 पिक्क-करमद्दयं, पलंबत-पिंडिरयं, ललमाण-माउलुंग, समंतओ कुसुमिय-बहु
जाइ-कुसुम-मयरंद-लुद्ध-भमर-रिंछोलि-रुणुरुणा-सद्द-संगीय-मणहरं17 पेच्छंतो पविठ्ठो उडए । दिटुं च णेण पुत्तजीवय-घडिय-रुद्दक्ख-माला-वलयं ।
दिट्ठाइं च णाणा-सुक्क-फल-संचयाई । दिट्ठ च तियट्ठिया-ठावियं कमंडलं । 19 दिट्ठ च उवट्ठवासणं । तं च दद्दूण चिंतियं । 'अहो को वि एत्थ महामुणी ___ परिवसई' त्ति चिंतयंतेण दिट्ठा पंसुल-पएसे पय-पंती । तं च दद्दूण ‘अहो, 21 जहा इमाइं लहुय-मउय-कोमलंगुली-ललिय-दलाई व दीसंति चलण
पडिबिंबाई, तेण महिलाए होयव्वं, ण उण पुरिसेण । ता कह तवोवणं कह ____4) J महाणम्मयं, P तह for कह. 6) J सिरिअत्तो. 8) P तरूयर, P गुहिल, J दुसंचारे. 11) P पायासण्णे, P repeats नियर. 13) J तरूतमाल. 14) P परियं for परिपरियं, Jom. अंगणं, P om. अण्णं च. 15) P पिंडीरयं. 16) P adds कुजाइ after जाइ, P रूणरूणासद्द, J सणाह for मणहर. 17) J पुत्तज्जीवय P पुतजीव, J फाडिअ for घडिय, P रूद्दक्खमालयं. 18) J अ for च before णाणा, Jom. दिटुं च...कमंडलं ।, P द्वावियं. 19) J उवट्ठयासणं P उवद्दयासणं. 20) J दिट्ठो पंसुल. 21) J लहुमउअ. 22) P महिलय त्ति, Jom. णं,
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(२०७)
६७ 1 वा महिल' त्ति चिंतयंतो तत्थेव उवविठ्ठो । 'दे, पेच्छामि णं को एत्थ
परिवसई' त्ति । थोव-वेलाए दिट्ठा तेण तावसी । सा केरिसा । अवि य । 3 उब्भड-जडा-कडप्पा खर-फरुसा-दीह-केस-णहरिल्ला । __ चक्कल-पीण-पओहर माईण व आगया एक्का ।। 5 तीय य मग्गालग्गा समागया तरुण-जुयइ-चंचल-णयण-सम-सोहा-लोयण
जुयला मुद्ध-मया, ताणं चाणुमग्गओ जुयइ-हिययं व चंचला वाणर-लीवा, 7 ताणं च पुरओ समागओ मण-पवण-वेओ झत्ति एक्को महाणील-सच्छामो
महतो राय-कीरो त्ति, तस्साणुमग्गं अण्णे य सुय-सारिया-णिवहा । ते य दद्रूण 9 चिंतियं राय-तणएण । 'अहो, उवसम-प्पभावो इमीए तावसीए जेण पेच्छ एए __वण-तण-जल-मेत्त-संतुट्ठ-जीवणा अरण्ण-सावय-सउणया वि ण मुंचंति से 11 पास सव्वहा । किं वा तवस्सिणो असज्झति चिंतयंतो दिट्ठो तीए राय-उत्तो ।
दह्ण य केरिसा जाया । अवि य । 13 भय-सज्झस-सेउक्कंप-कोउहल्लेहिँ विणडिया तो सा ।
__ इच्छइ पलाइऊणं को उण एसो विचिंतेंती ।। 15 तं च पलायंती दलूण पहाइओ सरसइ-वरो महाकीरो । भणिया य णेण ‘सामिणि
एणिए, किं तुमं पलाइउं पयत्ता'। तीए भणियं ‘इमो उण को इमम्मि मज्झ 17 उडयम्मि वण-सावओ । तेण भणियं ‘मा बीहसु, एस एत्थ को वि अरण्ण
मज्झम्मि पंथ-परिभट्ठो पंथिओ इमं पएसं समागओ । ता माणुसो एसो, अहं 19 इमिणा सह भलीहामो त्ति । ता दे पावेसु, तुम सागयं च इमस्स कुणसु ।
महाणुभावो विय लक्खीयइ' । एवं भणिया तेण कीरेण समागया सलज्ज21 वेवमाण-पओहरा । आगंतूण य तीए भणियं ‘सागयं पहियस्स, कत्तो आगओ
सि, कहिं वा पत्थिओ सि, किं वा कज्ज' ति । तेण भणियं 'आगओ हं __2) P थोइ for थोव, P om. सा, P om. अवि य. 3) Jणहरूक्खा ।, J पउहरा. 5) P जुवई, J च मग्गओ. 6) J हिययं पिव चला, P adds पुरओ उप्फिडता after लीवा. 7) Jom. च, P सच्छमो. 9) P पेच्छा for पेच्छ. 10) J संतुट्ठा, P जीविणो. 11) J पास । सव्वहा किं, P च for वा, P adds महतो after तवस्सिणो, P om. ति, J तीय. 13) P कोउहल्लेहि, J विणरिआ, P om. तो. 14) P इत्थए, J विइंतेती P विचिंतेइ. 15) P सरसवइरो, P महाकीरा, J य, P सामिणी. 16) J तीय. 17) P om. वणसावओ, P om. एत्थ, P अरन्नंमि पंथं परिवूढो पंथिओ इमं परिसं. 18) J एस for एसो. 19) J पि for च. 20) P om. लक्खीयति, J तेण, J सलजं. 21) J तीय, P कत्तो सि आगओ सि. 22) JP कहं वा, P om. सि, J त्ति for किं वा कजं ति, J आगयोहं.
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(२०८)
1 महाणयरीओ अउज्झाओ, कज्जत्थी दक्खिणावहं चलिओ' त्ति । तओ भणियं
कीरेण ‘सागयं महाणुभावस्स, उवविससु एत्थ पल्लवत्थुरणे'। तओ उवविट्ठो 3 राय-तणओ । एणियाए विणिक्खित्ताई विविह-तरु-वर-पिक्क-साउ-सुरहि___ फल-णियराइं । सुरहि-कुसुम-पत्त-पुडए य संठाविए एगंतम्मि उवविठ्ठो य । 5 तओ चिंतियं कुमारेण ‘ण-याणीयइ का वि एसा, कहं वा केण वा कारणेण,
केण वा वेरग्गेण, कत्थ वा आगय त्ति, ता किं पुच्छामि'। 'दे पुच्छामि' त्ति 7 चिंतिऊण भणियं । अवि य ।
'जइ तुम्ह णोवरोहो अकहेयव्वं च कह वि णो होइ । 9 ता साह सुंदरि महं जं ते पुच्छामि ता सुयणु ।।
कत्थ तुम एत्थ वणे कम्हाओ केण वा वि कजेण । 11 एयंत-दुक्करमिणं वण-वासं जं पवण्णा सि ।।' ___ एवं च भणिया समाणी अहोमुहा ठिया । तओ कुमारो वि तीए पडिवयणं 13 उवेक्खंतो थोव-वेलं विलक्खो विय आसि । तं च दद्ण भणियं तेण राय
कीरेण । 'भो भो महापुरिस, एस मणयं लज्जइ । ता कया उण तए एसा पत्थणा 15 ण णिरत्थया कायव्व त्ति अहं साहेस्सं' ति ।
(२०८) अस्थि एयम्मि चेय पुहइ-मंडले णम्मया णाम महाणई । अवि य । 17 मत्त-करि-कामि-णिठ्ठर-घोर-कराघाय-चड्डण-सयण्हा ।
दंत-जुवलंकिओट्ठी पोढा इव कामिणी रेवा ।। 19 तीए दक्खिण-कूले देयाडई णाम महाडई । जा य कइसिया ।
बहु-तरुवर-सय-कलिया बहु-सावय-सेविया सुभीसणया । 21 बह-गिरिवर-सय-सोहा अडई देयाडई णाम ।। ___ तीए महाडईए मज्झ-भाए अत्थि महंतो वड-पायवो । सो य केरिसो ।
___1) P अज्जत्थी for कज्जत्थी. 2) P पल्लवुत्थरणं ति, I, Jom. तओ. 3) J एणिआय, J तरूयरपक्क. 4) J पुडए संठाविए P पुडए य ठाविए, J एअंतम्मि, J याणीयति, P om. केण वा before वेरग्गेण. 6) P inter. वा & कत्थ, P om. ता किं पुच्छामि. 8) J अकहेयं वा वि कह. 9) J आ for ता. 10) P om. तुम एत्थ, J कम्हाउ व केण. 11) P एतं for एयंत. 12) P अहोमुही, J ट्ठिआ, J तीय. 13) P थोयवेलं. 14) P एसा for एस, Jom. ता, P om. उण, P ताए for तए. 15) J कायव्वं ति. 17) P काम for कामि, J कामिणिद्दारथोर, J वत्तण for चड्ढण. 18) J जुवलंकिउट्ठी, P रेहा for रेवा. 19) J तीय, P नई for महाडई, J जा च P जा व. 20) P तरूयर, P सेवया, J सुभीसणिया. 21) P य for सय. 22) J तीय महाडईमज्झ.
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(२०८) 1 अवि य ।
पत्तल-बहल-विसालो साल-पलंबत-चडय-घरयालो । 3 बह-सउण-सयावासो आवासो सव्व-सत्ताणं ।।
तम्मि य महावडे बहुए कीर-कुले परिवसंति । तत्थ एक्को मणि-मंतो णाम 5 महासुय-वंद-राया राय-कीरो अस्थि । तस्स एक्काए रायकीरीए उयरे गब्भो
जाओ । सो य अत्तणो काल-कमेण पसूओ अंडओ जाओ । केण वि कालंतरेण 7 फुडिओ तओ जाओ मंस-पेसी-सरिसो किंचि विभाविज्जमाण-चुंचु-खुर__णहावयवो अणुदियह च पक्खावली-पयावुम्हा-परिपोसिज्जमाण-सरीरो किंचि9 समुब्भिज्जमाण-मरगय-सामलंकुर-पक्खावली-कयावयवो पाउस-समओ इव
मणोहर-च्छाओ । एरिसम्मि समए दर-जाय-पक्खाविक्खेव-डोहलो णिग्गएसु 11 कहिं पि पोट्ट-पूरण-तग्गएसु पिइ-माइ-बंधव-जणेसु समुत्तिण्णो कुलयावासाओ।
थोवंतरेण य अपरिप्फुड-पक्ख-विक्खेवो गंतुं अचाएंतो गिम्ह-महाताव13 तविय-सरीरो तण्हा-सुक्क-कंठो एक्कस्स तरुण-तमाल-पायवस्स छायाए __णिसण्णो अच्छिउं पयत्तो । तहा य अच्छमाणस्स आगओ तम्मि पएसे एक्को 15 वाह-जुवाणओ । तेण य तस्सेय तरुयरस्स अहे वीसममाणेण कह पि दिट्ठो
सो कीरो । तं च दट्टण पसारिओ णेण कसिणाहि-भोग-भीसणो हत्थो । गहिओ 17 य सो पलायमाणो । घेत्तूण य चिंतियं तेण । 'अहो, एस पाविओ राय-कीरो
त्ति । ता सव्वहा ण एस वावाएयव्वो त्ति य मए दंसणीओ पल्लीवइणो होहिइ' 19 त्ति घेत्तूण असोय-तरुवर-पत्ताई णिबद्धो पुडए, धणुयर-कोडि-णिबद्धो
ललमाणो य संपाविओ घरं, समप्पिओ य पल्लीवइणो, तेणावि राय-कीरो त्ति 21 घेत्तूणं पंजरए रुद्धो । तत्थ य वड्ढिउं पयत्तो । ता अहो महापुरिस, जो सो कीरो सो अहं । तओ अहं च तेण संवड्डिओ त्ति ।
2) J घरयाला । 3) P बहुसयणिसयनिवासो. 4) J कीरक्कुले P कीलकुले. 6) P कालक्कमेण. 7) P om. तओ, P चंचुखुरणुहा०. 8) P पयाउम्ह, J किंचि अभिज्जमाण. 9) J सामलंकूर P सामलंकुरू, P तओ for कयावयवो, P समयं पिव मणहरच्छाओ. 10) P पक्खो तओ विक्खेव, J दोहला. 11) P पिअ for पिइ, P कुलायावावसाओ. 12) थोअंतरेण, J अपडिप्फुड P अपरिफुड, P अचायतो. 13) P तरूतमालपालपायवस्स. 14) P सिसण्णो for णिसण्णो, P अत्थिउं. 15) P वाहजुवाणे, P अहो वीसमाणेण कहिं पि. 16) P कसिणाहभोग, J भोअभीसणो. 17) Jणेण for तेण, P पायवो for पाविओ. 18) J एस विवाए अव्वो, P वावाएयव्वो मम दंसणो पल्ली०, J होहई. 19) P adds य सोय before असोय, J पसाय for असोय, P तरूयरपत्तनिबद्धो. 20) P पल्लीवइणा, J तेण वि, P repeats ता सव्वहा न वावाएयव्वो etc. 10 तेणावि रायकीरोत्ति. 21) J पंजरओ. 22) P om. तओ अहं च, P संवट्टिओ.
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(२०९)
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(२०९) एत्थंतरम्मि भरुयच्छं णाम णयरं । तत्थ भिगू णाम राया । तं च दट्टूण उवगओ सो पल्लीवई । तेण य तस्स अहं उवट्ठाविओ । ममं च दण 3 राइणा महंतो तोसो उव्वूढो, भणियं च 'रे रे, को एत्थ'। पडिहारीए भणियं 'आइससु' त्ति । 'वच्च सिग्घं, वच्छं मयणमंजरिं गेण्हिऊण पावसु' त्ति । 5 आएसाणंतरं गया, पविट्ठा य मयणमंजरीए समं । भणियं च राइणा । 'वच्छे मयणमंजुए, एस तए रायकीरो तहा करियव्वो जहा सव्व - कला - पत्तट्ठो हवाई' 7 त्ति भणंतेण समप्पिओ पंजरो । तओ सा य रायसुया ममं सहिं पिव मित्तं पिव
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बंधु पिव भायरं पिव सुयं पिव मण्णमाणी पाढिउं पयत्ता । थोएणं चेय कालेणं 9 जाणियाई अक्खराई, गहियं णट्ट-लक्खणं, जाणियं विसाहिलं, गहियाई गयगवय-मय-कुक्कुड-आस - पुरिस - महिला - लक्खणाई । बुज्झियाई सव्व11 सत्थाई । सव्वहा,
७०
सव्व-कलागम - म-कुसलो जिण-वयण-सु - सुणिच्छिओ महाबुद्धी । 13 तीऍ पसाएण अहं अह जाओ पंडिओ सहसा || तओ एवं च अच्छमाणस्स को कालो समागओ । अवि य ।
15 उण्हो उव्वेवणओ दीहर-खर - फरुस -पवण - णीसासो | संताविय-भुवणयलो गिम्हो कालो व्व वेयालो ।।
17 तम्मि य तारिसे गिम्ह-काले एक्कस्स मुणिणो आयावणं करेंतस्स णीसंगयं भावयंतस्स एगत्तणं चिंतयंतस्स असरणत्तणं झायंतस्स सुत्तं अणुगुणेंतस्स संसार 19 णिंदमाणस्स जिण-वयण - दुल्लहत्तणं भावयंतस्स सुक्कज्झाणंतरियाए वट्टमाणस्स अउव्व-करणं खवग-सेढीए अणतं केवल-वरणाण - दंसणं समुप्पण्णं । सो य 21 रिसी तस्स राइणो पिया अभिसिंचिऊण पव्वइओ, एक्कल्ल-विहार-पडिमं पडिवण्णो । भरुयच्छं समागओ विहरमाणो, तत्थ य केवल-णाणं समुप्पण्णं ।
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1) P नगरं for णयरं. 2) P inter. सो & उवगओ, P उवट्ठविओ, P तं for ममं. 3) P adds णेण before रेरे. 4) P अइससु. 5) P adds च before गया, P पयट्ठा, Pom. य, J॰मंजरीय P • मंजरी । ससंभ्रमं भणियं. 6) J होइ for हवइ . 7) J adds य after भणंतेण, P समप्पिउं, P सा रायधूया मं सहिं. 8) P बंधुं पिय. 9) J अहिआई for गहियाई. 10) Pom. मय. 11 ) J सत्थई. 12) J कव्व for सव्व, J सुणिच्छओ. 13) J तीय. 14 ) Pom. च. 15) P उण्हा. 16 ) J गिम्हाले. 17 ) J णीसंगं. 18) Jom. . एगत्तणं चिंतयंतस्स, P चिंतयंतयंतस्स, J असरणअत्तणं, Pom. सुत्तं अणुगुणेंतस्स. 21) P रिस्सी for रिसी, P पियाभिसिंचिऊण.
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(२०९)
७१ 1 तओ देवाणं उप्पय-णिवयं दद्दूण जणेण साहियं राइणो पिउणो जहा ‘महाराय
रिसिणो इहेव भरुयच्छे समागयस्स केवलणाणं समुप्पण्णं' ति । 3 तं च सोऊणं हरिस-वस-वियसमाण-लोयण-जुवलो राया भणिउं पयत्तो ।
'सज्जेह जाण-वाहणाई, अंतेउरिया-जणस्स सव्व-रिद्धीए अज्ज भगवंत तायं 5 उप्पण्ण-केवल-वर-णाणं वंदामि' त्ति भणिऊण पयत्तो बह-जाण-वाहण
पूरमाण-महियलो संपत्तो य भगवओ सयासं । थोऊण य पयत्तो । कह । 7 जय धम्मझाण-करवाल-सूडियासेस-कम्म-रिउ-सेण्ण ।
जय जय अक्खय-णाणमणत-जाणियासेस-परमत्थ ।। 9 त्ति भणमाणेण वंदिओ भगवं केवली राइणा । राया णिसण्णो य पुरओ, अण्णे
वि य रायाणो भड-भोइया य णायर-जणो य राय-धूया वि ममं घेत्तुं चेव तत्थ 11 उवगया । मए वि संथुओ भगवं स-बुद्धि-विहवेणं । अवि य ।
जय णिज्जिय-सयल-परीसहोवसग्ग जय णिहय-मय-मोह । 13 जय णिज्जिय-दुजय-काम-बाण जय विमल-णाण-धर ।।
त्ति भणिऊण पणमिओ मए वि भगवं केवली । णिसण्णा य राय-दुहिया मम 15 पुरओ णिमेऊण । केवलिणा वि भगवया कय-कायव्व-वावारेणं वोलीण
लोय-मग्गेण तहा वि किं पि कज्जंतरं पेच्छमाणेण भणियं । अवि य । 17 जर-मरण-रोग-रय-मल-किलेस-बहुलम्मि णवर संसारे ।
णत्थि सरणं जयम्मि वि धम्मं जिण-देसियं मोत्तुं ।। 19 ता मा कुणह पमायं देवाणुपिया इमम्मि जिण-मग्गे ।
संसार-भव-समुदं जइ इच्छह अप्पणा तरिउं ।। 21 (२१०) एत्थंतरम्मि समोवइया दोण्णि णील-पीय-वाससा विप्फुरंत___ मणि-किरण-कणय-भासुरालंकार-सोहिया विज्जाहरा ।
2) P om. इहेव, P om. ति. 4) P मंते० for अंते०, P भगवओ तायस्स उप्पन्नं. 5) P om. य before पयत्तो. 7) P सूडिताइसेस. 8) P adds अय after जय. 9) P om. राइणा, Jom. राया, P अन्नो वि. 10) Jण for य before णायर, J रायधूअ वि, P om. ममं, P घेत्तुं, J चेअ, P om. तत्थ. 11) P बुद्धि for सबुद्धि. 12) P सयमलपरीसहोवसहोवसग्ग, J णिहयमल्लमयमोहा ।. 13) Jणाणवर. 14) J णिसण्णो, P for ममं. 21) J दुण्णि (?) for दोण्णि. 22) Jom. किरण, P किणिय for
कणय.
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(२१०) 1 णिम्मल-करवाल-करा फुरंत-मणि-रयण-किरण-सोहिल्ला ।
गयणाओ ओवइया सहसा विज्जाहरा दोण्णि ।। 3 ते य भगवंत केवलिं पयाहिणं करेमाणा समोइण्णा । वंदिओ य भगवं सविणय
ओणय-करयल-दल-मउलमंजलिमुत्तिमंगे णिमेऊण । णिसण्णा य पायमूले 5 भगवओ । सुह-णिसण्णेहिं भणियं भगवं, का उण स' त्ति । भणिय-मेत्ते राइणा
भिगुणा सव्वेहि य णायरएहिं भणियं । 'भो भो विजाहरा, सा उण का जं 7 तुब्भेहिं भणियं का स' त्ति भणिए, तेहि य पलत्तं । ‘अम्हे वेयड्ढ-गिरिवराओ
सम्मेय-सिहरं गया । तत्तो सत्तुंजयं चलिया । तत्थ वच्चमाणेहिं विंझ-गिरि9 सिहर-वणंतराले भीमे णिम्माणुसे अरण्ण-पएसे, जत्थ अम्हे वि गयण-गोयरा
भीया झत्ति वोलेमो, णम्मयाए दक्खिणे कूले दिटुं महतं मय-जूहं । ताणं च 11 मग्गालग्गा एक्का का वि मयलीव-वुण्ण-लोयणा समुभिज्झमाण-पओहर-भरा
भउव्विग्ग-लोयणा मयाणं अणुमग्गेणं वच्चंती बाला । तं च दद्रूण चिंतियं 13 अम्हेहिं । 'अहो, महंत अच्छरियं' चिंतयंता अवइण्णा । भणिया य अम्हेहिं । _ 'भो भो बालिए, किं एत्थ अरण्णम्मि तुम एक्का, कत्थ वा तुमं आगय' त्ति 15 भणिया य समाणी मुरलारण्ण-मय-सिलिंब-वुण्ण-लोल-लोयणा अहिययर
पलाइउं पयत्ता । ण य ते मया तीए उब्वियंति । तेहिं चेय समं सा संगय त्ति । 17 तओ अउव्वं वुत्तंतं चिंतता भणमाणाणं चेय असणं गया वणंतराले । तओ
अम्हेहिं चिंतियं । 'अहो, किं पि अत्थेत्थ कारणं, सव्वहा को वि अइसय19 णाणी अम्हेहिं पुच्छियव्वो' त्ति । तओ भगवं एत्थ दिवो । तेण पुच्छियं अम्हेहिं ___'भगवं, का उण स' त्ति । भणियं च राइणा पिउणो ‘भगवं, अम्हाणं पि कोउयं 21 जायं । ता पसीयसु, साहेसु' त्ति ।
(२११) भगवं साहिउँ पयत्तो ।
2) P उवईया. 3) P om. य, P केवलि, J सविणओणय. 4) J उत्तिमंगे for मुत्तिमंगे, P नमिऊण for णिमेऊण. 5) Jadds अ before भणियं. 6) J भिउणो for भिगुणा, P om. one भो, J कजं for का जं. 7) J भणितं का P भणियं तं का, J om. य. 8) P तओ for तत्तो, P सेत्तुजं. 9) J प्पएसे, P तत्थ for जत्थ, P गोयरे. 10) P यत्ति for झत्ति, Jणम्मयाय. 11) P मलयलीवपुनलोयणा समुज्झिज्जमाणओभरभरा तओव्विग्ग. १२) J भयुब्विग्ग. 13) J अच्छरीयं, P चिंतइंता. 14) Jom. किं, P एक्को. 15) Jom. य. 16) P पयत्तो, Jom. तीए, J समं सा संगया P समं समागय, Jom. त्ति. 17) J अपुव्वं. J चिंतेता, P भणमाणेण. 19) P दिट्ठ. 20) Jom. च, P भि गुणा for पिउणो, P adds अम्हा before अम्हाणं. 21) J पसिअसु. 22) J adds भणिओ before भगवं.
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(२११) 1 अत्थि पयडा पुरीणं तेलोक्कम्मि वि पयत्त-जसहारा ।
धवलुत्तुंग-मणहरा उज्जयणी पुरवरी रम्मा ।। 3 जीय य मणहर-गीय-रव-रम्मई भवणई, भवण-माला-विभावियइं रायवहई,
रायवह-सोहिओ विवणि-मग्गु, विवणि-मग्ग-रेहिरई गोउरद्दारई, गोउरद्दार5 विराइयइं पागार-सिहरई, पागार-सिहर-छज्जिरइं फरिहा-बंधई ति । जत्थ य
रेहति फरिहउ णिम्मल-जल-तरंगेहिं, जल-तरंगई पि सोहंति वियसिय-सुरहि7 कुसुमेहि, कमलइँ वि अग्घंति भमिर-भमरउलेहिं, भमर-उलइँ वि विरायंति
णव-कुसुम-रेणु-रएणं ति । अवि य । 9 उत्तुंग-धवल-तोरण-बद्ध-पडाय-च्छलेण भणइ व्व ।।
उब्भेउँ अंगुलिं सा जइ अण्णा एरिसा णयरि ।। त्ति । 11 तम्मि य पुरवरीए सिरिवच्छो णाम राया पुरंदर-सम-सत्त-वीरिय-विहवो । तस्स
य पुत्तो सिरिवद्धणो णाम । धूया य एक्का सिरिमई णाम । सा य विजय-पुरवइणो 13 विजय-णराहिवस्स पुत्तो सीहो णाम तेण परिणीया । सो य सीहो जोव्वणं __ संपत्तो । केरिसो जाओ । अवि य ।। 15 मारेइ खाइ लुंपइ णिरवेक्खो णिद्दओ णिरासंसो ।
वण-सीहो इव कुविओ पयईए एरिसो जाओ ।। 17 तं च तारिसं णाऊण राइणा विजएण णिव्विसओ आणत्तो । सो य तं राय___धूयं णियय-भारियं घेत्तूण णिग्गओ विसयाओ । एक्कम्मि पच्चंत-गामे 19 आवासिओ, अप्प-दुइओ अच्छिउं पयत्तो । वच्चंति दियहा । ताव य
एत्थंतरम्मि केण वि कालंतरेण सो सिरिवद्धणो रायउत्तो धम्मरुइणो अणगारस्स 21 अंतिए धम्म सोऊण दुरुत्तरं संसार-सागरं णाऊण दुल्लहं भगवओ वयणं जाणिऊण सासयं मोक्ख-सुहं कलेऊण सव्वहा णिव्विण्ण-काम-भोओ
1) P तिलोक्कमि, P जस्स पब्भारा for जसहारा. 3) J जिअ for जीय, J रम्माई भवणाई, P विरवियई रायनिवहइं. 4) Jom. विवणिमग्गु, P विपणिमगु विपणि, P om. गोउरद्दारई, P गोउरदारा. 5) J विराविअइं पायार, J पायार, P छजिरवं परिहा, P कत्थ for जत्थ. 6) P फरिहाउ, J मि for पि. 7) J कमलेहिं for कुसुमेहिं, P कमल विय अग्घंति, P भमरभलेहिं भमर कुलई विरायंति. 8) P रेणुएणं. 9) P पडायाछलेण. 10) JP उब्भेउ. 11) P समू for सम. 12) P om. य. 13) P adds सा after तेण. 17) P om. विजएण. 19) P om. य after ताव. 20) P राउत्तो. 22) P कामभोगो.
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(२१२)
1 अणगारो जाओ । सो य केण वि कालंतरेण परि-णिप्फण्ण-सुत्तत्थो
एक्कल्लप्पडिमं पडिवण्णो एक्को चेय विहरिउं पयत्तो । 3 (२१२) सो य भगवं विहरमाणो तं चेय गामं समागओ जत्थ सो भगिणी___ पई भगिणी य । तम्मि अवसरे सो भगवं मास-खमणट्ठिओ पारणए य गामं
5 पविट्ठो । भिक्खत्थं च गोयर-चरियाए विहरमाणो भगवं तव-तणुय-देहो खाम_णिण्णोयरो कमेण य तम्मि भइणीए घरम्मि संपत्तो । तीय य भगिणीए दूरओ 7 चेय दिट्ठो, दट्टण य चिंतियं च तीए ‘एस सो महं भाउओ त्ति, णिसुवं च मए
किल एसो केण वि पासंडिएण वेयारिऊण पव्वाविओ । ता सव्वहा सो चेय 9 इमो' त्ति । तओ आऊरमाण-सिणेहाए भाउओ त्ति णिब्भर-बाहुप्पीलण
त्थंभिय-णयण-गग्गर-वयणाए चिर-दिढुक्कंठा-पसर-पयत्त-फुरमाण-बाहु11 लइयाए अयाणंतो सो रिसी अभिधाविऊणं कंठे गहिओ, आलिंगिओ जाव
रोविउं पवत्ता तावागओ तीए भत्तारो सीहो बाहिराओ । दिट्ठो य तेण 13 आलिंगिजंतो । तं च दद्रूण चिंतियं तेण 'अरे, पर-पुरिसो को वि पासंडिओ ___मह जाय-महिलसई' त्ति । चिंतयंतो केरिसो जाओ । अवि य । 15 ईसाणल-पजलिओ दढ-मूढो कोव-रत्त-णयणिल्लो ।
आयड्डिऊण खगं अह रिसिणो पहरइ णिसंसो ।। 17 तओ गरुय-पहर-हओ णिवडिओ रिसी धरणिवढे । ___ तं च दद्णं णिवडतं किं कियं से भइणीए । अवि य । 19 दूसह-गुरु-भाइव्वह-दसण-संजाय-तिव्व-रोसाए ।
कटेण पई पहओ जह मुच्छा-वेंभलो जाओ ।। 21 णिवडमाणेण तेणावि किं कयं । अवि य ।
णिदुर-कट्ठ-पहारा वियणा-संताव-गरुय-मुच्छेण ।
1) J परिणिप्फिण्ण P परिनिष्पन्नो. 2) P चेवल्लो for चेय विहरिउं पयत्तो. 3) P परागओ for समागओ, Jadds तत्थ before भगिणी: P सो पती भगिणीए. 4) P मासंक्खमणं०. 5) P भिक्ख, P चरिया विहरमाणा. 6) P निण्णोदरो. 7) P om. दिट्ठो दह्ण य, P महं भाय त्ति, J ति for च. 8) J पासण्डिणा, P वियारिऊण for वेया०, P om. पव्वाविओ. 9) J बाहुप्पील P बाहुपीलण. 10) J मण्ण P मणु (for णयण emended), J चिरू, P चिरविठ्ठक्कंठपसरंतपव्वत्त. 11) P अभिधाइऊणं. 12) J पयत्ता । ताव आगओ तीय. 13) P om. तं च. 14) Jom. मह जायमहिलसइ. 15) P ईसानल. 17) J पहरंतो णिवडिओ, P धरणिवीढं ।. 18) P निवडियं for णिवडतं. 19) P भाइवहं. 21) J य तेण for तेनावि. 22) P पहार.
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(२१२) 1 खग्गेण तेण पहया जह जाया दोण्णि खंडाई ।। __णिवडिओ तं णिवाएमाणो सो वि जीविय-विमुक्को जाओ । पुणो चंड
3 सहावयाए महारिसि-वह-पाव-पसर-परायत्तो पढमं रयणप्पभं णरयं रउरवे ___णरयावासे सागरोवमट्टिई णेरइओ उववण्णो । सा वि तस्स (मुणिणो) भइणी 5 गरुय-सिणेह-मुच्छा-परिणया तक्खणुप्पण्ण-कोव-विणिवाइय-भत्तार-णिहण
पाव-संतत्ता, तहिं चेव णरय-पत्थडे उववण्णा । सो उण रिसी भगवं णिद्दय7 खग्ग-पहारा वियणायल्ल-सरीरो कहं कह पि उवरओ, उववण्णो य सागरोवम
ट्ठिई सोहम्म-विमाण-वरे । तओ चइऊण णिय-आउक्खएण एत्थ भरुयच्छे 9 राया जाओ । सो य अहं दिट्ठो तुम्हेहिं पच्चक्खं केवली जाओ । सो उण सीहो
तम्मि महारउरवे णरए महंतीओ वियणाओ अणुभविऊणं कह कह पि 11 आउक्खए उवट्टिऊण णदिपुरे पुरवरे बभणो जाओ । तत्थ वि गारुहत्थं पालेऊण
एग-डंडी जाओ । तत्थ य आसम-सरिसं संजम-जोयं पालिऊण मरिऊण य 13 जोइसियाणं मज्झे देवो उववण्णो । तत्थ य केवली पुच्छिओ णियय-भवंतरं ।
साहियं च भगवया दुइयं पि जम्मंतरं । तओ तं च सोऊण उप्पण्णो इमस्स 15 कोवो । 'अरे, अहं तीए णियय-महिलाए मारिओ । ता कत्थ उण सा दुरायारा
संपयं' ति चिंतेमाणेण दिट्ठा सा वि तम्हाओ णरयाओ उव्वट्टिऊण पउमणयर 17 णाम णयर । तत्थ पउमस्स रण्णो सिरीकता णाम महिला तीय उयरे धूयत्ताए
उववण्णा । तम्मि य समए जाय-मेत्ता । तं च दद्दूण जाइ-मेत्तं उद्धाइओ इमस्स 19 रोसो इमाए पुव्वं अहं विणिवाइओ' त्ति । ‘ता कत्थ संपयं वच्चई' त्ति चिंतयंतो
गुरु-कोव-फुरफुरायमाणाहरो समागओ वेएणं । गहिया य सा तेण बालिया । 21 घेत्तूण य उप्पइओ आगओ दक्खिणं दिसाभोयं । तत्थ विंझ-सिहर-कुहरंतराले चिंतिउं पयत्तो । किं ताव । अवि य ।
1) P खंडाई. 2) J चंद for चंड. 3) J महारिसी, J परयत्तो, P नयरं for णरयं, P रओरवि नरयावासे. 4) Jणरयवासे, J सायरोवमठिति नारइओ, P नेरईए उवविन्नो, JP om. (मुणिणो). 6) J चेय. 7) J प्पहरा. 8) J ठिती P द्विती, J सोहम्मे, Jom. चइऊण. 9) P सो हं ट्ठिो तुब्भेहिं, P om. जाओ. 10) P महारोरवे. 11) P आउक्खएण, P जाओ । तओ वि गारहत्थं. 12) P तवसंजमं for संजमजोयं, Jom. य after मरिऊण. 13) Jom. य before केवली, J णिअ for णियय. 15) J तीय, P निय for णियय. 16) P पउमनयरे. 17) P om. णाम णयरं । तत्थ, P सिरीकंताए, P महादेवीए for णाम महिला तीय उयरे. 18) Jom. य after तम्मि, P om. च. 19) P पुव्वमहं. 21) J उत्तरं for दक्खिणं. 22) J om. किं ताव.
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(२१३) 1 ‘किं पक्खिमि समुद्दे किं वा चुण्णेमि गिरि-णियंबम्मि ।
किं खइरं पिव णेमो मलेमि किं वा करयलेहिं ।। 3 अहवा णहि णहि दुट्ठ मए चिंतियं । ण जुज्जइ मह इमं ति । जेण इत्थिय त्ति
इत्थि-वज्झा, बाल त्ति बाल-वज्झा, अयाणिय त्ति भूण-वज्झा, असरण त्ति 5 एक्किय त्ति सव्वहा इमम्मि चेव कंतारम्मि उज्झामि । सयं चेव एत्थ माणुस___ रहिए असेसोवाय-विरहिया मरिहिइ, महा-पक्खीहिं वा विलुप्पिहिइ, सावएहिं 7 व खजिहिइ'त्ति चिंतयंतेण उज्झिया गयणयले कमेण य णिवडिया। अवि य।
किं विज्जाहर-बाला अह णिवडइ चंदिमा मियंकस्स । 9 विज्जु व्व घणब्भट्ठा तारा इव णिवडिया सहसा ।। __णिवडमाणी य आसासिया पवणेण । णिवडिया य तम्मि पएसे महंताए जालीए 11 अणेय-गुविल-गुम्म-कोमल-किसलयाए । ण य तीए विवत्ती जाया । तओ
णिवडिया लोलमाणी जालिय-मज्झुद्देसे । 13 (२१३) एत्थंतरे य तहा-विह-धम्म-कम्म-भवियव्वयाए एयम्मि चेय ___पएसे समागया गब्भ-भर-वियणा-विब्भलंगी वण-मय-सिलिंबी । सा य तं 15 पएसं पाविऊण पसूया । पसव-वियणा-मुच्छा-विरमे य तीए णिरूवियं, दिलु ___ च तं मय-सिलिंबयं बालिया य । चिंतियं च तीए इमं मह जुवलयं जायं ति । 17 मुद्ध-सहावत्तणेण ण लक्खियं । दिण्णं थणं एक बालियाए दुइयं मयलीयस्स ।
तओ एएण पओएण सा जीवमाणी जीविया । सा य मई तम्मि चेय पएसे 19 दियहे राईए अच्छिउं पयत्ता । जाव ईसि परिसक्किउं पयत्ता, तओ मिलिया मय
जूहस्स किर मईए एसा जाय त्ति ण उब्वियंति सारंगया । ण य तीय तत्थ कोइ 21 माणुसो दिट्ठो । तओ तत्थेय मय-दुद्ध-पुट्ठा वड्डिउं पयत्ता । तओ भो भो विज्जाहरा, तत्थ सा अरण्णम्मि भममाणी जोव्वणं पत्ता । तत्थ य अच्छमाणीए
1) J किं पक्खिवामि P किं वाखिवेमि (वमि). 2) P वर for खइर, P ता for वा. 3) P मे for मए, J om. ति. 5) P एकिय, J चेअ, J चेअ. 6) P आयससोवायरिहया, J मरीहिहापक्खीहिं, P पक्खिहि P विलुं पेइहिइ. 7) J वा for व, P गयणे कमेण. 8) P om. अह, P adds किं before चंदिमा, P मयंकस्स, 10) Jom. य before आसासिया, P om. य, P पएसं. 11) J गुहिल, P से for तीए. 12) J om. लोलमाणी, P जालिमज्झदेसे । एत्थंतरो य. 13) P om. कम्म, J भविअव्वताए. 14) P विम्हलंगी. 15) P पयववियण, J तीय. 16) P सिलिबिंबालिया, P जुवलं. 17) P मयलीवस्स. 18) P मती for मई. 19) J दिअहे दिअहे राईएण अच्छिउं, P परिब्भमिओ सक्किया, P om. पयत्ता, तओ मिलिया etc. to वड्डिउं पयत्ता. 21) Jom. तओ before भो. भो.
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(२१३)
७७ । कुडगाई घराई, गिद्धे पक्खिणो, बंधवे वाणर-लीवे, मित्तं तरुयरा, असणं वण___ फलाई, सलिलं णिज्झर-पाणियं, सयणं सिलायलाई, विणोओ मयउल-पट्ठि3 सिहरोल्लिहणं ति । अवि य,
गेहं जाण तरु-तलं फलाइ असणं सिलायलं सयणं । 5 मित्तं च मय-कुलाइं अहो कयत्था अरण्णम्मि ।।
तओ सा मय-जूह-संगया माणुसे पेच्छिऊण मय-सिलिंबी इव उव्वुण्ण7 लोयणा पलायइ । तेण भो, जं तुब्भेहिं पुच्छियं जहा का उण एसा वणम्मि
परिब्भमइ, ता जा सा मह भइणी पुव्व-भवे आसि सा णरयाओ उव्वट्टिऊण 9 एत्थ उववण्णा । ण य कयाइ माणुसो तीए दिट्ठो, तेण दतॄण तुब्भे सा पलाण
त्ति । एत्थंतरम्मि भणियं विजाहरेहिं णरवइणा य ‘अहो महावुत्तंतं, अहो कटुं 11 अण्णाणं, अहो विसमं मिच्छत्तं, अहो भय-जणओ पमाओ, अहो दुरंता ईसा,
अहो कुडिला कम्म-गई, अहो ण सुंदरो सिणेहो, अहो विसमा कज-गई । 13 सव्वहा अइकुडिलं देव्व-विलसियं । अवि य ।
अकयं पि कयं तं चिय कयं पि ण कयं अदिण्णमवि दिण्णं । 15 महिलायणस्स चरियं देव्व तए सिक्खियं कइआ ।।
भणियं च तेहिं भगवं, किं सा भव्वा, किं वा अभव्व' त्ति । भगवया भणियं 17 ‘भव्वा' । तेहिं भणियं कह वा सम्मत्तं पावेहिई। भगवया भणियं 'इमम्मि चेय
जम्मम्मि सम्मत्तं पावेहिई। तेहिं भणियं को से धम्मायरिओ होहिई। भगवया 19 भणियं मं उद्दिसिऊण ‘जो एस राय-कीरो एसो इमीए धम्मायरिओ' त्ति । तेहिं
भणियं ‘कहं एसो तं वणं पावेहिई। भगवया भणियं ‘इमा चेय राय-धूया 21 पेसिहिइ'। इमं च वयणं णिसामिऊण पियामहस्स राय-धूयाए कोमल
करयलंगुली-संवलंत-णह-मऊहाए भणियं । ‘भगवं, समाइससु जइ किंचि
1) P वानरलीवा, J वणहलाई P वणप्फलाइं. 3) J सिरोहिहणंति. 4) J तरूअरे. 5) J मयउलाई, J कयत्थो. 6) J व for इव, P उवुण्ण. 7) P पलाइ, P om. भो, J काऊण. 8) P परिभमइ, P उवट्टिऊण. 9) J एत्थोववण्णा, P om. य, J तीय, P तुज्झे सा पुलाय त्ति. 10) P om. महा, P वुत्तंतो. 11) J भयावणओ. 12) P कम्मगती. 13) P अइकुडिदलं देववलिसयं. 15) P देव तइ. 16) P अभवया for अभव्व त्ति, P om. भगवया. 17) P तेण for तेहिं, P पाविहिइ, J पाविहिति । तेहिं. 18) P सो for से. 19) J अहं for मं, P om. एसो इमीए, P adds भहिं after तेहिं. 20) P पावेइहिइ, P भणिओ, P राधूया. 21) J पेसिहिति P पेसिइहिइ, P वयणं पियामहस्स संतियं सुणिऊण राय०. 22) P करयंगुली, J मयूहाए, P किंपि कज्जं.
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(२१३) 1 कजं इमेणं कीरेणं, किं पेसेमि ।' भगवया भणियं ‘अविग्धं देवाणुपिए, मा
पडिबंध करेसु । कायव्वमिणं भवयाणं, किच्चमेयं भवियाणं, जुत्तमिणं भव्वाणं, 3 जं कोइ कत्थइ भव्व-सत्तो अरहताणं भगवंताणं सिव-सासय-सोक्ख-सुह
कारए मग्गम्मि पडिबोहिजई' त्ति । इमम्मि य भणिए ‘जहाणवेसि' त्ति 5 भणमाणीए अइप्पिओ तह वि भत्तीए ‘अलंघणीय-वयणो भगवं'ति
सिढिलियाई पंजरस्स सलाया-बंधाई । भणियं च तीए । अवि य । 7 वर-पोमराय-वयणा पूस-महारयण-णील-पक्ख-जुया ।
अब्भत्थिओ सि वर-सुय कइया वि ह दसणं देज्जा ।। 9 अहं पि णीहरिओ पंजराओ । ठिओ भगवओ केवलिणो पुरओ । भणियं च
मए। 11 जय ससुरासुर-किंणर-मुणि-गण-गंधव्व-णमिय-पाय-जुया ।
जय सयल-विमल-केवल-जाणिय-तेलोक्क-सब्भाव ।। 13 त्ति भणमाणेण पयाहिणीकओ भगवं पणमिओ य । आउच्छिओ य णरवई ।
दिट्ठा य रायधूया । वंदिऊण य सव्वे उप्पइओ धोय-असि-सच्छहं गयणयलं, 15 समागओ इमं वणंतरालं । एत्थ मग्गंतेण दिट्ठा मए एसा, भणिया य ‘हला __हला बालिए' । इमाए य इमं सोऊण ससंकिओव्वेव-भीय-लोयणाए पुलइयाई 17 दिसि-विभायाइं जाव दिट्टो अहं । तओ एस वण-कीरो त्ति काऊण ण ___ पलाइया । तओ अहं आसण्णो ठिओ । पुणो भणियं ‘हला हला बालिए' त्ति । 19 इमाए य किं किं पि अव्वत्तं भणियं । तओ मए गहियं एवं चंचूए सहयार
फलं । भणियं च मए 'गेण्ह एयं सहयार-फलं' । गहियं च तीए । पुणो मए 21 भणियं 'मुंच इमं सहयार-फलं'। तओ खाइउं पयत्ता । पुणो मए भणिया 'मा
खायसु इमं सहयार-फलं'। पुणो भणइ ‘किं किं पि अव्वत्तक्खरं तुम भणसि' ।
1) P देवाणुप्पिए. 2) J भवआणं P भवियाणं, after कायव्वमिणं भवियाणं किच्च P adds a long passage कालंतरेण परिनिष्पन्नो etc to परपुरिसो को वि पासं from the earlier context p. 74 line 1 to 13. 3) P को वि कत्थ वि भव्व. 4) J जहाणवेहि (?) त्ति. 5) P om. तह, P om. भत्तीए, J भत्तीए भगवं अलंघणीओ त्ति सिढिलि.. 6) J पंजरसणाया, Jom. अवि य. 7) J महारायणील. 8) J य वि for वि हु. 9) J अह वि णीहरिओ, P ट्ठिओ. 12) P सभाव. 13) P काओ for कओ, P om. य after आउच्छिओ. 14) दिट्ठा and वंदिऊण, J उप्पइओ य धोआसिसच्छमं. 15) P om. य before इमं. 16) P ससंकिओव्विग्गलोयणाए. 17) P दिसिवहाई. 18) P adds आसन्नो ठिओ before हला, बालिय. 19) P om. य before किं, J चूअ for चंचूए. 20) P om. भणियं च मए गेह एयं सहयारफलं. 21) Jadds य before मए. 22) P भणिया for भणइ, P अव्वत्तक्खरं, P adds किं before तुम.
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(२१३)
७९
I
1 मए भणियं एयं सहयार - फलं भण्णइ । तं पुण बाला महिला भण्णसि । अहंराय - कीरो भण्णामि । एसो रुक्खो भण्णइ । एयं वणं भण्णइ । इमं गहियं 3 भण्णइ । इमं मुक्कं भण्णइ । एए वाणर - लीव त्ति । एवं च मए बालो विव सव्वसण्णाओ गाहिया । एवं च इमिणा पओगेण अक्खरर-लिवीओ गाहिया । तओ 5 धम्मत्थ-काम-सत्थाई अहीयाई । सव्वहा जाणियं हियाहियं । अवगयं भक्खाभक्खं । सिट्ठे कज्जाकज्जं ति । अण्णं च ।
7 णज्जंति जेण भावा दूरे सुहुमा य ववहिया जे य ।
मि मए सिक्खविया णिउणं वयणं जिणवराणं ।।
9 साहिओ य एस सयलो वुत्तंतो जहा तुमं पउमराइणो धूया, वेरिएण एत्थ आणीय' त्ति । भणिया य मए एसा जहा 'एहि, वच्चामो वसिमं, तत्थ भोए 11 वा भुंजसु परलोयं वा करेसु' । इमीए भणियं 'वर - सुव, किमेत्थ भणियव्वं, सव्वहा ण पडिहायइ महं वसिमं' ति । किं कारणं । जेण दुल्लक्खा लोयायारा, 13 दुरुत्तरा विसया, चवला इंदिय-तुरंगा, णिंदिओ विसय-संगो, कुवासणावासिओ जीवो, दुस्सीलो लोओ, दारुणो कुसील - पसंगो, बहुए खला, विरला 15 सज्जणा, पर-तत्ति-तग्गओ जणो, सव्वहा ण सुंदरो जण-संगो त्ति । अवि य । - तत्ति-तग्गय-मणो दुस्सीलो अलिय-जंपओ चवलो ।
पर
17 जत्थ ण दीसइ लोओ वणं पि तं चेय रमणिज्जं ।'
भणिऊण इहेव रण्णुद्देसे परिसडिय-फासुय - कुसुम-फल-कंद-पत्तासणा तव19 संजमं कुणमाणी अच्छिउं पयत्ता । तओ जं तए पुच्छियं भो रायउत्त, जहा ‘कत्थ तुमं एत्थ वणम्मि, किं वा कारणं' ति तं तुह सव्वं साहियं ति ।
(२१४) एत्थंतरम्मिईसि - पणय - सिरो पसारिय-करयलो उद्भाविओ रायतणओ । भणियं च णेण 'साहम्मियं वंदामि' त्ति । रायकीरेणावि भणियं
21
1) P एमं for एयं. 4) Jom. च, J पओएण, P लिविओ. 5) J अहिआई. 6) P सिज्जं for सिट्ठे. 7) P सुहुमा य बायरा जे य । तं पि मए सिक्खकामसत्थाई अहीयाइं सव्वहा जाणिय हियाहियं वियानिउणं वयणं जिणवराणं । साहिओ. 9) Pom. य, P ए for एस, P दुत्तंतो for वृत्तंतो, J जह, P तुहं for तुमं, J वत्थु for एत्थ. 10) P आणिय. 11) J इमीय, P वरसुय. 12 ) P पडिहाइ मह, P लोयायारो. 13) J दुत्तरा, P चंचला for चवला, P तुरंगमा. 14) Jadds संगो before जीवो, J दुसीलो. 17) P वरं for वणं, P चेव. 18) P इहेवारन्नदेसे, P repeats फासुय. 19) J पयत्त त्ति, J repeats भो. 20) J adds कारणं जेण after किं वा, P साहिय. 21 ) P उट्ठाविओ. 22 ) P साहम्मिय.
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(२१४) 1 'वंदामि साहम्मियं' ति । तओ तीए भणियं भणियाए लक्खिओ चेय अम्हेहिं
जहा तुम सम्मत्तं-सावओ त्ति । किं कारणं । जेण केवलि-जिणधम्म-साह3 संजम-सम्मत्त-णाणाई किरिया-कलावेसु णामेण वि घेप्पमाणेसु सरय-समय
राई-सयल-ससंक-लंछण-दोसिणा-पूर-पसर-पवाह-पव्वलणा-वियसियं पिव 5 चंदुज्जयं तुह मुहयंद ति ।
एत्थंतरम्मि सूरो पसढिल-कर-वलय-दिट्ठ-वलि-पलिओ। 7 अह जोव्वण-गलिओ इव परिणमिउं णवर आढत्तो ।।
इमम्मि य वेले वट्टमाणे भणियं एणियाए ‘रायउत्त, अइक्कतो मज्झण्ह-समओ, 9 ता उट्टेस, पहाइउं वच्चामो त्ति समुट्ठिओ य रायतणओ । उवगया य तस्सासम
पएसस्स दक्खिणं दिसा-भायं । थोयंतरेण दिट्ट एक्कम्मि ऊसिय-सिय-विंझ11 गिरि-सिहर-कुहरंतरालम्मि विमल-जलुक्कलिया-लहरि-सीयल-जलोज्झरं । __ तत्थ य तीर-तरुयरस्स हेतुओ संठिओ। संठियाणि मियाई वक्कलाई । 13 कुसुम-पुडयाई गहियाई । फलिहामलिणीय पडियाई सुक्कामलाई रुक्खाई __ सिलायलम्मि । उल्लियाई उत्तिमंगाई । मज्जिया जहिच्छं । परिहियाई कोमल15 धोय-धवल-वक्कल-दुऊलाई । गहियं च पउमिणी-पुडए जलं । तं च घेत्तूण
चलिया उत्तरं दिसाभोयं । तत्थ य एक्कम्मि गिरि-कंदराभोए दिट्ठा भगवओ 17 पढम-तित्थ-पवत्तगस्स उसह-सामिस्स फलिह-रयणमई महापडिमा । तं च
दह्ण णिब्भर-भत्ति-भरावणउत्तमंगेण ‘णमो भगवओ पढम-तित्थयरस्स' त्ति 19 भणमाणेण कओ कुमारेण पणामो । तओ ण्हाणिओ भगवं विमल-सलिलेण,
आरोवियाइं जल-थलय-कुसुमाइं । तओ कय-पूया महाविहिणा थोऊण 21 पयत्ता । अवि य ।
जय पढम-पया-पत्थिव जय सयल-कला-कलाव-सत्थाह ।
1) J तीय, P पणियाए for भणियाए. 2) Jom. जेण, J केवल. 3) P समत्त. 4) P सयलससिलंछणजोसिणा, P om. पवाह, P पवालणा. 5) P तुहयद ति. 6) P वलियलिओ. 9) Jom. य before रायतणओ. 10) P पएसस्स पच्छिमदक्खिणदिसा, Jएक for एक्कम्मि, P ऊससियं विंझ, J विंझइरि. 11) J जलुतरूक्किलयासलहलं सीअल. 12) J हेट्ठाओ, P संठिया निम्मियाइं. 13) P om. कुसुमपुडयाई, J फालिआमलिणीयलपडियाई. 14) J परिहिआ कोमल. 15) Jom. पउमिणी. 16) J वलिया for चलिया. 17) P om. पढम, J पवत्तयस्स उसभ, J फडिअ for फलिह, P om. रयण. 18) J भत्तिब्भरावणयुत्तमंगेण, P ॰वणपुत्तमंगेण. 19) J inter. पणामो and कुमारेण. 20) P थलकुसुमाई, J विहाणाई for महाविहिणा, P थुणिऊण for थोऊण. 22) J जय for सयल, P om. कला, P सत्थाहं.
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(२१५) 1 जय पढम-धम्म-देसिय जय सासय-सोक्ख-संपण्ण ।।
त्ति भणमाणेण णमिए चलणे । तओ एणियाए वि भणियं । 3 लंछण-लंछिय-वच्छयलाए पीण-समुण्णय-भुय-जुयलाए । ___ मत्त-महागय-गइ-सरिसाए तुज्झ णमामि पए जिणयंद ।।' 5 त्ति भणंतीए पणमिओ भगवं । वंदिओ य रायतणओ । सुएण वि भणियं ।
‘तिरिया वि जं सउण्णयाँ तुह वयणं पाविऊण लोयम्मि । 7 पावंति ते वि सग्गयँ तेण तुमं पणमिमो पयत्तेणं ।।'
ति इमाए य गीइयाए थुणिऊण णिवडिओ चलणेसु कीरो । पुणो वंदिओ कुमारो 9 एणियाए । तओ आगया तं पएस जत्थासमं । तत्थ य पडियग्गयाइं मय
सिलिंबयाई, संवग्गियाइं वाणर-लीवाई, भोजियाइं असेस-सुय-सारिया11 सउण-सावय-संघाई । पणमियाइं च कुमारस्स सुह-सीयल-साउ-सुरहि-पिक्क
पीवर-वण-फलाइं । पच्छा जिमियं एणियाए कीरेण य । 13 (२१५) तओ आयत्त-सुई-सत्थेदिय-गामाण य विविह-सत्थ-कला
कहा-देसि-भासा-णाण-दसण-चरित्त-तित्थादिसय-वेरग्ग-कहासुं अच्छंताणं 15 समागयं एक पत्त-सबरि-सबर-जुवलयं । तं च केरिसं । अवि य ।
कोमल-दीहर-वल्ली-बद्धद्ध-जडा-कलाव-सोहिल्लं । 17 णाणा-विह-वण-तरुवर-कुसुम-सयाबद्ध-धम्मेल्लं ।।
गिरि-कुहर-वियड-सामल-धाउ-रसोयलिय-सामल-च्छायं । सिय-पीय-रत्तवत्तय-चच्चिर-चच्चिक्क-पइरिक्कं ।।
अइथोर-थणत्थल-घोलमाण-गुंजावली-पसाहणयं । 21 सिय-सिहि-पिंछ-विणिम्मिय-चूडालंकार-राइल्लं ।।
मयगल-गडयल-गलत-दाण-घण-वट्ट-विरइयालेक्ख ।
1)देसय. 2) P om. तओ, J एणिआय P पडियाए. 3) P लच्छिय, P भुयलाए. 4) J जिणयंदाए त्ति. 5) P सूएण. 6) P सवण्णया. 7) P पयत्तएणं. 8) Jom. ति, P एमाए. 9) J एणिआय P पणियाई, P आगयाइ तं, J पडिअग्गिआई. 10) J सेस for असेस. 11) P सीयलाओ साओ. 12) J वणहलाई P वणप्फलाई. 14) P देसिहासा, P तित्थाइसयवरग्ग. 15) P पत्तं, Jom. सबरि. 16) J दीहरपल्लीवबुद्ध P वल्लीवछुट्ट. 17) P तरूयर, J समाबद्ध. 19) P पीव for पीय, J रत्तवण्णर, P चच्चिय, J सच्चिक्क for चच्चिक्क. 21) P राहिल्लं. 22) J om. घण, J वट्ठ for वट्ट.
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1
(२१५)
अवरोप्पर - सीविय कोलउल-कालयक्कं दाहिण - हत्थम्मि दीहरं कंडं ।
प-पत्त-वक्कलुक्केर-परिहणयं
3 वामे कयंत - भुय - दंड - सच्छहं धणुयरं धरियं ।।
तस्स य सबर-जुवाणस्स पासम्म केरिसा वर - जुवाणिया । अवि य ।
I
5
ति । अवि य ।
बहु-मुत्ताहल-रुइरा चंदण-गय-दंत-वावडा सुयणू । सिय-चारु - चमर - सोहा सबरी णयरी अयोज्झ व्व ॥
7 उवसप्पिऊण य तेहिं कओ पणामो रायउत्तस्स एणियाए कीरस्स य । णिसण्णा य एक्कम्मि दूर-सिलायलम्मि । पुच्छिया य एणियाए सरीर-कुसल-वट्टमाणी 9 साहिया य तेहिं पणउत्तमंगेहिं, ण उण वायाए । णिक्खित्तं च तं कालवट्ठ धरणीए । सुहासणत्था जाया । कुमारेण य असंभावणीय- रूव - र -सोहा-विरुद्ध11 सबर-वेस-कोऊहलुप्फुल्ल- लोयण-जुयलेण य णियच्छियं पायग्गाओ जाव सिहग्गं ति । चिंतियं च हियएण । अवि य,
13 एक्कस्स देहि विहवं रूवं अण्णस्स भोइणो अण्णे ।
हय देव्व साहसु फुडं कोडिल्लं कत्थ ते घडियं ।।
15 ता धिरत्थु भावस्स । ण कज्जं लक्खणेहिं । विहडियाइं लक्खणाई, अप्पमाणाइं सत्थाई, असारीकया गुणा, अकारणं वेसायारो, सव्वा सव्वं विवरीयं । 17 अण्णहा कत्थ इमं रूवं लक्खण - वंजण-भूसियं, कत्थ वा इमं इयर - पुरिसविरुद्धं पत्तं सबरत्तणं ति चिंतयंतेण भणियं 'एणिए, के उण इमे' त्ति । एणियाए 19 भणियं ‘कुमार, एए पत्त - सबरया, एत्थ वणे णिवसंति, अणुदिणं च पेच्छामि इमे एत्थ पएसे' । तओ कुमारेण भणियं 'एणिए, ण होंति इमे पत्त - सबरय ' 21 त्ति । तीए भणियं 'कुमार, कहं भणसि' । 'भणामि समुद्द - सत्थ - लक्खणेणं' ति । तीए भणियं ‘किं सामुद्द कुमारस्स परिणयं । तेण भणियं किंचि
3) P वाम. 4) P वरजुयाणिय. 5) P सुयणु. 6) J अयोज्झ. 7) P य तहिं, P om. य. 9) J पणयुत्तमंगेहिं, J om. तं. 11) J लोअणुजुअलेण. 12) P सिरगं. 13) P देइ, P ख्यं. 14) J देव, P कोहेल्लं, J ए for ते, J पढिमं P पडियं. 15) P स्वस्स for भावस्स, J कुलुणेहिं for लक्खणेहिं, J उप्पमाणाई. 17 ) J रूवंजणभूसिअं. 18) (पत्तसबरत्तणं). 19) P एते for एए. 20) J पत्तसबरे त्ति P पत्तस्सवरय त्ति. 21 ) J तीअ for तीए, P adds सा before समुद्द, Pom. सत्थ, P लक्खणेहि त्ति. 22 ) J तीअ, J परिइअं for परिणयं.
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(२१६)
८३
1 जाणामि’ । तीए भणियं ' अच्छंतु ताव इमे पत्त - सबरया, भणसु ता उवरोहेणं पुरिस-लक्खणं' ति । कुमारेण भणियं 'किं वित्थरओ कहेमि, किं संखेवओ' त्ति । तीए भणियं ‘केत्तियं वित्थरओ संखेवओ वा' । कुमारेण भणियं ‘वित्थरओ लक्खप्पमाणं, संखेवओ परिहायमाणं जाव सहस्सं सयं सिलोगं 5 वा' । तीए भणियं 'संखेवओ साहसु' । तेण भणियं ।
3 गतेर्धन्यतरो वर्णः वर्णाद्धन्यतरः स्वरः ।
7 स्वराद्धन्यतरं सत्त्वं सर्वं सत्त्वे प्रतिष्ठितम् ।।
एस संखेवो' त्ति ।
9
(२१६) भणियं च तीए ईसि विहसिऊण 'कुमार, एस अइसंखेवो, सक्कयं च एयं, ता मणयं वित्थरेण भणसु पायएणं 'ति । तेण भणियं 'जइ एवं ता 11 णिसुणसु । अवि य ।
पुव्व-कय-कम्म- रइयं सुहं च दुक्खं च जायए देहे ।
17
तत्थ वि य लक्खणाइं तेणेमाई णिसाह || अंगाइँ उवंगाई अंगोवंगाइँ तिण्णि देहम्मि । 15 ताणं सुहमसुहं वा लक्खणमिणमो णिसामेहि ।। लक्खिज्जइ जेण सुहं दुक्खं च णराण दिट्ठि - मेत्ताणं । तं लक्खणं ति भणियं सव्वेसु वि होइ जीवेसु ।। रत्तं सिणिद्ध-मउयं पाय -तलं जस्स होइ पुरिसस्स । ण य सेयणं ण वंकं सो राया हो पुहईए ।। ससि-सूर-वज्ज-चक्कंकुसे य संखं च होज्ज छत्तं वा । अह वुड्ढ-सिणिद्धाओ रेहाओ होंति णरवइणो ।। भिण्णा संपुण्णा वा संखाई देंति पच्छिमा भोगा
19
13
21
1) J तीअ, P ता for ताव. 2) J लक्खणं च त्ति. 3) J वित्थरतो, J संखेवतो, J तीअ भणिअं, J वित्थरं for वित्थरओ. 4) P जाय for जाव. 5) J तीअ. 6) P गतेर्द्धन्य॰. J P वर्ष्णः (वर्णो ), JP वर्णाद्धन्यतरः 7) JP सत्वं, P सत्वे प्रतिष्ठितमिति. 8) J संखेवओं. 9) Padds सि before ईसि. 10) J inter. एअं & च, J adds एअं before ता. 12) J असुहं च for दुक्खं च. 13) J एणि इमाई for तेणेमाई, J णिसामेहि. 14) J उवंगाइ य अंगो० . 18 ) P रत्तसिद्धिं, P होंति for होइ. 20) P होइ for होज्ज. 21) P वुड्ढि . 22) P संखाई.
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(२१६)
1 अह खर-वराह-जंबुय-लक्खंका दुक्खिया होति ।।
वट्टे पायंगुढे अणुकूला होइ भारिया तस्स । 3 अंगुलि-पमाण-मेत्ते अंगुढे भारिया दुइया ।।
जइ मज्झिमाएँ सरिसो कुल-वुड्डी अह अणामिया-सरिसो । 5 सो होइ जमल-जणओ पिउणो मरणं कणिट्ठीए ।।
पिहुलंगुटे पहिओ विणयग्गेणं च पावए विरहं । 7 भग्गेण णिच्च-दुहिओ जह भणियं लक्खणण्णूहिं ।।
दीहा पएसिणी जस्स होइ महिलाहि लंघिओ पुरिसो । 9 स च्चिय मडहा कलहप्पियस्स पिय-पुत्त-विरह वा ।।
अह मज्झिमा य दीहा धण-महिलाणं विणासणं कुणइ । 11 तइया दीहा विजाहिवाण मडहा पुणो कण्णा ।।।
जइ दीहा तुंगा वि या पएसिणी पेच्छसे कट्ठिा वा । 13 तो जणणी जणयं वा मारेइ ण एत्थ संदेहो ।।
उत्तुंग-णहा धण्णा पिहुलेहिँ णरा सुहाइँ पावेंति । 15 रुक्खेहिँ दुखिया वि य आयरिस-समेहिँ रायाणो ।।
तंबहिँ दिव्व-भोगी सुहिओ पउमेहिँ णरवई-पुत्तो । 17 समणो सिएहिँ पाएहिँ फुल्लिएहिं च दुस्सीलो ।।
मझे संखित्त-पायाणं इत्थि-कज्जो महं भवे । 19 णिम्मंसा उक्कडा जे य पाया ते धण-वज्जिया ।।
जे दीह-थूर-जंघा वराह-जंघा य काय-जंघा य । 21 ते दीह-दुक्ख-भागी अद्धाणं णिच्च पडिवण्णा ।।
जे हंस-आस-वारण-चक्काय-मोर-मयवइ-वसह-समा । ___ 1)P अहि for अह. 3) P अंगुलपमाण. 4) J अहमणामिआ सरिसा । ता होइ जमडजणओ. 6) P पिहुलंगुट्ठो. 8) P दीहाए for दीहा, P महिलाइं लंघिउं. 9) P विरहो व्व. 10) J om. य. 15) J आयरिय, P आयंस. 16) P दीह for दिव्व, J भागी for भोगी, J पाएहिं for पउमेहिं, J रत्ता for पुत्तो. 17) P सिएहिं पीएहिं वम्हहा दुस्सीलो फुल्लि०, J om. च, P om. दुस्सीलो. 18) J मज्झें, P कजे वहंतवे. 20) J थूल for थूर. 22) P हंसचायडचक्कामोरायमयवइसमाहिं, J मयवसह.
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(२१६) 1 ते होंति भोग-भागी गईहिँ सेसाहिँ दुक्खत्ता ।।
जाणू जस्स भवे गूढो गुप्फो वा सुसमाहिओ । 3 सुहिओ सो भवे णिच् घड-जाणू ण सुंदरो ।।
जइ दक्खिणेण चलियं लिंगं तो होइ पुत्तओ पढमं । 5 अह वामं तो धूया भोगा पुण उज्जए होति ।।
दाहिण पलंब-वसणे पुत्तो धूया य होइ वामम्मि । 7 होति समेसु य भोगा दीहर-वट्टेसु तह पुत्तो ।।
जइ होति तिण्णि वसणा सुहुमा वा वट्टिया तओ राया । 9 उक्खुडुए थोवाऊ होइ पलंबम्मि दीहाऊ ।।
हस्सो पउम-सवण्णो मणि-मज्झो उण्णओ सुही लिंगो । 11 वंक-विवण्ण-सुदीहे णिण्णयले होइ दोहगं ।
जो कुणइ मुत्त-छद्दी बहु-बीयं मोत्तियप्पभं होइ । 13 णीलुप्पल-दहि-मंडे हरियालाभे य रायाणो ।।
मंसोवइया पिहुला हो कडी पुत्त-धण्ण-लाभाए । 15 संकड-हस्साएँ पुणो होइ दरिदो विएसो य ।।
वसह-मऊरो सिंहो वग्घो मच्छो य जइ समा उयरे । 17 तो भोगी वट्टम्मि य सूरो मंडुक्क-कुच्छी य ।।
गंभीर-दक्खिणावत्ता णाभी भोगाण साहिया होइ । 19 तुंगा वामावत्ता कुलक्खयं कुणइ सा णाही ।।
पिहुलं तुंगं तह उण्णयं च सुसिणिद्ध-रोम-मउयं च । 21 वच्छयलं सुहियाणं विवरीयं होइ दुहियाणं ।।
सीह-सम-पट्ठि-भाया गय-दीहर-पट्ठिणो य ते भोगी ।
1) P गतीहिं. 3) P हु before सो. 4) P लिंग विणयं for चलियं लिंग. 5) J भोगा उण. 6) P विसणो for वसणे, P होति for होइ. 7) J अपएसु (corrected as तह पुत्तो) P पूएसु. 8) P विसणा for वसणा, P भा for वा, P वड्डिया. 9) J उक्कडए. 10) P उज्झओ for उण्णओ, P मज्झे. 11) J सुदीहो. 12) J मोत्तिय पभं P मोत्तियप्पभो. 14) J मंसोवच्चिया. 17) J मंडूक, P कुक्खी य. 20) Jadds य before रोम. 21) J वच्छत्थलं, J विरायइ for सुहियाणं. 22) P पट्ठि for पुट्ठि.
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८६
1
5 सीह
3 दीहर-बाहू राया पलंब - बाहू भवे रोगी ।। मेस-विस-दीह-खंधो णिम्मंसो भार-वाहओ पुरिसो । ह - सम-मडह - मंसल - वग्घ - क्खंधे धणं होई ।। दीह-किस-कंठ-भाया पेसा ते कंबु-कंठया धणिणो । 7 दीहर - णीमंस - णिहो बहु - पुतो दुखिओ पुरिस ।। पीणोट्टो सुभगो सो मडहोट्ठो दुक्खिओ चिरं पुरिसो । 9 भोगी लंबोट्ठो वि य विसमोट्ठो होइ भीसणओ ।। सुद्धा समा य सिहरी घण - णिद्धा राइणो भवे दंता । विवरीया पेस्साणं जह भणियं लक्खणण्णू हिं बत्तीसं राईणं एक्कत्तीसं च होइ भोगीणं । मज्झ-सुहाण य तीसं एत्तो ऊणा अउण्णाणं ।। अइ-बहु-थोवा सामा मूसय-दंता य ते णरा पावा । बीभच्छ-करालेहि य विसमेहि होंति पावयरा || काला जीहा दुहिणो चित्तलिया होइ पाव- - णिरयाणं । 17 सुहुमा पउम - दलाभा पंडिय - पुरिसाण णायव्वा ।। गय-सीह-पउम-पीया तालू य हवंति सूर - पुरिसाण । 19 कालो णासेइ कुलं णीलो उण दुक्खओ होइ ।।
11
13
15
कुम्म-सम-पुट्ठि - - भाया बहु- पुत्ता अत्थ - संपण्णा ।। उबद्ध-बाहुणो बद्धा दासा उण होंति मडह - बाहुणो पुरिसा ।
21
जे कोंच-हंस-सारस-पूसय-सद्दाणुलाइणो सुहिआ । खर-काय-भिण्ण-भायल - रुक्ख - सरा होंति धण - हीणा ।। सुहओ विसुद्ध - णासो अगम्म - गामी भवे उ छिण्णम्मि ।
(२१६)
3) J भोगी for रोगी. 4) J adds होइ after णिम्मंसो. 5) P सामल for मंसल,
J क्खद्धे P खंडे, P होंति for होइ. 6) J हाया for माया, P धणिणा. 7) J णिहू P विवू. 8) J दक्खिओ for दुक्खिओ. 9) J बीभणओ for भीसणओ. 11 ) J विवरीता, P सेसाणं for पेस्साणं. 12 ) J होंति for होइ. 14 ) J थोआ, J मूसादंता. 15) P बीभत्स, J विसमेहि य होंति. 16) P जीवा सुहिणो, P पाण for पाव. 18) J पीता, P तालुया हवंति. 19) P दुक्खिओ. 20) J जो for जे, P सारसमूसय, J सद्दाणुणाइणो, P सुहिओ. 21) P भायणरूक्खयरा. 22 ) P अनंमगामी, J तु for उ.
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(२१६)
८७ 1 (....
.........।।) दीहाए होइ सुही चोरो तह कुंचियाएँ णासाए । 3 चिविडाएँ होइ पिसुणो सुयणो दीहाएँ रायाणो ।।
सूई-समाण-णासो पावो तह चेव वंक-णासो य । 5 उत्तुंग-थोर-णासा हल-गोउल-जीविणो होति ।।
मयवइ-वग्घ-सरिच्छा णीलुप्पल-पत्त-सरिसया दिट्ठी । 7 सो होइ राय-लच्छी जह-भणिय लक्खणण्णूहिं ।।
महु-पिंगलेसु अत्थो मज्जार-समेहिँ पावओ पुरिसो । 9 मंडल-णिब्भा चोरो रोद्दा उण केयरा होति ।।
गय-णयणो सेणवई इंदीवर-सरिसएहिँ पंडियया । 11 गंभीरे चिर-जीवी अप्पाऊ उत्थलेहिँ भवे ।।
अइकसण-तारयाणं अच्छीण भणंति कह वि उप्पाडं । 13 थूलच्छों होइ मंती सामच्छो दुब्भगो होइ ।।
दीणच्छो धण-रहिओ विउलच्छो होइ भोग-संपण्णो । 15 णिस्सो खंडप्पच्छो अइरत्तो पिंगलो चोरो ।।
कोंगच्छो वह-भागी रुक्खच्छो दुक्खिओ णरो होइ । 17 अइविसम-कुक्कुडच्छो होइ दुराराहओ पुरिसो ।।
कोसिय-णयणालोए पुज्जो महुपिंगलेसु सुहयं ति । 19 (..................
......................।।) काणाओ वरं अंधो वरं काणो ण केयरो । 21 वरमंधो वि काणो वि केयरो वि ण कायरो ।।
एएहिँ समं सुंदरि पीई मा कुणसु तेहिँ कलहं वा ।
2) J om. होइ, J कुंचिताए. 3) P चिविडीए. 4) P सुई for सुही, J चेअ, J वकणासो. 5) P थोरनासो. 6) J सरिसआय जा दिट्ठी. 8) P पिंगुलेसु. 9) P मंडलजुण्हा चोरो, P रोद्दो, P केयरो होइ ।।. 10) P सेणावई. 11) J गंभीरेहिं चिर०. 12) J अइकसिण. 13) P मई for मंती, J सावच्छो, P दुहवो. 14) P संपुण्णो. 15) J अतिरत्तो. 16) P कागच्छो for कोंगच्छो. 18) P नयणोलाए, J पुज्जामह, P सुहियं. 20) P वरअंधो काणो य वरं न. 22) J एतेहिं, J पीतिं.
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(२१६)
1 पुरिसाहमाण पढमा एए दूरेण वजेसु ।।
सुत्त-विउद्ध व्व जहा अबद्ध-लक्खा अकारणे भमइ । 3 रुक्खा गिलाण-रूवा दिट्ठी पावाण णायव्वा ।।
उज्जुयमवलोएंतो तिरियं पुण कोवणो भवे पुरिसो । 5 उड्ड च पुण्ण-भागी अहो य दोसालओ होइ ।।
हीण-भुमयाहिँ पुरिसा महिला-कज्जे य बंधया होति । दीहाहिँ य पिहुलाहिँ य सुहया ते माणिणो पुरिसा ।।
मडहेहिँ य थूलेहिँ य महप्पमाणेहिँ होंति धण-भागी । 9 मूसय-कण्णा मेहाविणो य तह रोमसेहिँ चिरजीवी ।।
विउलम्मि भालवट्टे भोगी चंदेण सरिसए राया । 11 अप्पाऊ संखित्ते हुडे पुण दुक्खिया होति ।।
दीह-वयणा य पीया पिहुले उण होंति के वि कंतारा । 13 चक्कागारे णीया वयणे पुण लक्खणण्णूहिं ।।।
वाम-दिसाए वामा आवत्तो जस्स मत्थए दिह्रो । 15 कुल-धण-धणिया-रहिओ हिंडउ वीसत्थओ भिक्खं ।।
दाहिण-दिसाए सव्वो आवत्तो होइ कह वि पुरिसस्स । 17 तस्स धण-धण्ण-सोक्खा लच्छीए भायणं होइ ।।
वामावत्तो जइ दाहिणम्मि अह दाहिणो व्व वामम्मि । 19 तो होइ सोक्ख-भागी पच्छा पुरिसो ण संदेहो ।।
जइ होंति दोण्णि सव्वा आवत्ता तो भवे पुहइ-भत्ता । 21 सव्वावत्तो सुहओ वामो उण दूहवो होइ ।।
मउया णिद्धा सुहया अणलाभा कलह-कारया होति ।
2) J सुत्ता विद्धव्व P सुत्तुविउट्ठो व्व. 4) P उज्जुयमबलायंतो, Jadds उज्जु before तिरियं, Jom. पुण, Jom. भवे. 5) P उद्धं, J भाई अधो य, P त for य. 6) J कज्जेहिं बंधया, P य कद्धया. 7) P पुरिसो ।।. 10) J भालवट्ठो, P सरिसओ. 12) P वदणा, P होइंति. 13) P वयणा पुण. 14) P वामो. 15) P om. धण. 16) Jinter. कह वि and होइ. 18) P दाहिणो वि वामं ति । ते होइ. 20) P होइ for होति, J पुह for पुहइ. 21) P दूरहवो. 22) P कारिया.
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(२१६)
। केसा रुक्खा मलिणा छुडिया दारिद्दवंताणं ।।
उर-मुह-भाला पिहुला गंभीरा सद्द-सत्त-णाभीया । 3 णह-दंत-तया-केसा सुहमा पुहईवई होति ।।
जइ णास-वच्छ-कंठो पिट्ठ-मुहं च अइउण्णय होइ । 5 अह पाणि-पाय-लोयण-जिब्भा रत्ता सुही राया ।।
कंठं पिट्ठी लिंग जंघे य हवंति ह्रस्सया एए । 7 पिहला हत्था पाया दीहाऊ सुत्थिओ होइ ।।
चक्खु-सिणेहे सुहओ दंत-सिणेहे य भोयणं मिटुं । 9 तय-णेहेण उ सोक्खं णह-णेहे होइ परम-धणं ।।
केस-णेहेण मल्लाई भोए भुजंति सव्वहा । 11 मंसलं णेहवत्तं च सव्वं तं सुह-भायणं ।।
होइ गईए गॉरवं दिट्ठीएँ णरीसरो सरेण जसो । 13 गोरो सोमो गिद्धो होइ पभू जण-समूहस्स ।।
होइ सिरी रत्तच्छे अत्थो उण होइ कणय-पिंगम्मि । 15 होइ सुहं मासलए पलंब-बाहुम्मि इस्सरियं ।।।
अण्णाणी ण सुणासो ण वहइ भारं सुसोहिय-क्खंधो । 17 सत्थेण णत्थि सुक्खं ण य मग्गइ सुस्सरो किंचि ।।
अइदीहा अइहस्सा अइथूला अइकिसा य जे पुरिसा । 19 अइगोरा अइकसिणा सव्वे ते दुक्खिया होति ।।
जे कोसिय-रत्तच्छा कायच्छा होति ददुरच्छा य । अइकायर-कालच्छा सव्वे ते पाव-संजुत्ता ।। तय-रोम-णहा दंता केसा ओट्ठा तहा य णयणेसु ।
1) P महिला for मलिणा, P फुडिया for छुडिया. 2) P मुहलाला, J णाभीय ।. 4) Jadds कक्खा before कंठो, J पिट्ठ, J अतिउण्णयं । अहव णिपातलोयण. 5) P रत्ता for लोयण. 6) J कंठं पट्टी. 7) J दीहाउ सुत्थितो. 8) Jण for य, P भोयणं दिटुं. 9) J तु for उ. 10) J मल्लोदी. 11) P सुंजइ for भुंजंति, J मासालं. 12) JP गतीए, J दिट्ठीय, P गोरवं ट्ठिए नरं सरो. 13) P गोरो सामो, P पह. 15) P सुहं सामलए, P ईसरियं. 16) P अन्नाणं सुणयसो न हवइ तारं. 17) J दुक्खं for सुक्खं. 18) J अदिदीहा अदिहस्सा अतिथूला अतिकिसा. 19) J अतिगोरा अतिकसिणा, J दुक्खिता. 20) P या ।. 21) J अतिकायर. 22) J ओट्ठा, P उद्धा.
21
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(२१७) । जइ णत्थि तेस् णेहो भमिया भिक्खा वि णो तस्स ।।
पावेइ उर-विसालो लच्छिं तह पुत्तए कडी-पिहुलो । 3 पिहुल-सिरो धण-धण्णं पिहु-पाओ पावए दुक्खं ।।
जइ होंति भालवट्टे लेहाओं पंच दीह-पिहुलाओ । 5 तो सुत्थिओ धणड्ढो वरिस-सयं जीवए णिययं ।।
चत्तारि होति जस्स य सो णवई जीवए असी वा वि । 7 अह तिण्णि सट्ठि वरिसा अह दोण्णि य होंति चालीसा ।।
अह कह वि होइ एक्का रेहा भालम्मि कस्स वि णरस्स । 9 वरिसाइँ तीस जीवइ भोगी धण-धण्ण-संपण्णो ।।
होइ असीइ अधम्मो णवई पुण अंगुलाइँ मज्झिमओ । 11 अट्ठ-सयं जो पुरिसो सो राया णिच्छिओ होइ ।।
एसो संखेवेणं कहिओ तुह पुरिस-लक्खण-विसेसो । 13 जइ वित्थरेण इच्छसि लक्खेहि वि णत्थि णिप्फत्ती ।।
(२१७) तीए भणियं ‘कुमार, सुंदरं इम, ता किं तए जाणियं इमस्स 15 पुरिसस्स' । तेण भणियं ‘एणिए, जहा इमस्स सुहाई लक्खणाई दीसंति, तेण
जाणिमो को वि एस महासत्तो पत्त-सबर-वेस-पच्छाइय-णिय-रूवो एत्थ 17 विंझ-वणंतराले किं पि कजंतरं अणुपालयतो अच्छिउं पयत्तो । भणियं च ।
ता ऐति किं पि कालं भमरा अवि कुडय-वच्छ-कुसुमेसु । 19 कुसुमेंति जाव चूया मयरंदुद्दाम-णीसंदा ।।।
इमिणा ण होइयव्वं पत्त-सबरेणं' ति । इमं च सुणिऊण सबर-पुरिसेण चिंतियं । 21 ‘अहो, जाणइ पुरिस-लक्खणं । ता ण जुत्तं अम्ह इह अच्छिउं, वच्चामो अम्हे ___ जाव ण एस जाणइ जहा एस अमुगो' त्ति चिंतयंतो समुट्ठिओ पत्त-सबरो
1) J भमिता. 2) J उरविलासो, P कडिप्पिहुलो. 3) J विहुवातो for पिहुपाओ. 4) J भालवटे, P भालवलेहाओ. 5) P ते for तो. 6) J तु for य, P सो नउयं, J णवतिं जीवाओ असीतिं वा. 7) Jom. अह दोण्णि य होंति चालीसा. 8) J inter. होइ and कह वि, P एक्को. 9) J जीवति. 10) J होति असीति, Jणवतिं. 11) P निच्छओ. 12) Jadds तुह after एसो. 13) P लक्खेण. 14) J तीय, P ति । for ता, P किं तयए. 15) P सुह for जहा इमस्स सुहाई. 16) J णिअय. 17) J चिट्ठइ for अच्छिउं पयत्तो. 18) J आउलीय for कुडयवच्छ. 20) P om. इमिणा ण to सबरेणं ति ।, J च सोऊण सबरेण चिंतियं. 21) P अम्हाण इहाच्छिउं, P om. अम्हे. 22) J अमुओ for अमुगो, P अब्भुट्ठिओ for समुट्ठिओ.
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(२१७) 1 सबरीय त्ति । तओ तेसु य गएसु भणियं एणियाए ‘कुमार, अहो विण्णाणं ते, __ अहो जाणियं ते, जं एस तए जाणिओ' त्ति । तेण भणियं 'जाणिओ सामण्णेणं, 3 ण उण विसेसेण । ता के उण इमे त्ति फुडं मह साहसु' त्ति । भणियं च एणियाए __कुमार, एए विज्जाहरा' । तेण भणियं कीस इमो इमिणा ख्वेण' । तीए भणियं 5 ‘इमाणं विजाहराणं जाणहि च्चिय तुमं । भगवओ उसभ-सामिस्स सेवा-णिमित्तं
तुट्टेण धरणिंदेणं णमि-विणमीणं विजाओ बहुप्पयाराओ दिण्णाओ । ताणं च 7 कप्पा साहणोवाया, काओ वि काल-मज्जागएहिं साहिति, काओ वि जलणे,
अण्णा वंस-कुडंगे, अण्णा णयर-चच्चरेसु, अण्णा महाडईसु, अण्णा 9 गिरिवरेसु, अण्णा कावालिय-वेस-धारीहिं, अण्णा मातंग-वेस-धारीहिं.
अण्णा रक्खस-स्वेणं, अवरा वाणर-वेसेणं, अण्णा पुलिंद-स्वेणं ति । ता 11 कुमार, इमाणं साबरीओ विजाओ । तेण इमे इमिणा वेसेणं विज्जा साहिउं
पयत्ता । ता एस विज्जाहरो सपत्तीओ । असिहारएण बंभ-चरिया-विहाणेण एत्थ 13 वियरइ' त्ति । भणियं च कुमारेण ‘कहं पुण तुमं जाणासि जहा एस विजाहरो'
त्ति । तीए भणियं 'जाणामि, णिसुयं मए कीरेण साहियं । एक्कम्मि दियहे अहं 15 भगवओ उसभ-सामियस्स उवासणा-णिमित्तं उवास-पोसहिया ण गया फल
पत्त-कुसुमाणं वणंतरं । कीरो उण गओ । आगओ य दियहस्स वोलीणे 17 मज्झण्ह-समए । तओ मए पुच्छिओ कीस तुम अजं इमाए वेलाए आगओ
सि' । तेण भणियं ‘ओ वंचियासि तुम जीए ण दिट्ठ तं लोयणाण अच्छेरय19 भूयं अदिट्ठउव्व' ति । तओ एस मए सकोऊहलाए पुच्छिओ वयस्स, दे साहसु
किं तं अच्छरियं' । तओ इमिणा मह साहियं जहा 'अहं अज्ज गओ वणंतरं । 21 तत्थ य सहसा णिसुओ मए महंतो कलयलो संख-तूर-भेरी-णिणायमिस्सिओ । तओ मए सहसुब्भंतेण दिण्णं कण्णं कयरीए उण दिसाए एस
3) J केण उण, P om. मह. 4) J एते, J इमेण for इमो, J तीय. 5) J इमिणा for इमाणं, P उसहसामियस्स. 6) P विज्जा बहु. 7) P om. काओ वि कालमज्जागएहिं साहिति, P कोओ वि जलणो. 9) P om. अण्णा मातंगवेसधारीहिं. 10) P अन्ना (for अवरा) वा नरवेसेणं. 11) P इमाओ for इमाणं, P om. इभे. 12) JP पयत्तो, P असिहारणेण. 13) P वियरत्ति कु मारेण भणियं यं कहं. 14) J तीय for तीए, P om. जाणामि, P कीरसयासाओ for कीरेण साहियं, P adds मि after एक्कम्मि. 15) P उसह, J सामिस्स, J उवासओसहिया. 16) P om. पत्त, P या for य, J वोलीए. 17) Jom. तओ मए पुच्छिओ, J तुम मज्जं एमाए. 18) P भणियं उवंचियासि, P om. तं. 19) J भूतं, P ब्भूयं, J वएस for वयस्स, J साह किं पि तं अच्छरीअं. 20) J inter. अज & अहं. 21) P om. मए, J णिणाओ । तओ. 22) P तए for तओ, J सहसुब्भतरेण P सहसुत्तंतेण.
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(२१८)
1 कलयलो त्ति । जाव णिसुयं जत्तो - हुत्तं भगवओ तेल्लोक्क-गुरुणो उसह-सामिस्स पडिमा । तओ अहं कोऊहला - ऊरमाण- माणसो उवगओ तं पएसं । ता 3 पेच्छामि दिव्वं णर-णारीयणं भगवओ पुरओ पणामं करेमाणं ।
T
(२१८) तओ मए चिंतियं इमे ते देवा णीसंसयं ति । अहवा ण होंति 5 देवा जेण ते दिट्ठा मए भगवओ केवलिणो केवल - महिमागया । ताणं च महियलम्मि ण लग्गंति चलणया ण य णिमेस्संति णयणाई । एयाणं पुण महिवट्ठे 7 संठिया चलणया, णिमिसेंति णयणाई । तेण जाणामो ण एए देवा । माणुसा विण होंति, जेण अइक्कंत-रूवादिसया गयणंगण-चारिणो य इमे । ता ण होंति 9 धरणीरा । के उण इमे । अहवा जाणियं विज्जाहरा इमे त्ति । ता पेच्छामि किं पुण इमेहि एत्थ पारद्धं ति चिंतयंतो णिसण्णो अहं चूय- य-पायवोयरम्मि । 11 एत्थंतरम्मि णिसण्णा सव्वे जहारुहं विज्जाहर णरवरा विज्जाहरीओ य । ओ गहियं च एक्केण सव्व-लक्खणावयव - संपुण्णेण विज्जाहर-जुवाणएण पउम13 पिहाणो रयण-विचित्तो कंचण - घडिओ दिव्व - विमल - सलिल - संपुण्णो मंगलकलसो । तारिसो चेय दुईओ उक्खित्तो ताणं च मज्झे एक्काए गुरु-णियंब15 बिंब - मंथर गई - विलास - चलण- परिक्खलण-क्खलिय-मणि - णेउररणरणासद्द-मिलंत-ताल- वसंदोलमाण - बाहु-लइयाए विज्जाहरीए । घेत्तूण य ते जुवाणया दो वि अल्लीणा भगवओ उसभ-सामिय-पडिमा समीवं । तओ 'जय जय' त्ति भणमाणेहिं समकालं चिय भगवओ उत्तिमंगे वियसिय-सरोरुह19 मयरंद - बिंदु - संदोह - पूर - पसरंत - पवाह - पिंजरिज्जंत-धवल-जलोज्झरो पलोट्टिओ कणय-कलस-समूहेहिं । तओ समकालं चिय पहयाई पडहाई । 21 ताडियाओ झल्लरीओ । पवाइयाई संखाई । पग्गीयाई मंगलाई । पढियाई थुइवयणा । जवियाई मंताई । पणच्चिया विज्जाहर- र- कुमारया । तुट्ठाओ
17
1) P सुणियं for णिसुयं, J भगवओ उसभस्स पडिमा । तओ अहं पि कोऊहलहलहलाजरमाणमाणसो. 2) P कोऊहलाऊरमाणसो, J जाव for ताव. 4) P देव निस्संसयं. 5 ) P writes केवलिणो four times, P केवलिमहिमा ०. 6) P महियलं न, J om. य, P निमिसंति, P एयादुं पुण J महिवट्ठा. 7) P संट्ठिया, J जाणिमो, P मणुसा. 8) P रूवातिसया, J यारिणो for चारिणो. 9) P मणुया for धरणीयरा, J adds वा after धरणीयरा. 10) P पायवसाहाए । 12 ) Pom. विज्जाहरजुवाणएण. 13) P रयणचित्तो. 14 ) P om. चेय, J दुइओ, P अक्खित्तो for उक्खित्तो, Pom. च, J गिरि for गुरू. 15) P गइ for गई, P खलिय. 16) J विज्जाहरीओ. 17) P जुवाणेया, P उसहसामियपडिमासमीवं. 18) J जयजयं ति. 19) J मयरंदु P मयरिंद, J पूरवरसप्पवाह, P जरोज्झरो. 20) J कलसमुहेहिं, Padds ताई after पडहाई. 21 ) P पगीयाई. 22) J जइआई मंताई.
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(२१८) 1 विजाहरीओ । उच्चं पढंति किंपुरिस त्ति । तओ के वि तत्थ विज्जाहरा णच्चंति,
के वि अप्फोडेंति, के वि सीह-णायं पमुंचंति, के वि उक्कुटिं कुणंति, के वि 3 हलहलयं, के वि जयजयावेंति, के वि उप्पयंति, अण्णे णिवयंति, अवरे
जुज्झति । एवं च परमं तोसं समुव्वहिउमाढत्ता । तओ भगवं पि ण्हाणिओ 5 तेहिं जुवाणएहिं । पुणो विलित्तो केण वि सयल-वणंतर-महमहंत-सुरहि__ परिमलेणं वण्णंगराय-जोगेणं । तओ आरोवियाणि य सिय-रत्त-कसिण-पीय7 णील-सुगंध-परिमलायड्डियालि-माला-वलय-मुहलाइं जल-थलय-दिव्व
कुसुमाइ । उप्पाडिय च कालायरु-कुंदुरुक्क-मयणाहि-कप्पूर-पूर-डज्झमाण9 परिमल-करंबिजमाण-धूम-धूसर-गयणयलाबद्ध-मेह-पडल-संकास-हरिस
उडुंड-तड्डविय-सिहडि-कुल-केयारवारद्ध-कलयलं धूव-भायणं ति । एवं च 11 भगवंत उसह-णाहं पूइऊण णिवेइयाई केहिं पि पुरओ णाणाविहाई खज्ज-पेज
विसेसाई । तओ समकालं चिय दिव्वाहिं थुईहिं थुणिऊण भगवंतं कयं एक्क 13 काउसग्गं धरणिंदस्स णाग-राइणो आराहणावत्तियाए, दुइयं जीवियब्भहियाए
अग्ग-महिसीए, तइयं साबरीए महाविजाए । एवं च काऊण णमोक्कार-पुव्वय 15 अवयारियाई अंगाओ रयणाहरणाई, परिहियाइं पत्त-वक्कलाई, गहियं कोदंड
सरं चाबद्धो वल्ली-लयाहिं उद्धो टमर-केस-पब्भारो पडिवण्णो पत्त-सबर-वेसं । 17 सा वि जुवाणिया गुंजा-फल-माला-विभूसणा पडिवण्णा सबरित्तणं । तओ ___ एवं च ताणं पडिवण्ण-सबर-वेसाणं साहिया महारायाहिराएण सबराहिवइणा 19 महासाबरी विज्जा कण्णे ताणं जुवाणयाण । तेहिं पि रइय-कुसुमंजली-सणाहेहिं
पडिवण्णा । साहियाणि य काई पि समयाई । पडिवण्णं मूणव्वयं ति । तओ 21 पणमिओ भगवं, वंदिओ गुरुयणो, साहम्मिय-जणो य ।
(२१९) तओ भणियं एक्केणं ताणं मज्झाओ विज्जाहराणं आबद्ध
1) J किंपुरिसा सत्ति (झत्ति?), P किंपुरिसा । केइ तत्थ. 2) P उक्कठिं, P om. के वि हलहलयं । के वि जयजयाति ।. 4) P om. च after एवं, P तोसमुव्वहि. 5) J णिम्महंत for महमहंत. 6) P वणंगराय, J जोएण. 7) J सुअंध. 8) P क्खंदुरुक्क. 9) P धूमसूसर, P पडह for पडल. 10) P उदंड, J कुले, P केयापारद्ध. 11) J काणिं for केहिं. 12) P थुतीहिं, P कयमेक्कं. 13) P धरणिंदनाग०, Jणागरण्णो, P
आराहणवत्ति, Jom. जीवियब्भहियाए. 14) P om. च. 15) P om. परिहियाई, J परिहिहाई हिआई पत्त०, J कोडण्डसरं. 16) P च वद्धो वल्लिलयाहिं टमर, Jटामर for टमर, P वंसं for वेसं. 17) J सबरत्तणा I. 18) P पडिवण्णं, P सबराहिवइणो. 19) J महासाबरा, P तत्तो for कण्णे. 20) J पडिवण्णो ।, P मूणवयं. 21) J inter. गुरूअणो and वंदिओ, J साहम्मिअयणो Jom. य. 22) P एक्कोणं.
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(२१९)
1 करयलंजलिणा । 'भो भो लोगपाला, भो भो विजाहिवइणो, णिसुणेसु
आघोसणं । आसि विजाहराहिवई पुव्वं सबरसीलो णाम सव्व-सिद्ध-साबर3 विज्जा-कोसो महप्पा महप्पभावो । सो य अणेय-विज्जाहर-णरिंद-सिर-मउड
चूडामणि-णिहसिय-चलणवट्टो रजं पालिऊण उप्पण्ण-वेरग्ग-मणो पडिवण्ण5 जिणवर-वयण-किरिया-मग्गो सव्व-संग-परिच्चायं काऊण एत्थं गिरि-कुहरे
ठिओ । तस्स पुत्तेण सबर-सेणावइ-णामधेएण महाराइणा भत्तीए गुरुणो पीईए 7 पिउणो एत्थ गिरि-कुहरम्मि एसा फडिग-सेलमई भगवओ उसभस्स पडिमा
णिवेसिया । तप्पभूई चेय जे साबर-विज्जाहिवइणो विज्जाहरा ताणं एवं सिद्धि9 खेत्तं, इमाए पडिमाए पुरओ दायव्वा, एत्थ वणे वियरियव्वं । ताणं च पुव्व
पुरिसाणं सव्व-कालं सव्वाओ विजाओ सिझंतीओ । तओ इमस्स वि 11 सबरणाह-पुत्तस्स सबरिंदस्स सबर-वेसस्स भगवओ उसभ-सामिस्स पभावेण
धरणिंदस्स णामेणं विजाए सिणिद्धेणं सिज्झउ से विज त्ति । भणह भो सव्वे 13 विज्जाहरा, 'सव्व-मंगलेहिं पि सिज्झउ से कुमारस्स विज्ज' त्ति । तओ सव्वेहि ___वि समकालं भणियं । 'सिज्झउ से विज्जा, सिज्झउ से विज' त्ति भणिऊण 15 उप्पइया तमाल-दल-सामलं गयणयलं विज्जाहरा । तओ ते दुवे वि पुरिसो ___महिला य इहेव ठिया पडिवण्ण-सबर-वेस-त्ति । 17 (२२०) तओ कुमार, इमं च सोऊण महं महंतो कोऊहलो आसि । भणियं
च मए ‘वयंस, कीस तए अहं ण पेच्छाविया तं तारिसं दंसणीय' । भगवओ 19 पूया रइया, साहम्मिया विजाहरा विजा-पडिवण्णा य । अणाढियं तं तुह एरिसं ___ति । तओ इमिणा भणियं 'तीए वेलाए तेण अपुव्व-कोउएण मे अत्ताणयं पि 21 पम्हुटुं, अच्छसु ता तुमं ति । ता संपयं तुह ते विजा-पडिवण्णे सबर-वेसधारिणो जुवाणे दंसेमि' त्ति । मए भणियं एवं होउ' त्ति । गया तं पएसं जाव
1) P लंजलिणो ।, J लोअपाला. 2) J अघोसणं, J सिद्धसबर. 3) P विजो. 4) P चूडामणिसियचलणबद्धो, J सियवलयवट्ठो रज्जं, J पाविऊण, P उप्पणवेरग्गमग्गो, 5) J एत्थ. 6) P सेणावइणा व नाम । तेण महाराइणो, P पीतीए. 7) J हरिस for फडिग, P उसहस्स. 8) P सबरविज्जा०. J ॰वईणो. 9) (either गायव्वा or पूया दायव्वा, for दायव्वा), J रण्णे for वणे. 10) P विजाओ विज्झंतीओ. 11) Pom. सबरवेसस्स, P उसह for उसभ. 12) P साणिद्धेणं सिज्जओ. 13) P सिज्जओ. 14) J मि for वि, P सिज्जउ से विज्झा सिज्झउ. 15) P adds वि after ते. 16) P ट्ठिया. 17) J inter. महं and महतो. 19) Jom. रइया, J य । एरिसं तुह अणाढियं ति ।. 20) J तीय, P om. तेण. 21) J आ for ता, P om. ते. 22) P जुवाणए.
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(२२१)
1 ण दिट्ठा ते सबरया । पुणो अण्णम्मि दियहे अम्हाणं पडिमं णमोक्कारयंताणं __आगया दिट्ठा ते अम्हेहिं । तेहिं पि साहम्मिय त्ति काऊण कओ काएण 3 पणामो, ण उण वायाए । तप्पहुई च णं एए अम्हाणं उडएसु परिब्भममाणा
दियहे दियहे पावंति । तेण कुमार, अहं जाणिमो इमे विजाहरा । इमेणं मह 5 कीरेणं साहियं इमं ति । तए पुण सरीर-लक्खण-विहाणेणं चेय जाणिया । अहो कुमारस्स विण्णाणाइसओ, अहो कुसलत्तणं, अहो बुद्धि-विसेसो, अहो सत्थ-णिम्मायत्तणं । सव्वहा
लणवर-वयणं अमयं व जेण आसाइयं कयत्थेण । +9 त त्थि जंण-याणइ सुयप्पईवेण भावाणं ।। ___ति भणयाणीए पसंसिओ कुमारो त्ति । 11 (२२१) तओ थोव-वेलाए य भणियं कुमारेण । ‘एणिए,
एक्कं भणामि वयणं कड्यमणिटुं च मा महं कुप्प । 13 दूसहणिज्जं पि सहति णवर अब्भत्थिया सुयणा ।।'
ससंभमं च चिंतियं एणियाए ‘किं पुण कुमारो गिट्ठरं कड्यं च भणिहिइ । 15 अहवा,
___अवि णिवडेइ अच्चेिगाल-मुम्मुरो चंद-मंडलाहिंतो । 17 तह वि ण जपइ सुयणो वयणं पर-दूसणं दुसहं ।।'
ति चिंतयंतीए भणियं दे कुमार, भणसु जं भणियव्वं, ण ए कुप्पामो' त्ति भणिए 19 जंपियं कुमारेण ।
'संतोसिज्जइ जलणो पूरिज्जइ जलणिही वि जलएहिं । 21 सज्जण-समागमे सज्जणाण ण य होइ संतोसो ।। ___ ता पुणो वि भणियव्वं । अच्छह तुब्भे, मए पुण अवस्सं दक्खिणावहं गंतव्वं
1) P दिट्ठो, J णमोक्कारेयंताणं. 2) P om. ते. 3) P तप्पभई च एए. 4) J दिअसे दिअसे, P om. मह. 5) P उल ण for पुण, J विहाएण. 6) J विण्णाणादिसयो. 8) P समयं for अमयं. 9) J सुअप्पईएण P सुइयप्पईवेण. 10) J भणमाणीय. 11) P थोयवेलाए. 12) J च मा हु कुप्पज्जा । दूसभणिजं. 13) P वि for पि, P नर for णवर. 14) J भाणिहिइ. 16) J अच्चिन्दाल. 17) J परदुम्मणं. 18) P om. जं, P भणियं ए जपियं. 20) J जलणिहिम्मि जलएहिं. 22) J ताव for ता.
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(२२२)
1 उण सोमजसो त्ति । तओ तप्पभिई च एणिए, एक्को आइच्च-वंसो दुइओ ससि
वंसो । तओ तत्थ ससि-वंसे बहुएसु राय-सहस्सेसु लक्खेसु कोडीसु 3 कोडाकोडि-सएसु अइक्कतेसु दढवम्मो णाम महाराया अओज्झापुरीए जाओ।
तस्स अहं पुत्तो त्ति । णामं च मे कयं कुवलयचंदो त्ति । विजयाए णयरीए 5 मज्झ पओयणं, तत्थ मए गंतव्वं' ति । इमम्मि य भणिए भणियं एणियाए
'कुमार, महंतो संतावो तुह जणय-जणणीणं । ता जइ तुज्झाहिमयं, ता इमो 7 रायकीरो तुज्झ सरीर-पउत्तिं साहउ गुरूणं' ति । तेण भणियं । 'एणिए, जइ
तरइ ता कुणउ एयं । पूयणिज्जो गुरुयणो' त्ति भणमाणो पणामं काउं चलिओ 9 पवणवेओ कुमारो । पडिणियत्ता हियय-मण्णु-णिब्भर-बाह-जल-लव
पडिवजमाण-णयणा एणिया रायकीरो वि । कुमारो वि कमेण कमंतो अणेय11 गिरि-सरिया-संकुलं विंझाडई वोलिओ । दिट्ठो य णेण सज्झ-गिरिवरो । सो
य केरिसो । अवि य । 13 बउलेला-वण-सुहओ चंदण-वण-गहण-लीण-फणि-णिवहो ।
फणि-णिवह-फणा-मंडव-रयण-विसर्टत-बहल-तिमिरोहो ।। 15 तिमिरोह-सरिस-परिय-सामल-दल-विलसमाण-तरु-णिवहो ।
तरु-णिवहोदर-संठिय-कोइल-कुल-कलयलंत-सद्दालो ।। 17 कलयल-सदुद्धाविय-कणयमउक्खुत्त-बाल-कप्पूरो ।
कप्पूर-पूर-पसरंत-गंध-लुद्धागयालि-हलबोलो ।। 19 हलबोल-संभमुभंत-पवय-भुय-धूयसेस-जाइ-वणो ।
जाइ-वण-विहुय-णिवडत-पिक्क-बहु-खुडिय-जाइ-फलो ।। 21 जाई-फल-रय-रंजिय-सरहर-पज्झरिय-णिज्झर-णिहाओ ।
णिज्झर-णिहाय-परिसेय-वड्डियासेस-तरु-गहणो ।। त्ति
1) J तप्पभूई. 3) J कोडाओडीसुएसु, P दढधम्मो, J अयोज्झा० P आउज्झ०. 4) J विजयाए य पुरवरीए मज्झं. 5) P इमं भणिए. 6) P जणाय, J तुब्भेहि for तुज्झाहि. 7) J तुब्भ for तुज्झ. 8) P adds न before तरइ. 10) J पडिभज्जमाण P पडिवज्झमाण. 11) P बोलिय for बोलिओ, P om. य before णेण. 13) P फल for फणि. 14) P om. फणिणिवह. 16) J णिवहोअर, P मंजु for कलयलंत. 17) P सढुट्ठाविय, P •मयुक्खुण्ण ] •मयूक्खुत्त. 19) J धुआसेस P धूयसेस, P om. जाइवण. 20) Jom. विहुय, P बहुफुडियजाइवलो. 22) P om. णिज्झर, P परिसेस, P om. fa.
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(२२२) 1 उण सोमजसो त्ति । तओ तप्पभिई च एणिए, एक्को आइच्च-वंसो दुइओ ससि
वंसो । तओ तत्थ ससि-वंसे बहुएसु राय-सहस्सेसु लक्खेसु कोडीसु 3 कोडाकोडि-सएसु अइक्तेसु दढवम्मो णाम महाराया अओज्झापुरीए जाओ ।
तस्स अहं पुत्तो त्ति । णामं च मे कयं कुवलयचंदो त्ति । विजयाए णयरीए 5 मज्झ पओयणं, तत्थ मए गंतव्वं' ति । इमम्मि य भणिए भणियं एणियाए
‘कुमार, महतो संतावो तुह जणय-जणणीणं । ता जइ तुज्झाहिमयं, ता इमो 7 रायकीरो तुज्झ सरीर-पउत्तिं साहउ गुरूणं' ति । तेण भणियं । ‘एणिए, जइ
तरइ ता कुणउ एयं । पूयणिज्जो गुरुयणो' त्ति भणमाणो पणामं काउं चलिओ 9 पवणवेओ कुमारो । पडिणियत्ता हियय-मण्णु-णिब्भर-बाह-जल-लव___ पडिवजमाण-णयणा एणिया रायकीरो वि । कुमारो वि कमेण कमंतो अणेय11 गिरि-सरिया-संकुलं विंझाडई वोलिओ । दिट्ठो य णेण सज्झ-गिरिवरो । सो
य केरिसो । अवि य । 13 बउलेला-वण-सुहओ चंदण-वण-गहण-लीण-फणि-णिवहो ।
फणि-णिवह-फणा-मंडव-रयण-विसत-बहल-तिमिरोहो ।। 15 तिमिरोह-सरिस परिय-सामल-दल-विलसमाण-तरु-णिवहो ।
तरु-णिवहोदर-संठिय-कोइल-कुल-कलयलंत-सद्दालो ।। 17 कलयल-सदुद्धाविय-कणयमउक्खुत्त-बाल-कप्पूरो ।
कप्पूर-पूर-पसरंत-गंध-लुद्धागयालि-हलबोलो ।। 19 हलबोल-संभमुभंत-पवय-भुय-धूयसेस-जाइ-वणो ।
जाइ-वण-विहुय-णिवडत-पिक्क-बहु-खुडिय-जाइ-फलो ।। 21 जाई-फल-रय-रजिय-सरहर-पज्झरिय-णिज्झर-णिहाओ ।
णिज्झर-णिहाय-परिसेय-वड्डियासेस-तरु-गहणो ।। त्ति
1) J तप्पभूई. 3) J कोडाओडीसुएसु, P दढधम्मो, J अयोज्झा० P आउज्झ०. 4) J विजयाए य पुरवरीए मज्झं. 5) P इमं भणिए. 6) P जणाय, J तुब्भेहि for तुज्झाहि. 7) J तुब्भ for तुज्झ. 8) P adds न before तरइ. 10) J पडिभज्जमाण P पडिवज्झमाण. 11) P बोलिय for बोलिओ, P om. य before णेण. 13) P फल for फणि. 14) P om. फणिणिवह. 16) J णिवहोअर, P मंजु for कलयलंत. 17) P सढुट्ठाविय, P •मयुक्खुण्ण J मयूक्खुत्त. 19) J धुआसेस P धूयसेस, P om. जाइवण. 20) J om. विहुय, P बहुफुडियजाइवलो. 22) P om. णिज्झर, P परिसेस, P om. त्ति.
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(२२३) 1 इय सज्झ-सेल-सिहरओ णंदण-वण-सरिसओ विभूइयाए दिट्ठो अदिट्ठउव्वओ
उक्कंठुलओ जए कुमारेण । तं च पेच्छमाणो वच्चए कुमार-कुवलयचंदो जाव 3 थोवंतरेण दिट्ठो अणेय-वणिय-पणिय-दंड-भंड-कुंडिया-संकुलो महतो सत्थो।
जो व कइसओ । मरु-देसु जइसओ उद्दाम-संचरंत-करह-संकुलो । हर-णिवासु 5 जइसओ डेक्कत-दरिय-वसह-सोहिओ । रामण-रज-जइसओ उद्दाम-पयत्त
खर-दूसणु । रायंगणु जइसओ बहु-तुरंग-संगओ । विमणि-मग्गु जइसओ 7 संचरंत-वणिय-पवरु । कुंभारावणु जइसओ अणेय-भंड-विसेस-भरिओ त्ति ।
अवि य । 9 खर-णर-करह-सएहिं कलयल-वड्डत-सज्झ-पडिरावं ।
सत्थं सत्थो पेच्छइ सव्वत्तो सत्थ-णिम्माओ ।। 11 (२२३) तं च दटूण पुच्छिओ एक्को पुरिसो कुमारेण 'भो भो पुरिसा, एस ___ सत्थो कओ आगओ कहिं वा वच्चीहइ' त्ति । तओ भणियं पुरिसेण भट्ट, 13 एस विंझपुराओ आगओ कंचीउरि वच्चीहिइ । कुमारेण भणिय 'विजया उण
पुरवरी कत्थ होइ, जाणसि तुम' । तेण भणियं ‘भट्टा दूरे विजया दाहिण15 मयरहर-तीर-संसिया होइ' । तओ कुमारेण चिंति।) इमेणं चेय सत्थेणं समं
जुज्जइ मह गंतूण थोवंतर' ति चिंतयंतेण दिट्ठो सत्थवाहो वेसमणदत्तो । भणिओ 17 य णेण 'भो भो सत्थवाह, तुब्भेहिं समं अहं किंचि उद्देसं वच्चामि' त्ति । __सत्थवाहेण वि महापुरिस-लक्खणाई पेच्छमाणेण पडिवण्णो । 'अणुगहो' त्ति 19 भणमाणेण तओ उच्चलियं । तं सत्थं गंतुं पयत्तं, तम्मि य सज्झ-गिरिवर___ महाडईए संपत्तं मज्झुद्देसे । तत्थ आवासियं एक्कम्मि पएसे महंते जलासए । 21 तम्मि य पएसे आसण्णाओ भिल्ल-पल्लीओ । तेण महतं भय-कारणं जाणमाणेण
अब्भतरीकयाई सार-भंडाई, बाहिरीकयाई असार-भंडाई, विरइया मंडली,
1) P लेस for सेल, P विभूतिआए दिट्ठो व्वओ. 2) J जाए कुमारएण, P च मेच्छमाणो. 3) P थोवंतरे दिट्ठो, P महंतो हत्थसत्थो. 4) P हरि for हर. 5) P ढक्कंत, J दरियवरवसह, P रज्जु for रज्ज, P पयरत्तखदूसणु. 6) P वियणि for विमणि. 7) P पउर for पवरू, J कुंभारावाउ. 9) JP वटुंत, P सग्ग for सज्झ. 10) P inter. सत्थो & सत्थं, J सत्थण्णू for सव्वत्तो. 12) P वच्चिहि त्ति, Jom. त्ति, P भद्दा for भट्ट. 13) P किंचिउरिं, J वच्चीहिति P वच्चिहिइ. 14) P भद्दा. 15) P मयण for मयर, P संठिया for संसिया, P ततु for तओ. 16) P मम गंतुं, J थोअंतरं, P चिंतिऊण दिट्ठो. 19) P om. तओ, P उच्चलिओ सत्थो गंतं, Jadds च before तं, P पयत्तो । पत्तो य गिरिवरमहाडईए मझुद्देसं । तत्थ आवासिओ एकमि पएसे आसन्नाओ. 22) J बाहिरि०, P असाराई । विरईया.
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(२२३) 1 आढत्ता आडियत्तिया, सज्जीकया करवाला, णिबद्धाओ असि-घेणूओ,
आरोवियाई कालवट्ठाई, णिरूवियं सयलं सत्थ-णिवेसं ति । 3 एत्थंतरम्मि सूरो कमेण णह-मंडलं विलंघेउं ।
तिमिर-महासुर-भीओ पायाल-तलम्मि व पविठ्ठो ।। 5 तस्साणुमग्ग-लग्गो कत्थ य सूरो त्ति चिंतयंतो व्व ।
उद्धावइ तम-णिवहो दणुइंद-समप्पभो अइरा ।। 7 तरुयर-तले सुयइ व विसइ व दरीसुं वणम्मि पुंजइओ ।
उद्धावइ गयणयले मग्गइ सूरं व तम-णिवहो ।। 9 उद्धाइ धाइ पसरइ वियरइ संठाइ विसइ पायालं ।
आरोसिय-मत्त-महागओ व्व अह तज्जए तिमिरो ।। 11 इय एरिसे पओसे तम-णिवहंतरिय-सयल-दिसियक्के ।
आवासियम्मि सत्थे इमे णिओया य कीरंति ।। 13 सामग्गिया जामइल्लया, गुडिया तुरंगमा, णिरूविया थाणया । एवं बहु-जण
संभम-कलयल-हलबोल-बहुला सा राई खिज्जिउं पयत्ता । अवि य, वियलंति 15 तारया, संकुयंति सागा, उप्पयंति पक्खिया, मूयलिजति महासउणा, करयरेंति
चडय-कुले त्ति । तम्मि य तारिसे पहाय-समए भणियं पच्छिम-जामइल्लएहिं । 17 'भो भो कम्मयरा, उठूह, पल्लाणेसु करेह, चलउ सत्थो, देह पयाणय, विभाया __रयणि' त्ति । इमम्मि य समए पहयाई तूराई, पगीयाई मंगलाई, पवाइयाई 19 संखाई, उट्ठिओ कलयलो, विबुद्धो लोओ, पल्लाणिउं पयत्ता । किं च सुविउं
पयत्तं । अवि य, अरे अरे उट्टेसु, डोलेसु करहए, सामग्गेसु रयणीओ, कंठालेसु 21 कंठालाओ, णिक्खिवसु उवक्खरं, संवेल्लेसु पडउडीओ, गेण्हसु दंडीयं, आरोहेसु ___भंडीयं, अप्फोडेसु कुंडियं, गुडेसु तुरंगमे, पल्लाणेसु वेसरे, उट्ठावेसु बइल्ले ।
1) P आयत्तिया. 4) J पायालयलंमि, P पइट्ठो. 5) P व for य. 6) JP उट्ठावइ. 7) J तरूअरयले सुठाइ व, P विरयरइ for विसइ, P om. व, J दरिसुं P दीरीसु विणमि. 8) P उठ्ठावइ. 9) P उट्ठाइ हाइ, P पायालो. 10) J आरोसि, J मह for अह, P अह भंजए सूरो. 12) J णिओआणु कीरंति. 13) P जामइल्लिया. 14) P लाई for राई, J वियरंति. 15) P उप्पायंति, P मुयलिजंति, P करयरंति. 16) P कुलं ति, J पच्छिमंजामइलेहिं. 17) J उट्ठोह, P पट्ठाणेह for पल्लाणेसु. 19) Jom. विबुद्धो लोओ, P किंचि, J सुट्ठिउं. 20) P पयत्ता, Jom. अवि य, P रयणिओ. 21) P संबोल्लेसु, J पडउडिं, J रल्लियं for दंडीयं. 22) P भंडीयं, P गुठेसु, J वेअसरे.
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(२२४) 1 अवि य,
तूरसु पयट्ट वच्चसु चक्कमसु य णेय किंचि पम्हुटुं । 3 अह सत्थो उच्चलिओ कलयल-सदं करेमाणो ।।
एरिसम्मि य काले हलबोलिए वट्टमाणे, पयत्ते कलयले, वावडे आडियत्तिय5 जणे किं जायं । अवि य,
हण हण हण त्ति मारे-चूरे-फालेह लेह लुपेह । 7 खर-सिंग-सद्द-हलबोल-गब्भिणो धाइओ सद्दो ।।
एत्थाणंतरं च । अवि य, 9 सो णत्थि कोइ देसो भूमि-विभायम्मि णेय सो पुरिसो ।
जो तत्थ णेय विद्धो अदिट्ठ-भिल्लाण भल्लीहिं ।। 11 तओ तं च तारिसं वुत्तंतं जाणिऊण आउलीहूओ सत्थाहो, उठ्ठिया
आडियत्तिया, जुज्झिउं पयत्ता, पवत्तं च महाजुद्धं । तओ पभूओ भिल्ल-णिवहो, 13 जिओ सत्थो भेल्लिओ य, भिल्लेहिं विलुंपिउमाढत्तो । सव्वाइं घेप्पंति सार
भंडाई। 15 (२२४) एत्थंतरम्मि सत्थाहस्स दुहिया धणवई । मा । सा य दिसो-दिसिं
पणट्ठा । परियणे वावाइय-सेसे णद्वै य सत्थवाहे भिल्लेहिं घेप्पमाणी सा 17 वेवमाण-पओहरा महिला-सुलहेण कायरत्तणेण विणडिजमाणी थरहरेत__हियविया ‘सरणं सरणं' ति विमग्गमाणी कुवलयचंद-कुमारं समल्लीणा । 19 अवि य,
गुरु-थण-णियब-पब्भार-भारिया भिल्ल-भेसिया सुयणू । 21 सरणं विमग्गमाणी कुवलयचंद समल्लीणा ।।
भणियं च तीए । ____1) Jom. य. 4) P om. काले, Jom. हलबोलिए, P हलबोलिय, J आवडे for वावडे. 6) P om. लेहं, P लुपह निरासं । खर. 9) P कोवि देसो. 10) P बद्धो for विद्धो, J अदिटुं भिल्लभल्लीहिं. 11) P सत्थवाहो. 12) P आडियत्तियं, P पवत्ता पवत्तं. 13) P om. भेल्लिओ य, Jom. भिल्लेहि, J•माढत्ता, J एत्थंतरंमि for सव्वाई, J सव्व for सार. 15) P सत्थवाहस्स, P धणवई नाम ।. 16) P पणटे, P om. य. 17) P थिरहरेंतहियया. 20) P भारिसारिल्लभेसिया सुयणु. 22) J तीय.
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(२२४) 1 'तं दीससि सूर-समो अहं पि भिल्लेहिँ भेसिया देव ।
तुज्झ सरण पवण्णा रक्खसु जइ रक्खि तरसि ।।' 3 कुमारेण वि ‘मा भायसु, मा भायसु' त्ति भणमाणेण एक्कस्स गहियं भिल्लस्स
हढेण धणुयरं । तं च घेत्तूण वरिसिउमाढत्तो सर-णियरं । तओ सर-णियर5 पहर-परद्धं वलियं तं भिल्ल-बलं । तं च पलायमाणं पेच्छिऊण उट्ठिओ सयं
चेय भिल्ल-सेणाहिवो। भणियं च णेण । 'अरे अरे, साह जुज्झियं । अवि य। 7 आसासिय णियय-बलं विणिहय-सेसं पलाइयं सेण्णं ।
आरोसिय-मत्त-महागओ व्व दुईसणो वीर ।। 9 ता एह मज्झ समुहं किं विणिवाएसि कायर-कुरंगे ।
वार-सुवण्णय-वण्णी रण-कसवट्टम्मि णिव्वडइ ।।' 11 इमं च भणियं णिसामिऊण वलंत-णयण-जुवलेण णियच्छिऊण भणियं
कुमारेण । 13 'चोरो त्ति जिंदणिजो भिल्लो त्ति ण दसणे वि मह जोग्गो ।
एएहिं पुण वयणेहिँ मज्झ उभयं पि पम्हटुं ।। 15 छल-घाइ त्ति योरो कत्थ तुम कत्थ एरिसं वयण ।
ता पत्तिय होसि तुम मणय म्ह रणंगणे जोग्गो ।।' 17 त्ति भणमाणस्स पेसियं कुमारस्स एक्कं सर-वरं । तं पि कुमारेण दूरओ चेय
छिण्णं । तओ कुमारेण पेसिया समयं चिय दोण्णि सर-वरा । ते हि भिल्लहिवेण 19 दोहिं चेय सरेहिं छिण्णा । तओ तेण पेसिया चउरो सर-वरा । ते वि कुमारेण
विच्छिण्णा । तओ पयत्तं समंजसं जुद्धं । सर-वर-धाराहिं पूरिउं पयत्ता णव21 पाउस-समय-जलया विव णहयलं । ण य एक्को वि छलिउं तीरइ । तओ
सरवरा कत्थ दीसिउं पयत्ता । अवि य, __4) J हत्थेण for हढेण, P om. तं, P वरसिउ० J वरिसिउं आढत्तो. 5) P भिल्लवत्तं ।. 6) P जुज्झिउं. 7) P विणिहइ, J पलाविअं. 8) P वीरो ।।. 9) P एहि, J महं for मज्झ, P कायरे पुरिसे ।. 10) P रणवसवट्टमि. 11) P जुयलेण, P inter. कुमारेण & भणियं. 13) J भल्लो for भिल्लो, P दसणो वि, P जोगो. 14) J मज्जा उभयं. 15) P छयघाय त्ति. 16) J मयण for मणय, P जोगो. 17) P om. त्ति. P om. कुमारस्स, P चेव. 18) P om. हि. 19) P चेव. 20) P छिण्णा for विच्छिण्णा, J सरवराहिं P सवरधाराहिं, J पयत्तं. 21) P om. जलया विव णहयलं । ण य, J सरासत्थ for सरवरा कत्थ.
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(२२५) 1 गयणम्मि कमंति सरा पुरओ ते चेय मग्गओ बाणा ।
धरणियलम्मि य खुत्ता उवरि रुंटंति भमर व्व ।। 3 एवं च जुज्झमाणाणं पीण-भुया-समायड्ढणायासेण दलियाई कालवट्ठाई,
उज्झियाई धरणिवढे, गहियं च वसुणंदयं मंडलग्गाई च, दोहि वि जणेहिं नओ 5 विरइयाइं करणाइं । वलिउं समाढत्ता । अवि य,
खण-वलण-खण-धावण-उव्वण-संवेल्लणा-पयाणेहिं । 7 णिद्दय-पहर-पडिच्छण-वारण-संचुण्णणेहिं च ।।
(२२५) एवं पि पहरंताणं एक्को वि छलिउं ण तीरइ । तओ गिट्ठर9 पहराहयाइं मुसुमूरियाई दोण्णि वि वसुणंदयाई, तुट्टाणि य मंडलग्गाई । तओ
ताई विउज्झिऊण समुक्खयाओ कुवलय-दल-सामलाओ छुरियाओ । पुणो 11 पहरिउं पयत्ता, उद्धप्पहार-हत्थावहत्थ-हुलिप्पहारेहिं अवरोप्परं । ण य एक्को ___वि छलिउं तीरइ । तओ कुमारेण गुरुयामरिस-रोस-फुरुफुरायमाणाहरेण आबद्ध13 भिउडि-भीम-भंगुर-भासुर-वयणेण दिण्णं से दप्प-सायणं णाम बंधं । तओ
भिल्लाहिवेण वि दिण्णो पडिबंधो । कहं कहं पि ण तेण मोइओ भिल्लाहिवेण । 15 तओ चिंतियं च तेण अहो, को वि एस महासत्तो उिणयर-कला-कोसल्ल
संपुण्णो ण मए छलिउं तीरइ । मए पुण एयस्स हत्थाओ मच्चू पावेयव्वो । 17 जिओ अहं इमिणा, ण तीरइ इमाओ समुव्वरिउं । ता ण सुंदरमिमं । अवि य,
धी धी अहो अकजं जाणतो जिणवराण धम्ममिणं । 19 विसयासा-मूढ-मणो गरहिय-वित्तिं समल्लीणो ।।
जं चिय णेच्छंति मुणी असुहं असुहप्फलं तिहुयणम्मि । 21 पर-जीविय-धण-हरणं स च्चिय जीवी अउण्णस्स ।।
चोरो ति जिंदणिज्जो उब्वियणिज्जो य सव्व-लोयस्स । __1) P भमंति for कमंति. 2) P मग्गए, Jom. य. 3) P एवं च जुज्झमाणेणं पीणभुयासत्ता । अवि य गयणंमि etc. to भमर व्व ।। एवं च जुज्झमाणेणं पीणभुयासण्णाकड्ढ णायासेण विउणियाइं कालवट्टाइं. 4) P धरणिवट्टे, P च सुणंदयं. 5) Jom. अवि य. 6) P वलणधावण, J उवणसंवेल्लणापयारेहि. 7) P धारण for वारण. 8) P एवं वि पि. 9) P पहरहयाई, Jom. मुसुमूरियाई, P वि सुनंदयाई. 10) P मुक्तयाओ for समुक्खयाओ. 11) P उद्धपहर, J हत्थव०, J हुलिप्पहरेहिं P हुलिप्पहारिहिं. 12) P गरूयामरिसफुरफुरा०. 13) भिउडी, P om. भासुर, J दिण्णं विप्पसातणं. 14) P om. वि, P कहकहं, Jणेण for तेण. 15) J एसो महा०. 16) J संपण्णो, J मए उण, P इमस्स for एयस्स. 17) P अहमिमिणा, P तीरइमाउ समुवरियं, J ता सुंदरं ण इमं ।. 18) P धिद्धी अहो अकज्जं जं जाणंतो वि जिणवराणमिणं. 19) J वित्ती. 20) P जं जं नेच्छंति, P असुहं असुहाण बंधि असुहफलं ।. 22) P सयल for सव्व (•ल struck off in J).
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(२२५) 1 भूय-दया-दम-रुइणो विसेसओ साहु-सत्थस्स ।।
हियए जिणाण आणा चरियं च इमं महं अउण्णस्स । 3 एयं आलप्पालं अव्वो दूरं विसंवयइ ।।
चिंतेसु ताव तं चिय रे हियवय तुज्झ एरिसं जुत्तं । 5 जं जाणंतो च्चिय णं करेसि पावं विमूढो व्व ।।
अजं चयामि कल्लं सावजमिणं जिणेहिँ पडिरुद्धं । 7 इय चिंतेंतो च्चिय से अकय-तवो पाविओ मच्चु ।।
एवं गए वि जइ ता कहं पि चुक्कामि एस पुरिसस्स । 9 अवहत्थिऊण सव्वं पव्वजं अब्भुवेहामि ।।'
त्ति चिंतयंतो मच्छुव्वत्तेण ओसरिओ मग्गओ ऊणं हत्थ-सयं एक्कप्पएसे 11 उज्झिऊण असिधेणुं पलंबमाण-भुयप्फलिहो य णीसंगो काउस्सग्ग-पडिम
संठिओ त्ति । अवि य 13 अच्छोडिऊण तो सो असिधेणुं णिद्दयं धरणिवढे ।
ओलंबिय-बाहु-जुओ काउस्सग्गं समल्लीणो ।। 15 सायार-गहिय-णियमो पंच-णमोक्कार-वयण-गय-चित्तो ।
सम-मित्तो सम-सत्तू धम्मज्झाणं समल्लीणो ।। 17 तं च तारिसं वुत्तंत दळूण, सोऊण य पंच-णमोक्कार-वयणं, सहसा संभंतो ___ पहाविओ कुवलयचंदो । साहम्मिओ त्ति काऊण ‘मा साहसं मा साहसं' ति 19 भणमाणेण कुमारेण अवयासिओ । भणियं च तेण । ‘अवि य,
मा मा काहिसि सुपुरिस ववसायमिणं सुदुत्तरं किं पि । 21 पच्चक्खाणादीयं णीसंग-मुणीण जं जोग्गं ।।
एवं मह अवराहं पसियसु दे खमसु कंठ-लग्गस्स ।
1) P रहिओ for रुइणो. 5) P आ for च्चिय. 6) P adds चयामि after कल्लं. 7) J मच्चू. 8) P या for ता, J अहं for कहं. 10) P मछुवत्तेण, P एक्कपएसे. 11) J हुयप्फलिहो P वुयफालिओ नीसंगो काउस्सग्गं पडिमं ठिओ. 13) P om. सो, P धरणिवट्टे. 15) P adds पंचनमो before पंच. 17) P om. य, P संकेतो पहाइओ. 18) P after कुवलयचंदो adds साहं मित्तो समसत्तू धम्मज्झाणं etc. to पहाविओ कुवलयचंदो, P om. 2nd मा. 19) P अवयारिओ. 21) P पच्चक्खाणाईयं निस्संग.
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(२२६) 1 साहम्मियस्स जं ते पहरिय-पुव्वं मए अंगे ।। ___पावाण वि पावो हं होमि अभव्वो त्ति णिच्छियं एयं । 3 सम्मत्त-सणाहे वि ह जं एवं पहरियं जीवे ।।।
जलणम्मि ण सुज्झामो जले ण कत्तो कया वि पडणेण । 5 जइ वि तवं तप्पामो तहा वि सुद्धी महं कत्तो ।।
मिच्छामि दुक्कडं ति य तहा वि एवं रिसीहिं आइण्णं । 7 पुव्व-कय-पाव-पव्वय-पणासणं वज-पहरं व ।।
ता दे पसियसु मज्झं उवसंहर ताव काउसग्गमिणं । 9 दीसइ बहुयं धम्मं जं कायव्वं पुणो कासि ।। त्ति
(२२६) एवं ससंभम-सविणय-भत्ति-जुत्तं च कुमारे विलवमाणे चिंतिय 11 भिल्लाहिवेण । 'अरे, एसो वि साहम्मिओ, ता मिच्छामि दुक्कडं जं पहरियं
इमस्स सरीरे । अवि य, 13 जो किर पहरइ साहम्मियस्स कोवेण दंसण-मणम्मि ।
आसायणं पि सो कुणइ णिक्किवो लोय-बंधूणं ।। 15 ता अण्णाणं इमं किं करेमि त्ति । इमस्स एवं विलवमाणस्स करेमि से वयणं । ___मा विलक्खो होहिइ । मए वि सायारं पच्चक्खाणं गहियं । ता ऊसारेमि 17 काउसगं' ति चिंतयंतेण गहिओ कुमारो कंठम्मि । 'वंदामि साहम्मिय'ति __ भणमाणा दो वि अवरोप्परं हियय-णिहित्त-धम्माणुराया णेह-णिब्भरत्तणेण 19 पयलंत-बाह-बिंदु-णयण-जुवला जाया । अवि य ।
परिहरिय-वेर-हियया जिण-वयणब्भंतर त्ति काऊण । 21 चिर-मिलिय-बंधवा इव ससिणेहं रोत्तुमाढत्ता ।। __तओ खणं एक्कं समासत्था भणियं च कुमारेण ।
____1) J पहरिसपुव्वं. 2) J हं होंति अभव्वेंति. 4) P नवावि for कयावि. 5) P om. वि after जइ. 6) J तह वि इमं रिसीहिं, P आइच्चं for आइण्णं. 8) J उवसंघर, P वाव for ताव. 9) P धम्मकायव्वं. 10) P एवं च संभमं, J सविणस, P om. च, P कुमारो विलवमाणो. 11) P om. वि after एसो. 13) P साहं विमियस्स, P दसणमिणमि. 15) P अन्नाणमिमं. 16) P उस्सारेमि. 17) J वंदिअ for वंदामि. 18) P भणमाणो, P धमाणुरायनेह. 19) J बाहु for बाह, P जुयला. 21) P रोवुमाढत्ता. 22) P inter. एक्कं & खणं.
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(२२६) 1 'जइ एवं कीस इमं अह एवं चेय ता किमण्णेण ।
जोण्हा-गिम्हाण व से संजोओ तुम्ह चरियस्स ।।' 3 भणियं च भिल्लाहिवेण । |
'जाणामि सुट्ठ एयं जह पडिसिद्धं जए जिणवरेहिं । 5 कम्मं चोराईयं हिंसा य जियाण सव्वत्थ ।।
किं वा करेमि अहयं चारित्तावरण-कम्मदोसेण । 7 कारिज्जामि इमं भो अवसो पेसो व्व णरवइणा ।।
अत्थि महं सम्मत्तं णाणं पि हु अत्थि किं पि तम्मेत्तं । 9 कम्माणुभाव-मूढो ण उणो चाएमि चारित्तं ।।
तुम्ह पहावेण पुणो संपइ तव-णियम-झाण-जोएहिं । 11 अप्पाणं भावेतो णिस्संगो पव्वईहामि ।।' त्ति
भणियं च कुमारेण ‘असामण्णं इमं तुह चरियं, ता साहसु को सि तुमं' । भणियं 13 भिल्लाहिवेणं च । 'कुमार, सव्वहा ण होमि अहं भिल्लो, होमि णं पुण __ भिल्लाहिवो । इमं च वित्थरेण पुणो कहीहामि कुमारस्स । संपयं पुण दारुणं 15 भयं सत्थस्स । विलुप्पइ सत्थो चोर-पुरिसेहिं । ता णिवारणं ताव करेमो' त्ति __भणिण पहाविओ । भणियं च णेण भो भो भिल्लपुरिसा, मा विलुपह मा 17 विलुपह सत्थं, मह पायच्छित्तियाए साविया तुब्भे जइ णो विरमह' त्ति । एवं
च सोऊण भिल्लपुरिसा कुड्डालिहिया इव पुत्तलया थंभिया महोरया इव मंतेहि 19 तहा संठिया । तओ भणियं 'अरे, अण्णिसह सत्थवाहं, मं-भीसेह वणिज्जए,
आसासेह महिलायणं, पडियग्गह करहे, गेण्हह तुरंगमे, पडियग्गह पहरते, 21 सक्कारेसु मइल्लए' त्ति । इमं च आणं घेत्तूणं पहाइया भिल्ला दिसोदिसं । सत्थवाहो
वि तारिसे सत्थ-विब्भमे पलायमाणो वणम्मि णिलुक्को परिब्भमंतेहिं पाविओ ___ 1) J एवं for एवं. 2) P संजाओ. 4) P सट्ट, J एवं. 5) P चोराईहिं. 6) P करिमि, P चारित्तावंमरणकंमदोसे ।. 8) J मित्तं. 9) P adds मं before कम्मापुं०. 10) P पभावेण. 13) P inter: च & भिल्लाहिवेणं, P adds न before होमि (second), p om. णं, P दुण for पुण. 14) P सवित्थरं for वित्थरेण. 15) P विलुंपइ, P om. ताव. 16) P मा लुपह in both places. 17) J पातच्छित्ति०, P इत्ति for त्ति. 18) P कुडलिहिया इव पुत्तला, P inter. इव & महोरया, P महोरगा मंतेहि. 19) J तओ भणिआ अण्णिसह, P मंतीसह, P वणिया. 20) P महिलायलं. 21) P सक्कारेह, P एवमिमं च for इमं च. 22) Jadds अ before पाविओ.
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(२२७)
1 भिल्लेहिं । तओ आसासिओ तेहिं, भणिओ य ‘मा बीहेह, पसण्णो तुम्हाणं
सेणावई' । आणिओ से पास मं-भीसिओ तेण । भणियं च सेणावइणा 3 भो भो सत्थवाह, पुण्णमंतो तुम, चुक्को महंतीओ आवईओ, जस्स एसो
महाणुभागो समागओ सत्थम्मि । ता धीरो होहि, पडियग्गसु अत्तणो भंडं । जं 5 अत्थि तं अत्थि, जं णत्थि तं एक्कारस-गुणं देमि त्ति । पेच्छसु पुरिसे, जो
जियइ तं पण्णवेमि त्ति । सव्वहा जं जंण संपडइ तमहं जाणावेसु' त्ति भणमाणो 7 घेत्तुं कुमारस्स करं करेण समुट्ठिओ सेणावई पल्लिं गंतुं समाढत्तो ।
(२२७) आढत्ता य पुरिसा । 'भो भो, एयं सत्थाहं सुत्थेण पराणेसु जत्थ 9 भिरुइयं सत्थवाहस्स' त्ति भणिऊण गओ सज्झ-गिरि-सिहर-कुहर-विवर-लीणं
महापल्लिं । जा य कइसिय । कहिंचि चारु-चमरी-पिंछ-पब्भारोत्थइय-घर11 कुडीरया, कहिंचि बरहिण-बहल-पेहुण-पडाली-पच्छाइय-गिम्हयाल-मंडव
रेहिरा, कहिंचि करिवर-दंत-वलही-सणाहा, कहिंचि तार-मुत्ताहल-कय13 कुसुमोवयार-रमणिज्जा, कहिंचि चंदण-पायव-साहा-णिबद्धंदोलय-ललमाण
विलासिणी-गीय-मणहर त्ति । अवि य, 15 अलया-पुरि व्व रम्मा धणय-पुरी चेय धण-समिद्धीय ।
लंकाउरि व्व रेहइ सा पल्ली सूर-पुरिसेहिं ।। 17 तीए तारिसाए पल्लीए मज्झेण अणेय-भिल्ल-भड-ससंभम-पणय-जयजया-सद्द___ पूरिओ गंतुं पयत्तो । अणेय-भिल्ल-भड-सुंदरी-वंद्र-दसण-रहस-वस-वलमाण19 धवल-विलोल-पम्हल-सामल-णीलुप्पल-कुमुय-माला-संवलंत-कुसुम__दामेंहि अच्चिज्जमाणो भगवं अदिट्ठ-पुव्वो कुसुमाउहो व्व कुमारो वोलीणो त्ति । 21 तओ तस्स सेणावइणो दिटुं मंदिरं उवरि पल्लीए तुंगयर-सज्झ-गिरिवर
सिहरम्मि । तं च केरिसं । अवि य, ___3) J सत्थाह कयउण्णो तुम. 4) P महाणुभावो, P अत्तणं. 5) P om. जं before अत्थि, P om. तं after णत्थि, P मुणं for गुणं, P पुरिसो. 6) P पन्नवेमो, P संघडइ, J तं महं. 7) P सेणावती, J समाढत्ता. 8) Better (आणत्ता) for आढत्ता, P om. य, J सच्छाहं सत्थेण, P om. सत्थाहं, P परायणेसु, P जहा भिरू०. 9) J भिरूईयं, Jom. सत्थवाहस्स त्ति, Jom. गिरि, P om. कुहर, Jल्लीणं. 10) P जाव कतिसिय, P पुच्छ for पिंछ, J पब्भारोछइयघरकुट्टीरया. 11) P गिम्हयालंगंडव. 12) J रेहिर, P वर for करि, J वरहीसणाह. 13) J रमणिज. 14) P om. अवि य. 15) P अलयाउर त्ति रम्मा. 16) J adds रम्मा before रेहइ. 17) J तीअ, P om. भड, P after ससंभमपणय, repeats धणसमिद्धी य । etc. to भिल्लससंभमपणय, P दसद्द for सद्द. 18) P inter. भड & भिल्ल, P विलसमाण for वलमाण. 19) P कुसुमयमेहिं.
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१०७
(२२८) 1 तुंगत्तणेण मेरु व्व संठियं हिमगिरि व्व धवलं तं ।
पुहई विव वित्थिण्णं धवलहरं तस्स णरवइणो ।। 3 तं च पुण कुमार-दसण-पसर-समुन्भिज्जमाण-पुलइयं विव लक्खिजइ घण
कीलय-मालाहिं, णिज्झायंतं विव चुंपालय-गव-क्खासण-सयणोयरेहिं, 5 अंजलिं पिव कुणइ पवण-पहय-धयवडा-करग्गएहिं, सागयं पिव कुणइ
पणच्चमाण-सिहि-कुल-केया-रवेहिं ति । 7 (२२८) तओ तं च तारिसं सयल-णयर-रमणिज्जं पल्लिं दद्रूण भणियं
कुमारेण । 'भो भो सेणावइ, किं पुण इमस्स संणिवेसस्स णामं ति । सेणावइणा 9 चिंतियं । 'दूरमारुहियव्वं, उव्वाओ य कुमारो, ता विणोएयव्वो परिहासेणं'ति
चिंतियंतेण भणियं कुमार, कत्थ तुम जाओ। कुमारेण भणियं 'अउज्झापुरवरीए'। 11 तेण भणियं कत्थ सा अयोज्झापुरवरी' । कुमारेण भणियं 'भरहवासे' । तेण
भणियं कत्थ सो भरहवासो' । कुमारेण भणियं 'जंबुद्दीवे' । तेण भणियं कत्थ 13 तं जंबुद्दीव' । कुमारेण भणियं 'लोए' । तेण भणियं कुमार, सव्वं अलियं' । ___ कुमारेण भणियं किं कजं'। तेण भणियं 'जेण लोए जंबुद्दीवे भरहे अयोज्झाए 15 जाओ तुमं कीस ण-याणसि इमीए पल्लीए णामं तेलोक्क-पयड-जसाए, तेण
जाणिमो सव्वं अलियं'। तओ कुमारेण हसिऊण भणियं किं जं जं तेल्लोक्क17 पयडं तं तं जणो जाणइ सव्वो। तेण भणियं ‘सुट्ठ जाणई। कुमारेण भणियं जइ ___एवं ण एस सासओ पक्खो'। तेण भणियं 'किं कज्जं। कुमारेण भणियं । 'जेणं 19 सम्मत्त-णाण-वीरिय-चारित्त-पयत्त-सिद्धि-वर-मग्गो ।
सासय-सिव-सुह-सारो जिणधम्मो पायडो एत्थं ।। 21 तह वि बहूहिँ ण णजइ ण य ते तेल्लोक्क-बाहिरा पुरिसा ।
तो अत्थि किंचि पयर्ड पि ण-यणियं केहि मि णरेहिं ।।'
2) J पुहई पिव. 3) J सो य for तं च, P दंसणवसणहसुन्भिज्ज०, J पुलइओ इव लज्जिज्जइ घण०. 4) J णिज्जायंती विव चुंबलेयरववक्खयाणयणोअरेहिं. 5) P कुण्णइ नच्चमाण. 7) P सयलनयनरीरम०. 9) J दूरं आरू०, P वि for ति. 10) J (Party on the margin) चिंतयंतेण भणिअं पल्लीवइणा कुमारस्स तुम्हाणं कत्थ जम्मो कत्तो वा आगया । कुमारेण भणियं । अयोज्झापुरवरीओ. 11) P om. तेण भणियं before कत्थ etc., P अउज्झपुरवरी. 12) P भरहावासे. 13) Jom. तं. 14) Jom. कुमारेण भणियं before किं कजं, Jom. तेण भणियं, P om. जेण लोए, P अवज्झाए. 15) adds जइ before तुमं कीस, P पायड. 17) P सव्वं for सव्वो. 20) J एत्थ for एत्थं. 21) J तहा वि, P न मज्जइ जइ ते. 22) J ता for तो, P किंपि पयडं पि न याणियं केहि नि नरेहिं.
2)
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(२२८) 1 तेण भणियं ‘जइ एवं जिओ तए अहं । संपयं साहिमो, इमं पुण एक्कं ताव
जाणसु पण्होत्तरं । अवि य । 3 का चिंतिज्जइ लोए णागाण फणाए होइ को पयडो ।
जह-चिंतिय-दिण्ण-फलो कुमार जाणासु को लोए ।। 5 कुमारेण चिंतियं 'अरे, को चिंतिज्जइ । हूं चिंता । को वा णायाण मत्थए पयडो।
हूं मणी । को वा जह-चिंतिय-दिण्ण-फलो । अरे, जाणियं चिंतामणी । 7 किमिमाए पल्लीए चिंतामणी णाम' ति चिंतयंतेण पुच्छियं जाणिय भणियं भो
चिंतामणि' त्ति । सेणावइणा भणियं कुमार, जहाणवेसि' त्ति । एवं च परिहास9 कहासुं आरूढा तं अत्तणो मंदिरं, दिटुं च अणेय-ससंभम-वियरमाण
विलासिणी-णियंब-रसणा-रसंत-रव-रावियं । तओ पविठ्ठा अभिंतर, उवगया 11 देवहरयं । तत्थ य महतं कणय-कवाड-संपुड-पडिच्छण्णं दिलु देव-मंदिरं ।
तत्थ उग्घाडिऊण दिट्ठाओ कणय-रयणमइयाओ पडिमाओ । तओ हरिस13 भरिजंत-वयण-कमलेहिं कओ तेल्लोक्क-बंधूणं पणामो । णिग्गया य उवविठ्ठा
महरिहेसु सीहासणेसु । वीसंता खणं । तओ समप्पियाओ ताणं पोत्तीओ । 15 पक्खित्तं च सय-सहस्स-पागं वियसमाण-मालई-सुगंधगंध-सिणेहं उत्तिमंगे
तेल्लं । संवाहिया य अहिणव-वियसिय-कमल-कोमलेहिं करयलेहिं 17 विलासिणीयणेणं ति । तओ उव्वट्टिया कसाएहिं, हाणिया सुगंध-सुसीयल
जलेणं । तओ ण्हाय-सुई-भूया सिय-धोय-दुकूल-धरा पविट्ठा देवहरए । तत्थ 19 य पूइया भगवंतो जहारुहं । तओ झाइओ एक्कं खणंतरं समवसरणत्थो भगवं ।
जविया य जिण-णमोक्कार-चउव्वीसिया । तओ आगया भोयणत्थाण-मंडवं, 21 परिभुत्तं च जहिच्छियं भोयणं । तओ णिसण्णा जहासुह, अच्छिउं पयत्ता वीसत्थ त्ति ।
1) जइ (for तेण) भणियं तेण जइ, P om. पुण. 3) J किं for का, Jणायाण, P भणाहि for फणाए. 4) J चिंतियदिअहफल्लो P दिन्नफलो अरे जाणियं चिंतामणी ।।, P om. कुमार जाणासु को लोए ।। कुमारेण चिंतियं 'अरे etc. to दिण्णफलो ।. 7) P किं इमाए, J णाम चिंतयं०, P om. पुच्छियं जाणिय, J om. भणियं, P adds चिंतामणियं भो after भो. 8) J जहाणवेहि त्ति. 9) P वियरमाणे वियासिणी. 10) J रस for रव, J अब्भंतरं. 11) P परिच्छिन्नं, J adds च after दिटुं. 12) P adds य after तत्थ, P कणयणयरमतीआउ. 15) J सत for सय, J सुअंध. 16) Jom. तेल्लं, P नव for अहिणव. 17) P विणासिणीअणेणं, P ति हाणिया for ण्हाणिया, J सुअध, J सुयसीयलेण जलेण. 18) P सुईभूसिय, P दुगुल्लहरा. 19) Jom. य, J भगवंता. 20) P चउवीसिया, P om. आगया, P भोयत्थाण. 21) J om. च.
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(२२९) 1 (२२९) तओ अच्छमाणाणं ताणं समागओ धोय-धवलय-वत्थ
णियंसणो लोह-दंड-वावड-करो एक्को पुरिसो । तेण य पुरओ ठाऊण 3 सेणावइणो इमं दुवलयं पढियं । अवि य ।
___णारय-तिरिय-णरामर-चउ-गइ-संसार-सायर भीम । 5 जाणसि जिणवर-वयणं मोक्ख-सुहं चेय जाणासि ।।
तह वि तुमं रे णिद्दय अलज्ज चारित्त-मग्ग-पब्भट्ठो । 7 जाणंतो वि ण विरमसि विरमसु अहवा इमो डंडो ।।'
त्ति भणमाणेण तेण पुरिसेण ताडिओ उत्तिमंगे सेणावई । तओ महागरुल-मंत9 सिद्धत्थ-पहओ विव ओअंडिय-महाफणा-मंडवो महाभुयंगो विय अहोमुहो
संठिओ चिंतिऊण य पयत्तो । अहो पेच्छ, कह णिट्ठरं अहं इमिणा इमस्स 1। पुरओ सुपुरिसस्स पहओ डंडेणं, फरुसं च भणिओ त्ति । अहवा णहि णहि
सुंदरं चेय कयं । जेण, 13 जर-मरण-रोग-रय-मल-किलेस-बहुलम्मि एत्थ संसारे ।
मूढा भमंति जीवा कालमणतं दुह-समिद्धा ।। 15 ताणं चिय जो भव्वो सो वि अउव्वेण कह वि करणेणं ।
भेत्तूण कम्म-गंठिं सम्मत्तं पावए पढमं ।। 17 तं च फलयं समुद्दे तं रयणं चेय णवर पुरिसस्स ।
लभ्रूण जो पमायइ सो पडिओ भव-सयावत्ते ।। 19 लभ्रूण पुणो एयं किरिया-चारित्त-वज्जियं मोहं ।
काय-किरियाए रहिओ फलयारूढो जल-णिहिम्मि ।। 21 ता जम्म-लक्ख-दुलहं एयं तं पावियं मए एण्डिं ।
चारित्तं पुण तह वि हु ण ताव पडिवज्जिमो मूढो ।।
1) J धोव, P धवलनियंसणे. 4) P सागरावत्ते ।. 5) P जिणवयणेणं. 7) P इमो दंडो त्ति. 9) P प्पहओ, J विव उअंटिअ, P om. महा before फणा, P अहो for अहोमुहो. 10) P om. अहो, P om. अहं. 11) P दंडेण, P om. णहि णहि. 12) J adds अवि य after जेण. 13) Jणवर for एत्थ. 16) JP भोत्तूण for भेत्तूण (emended). 20) J किरेआए. 22) J याव for ताव.
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(२३०) 1 जिण-वयण-बाहिर-मणो ण-यणइ जो जीव-णिज्जरा-बंधे ।
सो कुणउ णाम एयं मूढो अण्णाण-दोसेण ।। 3 मह पुण तेलोक्केक्कल्ल-बंधु-वयणं वियाणमाणस्स ।
किं जुज्जइ जीव-वहो धिरत्थुः मह जीव-लोगस्स ।। 5 संसारो अइ-भीमो एयं जाणामि दुल्लहा बोही ।
भट्ठा उयहिम्मि वराडिय व्व दुक्खेण पावेस्सं ।। 7 जाणतो तह वि अहं चारित्तावरण-कम्म-दोसेण ।
ण य विरमामि अउण्णो सत्तेण विवजिओ अहमो ।। 9 धिद्धी अहो अउण्णो करुणा-वियलो अलज-गय-सत्तो ।
खर-णिट्ठर-फरुसाणं दूरं चिय भायणं मण्णे ।। 11 इय चिंतंतो च्चिय सो पव्वालिय-बाह-सलिल-णयणिल्लो ।
आमुक्क-दीह-णीसास-दुम्मणो दीण-वयणिल्लो ।। 13 भणिओ य कुमारेणं । 'भो भो, को एस वुत्तंतो, को वा एस पुरिसो, किं वा
कज्जेण तमं ताडिओ, किं वा अवराहो खमिओ, किं वा तुमं दुम्मणो सि' त्ति 15 भणिए दीह-णिसास-मंथरं भणियं सेणावइणा कुमार, महल्लो एस वुत्तंतो, तहा
वि तुज्झ संखेवेणं साहिमो, सुणासु त्ति । 17 (२३०) अत्थि पुहई-पयासा उववण-वण-संणिवेस-रमणिज्जा ।
रयणाउरि त्ति णामं जण-णिवहुद्दाम-गंभीरा ।। 19 जहिं च पक्कण-कुलई पि पवण-पहल्लमाण-कोडि-पडाया-णिहायइं, असेस___ सत्थत्थ-णिम्मायई पंजर-सुय-सारिया-णिहायई, विहडिय-विख्व-ख्व-सोहा21 समुदय चक्किय-जुवाण, विरूव-लावण्ण-विणिज्जिय-मच्छर-कडच्छ-पहयउ ___णायर-बालियउ रईए त्ति । अवि य । ___1) P बंधो ।. 2) P कुणाउ. 3) P कवयणं बंधु वियाण०. 4) P महो for वहो. 6) P उअहमि. 10) P दूच्चिय. 11) J चिंततो. 12) P दीणविगणिल्लो. 13) P om. य, Pom.one भो. 14) Jom. वा before अवराहो. 15) P महुरं for मंथरं. 16) J तुम for तुज्झ, P निसुणेसु for सुणासु. 17) P एएसो for पयासा, Jom. वण. 18) J रयणपुरि, P लोए for णाम. 19) P कुणई, J वि for पि, P पि पवयण, J णिहायाई. 20) J सत्थत्थु, P सत्थनिम्माई पिंजर. P विउडियाविरूवसोहा, 21) J om. लावण्ण, P पहायओ. 22) P वालिउरइआए.
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(२३०)
1 जं तत्थ किंचि अहमं लोए लहुयं ति परिहवावडियं । इयर-यरीण तं चिय पत्तिय पढमं गणिज्जेज्जा ।। 3 तीए णयरीए राया रयणमउडो णाम ।
जो होइ जमो धणओ कोव - पसाएहिं सत्तु - पणईणं । 5 दणाण गव्वियाण य पयडं धण - खग्ग- पहरेहिं ।। सव्वहा ण समत्थो वण्णेउं तस्स गुणे । तओ तस्स य राइणो दुवे पुत्ता, तं 7 जहा, दप्पफलिहो बाहुफलिहो य । एवं च तस्स रज्जं अणुपालयंतस्स एक्कम्मि दियहे अमावसाए परिहरिय-सयल - संणिहिय- - पाय-पयत्थ-सत्थस्स पओस9 समए वासहरयं पविट्ठस्स णीसारिय-सयल-महिला-विलासिणीयणस्स लट्ठिप्पईव-सिहाए दिट्ठी विलग्गा । तओ किं-किं पि चिंतयंतस्स आगओ तम्म 11 पईवे एक्को पयंगो । सो तं पईव - सिहं अल्लिऊणं इच्छइ । तओ राइणा पयइअणुयंपा-सहावेण चिंतियं । 'अरे, वराओ अण्णाण - मोहिओ पडिहिइ इमम्मि 13 पईवे, ता मा वराओ विवज्जउ ' त्ति चिंतयंतेण गहिओ करयलेणं, घेत्तूण पक्खित्तो
कवाड-विवरंतरेण । पक्खित्त - मेत्ते चेय पुणो समागओ । पुणो वि चिंतियं 15 णरवइणा 'अहो, पेच्छह विहि-विहियत्तणं पयंगस्स' । पुणो आगओ, पुणो
गहिओ, पक्खित्तो य । पुणो वि आगओ । तओ चिंतियं णरवइणा 'अहो एयं 17 लोए सुणीयइ किर उवाय-रक्खिओ पुरिसो वास - सयं जीवइ त्ति । ता पेच्छामि किं उवाएहिं मच्चुणो सयासाओ रक्खा काइ हवइ, किं वा ण व' त्ति चिंतयंतेण 19 गहिओ पुणो पयंगो । 'दे इमं रक्खामि । जइ एस इमाओ मच्छु-मुहाओ रक्खओ होज्जा, ता जाणिमो अत्थि वेज्जोसहेहिं वि मरण - परित्ता । अह एस 21 ण जीविहिइ मए वि रक्खिज्जमाणो, ता णत्थि सरणं मच्चुणो त्ति,परलोग-हियं चेव करणिज्जं 'ति चिंतयंतेण पलोइयाई पासाइं । दिट्ठे च एक्कं उग्घाडियं समुग्गं ।
I
१११
1) P inter किंचि and तत्थ, P परिहंति वावडियं । अन्न नयरीण. 2 ) P गणेज्जा ।।. 3) J तीअ रयणाउरी राया. 4 ) P होज्ज for होइ, P कोवपएसाहिं सत्तुपणतीणं. 5) J पहराहिं. 6) Jom. तस्स गुणे. 7) J बाहुप्फलिहो, P एवं तस्स य रज्जं. 8) J समावासिए for अमावसाए, J पाव for पाय. 9) Pom. महिला. 10) P लद्धीपईओ सिहाए, J विलग्गो, Pom. one किं. 11 ) P अहिलसिऊणं इच्छइ, J पयई. 12) P अणुकंपा, Jom. अण्णाणमोहिओ, P पडीहिइ. 14) P •मेत्तो, वि. 15) J विविहिअत्तणं P विहिविहियं, J adds वि in both places after पुणो. 16) P पखितो, P ततो for तओ. 17) J लोए सुणीयति, J रक्खितो. 18) Padds वा before उवाएहिं. 19) P दे रइमं. 20) P परत्ता. 21 ) JP जीविहिति, P खिज्जमाणो. 22) J चेअ for चेव, P पलोवियाई, P उग्घाडयं, P समुयं for समुग्गं.
J om.
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(२३०) 1 तओ राइणा झत्ति पक्खित्तो तम्मि समुग्गयम्मि सो पयंगो, ठइओ य उवरिं,
पक्खित्तो य अत्तणो ऊसीसए । एवं च काऊण पसुत्तो राया, पडिबुद्धो णिद्दा3 खए चिंतिउं पयत्तो । 'अहो, पेच्छामि किं तस्स पयंगस्स मह उवाएणं कयं'
ति गहिउं समुग्गयं णिस्ववियं मणि-पदीवेण जाव पेच्छइ कुड्ड-गिरोलियं ति । 5 तं च दद्रूण पुलइयं णिउणं, ण य सो दीसइ । तओ चिंतियं राइणा ‘अवस्सं
सो इमीए खइओ होहिइ त्ति । अहो धिरत्थु जीव-लोयस्स । जेण 7 रक्खामि त्ति सयण्हं पक्खित्तो एस सो समुग्गम्मि । ___एत्थ वि इमीए खइओ ण य मोक्खो अत्थि विहियस्स ।। 9 जेत्तिय-मेत्तं कम्मं पुव्व-कयं राग-दोस-कलुसेण ।
तेत्तिय-मेत्तं से देइ फलं णत्थि संदेहो ।। 11 वेज्जा करेंति किरियं ओसह-जोएहिँ मंत-बल-जुत्ता ।
णेय करेंति वराया ण कयं जं पुव्व-जम्मम्मि ।। 13 पच्चक्खं जेण इमो मए पयंगो समुग्गए छूढो ।
गिलिओ गिरोलियाए को किर मच्चूए रखेज्जा ।। 15 ता णत्थि एत्थ सरणं सयले वि सुरासुरम्मि लोयम्मि ।
जं जं पुव्वं रइयं तं तं चिय भुज्जए एयं ।। 17 ता कीस एस लोओ ण मुणइ पर-लोय-कज्ज-वावार ।
घण-राय-दोस-मूढो सिढिलो धम्मासु किरियासु ।। 19 इय णरवइणो एयं सहसा वेरग्ग-मग्ग-पडियस्स ।
तारूव-कम्म-खयउवसमेहिँ जम्मं पुणो भरियं ।। तओ, 21 जाए जाई-सरणे संभरिओ राइणा भवो पुव्वो ।
जह पालिय-पव्वजो दिय-लोयं पाविओ तइया ।।
1) P मुक्को for पक्खित्तो. 2) Jom. य, J उसीसए, J विबुद्धो for पडिबुद्धो. 4) J गहिअं, J मणिपईवेण, P मणिपदीवे जाव पेच्छाइ, J कुण्ड P कुडु, P गिरोलयं ति. 5) P राइणो. 6) होहिसित्ति, P लोगस्स, P संपयं for जेण. 7) P सत्तण्हं, P मे for सो. 8) P om. एत्थ वि इमीए etc. to पुव्वजम्मम्मि. 9) J जत्तिय. 12) J णय for णेय. 14) J गरोलियाए. 15) P लोगंमि. 16) P पुव्वरइयं, P भुंजए. 17) P लोए for लोओ, J लोअ for कज्ज. 18) P रागद्दोस. 19) P नरवइणा. 20) P क्खयओव०, P जंमो पुणो. 21) P पुव्वभवो for भवो पुव्वो. 22) P पाणिय for पालिय.
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(२३१)
११३ 1 तम्हाओ वि चुओ हं भोए भोत्तूण एत्थ उववण्णो ।
जं पुव्व-जम्म-पढियं तं पि असेसेण संभरियं ।। 3 (२३१) अह चिंतिउं पयत्तो धिरत्थु संसार-वास-दुक्खस्स ।
गय-चारित्तावरणो दिक्खं अह गेण्हए मणसा ।। 5 कय-पंच-मुट्ठि-लोओ सुमणो परिहरिय-सेस-सावज्जो ।
गय-पावो पिल्लेवो जाओ सलिलम्मि लउओ व्व ।। 7 एवं च तस्स इमम्मि अवसरे अहा-संणिहियाए देवयाए किं कयं । अवि य,
धवलं विमलं सुहयं पसरिय-दसिया-मऊह-फुरमाणं । 9 बहु-पाव-रओहरणं रयहरणं अप्पियं तस्स ।।
मुह-पोत्तिया य बीया पत्ताईयाइँ सत्त अण्णे वि । 11 इय णव-उवहि-सणाहो जाओ पच्चेय-बुद्धो सो ।।
ताव य पभाया रयणी । पढिय मंगल-पाढएण । अवि य, 13 अरुण-कर-णियर-भरियं गयणयलं णासमाण-तारालं ।
ओअग्गइ उज्जोओ वियलइ तिमिरं दस-दिसासु ।। 15 कूयति सारसाई सावय-सउणाण सुव्वए सद्दो ।
विरहोलुग्ग-सरीरं घडियं चक्काय-जुवलं पि ।। 17 पसरइ कुसुमामोओ वियरइ दिसासु पाडलागंधो ।
उद्धाइ कलयल-रवो रवति सव्वत्थ कुक्कुडया ।। 19 इय एरिसे पभाए णरवर दे बुज्झिऊण कुण एकं ।
णिद्दा-मोहं अह वारिऊण परलोग-वावारं ।। 21 तं च तारिसं बंदिणा पढियं णिसामिऊण भगवं रायरिसी विहाडिऊण कवाड___ संपुडं वास-भवणस्स णिग्गओ सीह-किसोरओ विव गिरिवर-गुहाओ, दिट्ठो
1) P भुओ for चुओ. 2) P तेण for असेसेण. 3) P अहा चिंतिउं पयत्ता. 4) J दिक्खा अह. 6) P जाओ सरयंमि जलउ व्व. 7) J अवसरे जहासण्णिहिं०. 10) J य बितिआ पत्तातीआई, P पत्ताईया वि. 11) P पमाणो for सणाहो, P पत्तेयबुद्धो. 12) Jom. य. 13) P नयणयलं तासमाण for गयण• etc. 14) P उज्जोवो. 16) P जुयलं. 20) P •मोह अवयारिऊण, J परलोअ. 21) P रायसिरी, J विहरिऊण. 22) Jom. णिग्गओ, P किसोरो.
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११४
(२३१)
1 य परियणेण । केरिसो । अवि य,
कय-केस-लुंचणो सो पत्तय-रय-हरण-रेहिर-करग्गो । 3 चइउं तणं व रजं राया सीहो व्व णिक्खंतो ।।
तं च तारिसं पेच्छिऊणं वासहर-पालीए धाहावियं । कहं । अवि य । 5 हा हा माए धावह धावह एसो म्ह सामिओ राया । ___ अजं चिय वासहरे अह किं पि विडंबणं पत्तो ।। 7 एवं सोऊण धाहा-रवं णिसामिऊण पहाइओ अंतेउरिया-जणो । संभम-वस
खलमाण-चलण-णेउर-रणरणासद्द-मुहलो पहाइओ वर-विलासिणि-जणो । 9 तओ ताहिं भणियं ।
'जिय दइय सुहय सामिय पसिय तुहं किं व अवकयं अम्हे । 11 जेणम्हे तं मुंचसि तं अत्ताण विडंबणं काउं ।।
जे वेल्लहल-विलासिणि-करयल-संसग्ग-वड्डिया णिच्चं । 13 ते कत्थ तुज्झ केसा अइवज्जम लुचिया केण ।।
कप्पूर-पूर-चंदण-मयणाहि-समुग्गएक्क-कलियम्मि । 15 वासहरम्मि करका कत्थ तए पाविया णाह ।।
दरियारि-दारण-सहं तुह खग्गं णाह रेहइ करग्गे । 17 उण्णामय-दसियालं एवं पुण पिंछयं कत्तो ।।' ___ तओ एवं पलवमाणस्स अंतेउरियाजणस्स अदिण्ण-पडिसलावो गंतुं पयत्तो । 19 तओ मुक्क-कंठं धाहावियं ताहिं ।
‘अवि धाह धाह धावह एसो अम्हाण सामिओ सहसा । 21 केण वि हीरइ पुरओ अदिण्ण-संलाव-विमणाणं ।। ___इमं च हा-हा-रवं णिसामिऊण संपत्ता मंतिणो । तेहि य दिट्ठो से भगवं
4) J वासहरयवालीए, Jom. अवि य. 5) Jom. one धावह. 6) J आ कह for अह किं. 7) P adds च after एवं, J धाहरवं P धाहावरवं, Joयणो for जणो. 8) J खणमाण, P वारविलासिणीयणो. 10) P सुयय, J पसीअ, P अम्हे । जे जेणत्थेक्के मुंचसि अत्ताण. 12) J om. जे, P विसासिणि, P संग्गि for संसग्ग. 16) P दरियाविदारण. 18) P अंतिउरिया. 19) P कंठं हावियं ताहि । अवि धावह धाह पावह. 20) J धावह माए एसोम्ह सामिओ. 22) P सो for से.
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(२३२) 1 महामुणि-ख्वो । वंदिऊण य भणियं तेहिं भगवं को एस वुत्तंतो' त्ति । एवं च
भण्णमाणो विणिग्गओ चेय णयरीओ । तओ तह च्चिय मग्गालग्गो सेस3 परियणो वि संपत्तो उज्जाण-वणं । तत्थ य तस-थावर-विरहिए पएसे णिसण्णो
भगवं रायरिसी । तओ णिसण्णा मंतिणो अंतेउरिया-जणो य । अम्हे वि दुवे 5 वि जणा तस्स पुत्ता दप्पफलिह-भुयफलिहा भायरो णिग्गया पिउणो सयास
। तओ उवविट्ठाण य भगवं रायरिसी साहिउं पयत्तो । अवि य । 7 (२३२) णारय-तिरिय-णरामर-चउ-गइ-संसार-सायरं भीमं ।
भममाणएण बहुसो अणोरपारं सया-कालं ।। 9 रज्जं बहसो पत्तं बहसो पुण सेवियं च दोग्गच्वं ।
णिय-धम्म-कम्म-वसओ खय-हाणिं पावए जीवो ।। 11 जइ देइ विसिट्ठाणं इट्टमणिटुं च जइ ण आयरइ ।
जइ अणुकपा-परमो ता रज्ज को ण पावेइ ।। 13 अह बंध-घाय-वह-मार-परिणओ णट्ठ-धम्म-वावारो ।
ता वच्चंतं णरए साहसु को रंभिउं तरइ ।। 15 सो णत्थि कोइ जीवो जयम्मि सयलम्मि जो ण संसारे ।
पत्तो देवत्त-पयं किमी य असुइम्मि उववण्णो ।। 17 सो णत्थि कोइ जीवो इमम्मि संसार-दुक्ख-वासम्मि ।
माइ-पिइ-पुत्त-बंधू बहुसो सयणत्तणं पत्तो ।। 19 सो णत्थि कोइ जीवो जयम्मि सयलम्मि जो ण कम्मेण ।
विसयासा-मूढ-मणो अवरोप्पर-मारणं पत्तो ।। 21 सो णत्थि कोइ जीवो चउगइ-संसार-चारयावासे ।
अवरोप्पर-कज्ज-मओ जो ण वि मित्तत्तणं पत्तो ।।
2) P चेव नयराओ, P तहे व for तह च्चिय. 3) J रहिए for विरहिए, P तओ निसन्नो. 4) P वि दुवे जणा दप्प०. 5) J दप्पप्फलिहो भुयप्फलिहा, P सगासं. 6) P om. य, Jom. अवि य. 9) P उण for पुण, P दोहगं for दोग्गच्चं. 10) P inter. कम्म (कंम) & धम्म, J रायहाणिं for खयहाणि. 11) P विसिडाणं, J यारइ for आयरइ. 12) J अणुअंपा. 13) P अह बध, P घाय for मार. 18) P बंधू हुसो सणयणयत्तणं. 21) P संसारसायरावासे. 22) P कज्जपमओ.
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११६
(२३२) 1 सो णत्थि कोइ जीवो भममाणो जो ण कम्मजोएण ।
ईसा-मच्छर-कुविओ जो ण य सत्तुत्तणं पत्तो ।। 3 सो णत्थि कोइ जीवो चउगइ-संसार-सागरे भीमे ।
णह-दंत-दलिय-देहो जो य ण आहारिओ बहुसो ।। 5 सो च्चिय सत्तू सो चेय बंधवो होइ कम्म-जोएणं ।
सो च्चिय राया सो चेय भिच्छुओ होइ पावेणं ।। 7 ता पत्तियासु एयं ण एत्थ बंधू ण चेय कोइ अरी ।
णिय-चरिय-जाय-कम्म पत्तिय सत्तुं च मित्तं च ।। 9 इय जाणिउं अणिच्चं संजोय-विओय-रज्ज-बंधुयणं ।
वेरग्ग-मग्ग-लग्गो को वा ण करेज परलोयं ।। 11 एत्थंतरम्मि पुच्छिओ विमलबंधुणा मंतिणा । 'भगवं, एस उण को वुत्तंतो
वासहरयम्मि जाओ जेण समुप्पण्ण-वेरग्ग-मग्ग-लग्गो इमं लिंग पडिवण्णो सि' 13 त्ति । साहियं च भगवया सयलं पयंग-पईव-समुग्गय-वुत्तत्तं । तओ तं च दद्रूण
मए चिंतियं । 'अहो, धिरत्थु संसार-वासस्स जं एसो पयंगो रक्खिज्जमाणो 15 विवण्णो । उवाओ त्ति समुग्गए पक्खित्तो, तहिं चेव अवाओ जाओ । तं जहा।
जइ सेण-तासिओ सो सरणत्थी मग्गए बिलं ससओ । 17 अयगर-मुहं पविट्ठो को मल्लो हय-कयंतस्स ।।
ओसह-जोएहिँ समं णाणाविह-मंत-आहुइ-सएहिं । 19 ण य रक्खिऊण तीरइ मरण-वसं उवगओ पुरिसो ।।
एयं णाऊण इमं अणिच्च-भावेण भावियं लोयं । 21 तम्हा करेमि धम्मं को साहारो त्थ रज्जेणं ।। ___ एवं च मज्झ वेरग्ग-मग्गावडियस्स तहा-कम्मक्खओवसमेणं अण्ण-जम्म
___1) P जं for जो. 2) P inter: य and ण. 3) P जोइ for कोइ, J सायरे. 4) Pinter. न and य. 6) P सो च्चेय भिच्चो अह होइ. 8) P सत्तू य मित्तं. 9) P जाणियं. 10) P लग्गमग्गो. 11) J वुण for उण, P inter. को & उण, P वुत्तंतो सहरम्मि य जाओ. 12) P मग्गो for मग्गलग्गो, P om. सि. 13) J प्पईव, P समुयय. 14) P एस पयंगो. 15) Jadds वि before विवण्णो, J चेअ. 16) J सयणत्थी. 20) P लोग. 21) P बंधं for धम्मं, P inter: साहारो and को, P व for त्थ.
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(२३३)
११७ 1 सरणं समुप्पण्णं । आसि अहं अवरविदेहे साहू, तत्तो य सोहम्मे देवो । तत्तो
वि चइऊण अहं इह राया समुप्पण्णो । तओ कयं मए पंचमुट्ठियं लोयं । 3 अहासंणिहियाए देवयाए समप्पियं रय-हरणं उवकरणं च । तओ णिग्गंथो
मुणिवरो जाओ अहं' ति । 5 (२३३) एवं च भगवया साहिए समाणे सयले वुत्तंते पुच्छियं विमलेण ___ मंतिणा । ‘भगवं, को उण एस धम्मो, कहं वा कायव्वो, किं वा इमिणा 7 साहेयव्वं' ति । एवं च पुच्छिए भणियं भगवया रायरिसिणा ।
'देवाणुपिया णिसुणेसु जं तए पुच्छियं इमं धम्मं । 9 पढमं चिय मूलाओ ण होइ जइ संसओ तुज्झ ।।
धम्माधम्मागासा जीवा अह पोग्गला य लोयम्मि । 11 पंचेव पयत्थाई लोयाणुभवेण सिद्धाई ।।
धम्माधम्मागासा गइ-ठिइ-अवगास-लक्खणा भणिया । जीवाण पोग्गलाण य संजोए होंति णव अण्णे ।।
जीवाजीवा आसव पुण्णं पावं च संवरो चेय । 15 बंधो णिज्जर-मोक्खो णव एए होति परमत्था ।।
जो चलइ वलइ वग्गइ जाणइ अह मुणइ सुणइ उवउत्तो । 17 सो पाण-धारणाओ जीवो अह भण्णइ पयत्थो ।।।
जो उण ण चलइ ण वलइ ण य जंपइ णेय जाणए किंचि । 19 सो होइ अजीवो त्ति य विवरीओ जीव-धम्माणं ।।।
अह कोह-लोह-माया-सिणिद्ध-रूवस्स दुट्ठ-भावस्स । 21 लग्गइ पावय-पंको सिणिद्ध-देहे महि-रओ व्व ।।
सो आसवो त्ति भण्णइ जह व तलायस्स आगमद्दारो ।
1) J •विदेहो साहो, Jom. देवो. 2) Jom. अहं, P om. इह, J मे for मए. 3) P सन्निहियए, J देवताए, J रयणहरणं. 5) P om. समाणे, Jom. सयले, P पुच्छियवियं विमलमंतिणा. 7) J पुच्छिएण भणियं. 8) P देवाणुप्पिया. 9) P तुम्हं for तुज्झ. 10) P लोगंमि. 11) J लोआइभवेण P लोयणुभावेण. 12) J गतिठिति, P अवगाह. 14) P संवरं चेव. 15) Jinter. बंधो & णिज्जर, J एते, P परमत्थो. 16) P repeats चलइ, J जाणइ इअ हसइ उवयुत्तो. 18) P किंपि ।. 20) P inter. लोह & कोह. 21) J पायव for पावय, J देहो. 22) P वइ for व, J आगमंदारो.
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११८
(२३३) 1 सो होइ दुविह-भेओ पुण्णं पावं च लोयम्मि ।।
देवत्तं मणुयत्तं तत्थ विसिट्ठाइँ काम-भोगाई । 3 गहिएण जेण जीवो भुंजइ तं होइ पुण्णं ति ।।
णरएसु य तिरिएसु य तेसु य दुक्खाइँ णेय-रूवाई । 5 भुंजइ जस्स बलेणं तं पावं होइ णायव्वं ।।
अह पुण्ण-पाव-खेलय-चउगइ-संसार-वाहियालीए । 7 गिरिओ व्व जाइ जीवो कसाय-चोरेहिं हम्मंतो ।।
तं णाण-दसणावरण-वेयणिजं च होइ तह मोहं । 9 अवरंतराय-कम्म आयुक्खं णाम गोत्तं च ।।
तं राग-दोस-वसओ मूढो बहुएसु पाव-कम्मेसु । 11 अट्ठ-विधं कम्म-मलं जीवो अह बंधए सययं ।।
मिच्छ-अविरइ-कसाया-पमाय-जोगेहिँ बंधए कम्मं । 13 सत्तट्ठ-विहं छव्विहमबंधओ णत्थि संसारी ।।
एगंत-बद्ध-चित्तो कुसमय-मोहिज-माण-सब्भावो । 15 मिच्छा-दिट्ठी कम्मं बंधइ अह चिक्कणं होइ ।।
गम्मागम्म-वियप्पो वच्चावच्चाइँ जो ण परिहरइ । 17 सो अविरय-पाव-मणो अविरतओ बंधए पावं ।।
मजं वि महाणिद्दा एए उ हवंति ते पमायाओ । 19 एएसु जो पमत्तो सो बंधइ पावयं कडुयं ।।
मय-कोह-माण-लोहा एए चत्तारि जस्स उ कसाया । 21 संसार-मूल-भूएहिँ तेहिँ सो बंधए पावं ।।
काय-मण-वाय-जोगा तेहि उ दुखूहिँ दुट्ठ-बुद्धीए ।
1) P लोगंमि. 2) J भोआई. 4) P णेणग for णेय. 5) J जस्स हलेणं. 6) P पुव्वन्नपाव. 7) P गिलिओ व्व लाजाइ, J चोराण, P निजतो for हम्मंतो. 8) P om. होइ. 9) P आउक्खं. 11) P अट्ठविहं, J सततं. 12) J मिच्छाअविरती, J जोएहिं. 13) J छब्विहं बंधओ णेत्थ संसारी. 14) P एयंतु दुट्ठचित्तो, JP कुसुम०. 15) J सुह P अहं, J चिक्कणे भोए. 17) P om. ण, P अविरओ. 18) J मजं वि गहाणिंदा एते तु हमंति ते पमत्तातु । एतेसु जो अमतो. 19) P पावगं. 20) P मोहा for लोहा, J एते. 21) J भूतेहिं. 22) J जोआ तेहिं तुढेहिं.
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(२३३)
1 बंधइ पावं कम्मं सुहेहिँ पुण्णं ण संदेहो ।।
ता जाव एस जीवो एयइ वेयइ य फंदए चलए । 3 सत्तठ-छच्चेगविहं बंधइ णो णं अबंधो उ ।।
ता तेण कम्मएणं उच्चाणीएसु णवर ठाणेसु । 5 जीवो इमो भमिज्जइ कराहओ कंदुउ व्व समं ।।
इंदत्तणं पि पावइ जीवो सो चेय णवर किमियत्तं । णरए दुक्ख-सहस्साइँ पावए सो च्चिय वराओ ।।
पुढवि-जल-जलण-मारुय-वणस्सई णेय-भेय-भिण्णेसु । 9 एग-दु-ति-चउरिंदिय-विगलेसु अणेय-रूवेसु ।।
अंडय-पोत्तय-जरजा रसाउया चेय होंति संसेया । 11 सम्मुच्छिमा य बहुए उब्भिय-उववाइआ अण्णे ।।
सीउण्ह-मीस-जोणिसु जायते के वि तत्थ दुक्खत्ता । 13 संकड-वियडासु पुणो मीसासु य होति अवरे वि ।।
पंचेंदियाण पुच्छसि चउरो भेदा उ होंति देवाणं । 15 भवणवइ-वाणमंतर-जोइस-वासी विमाणत्था ।।
विज्जु-घण-थणिय-अग्गी-सुवण्ण-तह-दीव-दिसि-कुमारा य । 17 वाऊदधी य णागा दस भेया होंति भवणत्था ।।
अह जक्ख-रक्ख-भूया पिसाय तह किंणरा य किंपुरिसा । 19 महउरया गंधव्वा अट्ठ-विहा वंतरा एए ।।
चंदा सूरा पढमं गहा य णक्खत्त-तारया अवरे । 21 एए पंच-विह च्चिय जोइस-वासी सुरा होति ।।
वेमाणिया य दुविहा कप्पाईया य कप्पमुववण्णा ।
2) J एतइ वेतइ अं. 3) JP सत्तट्ठ, P छवेगविहं, J बंधइ अ णोणं अहं होतु ।।. 6) P चेव, P om. णवर. 8) Jणेय भिण्णभिण्णेसु. 9) J विअलेसु. 10) J अण्डपोत्तय, P पोयय, J जरसा, J संसेता. 11) J ओवातिआ. 12) J जोणिय for जोणिसु. 14) J भेता तु होति, P य for उ. 15) J भवणवतिवाणवंतरजोतिसवासी, P भवणवणवाण, P जोविस. 16) J थणितअग्गीआसण्णदीतह, J दिसकुमारा. 17) J वाऊ उदधी णागा, P वाऊदही, Jom. य, J भेता. 18) Jजह for अह, P जक्खारक्खस, J भूता. 19) P महोरगा य गंधव्वा, J एते. 20) P अन्ने for अवरे. 21) JP एते, J विध, J जोतिस. 22) तु for य, J दुविधा कप्पातीता य.
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(२३४) 1 कप्पोववण्ण-भेया बारस एए णिसामेसु ।।
सोहम्मीसाण-सणंकुमार-माहिंद-बंभ-लोया य । 3 लंतय-सुक्क-सहस्साराणय-पाणय य दिय-लोया ।।
आरण-अच्चुय-भेएहिँ संठिया बारस-विहाओ । 5 एए कप्पोवण्णा देवा अह होति सव्वे वि ।।
कप्पाईया दुविहा गेवेजाणुत्तरा य पंच-विहा । 7 एएसु कोइ वच्चइ बहु-कय-पुण्णो हु जो पुरिसो ।।
(२३४) मणुया वि अणेय-विहा कम्मय-भूमा (अकम्म-भूमा) य । 9 अंतर-दीवा अण्णे सबरादी बब्बरा अण्णे ।।
तिरिया असंख-भेया दुपया अपया चउप्पया चेव । पक्खी सप्पाईया पभूय-पय-संकुला अण्णे ।।
णरए वि सत्त णरया पत्थर-भेएण ते विभिजति । 13 भीमा उव्वेवणया बहु-दुक्खा णिच्च-कालं पि ।।
अमर-णर-तिरिय-णारय-भव-संसारम्मि सागर-सरिच्छे । 15 अट्ठविह-कम्म-बद्धा भमति जीवा ण संदेहो ।।
अह एत्थ मणुय-लोए जीवो च्चिय सुकय-पुण्ण-पब्भारो । उप्पज्जइ तित्थयरो अंतयरो सयल-दुक्खाणं ।।
से साहइ सच्चमिणं दिव्वण्णाणेण जाणिउं भगवं । 19 सोऊण य तं जीवा केई वच्चंति सम्मत्तं ।।
अण्णे पाव-परद्धा संसारे वच्चहरय-सरिसम्मि । 21 अच्छंति दुक्ख-तविया ण तस्स वयणं अवि करेंति ।।
जे पुण करेंति एयं ते पुरिसा णवर एत्थ गेण्हति ।
1) P कप्पउववण्णा, J भेता, J एते. 3) P om. लंतय, J •स्सासार आणतपाणतो य दियलोओ, P स्सारायणपाणया य दिसियलोया. 4) J अच्चुतभेतेहि, P भेएएहिं, । विधातु ।. 5) P कप्पोववण्णा. 6) J कप्पातीता, J पंचविधा । एतेसु. 7) J उ for हु. 8) P अणेग, J कम्माभूमा, the second pada may be read thus: कम्मय-भूमा अकम्म-भूमा य ।. 9) J द्दीवा, P सबराई. 10) J यसंखभेता दुपता अपता चउप्पता. 11) P पक्खा अप्पाईया, J सप्पातीआ, J पसूअपत. 12) P पत्थडमेएहिं ण ते, J भेतेण ते, P विभजति. 14) J सायर. 15) J कम्मबंधा. 16) P सुकयभीमसंसारे ।. 18) J सो for से, P से सोहइ. 20) P ववहरय. 22) J जो for जे.
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(२३४)
१२१ 1 सम्मइंसण-णाणं चरणं चिय तिण्णि परमत्था ।।
जे जह जीवाईया भावा परिसंठिया सभावेण । 3 सद्दहइ ते तह च्चिय अह एयं दसणं होइ ।।
गम्मागम्मं जाणइ भक्खाभक्खं च वच्चमविवच्चं । 5 जाणइ य जेण भावे तं णाणं होइ पुरिसस्स ।।
परिहरइ पाव-ठाणं संजम-ठाणेसु वट्टए जेण । 7 तं चारित्त भण्णइ महव्वए पचय होति ।।
जीवाणं अइवायं तह य मुसावाय-विरमणं दुइयं । 9 अदिण्णदाणा-मेहुण-विरई पडिचाओं सव्व-दव्वाणं ।।
सुहुमं वा बायरं व जीवं मण-वयण-काय-जोगेहिं । 11 ण वहइ ण वहावइ य वहयंत णाणुजाणाइ ।।
भय-हास-कसाएहिँ य अलियं मण-वयण-काय-जोगेहिं । 13 ण भणइ ण भणावेइ भणमाणं णाणुजाणाइ ।।
गामे णयरें अदिण्णं मण-वय-काएहिँ तिविह-जोएहिं । 15 ण य गेण्हे गिण्हावे गेण्हतं णाणुजाणाइ ।।
दिव्वं माणुस-तिरियं इत्थि मणो-वाय-काय-जोएहिं । 17 ण य भुंजइ भुंजावए भुजंतं णाणुजाणेज्जा ।।।
थोव-बहुं सावजं परिग्गरं काय-वाय-जोएहिं । 19 ण कुणइ ममत्त कारेइ णेय ण य भणइ त कुणसु ।।
एया पंच पइण्णा घेत्तु गुरु-देव-साहु-सक्खीया । 21 राई-भोयण-विरई अह सो मुटुं वयं कुणइ ।।
एया परिवालेंतो अच्छइ तव-संजमं करेमाणो ।
2) J जीवातीआ P जीवाएया J परिसंठिता, P परिसंट्ठिया सयावेण. 3) P होति for होइ. 4) P गंमागंमा न याणइ, P वच्चं for वच्चमविवच्चं. 5) P भावो तं. 6) P ट्ठाणं, P ट्ठाणेसु, J वच्चए for वट्टए. 7) J पंचतं. 8) J अतिपातं, J मुसावात, J दुतिअं P दुईयं. 9) J दाण, J विरती, P विरइयपरिच्चाउ पंचमयं ।।. 10) Jom. वा, J बातरं, JP वा for व, P वयजोगेहिं, J जोएहिं. 11) J वहेइ ण व होइ, P वहावेयं, P om. य. 12) J जोएहिं. 14) J गामणगरे व दिण्णं मणवइ. 15) P गेण्हे न य गिन्हावेइ गेण्हितं. 16) P जोगेहिं. 17) J inter. णय भुजावए and ण भुंजइ, P न भुंजए न भुंजावेई. 19) P न कुणइ ममत्तकारे, Jom. णेय, P om. य. 20) J P एता. 21) P घेत्तूं, P राती, J विरतिं, P कुणति. 22) JP एता.
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१२२
(२३४) 1 अह तस्स संवरो सो पावट्ठाणेसु जं विरओ ।।
एवं च संवरेणं संवरियप्पा वि णिज्जरं कुणइ । 3 दुविहेण तवेणेयं अभिंतर-बाहिरेणं पि ।।
अणसणमूणोदरया वित्ती-संखेव-रस-परिच्चागो । 5 काय-किलेसो संलीणया य बज्झं तवं भणिय ।।
पायच्छित्तं विणओ वेयावच्चं तओ समाधी य । 7 सज्झाय-चरण-करणं एवं अभितरं होई ।।
एएण पओएणं पुव्व-भव-कोडि-विरइयं कम्मं । 9 खेवेण णिजरिज्जइ णिज्जरणा होइ सा जाण ।।
___ता संजम-णिज्जरणं काऊण इमं स जीव-सत्तीए । 11 वच्चइ धम्मज्झाणं सुक्कज्झाणं तओ जाइ ।।
आरुहइ खवग-सेढिं खविउं कम्मा ताइँ चत्तारि । 13 केवल-णाणमणत अह पावइ दसणं चेव ।।।
तो संभिण्णं पासइ लोयमलोयं च सव्वओ सव्वं । 15 तं णत्थि जंण पासइ भूयं भव्वं भविस्सं च ।।
तत्तो वि आउगते संबोहेऊण भव्व-कमलाई । 17 खविऊण णाम-गोत्ते सेलेसिं पावए भगवं ।।
कायं वायं रंभइ मण-रहिओ केवली सुहुम-जोगी । 19 अह सयल-जोग-रहिओ सिद्धिपुरि पावए जीवो ।।
जत्थ ण जरा ण मच्चू ण वाहिणो णेय सव्व-दुक्खाई । 21 सासय-सुह अणत अह भुंजइ णिरुवम जीवो ।।
ता एस एस धम्मो इमेण सझं च सासयं ठाणं ।
1) J विरतो. 2) J संवरितप्पा. 3) J दुविधेण. P वि corrected as पि. 4) P०ण मोणोयरिया, J परिच्चाओ. 5) J संलीणता, J भणितं. 6) J ततो, P समाही. 7) J एतं. 8) J एतेण, J भुव्वं for पुव्व. 9) P निज्जरज्जइ, J होहिइ इमा जाण. 11) P तओ जीइ ।।. 14) P पासइ लोग च, J लोअमलोवं, J सव्वतोवस्सं । P repeats the line तं नत्थि etc. 15) J भूतं. 16) J संबोहेत्तूण सव्वजीवाओ ।. 19) P सिद्धिपुरं. 21) P सुहंमणंतं.
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(२३५)
१२३ 1 तेणुज्झिऊण रजं पव्वजं अह पवण्णो हं ।।' ___(२३५) भणियं च भगवया रायरिसिणा। भो भो दप्पप्फलिह-भुयप्फलिहा 3 मंतिणो राइणो य भणिमो । एस दुरुत्तरो संसारो, महंतं दुक्खं, अणंतं कालं,
परिणइ-विरसा भोगा, कडुय-फलं कम्मं, मूढो बहु-जणो, तुलग्गेण पावेयव्वं 5 मणुयत्तणं, ण पाविज्जति खेत्त-जाई-कुल-रूवारोग्गाई, थोवं आउयं, विरला
धम्मायरिया, दुल्लहो जिणवर-धम्मो । दुक्करो किरिया-कलावो, ण तीरइ मण7 णिरोहो, सव्वहा दुक्खं संसारत्तणं ति । तेण णियय-जीयं पिव रक्खह पाणिणो,
अव्वत्तव्वमिव मा भणह अलिय-वयणं, तणं पिव मा गेण्हह पर-धणं, मायरं 9 पिव मण्णह परदारं, सत्तुं पिव कलेह परिग्गह, पडिवजह इमं । अवि य ।
जर-मरण-रोग-रय-मल-किलेस-बहुलम्मि णवर संसारे । 11 णत्थि सरणं जयम्मि वि एक्कं मोत्तूण जिणवयणं ।।'
ति भणमाणो समुट्ठिओ भगवं रायरिसी, णीसंगो विहरिउं पयत्तो । तओ कुमार, 13 अम्हे तप्पभुइं सम्मत्त-मेत्त-सावगा जाया । पइट्ठियं च हियए जहा अम्हेहि
वि एयं अवस्स कायव्वं ति । आगया आवासं । तत्थ मंतीहिं पेसिओ दूओ । 15 अम्ह पिउणो भाया दढवम्मो महाराया अयोज्झाए, तेण य आणत्तं जहा
दप्पफलिहो पढमपुत्तो रज्जे अभिसिंचसु त्ति । 'तह' त्ति पडिवण्णं रायलोएणं । 17 एक्को मंती वेजो य एक्को भुयप्फलिह-जणणीय य मंतियं । अगणिऊण पर
लोय, अवमण्णिऊण जण-वयणिजं, अवहत्थिऊण लोगायारं, अवलंबिऊण 19 पावं, संजोइयं जोइयं, कालंतर-विडंबणा-मरण-फलं दिण्णं च मज्झ पाणं ।
तओ कुमार, वियंभिउं पयत्तो मज्झ सो जोओ । किं च जायं । थोवं पेच्छामि 21 अच्छिएहिं, ण फुडं सुणेमि सवणेहिं, ण-याणामि गंधं णासियाए, ण संवेएमि ___फरिसं सरीरेण, ण विंदामि सायं जीहाए । णासए मई, पणस्सए बुद्धी, विणस्सए
_1) P पवज्जोहं. 2) P रिसिणो, P दप्पफलिहा, P om. भुयप्फलिहा. 4) J तलुग्गपावे.. 5) P माणुसत्तणं, P जाती. 6) P दुलहो, P मणो for मण. 7) P दुक्खं संसारो । तेण. 8) P अव्वत्तं पिव. 9) Jom. अवि य. 11) P एक्के, P जिणवयणमि ।।. 12) P om. भगवं. 13) J तप्पभूतिं P तप्पभूइ, P om. मेत्त, J सावया, P अम्हेहिम्मि. 14) J पेसिआ दूआ. 15) P पिउणा, P दढधम्मो, P अउज्झाए. 16) P दप्पहो, J पढमउत्तो, P om. तह त्ति, J पडिवण्णे. 17) P inter. एक्को and विज्जो, Pom. य, P भुयफलिह. 18) P om. जण before वयणिज्जं, J लोआयारं. 19) J जो for जोइयं, P विडंबिणा, J मरणप्फलं. 20) P थोअं. 21) J सुणेमि समणएहिं, Jण संवेतेसि प्फारिसं सरीरएणं. 22) P फरूसं, J सातं for सायं, J मती.
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१२४
(२३५) 1 पण्णा । वियलियं सीलं, णिग्गया लजा, अवगया दया, अवहरियं दक्खिण्णं,
पलाणं पोरुसं, परिहरिओ रईए, णिग्गच्छिओ विण्णाणेणं, पम्पुट्ठो संकाए, 3 अवहत्थिओ विवेएणं ति । अवि य ।
विण्णाण-णाण-पोरुस-दाण-दया-बुद्धि-गुण-सयाई पि । 5 दारिदेण व जोएण तेण सहस त्ति णट्ठाई ।।
केवलं पियं-भाणिरं पि अप्पियं भणामि पणमंतं पि ताडेमि त्ति । एरिसं च मं 7 पेच्छिण राय-लोओ ‘हा हा कटुं' ति भणिऊण देव्वं उवालहिय ठिओ ।
अहं पुण कहिंचि गायतो कहिंचि णच्चमाणो कहिंचि रुयमाणो कहिंचि हसमाणो 9 कहिंचि णिवडंतो कहिंचि पहावेतो रच्छा-कय-चीर-विरइय-मालो धूलि
धवल-सरीरो णिम्मल्ल-बद्ध-मुंड-मालो गहिय-खप्पर-करग्गो कइया वि 11 परिहिओ, कइया विणियंसणो, कइया वि कहिं पि परिभममाणो इम
असंबद्धक्खरालाव-रइयं चच्चरियं णच्चमाणो । अवि य । 13 यदि कश्चिविपश्चि न जातु सखे यदि सर्करसर्करला न भवेत् ।
यदि चन्द्रमुनीन्द्रमनङ्ग चितः यदि सोऽस्ति नमोऽस्तु नमोऽस्तु ततः ।। 15 एवं च वच्चमाणो कय-बाल-परियारो गामागर-णगर-पट्टणाराम-देवउल-सर___तलाय-तिय-चउक्क-चच्चर-महापह-पहेसु परिब्भममाणो इमं विंझगिरि-सिहर17 कुहरंतरालेसु पत्तो । तओ तण्हा-छुहा-किलंतो, एक्क-गिरिणई-पवाह-पत्थर_ विवरंतरालम्मि पाणियं अणेय-बिल्ल-सल्लई-तमाल-हरडय-बहेडयामलय-पत्त19 फल-पूर-णिज्जास-कासाइयं, तं च दणं पीयं जहिच्छाए । णिसण्णो छायाए ।
तओ थेव-वेलाए वेलावस-समुच्छलिय-सलिल-सागर-तरंग-रंगत-सरिसो 21 उदरभंतरो जाओ । विरिक्को उड्डे अहेण य । तओ णीहरिउं पयत्तो । पुणो पीयं, ___पुणो विरिक्कं । पुणो पीयं जाव सव्व-दोसक्खओ जाओ त्ति ।
___ 1) P वियलए सीलं. 5) P त्ति नट्ठाणं ।।. 6) P पियं भणिओ वियप्पियं, P om. मं. 7) P उवालहिउं ट्ठिओ. 8) P repeats कहिंचि नच्चमाणो. 9) P नडतो for णिवडतो, J पभावेतो, P पहावंतो. 10) P निम्मलबुद्धमुंडेमालो. 12) P चच्चरं, P अपि च for अवि य. 13) P कश्चिद्विपश्चित्, J सर्कर सर्कर न भवेत्, P भवे. 14) P चंद्र, J चंद्रमतिंद्र०, P ०मनागतितयदि, J सोस्तु P सोस्ति. 15) J च णच्चमाणो, P om. सरतलाय. 16) P महापहेसु, P सिहरंतरालं पत्तो. 17) P गिरिनइं. 18) P बिल्लईतमाल, P हरडइबहेडओमत्तय. 19) P कसाइयं. 20) Jadds तओ before तं च, J थोव for थेव, J °वसमुच्छलिय, J सायर, P सागरतरंगत. 21) J उरब्भतरो, P उदब्भरो, P विरिक्के, P adds सो जाओ पुणो पीयं between पयत्तो । and । पुणो. 22) J जा for जाव.
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१२५
1
(२३६) तओ पच्चागयं पिव जीविएणं, उइयं पिव दिवायरेणं, उग्घाडियाई व दिसि-मुहाई, आगयं पिव बुद्धीए, संपत्तं पिव सुमरणाए, पावियं पिव 3 विवेगेणं, उद्घाइयं पिव वेयणाए, सव्वहा पढमं पिव सत्थ-चित्तो जाओ अहं । तओ चिंतियं मए । ‘अहो, किमेयं मम वुत्तंतं जायं । णिग्गओ विव 5 महाकंताराओ, णीहरिओ विव पायालाओ, उत्तरिओ विव समुद्दाओ, णिव्वुओ संपयं जाओ म्हि । ण-याणामि किं पि अहं आसी, किं ता पसुत्तो हं, किं 7 वा गब्भ - गओ हं, किं वा मत्तो हं, किं उम्मत्तगो, सव्वहा जं होइ तं होउ ।
I
(२३६)
1
भुक्खिओ हं, ता अण्णेसामि एत्थ पुप्फं वा, फलं वा' चिंतेमाणेण पलोइयाई 9 पासाई । जाव दिट्ठो अणेय - भिल्ल परिवारो एक्को पसत्थ - रूव - वंजणायारसंपुण्णो पुरिसो । तेण य ममं पेच्छिऊण पसरमाणंतर-सिणेह-गब्भिणं भणियं 11 ' सागयं तुह मह भाउणो, कत्तो सि आगओ' । मए भणियं 'अहं पुव्व देसाओ आगओ' । तेण भणियं । 'पयट्ट, वच्चामो गामं' ति भणमाणो गंतुं पयत्तो, 13 आगओ य इमं महापल्लिं । आरूढा एत्थ मंदिरोयरे । तओ तेण आणत्तो विलासिणियणो 'आणेसु पोत्तिए दोहं पि' । तओ अब्भंगिय - उव्वट्टिय15 मज्जियाणं पविट्ठो देवहरयं । तत्थ ' णमो अरहंताणं' णिसुए अहं पि हरिसवसुल्लसंत-पुलओ पविट्ठो । वंदिया य मए भगवंतो । चिर-दिट्टं पिव बंधुं 17 मण्णमाणेण भणियं तेण पुरिसेण । 'पणमामि साहम्मियं, अहो कयत्थो हं, पसंसणिज्जो हं धण्णो हं कय- पुण्णो अहं' ति । तओ मए वि सहरिसं सविणयं 19 च पणमिओ । तओ कमेण उवविट्ठा भोयण-मंडवे । तत्थ जं जहा-रुइयं भोत्तुं भोयणं तओ सुहासणत्थाण य भणियं तेण । 'साहसु, कत्थ तुमं, कहं वा एयं 21 संतरं पाविओ । कत्थ वा इमम्मि णरयामर- - तिरिय- - मणुय - भव- - भीम- - पायाल
1
किलेसे महाकोव-धगधगत- कराल - जालाउल - वाडवाणले जर-मरण-रोग
2) J दिसिवहाई, P संमत्तं for संपत्तं. 3) J उद्धाइतं P उट्ठाइयं, J वेतणाए, J जाओ हं. 5) P उद्दरिओ इव. 6) J त्ति for म्हि, P मह for पि अहं, J आसि. 7) J गब्भगतो P गब्भओ, P किं वोमत्तगो. 8) J भुक्तितो, J व for वा after फलं. 10) J संपण्णो, P मं ते for य ममं, J •माणंतन्तरः, P गब्भिणंगभणियं. 11 ) P भायत्तोणो for भाउणो, Pom. आगओ after देसाओ. 13) P इमं पल्लिं, J मंदिरोवरो. 14) P विलासिणीयणो, P पोत्ती दोण्हं, P अब्भिंगिय, P उव्वत्तिअ. 15) P तओ for तत्थ, P अरिहंताणं, P सुए for णिसुए. 16) P दिट्ठ. 17 ) Pom. पुरिसेण. 18) P धणो for धण्णो, Pom. हं, J हं for अहं. 19 ) P च, P उवविट्ठो, P जहारुययं भोत्तूण (भोत्तं भोयणं ।). 21 ) J पाविअं ।, P इमम्मि नरयामरयामर. 22) P कलसे for किलेसे, P वडवानले, J मरणारोग.
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(२३७) 1 संताव-करि-मयर-जलयर-वियरमाण-दुरुत्तारे बह-विह-कम्म-परिणाम-खार___णीसार-णीर-पडहत्थे हत्थ-परियत्तमाण-संपत्ति-विवत्ति-मच्छ-पुच्छ3 च्छडाभिज्जमाण-तुंग-कुल-तरंग-भगिल्ले राय-रोस-वेला-जल-पसरमाण
पवाहुम्मूलिजंत-वेला-वण-पुण्ण-पायवे संसार-सायरम्मि सिद्ध-पुरि-पावयं 5 जाणवत्तं पिव भगवंताणं वयणं पावियं' ति ।
(२३७) मए भणियं । 'रयणपुरे रयणचूडो णाम राया । तस्स पुत्तो हं 7 दप्पफलिहो णामं ति । धम्मो उण तेणेय भगवया पच्चेय-बुद्धेण होऊण
साहिओ। उम्मत्त-जोएण य परव्वसो एत्थ अरण्णे पाविओ' त्ति । एवं च 9 साहिए समाणे भणियं तेण । 'किं तुम सोमवंस-संभवस्स रयणमउडस्स पुत्तो।
दे सुंदर जाय, एक्को अम्हाण वसो । तुम एत्थ रज्जे होसु संपय' ति भणमाणेण 11 सद्दाविया सव्वे सेणावइणो । ताण पुरओ सिंहासणत्थो अहिसित्तो अहं । तेण
भणिया य ते सेणावइणो । 'भो भो, एस तुम्हाणं समयट्ठियाणं राया पालओ । 13 अहं पुण जं रुइयं अत्तणो तं करीहामि' भणिए तेहिं तह' त्ति पडिवण्ण । तओ __णिग्गओ तक्खणं चेय सो राया। तस्स य मग्गालग्गा अम्हे वि णीहरिया। तओ 15 थोयंतरं गंतूण भणियं णेण ‘सेणावइणो, वच्चह, णियत्तह तुब्भे । खमियव्वं
जं किंचि मज्झ दुव्विलसियं । परियालेयव्वाओ ताओ तुब्भेहिं पइण्णाओ पुव्व17 गहियाओ' त्ति भणमाणो गंतुं पयत्तो । ते वि भूमि-णिवडिया उत्तिमंगेण
गलमाण-णयणया णियत्ता सेणावइणो । अहं पि थोयं पएसंतरं उवगओ तेण 19 भणिओ ‘वच्छ, दे णियत्तसु । केवलं एए मिच्छा जइ समयाई पालयंति पुव्व
गहियाई । तओ तए पालेयव्वा, अहवा परिच्चएयव्व त्ति । अण्ण च, 21 संसार-सायरम्मि दुक्ख-सयावत्त-भंगुर-तरंगे ।
जीवाण णत्थि सरण मोत्तु जिण-देसियं धम्म ।। ____1) P दुत्तरे for दुरुत्तारे, P खाएर for खार. 2) P पडिहत्थे, J विपत्तिमच्छपुंछ. 3) J रंगिल्लो for भंगिल्ले, P पसरमाणयबाहुमूलि०. 4) P रण्ण for वण. 5) J पावियं तेण । जाण०, P adds पिव before वयणं. 6) J भणियं । रयणाचूडो णाम रयणपुरे अत्थि राया ।. 7) P भगवया पुत्तेयबद्धण. 8) J पारव्वसो, P एत्थारन्ने. 9) J संभमो त्ति रयण. 11) P सिंघासणत्थो, J अभिसित्तो. 12) P सेणावइणा, P adds एक्को before भो भो. 13) J तं कीरीहामि. 15) P थोवंतरं, Jण्णेण P तेण for णेण. 16) P om मज्झ, P परिव्वाले०, J पइण्णाइ पुव्वगहिआहिं भण०. 17) P निवडिओत्तिमंगा. 18) P थोवंतरं पएसं उवगतो. 19) Jom. भणिओ, JP एते for एए, J समायाई वालयंति. 20) J पालेअव्वो P पालियव्वा, J परिव्वएतव्व. 21) P सायरंमी.
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(२३७)
१२७
1 तम्मि अपमाओ कायव्वो' त्ति भणमाणो पवसिओ । ण उण केणावि णाओ कहिं गओ त्ति । एवं पुण मए विगप्पियं गंतुं अणगारियं पव्वज्जमब्भुववण्णो' 3 त्ति । तप्पभुइं च कुमार, पेच्छामि इमे मेच्छा ण मारेंति तण-जीवाणं, पसुं ण घाएंति अघायमाणं, ण हणंति पलायमाणं, ण भणंति कूड-सक्खेज्जं, ण लुंपति 5 अप्प-धणं पुरिसं, ण मुसंति महिलियं, ण छिवंति अवहत्थयं, मुसिऊण वि पणामेंति थोयं, ण गेण्हंति अणिच्छं जुवइयं, तं पडिवज्जंति भगवंतं भव7 विणासणं देवाहिदेवं ति । तओ कुमार, कालेण य वच्चमाणेण अकायव्वं पि काउं समाढत्तं, जेण महंतो मोहो, गरुओ कोवो, महामहल्लो माणो, दुज्जओ 9 लोहो, विसमा कुसील- संसग्गी, सव्व - कम्म-परायत्तणेणं जीवाणं । अहं पि तं चेय चोर-वित्तिं समस्सिओ त्ति । दिट्ठ चिय तुब्भेहिं । तओ चिंतियं मए । 11 'अहो, अकल्लाणो एस मेच्छ-पसंगो । ता मज्झ एस मेच्छ-वावार - विणडियस्स एयं पि अणेय-भव-परंपरा - पवाह-पूर - पसर - हीरमाणस्स कुसमयावत्त13 गत्तावडियस्स इमं पि पम्हुसीहिइ भगवओ वयणं ति । तेण मए आणत्तो एस पुरिसो जहा ‘अहं लोहेण इमं एरिसं अवत्थं पाविओ, तेण लोह-दंडेण 15 ताडेयव्वो दिय दियहे इमं भणमाणेणं' ति । ता एत्थंतरे पुच्छियं तए जहा 'को एस पुरिसो, किं वा तुमं पि इमिणा पहओ' त्ति । तुह पुण पुरओ ताडियस्स 17 महंतो महं उव्वेओ जाओ' त्ति ।
I
L
(२३८) तओ भणियं कुमारेण । 'अहो महंतो वृत्तंतो, महासत्तो 19 रयणमउडो, महातिसओ पच्चेय-बुद्धो, दुल्लहो जिणवर-मग्गो, महंतो उवयारो, णीसंगा रिसिणो, महंतं वेरं एग - दव्वाभिलासित्तं, दुज्जओ लोह - पिसाओ, 21 णिव्विवेगा पाणिणो, पयईए अणुवगय- वच्छला महापुरिसा, परिच्चयंति चक्कवट्टिणो वि रज्जं, होइ च्चिय साहम्मियाण सिणेहो । परिवालेंति मेच्छा वि
1) P अप्पमाओ, P पवेसिओ. 2) P हं किं वि for कहिं, P एयं पुण, J विअप्पिअं, J पव्वज्जा अब्भु ० . 3) JP तप्पभूई, J पेच्छा for मेच्छा, P मारंति, J तणजीवणं. 4) P घायंति, J om. ण हणंति पलायमाणं, P सखेज्जं, J लुप्पंति. 5) P अत्तधणं. 6) J पणामंति, P थोवयं, J अगेण्हंति for ण गेण्हंति, P अणिच्छियजुवई, J om. तं, J भगवंतं रूवविण्णासदेवा०. 7 ) Pom. कुमार कालेण य etc. to लोहो विसमा. 9) J परअत्तणेणं. 10) P चोरयवित्तं. 12 ) P कुसुमयावत्त. 13) J पम्हुसीहिति, P भगवया. 14) P जहालोएण इमं, Padds त्ति । after पाविओ. 15) J भणमाणएणं ति, P एयं त for एत्थंतरे, P ति for तए 16 ) Jom. पि. 17 ) J मह उव्वेगो, P उव्वेवो. 18 ) P महं for महंतो. 19) P महाइसओ पत्तेय ०. 20) J संगा for णीसंगा, J दव्वाहिलासितं . 21) J संति for पयईए, P repeats महा, J परिच्चयति. 22 ) Pom. वि, P साहंमियाणंमि.
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(२३८) 1 किं पि कस्सइ वयणं ति । अवि य,
ण य अत्थि कोइ भावो ण य वुत्तंतो ण यावि पज्जाओ । 3 जीवेण जो ण पत्तो इमम्मि संसार-कंतारे ।।
ता संपयं परिहरसु णिक्करुणत्तणं, मा अणुमण्णह चोर-वित्ति, उज्जमसु तव5 संजमम्मि, अब्भुट्टेसु जिणवर-मग्गे, उज्झसु चंचलं लच्छिं । अवि य ।
रज-सिरीओ भोगा इंदत्तणयं च णाम अणुभूयं । 7 जीवस्स णत्थि तुट्ठी तम्हा उज्झाहि किं तेण ।।
एवं च कुमार-कुवलयचंदेण भणिए, जंपियं दप्पफलिहेणं एवं च एयं ण एत्थ 9 संदेहो त्ति । अह उण कुमारस्स रूव-विण्णाण-णाण-कला-कलाव-विणय
णय-सत्त-सार-साहस-दक्खिण्णाईहिं गुणेहिं साहियं जहा महाकुल-णहयल11 मियंको महापुरिसो त्ति । इमं पुण ण-याणामि कयरं तं कुलं, किं वा कुमारस्स
सव्व-जण-हियय-सुहयं णामं ति । ता करेउ अणुग्गहं कुमारो, जाणिउं 13 इच्छामि' त्ति । तओ कुमारेण भणियं 'अच्छउ ता सयलं जंपियव्वं । पुच्छामि
पुच्छियव्वं किंचि तुम्हे' । तेण भणियं पुच्छउ कुमारो' । कुमारेण भणियं जो 15 सो दढवम्मो णाम राया अयोज्झाए पुरवरीए तुज्झ पित्तिवो, तस्स किं कोइ
पुत्तो अत्थि, किं वा णत्थि' त्ति । तओ तेण दीहं णीससिऊण भणियं ‘कुमार, 17 कत्तो एत्तियाइं पुण्णाई । एक्कं पुण मए एक्कस्स देसियस्स वयणाओ सुयं जहा
दढवम्म-महाराया सिरि आराहिय पुत्तवरं पाविओ । पुणो ण-याणामि किं तत्थ 19 वत्तं । को वा एत्थ मज्झ-गिरि-सिहर-विवरंतराल-महागहणेसु सायत्तो पइसई'
त्ति । कुमारेण भणियं 'अहं सो जो सिरिप्पसायओ लद्धो दढवम्म-राइणो पुत्तो, 21 णामं च महं कुवलयचंदो' त्ति । एवं च उल्लविय-मेत्ते अभिधाविऊण भाउओ त्ति काउं कंठे गहिऊण रोइउं पयत्तो, तओ परियणेण संठविया, गहियं च
2) P कोवइ for कोइ. 3) P जोग for जो ण. 4) P adds पि after संपयं, Jom. मा. 5) P उब्भुट्टेसु. 6) | भोगे for भोगा. 7) P उज्जाहि. 8) P भणियं for भणिए, Pom. च. 9) Jहण for उण. 10) Jom. णय, P om. सार, J दक्खिणातीहिं, J साहिउं. 11) P इयं for इमं, P om. तं. 12) P inter. कुमारो & अणुग्गह, P जाणिउमिच्छामित्ति. 13) J आसवलं for ता सयलं, Jom. पुच्छामि पुच्छियव्वं. 14) P तुब्भे for तुम्हे, P _ for जो. 15) P दढधम्मो, P om. अयोज्झाए पुरवरीए. 17) P कुओ for कत्तो, P देसिवयणाओ, J णिसुयं for सुयं. 18) JP दढधम्मो, J महाराइणा, J पुत्तवरो. 19) J पत्तं for वत्तं, P को वि एत्थ सज्झसिरि, J सिहरकुहरंतराल, J adds को before सायत्तो, P साइत्तो. 20) P om. जो, P सिरिपसायलद्धो Jadds य before लद्धो, JP दढधम्म. 21) Jadds सो अहं before णाम, P मेत्त for मेत्ते, P भाउगो. 22) J adds य before संठविया.
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(२३९)
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1 णयण-धोवणं जलं, उवविट्ठा आसणेसु । तओ पुच्छियं दप्पफलिहेणं ‘भणसु, केण उण वुत्तंतेण तुमं एगागी एत्थ य संपत्तो, किं कुसलं राइणो दढवम्मस्स, 3 कहं दढा देवी सामा, अवि थिरं रज्जं ' । एवं च पुच्छिए साहियं सयलं वुत्तंतं कुमारेण । संपयं पुण विजयणयरीए कुवलयमाला संबोहेयव्व त्ति । एवं च पिय5 कहालाव-जंपिएहिं अच्छिऊण दोण्णि तिण्णि दियहाई, भणियं च कुमारेण ‘ताय, जइ तुमं भणसि, तओ वच्चामि अहं विजयपुरवरिं' ति ।
(२३९) इमं च सोऊण भणियं दप्पफलिहेण 'कुमार, कत्थ गम्मए एरिसे दियहेसु, किं ण पेच्छसि, दव-दड्ढ - विंझ-पव्वय - सिहर- सरिच्छाई वड्ढमाणाइं 9 णव - पाउसम्मि, पेच्छसु सुहय, णवब्भाई दीसंति । कोमल-तमाल-पल्लव-णीलुव्वेल्लंत-कोमलच्छाया । कत्थइ गय-कुल-सरिसा मिलंति मेहा गयण - मग्गे ।। कत्थइ वण-सर- - हिक्कास - -कास- बहलद्ध-लग्ग - मइलंगा । वण-महिस व्व सरहसं वियरंति य मेह - संघाया || अणुमग्ग- लग्ग-भंगुर - जरढ - महापत्त - पत्त - सच्छाया । करि-मयर व्व सरोसा कत्थइ जुज्झति वारिहरा ।। पलउव्वेल्लिर-हल्लिर-समुद्द-वेला-तरंग-रंगंता । पवण-वसुच्छलमाणा कत्थइ जलयावलि - णिहाया ।। डंडाहय-कुविय-भुयंग-भीम - भिंगंग- सामलच्छाया । 19 वियरंति कत्थइ हे असुर व्व सकामिणो जलया ।। इय सामल-जलय-समाउलम्मि णव - पाउसस्स वयणम्मि । 21 को मुंचइ दइय-जणं दक्खिण्णं जस्स हिययम्मि ।।'
एवं च भणिओ समाणो ठिओ कुमारो । तम्मि य काले केरिसो पवणो वियरिउं
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1) J धावणं, P दप्पफलिहेणा. 2) Pom. य, JP दढधम्मस्स. 3) P महादेवी for दढा देवी, P पुच्छिए सयतं पि साहियं वृत्तंतं. 5) P जपिरेहिं, P दो for दोणि. 6) J विजयं पुरवरिं. 7) P दढप्फलिहेण. 8) P समाणाई for सरिच्छाई. 9) P नवन्नाई. 11) J गयउलसरिसा P कुलगइसरिसा मिलते. 12) J बहलदलग्ग. 13 ) P तण for वण, P सहरिसं for सरहसं. 16 ) J पल्लवुव्वे०, J रंग व्व P रंगं वा ।. 18) J कुवियमहाभुअंगभिंगिंग. 20 ) P पाउसवयस्स. 22) Pom. च.
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1 पत्तो । अवि य,
णव- पच्चमाण-सहयारर-गंध- पसरत - परिमलुग्घाओ । 3 वियरइ वणंतरेसुं कत्थइ पवणो धमधमेंतो ।। पढमोवुट्ठ-महीयल-जल-संगम-संगलंत-गंधड्ढो । वायइ सुरही पवणो मय -जणओ महिस-वंद्राणं ।। धूली-कयंब-परिमल-परिणय-जरढायमाण-गंधिल्लो । 7 सिसिरो वियरइ पवणो पूरंतो णासिया - विवरे ||
इय पसरमाण-खर-फरुस- मारुया वेय - विहुर - धुय - पक्खा । 9 रिट्ठा करेंति णट्टं कह-कह वि कलिंच - णिवहेहिं || पढमोवुट्टे य पुहइ-मंडले किं जायं । अवि य उब्भिज्जंति णव-कोमल-कंदल11 णिहायहं । णच्वंति बरहिणो गिरिवर - विवर - सिहरेसु । दीण-विमणओ पावासुय-घरिणीओ । उब्भिज्जमाण - णवंकुर - रेहिर पुइ । आउलीहोंति 13 जणवया । सज्जंति पवा - मंडवा । हल-लंगल-वावड हलिय । णियत्तंति पंथिय ।
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(२३९)
छज्जंति गामेसु घरइं । णिय - चंचु - विरइय- घरोयरे संठिय चडय । कीरंति 15 मट्टिया-गहणइं भगवेहिं । बज्झति वरणाबंधई कासएहिं । जलं जलं ति वाहरंति बप्पीहय-कुला य । कलिंचय - वाबड - विसर - मुह-धम्मलाभ-मेत्त-लद्धावलद्ध17 वित्ति - परवसइ संठिय तव - णियम - सोसिय- सरीर-सज्झाय -ज्झाण- वावड साहु-भडरयत्ति ।
19 णव- पाउसम्म पत्ते धाराहय-धोरणेहिँ तूरंतो ।
को य ण करेइ गेहं एक्क च्चिय कोइला मोत्तुं ।।
(२४०) तओ एरिसे णव - पाउसम्म किं कुणंति पउत्थवइयाओ । अवि य ।
21
2) J गरु for गंध, P पलिमलग्घाओ. 4) J वट्ठ & बुद्ध for वुट्ठ. 6) P जहारमाणगंधल्लो, J गंडिल्लो. 9) P निच्चं for णट्टं, Pom. वि. 10) P पढमो बुद्धो य. 11) P वहिणगिरिवरदीण. 13) J उज्जंति, P भज्जंति for सज्जंति (emended), P मंडव, P नंगल for लंगल. 14 ) P ग्गामे for गामेसु, P घरोयरसंठिय, P वियड for चडय. 15) P बंधंति, P वग्घेहिं for कासएहिं, J जलजलं. 16) P कलिंचवावडविहंमुह, J धम्मलाभ, Jom. लद्धाव. 17) Jom. वित्ति, P सज्झाण, J वावडसाधुणभडयर च त्ति. 18) P वडरय त्ति ।, J adds अवि य after त्ति. 19) J धारासरधोरणीहि दूरंतो. 20) P नइ for य. 21 ) J एरिसम्मि for एरिसे, J पउत्थवइयउ.
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(२४०)
सुरयावसाण-चुंबण-समय-विदिण्णम्मि ओहि - दियहम्मि । लेहा-विगणिय-पुण्णम्मि णवरि जीयं विणिक्खित्तं ।। 3 सहि-दंसणेहि दियहं राई उण सुविण - विप्पलंभेहिं । दइया-दिण्ण-दिणं पिव गयं पि मुद्धा ण - याणा || 5 अणुदियहं पि गणेंती तं दियहं णेय जाणए मुद्धा । भीमेहिं रक्खसेहिँ व हिय-हियया काल- मेहेहिं ।। 7 अणुसमय-रुयंतीए बाह - जलोयालि - मइल - वयणाए । पेच्छह जलओ जलओ गय- लज्जो गज्जए उवरिं ।।
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मा जाण ण वज्झाइं मा ए मलिणाई विंझ - सिहराई | सहियायण - वेलविया मुच्छा- -विरमे समूससिया ।। गज्जसि अलज्ज विज्जुज्जलो सि दे गज्ज जलय मा उवरिं । झीण - सिरिएण तेणं उज्झिय-झीणाएँ बालाए ।। -मिलतेहिँ को ण जूरविओ ।
इय णव - जलहर - माला- -मुहल-1 तव-संजम-णाण-रयं साहु-जणं णवर मोत्तूणं ।। 15 तओ तं च तारिसं लक्खिऊण अहिणव-मलिण- जलय- माला - संवलंतुव्वेल्लमाणबलायावली-कय-कवाल - मालालंकारे झत्ति तइय-णयणग्गि - विलसंत17 विज्जुलए गज्जिय-भीमट्टहास - णच्चणाबद्ध केली - वावड-हर-रूव-हरे मेघसंघाए गज्जंत-मेह-सद्द-संका - लुसु पलायमाणेसु माणस - सरवर-माणसेसु 19 मुद्ध-रायहंस-कुलेसु चिंतियं कुमारेण । अवि य ।
कसिणाण विज्जु-पुंजुज्जलाण गज्जंत- भीम-णायाणं ।
21 मेहाण रक्खसाण व को चुक्कइ णवर पंथम्मि ।।
ता ण जुज्जइ मह पहं पडिवज्जिऊण । एवं च पडिवण्णे णव- पाउस-समए तेण
13
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-
1) J भुवणं for चुंबण, J विइण्णम्मि. 2) P लाभा for लेहा, J णवर जीअं, P जीवा विणिक्खित्तो. 3) P महिदंसणेहि, J राईजणसुइण. 4 ) J दइअदयादिणदिणं गयं. 5) P गणंती तं दिवहं. 6) P महिला सा for व हियहियया. 7 ) P अणवरय रुवंतीए बाहजलोरल्लिधोयनयणाए ।. 9) J वहाई for वज्झाई. 10) P मयसहियण. 11 ) P जलय मा एवं । उवरिम्ह वारिएणं विओयज्झीणीए बालाए ।. 14) J साहुअणं. 15) J जलिय, P वेल्लमाणा. 16) J पलायावली. 17) J ०णाबंध, J केवली for केली. 18) P संकालएसु, J ॰प्पलाय. 19 ) J repeats मुद्ध, J • हंसउलेसु. 20) J भीममायाण ।. 21) P महाण for मेहाण. 22 ) Pom. च.
J
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(२४०) 1 भाउणा सह अणुदियहं वड्डमाण-सिणेह-भावो अच्छिउं पयत्तो । तओ कमेण
य संपत्तेसु इंदमह-दियहेसु कीरमाणासु महाणवमीसु होंत-मणोरहेसु दीवाली3 छण-महेसु पयत्तासु देवउल-जत्तासु वोलिए बलदेवूसवे णिप्फजमाणेसु सव्व
सासेसु बद्ध-कणिसासु कलमासु हलहल-वड्डिरेसु पुंडेच्छु-वणेसु वियसमाणेसु 5 तामरस-संडेसु कय-कंदोट्ट-कण्णपूरासु सालि-गोवियासु ढेक्कतेसुं दरिय-वसहेसु
कोमल-बाल-मुणाल-वेल्लहल-बाहुलइयालंकार-धवल-वलयावली-ताल7 वस-खलखलामुहलालाव-गीय-रास-मंडली-लीला-वावडेसु गामंगण-गोट्ठ
जुवाण-जुवल-जणेसु चिंतियं कुमारेण । ‘गंतव्वं मए तेण कज्जेणं । अवि य । 9 तं णारहंति कजं जंण समाणेति कह वि सप्पुरिसा ।
आढत्ते उण जीयं वयं व णियमा समाणेति ।। 11 ता ण जुत्तं मज्झ असमाणिय-कजस्स इह अच्छिउँ' ति चिंतयंतेण भणिओ
दप्पफलिहो । अवि य । 13 ‘जायस्स केण कजं अवस्स णरणाह सव्व-जीवस्स ।' ___णरवइणा भणियं । 15 'जइ सीसइ तुम्ह फुडं जायस्स तु मच्चुणा कज्जं ।।' ___ कुमारेण भणियं 'अहो जाणियं, अण्णं पि पण्हं पुच्छिमो' । अवि य । 17 ‘इट्ठस्स अणिट्ठस्स व संजोए केण कह व होयव्वं ।'
भणियं च सेणावइणा । 19 को व ण-याणइ एयं संजोए विप्पओएणं ।।'
(२४१) इमम्मि य णरवइणा उल्लविए समाणे जंपियं कुमारेणं सहासेण 21 । ‘जाणियं तए संजोए विप्पओएण होयव्वं, ता वच्चामि अहं तेण कारणेणं' ति । ___णरवइणा भणियं 'किं अवस्सं गंतव्वं कुमारेण । जइ एवं, ता अहं पि सयलं
1) P समं for सह, J अणुदिअहा, JP वट्टमाण । सिणेहोवयारो वोलाविउं पयत्तो. 2) P om. य, P adds बोलिए बलएवऊसवो after दियहेसु, J कीरमाणेसु P दीवालिय. 3) P जुत्तासु for जत्तासु, P om. वोलिए बलदेवूसवे, P निप्पज्जमाणेसु, J सव्वसस्सेसु. 4) J पुण्णच्छरणेसु P पुन्नच्छुवणेसु. 5) J वणेस for संडेसु, J जलासु for पूरासु, J साल, P सालिणावियासु ढेंकतेसुं, J वसभेसु. 6) P तालवसलामुहलाराव. 7) ] रोसय for रास, I ला & P कीला for लीला, P गोह for गोट्ठ. 8) P जुयलजलेसु, Jadds त्ति before चिंतियं. 9) J तण्णारहंति P तं नारुहंति, P समाणंति. 10) J वडं for वयं, P ति for व, P समाणंति. 12) J दप्पप्फलिहो. 13) J जीअस्स for जायस्स. 15) P तुज्झ for तुम्ह, J जातस्स, P उ for तु. 16) J जाणियं अ अण्णं पि मज्झ पुच्छिमो. 17) P कह वि for कह व. 18) Jom. च. 19) P repeats एयं, P विप्पओगेणं. 20) P एयंमि for इमम्मि. 21) P विप्पओगेण.
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(२४१)
१३३ 1 परिच्चइऊण रजं वच्चामि कं पि पएसं । तत्थ अणगारियं पव्वज्जमब्भुवेहामि'
त्ति भणमाणा णीहरिया ताओ पल्लीओ । भणियं च णरवइणा ‘अहं सव्व3 बल-वाहणो चेव तुह सहाओ तं विजयपुरवरिं वच्चामि । कुमारेण भणियं
‘ण एवं, केण किं कजं । जेण दुग्गमो देसो, दूरं विसयंतरं, बलवंता णरवइणो 5 अणुबद्ध-वेरा, तुब्भे थोवं बलं ति, तेण एक्को चेय सत्त-सहाओ तं कज्जं
साहेहामि' । तेण भणियं 'जइ एवं ता अभिप्पाय-सिद्धी होउ कुमारस्स' । 7 कुमारेण वि भणियं । ‘एवं होउ गुरूणं पसाएणं' ति भणमाणेण समालिंगिओ।
पडिओ पाएसु कुमारो, पणमिओ य साहम्मियस्स । 'वंदामि' त्ति भणमाणो 9 चलिओ कुमारो दक्खिणं दिसाभोगं । तओ णरवई वि ठिओ पलोएंतो कुमार
हुत्तं ताव जा अंतरिओ तरुण-तरुवर-वण-लया-गुम्म-गहणेहिं ति । तओ 11 आगओ गेहं । दक्खिऊण दक्खिणिज्जे संमाणिऊण समाणणिज्जे संठाविऊण ___ पणइयणं काऊण करणिजं दाऊण दायव्वं भोत्तूण भोज तक्खणं चेय णीहरिओ 13 । अन्भितर-घर-वियरमाण-विरह-जलण-जालावली-तविजंतुव्वत्तमाण
णयण-पलाल-माल-सकजल-बाह-जल-पवाह-पूर-पसर-पव्वालिज्जतं 15 पलोइज्जतो दीण-विमणेणं विलासिणियणेणं णीहरिओ सो महासत्तो ।
(२४२) कुमारो वि कमेण कमंतो अणेय-गिरि-सरिया-महाडईओ य 17 वोलेमाणो णाणाविह-देस-भासा-दुल्लक्ख-जंपियव्वयाई बोलेमाणो अणेय___ दिव्व-विजाहर-मणुय-वुत्तंते पेच्छमाणो संपत्तो तं दाहिण-मयरहर-वेला19 लग्गं विजयापुरवरी-विसयं । दिटुं च तं कुमारेण । केरिसं । अवि य, बाण
खेव-मेत्त-संठिय-महागामु । गामोयर-पय-णिक्खेव-मेत्त-संठिय-णिरंतर21 धवलहरु । धवलहर-पुरोहड-संठिय-वणुजाणु । वणुजाण-मज्झ-फलिय___फणस-णालिएरी-वणु । णालिएरी-वण-वलग्ग-पूयफली-तरुयरु ।
1) P किं पि for कं पि. 2) P ओ for ताओ. 3) P विजयपुरिं सस्स वच्चामि. 4) Jom. केण. 5) P तुज्झे थोवं, P साहेसामि. 7) J adds तुहं before होउ, P om. ति. 9) P दक्खिणदिसिभाग, J दिसाभोअं, Jom. कुमारहुत्तं. 10) P जाव for जा, P तरुयरवणालया. 12) J अब्भंतर. 13). J तविज्जमाणणयणथलाणणाल, P ०व्वत्तमाणानयण. 14) P बाहलपवाह, J०प्पवाह, P पव्वालिज्तो अवलोइज्जतो. 15) P विलासिणीनीहरिओ. 16) P गिरिया. 17) J दुलक्ख P दुल्लक्खं, P adds जणव्वयाई after जंपियव्वयाई, P transposes तं after लग्गं. 18) P om तं. 19) J om. केरिसं, P वाणक्खेव. 20) P महागाम, J गामोअरपाणखेवमेत्त, P धवलहरा । धवलपुरो०. 21) J परोहड, P मंडिय for संठिय वणुजाणु, P om. फलिय. 22) P नालिएरिवण ।, Jणालिएरिवण, P पूयप्फलीतरुयर.
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(२४२) 1 तरुयरारूढ-णायवल्ली-लया-वणु । वणोत्थइयासेस-वण-गहणु । वण
गहण-णिरुद्ध-दिणयर-कर-पब्भारो य त्ति । अवि य । 3 चंदण-णंदण-एला-तरुयर-वण-गहण-रुद्ध-संचारो ।
साहा-णिमिय-करग्गो वियरइ सूरो पयंगो व्व ।। 5 जहिं च सुह-सेवओ तरुयर-च्छाइओ सुपुरिस-पाय-च्छाहिओ व, वहंति
कीर-रिंछोलियउ लोयय-उत्तओ व, महिजंति सज्जण-समागमई इट्ठ-देवयई 7 व, उण्णयई तरुयर-सिहरई सप्पुरिस-हिययई व । धावंति तण्णय पामर व्व,
गायंति जुवाणा माहवी-मयरंद-मुइय-मत्त-महुयरी व त्ति । जहिं च सीयलई 9 सकज्जई ण परकजई, मण्णंति पहिय-वंद्रई ण पुत्त-भंडई, पसंसिर्जति सीलई
ण विहवई, लंघियवइयई उच्छु-वणइंण कलत्तई, जलाउलई वप्पिणई ण जण11 संघयइ ति । जहिं च मयल-घुम्मिरायवुलोयण णंगल-वियावड य बलदेवु
जइसय पामर, अण्णि पणि बाल-कालि णारायणु जइसय रंभिर-गो-वग्ग13 तण्णय-वावडा गोव-विलासिणी-धवल-वलमाण-णयण-कडक्ख-विक्खेव
विलुप्पमाण व, अण्णि पणि संकर-जइसय भूई-परिभोग-ढेक्कत-दरिय15 वसहेक्क-वियावड व त्ति । अवि य ।
बहु-सुर-णियर-भमंतर-दिव्व-महा-तरुवरेहिँ उच्छइयं । 17 बुहयण-सहस्स-भरियं सग्गं पिव सहइ तं देसं ।। ____तं च तारिस देस मज्झ-मज्झेण अणेय-गाम-जुवइयण-लोयणेदीवर-माला19 पूइज्जतो गंतु पयत्तो । तओ कमेण य दिट्ठा सा विजया णयरी । केरिसा ।
(२४३) अवि य । उत्तुंग-धवलहरोवरि-पवण-पहय-विलसमाण-धवल21 विमलुज्जल-कोडि-पडाया-णिवह-संकुला, णाणाविह-वण्ण-रयण-विण्णाणविण्णास-विणिम्मविय-हम्मिय-सिहरग्ग-कंचण-मणि-घडिय-पायार-वलय
1) Jलयाजणु, J गहणरुद्ध. 2) P पब्भार, JP व for य. 3) Jचदण for णदण, P एया for एला. 4) J पवंगो. 5) J च्छाहिओ, P सुवुरिस, पायच्छाहिअओ, P om. वहंति कीररिंछोलियउ लोअयउत्तओ व. 6) J सज्जणएसमागमई. 7) P तरुअसिहरई, P हिययं व J धावंति तणुयपामर च धायति आवाणा माहवी. 8) P मउय for मुइय, J महुअर व. 9) J महिअ for पहिय, P सीयलई ण. 10) J उच्छुरणइं, Jom. ण कलत्तइं, P जिण for जण. 11) P संघायई, P जहिं च पामरसयणघुम्मुराणं यं च लोयणणंगर, JP व for य. 12) P अन्ने पुण बालकालनाराणु, J बालकलिनारा, P रंभिरा. 13) J तणुअवावड, P धवलदलमाण, Pom. विक्खेव. 14) P P अण्णे पुणु, J संकर. 15) P वसभेक्क. 16) P बहुसुरहिवणनिरंतर, P तरुवणेहिं. 17) J उ for तं. 18) Jom. तं च तारिस देसं, P देसमज्झं, J जुवइजणेदीवर P जुवईयणलोयणंदीवर. 19) P om. य. 20) J धवलहरोअर. 21) P विमलुव्वजल, P संकुलं०, P विण्णास for विण्णाण. 22) P विणम्मविय, J पायाल for पायार.
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(२४३)
१३५ 1 रेहिर-विद्दम-मय-गोउर-कवाड-मणि-संपुड त्ति । जा य लंकाउरि-जइसिय
धीर-पुरिसाहिट्ठिय ण उण वियरंत-रक्खसाउल, धणय-पुरि-जइसिय धण3 णिरंतर ण उण गुज्झय-णिमियत्थ-वावार, वारयाउरि-जइसिय समुद्द-वलय
परिगय ण संणिहिय-गोविंद । जहिं च ण सुव्वंति ण दीसंति वयणइं बहुयणहो 5 खलयणहो व । जहिं च दीसंति रमिजति य दोलइं लायलइं च धवलहरेसु
कामिणी वयणेसु त्ति । किं बहुणा, 7 सिरि-सोहा-गुण-संघाय-विहव-दक्खिण्ण-णाण-भासाण ।
पुंजं व विणिम्मविया विहिणा पलयग्गि-भीएण ।। 9 तीए णयरीए उत्तरे दिसि-विभाए णीसहो णिसण्णो राय-तणओ चिंतिउं पयत्तो ।
'अहो एसा सा णयरी विजया जत्थ सा साहुणा साहिया कुवलयमाला । तो 11 केण उण उवाएण सा मए दट्ठव्वा । अहवा दे पुच्छामि कं पि जणं ताव
पउत्तिं । को उण एवं वियाणइ । अहवा पर-तत्ति-तग्गय-वावारो महिलायणो, 13 उद्ध-रच्छा-जीवणो चट्ट-जणो य । ता जहा सललिय-सहिण-मिदु-सुहमंगुली
सणाह-चलण-पडिबिंब-लंछिओ मग्गो दीसइ एसो, तहा लक्खेमि इमिणा 15 उदय-हारिया-मग्गेण होयव्वं । ता फुडा होहिइ एत्थ मे पउत्ती, ता इमिणा चेव
वच्चामि' त्ति चिंतयंतो समुट्ठिओ कुमारो । जाव थोवंतरं गओ ताव पेच्छइ 17 णायरिया-वंद्र जल-भरियारोविय-कुडयं । तं च दद्दूण तस्स य मग्गालग्गो __णिय-पय-संचारो गंतु पयत्तो । भणियं एक्काए णायरियाए- ‘मा, एसा उण 19 कुवलयमाला कुमारिया चेय खयं जाहिइ, ण य केणइ परिणावेहिइ' । अण्णाए
भणियं किं ण स्वं सुंदरं। किं तीय ण विहिणा विहिया वीवाह-रत्ती,जइ णाम 21 रूव-जोव्वण-विलास-लास-सोहग्ग-मडप्फर-गव्विया कुल-रूव-विहवसंपण्णो वि णेच्छइ णरणाहउत्तो' । अण्णाए भणियं केरिसं तीए रूवं जेण
1) P रेहिरे, J जच्च for जा य. 2) P विरयरंत, P धरियपुरिसजइजइजसिय. 3) P गुज्झयनमिअत्थ, P जइसिया. 4) P सन्निहिया, P जहिं च दीसंति न सुवंति वययई बहुवयणहो, J adds च after वयणई, Jच for व. 5) P रमिजंति चंडायलई द्रायलई च. 7) J एण for णाण. 8) J विणिम्मविअं, P पलयग्गभीएण. 9) J तीय, P दिसाविहाए निस्सहो निसन्ना. 10) P एत्थ for जत्थ, J repeats साहुणा, P ता for तो. 11) P किं पि for कं पि. 13) P repeats वट्टजणो for चट्टजणो, P ता जललिय, J मिंद for मिदु. 14) J लंछितो. 15) J उअय, P उदयाहारिया, P तप्फडा होइमे पउत्ती. 17) P नयरिया, P कुडइ. 18) J च for एक्काए, P एक्कोए, P माए एसा. 20) J om. किंणरूवं सुंदरं, P किं मरूवं, P om. तीय, P adds य before विहिणा, J inter. विहिआ & विहिणा, P विहिया विहदियएसु वोलिए बलदेवूसवेसु etc. (the passage repeated here as on p. 132 line 3 to p. 133 line 1 1 toपणइयणं, P वाह for वीवाह, J रती for रत्ती, Jadds किण्ण विहिआ before जइ. 21) Pom. लास. 22) P संपुन्ने, Jणरणाहपुत्तो, J तीअ.
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(२४३) 1 एरिसो मडप्फरो'। अण्णाए भणियं किं तीए ण ख्वं सुंदर सुंदरेण मोर-कलाव
सरिसेण केस-पब्भारेण, कमल-दल-णिलीण-भमर-जुवलेण व अच्छिवत्तएणं, 3 तेल्ल-धारा-समुजायाए णासियाए, पुण्णिमायंद-सरिसेणं मुहेणं, हत्थि-कुंभ
विब्भमेणं थणवटेणं, मुट्ठि-गेझेणं मज्झ-देसेणं, कणय-कवाड-सरिसेण 5 णियंबयडेणं, मुणाल-णाल-सरिसेणं बाहा-जुवलेणं असोय-पल्लवारुणेणं चरण
करयलेणं कित्तीए स्वं वण्णीयइ' । अण्णाए भणियं 'हूं केरिसं तीए स्वं, जा 7 काला काल-वण्णा णिक्किट्ठ-भमर-वण्णा' । अण्णाए भणियं 'सच्चं, सच्चं'।
ताए भणियं लोओ भणइ, काला किंतु सोहिया' । अण्णाए भणियं अणेय9 मुत्ताहल-सुवण्ण-रयणालंकार-चंचझ्या अहं तीए माणं खंडेमि' । अण्णाए
भणियं ‘ण एत्थ रूवेण ण वा अण्णेण, महादेव-देवी पसण्णा, तीसे सोहग्गं 11 दिण्णं । अण्णाए भणियं ‘एरिसं किं पि उववुत्थं जेण से सोहग्गं जाय । __अण्णाए भणियं 'जं होउ तं होउ अत्थि से सोहग्गं, कीस उण ण परिणिज्जई' । 13 अण्णाए भणियं 'किर केण वि जाणएण किं पि इमीए साहियं तप्पभुई चेय
एस पादओ लंबिओ' । 'तं किर कोइ जइ भिंदिहिइ सो मं परिणेहिइ, अण्णहा 15 ण परिणेहिइ त्ति वेणी-बंध काऊण सा ठिय' त्ति भणंतीओ ताओ अइक्कताओ। __ कुमारो वि सहास-कोऊहल-फुल्ल-णयण-जुयलो चिंतिउं पयत्तो । 'अहो, 17 लोगस्स बहु-वत्तव्वालावत्तणं । ता घडइ तं रिसिणो वयणं जहा पादयं लंबेहिइ
त्ति । तेण णयरिं पविसामि । सविसेस से पउत्तिं उवलहामि' चिंतयंतो उवगओ 19 कं पि पएसं । दिटुं च महतं मढं । तत्थ पुच्छिओ एक्को पुरिसो भो भो पुरिसा, ___ इमो कस्स मंदिरवरो' त्ति । तेण भणियं 'भट्टा भट्टा, ण होइ इमं मंदिरं किंतु 21 सव्व-चट्टाणं मद' । कुमारेण चिंतियं 'अरे, एत्थ होहिइ फुडा कुवलयमाला
पउत्ती । दे मढं चेय पविसामि' । पविट्ठो य मढं । दिट्ठा य तेण तम्मि चट्टा । ___1) Jतीय ण रूवं सुंदरसुंदरेण, P नं for ण. 2) P जुवलेण धवलच्छीवत्तएण । जुवलेण व अच्छिवत्तेणं. 3) J समुज्जअए. 4) J मज्झेण, P चक्कायारेण for कवाडसरिसेण. 5) P बाहुजुयलेयणं, J चलण. 6) J कित्तीय P किं तीए, J वन्नीयति. (originally perhaps पुच्छीयति) P पुच्छइ for वण्णीयइ, P हु, J तीय. 7) P कालवन्न. 8) J तीय. 9) P खंडीए for खंडेमि. 10) P रूवेण वा अन्नेण वा सुहदेवी पसुत्ता तीसे, J तीय से for तीसे. 11) P उववत्थं, J उववुत्थं किं अपुण्णाए जेण से सोहग्गअं । अण्णाए. 12) J कीस पुण. 13) JP तप्पभूई. 14) P पाईओ लंबिउं ।, P जो for जइ, J भिंदिहिति P निंदिहिइ (विदिहिइ?), ! परिणिहिति P परिणेहित्ति, J परिणेहिति P परिणेति. 15) P सं for सा, P भणंतीओ अइकन्नाओ. 16) P कोऊहलुप्फुल्ल, P पयत्ता. 17) J लोअस्स, J एअं तस्स for तं, P पायायं for पादयं, J लंबेहिति. 18) P om. त्ति, P om. से, P पउत्तिमुव०, P •मुवगओ for उवगओ. 20) P om. इमो, P inter. तंमि & तेण. 22) P adds य after चट्टा.
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(२४४) 1 ते य केरिसा उण । अवि य ।
लाडा कण्णाडा वि य मालविय-कणुज-गोल्लया केइ । 3 मरहट्ठ य सोरट्ठा ढक्का सिरिअंठ-सेंधवया ।। ___किं पुण करेमाणा । अवि य । 5 धणुवेओ फर-खेड्डु असिधेणु-पवेस-कणय-चित्त-डंडं च ।
कुंतेण लउडि-उद्धं बाहू-जुज्झं णिउद्धं च ।। 7 आलेक्ख-गीय-वाइय-भाणय-डोंबिल्लिय-सिग्गडाईयं ।
सिक्खंति के वि छत्ता छत्ताण य णच्चणाइं च ।। 9 (२४४) ते य तारिसे दरिउम्मत्त-महाविंझ-वारण-सरिसे पलोएंतो पविट्ठो
कुमारो । दिट्ठाओ य तेण वक्खाण-मंडलीओ । चिंतियं कुमारेण ‘अए, 11 पेच्छामि पुण किं सत्थं वक्खाणीयइ । तओ अल्लीणो एक्कं वक्खाण-मंडलिं
जाव पयइ-पच्चय-लोवागम-वण्ण-वियारादेस-समासोवसग्ग-मग्गण्णा-णिउणं 13 वागरणं वक्खाणिज्जइ त्ति । अण्णत्थ रूव-रस-गंध-फास-सद्द-संजोय-मेत्त
कप्पणा-रूवत्थ-खण-भंग-भंगुरं बुद्ध-दरिसणं वक्खाणिज्जइ । कत्थइ उप्पत्ति15 विणास-परिहारावत्थिय-णिच्चेग-सहावा-यरूव-पयइ-विसेसोवणीय-सुह
दुक्खाणुभवं संख-दरिसणं उग्गाहीयइ । कत्थइ दव्व-गुण-कम्म-सामण्ण17 विसेस-समवाय-पयत्थ-रूव-णिरूवणावट्ठिय-भिण्ण-गुणायवाय-परूवणपरा
वइसेसिय-दरिसणं परूवेति । कहिंचि पच्चक्खाणुमाण-पमाण-छक्क-णिरू19 विय-णिच्च-जीवादि-णत्थि-सव्वण्णु-वाय-पद-वक्कप्पमाणाइवाइणो
मीमसया । अण्णत्थ पमाण-पमेय-संसय-णिण्णय-छल-जाइ-णिग्गहत्थाण21 वाइणो णइयाइय-दरिसण-परा । कहिंचि जीवाजीवादि-पयत्थाणुगय-दव्वट्ठियपज्जाय-णय-णिरूवणा-विभागो-वालद्ध-णिच्चाणिच्चाणेयंतवायं परूवेंति ।
1) P ते या केउणा. 2) P मालविया कनुज्ज, J कुडुक्क for कणुज्ज, P करय for केइ. 3) । टक्का सिरिअंठसेंध० P ढक्का किरिअंगसेंध०. 4) P करेमाणो. 5) P फरुखेंदुं असिधणु, P चित्तंद च । कुतेण. 6) J कुंतो लउडीजुझं णिउद्धं च ।, P बाहुजुद्धं निजुद्धं च. 7) J गीतवाइत, P नाणयाडोंबिलयासेंग्गडाईया । णिक्खंति के वि छत्ताण. 9) P om. दरि, J सविसेसं for सरिसे. 10) P दिट्ठा उ तेण, अरे पुच्छामि. 11) Jadds कम्मि before पुण, J वक्खाणीयति P वक्खाणियइ, P om. एक्कं. 12) | पयति, P विगारा०, P om. त्ति. 13) P संजोयनिमित्तकम्मणा. 14) Jखल for खण, | वक्खाणीयति. 15) J सहावातरूवपयहि P सहावासरूव, P सह दुक्खाणभवं. 16) J रूवं for भवं, । उग्गाहीयति P उग्गाहेति. 17) Jom. रूव, P निरूवणाठितिभिन्न, J गुणातवात. 18) P om. पमाण. 19) P जीवाइ, J सव्वयण्णुवातपततवक्कप्पमाणातिवातिणो. 20) P मिम्मसणया, J प्पमेय, P समय for संसय, J जाति. 21) J वातिणो, P नइवाइय, JP जीवाइ, J पदत्थाणुगत, P •णुगतदव्वट्टिइ. 22) P निच्चाणयं, Jणेअंतवातं, P वायं रूवेंति.
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(२४५) 1 कत्थइ पुहइ-जल-जलणाणिलागास-संजोय-विसेसुप्पण्ण-चेयण्णं मजंग
मदं पिव अत्तणो णत्थि-वाय-परा लोगायतिग त्ति । 3 (२४५) इमाइं च दद्रूण कुमारेण चिंतियं । 'अहो, विजया महापुरी जीए
दरिसणाई सव्वाइं पि वक्खाणीयंति । अह णिउणा उवज्झाया । ता किं करेमि 5 किंचि से चालणं, अहवा ण करेमि, कजं पुणो विहडइ । ता कारेयव्वं मए
कजं' ति चिंतिण अण्णत्थ चलिओ राय-तणओ । अवि य । तत्थ वि 7 के वि णिमित्तं अवरे मंतं जोगं च अंजणं अण्णे ।
कुहयं धाउव्वायं जक्खिणि-सिद्धिं तह य खत्तं च ।। 9 जाणंति जोग-मालं तत्थं मिच्छं च जंत-मालं च ।
गारुल-जोइस-सुमिणं रस-बंध-रसायणं चेय ।। 11 छंदवित्ति-णिरुत्तं पत्तच्छेज् तहेंदयालं च ।।
दंत-कय-लेप्प-कम्मं चित्तं तह कणय-कम्मं च ।। 13 विसगर-तंतं वालय तह भूय-तंत-कम्मं च ।
एयाणि य अण्णाणि य सयाइं सत्थाण सुव्वंति ।। 15 तओ कुमारेण चिंतियं । 'अहो साहु साहु, उवज्झाया णं बाहत्तरि-कला-कुसला
चउसट्ठि-विण्णाणब्भंतरा य एए' त्ति चिंतयंतो वलिओ अण्णं दिसं राय17 तणओ । तत्थ य दिट्ठा अणेए दालि-वट्टा केवल-वेय-पाढ-मूल-बुद्धि
वित्थरा चट्टा । ते उण केरिसा । अवि य ।। 19 कर-घाय-कुडिल-केसा णिद्दय-चलण-प्पहार-पिहुलंगा ।
उण्णय-भुय-सिहराला पर-पिंड-परूढ-बह-मंसा ।। 21 धम्मत्थ-काम-रहिया बंधव-धण-मित्त-वज्जिया दूर ।
केइत्थ जोव्वणत्था बाल च्चिय पवसिया के वि ।।
1) J जलणणिला०, J विसेसुप्पण्णुचेतण्णुं, P मयं for मदं. 2) J वात, P परलोयगायगित्ति ।. 4) P trans. दरिसणाई after पि, J वक्खाणियंति. 5) Jinter. करेमि & किंचि. 7) J जोअं. 8) P जक्खण, J तहेय, P खन्नं. 9) J जोअमाल, P मित्थं च जेत्तमालं. 10) P गारुडमाइससुमिणं J जोतिस. 11) J छंदविति, J तहेय इंद० P तहेंदयालं, Jom. the line दंतकय etc. 13) J भूत. 14) J एताणि, J सताई. 15) P उवज्जाया, P बाहुत्तरिकाला. 16) J विण्णाणरु (भ?) त्तरा य एएति, P चलिओ for वलिओ, P दिसंतराय. 17) Jom. य, J अणेये दालिविट्टा, P अणेय, P वेयपाय, P om. बुद्धि. 18) J ते पुण. 20) P अन्नय for उण्णय, P बहु मासा. 21) J जण for धण.
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(२४५)
३९ । पर-जुवइ-दसण-मणा सुहयत्तण-रूव-गब्विया दूरं ।
उत्ताण-वयण-णयणा इट्ठाणुग्घट्ठ-मट्ठोरू।। 3 ते य तारिसे दालि-वट्ट-छत्ते दट्टण चिंतियं । 'अहो, एत्थ इमे पर-तत्ति-तग्गय___मणा, ता इमाणं वयणाओ जाणीहामि कुवलयमालाए लंबियस्स पाययस्स 5 पउत्तिं । अल्लीणो कुमारो । जंपिओ पयत्तो । ‘रे रे आरोट्ट, भण रे जाव ण
पम्हुसइ । जनार्दन, प्रच्छहुं कत्थ तुब्भे कल्ल जिमियल्लया' । तेण भणियं साहिउं 7 जे ते तओ तस्स वलक्खएल्लयहं किराडहं तणए जिमियल्लया' । तेण भणियं ___ 'किं सा विसेस-महिला वलक्खइएल्लिय' । तेण भणियं अहहा, सा य भडारिय
9 संपूर्ण-स्वलक्खण गायत्रि यदसिय' । अण्णेण भणियं वर्णि कीदृशं तत्र __ भोजन' । अण्णेण भणिय 'चाई भट्टो, मम भोजन स्पृष्ट, तक्षको हं, न 11 वासुकि' । अण्णेण भणियं 'कत्तु घडति तउ, हद्धय उल्लाव, भोजन स्पृष्ट
स्वनाम सिंघसि' । अण्णेण भणियं 'अरे रे वड्डो महामूर्ख, ये पाटलिपुत्र13 महानगरावास्तव्ये ते कुत्था समासोक्ति बुज्झति । अण्णेण भणियं अस्मादपि
इयं मूर्खतरी' । अण्णेण भणियं ‘काई कज्जु' । तेण भणियं ‘अनिपुण15 निपुणाथोक्ति-प्रचुर' । तेण भणियं ‘मर काइं मां मुक्त, अम्वोपि विदग्ध: संति' ।
अण्णेण भणियं भट्टो, सत्यं त्वं विदग्धः, किं पुणु भोजने स्पृष्ट माम कथित । 17 तेण भणियं 'अरे, महामूर्खः वासुकेर्वदन-सहस्रं कथयति' । कुमारेण य
चिंतियं । 'अहो, असंबद्धक्खरालावत्तणं बाल-देसियाणं । अहवा को अण्णो 19 वावारो इमाणं पर-पिंड-पुट्ठ-देहाणं विज्जा-विण्णाण-णाण-विणय-विरहियाणं
चट्ट-रसायणं मोत्तूणं' चिंतयंतस्स भणियं अण्णेणं चट्टेणं 'भो भो भट्टउत्ता, तुम्हे 21 ण-याणह यो राजकुले वृत्तांत' । तेहिं भणियं 'भण, हे व्याघ्रस्वामि, क वार्ता
राजकुले' । तेण भणियं 'कुवलयमालाए पुरिस-द्वेषिणीए पायओ लंबितः' ।
1)P सुवत्तणरूव. 3) P तारिसं. J दालिविट्ट, Jinter एत्थ & इमे. 4) P जाणिहामि, J पातअस्स. 5) J जंपिउंP जंपियउं, P जाव न पमुहुसइ. 6) J पुच्छह कत्थ. J भणिओ. 7) P om. ते, J वलक्खइएल्लयह, Jom. किराडह. 8) JP विसे for विसेस. The passage अहहा to कथयति (lines8-17), is found only inj: it is given in the text mostly as it is with the restoration of य श्रुति. 10) भट्टो or रुट्टो. 11) हच्चय or हद्धय. 13) ते is added below the line. 15) मरकाई or नरकाई. Instead of the passage अहहा to कथयति found in J and adpoted in the text above, p has the following passage which is reproduced here with minor corrections : 'अहह रुंड मुंड सूनिहल्ल कल्लोल माल भडारिया दुनडिय सरस्वति जसिया' । तेण भणियं 'अरे, दुच्चारिणी सा' । 'अहह इमं कुअक्षर नवक्खप्फ मात भडारिया गंगादेवि जइसिया भस्मीकरेजा' । तेण भणियं अरे त्वं भुज्यमान्या सा सस्यहेहिं दीर्घ धवलेहिं लोचनेहिं निरकृति । तेण भणियं हं हं मसल्य चालि निरीकृति काई वररुद्दो सति ब्रह्मसुवर्णढिबमि । तहिं दीर्घ धवल लोचनेहिं ग्रसतीव पिबतीव लुपतीव विलुपतीव अक्षिएहिं निरिक्ष्यति । तेण भणियं अरे. तया भणियं सा दुश्चारिणी न होति । अथ च त्वं सस्पृहं निरीक्ष्यति। परस्परं विरुद्ध एह वचनु । तेण भणियं अरे न याणाहि कामशास्त्र मदीय गुरुपदिट्ठ । यदि भवति मात सीतसती व दमयंती अप्सर तदपि क्षुभति । In the following conversational passage the readings are exhaustively noted and the passage is faithfuly reproduced as in one or the other Ms. 17) P om. य. 18) J चिंतिअं. J °क्खरालायत्तणं बालदेसिआणं ।, P लावत्तणं मुरुक्खवडुयाणं ।. 19) P इमाण.J बुद्ध for पु?, Pom. पुट्ठ, P देहबद्धाणं for देहाणं, P विनाणनाण, J विरहिआण. 20) J भणियमण्णेण, P अन्नेण, P तुब्भे for तुम्हे. 21) P नयाणह, P वृनांतः (?). P हो for हे, P का for क. 22) P राजकुलो, P पुरुष, J पातओ, P लंबिओ.
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(२४५)
1 इमं च सोऊण अप्फोडिऊण उट्ठओ एक्को चट्टो । भणियं च णेणं 'यदि पांडित्येन ततो मइं परिणेतव्य कुवलयमाल' । अण्णेण भणियं 'अरे कवणु उ 3 पाण्डित्यु' । तेण भणियं 'षडंगु वेउ पढमि, त्रिगुण मन्त्र पढमि, किं न पाण्डित्यु' । अण्णेण भणियं 'अरे ण मंत्रेहिं तृगुणेहिं परिणिज्जइ । जो सहियउ 5 पाए भिंदइ सो तं परिणेइ' । अण्णेण भणियं 'अहं सहियओ जो ग्वाथी पढमि' । तेहिं भणियं ‘कइसी रे व्याघ्रस्वामि, गाथा पठसि त्वं' । तेण भणियं 'इम ग्वाथ | 7 साते भवतु सुप्रीता अबुधस्य कुतो बलं ।
यस्य यस्य यदा भूमि सर्व्वत्र मधुसूदन ।।
9 तं च सोऊण अण्णेण सकोपं भणियं 'अरे अरे मूर्ख, स्कंधकोपि गाथ भणसि । अम्ह गाथ ण पुच्छह' । तेहिं भणियं 'त्वं पठ भट्टो यजुस्वामि गाथः' । तेण 11 भणियं ‘सुठु पढमि,
I
आई कजिं मत्त गय गोदावरि ण मुयंति ।
13 को हु हु आवत को व पराणइ वत्त ।।
अण्णेण भणियं ‘अरे सिलोगो अम्हे ण पुच्छह, ग्वाथी पढहो' । तेण भणियं 15 ‘सुटु पढमि ।
तंबोल- रइय-राओ अहरो दृष्ट्वा कामिनि-जनस्स । 17 अम्हं चिय खुभइ मणो दारिद्र - गुरू णिवारेइ ।। '
तओ सव्वेहि वि भणियं ‘अहो भट्ट यजुस्वामि, विदग्ध - पंडितु विद्यावंतो ग्वाथी 19 पठति, एतेन सा परिणतव्या' । अण्णेण भणियं अरे, केरिसो सो पायओ जो तीए लंबिओ’ । तेण भणियं 'राजांगणे मई पढिउ आसि, सो से विस्मृतु, सव्वु 21 लोकु पढति' त्ति ।
(२४६) इमं च सोऊण चट्ट - रसायणं चिंतियं रायउत्तेण । 'अहो, अणाह
1) P अप्पोडिऊण, J inter. एक्को & उट्ठिओ, P भट्टो for चट्टो, Pom. च, P णेण 2 ) P ततो इमं परिणेंतज्ज कुवलयमाला । अन्त्रेण, P कमणु तओ. 3) P पांडित्यु, J भणिअं, P सडंग, Jom. वेउ, J विगुणमत्र घडमि किं न P तिउणमंत कड्डम किन्न. 4) P पांडित्यं । अन्त्रेण, Pन, J तृगुणेहि P त्रिगुणएहिं, J सहितौ P सहिअउ. 5) J पातौ for पाए, J परिणेति, J सहितउज्जोग्गाथी. 6) J भणिअं, J व्याघ्रसामि गाथः, Jom. पठसि त्वं, J भणिअं, J इम ग्गाथ P इमा ग्वाथा. 7 ) Instead of the verse सा ते भवतु etc. P has the following: अनया जघनाभोगमंथरया तया । अन्यतोपि व्रजंत्येमं हृदये विहितं पदं ।। 9) P अन्त्रेण, J भणिअं, P मुक्खा, P पि ग्वाथा. 10) P गाथ न पुच्छह, J भणिअं, P चव for त्वं पठ, J यज्ञस्वामि (?), P आथ for गाथ: 12 ) J आए कप्पे for आई कज्जिं, P गया गोयवरि न. 13) P को तह के देसह, J आवतति P आवइ, J पराणति वात्त P पराइ वत्त न्त्रेण भणियं. 14 ) J भणिअं, P adds एसो before अम्हे, P न, P पढहुं तेहिं भणियं पढहो । तेण भणियं सुठु, J भणिअं in both places. 16) J अहरो कामिनिं दृष्ट्वा - अम्हं चिअ P अहरो दृष्ट्वा - कामिनी ० ( Better read दट्टूण for दृष्ट्वा ). 17) J क्खुभइ P क्षुभइ, P दालिद, P निवारेs. 18) P सव्वेहिं मि भणियं, J भणिअं J यज्ञस्वामि (?), P विदग्धपांडित्यविज्जमंतो. 19) P अन्नेण, P om. अरे, J पातओ. 20) J तीय, J भणिओ, P राइंगणे, J पठितु P पढिउं, P आसि सा विसुतु सव्वो लोकु. 22) P वट्ट for चट्ट, P अहो वेयपायमूढबुद्धीणं असंबद्धपलावित्तणं छत्तवट्टाणं ति.
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(२४६)
1 वट्टियाणं असंबद्ध-पलावत्तणं चट्टाणं ति । सव्वहा इमं एत्थ पहाणं जं रायंगणे __पायओ लंबिओ त्ति पउत्ती उवलद्धा । ता दे रायंगणे चेव वच्चामि' त्ति चिंतेंतो 3 णिक्खंतो रायतणओ मढाओ,पविठ्ठो णयरीए विजयाए । गोउर-दुवारे य
पविसंतस्स सहसा पवाइयाइं तूराई, आहयाइं पडहाई, पवज्जियाई संखाई, 5 पढिय मंगल-पाढएण, जयजयाविय जणेण । तं च सोऊण चिंतिय कुमारेण _ 'अरे कत्थ एसो जय-जयासद्दो तूर-रवो य' जाव दिटुं कस्स वि वणियस्स 7 किं पि कजं ति । तओ तं चेय सउणं मणे घेत्तूणं गंतुं पयत्तो जाव थोयंतरे
दिटुं इमिणा अणेय-पणिय-पसारियाबद्ध-कय-विक्कय-पयत्त-पवड्डमाण9 कलयल-रवं हट्ट-मग्गं ति । तत्थ य पविसमाणेणं दिट्ठा अणेय-देस-भासा
लक्खिए देस-वणिए । तं जहा ।। 11 कसिणे णिटर-वयणे बहक-समर-भुंजए अलज्जे य ।
‘अडडे' त्ति उल्लवंते अह पेच्छइ गोल्लए तत्थ ।। 13 णय-णीइ-संधि-विग्गह-पडुए बहु-जंपए य पयईए ।
'तेरे मेरे आउ' त्ति जंपिरे मज्झदेसे य ।। 15 णीहरिय-पोट्ट-दुव्वण्ण-मडहए सुरय-केलि-तल्लिच्छे ।
‘एगे ले'-जंपुल्ले अह पेच्छइ मागहे कुमरो ।। 17 कविले पिंगल-णयणे भोयण-कह-मेत्त-दिण्ण-वावारे ।
'कित्तो किम्मो' पिय-जंपिरे य अह अंतवेए य ।। 19 उत्तुंग-थूल-घोणे कणयव्वण्णे य भार-वाहे य ।
‘सरि पारि' जंपिरे रे कीरे कुमरो पलोएइ ।। 21 दक्खिण्ण-दाण-पोरुस-विण्णाण-दया-विवज्जिय-सरीरे ।
‘एहं तेहँ चवंते ढक्के उण पेच्छए कुमरो ।।
2) J पातओ. J पतित्ती for पउत्ती, J ते for ता, P om. दे, P रायंगणं, J चेअ, P चिंतयंतो. 3) P नयरीओ, P दुकारे, P om. य. 4) adds ओ before सहसा, J पडढयाइं पवजिआई. 5) J वाढएणं. 6) P एसो जयासद्दो P om. य. 7) P विवाहो त्ति for किं पि कजं ति, P om. तं, J सउणमणेण, P थोवंतरे. 8) P अणियवणिय, J पणियपसारया, J वड्डमाण. 11) P कसिणा निट्ठर. 12) P अरडे. 13) Jणीति, J पटुए, J जंपिरे य पयतीए. 15) P दुवन्न. 16) P एसे ले (एशे ले), J जंबुल्ले, J मागधे कुमारो. 17) P लोयणकहदिन्नमेत्तवावारे. 18) P किं ते किं मो, J जिय for पिय, P जंपिरो, P om. अह. J अंतवेते P अत्तवेए. 19) J •वण्णे P वन्ने. 20) J वारि for पारि, P अवरे for रे, P कुमारो. 22) J तेह P तेहं, J टक्के, J कुमारो.
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१४२
1 सललिय- मिउ-मद्दवए गंधव्व-पिए सदेस-गय-चित्ते । 'चउडय मे' भणिरे सुहए अह सेंधवे दिट्ठे ।। 3 बंके जडे य जड्डे बहु-भोई कढिण- पीण-सूणंगे । 'अप्पाँ तुप्पाँ' भणिरे अह पेच्छइ मारुए तत्तो ।। घय-लोणिय-पुट्टंगे धम्म-परे संधि-विग्गहं- णिउणे । 'णउ रे भल्लउं भणिरे अह पेच्छइ गुज्जरे अवरे || 7 णहाओलित्त-विलित्ते कय-सीमंते सुसोहिय-सुगत्ते । 'अम्हं काउं तुम्हें' भणिरे अह पेच्छए लाडे ।। तणु-साम-मडह-देहे कोवणए माण-जीविणो रोद्दे । 'भाउय भइणी तुम्हे' भणिरे अह मालवे दिट्ठे ।। उक्कड-दप्पे पिय-मोहणे य रोद्दे पयंग-वित्ती य । ‘अडि पाँडि मरे’ भणिरे पेच्छइ कण्णा अण्णे ।। कुप्पास - पाउयंगे मास - रुई पाण-मयण- तल्लिच्छे | ‘इसि किसि मिसि' भणमाणे अह पेच्छइ ताइए अवरे || सव्व-कला- पत्तट्ठे माणी पिय-कोवणे कठिण - देहे । 'जल तल ले' भणमाणे कोसलए पुलइए अवरे ।। दढ-मडह-सामलंगे सहिरे अहिमाण - कलह - सीले य । 'दिण्णले गहिल्ले' उल्लविरे तत्थ मरहट्ठे || पिय-महिला-संगामे सुंदर-गत्ते य भोयणे रोद्दे । 'अटि पुटि रटिं' भणते अंधे कुमरो पलोइ ।। इय अट्ठारस देसी-भासाउ पुलइऊण सिरिदत्तो । अण्णाइय पुलएई खस-पारस - बब्बरादी ।।
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(२४६)
1) J सललितमिदुमंदवए, P सएस, 2) P वंसे दइणो for च (व)उडय मे of J, P सुहसे अह, J दिट्ठो. 3) J वंकि P कंवे, P रूणंगे. 4) J अप्पा तुप्पा P अप्पां तुप्पा, J मारुए P कारुए. 5) J लोलिय, P विग्गहे. 7 ) P सीमंते सोहियं गत्ते. 8) J आहम्ह काई तुम्हं मित् भणिरे for अम्हं etc., Jom. अह, P अच्छह for अह. 9) P जीवणे. 10) P भाइय, P तुब्भे for तुम्हे, J दिट्ठो. 11 ) J एय for य ( before रोद्दे ). 12 ) J अद्रि पोण्डिमरे P अडिपांडिरमरे. 13) P णइ for रुई. 14) P असि for इसि, P मणि for मिसि, P भणमाणो. 15) J सत्थ for सव्व, J पत्तट्ठो, P पब्भट्ठे, J देहो. 17 ) P सहिए अहमाण. 18 ) P दिन्नले, J रा (ठा?) हिल्ले for गहियल्ले (written twice in P ). 19) P गोत्ते for गत्ते, J भोइणे, P भायणे रोद्दे । अट्ठिमढिभणंति अवरे अंधे कुमारो. 20) J रटिं भणते रंध्रे कुमारो. 21 ) J सिरिअत्तो, P सिरिदत्ते । अन्नेइय पुलएती जवसपारस. 22) J अण्णाईय पुलएईं, J पव्वरादीए P बब्बरातीए.
1
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(२४७)
१४३ 1 (२४७) तस्स य तारिसस्स जण-समूहस्स मज्झे के उण आलावा
सुव्विउं पयत्ता । अवि य । 3 दे-देहि देहि रोयइ सुंदरमिणमो ण सुंदरं वच्च ।
ए-एहि भणसु तं चिय अहव तुहं देमि जह कीयं ।। 5 सत्त गया तिण्णि थिया सेसं अद्धं पदूण पादेण ।
वीसो व यद्धवीसो वयं च गणिका कणिसवाया ।। 7 भार-सयं अह कोडी-लक्खं चिय होइ कोडि-सयमेगं ।
पल-सय-पलमद्ध-पलं करिसं मासं च रत्ती य ।। 9 होइ धुरं च बहेडो गोत्थण तह मंगलं च सुत्ती य ।
एयाण उवरि मासा एए अह देमि एएहिं ।। 11 कह भंड संवरियं गेण्हसु सुपरिक्खिऊण वच्च तुमं ।
जइ खज्जइ कह वि कवड्डिया वि एगारसं देमि ।। 13 एवं च कुमार-कुवलयचंदो विवणि-मग्गेणं वच्चमाणो अणेए वणियाणं उल्लावे
णिसुणेतो गंतु पयत्तो । कमेण संपत्तो अणेय-णायर-विलया-धवल-विलोल15 लोयण-मालाहिं पलोइज्जतो रायंगणं, जं च अणेय-णरणाह-सहस्स-उडुंड
तंडविय-सिहंडि-कलाव-विणिम्मविय-छत्त-संकुलं । तत्थ सव्वो चेव णरवइ17 जणो करयल-णिमिय-मुह-कमलो किंपि किंपि चिंतेंतो कवियणो विव दीसइ ।
तं च दट्टण पुच्छिओ णरणाह-पुत्तो कुमारेण 'भो भो रायउत्त, कीस णरवइ19 लोओ एवं दीण-विमणो दीसइ' त्ति । तेण भणियं भो भो महापुरिस, ण एस
दीणो, किंतु एत्थ राइणो धूया कुवलयमाला णाम पुरिसद्देसिणी, तीय किर 21 पायओ लंबिओ जहा 'जो एयं पायं पूरेहिइ सो मं परिणेहि त्ति । ता तं पादयं एस सव्वो चेव णरवइ-लोओ चिंतेइ य' त्ति । कुमारेण भणिय केरिसो सो
1) J जणस्समुहस्स सज्झे काऊण अलावा, P केण उण. 3) P देहेहि, P स for ण. 4) P एएहिं, J कीतं. 5) J तस्स गता for सत्त गया, J थिरा सेस, P पऊण पाएण | थीसो अद्धववीसो. 6) J कणिसवाता P गणिसवाया. 7) J सतं, P adds होइ after अह, P च for चिय होइ, J कोडिसतमेकं । पलसतप०. 8) J रत्तीया P रत्तीसं. 9) On the verse होइ etc. we have a marginal note (in J) like this (with numerals below the words): कणियउ/१। महेसरु/३। तलु/५। पविती/ ७। उवणु/९। आगुलु/१०। पूंखाल/१००।८ उ. The text of J numbers धुर as 2, वहेडो as 6, गोत्थण as 4 and सुत्तीय as 20. 10) J उवदिसंसा एते, J एतेहिं. 11) J भण्णं संवरितं. 12) J एआरसं. 13) P om. च, P उल्लावें. 14) P नारय for णायर. 15) P om. जं, P adds केरिसं before अणेय, P उदंड. 16) J तण्डविआ P तड्डविय. 17) P निम्मिय. Jom. one किंपि. P वि for विव. 18) P नरनाहउत्तो, J रायउत्ता, Jadds एस after कीस. 19) P om. एवं, P inter. ण (न) & एस. 20) P रायणो, P पुरिसवेसिणी, P यय for तीय. 21) J पातओ, J पातयं पूरेहिति, Jति for त्ति, P पाययं. 22) J चेअ, J विइंतेइ त्ति, P om. सो.
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(२४८)
1 पाओ' । तेण भणियं 'एरिसो सो' । अवि य । 'पंच वि पउमे विमाणम्मि ।' (२४८) कुमारेण भणियं 'ता एस पायओ केणइ कम्मि भणिए पूरिओ ण 3 पूरिओ वा कहं जाणियव्वो' । तेण भणियं सा चेय जाणइ कुवलयमाला, य अण्णो' । कुमारेण भणियं 'कहं पुण पच्चओ होइ जहा सो चेय इमो पायओ 5 जो कुवलयमालाए अभिमओ' । तेण भणियं । 'अत्थि पच्चओ । कहं । इमस्स पायस्स पुव्वमेव तिण्णि पादे इमाए काऊण गोलए पक्खिविय मुद्दिऊण 7 महाभंडारम्मि पक्खित्ते । तेण कारणेण पढियं ति जो पमाणं जं पुण तीए रइयं
1
तं तत्थ पादए घडिहि त्ति तओ तं परिणेहिइ' त्ति । इमं च सोऊण चिंतियं 9 रायउत्तेणं ‘अहो, सुंदरं जायं जेण सुपरिक्खिओ पादओ पूरेयव्वो त्ति । ता दे चिंतेमि, अहवा किमेत्थ चिंतियइ | 'पंच वि पउमे विमाणम्मि' | 'अम्हे तम्मि 11 पउमे विमाणम्मि उप्पण्णा तवं च काऊण । किं पुण ताए एत्थ पादए णिबद्धपुव्वं' चिंतिऊण, हूं अत्थि,
13 कोसंबि-धम्मणंदण-मूले दिक्खा तवं च काऊण कय-संकेया जाया पंच वि पउमे विमाणम्मि ।।
15 अहो णिव्वडियं मायाइच्चत्तणं मायाइच्चस्स जेण केरिसो पादय-वुत्तंतो कुडिलमग्गो कओ, इमीए कुवलयमालाए ओलंबिओ । ताव य उद्धाइओ समुद्द-सद्द - 17 गंभीरो कलयलारावो जणस्स रायंगणम्मि । किं च जायं । पलायंति कुंजरा । पहावंति तुरंगमा । ओसरंति णरवइणो । पलायंति वामणया । णिवडंति खुज्जया । 19 वित्थक्कंति धीरा । वलंति वीरा । कंपंति कायरा । सव्वहा पलय - समए व्व खुभिओ सव्वो रायंगण-जणवओ त्ति । चिंतियं च कुमारेण । ' को एसो अयंडे 21 चेय संभमो' त्ति । पुलोइयं कुमारेण जाव दिट्ठो जयवारणो उम्मूलियालाणखंभो पाडियारोहणो जणं मारयंतो संमुहं पहाविओ त्ति । अवि ।
1) J पातओ for पाओ, J writes twice पंच वि पउमे विमाणम्मि. 2) J पातओ, J भणिते P भणिअए, J पूरितो ण पूरितो. 4) Pom. य, J पातओ. 6) J पातयस्स for पायस्स, P पाए, P लोगए for गोलए. 7) P • भंडारे, J पढितं, J णो for जो, P जो पुयमाणं, J तीए रुइय. 8) P om. तं, P पायए, J घडिहिति ततो तं, J परिणेहिति । P परिणेहियत्ति । 9) P कुमारेण for रायउत्तेणं, P सुपरिक्खिय पाईओ पूरओ त्ति, J पूरेतव्वो . 10) P चिंतेति, J चिंतयति, J adds पंच वि पउमे विमाणे before अम्हे etc, Pom. अम्हे तम्मि पउमे विमाणम्मि. 11 ) J ता for ताए, P पायए. 13) J कोसंमि. 15) P पायय. 16) P काउं for कओ, J om. ओलंबिओ । ताव य, J उच्छाइओ. 17 ) P adds जरावो before जणस्स. 19) P विकत्थंति वीरा कंपंति. 20) P वंजणवओ, Pom. च, P अयंडो संभमो त्ति चिंतंतेण पुलोइयं. 21) J पुलइयं. 22) J थंभो for खंभो, P समुहं, J संमुहं पाविओ त्ति ।.
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(२४९)
१४५ । तुंगत्तणेण मेरु व्व संठिओ हिमगिरि व्व जो धवलो ।
हत्थ-परिहत्थ-वलिओ पवणं पि जिणेज्ज वेगेणं ।। तओ, 3 रणंत-लोह-संखलं झरंत-दाण-वेब्भलं खलंत-पाय-बंधणं ललंत-रज्जु
चूलयं । 5 चलंत-कण्ण-संखयं फुरंत-दीह-चामरं रणंत-हार-घंटयं गलंत-गंडवासयं ।।
दिटुं तं जयकुंजरं । अवि य । 7 संवेल्लियग्ग-हत्थो उण्णामिय-खंधरो धमधमेंतो ।
मारेंतो जण-णिवह भंजतो भवण-णिवहाई ।। 9 दाण-जल-सित्त-गत्तो गंधायड्डिय-रणंत-भमरउलो ।
पत्तो कुमार-मूलं अह सो जयकुंजरो सहसा ।। 11 (२४९) तं च तारिसं कुविय-कयंत-सच्छह दट्टण जणेण जंपियं । ‘बप्पो ___ बप्पो, ओसरह ओसरह, कुविओ एस जयहत्थी । तं च तारिसं कलयलं 13 आयण्णेऊण राया वि सअंतेउरो आरूढो भवण-णिज्जूहए दटुं पयत्तो । कुमारस्स
य पुरओ दद्रूण राइणा भणियं ‘भो भो महापुरिस, अवेह अवेह इमाओ 15 महग्गहाओ वावाइज्जसि तुम बालओ' त्ति । तओ तहा-भणंतस्स राइणो जणस्स
य हा-हा-कारं करेमाणस्स संपत्तो कुंजरवरो कुमारासण्णं । कुमारेणावि 17 संवेल्लिऊण वत्थं आइद्धं तस्स हत्थिणो पुरओ ।
कोवेण धमधमेंतो दंतच्छोहं तहिं देइ ।। 19 हत्थं-परिहत्थेणं ताव हओ करयलेण जहणम्मि ।
रोसेण जाव वलिओ चलिओ तत्तो कुमारो वि ।। 21 पुण पहओ मुट्ठीए पुण वलिओ करिवरो सुवेएण ।
ताव कुमारो चलिओ पच्छिम-भाए गयवरस्स ।।
1) J आगत्तणेण P कुंगत्तणेण. 2) P पवर्णमि जिणेजु वेएण ।।, Jadds य after तओ. 3) P संकुलं, P वेंभलं, P रज. 5) JP संखयं (=पंखयं?), P भार for हार, J घंटणं. 6) P om. दिटुं तं जयकुंजरं. 11) P सच्छमं, P बप्पा for बप्पो बप्पो. 14) P om. one. भो, P om. one अवेह. 15) P बालो for बालओ, P adds य before राइणो. 16) P करेणस्स संपत्तो, J कुमारेण वि. 17) P आइ8. 18) P दंतच्छोहिं. 19) P ताप for ताव. 21) P पुण पुहओ, P सुरेवेण ।. 22) Jadds वि after कुमारो.
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(२४९) 1 ता वलइ खलइ गज्जइ धावइ उद्धाइ परिणओ होइ ।
रोसेण धमधमेंतो चक्काइद्धं पुणो भमइ ।। 3 जाव य रमिउव्वाओ णिप्फुर-कर-धरिय-कण्ण-जुयलिल्लो । __दंत-मुसलेसु चलणं काऊण ता समारूढो ।। 5 तत्थ य समारुहतेण भणिय कुमार-कुवलयचंदेण । _ 'कोसंबि-धम्मणंदण-मूले दिक्खा तवं च काऊण । 7 कय-संकेया जाया पंच वि पउमे विमाणम्मि ।।'
तं च सोऊण ‘अहो पूरिओ पायओ' त्ति भणंतीए पेसिया मयरंद-गंध-लुद्धा 9 गयालि-हलबोल-मुहलिया सिय-कुसुम-वरमाला आरूढा य कधराभोए
कुमारस्स । राइणा वि भणियं पुलइयंगेण ‘साहु साहु, कुवलयमाले, अहो 11 सुवरियं वरियं, अहो पूरिओ पायओ । ताव य जयजयावियं रायलोएणं 'अहो ___ दिव्वो एस कोइ, अहो ण होइ मणुओ' त्ति । ताव य णिवडिया उवरि दिव्वा 13 अदीसमाण-सुर-पेसिया सुरहि-कुसुम-वुठ्ठी । जायं च तं पएसं जयजया-सद्द
मुहलं ति । एत्यंतरम्मि पहाइओ महिंदकुमारो जयकरिणो मूले । भणियं च 15 णेण 'जय महारायाहिराय परमेसर सिरिदढवम्म-णंदण कुमार-कुवलयचंद
इक्खागुवंस-बालंकुर सोम-साहा-णहयल-मियंक अओज्झापुरवरी-तिलय 17 णरवर-पुंडरीय साहसालंकार विजा-परिवार धरणी-कंप पर-बल-खोह माण____धण कला-कुलहर दक्खिण्ण-महोयहि विणयावास दाण-वसण पणइ-जण19 वच्छल जय कुमार' त्ति । इमं च सोऊण लीला-वलंत-धवल-विलोल
लोयणेणं णियच्छियं रायतणएणं । 'अहो को एत्थ तायस्स पायाणं णामं गेण्हइ' 21 त्ति जाव पेच्छइ अणेय-णरणाह-पुत्त-परियारं जेटुं सहोयरं पिव महिंदकुमारं ति । तओ तं च दद्रूण पसरमाणंतर-सिणेह-सब्भाव-भाव-पहरिस-वसुल्लसंत
2) P चक्काइ8. 4) P repeats चलणं. 5) P तत्थ समारूवेण भणियं. 8) P adds त्ति after पूरिओ, J पातओ त्ति भणंतीय. 9) P सेय for सिय. 10) Jom. वि, Jadds त्ति after second साहु, P कुवलयमाला एयं ते सुचरियं । अहो. 11) J पातओ. 12) P om. एस, P एसो for अहो, P माणुसो त्ति, P य निवडियावरिं अदिस्समाणा. 13) P adds विय before सद्द. 14) P महिंदकरिणा मूले. 15) P om. सिरिदढवम्मणंदण etc. to साहसालंकार. 17) P धरणीकंपापरबजलखोहमाणहणकयाकुलहर. 18) J दाणवसाण, P पणदीयलवच्छल. 19) P adds लोल after विलोल. 20) P लोयणमेणं. 21) P परियरियं जेट्ठसहोयरं. 22) J सब्भावतहरिस, J वसूच्छलंत.
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(२५०)
१४७ 1 रोमंच-कंचुयंगेण घट्टिओ मम्म-पएसे जयकुंजरो, तओ णिसण्णो, आरुढो य
महिंदो, पसारिय-भुएण य समालिंगियं अवरोप्परं । पुच्छिओ य ‘अवि कुसलं 3 महाराइणो, दढ-सरीरा देवि त्ति, सुंदरं तुम' ति । ताव य णरवइणा वि विजएण
चिंतियं । ‘अहो, अच्छरीयं इमं । एक्कं ताव इमं चेव इमस्स ख्वाइसयं, दुइयं 5 असामण्ण-जय-कुंजरालंघणग्घवियं महासत्तं, तइयं णरणाह-सहस्स-पूरओ
पाद-पूरणं, चउत्थं पुण दिव्वेहिं कुसुम-वरिस-पूयणं, पंचमं महाराइणो 7 द्दढवम्मस्स पुत्तो त्ति । अहो, पावियं जं पावियव्वं वच्छाए कुवलयमालाए ।
साहु पुत्ति कुवलयमाले, णिव्वाहियं तए पुरिसद्देसित्तणं इमं एरिसं पुरिस-सीहं 9 पावयंतीए । अहवा ण जम्मतरे वि मुणिणो अलियं मंतयंति' । भणिओ य
णरवइणा कुमारो ‘समप्पेह जयकुंजरं हत्थारोहाणं, आरुहसु मंदिरं' ति । एवं 11 च भणिओ कुमारो । 'जहाणवेसि' त्ति भणमाणो ओयरिओ जयकुंजराओ,
आरूढो य पासायं महिंद-दुइओ, अवयासिओ राइण ससिणेहं । दिण्णाई 13 आसणाई । णिसण्णा जहासुहं । पेसिया य राइणा कुवलयमाला, ससिणेहं च
पुलयंती णीहरिया य सा । 15 (२५०) राइणा भणियं को एस वुत्तंतो, कहं तुम एक्को, कहं वा कप्पडिय
वेसो, किं वा मलिण-कुचेलो एत्थ दूर-देसंतरं पाविओ' त्ति । कुमारेण भणियं 17 ‘देव जाणसि च्चिय तुमं । अवि य ।
जंण सुमिणे वि दीसइ चिंतिय-पुव्वं ण यावि सुय-पुव्वं । 19 विहि-वाउलीए पहओ पुरिसो अह तं पि पावेइ ।।
तेण देव, कह कह पि भममाणो देव्व-वसेणं अजं चिय संपयं एस पत्तो' त्ति । 21 राइणा भणियं 'महिंद, किं एसो सो जो तए पुच्छिओ दढवम्म-पुत्तो एत्थ पत्तो ___ण व त्ति । महिंदेण भणियं 'देव, जहाणवेसि' त्ति ‘एस सो' त्ति । कुमारेण
2) P भुएहिं, P कुलसं for कुसलं. 3) J देवीए त्ति । सुंदरो. 4) P अच्छरियं, P om. इम, P एगं ताव, J चेअ, J स्वातिसयं. 5) P जयजंजय कुंजणग्घवियं, P पुरहओ. 6) P पायपूरणं. 7) JP दढधम्मस्स, Jadds ति before वच्छाए. 8) J णिव्वडियं उ for णिव्वाहियं, तए, P पुरिसवेसित्तणं, Jaddds च after इमं, P om. पुरिस. 9) J पावयंतीय, P भणंति for मंतयंति. 10) P कुंजहरं, J हत्थरोहाणं P हत्थारोहणं, J ति for त्ति. 12) P पसायं. 13) Jणिसण्णो. 14) P पुलइयं तीए नीहरिया. 15) P कप्पडीय, J कप्पडिवेसो तत्थ दूरदेसंतर पाविओ. 17) P जेव for देव. 18) J सुइणे, P मेत्तं for पुव्वं before ण. 19) J हओ and P पुहई for पहओ. 20) P भमामाणो दिव्व, P adds वसेण before संपय, J पुत्तो for पत्तो. 21) P om. सो जो, JP दढधम्म, P om. एत्थ पत्तो. 22) P माहिदेण, J एसो for एस.
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(२५०) 1 भणियं 'महिंदकुमार, तुमं पुण कत्थ एत्थ दाहिण-मयरहर-वेलालग्गं
विजयपुरवरिं पुव्वदेसाओ संपत्तो सि' । तेण भणियं 'देव णिसुणेसु । अत्थि 3 तइया वाहियालीए समुद्दकल्लोल-तुरएणावहरिओ तुमं । अवि य ।
धावइ उप्पइओ इव उप्पइओ चेय सच्चयं तुरओ। 5 एसेस एस वच्चइ दीसइ असणं पत्तो ।।
तओ हाहा-रव-सद्द-णिब्भरस्स रायलोयस्स अवहरिओ तुमं । तओ वाहिओ 7 राइणा तुरओ तुज्झाणुमग्ग-लग्गो सेस-णरवइ-जणेण य । तओ य दूरं देसतरं
ण य तुज्झ पउत्ती वि सुणीयइ । तओ गिरि-सरिया-संकुले पएसे णिवडिओ 9 पवणावत्त-तुरंगमो । तओ राया वि तुज्झ पउत्ती असंभावेंतो णिवडिओ मुच्छा
वेब्भलो जाओ, आसासिओ य अम्हेहिं पडत-वाएहिं । तओ ‘हा पुत्त 11 कुवलयचंद, कहिं मं मोत्तुं वच्चसि' त्ति भणमाणो पुणो मुच्छिओ । तओ ____ आसासिओ विलविउं पयत्तो । 13 हा पुत्त कत्थ वच्चसि मोत्तूण मम सुदुक्खियमणाहं ।
हा देव कत्थ कुमरो णिसंस ते अवहिओ सहसा ।। 15 किं च बहुणा परायत्तो विव, उम्मत्तगो विव, गह-गहिओ विव, णट्ठ-सण्णो
विव, पण?-चेयणो विव, सव्वहा गय-जीविओ विव ण चलइ, ण वलइ, 17 ण जंपइ, ण फंदइ, ण सुणेइ, ण वेयए, ण चेतइ त्ति । तं च तारिसं दद्रूण ____ मरणासंक-वेब्भलेण मंतियणेण साहिओ से जहा ‘सगर-चक्कवट्टिणो सट्ठि19 सहस्स-पुत्ताणं धरणिंद-कोव-विस-हुयास-जालावली-होमिआणं णिहण
वृत्तंतो तहा वि ण दिण्णो सोगस्स तेण अत्ताणो । ता महाराय, कुमारो उण 21 केण वि दिव्वेणं अक्खित्तो किं पि कारणं गणेमाणेणं, ता अवस्सं पावइ पउत्ती ।
पुच्छामो जाणए, गणेतु गणया, कीरतु पसिणाओ, सुव्वंतु अवसुइओ, दीसंतु ___1) P om. तुमं पुण, P कत्थेत्थ. 3) P तुरणावहरिओ. 4) P एस for चेय. 5) P पुत्तो for पत्तो. 7) P ज्झा for तुज्झा, J मग्गं सेस, P om. य after तओ. 8) P तुज्झा, J संकुलपएसे. 10) P विव्वलो (व्व looks like च्च), Jom. य. 11) P भणमाणो पुच्छिओ पुणो आसासिओ ततो विलविउं. 13) P adds अवि य before हा पुत्त. 14) J हा देव्व. 15) P नह for णट्ठ. 16) P विय for विव, J तहा for सव्वहा. 17) P सुणइ न वेय त्ति । तं च. 18) Jजह for जहा. 19) P सहस्सा for सहस्स, P कोववस. 20) J inter. 21) सोअ (for ग) स्स & तेण, P om. पि. 22) P पुच्छामि, J जाणउ, P गणंतु, J गणयं, P अवसुईओ.
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1 सुमिणयाई, णियच्छंतु णेमित्तिया, पुच्छिज्जंतु जोइणीओ, साहेंतु कण्णपिसाइयाओ, सव्वहा जहा तहा पाविज्जइ कुमारस्स सरीर-पउत्ती, धीरो 3 होहि ।' एवं मंतियणेण भणिओ समाणो समासत्थो मणयं राया । देवी उण खणं आसासिया, खणं पहसिया, खणं विहसिया, खणं णीसहा, खणं रोइरी, 5 खणं मुच्छिय त्ति । सव्वहा कहं कहं पि तुह पउत्ति - मेत्त - णिबद्ध-जीवियासा आसासिज्जइ अंतेउरेणं । ‘हा कुमार, हा कुमार' त्ति विलाव- सद्दो केवलं 7 णिसुणिज्जइ ।
(२५१) णयरीए उण तिय- चउक्क - चच्चर - महापह - रच्छामुह - गोउरेसु 'हा 9 कुमार, केण णीओ, कत्थ गओ, कत्थ पाविओ, हा को उण सो तुरंगमो दारुणो त्ति । सव्वहा तं होहिइ जं देवयाओ इच्छंति' त्ति । तरुणियणो 'हा सुहय, हा 11 सुंदर, हा सोहिय, हा मुद्धड, हा वियड्ढ, हा कुवलयचंद-कुमार कत्थ गओ त्ति । सव्वहा कुमार, तुह विरहे कायरा इव पउत्थवइया ।' णयरी केरिसा जाया 13 उवसंत- मुरय-सद्दा संगीय - विवज्जिया सुदीण -जणा ।
झीण - विलासासोहा पउत्थवइय व्व सा णयरी ||
15 तओ कुमार, एरिसेसु य दुक्ख-वोलावियव्वेसु दियहेसु सोय-विहले परियणे णिवेइयं पडिहारीए महाराइणो 'देव, को वि पूसराय - मणि - पुंज - सच्छमो 17 पोमराय-मणि-वयणो । किं पिपियं व भणतो दट्टु कीरो महइ देवं ।।'
तं च सोऊण राइणा ‘अहो, कीरो कयाइ किं पि जाणइ त्ति दे पेसेसु णं' 19 उल्लविए, पहाइया पडिहारी पविट्ठा य, मग्गालग्गो रायकीरो । उवसप्पिऊण भणियं रायकीरेण । अवि य ।
21 'भुंजसि पुणो विभुंजसु उयहि-महामेहलं पुहइ-लच्छिं । वड्ढसि तहा वि वड्ढसु णरणाह जसेण धवलेणं ।।'
1) P पुच्छियंतु. 2) P पिसाईआओ, P कुमार तस्स, P होही. 3) J om. समाणो, P ओ for उण. 4) P मुच्छिया for आसासिया, Jom. खणं पहसिया, J रोइणी for रोइरी. 5) J सव्वहा अहं कहं, P पउत्तिमेत्त निससवद्ध. 6) Jom. 2nd हा, J विलव. 8) J तीयचउक्क, P महापहारच्छामुहा. 10) P होइ for होहिइ, Pom. त्ति, J तरुणी अणो उण हा सुहयसुंदर. 12) J विय for इव. 13) J adds अवि य before उवसंत, J उअसंत, P सुदीणमणा. 14) P मोहा for सोहा. 15) Pom. कुमार, P आ दुक्ख for य दुक्ख, P वियले for विहले. 16) P देवि for देव, (मणि- सच्छम-वयणो ). 18 ) P adds अवि य before तं च, P कहीइ for कयाइ, Pom. णं. 19) J om. य, J मग्गालग्गा रायकीराओ समप्पिऊण य भणियं. 21 ) P भुंजसु पुणो, P लच्छी ।.
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(२५२) । भणिए, णरवइणा अउव्व-दसणायण्णण-विम्हय-वस-रस-समससंत-रोमंच___ कंचुय-च्छविणा भणियं ‘महाकीर, तुमं कओ, केण वा कारणेण इहागओ सि' 3 त्ति । भणियं च रायसुएणं । 'देव, वड्डसि कुवलयचंद-कुमार-पउत्तीए' त्ति
भणियमेत्ते राइणा पसरंततर-सिणेह-णिब्भर-हियएण पसारिओभय-बाहु-डंडेण 5 गहिओ करयलेण, ठाविओ उच्छंगे । भणियं च राइणा ‘वच्छ, कुमार-पउत्ती
संपायणेण कुमार-णिव्विसेस-दसणो तुमं । ता दे साह मे कुमारस्स सरीर7 वट्टमाणी । कत्थ तए दिट्ठो, कहिं वा कालंतरम्मि, कत्थ वा पएसे, केच्चिरं
वा दिट्ठस्स' त्ति । एवं च भणिए भणियं कीरेण 'देव एत्तियं ण-याणामि, जं 9 पुण जाणामि तं साहिमो त्ति ।
(२५२) अत्थि इओ अइदूरे णम्मया णाम महाणई । तीय य दाहिणे कूले 11 देयाडई णाम महाडई । तीए देयाडईए मज्झे णम्मयाए णाइदूरे विंझ-गिरिवरस्स
पायासण्णे अणेय-सउण-सावय-संकिण्णे पएसे एणिया णाम महातावसी । तीए 13 आसम-पए अम्हे वि चिट्ठामो । एवं च परिवसंतस्स इओ थोएसुं चेय दियहेसु __एगागी सत्त-मेत्त-परिवारो संपत्तो तम्मि आसम-पएसम्मि कुमारो । तओ 15 अम्हेहिं दिट्ठो । तत्थ य सब्भाव-णेह-णिब्भरालावो पयत्तो । पुणो गंतु
समुट्ठिओ पुच्छिओ अम्हेहिं जहा कुमार, किं तुज्झ कुलं, किं वा णामं, कत्थ 17 वा गंतुं ववसिय ति । तओ तेण भणियं । ‘सोम-वंस-संभवो दढवम्म
महाराओ अओज्झाए परिवसइ । तस्स पुत्तो अहं, कुवलयचंदो मह णाम, 19 गंतव्वं च मए भगवओ मुणिणो समाएसेण विजयाए पुरवरीए कुवलयमालाए
पलंबियस्स पादयस्स पूरणेण परिणेउं संबोहणेणं च' त्ति । एवं च भणिऊण 21 गओ तं दक्खिणं दिसं कुमारो । भणियं च तीय तावसीय 'कुमार, महंतो उब्वेवो तुह गुरुणं, ता जइ तुम भणसि ता साहेउ एस कीरो गंतूणं सरीर-पउत्ति' त्ति ।
1) P सणिए for भणिए, Jणरवइणो, P दंसणायत्तण, P om. रस. 2) | कंचअच्छविणो भणियं च रायसुएण, Jom. भणियं महाकीर etc. to इहागओ सि त्ति, P adds राइणा भणिओ bcforc महाकीर, P सु त्ति for सि त्ति. 3) P om. च, P om. कुमार. 4) | पसारिओ भुअडण्डेण. 5) Jom. पउत्तीसंपायणेण कुमार. 6) P साह कुमार सड्ढरीरसड्डमाणी. 7) P दिट्ठो कह व कंमि व कालंतरंमि. 8) Jom. च, । देवि for देव, । किं पुण जं for जं पुण. 10) J दाहिणकूले P दीहिणे कूल, । तीय देआडईअ मज्झे. 110 Pom. णम्मयाए णाइदरे. 13) P अम्ह, Pom. वि, Jच परिसवंतस्स. 14) P परिवासो, P आसमपए कुमारो. 15) JP भरालावे, P पयत्ते. 16) J adds य before अम्हेहिं. 17) JP संभमो, P दढधम्म. 18) J उवज्झाए for अओज्झाए, P हं for अहं, P om. मह. 19) P मुणिणा, P विजयपुर०, Poमालालंबियस्स पादस्स पादस्स पूरणेण. 20) J पातयस्स, P परिणेओ, P संबोहणं ति ।. 21) Jadds त्ति after कुमारो, P om. तीय, P तावसीए. 22) P adds गुरूणं before तुम, P साहउ, P पउओ त्ति, Jom. त्ति.
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(२५३)
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साहेउ
1 भणियं च तेण ‘को दोसो, पूयणिज्जा गुरुणो, जइ तीरइ गंतुं, ता वच्चउ, गुरूणं पउत्तिं । साहेयव्वं च मज्झ वयणेणं पायवडणं गुरूणं' ति भणमाणो 3 पत्थिओ मण-पवण-वेओ कुमारो' त्ति ।
I
(२५३) इमं च सोऊण राइणा तक्खणं चेय सद्दाविया दिसा - देस - समुद्द5 वणिया, पुच्छिया य ‘भो भो वणिया, जाणह तुब्भे णिसुय-पुव्वा दिट्ठ-पुव्वा वा विजया णाम णयरी दाहिण - समुद्द - वेलाऊलम्मि' । तेहिं भणियं 'अत्थि 7 देव सयल-रयणाहारा णयरी विजया, को वा ण - याणइ । तत्थ राया महाणुभावो तुज्झ चरियाणुवत्ती विजयसेणो सयं णिवसए, देवो वि तं जाणइ च्चिय जइ 9 णवरं पम्हुट्ठो' त्ति । इमं च सोऊण राइणा भणियं । 'वच्छ महिंदकुमार, पयट्ट, वच्चामो तं चेय णयरिं ति भणमाणो समुट्ठिओ राया । तओ मया विण्णविओ । 11 'देव, अहं चेव वच्चामि, चिट्ठ तुमं' ति भणिए राइणो पोम्मरायप्पमुहा आणत्ता
1
I
राय-तणया । ‘तुब्भेहिं सिग्घं महिंदेण समं गंतव्वं विजयं पुरवरिं' ति भणिए 13 'जहाणवेसि' त्ति भणमाणा पयत्ता | अम्हेहि वि सज्जियाइं जाण - वाहणाई | तओ णीहरिया बाहिं णयरीए । संदिट्ठे च राइणा ।
15 'मुच्छा - मोहिय - जीया तुज्झ पउत्तीहिँ आससिज्जंती । ता पुत्त एहि तुरियं जा जणणी पेच्छसि जियंती ।।' 17 देवीय वि संदिट्ठे ।
'जिणो जरा पुत्त पुणो वि जिणो विओग - दुक्खेण । 19 ता तह करेसु सुपुरिस जा पियरं पेच्छसि जियंतं ।।'
इमे य संदेसए णिसामिऊण आगया अणुदियह-पयाणएहिं गिम्हयालस्स एक्वं 21 मासं तिण्णि वासा-रत्तस्स । तओ एत्थ संपत्ता । एत्थ य राइणो समप्पियाई कोसल्लियाई, साहिया पउत्ती महारायसंतिया, पुच्छिया य तुह पउत्ती जहा एत्थ
1) P पूयणिज्जो गुरुयणो. 2) P मयण for मज्झ, J om. पायवडणं. 3) P पुच्छिओ for पथिओ. 6) P वेलाउलंमि. 7 ) P देवा for देव, Pom. णयरी, P जत्थ for तत्थ. 8) J चरियवत्ती, J णयाणइ for जाणइ. 10) J मए for मया. 11) J च्चेअ for चेव, Pom. ति, J राइणा for राइणो, J पोप्प० P चोप्परायपमुहा. 12 ) P विजयपुरवरिं. 13) J भणिआ for भणिए, P अम्हे किंचि सज्जियाई । ताओ. 15) P adds अवि य before मुच्छा, P आससिज्जंति. 16) P ता कुणसु पुत्त एन्हिं जा णणणीं पेसुच्छसु जियंती. 18) J विओअ. 20) P संदेसे, J एक्कमासं. 21 ) P य राइण. 22) J संहिआ for साहिया, P पयत्ती महा.
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(२५३)
1
1 महारायपुत्तो कुवलयचंदो पत्तो ण व त्ति, जाव णत्थि णोवलद्धा पउत्ती । तओ पम्हुट्ठ-विज्जो विव विज्जाहरो, विहडिय - किरिया - वाओ विव णरिन्दो, णिरुद्ध3 मंतो विव मंतवाई, विसंवयतो विव तंतवाई, सव्वहा दीण-विमणो जाओ । पुणो राइणा भणियं ‘मा विसायं वच्च, को जाणइ जइ वि एत्थ संपत्तो तहावि 5 णोवलक्खिज्जइ' । अण्णं च 'अज्ज वि कह विण पावई' त्ति ता इह-ट्ठिओ चेय कं पि कालं पडिवालेह । दिण्णं आवासं । कयाई पसायाई । दियहे य 7 दियहे य तिय-चउक्क-चच्चर-महापह- देवउल-तलाय-चट्ट-मढ-विहारेसु अण्णिसामि । तओ अज्जं पुण उट्ठेमाणस्स फुरियं दाहिणेणं भुयाडंडेणं दाहिण9 णयणेण य । तओ मए चिंतियं 'अहो सोहणं णिमित्तं जेण एवं पढीयइ । जहा, सिर-फुरिए किर रज्जं पिय-मेलो होइ बाहु-फुरिएण । अच्छि-फुरियम्मि वि पियं अहरे उण चुंबणं होई ।। उट्ठम्मि भणसु कलहं कण्णे उण होइ कण्ण-लंकरणं । 13 पियदंसो वच्छयले पोट्टे मिट्ठे पुणो भुंजे ।।
1
लिंगम्मि इत्थि-जोगो गमणं जंघासु आगमो चलणे । 15 पुरिसस्स दाहिणेणं इत्थीए होइ वामेणं ।।
अह होइ विवज्जासो जाण अणिट्टं च कह वि फुरियम्मि । 17 अह दियहं चिय फुरणं णिरत्थयं जाण वाएण ।।'
ता कुमार, तेण बाहु-फुरिएण पसरमाण - हियय - हरिसो किर अज्ज तुमं मए 19 पावियव्वो त्ति इमं रायंगणं संपत्तो जाव दिट्ठो तुमं इमिणा जयकुंजरेण समं जुज्झमाणो त्ति ।
11
21
(२५४) तओ इमं च णिसामिऊण राइणा भणियं । 'सुंदरं जायं जं पत्तो इह कुमारो तुमं चति । सव्वहा धण्णा अम्हे, जेण दढवम्म- महाराइणा समं
1) P महारायउत्तो. 2 ) J विणडियकिरियावाडो, J विरुद्ध for णिरुद्ध. 3) J मंतवाती, J om. विसंवयंतो विव तंतवाई, P तंतवई. 6) P कालं पडिवज्जेहं, P पासायाई, Pom. य दियहे य. 7) J महापहं. 8) P अन्नसामि, Pom. तओ, P दाहिणं, P भुयादंडेणं, Pom. दाहिण. 9) J पढीयति. 11 ) P अच्छिफुरणंमि. 12) P कन्नलंकारं । फियफसो. 14 ) J इत्थिजोओ. 18 ) P तओ for ता. 19) Pति for त्ति. 21 ) J एअव for इमं च, J संपतो for जं पत्तो. 22 ) P दढधम्मंमहाराइणो.
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(२५४)
१५३ । संबंधो, कुवलयमालाए पुव्व-जम्म-णेहोवलंभो, अम्ह घरागमणं कुमारस्स,
उद्दाम-जयकुंजर-लंघणं, दिव्व-कुसुम-वुट्ठि-पडणं, पादय-पूरणं च । सव्वं चेय 3 इमं अच्छरियं । सव्वहा परिणाम-सुह-फलं किं पि इमं ति । तेण वच्चह तुब्भे
आवासं,वीसमह जहा-सुहं। अहं पि सद्दाविऊण गणयं वच्छाए कुवलयमालाए 5 वीवाह-मास-दियह-तिहि-रासि-णक्खत्त-वार-जोय-लग्ग-मुहुत्तं गणाविऊण
तुम्हं पेसेहामि' त्ति भणमाणो राया समुट्ठिओ आसणाओ । कुमारा वि उवगया 7 आवासं कय-संमाणा । तत्थ वि सरहसमइमग्ग-पयत्त-गइ-वस-खलंत
चलणग्ग-मणि-णेउर-रणरणा-सणाह-मेहला-सद्द-पूरमाण-दिसिवहाओ 9 उद्धाइयाओ विलासिणीओ । ताहिं जहा-सुहं कमल-दल-कोमलेहिं करयलेहिं
पक्खालियाई संख-चक्कंकुसाइ-लक्खण-जुयाइं चलणयाई, समप्पियाओ य 11 दोण्हं पि पोत्तीओ । अवि य । ___णेहोयग्गिय-देहा सुपरिस-फरिसोगलंत-रुइरंगी । 13 पोत्ती रत्ता महिल व्व पाविया णवर कुमरेण ।।
तओ सय-सहस्स-पाएहिं बहु-गुण-सारेहिं सिणेह-परमेहिं सुमित्तेहि व तेल्ल15 विसेसेहिं अब्भंगिया विलासिणीयणेण, उवट्ठिया खर-फरुस-सहावेहि
सिणेहावहरण-पटुएहिं खलेहिं व कसाय-जोएहिं, ण्हाणिया य पयइ-सत्थ17 सीय-सुह-सेव्व-सच्छेहिं कलंकावहारएहिं सज्जण-हियएहिं व जलुप्पीलेहिं,
दिण्णाणि य सुरहि-परिमलायड्डिय-गुमुगुमेंत-भमर-बलामोडिय-चरण-चुंबियाई 19 गंधामलयाई उत्तिमंगे । तओ एवं च कय-इट्ठ-देवया-णमोक्कारा, भोत्तूण भोयणं
सुह-णिसण्णाणं आसणेसु किं-किं पि चिर-विओय-संभरंताण समागया एक्का 21 राय-कुलाओ दारिया । तीय पणाम-पच्चुट्ठियाए साहियं । ‘कुमार, वच्छाए __ कुवलयमालाए गणिए गह-गोयरे गणएण ण ठवियं सुज्झमाणं लग्गं अज वि
1) J संबद्धो. 2) P पाययपूरण. 3) J अच्छरीयं. 5) P विवाह, J दिअहं, P गणामिऊण. 7) J सरहसगइमग्ग, P वइस for वस. 8) P रणरणो. 9) P उट्ठाइयाओ, P om. जहा, Jom. दल. 10) P om. लक्खणजुयाई, P चलणाई, P om. य. 12) J देहो, P सुवुरिस, J फरिसोअलंत. 13) P adds त्तीरत्ता after रत्ता. 14) P पणिया for परमेहिं, P om. सुमित्तेहि व etc. to ण्हाणिया. 16) JP सच्छसीअ. 17) J सज्झाण and P सज्जए हियए for सज्जण. 18) P गुमुमुमेंत. 19) P नमोक्कारो. 21) P पब्भुट्टियाए. 22) JP गणए (Perhaps गणएँ) for गणएण (emended), P @वियं for ठवियं, J •माणलग्गं.
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१५४
(२५५) 1 वीसत्थं, ता मा तूरउ कुमारो हियएणं । णिययं चिय कुमारस्स इमं गेहं ता
जहा-सुहं अच्छसु' त्ति भणिऊण णिक्खंता दारिया । तओ महिंदेण भणियं 3 ‘कुमार, अज वि दीहं इम, संपयं महाराइणो लेह पेसेम्ह तुह संगम-पउत्ति
मेत्तेणं अत्थेणं' ति भणिऊण विणिक्खंतो महिंदो । कुमारो य चिंतिउं पयत्तो 5 'अहो, लंघिया मए असंखा गिरिवरा, पभूया देसा, बहुयाओ णिण्णयाओ,
महंताओ महाणईओ, अणेयाओ महाडईओ, पावियाई अणेयाइं दुक्खाई, ताई 7 च सव्वाई कुवलयमाला-मुहयंद-चंदिमा-गलत्थियाई तम-वंद्राइ व पणट्ठाई ।
संपयं पुण इमिणा पडिहारि-वयणेण अण्णाणि वि जाइ लोए दुक्खाई ताई मज्झ 9 हियए पक्खित्ताई ति मण्णे हं । सव्वहा कत्थ अहं कत्थ वा सा तेलोक्क-सुंदरी ।
अवि य । 11 आइट्ठ जइ मुणिणा पूरिज्जइ णाम पायओ गूढो ।
तेलोक्क-सुंदरीए तीए उण संगमं कत्तो ।। 13 अच्छउ ता तीऍ समं पेम्माबंधो रयं च सुरयम्मि ।
हेलाए जो वि दिट्ठो ण होइ सो माणसो मण्णे ।।' 15 (२५५) इमं चिंतयंतो मयण-सर-गोयरं संपत्तो । तओ किं चिंतिउं पयत्तो ।
अवि य । अहो तीए रूवं । 17 चलणंगुलि-णिम्मल-णह-मऊह-पसरंत-पडिहयप्पसरं ।
पंचमियंद कह णेमि णवर-णक्खेहिँ उवमाणं ।। 19 जइ वि सिणिद्धं मउयं कोमल-विमलं च होइ वर-पउमं ।
लज्जति तीएँ पाया उवमिजंता तह वि तेण ।। 21 सामच्छायं मउयं रंभा-थंभोवमं पि ऊरु-जुयं । _ण य भणिमो तेण समं बीहेंतो अलिय-दोसस्स ।। ___1) P तूरओ कुमार. 3) P inter. इमं & दीह, J पेसेसु for पेसेम्ह, P पउत्तमेत्तेणं अत्थेविणं. 4) P om. ति भणिऊण, P विय for य. 6) P om. महंताओ महाणईओ. 7) P मुहलंदिवागलवत्थिया, J वंद्र इव P वंदा इव, P पणटुं ।. 8) P पडिहार, P जाणि for जाइ. 9) P कत्थाहं. 11) P मुणिणो पूरिज्जउ. 13) J आ तीय for ता तीऍ, J पेम्माबद्धो P पेम्माबंधा. 15) P मरण for मयण, P पत्तो for संपत्तो, P om. तओ किं चिंतिउं पयत्तो. 17) J मयूह, J परिहय०. 20) J तीय. 21) P ऊरुजयं. 22) P इमं for समं, P बीहतो.
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(२५६)
१५५ । सुरयामय-रस-भरियं महियं विबुहेहिं रमण-परियरियं ।
सग्गस्स समुदस्स व तीय कलत्तं अणुहरेज्ज ।। 3 चिंतेमि मुट्ठि-गेज्झो मज्झो को णाम सद्दहे एयं ।
देवा वि काम-रुइणो तं मण्णे कत्थ पावंति ।। 5 मरगय-कलस-जुयं पिव थण-जुयलं तीऍ जइ भणेज्जासु ।
असरिस-समसीसी-मच्छरेण मह णाम कुप्पेज्जा ।। कोमल-मुणाल-ललियं बाहा-जुयलं ति णत्थि संदेहो ।
तं पुण जल-संसग्गिं दूसिययं विहडए तेण ।। 9 कंतीऍ सोम्म-दंसित्तणेण लोओवरोह-वयणेहिं ।
चंद-समं तीऍ मुहं भणेज णो जुज्जए मज्झ ।। किं धवलं कंदोर्टे सप्फ रत्तं च णीलयं कमलं ।
कंदोट्ट-कुमुय-कमलाण जेण दिट्ठी अणुहरेज्ज ।। 13 घण-णिद्ध-मउय-कुचिय-सुसुरहि-वर-धूव-वासियगाण ।
कज्जल-तमाल-भमरावलीउ दूरेण केसाण ।। 15 इय जं जं चिय अंग उवमिज्जइ कह वि मंद-बुद्धीए ।
तं तं ण घडइ लोए सुंदरयर-णिम्मियं तिस्सा ।। 17 (२५६) एवं च चिंतयंतो दुइयं मयणावत्थं संपत्तो कुमारो, तत्थ संगमोवायं
चिंतिउं समाढत्तो । केण उण उवाएण तीए दंसणं होज । अहवा किमेत्थ 19 वियारेण ।
रइऊण इत्थि-वेसं कीय वि सहिओ सहि त्ति काऊण । 21 अंतेउरम्मि गंतुं तं चंदमुहिं पलोएमि ।। ___ अहवा णहि णहि ।
2) J समुद्द व, J अणुहरेज्जा P अवहरेज्ज. 5) J तीय. 6) P कुप्पज्जो. 8) P पुण खलजणसंसग्गिदूसियं, J दूसिअं. 9) J कंतीय. 10) P सोम, J तीय मुहं मणेज. 11) P किंदोर्ट, P om. सत्थं रत्तं. 12) P कुमुया, J अणुहरेज्जा. 13) P कुंचियसुरहि. 15) J से for अंग. 16) J सुंदरयरअम्मि तिस्साए ।।. 17) P चिंतयते, J adds य after तत्थ. 18) P उण वाएण, J तीय, J होज्जा, P किमित्थ.
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१५६
(२५७) । सुपुरिस-सहाव-विमुहं राय-विरुद्धं च णिंदियं लोए ।
महिला-वेसं को णाम कुणइ जा अत्थि भुय-डंडो ।। 3 किं पुण करियव्वं । हूं,
माया-वंचिय-बुद्धी भिण्ण-सही-वयण-दिण्ण-संकेयं । 5 तुरयारूढं हरिऊण णवर राईए वच्चामि ।।
अहवा ण एरिसं मह जुत्तं । 7 स च्चेय कहिं वच्चइ कत्थ व तुरएहिँ हीरए बाला ।
चोरो ति जिंदणिज्जो काले अह लंछणं होइ ।। 9 ता किं पुण कायव्वं । हूं,
अवहत्थिऊण लजं समुहं चिय विण्णवेमि रायाणं । 11 उप्पिज्जउ अज्ज चिय कुवलयमाला पसाएणं ।। ___ तं पि णो जुज्जइ । कह । 13 अवहत्थिय-लज्जो हं मयण-महासर-पहार-विहलंगो ।
ठाहामि गुरूण पुरो पियाए णामं च घेच्छामि ।। 15 ता एक्को उण सुंदरो उवाओ । अवि य ।
णिक्कड्डियासि-विसमो णिवाडियासेस-पक्क-पाइको । 17 दारिय-करि-कुंभयडो गेण्हामि बला जयसिरिं व ।।
(२५७) एवं च चिंतयंतस्स समागओ महिंदकुमारो । तेण य लक्खिओ 19 से हियय-गओ वियप्पो । भणियं च सहासं णेण ‘कुमार कुमार, किं पुण इम
सिंगार-वीर-बीभच्छ-करुणा-णाणा-रस-सणाहं णाडयं पिव अप्पगयं 21 णच्चीयइ' त्ति । तओ ससज्झस-सेय-हास-मीसं भणियं कुमारेण ‘णिसण्णसु __आसणे, पेसिओ तायस्स लेहो' । महिंदण भणियं 'पेसिओ' । कुमारेण भणियं
2) P om. णाम, P adds नवर before जा, J जो for जा. 5) P राई न for राईए. 6) P अहवा न जुत्त मह एरिसं ।, P om. मह जुत्तं. 7) J कहं for कहिं, P कुले य for काले अह. 10) P समुहे. 11) P पसाएसणं. 12) J अह for कह. 14) P दाहामि, P पुरओ for पुरो, P घेत्तूण for घेच्छामि. 16) P निव्वडियायेस. 17) जयसिरिव्व, P च for व. 19) J हिअयग्गओ P हिओययगओ, P inter. णेण (णेयण) & संहासं, P om. one कुमार. 20) P बीभत्सकारुण, J सणाहणाडयं. 21) | ससुज्झससेअहास, P सज्झस, Jणीसम्मसु P निसम्मसु. 22) P तायतस्स, P भणिउं.
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(२५७)
१५७ 1 ‘सुंदरं कयं, अह इओ केत्तिय-मेत्ताई जोयणाई अओज्झा पुरवरी । महिंदेण __ भणियं कुमार, किं इमिणा अपत्थुय-पसंगेण अंतरेसि जं मए पुच्छियं' । तओ 3 सविलक्ख-हास-मंथरच्छिच्छोहं भणियं कुमारेण किं वा अण्णं एत्थ पत्थुय___पुव्वं'। महिंदेण भणियं ‘णणु मए तुमं पुच्छिओ जहा किं पुण इमं अप्पगयं 5 तए णडेण व णच्चि य समाढत्तं' । तओ कुमारेण सविलक्खं हसिऊण भणियं _ 'किं तुहं पि अकहणीयं अत्थि । जं पुण मए ण साहियं तं तुह विण्णाणं 7 परिक्खमाणेण । किं जह मह हियय-गयं लक्खेसि तुमं किं वा ण व' त्ति । __ महिंदेण भणियं किं कुमार, महाराय-सिरिदढवम्म-परियणे अत्थि कोइ जो
9 जणस्स हियय-गयं ण-याणइ त्ति । कुमारेण भणिय अलं परिहासेण । सव्वहा ___ एयं मए चिंतियं जहा आगया एत्थ अम्हे दूरं देसंतरं किर कुवलयमाला 11 परिणेयव्व त्ति । गहिओ जयकुंजरो, पूरिओ पायओ, दिट्ठा कुवलयमाला, किर
संपयं णिव्वुया जाय त्ति जाव इमाए पडिहारीए साहियं जहा अज वि 13 कुवलयमालाए गह-लग्ग-जोओ ण सुंदरो, तेण 'कुमार, ण तए जूरियव्वं
वीसत्थो होहि' एवं किर राइणा संदिलृ ति । तेण मए चिंतियं जहा ‘एस एरिसो 15 छलो जेण गह-लग्ग-दियहो वा ण परिसुज्झइ त्ति । सव्वहा कुवलयमाला
थण-थली-परिमलण-पक्कलं ण होइ अम्ह वच्छयलं । अवि य । 17 अइबहुयं अम्ह फलं लहुयं मण्णामि कामदेवं पि ।
जं तीएँ पेसिया मे धवल-विलोला तहा दिट्ठी ।। 19 ता ण सा मं वरेउ' त्ति इमं मए चिंतियं ।
(२५८) महिंदेण भणियं 'अहो, 21 जं तं सुव्वइ लोए पयड आहाणयं णरवरिंद ।
पंडिय-पढिओ वि णरो मुज्झइ सव्वो सकज्जेसु ।। ___1) P अइ for इओ, J अयोज्झा P अउज्झा. 2) J अप्पत्थुअ, P पुच्छिओ. 3) । संथरछिंछोह, J अण्णं कत्थ एत्थ अपुव्वं. 5) J णच्चिउं. 6) P अकहणीयमत्थि. 7) P om. किं, P लक्खसि. 8) P दढधम्म. 9) P न for जणस्स, P जणस्स जाणइ for णयाणइ. 11) J पातओ. 12) J जायन्ति. 13) P विवाह for गह. 14) P inter. चिंतियं & मए. 15) P om. वा before ण, Jom. त्ति. 16) P घणत्थली for थणथली, P om. पक्कलं. 17) P अप्पफलं. 18) J तीय. 19) J ममं for मं, P वरउ, J adds ति after चिंतियं. 21) J एअं तं जं सुव्वइ पयडं आहाणयं जणे सयले । for the first line जं तं etc. 22) P पंडिये, P व for वि, P inter. सव्वो & मुज्झ (ज्झा) इ.
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(२५८)
1 जेण पुव्व- - जम्म-1 म- सिणेह - ह - पास - बद्धा, मुणिवर - णाणोवएस- पाविया जयकुंजरलंघण-घडंत- मुणि-वयणा लंबिय-पादय-पूरण- संपुण्ण-पइण्णा सयल - णरिंद3 वंद-पच्चक्ख-दिण्ण- - वरमाला गुरुयण- लज्जावणय - वयण-कमल-वण-मालललियप-धवल-विलोल-पसरंत-दिट्ठि - माला वि कुवलयमाला वियप्पतरं पाविय 5 त्ति । अहो मूढो सि, इंगियाई पि ण गेण्हसि । किं पुण एंतो ण पुलइओ सि । किं पुलइज्जंतीए ण लज्जियं तीए । किं ण पयडिओ अंस-भाओ । किं 7 जयकुंजर-लंघण-वावडो ण पुलइओ तं जहिच्छं । किं किं पि गुरु-पुरओ वि ण भणियं अव्वत्तक्खरं । किं ओयंछिय-वयणा ण जाया । किं पिउणा 'वच्छे, 9 वच्चसु' त्ति भणिए ण अलसाइयं । किं दूरे ण तुह दिण्णो अच्छिच्छोहो । किं मउलियाई आसणे णयणाई । किं ण अण्ण- बवएसेहिं हसियं तीए । किं 11 कण्ण-कंडूयच्छलेण ण वूढो रोमंचो । किं ण पीडिए णियय-थण-मुहे । किं गहियं अहरं दियवरेहिं । किं ण केस - संजमण - मिसेण दंसियं थणंतरं । किं 13 ण संजमियं अलिय-ल्हसियमुत्तरिज्जयं । किं तुमं दद्रुण पुलइयं अत्ताणयं । किं अहं ण पुलइओ गुरुयणो विव सलज्जं । किं अलिय - खेय-किलंत-जंभा-वस15 वलिउव्वेल्लमाण- बाहालयाए ण णिक्खित्तो अप्पा सहीए उच्छंगे त्ति, जेण भणसि जहा णाहं रुइओ कुवलयमालाए' त्ति । इमं च सोऊण भणियं कुमारेण 'अहो, 17 गुरु - पुरओ पढम - विज्जुरेहा इव दिट्ठ- णट्ठा एक्कते एत्तिए भावे पदंसिए कत्थ वा तए लक्खिए' त्ति । तेण भणियं 'कुमार, अहो पंडिय - मुक्खो तुमं, जेण 19 हसियं पिण हसियं पिव दिट्ठ पि ण दिट्ठमेव जुवईण ।
I
1
I
हियय-दइयम्मि दिट्ठे को वि अउव्वो रसो होइ || '
21 कुमारेण भणियं 'एयं तुमं पुण जाणसि, मए उण ण किंचि एत्थ लक्खियं' ति । महिंदेण भणियं 'तुमं किं जणसि मय - जलोय-लंत-गंडयलोलेहड
1) J adds संबद्ध before सिणेह. 2) P सिणह, P पाययपूरण. 3) Pom. दि. 4 ) P om. विलोल. 5) P इंगियं पि, P किं पुलयंतो न. 6) Jom. ण लज्जियं तीए, J पडिओ for पयडिओ. 7 ) Po कुंजरलंघण, Jom. तं, P गुरू. 8) J अब्भंतरक्खरं, P किं उअच्छिय. 9) P adds त्ति after अच्छिच्छोहो. 10) P किं अन्नावएसेहिं न हसियं, J तीय, P किं वा कन्नकंदुय.. 11 ) J कुट्ठो for वूढो, J पंडिए for पीडिए, P निययमे. 12 ) P दसणेहिं for दियवरेहिं, P संजममिसेण. 13) P दट्टूण न पुलइयमत्ताणयं. 14 ) P जंतावस. 15) Pom. ण, P सही for सहीए. 16) P om. जहा before णाहं, P एवं for इमं. 17) J विज्जुरेहं पिव, P दिट्ठनट्ठा एकत्तो. 18) Pom. तए, P मुद्धो for मुक्खो, Jom. जेण. 19 ) J दिट्ठमे जुवईण. 21 ) Pom. पुण, J इंचि, P om. एत्थ. 22 ) P inter. किं & तुमं, P मजलोअलंतगंडयललेहडसलावलीकिलप्प०.
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(२५९)
१५९
1
5 को पुण अण्ण तुह सरिसो कुल - विहव
1 भसलावली-कलप्पलावाउलिज्जत-जय-कुंजर - लंघण - - वावड- -मणो, अहं पुण ती तम्मि समए तुह दंसण - पहरिसुल्लसंत- रोमंच - पसाहण-पसाहियायार3 भावण्णेसंण - तग्गओ, तेण जाणिमो' त्ति । जं च तए आसंकियं महाराय - विजयसेणो बहु- दियह- लग्ग - गणण- च्छलेण ण दाहिइ बालियं ति तं पिणो । -ख्व- जोव्वण - विण्णाण - णाण-सत्तकला-कलावेहिं जस्स तं दाहिइ । ता मिच्छा - वियप्पो तुह इमो' त्ति भणमाणस्स 7 समागया एक्का दारिया । तीए चलण-पणाम- -पच्चुट्टियाए विण्णत्तं । 'कुमार, भट्टिदारियाए सहत्थ-गंथिया इमा सिरिमाला तुहं पेसिया । एसो य पारि-याय9 मंजरी - सिरीस -कय- कारिम-गंध-लुद्ध मुद्धागयालि-माला - हलबोलवाउलिज्जमाण-कारिम- केसरो कण्णऊरओ पेसिओ' त्ति भणमाणीए पणामिओ 11 कुमारस्स । कुमारेणावि सुह - संदोह - महोयहि-मंथणुग्गओ विव सायरं गहिओ त्ति पुलइयं च तेहिं ।
13
(२५९) भणियं च महिंदेण 'कुमार, सुंदरं कण्णपूरयं, किंतु मणयं इमस्स इमं णालं थूलं । कुमारेण वि भणियं 'एवमिमं किं पुण कारणं दे णिरूवेमि' 15 दिट्टं च अइतणुय-भुज्जवत्तंतरियं पत्तच्छेज्ज - रायहंसियं । उव्वेल्लिया य कुमारेण, दिट्ठा असरिसा विय रायहंसिय त्ति । कुमारेण भणियं 'वयंस, जाण ताव केरिसा 17 इमा हंसिय' त्ति । महिंदेण भणियं 'किमेत्थ जाणियव्वं, भुज्ज-विणिम्मिया' । तओ सहासं कुमारेण भणियं 'णणु अहं भावं पुच्छामि' । महिंदेण भणियं 19 ‘केरिसो इमाए अचेतणाए भावो' । कुमारेण भणियं 'अलं परिहासेण । णणु किं एसा भीया, किं वा उव्विग्गा, किं वा दीणा, किं वा पमुइया, आउ पिय21 विरह - विहुरा होउ साहीण-दइय- सुरयासाय- लालस' त्ति | महिंदेण भणियं 'ण इमाण एक्का वि, किंतु अहिणव - दिट्ठ - णट्ठ - दइया - सुह - संगम - लालसा एसा' ।
2) J तीय, J पसोहिआयारभावणेसण. 3) P जो णिमो त्ति, Padds त after तए, Padds तं before महाराय 4 ) J दाहिति जालिअं ति. 5) P को उण, P विविहव. 6) J जस्स त्तं दाहिति । 7 ) P दारियो, J तीय, J पच्चुट्ठिताए पब्भुट्टियाए. 8) P भट्टदारियाए, P गुच्छा for गंथिया, Pom. तुहं. 10) P कन्नेऊरउ पेसिउ, J भणमाणीय. 11) P कुमारेण वि. 12 ) Pom. त्ति. 13) Pom. च after भणियं, P कन्नेऊरयं, J om. किंतु मणयं. 14) J इमण्णालं, Pom. वि, J om. एवमिमं . 15) J अतितणुय, P चुज्जवुत्तं ० . 16) Pom. जाण. 17) Jom. इमा, P हंसिया I, P भिड for भुज्ज. 18) Pom. महिंदेण भणियं केरिसो etc. to कहं जाणीयइ.
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१६०
(२५९)
1 कुमारेण भणियं 'भण, कहं जाणीयइ' । महिंदेण भणियं ‘किं वा एत्थ जाणिव्वं । अवि ।
3
- सिढिलंगी ।
5 कुमारेण भणियं ‘एवं णिमं णिउणं च णिरूविउं पयत्तो । पुलयंतेण य भणियं 'वयंस, दुवे इमीए पुडा' । विहाडिया य जाव पेच्छइ अवरलिवी-लिहियाई 7 सुहुमाई अक्खराई । भणियं च तेण 'अहो, अक्खराणि व दीसंति' । वाइउं पयत्ता । किं पुण लिहियं तत्थ । अवि य ।
1
9
तक्खण-विणट्ठ-पिययम- पसरिय-गुरु-विरह- दुक्ख - 1 उक्कंठिय-पसरिय-लोल - लोयणा दीस जेण ।।
अहिणव-दिट्ठ-दइय-सुह-संगम-फरिस - रसं महंतिया । दूसह-विरह- दुक्ख-संताविया कलुणं रुवंतिया ।। तरलिय-णयण-बाह-जल - पूर - जलज्जलयं णियंतिया । दइया - हंसएण मेलिज्जइ इह वर - रायहंसिया ।। 13 तओ कुमारेण भणियं 'अहो णिउणत्तणं कलासु कुवलयमालाए, जेण पेच्छ कारिम-कण्णपूरओ, तस्स मुणाले रायहंसिया, सा वि णिय-भाव-भाविया, 15 तीय वि मज्झे हंसिया-भाव-विभावणं इमं दुवइ - खंडलयं ति सव्वहा तं तहा जहा तुमं भणसि' । महिंदेण भणियं 'तुमं पुण असंबद्धं पलवसि, जेण इमं पि 17 एरिसं रायहंसिं अण्णहा संभावेसि' त्ति । ताव य ।
मा हीरह रायरसा धण-धणिया - विहव- पुत्त - भंडेहिं ।
11
19 धम्मेण विणा सव्वं पुक्करियं जाम - संखेण ।।
इमं च सोऊण सहसुब्भंत-विलोल-चलंत-पम्हल-णयणो भणिउं पयत्तो । 21 ‘अहो अत्थंगओ दिणयरो, पूरिओ चउ - दिहय- जाम- संखो । ता संपयं करणीयं किंचि करेमो । ता वच्च तुमं, साहसु कुवलयमालाए 'सव्वं सुंदर,
1) J जाणीअति. 3) P पणट्ठ for विणट्ठ, Pom. पसरियगुरु etc. to पुलयंतेण. 5) J एवण्णिमं, P एतेण for य before भणियं. 6) J पुडे विहडिया. 7 ) P अक्खराई च. 8) P om. अवि य. 9) J रसम्महंतिआ. 10) Pom. विरह, P संताविय, J करुणं रुअंतिआ. 11) P वाहजलपूरजलपूरजलुजलुयं, J णिएंतिआ. 12) J देया for दइया, J मेणिज्जउ. 13) J णिउत्तणं, J जोण for जेण. 14 ) J कण्णऊरओ, J विआले P मुणाल for मुणाले, P विणीय. 15) Padds विभाव before विभावणं, J दुइअखण्डलयं P दुइयखंडयं. 16 ) J पर for पुण, Padds ण after पुण. 17 ) P अहण्णहा. 18) P मोहीरह - रायहसा. 19) P सव्वं थुक्करियं. 20 ) P सहसुव्वत्त, J मम्हल, P नयणा, P पयत्ता. 21) J अह for अहो, P transposes जाम after चउ. 22) P सहाय for साहसु, J णिउणो.
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(२६०)
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| अहो णिउणा तुमं' ति । तओ 'जहाणवेसि' त्ति भणिऊण पडिगया सा दारिया । (२६०) कुमारा वि कय- ण्हाण-कम्मा उवगया अब्भंतरं । तत्थ वि 3 कुमारेण जविया जिण - णमोक्कार - चउव्वीसिया, झाणेण य झाइओ समवसरणत्थो भयवं जय-जीव-बंधवो उसभणाहो । पढियं च ।
5
जय ससुरासुर-किंणर-णर-णारी - संघ-संथुया भगवं । जय सयल-विमल-केवल - ललिउज्जल - णाण - वर - दीव || 7 मय-माण - लोह - मोहा एए चोरा मुसंति तुह वयणं ।
ता कुणसु किं पि तं चिय सुरक्खियं जह इमं होइ ।। 9 त्ति भणिऊण कओ मण -
I
ग- वियप्पियाणं भगवंताणं पणामो त्ति । तओ सुहासणत्था संवृत्ता । भणियं च महिंदेण 'कुमार, कीस तए कुवलयमालाए ण किंचि संदिट्ठे 11 पेम्म-राय-संसूयणं वयणं' । कुमारेण भणियं 'ण तुमं जाणसि परमत्थं । पेच्छामो इमिणा संदेस-विरहेण किं सा करेइ, किं ताव संगमूसुया आयल्लयं 13 पडिवज्जइ, किं ता विण्णाणं ति करिय अम्हाणं पेसिए कण्णऊरए ण कज्जं तीए संदेसेणं' ति । महिंदेण भणियं 'एवं होउ, किंतु होहिइ कुवलयचंदो चंदो 15 व्व सकलंको' । कुमारेण भणियं 'केण कलंकेण' । महिंदेण भणियं 'इत्थिवज्झा - कलंकेण' ति । तेण भणियं 'कहं भणसि' । महिंद्रेण भणियं 'किमेत्थ 17 भणियव्वं ति । ण दिण्णो तए पडिसंदेसो । तओ सा तुह संदेसायण्णणुक्कंठिया दूइ-मग्ग-पलोयण-परा चिट्ठइ । पुच्छियाए दूईए ण य किंचि संदिट्ठति सु 19 गिम्ह-र -समय-मज्झण्ह - दिणयर-कर-1 र - णियर- र-सूसमाण - विरय - जंबालोयरकडुयालय-सहरुल्लिय व्व तुह विरह - संताव - सोसिज्जंती उव्वत्त- परियत्तयं 21 करेऊण मरिही वराई कुवलयमाला | पुणो पभायाए रयणीए जत्थ दीससि भमंतो तत्थ लोएण भणियव्वो, अहो एसो बाल-वहओ भूण-वहओ इत्थि-वहओ
1) P परिगया, P चेडिया for दारिया. 2 ) J अम्हंता for अब्भंतर. 3) J जिणे for जिण, P चउवीसिया. 4) P उसहनाहो. 6) P दीवा ||. 7 ) P मयण for लोह, P एते चोरा. 8) P कुणसु तं पि किं पि तं चियं. 10) J इंचिअ for किंचि. 12) P करेत्ति for करेइ, J संगमूसुआ पल्लयं, P संगमूसिया. 13) P कन्नारूरणए. 14) J तीय, J होहिति, P होहित्ति. 15) Pom. इत्थिवज्झा to महिंदेण भणियं, J इत्थिवज्जा. 17) P त for तए, P संदेसायणुणुक्कंठिया पुणो दूइ. 18) J दूई, J चिट्ठति, J पुच्छिया दूई, P णिसु for सुए. 19) P दियर, Pom. करणियर, J सुसमाण, P जंबालोयरि. 20) P सफरियल्लयव्व, J परत्तयं. 21 ) J adds वि before वराई, P वराती, P पभाया रयणीए. 22 ) P भणितव्वो, J एस for एसो.
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(२६१) 1 त्ति, तेण भणामि कलंकिजसि' त्ति । कुमारेण भणियं 'अहो, तुमं सव्वहा
पहसण-सीलो, ण तुह पमाणं वयणं' ति । 3 (२६१) एवं विहसमाणा कं पि कालं अच्छिऊण णुवण्णा पल्लंकेसु, पसुत्ता
सुइरं । ताव य पढियं पाहाउय-पाढएण । अवि य । 5 णिम्मल-फुरत-रुरप्पभेण रुहिराणुरजियगेण ।
अरि-तिमिरं णासिज्जइ खग्गेण व तुज्झ सूरेण ।। 7 लोयालोय-पयासेण विमल-दीसंत-देव-चरिएण ।
ओयग्गिज्जइ भुवणं तुज्झ जसेणं व अरुणेणं ।। 9 सूरोअग्गण-मइलेण गलिय-देहप्पहा-णिहाएण ।
अरि-णिवहेण व तुझं वियलिज्जइ उडु-णिहाएण ।। 11 वण-राइ-परिगएणं दूरुण्णय-दुक्ख-लंघणिज्जेणं ।
पयडिज्जइ अप्पाणो वीरेण व सेल-णिवहेणं ।। 13 मंगल-भणिएण इमं लंघिय-जलणाह-दूर-पसरेण ।
आसा-णिवहेण तुमं वियसिज्जइ संपयं वीर ।। 15 इय तुज्झ चरिय-सरिसं सव्वं चिय णाह आगयं पेच्छ ।
मुह-दसणं च दिज्जउ णरणाह णरिंद-वंदाण ।। 17 इमं च णिसामिऊण णमो तेलोक्क-बंधूणं' ति भणमाणो जंभा-वस
वलिउव्वेल्लमाण-बाहा-पक्खेवो समुट्ठिओ पल्लंकाओ कुमारो महिंदो वि । ताव य 19 समागया अप्प-दुइया एक्का मज्झिम-वया जुवई। सा य केरिसा। अवि य।
अणुसीमंत पलिया ईसि-पलंबत-पीण-थण-जुवला । 21 सिय-हार-लया-वसणा ललिय-गई रायहंसि व्व ।। ___ तओ तीय य दारियाए पुरओ उवसप्पिऊण भणियं 'कुमार, एसा कुवलयमालाए
_3) P निवण्णा लंकेसु. 4) P सुरं for सुइरं. 5) P रुहिराणरंजियगेण ।. 6) P om. य, J य जुज्झ. 8) P अरुणाणं. 9) P सूरोअग्गेण, J महिलेण. 10) J उउ for उडु. 11) J परिअएणं. 12) P अप्पाणं. 14) J तुहं for तुमं. 16) P om. च. 18) P वलीयुव्वेल्लमाण, J लयुक्खेवो for पक्खेवो, P मुट्ठिओ for समुट्ठिओ. 19) P जुवती. 20) P पलपंत, J जुअला ।. 21) P हरि for हार, J गया P गती for गई. 22) P अवसप्पिऊण.
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(२६२)
१६३ 1 जणणी धाई पियसही किंकरी सरीरं हिययं जीवियं व' त्ति । तओ कुमारेण
ससंभमं ‘आसणं आसणं' ति भणमाणेण अब्भुट्ठिया, भणियं च 'अजे, 3 पणमामि' । तीय य उत्तिमंगे चुंबिऊणं 'चिरं जीवसु वच्छ' त्ति भणंतीए
अभिणंदिओ कुमारो । णिसण्णा य आसणम्मि । भणियं च कुमार, अम्हाण 5 तुमं देवो सामी जणओ सहा मित्तं बंधवो भाया पुत्त-भंडं अत्ताणयं हिययं वा,
सव्वहा वच्छाए कुवलयमालाए तुहं च को विसेसो त्ति, तेण जं भणामि तस्स 7 तुमए अणुण्णा दायव्वा । अण्णहा कत्थ तुम्हाण पुरओ अणेय-सत्थत्थ
वित्थर-परमत्थ-पंडियाणं अम्हारिसाओ जुवइ-चंचल-हियय-सहावाओ 9 वीसत्थं जंपिउं समारहति । ता सव्वहा खमसु जं भणिस्सं ।
(२६२) अत्थि इमा चेव पुरवरी तुमए वि दिट्ठ-विहवा विजया णाम, 11 इमाए चेय पुरवरीए विजयसेणो णाम राया । इमा चेय तस्स भारिया रूवेण
अवहसिय-पुरंदर-घरिणी-सत्था भाणुमई णाम । सा य महादेवी, ण य तीए 13 कहिं पि किंचि पुत्त-भंडं उयरीहोइ । तओ सा कत्थ देवा, क्थ दाणवा, कत्थ
देवीओ, कत्थ मंताई, कत्थ वा मंडलाइं, सव्वहा बज्झंति रक्खाओ, कीरंति 15 बलीउ, लिहिजंति मंडलाइ, पिज्जति मूलियाओ, मेलिजंति तंताई,
आराहिजंति देवीओ । एवं च कीरमाणेसु बहुएसु तंत-मंतोवाइय-सएसु कह 17 कह पि उयरीभूयं किं पि भूयं । तओ तप्पभूइं च पडिवालियं बहएहिं मणोरह
सय-सएहिं जाव दिट्ठ सुमिण किर पेच्छइ वियसमाणाभिणव-कंदोट्ट-मयरंद19 बिंदु-णीसंद-गंध-लुद्ध-भमर-रिछोलि-रेहिरा कुवलयमाला उच्छंगे । तओ
विबुद्धा देवी भाणुमई । तओ णिवेइए राइणा भणियं 'तुह देवि, तेलोक्क-सुंदरी 21 धूया भविस्सइ' त्ति । तओ ‘ज होउ तं होउ' त्ति पडिवण्णे वच्चंतेसु दियहेसु पडिपुण्णे गब्भ-समए जाया मरगय-मणि-बाउल्लिया इव सामलच्छाया बालिया ।
1) P धाती, P हितयं, J हिअयं जीअव्वं ति ।, P repeats व, P ततो. 2) P om. one आसणं. 3) P तीए for त्ति, J भणंतीय. 4) P अहिणंदिऊण, J भणिअंतीय कुमार. 5) P सहा मित्तो. 7) P दातव्वा, J अत्थत्थ for सत्थत्थ. 8) J अम्हारिसीओ जुवईसहावचंचल, P सहियय. 9) P वासत्थं for वीसत्थं, P समाहरंति, J खमेजसु जं भणिअं ।. 10) J चेअ, P adds पुरव before पुरवरी. 11) Jचेव, P भज्जा for भारिया. 12) P भाणुमती, J कीय for तीए. 13)P om. पि P चि for किंचि, P उयारीहोति ।. 14) P मंतीइ, P मंगलाई for मंडलाइं in both places, P कीलंति. 15) Jadds मूला before मूलियाओ. 17) J उअरीहूअं P उदरीभूयं, P तप्पभूयं, J मणोरहोसय. 18) P सतसएहिं, P ताव for जाव, P मयरिंदबिंदनीसंद. 20) P भाणुमती. 21) P धूया हविस्सइ, P ज होउ for जं होउ तं होउ, Jom. त्ति, P adds गब्भसमये before वच्चंतेसु. 22) P om. पडिपुण्णे गब्भसमए, J पाउल्लिया P पुत्तल्लिया for बाउल्लिया.
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(२६२) 1 तओ तीए पुत्त-जम्माओ वि अहियं कयाइं वद्धावणयाइं । एवं च णिव्वत्ते
बारह-दियसिए णामं से णिरूवियं गुरु-जणेणं, कुवलयमाला सुमिणे दिट्ठा 3 तेण से कुवलयमाल त्ति णामं पइट्ठियं । सा य मए सव्व-कज्जेसु परिवड्डिया
। तओ थोएसं चेय दियहेस जोव्वणं पत्ता । तओ इच्छंताणं पि पिऊणं वरं 5 वरेंताणं पि णेय इच्छइ, पुरिसद्देसिणी जाया । तओ मए बहुप्पयारेहिं पुरिस
रूव-जोव्वण-विलास-विण्णाण-पोरुस-वण्णणेहिं उवलोभिया जाव 7 थोवत्थोवं पि ण से मणं पुरिसेसु उप्पज्जइ त्ति । तओ विसण्णो राया माया
मंतियणो य कहं पुण एसो वुत्तंतो होहिइ त्ति । एरिसे अवसरे साहियं पडिहारेण 9 'देव, एरिसो को वि विजाहर-समणो दिव्व-णाणी उज्जाणे समागओ, सो
भगवं सव्वं धम्माधम्मं कज्जाकजं वच्चावच्चं पेयापेयं सुंदरासुंदरं सव्वाणं साहइ 11 त्ति, तीताणागत-भूत-भव्व-भविस्स-वियाणओ य सुव्वइ, सोउं देवो ___पमाण'ति । तओ राइणा भणियं 'जइ सो एरिसो महाणुभावो तओ पेच्छियव्वो 13 अम्हेहिं । पयट्ट, वच्चामो तं चेय उज्जाणं' ति भणमाणो समुट्ठिओ आसणाओ
। तओ कुवलयमालाए वि विण्णत्तं ‘ताय, तए समयं अहं पि वच्चामि' । 15 राइणा भणियं ‘पुत्त, वच्चसु' त्ति भणमाणो गंतु पयत्तो । वारुया-करिणिं
समारुहिऊण संपत्ता य तमुजाणं । दिट्ठो य सो मुणिवरो, राइणा कओ से 17 पणामो, आसीसिओ य तेण, णिसण्णो पुरओ से राया ।
(२६३) तओ सो भगवं साहिउँ पयत्तो । भणियं च णेण । 19 लोयम्मि दोण्णि लोया इह-लोओ चेय होइ पर-लोओ ।
परलोगो हु परोक्खो इह-लोओ होइ पच्चक्खो ।। 21 जो खाइ जाइ भुंजइ णच्चइ परिसक्कए जहिच्छाए ।
सो होइ इमो लोओ परलोगो होइ मरिऊण ।।
1) J तीय for तीए, P adds च after कयाई, P णिव्वत्ति बारसमे दिवसे णाम. 2) J गुरुअणेणं. 3) P कुवलयमाला णामं, P• वट्ठिय. 4) J चेअ P चिय, P जोव्वणं संपत्ता, P च for पि before पिऊणं, P om. पि. 5) P इच्छत्ति पुरिसहोसिणी, P adds रस before रूव. 6) J विलासलो, P विन्नणेहिं उवलोहिया जाव थोवं पि. 7) P मंतिणा for मंतियणो. 8) P होहिति, P अवसरि. 10) P सोहति for साहइ, P तीतीणागत. 11) P भवियस्स, P adds त्ति after सुव्वइ. 12) P पेच्छितव्वो. 13) P om. ति, J•माला विय विण्णत्तं. 14) P समं for समय, P वच्चाम्मो. 15) J भणमाणा गंतु पयत्ता, P तारुअं for वारुया, J तं उज्जाणं. 16) P om. सो, P om. य. 17) P inter. से & पुरओ. 18) P सोहिउँ for साहिउं. 19) P inter. होइ & चेय. 20) J परलोओ उ परोक्खो. 21) P खाति भुजति णच्चति. 22) J परलोओ.
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(२६३) 1 लोगम्मि होंति अण्णे तिण्णि पयत्था सुहासुहा मज्झ ।
हेओयादेय-उवेक्खणीय-णामेहिँ णायव्वा ।। 3 ता इह-लोए हेया विस-कंटय-सत्थ-सप्पमादीया ।
एयाहिँ होति लोए दुक्ख-णिमित्तं मणुस्साणं ।। 5 कुसुमाइँ चंदणं अंगाण य दव्वा वि होंति आदेजं ।
जेण इमे सुह-हेऊ पच्चक्खं चेय पुरिसाणं ।। 7 अवरं उवेक्खणीयं तण-पव्वय-कुहिणि-सक्करादीयं ।
तेण सुहं ण य दुक्खं ण य चयणं तस्स गहणं वा ।। 9 ता जह एयं तिविहं इह-लोए होइ पंडिय-जण्णस्स ।
तह जाणसु पर-लोए तिविहं चिय होइ सव्वं पि ।। 11 पाणिवहालिय-वयणं अदिण्ण-दाणं च मेहुणं चेय ।
कोहो माणो माया लोहं च हवंति हेयाई ।। 13 एयाइँ दुक्ख-मूलं इमाइँ जीवस्स सत्तु-भूयाई ।
तम्हा कण्हाहिं पिव इमाइँ दूरं परिहरासु ।। 15 गेण्हसु सच्चमहिंसा-तव-संजम-बंभ-णाण-सम्मत्त ।
अज्जव-मद्दव-भावो खंती धम्मो य आदेया ।। 17 एयाइँ सुह लोए सुहस्स मूलाइँ होति एयाइ ।
तम्हा गेण्हह सव्वायरेण अमयं व एयाई ।। 19 सुह-दुक्ख-जर-भगंदर-सिरवेयण-वाहि-खास-सोसाई ।
कम्मवसोवसमाइं तम्हा विक्खाइँ एयाई ।। 21 तो एयं णाऊणं आदेये कुणह आदरं तुब्भे ।
हेयं परिहर दूरे उवेक्खणीयं उवेक्खेहि ।।'
1) J लोअम्मि, P होति. 2) J हेओआदेयउव्वेक्ख०, P हेऊआदेयउवेक्खणे अणालोमेहि. 3) P कंटइ, P सप्पमाईय I. 4) P वुक्का for दुक्ख. 5) J दव्वादि होइ, P आएजं. 6) J सुहहेउं P साहेऊ. 7) P वच्चं य for पव्वय. 8) P धरणं for चयणं. 10) P होति सव्वं. 12) J एआई P हेताई. 13) J सत्थभूताई. 14) P दूरेण परिहरसु. 16) P एयाई for आदेया. 17) J एताई in all places, J सहस्स for सुहस्स. 19) P om. the verse सुहदुक्ख etc., J सोसाती. 20) J एताई. 21) P एते for एयं. 22) J उवक्खेहि, P उवेक्खाहि.
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(२६४) 1 (२६४) एवं च भणिए भगवया तेण मुणिणा सव्वेहिं चेय णरणाहप्पमुहेहि ___ भणियं भगवं, एवं एयं, ण एत्थ संदेहो' त्ति । एत्थंतरम्मि णरवइणा पुच्छियं 3 'भगवं, मम धूया इमा कुवलयमाला, एसा य पुरिसद्देसिणी कुल-रूव-विहव
विण्णाण-सत्त-संपण्णे वि रायउत्ते वरिजंते णेच्छइ । ता कहं पुण एसा 5 परिणेयव्वा, केण वा कम्मि वा कालंतरम्मि' त्ति पुच्छिए णरवइणा, भणियं
च भगवया मुणिवरेण । अत्थि कोसंबी णाम णयरी । तत्थ य तम्मि काले 7 पुरंदरयदत्तो णाम राया, वासवो य मंती । तत्थ ताणं उज्जाणे समवसरिओ सीस
गण-परियारो धम्मणंदणो णाम आयरिओ । तस्स पुरओ सुणेताण ताण धम्म9 कहं कोह-माण-माया-लोह-मोहावराह-परद्ध-माणसा पंच जणा, तं जहा,
चंडसोमो माणभडो मायाइच्चो लोह-देवो मोहदत्तो त्ति । ते य पव्वज काऊण 11 तव-संजम-सणाहा, पुणो कमेण कय-जिणधम्म-संबोहि-संकेया आराहिऊण
मरिऊण कत्थ उववण्णा । अवि य । अत्थि सोहम्मं णाम कप्पं । तत्थ य 13 पउमं णाम विमाणं । तत्थ वि पउम सणामा पंच वि जणा उववण्णा । तहिं पि
जिणिंद-वयण-पडिबुद्ध-सम्मत्त-लंभब्भुदय-पावण-परा संकेयं काऊण एत्थ 15 चेय भरहे मज्झिम-खंडे उप्पण्णा । एक्को वणियउत्तो, अवरो रायउत्तो, अवरो
सीहो त्ति । अवरा वि एसा कुवलयमाल त्ति । तत्थ ताणं मज्झाओ एक्केण 17 एसा परिणेयव्वा । धम्मं च पावेयव्वं ति । भणियं च णरवइणा ‘भगवं, कहं
पुण सो इहं पावेहिइ, कहं वा एत्थ अम्हेहिं णाइयव्वो' त्ति । भगवया भणियं 19 ‘सम्हारिय-पुव्व-जम्म-वुत्तंतो कायव्व-संकेय-दिण्ण-माणसो इमाए चेय
पडिबोहण-हेउं इहं वा पावीहइ त्ति, तं च जाणसु । सो चेय इमं तुह उम्मत्तं 21 तोडिय-बंधणं जयकुंजरं रायंगणे गेण्हिहिइ, पुणो कुवलयमाला-लंबियं पाययं
भिंदिहिइ, सो चेय जाणसु इमं परिणेहिइ, ण अण्णह' त्ति भणंतो समुप्पइओ ___1) P om. च, P भणिया, P ते मुणिणो, P नरनारिप्प०. 2) P एतं for एयं, P नरवइया. 3) Jom. इमा, P ०देसिणी. 4) P संपत्त for संपण्णे, Pणेच्छत्ति ।, P om. कहं, P adds कहिं after एसा. 6) P तं for च, J सयले for काले. 7) P पुरंदत्तो, P om. ताणं. 9) P transposes लोह after कोह, P मोहोवराहपहरद्ध. 10) J लोहभडो, P मोहदत्ता. 11) J कया, P जिणधमं. 12) P मरिऊण, P सोधम, P om. य, P य for वि after तत्थ. 14) P adds धम्म before जिणिंद, J सम्मत्तलब्भब्भूतय, P लंभुदय. 15) P उववन्ना for उप्पण्णा, J वणिअपुत्तो. 16) Jom. अवरा वि एसा कुवलयमाल त्ति ।, P एगेण. 17) J भगवं पुण को इहं पावेहिति ।, P इह पाविहित्ति । भगवया भणियं संभावियपुव्वजॅम. 19) P कायव्वो. 20) P पडिबोहणाहेउं इमं पाविहित्ति, P जो for सो. 21) खुहिय for तोडिय, J गेण्हिहिति P गेण्हिहित्ति, J पातयं. 22) J भिंदिहिति P भिंदहित्ति, J चेव, J परिणेहिति P परिणेहि त्ति, P अण्णहि.
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(२६५)
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1 मुणी । तओ कुमार, उप्पइयम्मि तम्मि मुणिवरे आगओ राया पुरवरिं । इमा कुवलयमाला तप्पभूइं चेय किं-किं पि हियएण चिंतयंती अणुदिणं सिउ 3 पयत्ता। ता इमाए एस पुव्व - जम्म-सरण - पिसुणो एस पायओ लंबिओ । अवि य 'पंच वि उमे विमाणम्मि' । इमो य ण केण वि भिंदिउँ पारिओ ताव 5 जाव एस जयकुंजर-संभम - कलयलो । तओ पुच्छिए राइणा भणियं 'पुत्ति कुवलयमाले, पेच्छ तं अत्तणो वरं, (जो) एत्थ इमं जयकुंजरं गेण्हिहिइ, सो 7 तं पादयं पूरेहिइ । इमं मुणिणा तेण आइट्ठ' ति । ता पेच्छामु णं को पुण इमं गेण्हइ’त्ति भणमाणो णरवई समारूढो पासाद - सिहरं, कुवलयमाला य। अहं पि 9 तीए चेय पास-परिवत्तिणी तम्मि समए । तओ कुमार, तए अप्फालण-खलणचलणाहिं णिप्फुरीकए जयकुंजरे सीह-किसोरएण व लंघिए पूरिओ सो पादओ । 11 इमो य पूरिओ पायओ त्ति दिण्णा वरमाला । इमिणा ओघुट्टिए दढवम्मम- पुत्तो त्ति तुह णामे उव्वूढो पहरिसो राइणा । कुवलयमाला उण तुमए दिट्ठम्मि किं 13 एस देवो, किं विज्जाहरो, अह सिद्धो, उओ कामदेवो, किं वा चक्कवट्टी, किं वा माणुसोत्ति । पुणो घेप्पंते य जयकुंजरे, केरिसा जाया । अवि य ।
15
वलइ वलंतेण समं खलइ खलंतम्मि णिवडइ पडते ।
उट्ठाइ उल्ललंते वेवइ दंतेसु आरूढे ।।
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21
(२६५) जइया पुण कुंजरारूढो समुह संठिओ तइया किं चिंतिउं पयत्ता । अवि य ।
आयंबिर-दीहर-पम्हलाइँ धवलाइँ कुसुम - सरिसाइँ | णयणाइँ इमस्स वणे णिवडेज्जंगेसु किं मज्झं || विद्दुम-पवाल-सरिसं रुइरं लायण्ण-वत्ति-सच्छायं । अहरं इमस्स मण्णे पाविज्जइ अम्ह अहरेण ।।
1) P om. तम्मि. 2) P चेव, P सुसिउं 3) P इमा एस, J पातओ. 4) P om. वि पउमे, J केणइ भिंदिउं, P भिंदिओ, J पारओ. 5) P पुच्छिओ, J पुच्छि for पुत्ति. 6) P कुवलयमालो पेच्छं P जयकुंजरो गेहइ त्ति, J गेहिहिति. 7 ) P पाययं पूरेहित्ति, J पूरेहिति, J om. तेण, P ता पुच्छामु. 8) P णरवती, P पासाय, P वि for य. 9) J पाद for पास, Pom. ए. 10) P णिप्फरिकए, P पुरओ सो पायओ. 11) J पातओ त्ति ।, JP ओघट्टिए दढधम्म० 12 ) J adds तम्मि after दिट्ठम्मि. 13) J उतो, P तओ for उओ. 14) J य कुंजरे, P य जकुंजरे, Jom. जाया. 15) P खलति. 16) J उद्धाइ, P आरूढो. 17) J तउआ. 19) P अयंचिर for आयंबिर, P पंभलाई. 20) P पुणो for वणे. 21 ) P पलास for पवाल, P लाइन्न.
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१६८
(२६५)
1 पिह-पीण-ललिय-सोहं सुर-करि-दंतग्ग-मूरण-समत्थं ।
वच्छयलं किं मण्णे पाविजइ मज्झ थणएहिं ।। 3 दीहे उण्णय-सिहरे दरिय-रिऊ-काल-दंड-सारिच्छे ।
एयस्स बाहु-डंडे पावेज व अम्ह अंगाई ।। 5 मासल-पिहुलं रुइरं सुरय-रसासाय-कलस-सारिच्छं ।
एयस्स कडियलं णे पावेज व अम्ह सयणम्मि ।। 7 पूरेज्ज एस पाद देज्ज व अहय इमस्स वरमाल ।
इच्छेज्ज व एस जुवा होज्जम्ह मणोरहा एए ।। 9 होज्ज इमस्स पणइणी कुप्पेज्ज व णाम अलिय-कोवेण ।
कुवियं च पसाएज्जा अहवा कत्तो इम मज्झ ।। 11 इमं च चिंतयंतीए पूरिओ पायओ । तं च सोऊण हरिस-वस-समूससंत-रोमंच
कंचुय-रेहिरंगाए दिण्णा तुहं वरमाला, तओ अवलंबिया तुह खंधराभोए । तं 13 च दद्रूण कुमार, तए पेसिया धवल-विलोल-लोला चलमाणा पम्हला दिट्ठी ।
तीय य दिट्ठीय पुलइया केरिसा जाया । अवि य, वियसिया इव कमलिणी, 15 कुसुमिया इव कुंदलया, विहडिया इव मंजरी, मत्ता इव करिणिया, सित्ता इव ___ वेल्लिया, पीयामय-रसा इव भुयंगिया, गय-घणा इव चंदलेहिया, सुरय17 ऊसुया इव हंसिया, मिलिया इव चक्किय त्ति । सव्वहा
अमएण व सा सित्ता पक्खित्ता सुह-समुद्द-मज्झे व्व । 19 अप्पाण पुण मण्णइ सोहग्ग-मयं व णिम्मवियं ।।। ___ एरिसे य अवसरे तुम राइणा भणिओ जहा 'समप्पिय कुंजरवर आरुह इम 21 पासायं' ति । तओ तुह दंसणासायणा-सज्झस-सेउक्कंप-कुतूहलाऊरमाणहिययाए समागओ तुमं । पिउणा य भणियं ‘वच्छे, वच्च अंतेउर' ति । तओ
1) P पिहुणललिय. 3) J दीओ for दीहे, J रिउ, P सारिच्छो. 4) P बाहुदंडे. 5) P मंसलं. 6) J कडिअलण्णे, P कहिं अन्ने पावेजह अम्ह. 7) P पायं for पादं. 8) J जुआ, P एस जवा हो जम्ह, P एते. 9) P कोवेण. 10) P कत्ता. 11) J पूरिओ य पातओ. 12) P कचुइरेहि. J उ ( or ओ) for तओ, खंधराए ।. 13) P लोलवलमाण, P दिट्ठीये for दिट्ठी. 14) P om. तीय य दिट्ठीय. 15) P कुंदुलया, J विहरिया, P करणिया, P इव वल्लिया. 16) J रा for रसा, J सुरयूसुआ. 18) P ओ for व्व. 19) P सोहग्गवियं विणि०. 20) P समप्पिऊण, P आरुहइ. 21) P तुज्झ for तुह, J दंसणायामणा सज्झस P दंसणासामज्झस, P कुतूहरमाण. 22) P वि for य, P repeats वच्छे.
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(२६६)
१६९ 1 मंताहया इव भुयंगिया अंकुसायड्डिया इव करिणिया उम्मूलिया इव वणलया
उक्खुडिया इव मंजरी दीण-विमणा कह-कहं पि अलंघणीय-वयणो ताओ 3 त्ति अलसायंती समुट्ठिया, गया आवासं सरीर-मेत्तेणं ण उण हियएणं ।
अवि य, 5 दुल्लह-लंभं मोत्तूण पिययमं कत्थ वच्चसि अणज्जे ।
कुविएण व पम्मुक्का णियएण वि णाम हियएण ।। 7 अवरोप्पर-लोयण-वाणिएहिँ कलियम्मि सुरय-भंडम्मि ।
हिययं रयण-महग्घं संचक्कारं व से दिण्णं ।। 9 (२६६) तओ एवं च कुमार, तम्मि संपत्ता णियय-मंदिरम्मि, तत्थ गुरु
सज्झस-णियंब-भरुव्वहण-खेय-णीसहा णिसण्णा पल्लंके संवाहिउं पयत्ता । 11 तओ समासत्था किं-किं पि चिंताभर-मंथरा इव लक्खिया मए । तओ भणिया
'पुत्ति कुवलयमाले, किं पुण इमं हरिसट्ठाणे ठियप्पा चिंताए दिण्णो, किं तुह 13 ण पूरिओ पायओ, किं वा ण पडिच्छिया वरमाला, आओ विहडियं मुणिवर
वयणं, किं वा णाभिरुइओ हिययस्स, किं वा ण सत्तमंतो सो जुवाणो, किं 15 वा ण पुलइया तेणं, किं वा तुह हियय-उव्वेयं ति । ता पुत्ति, फुडं साहिजउ ___ जेण से उवाओ कीरइ' त्ति संलत्ते भणियं तीए ‘माए, ण इमाणं एक पि । 17 किं पुण
वम्मह-पडिबिंब-समो सुर-जुवईणं पि पत्थणिज्जो सो । 19 इच्छेज्ज ममं दासिं ण व त्ति चिंता महं हियए ।।'
इमम्मि य भणिए, अम्हेहिं भणियं 'ओ माए, किं एयं अलियमलियं असंबद्धं 21 उल्लवीयइ । कीस तुमं सो ण इच्छइ । किं तेण ण लंघिओ सो जयकुंजरो, किं ___ वा ण पूरिओ पायओ, किं ण पेसिया तुह दिट्ठी, किं ण पडिच्छिया वरमाला, ____1) J व्यड्डिआ P इड्डिया, P adds उम्मूलि before उम्मूलिया. 2) P कहं कहम्मि J वयणा. 5) P दुल्लभ. 6) P कुविएण विप्पमुक्का, Jणाह for णाम. 9) J इमं for एवं, J एत्थ for तत्थ. 10) P सज्जस, P संवाहिऊण, J adds च before पयत्ता. 11) P किंपिं किंचि. 12) P हरिसिद्धाणे विअप्पा. 13) J पातओ, P किं पाण पडच्छिया. 14) P सत्तवंतो, P om. सो. 15) P adds ति after तेणं, P repeats तुह, P उव्वेवं. 16) P संलत्तं, J तीअ. 18) P वमह, J परिबिंब, P जुवतीणं, P om. सो. 19) P ण व त्ती. 20) J ए for एयं, J •मलिअअसं०. 21) J उल्लवीयति, Jinter. ण & सो. 22) J पातओ, J किण्णा पेसिआ.
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१७०
(२६७) 1 किं ण जाओ से अंगम्मि पुलउग्गमो, किं ण मण्णिओ तेण य गुरु त्ति महाराया,
किं ण साहिओ मुणिणा । सव्वहा मा एवं वियप्पेसु, जेण तुमं ट्ठिा अत्थि 3 सो ण अण्णत्थ अभिरमइ त्ति । अवि य ।
मा जूरसु पुत्ति चिरं दट्टण तुम ण जाइ अण्णत्थ । 5 तं चिय ठाणं एहिइ माणस-हंसो व्व भमिऊणं ।।' __ तओ एवं पि भणिए ण सद्दहयइ अइपियं ति काऊण । अवि य । 7 जं होइ दुल्लहं वल्लहं च लोयस्स कह वि भुयणम्मि । ___ तं कप्पिय-दोसुक्केर-दुग्गमं केण सद्दहियं ।। 9 तओ अम्हेहिं भणिया ‘वच्छे कुवलयमाले, जइ तुमं ण पत्तियसि ता कीरउ
तस्स जुवाणस्स परिक्खा । तओ तीए भणियं ‘अत्ता, किं च कीरउ तस्स' । 11 मए भणियं पेसिज्जउ दुई सिरिमालं अण्णं वा किंचि घेत्तूण तओ तस्स भावो
जेण घेप्पई' त्ति । तओ तीए कह-कहं पि लज्जा-भर-मंथराए सेउल्ल-वेविर13 करयलाए कप्पिया सा रायहंसिया । पुणो तीय उवरि लिहियं कह-कह पि दुवइ
खंडलयं । अवि य । 15 अह तस्स इमो लेहो अणुराउच्छलिय-सेय-सलिलेणं ।
लिहिओ वि उप्पुसिज्जइ वेविर-कर-लेहणि-गएण ।। 17 एवं पेसिया तुह भाव-गहणत्थं दूई ।।
(२६७) ताव य समागओ महाराय-सगासाओ कंचुई । तेण य भणियं 19 जहा कुवलयमालाए ‘गणियं गणएणं अज्ज वि वीसत्थं विवाह-लग्ग-जोगो' __त्ति । तं च सोऊण विसण्ण-मणा संवुत्ता कुवलयमाला, हंसिय व्व वजासणि21 पहया कुलवह व्व गोत्त-खलणेण दूमिया जाया । तओ अम्हेहि चित्तं ___ जाणिऊण भणिया वच्छे, मा एवं वियप्पेसु । णिसुणेसु ताव तस्स जुवाणस्स
1) J ए for य. 4) P तुम for चिरं. 5) J एहिति P एहित्ति समुद्दकाउव्व भणिऊणं. 6) P भणियए ण सद्दहायइ अइपियंयंति, J अपियं. 7) P भुवणंमि. 8) P किंपिअ for कप्पिय. 9) P भणियं, J पत्तिययीसि (?) P पत्तिआसि, P कीरओ. 10) J तीय. 11) P पेसिज्जओ दूती. 12) P om. त्ति, P ततो, J तीय. 13) P करतलाए, J उवरे. P om. one कहं, J दुइय for दुवइ. 15) P इमो लोहो अणुरायच्छलिय, J अणुरायुच्चलिअ. 16) P वि ओप्फसिज्जइ, P विवेर for वेविर, P करलेहिणगएण. 17) P दूती. 18) P om. महारायसगासाओ. 19) J विवाहगहलग्गजोओ. 20) J विमणमणा, P विमण्णमण्णा संजुत्ता, J हंसि व्व. 21) J क्खलणेण, P खलणदूसिया. 22) P जुवाणयस्स.
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(२६७)
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1 अच्चंताणुराय-सूययं कं पि वयणं । तओ जं तुज्झाभिरुइयं तं करीहामि' त्ति
भणमाणीहिं कह-कहं पि संधारिया । एत्थंतरम्मि समागया सा दूई तुह 3 सयासाओ दीण-विमणा किं-किं पि चिंतयंती । तओ ससंभमाहिं पुच्छिया
अम्हेहिं 'किं कुसलं कुमारस्स' । तीए भणियं 'कुसलं, किं पुण कोइ ण दिण्णो 5 पडिसंदेसो, केवलं भणियं, अहो कला-कुसलत्तणं कुवलयमालाए' त्ति । इमं
च सोऊण तओ हया इव महादुक्खेण, पहया इव महामोह-मोग्गरेणं, विलुट्ठा 7 इव विरहग्गि-जालावलीहिं, ओवग्गिया इव महावसण-सीहेणं, गिलिया इव
महामयरद्धय-मगरेणं, अकंता इव महाचिंता-पव्वएणं, गहिया इव महाकयंत9 वग्घेणं, गसिया इव महाविग्घ-रक्खसेणं, उल्लूरिया इव महाकयंत-करिवर
करेहि, सव्वहा किं वा भण्णउ कुमार, पच्चमाणं पिव महाणरए, डज्झमाणं 11 पिव वडवाणलेण, हीरमाणं पिव पलयाणलेण, वुज्झमाणं पिव जुयंताणिलेणं,
णिम्मजंतं पिव महामोह-पयालेणं, उक्कत्तिज्जंतं पिव महाजम-करवत्तेणं अत्ताणं 13 अभिमण्णइ । तओ तं च तारिसं दह्णं तं कुवलयमालं मालं पिव पव्वायमाणिं
'हा, किं णेयं जाय'ति भणमाणीहिं गहिया उच्छंगए, भणिया य । 'पुत्ति 15 कुवलयमाले किं तुह बाहइ' त्ति पुणो पुणो भण्णमाणाए हूँ' पडिवयणं । तओ
कुमार, एवं च पेच्छमाणाणं अक्खित्तं सुहं दुक्खेणं, विणिज्जिया रई अरईए, 17 भल्लिया मई अमईए, पडिहयं विण्णाणं अण्णाणेणं, अवहरियं लायण्णं ____ अलायण्णेणं, वसीकयं सुंदरत्तणं असुंदरत्तणेणं, सव्वहा कलि-काले व्व तीय 19 सरीरे सव्वं विवरीयं जायं । उम्हायइ चंदण-पंकओ, धूमायइ कुसुम-रउक्केरओ,
जलइ व हारओ, डहइ व णलिणी-पवणओ, दीवेंति व काम-जलणयं पुणो 21 पुणो मुणाल-णाल-वलय-हारयाई, पुणो पुणो पज्जलंतीव बउलेला-लयाहरयाई ति । केवलं कुमार, णीससइ व णीसासओ, ऊससइ व ऊसासओ, दुक्खाइजइ
1) तो जं तुज्झभिरुइयं, P करिहिसि. 2) J संवारिआ । संधारया, P दूती. 3) J ततो ससंभमा ठिया पुच्छियं. 4) J तीय P ताए, J तुह for पुण, Jom. ण, P adds न after दिण्णो, J adds न दिण्णो (on the margin) before केवलं. 5) P _ for इमं. 6) P पिलुद्धा for विलुट्ठा. 7) J
ओअग्गिआ. 8) P मयरेण, P inter. चिंता and महा. 9) P इव हिं महावियप्परक्खसेणं. 11) P पलयाणले वुब्भमाणं, Jom. वुज्झमाणं पिव etc. to महामोहपयालेणं. 12) P adds णिम्मजंतं पिव जुअंताणिलेणं before णिम्मजंतं, P महाजमक्खत्तेणं. 13) P om. मालं पिव, P कुवलयमालं दव्वायमालं पिव माये हा. 14) P उच्छंगे, P om. य. 15) J पुणो भिण्णप्पमाणाए, P हु. 16) P रती अरतीए. 17) P मती अमतीए, P पडिहअं अन्नाणं विन्नाणेणं. 19) J अम्हायइ P उम्हाइ. 20) P हारो, J य for व after दीवेंति, P कामजलणया. 21) P om. पुणो पुणो मुणालणालावलयहारयाई, Jom. पुणो पुणो पज्जलंती to लयाहरयाई. 22) P कुमारी ससइ, P दुखातिज्जइ.
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1 दुक्खयं, उक्कंपिज्जइ उक्कंपओ, सयाइज्जइ सेयओ, पुलइज्जइ मोहिज्जइ मोहओ वि । किं वा कुमार, बहुणा जंपिएणं ।
1
3 हिययब्भंतर - तुह-विरह- जलण-जालावली - तविज्जंतं । णीहरइ य विरहुव्वत्त-तत्त-सलिलं व से बाहो ।।
5 विरहग्गि-हित्थ-पत्थिय-पय-चंपियं व हिययाओ तीय तूरंतं । दीहर-णीसास - पयाणएहिँ जीयं वणिक्खमइ ।।
11
7 मयलंछण-कर-गोरे उज्झइ वण- वड्डिए त्ति चिंतेंती । तुहिण-कण - फंस - सिसिरे चंदण - हारे मुणालं व ।। 9 णिय - दुक्ख-दुक्खियं सा सवम्महं सहियणं पि कुणमाणी । अणलक्खियक्खरं महुयरि व्व दियहं रुणुरुणेइ ।। पुलइज्जइ हसइ खणं तसइ पुणो दीहरं च णीससइ । तुह-संगम-विमुहासा सा सामा सुहय सूसंती ।। झाऊण किं पि हूँ हूँ ति जंपिरी सहरिसं समुट्ठेइ । लज्जावणामिय-मुही मुच्छा - विरमे पुणो रुइ ।। इय जीवियं पि वच्चइ सीसइ तुह हो फुडं तह करेसु । जह सा वि जियइ पयडं च जणवए होइ दक्खिण्णं ।। '
15
17
(२६८) भणियं च महिंदेण 'इमम्मि य एवं ववत्थिए, साहह किं कीरउ' त्ति । तीए भणियं ‘इमं कज्जं, एवं संठियं, तीए उण दसमी कामावत्था संपयं 19 पावइ । जेण
13
(२६८)
रोमंचओ,
21
विरह-भुयंगम- डक्का अइरा य विसोयलंत - विहलंगी आसासिज्जइ मुद्धा सुहय तुहं गोत्त- मंतेण ।।
संपयं पुण तीय ण-याणामि किं वट्टइ' त्ति । आसंकियं हियएण भणीयं च
1) P दुक्खयं चक्कंपिज्जंति, P सेताइज्जइ, Pom. सेयओ पुलइज्जइ. 2) Pom. वि, P बहुणो. 3) P विज्जंत for तविज्जंतं. 4 ) Pom. तत्त, J सलिलणिवहो व्व से बाहो. 5) P हत्थि for हित्थ, J पयविअ for पयचंपियं व, P चंपयं व हीयआउ, J दूरंतं for तूरंतं. 6) Pणिक्खम . 7) P व विट्टिए, J वड्डिअ for वड्डिए. 8) P मुणाल व्व ।।. 9) P व for पि. 10) P दियहं रुणेंति ।। . 11 ) P पुलआयर हसयखणं, Pदीहर समूससइ. 12) Pom. सामा. 13) P सोऊण for ज्ञाऊण, P हुं हुं, P समुहेइ. 14) P रुतइ. 15) P वमुव्वइ for वच्चइ. 16 ) P जिणबुहो for च जणवए. 17) Pom. य, J om. एवं. 18) P कामावत्थी J adds ण before संपयं. 20) Pom. य, J वसोअलंत P विसोतलंत. 21) J अद्धा for मुद्धा, J गोममंतेहिं. 22 ) J वट्टंति ।.
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(२६८)
१७३ 1 कुमारेण ‘तह वि तुमं आउच्छणीया, किं तत्थ करणीयं संपयं' ति । तीए
भणियं । ‘कुमार, जइ ममं पुच्छसि ता अइक्वंतो सव्वोवायाणं अवसरो । एत्तियं 3 पुण जइ तुब्भे राइणो भवणुज्जाणं वच्चह, तओ अहं कुवलयमालं कह-कह
पि केणावि वा मोहेणं गुरुयणस्स महिल्लयाणं च तम्मि उज्जाणे णेमि । तत्थ 5 जहा-जुत्तं दंसण-विणोइय-मयण-महाजर-वियणा होहिइ बालिय' त्ति । तओ
महिंदेण भणियं । ‘को दोसो, एवं होउ' त्ति भणिए समुट्ठिया सा भोयवई, 7 पडिगया आवासं । भणियं च महिंदेण ‘कुमार, मए विण्णत्तं आसि जहा ___ कुवलयचंदो सकलंको इत्थि-वज्झाए होहिइ, को अम्हाणं दरिद्दाणं पत्तियइ' 9 त्ति । कुमारेण भणियं अलं परिहासेणं, संपयं किं कायव्वं अम्हेहिं' । महिंदेण
भणिय ‘ज चेय मयरद्धय-महारायाहिराय-कुलदेवयाए जुण्ण-कोट्टणीए आणत्तं 11 तं चेव कीरउ, तम्मि चेय राइणो मंदिरुज्जाणे गम्मउ' त्ति । कुमारेण भणियं
'किं कोइ ण होही सय-विरोहो, आसंका-ठाणं ण संभावइस्सइ, ण होहइ 13 कुल-लंछणं अणभिजाय त्ति, ण होहइ गणणा-विरुद्धं लोए, ण कायरो त्ति
आसंका जणस्स होहइ' त्ति । महिंदेण भणियं ‘अहो एरिसेणावि धीरत्तणेण 15 विहिणा पुरिसो त्ति विणिम्मिओ' । कुमारेण भणियं किं तए भीरु त्ति अहं ___ संभाविओ' । महिंदेण भणियं ‘ण, ण कोइ तं भीरु त्ति भणइ' । कुमारेण 17 भणियं अण्णं किं तए लवियं' । महिंदण भणियं 'मए लवियं सत्त-ववसाय-रहिओ' ___त्ति । कुमारेण भणियं ‘मा एवं भणह । अवि य । 19 जइ पइसइ पायालं रक्खिज्जइ गय-घडाहिँ गुडियाहिं ।
किं कुणउ मज्झ हत्थो कयग्गहायड्ढणं तीय ।। 21 अहवा सच्चं सच्चं, भीरू । कहं । जेण
एत्तिय-मेत्ते भुयणे असुरासुर-णर-समूह-भरियम्मि ।
1) J तीय. 2) P जती for जइ, P ती for ता. 3) P om. अहं, P कुवलयमाला. 4) P गुरुजणस्स महल्लयाणं. 5) J विणोइअं P विणोइयं, P विणयणं for वियणा, J होहिति पालिअ त्ति, P बालिया य त्ति. 6) P भोगवती P om. च. 8) J इत्थिवज्झए होहिति ता को, P अम्ह for अम्हाणं, J पत्तिआए. 12) कोवि ण, J होइ, P om. ण, J संभावइस्सति P संभायस्सत्ति, P होही for होहइ. 13) J जाणभिआअ त्ति, P होहिइ गणाणणे विरुद्धं. 14) P आसंका जं जस्स होहिय त्ति, P एरिसेण धीर०. 15) P विणिम्मविओ. 16) P णणु को तं, Jom. तं. 17) J अलं for अण्णं, P सत्तं. 18) J एयं. 19) P पयसइ. 20) J उत्थो P हत्थि for हत्थो, P ती for तीय. 21) P om. one सच्चं, J adds ति before भीरू, P भीरु. 22) P त्तिय for एत्तिय, P मेत्ते सुयणे मणुयसुरासुर, P om. णर.
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१७४
(२६९) 1 संते वि सत्त-सारे धणियं अयसस्स बीहेमि ।।' ___ महिंदेण भणियं 'अहो अइमुद्धो तुमं । को एत्थ अयसो, किं ण कारणेण 3 परिसक्कइ जणवओ, किं कोऊहलेण ण दीसइ उज्जाणं, किं णिद्दोस-दसणाउ
ण होंति कण्णाओ । किं ण होसि तीय सव्व-कारणेहिं अणुरूवो वरो, किं ण 5 वरिओ तीए तुमं, जेण एवं पि संठिए अयसो त्ति अलिय-वियप्पणाओ ___ भावीयंति त्ति । ता दे गम्मउ त्ति' भणंतेण पयत्तिओ कुमारो महिंदेण । संपत्ता 7 य तमुज्जाणं अणेय-पायव-वल्ली-लया-संताण-संकुलं । जं च
चंदण-वंदण-मंदार-परिगयं देवदारु-रमणिज्जं । 9 एला-लवंग-लवली-कयली-हरएहिँ संछण्ण ।।
चंपय-असोग-पुण्णाग-णाग-जवयाउलं च मज्झम्मि । 11 सहयार-महुव-मंदार-परिगयं बउल-सोहिल्लं ।।
मल्लिय-जूहिय-कोरंटयाउलं कुंद-सत्तलि-सणाहं । 13 वियइल-सुयण्ण-जाई-कुजय-अंकोल्ल-परिगयं रम्मं ।।
पूयय-फलिणी-खजूरि-परिगयं णालिएरि-पिंडीरं । 15 णारंग-माउलिंगेहिँ संकुलं णायवल्लीहिं ।।
(२६९) तं च तारिसं उज्जाणं दिट्ठ रायउत्तेण । तओ तम्मि महुमास17 मालई-मयरंद-मत्ता महुयरा विय ते जुवाण परिब्भमिउमाढत्ता । पेच्छंति य
मरगय-मणि-कोट्टिमाइं कुसुमिय-कुसुम-संकंत-पडिबिंब-रेहिराई पोमराय19 मणि-णियरच्चणाई च । कहिंचि सच्छ-सुद्ध-फलिह-मयाइं संकंत
कयलीहरय-हरियाई महाणील-रयण-सरिसाई । तओ ताणि अण्णाणि य 21 पेच्छमाणा उवगया एक अणेय-णाय-वल्ली-लया-संछण्ण गुम्म-वण-गहण । __ ताणं च मज्झे एक अइकडिल्ल-लवली-लयाहरयं । तं च दद्रूण 'अहो, रमणीय'
___2) J काणणेण P कारणे, P om. किं, P adds किं before ण. 5) P om. तीय, P तीय, P संतिए for संठिए, P writes अयसो thrice. 6) J भाविअति त्ति, P गमउ, J भणितेण, P पयडिओ for पयत्तिओ, P संपती तमु०. 7) P अणिय for अणेय, P om. जं च. 8) P नंदणमदारपरिगतं. 9) P संछिन्नं. 10) J असोयपुण्णायणाय, P जंबुयाउलं. 11) P उव for महुव ( emended ), P परिययं, J बउल, P सोहल्लं. 12) P कोरटियाउं. 13) P विअइलसुवण्णजातीकुजय, J अगोल्ल, JP परिगरिअं (P व्यं), P om. रम्मं. 14) J पूअफलिणी. 16) P रायउत्ते ।, J मासलपहह for महुमास. 17) J मत्त, J त्तो for ते, P परिभमिउ०, P पच्छंति, Jom. य, P om. च. 19) P कहंचि. 21) P एक्क, Jom. णाय, P गुम. 22) P अइकुडिल्लयवल्ली.
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(२६९)
१७५ 1 ति भणमाणा तत्थेव परिब्भमिउं पयत्ता जाव सहस त्ति णिसुओ महुरो अव्वत्तो
कल-कूविय-रवो । तओ महिंदेण भणियं कुमार, कत्थेत्थ रायहंसा जाणं एसो 3 महुरो कल-कूविय-सद्दो' । कुमारेण भणियं 'किमेत्थ णत्थि दीहियाओ, ण
संति वावीओ, ण संभमंति कमलायरा, ण दीसंति गुंजालियाओ, ण वियरंति 5 घर-हंसा, जेण एत्थ रायहंसाणं संभावो पुच्छीयइ जाव य इमं एत्तिअं वियप्पेंति
ताव आसण्णीहओ कलरवो । भणीयं च महिंदेणं 'कुमार, ण होइ एसो हंस7 कोलाहलो,' णेउर-सद्दो खु एसो । कुमारेण भणियं ‘एवं एयं, जेण हंसाणं
घग्घर-महुरो सरो जायइ । इमो उण तार-महुरो, ता णेउराणं इमो' त्ति 9 भणमाणाणं संपत्ता णाइदूर-देसंतरम्मि । तओ महिंदण भणियं 'जहा लखेमि
तहा समागया सा तुह मयण-महाजर-वियणा-हरी मूलिया कुवलयमाला' । 11 कुमारेण भणियं 'किं संभावेसि मह एत्तिए भागधेए' त्ति । महिंदेण भणियं ।
_ 'धीरो होहि, अण्णं पि ते संभावइस्सं' ति भणमाणेहिं णियच्छियं बहल13 लयाहरोयरंतरेण जाव दिट्ठा सा कुवलयमाला सहीणं मज्झगया कल-हंसीण
व रायहंसिया, तारयाणं पिव मियंक-रेहिया, कुमुइणीण व कमलिणी, 15 वणलयाण व कप्पलया, मंजरीण व परियाय-मंजरी, अच्छराण व तिलोत्तमा,
जुवईण व मयरद्धय-हियय-दइया रइ' त्ति । तं च तारिसं दट्टण चिंतियं कुमारेण 17 'अहो, सच्चं जं लोए सुणीयइ किर थेरो पयावई । जइ थेरो ण होइ, ता कह
एरिसं जुवई विणिम्मविऊण अण्णस्स उवणेइ त्ति । अहवा णहि णहि, ण होइ 19 थेरो, जेण थेरस्स कत्तो एरिसं दिट्ठि-कम्मं णिव्वडइ त्ति । तं सव्वहा धण्णं तं ___पुहइ-मंडलं जत्थ इमं पाय-तल-कोमलंगुलीयं चलण-पडिबिंब इमाए संठियं' 21 ति चिंतयंतस्स भणियं कुवलयमालाए । अवि य ।
पेच्छेज्ज व तं पुरिसं अत्ता सो वा ममं णियच्छेज्ज ।
1) P तत्थेय, P सहत्त for सहस त्ति, J अहुरो for महुरो, P अवत्तो. 2) P रसो for रवो. 3) J किं एत्थ. 4) J दीसंति कुंजालियाओ. 5) J विअलंति, J संभवो, J पुच्छीयति P पुच्छीअत्ति. 6) Jom. जाव य इमं. 7) P आसन्नीभूओ, P adds भो before कुमार, P णेरउर. 8) P घरेघरे for घग्घर, P जायति. 9) Jणाइदूरे, Jom. तओ. 11) P सम्मं भावेसि, P महा for मह, J भागधेये, P ति. 12) Jए for ते, P adds संभावइ before संभावइस्सं. 13) P om. णियच्छियं P लयाहरोअंतरेण, J सहीण. 14) P मज्जगया हंसीण, J व for पिव P om. मियंकरहिया etc. to तं च तारिसं. 16) P सियं for तारिसं. 17) J सुणीयति, P पयावती. 18) J जुवई, P जुवइं णिम्मिऊण. 20) J ता सव्वहा, P खंडलं for मंडलं, J लोय for पाय. 22) J पेच्छज्ज, P आ for अत्ता.
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१७६
(२७०) 1 एत्तियं-मेत्तं अब्भत्थिओ सि हय-देव्व दे कुणसु ।।
कत्थेत्थ सो जुवाणो अत्ता कवडेण वंचियाओ म्ह । 3 सब्भाव-दिण्ण-हिययाण तुम्ह किं जुज्जए एयं ।।।
(२७०) इमं च सोऊण महिंदेण भणियं ‘एसो को वि धण्णो इमाए 5 पत्थिज्जइ जुवाणो' । कुमारेण भणियं ‘अत्थि पुहईए बहुए रूव-जोव्वण
सोहग-सालिणो पुरिसा' । महिंदेण भणियं ‘अवस्सं सुहओ पत्थिज्जइ, जइ 7 असुहओ वि पत्थिज्जइ ता तुमं ममं व किं ण कोइ पत्थेई' त्ति । तओ सहासं
भणियं कुमारेण 'दे णिहुओ चिट्ठ, पेच्छामो किं एत्थ एयाओ कुणंति' । भणियं 9 च भोगवईए ‘पुत्ति कुवलयमाले, मा जूरसु, आगओ सो एत्थ जुवाणो । जइ
इमे संख-चक्कंकुस-सयवत्तंकिए दीसंति चलण-पडिबंधए तहा जाणिमो 11 आगओ' । 'इहं चेय मग्गामो' त्ति भणंतीओ पहाइयाओ सव्वाओ चेय
दिसादिसं चेडीओ । ण य उवलद्धा ते, तओ साहियं ताहिं ‘सामिणी, ण कोइ 13 एत्थ काणणे लक्खिओ अम्हेहिं भमंतीहिं पि' । तओ भणियं भोगवईए वच्च __पुणो कयलीहरेसुं चंपय-वीहियासु लवली-वणेसु अण्णिसह जाव पाविओ' 15 त्ति भणिए पुणो वि पहावियाओ ताओ सव्वाओ विलासिणीओ । भोगवईए __भणियं पुत्ति कुवलयमाले, अहं सयं चेव इमाए पय-पद्धईए वच्चामि, सयं 17 चेव उवलहीहामि, तुमए पुण एयम्मि ठाणे अच्छियव्' ति भणमाणी सा वि
णीहरिया भोगवई । चिंतियं च कुवलयमालाए ‘अहो सव्वो एस कवडो, किर 19 दुट्ठो सो जुवाणो, तेण इमं इमं च भणियं, दिण्णो संकेओ इमम्मि उज्जाणे ।
ता सव्वं अलियं । ण एत्थ सो जुवाणो, ण य पय-पंतीओ, णेय अण्णं किंचि । 21 सव्वहा कत्थ सो देवाण वि दुल्लहो जुवाणो मए पाविओ, कालेण जाव ताओ
मम परिणावेहिइ ताव को जीवइ त्ति । ता संपयं चेय तहा करेमि जहा पुणो ___1) P अह for हय देव्व. 2) P inter.जुवाणो & सो, P कवडेहिं वंचिओ अम्हे ।. 4) P एवं for इमं. 5) J पत्थिजओ, P पयडिजइ जुवणो, P बहुरुव. 6) P सालिएणो, P अवस्स, P पढिज्जइ. 7) Jom. वि, P मम, P पत्थेय. 8) P adds दे before चिट्ठ. 9) P भोगवई, P om. पुत्ति कुवलयमाले etc. to भणियं भोगवईए. 14) P उणो for पुणो, Jom. लवलीवणेसु. 15) J पहाइओ. 16) J सव्वा, J चेअ, J पयबद्धईए P पयपद्धतीए. 17) P तुमए उण तंमि ट्ठाणे. 18) J भोगमई P भोगवती. 19) J दिट्ठो for दुट्ठो, P inter. दुट्ठो, & सो, P जुवा, P adds य before इमं, J संकेयो, P उज्जाओणे. 20) Jom. ता सव्वं अलियं, P सो वाणो, Jom. ण य, J पयपंतीओ. 21) P देवाणं, P om. वि. 22) J परिणावेहिंति, P हित्ति, P जीवति.
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(२७०)
१७७ 1 एरिसाणं दोहग्गाणं ण पावेमि गोयरे त्ति । देव्वं उवालहिय, वणदेवयाओ
विण्णविय, तायं पणमिय, अंबं अभिवाइय, तं पुरिसं संभरिय, भगवंतं मयणं 3 विण्णवेमि जहा पुणो वि मह सो चेय दइओ दायव्वो त्ति । पुणो लया-पासं
बंधिऊण अत्ताणयं उब्बद्धिय वावाइस्सं ति । ता तं च इह महं ण संपज्जइ 5 संपयं सहीओ पावति । तेण इमम्मि धण-तरुवर-लवलि-लयाहरंतरम्मि
पविसिय अत्तणो अत्थ-सिद्धिं करेमि' त्ति चलिया तं चेय लयाहरंतरं जत्थच्छए 7 कुमारो । दिट्ठा य कुमारेण संमुहं चलिया । तम्मि य समए कुमारो लज्जिओ
इव, भीओ इव, विलक्खो विव, जीविओ इव, मओ विव आसि । सव्वहा 9 अणाचिक्खणीयं कं पि अवत्थंतरं पाविओ, दिट्ठो य तीए सो । तओ एक्किय
त्ति भीया, सो त्ति हरिसिया, सयमागय त्ति लज्जिया, एस मे वरिओ त्ति 11 वीसत्था, कत्थ एसो त्ति संकिया, एसो सुरूवो त्ति ससज्झसा, वियणे
पाविय त्ति दिसा-पेसिय-तरल-तारया-दिट्ठी । सव्वहा तं कं पि ससज्झस13 सेउक्कंप-दीण-पहरिस-रस-संकरं पाविया जं दिव्व-णाणीहिं पि मुणिवरेहिं
दुक्खमुवलक्खिज्जइ त्ति । तम्मि अवत्थंतरे वट्टमाणी कुमारेण अवलंबिऊण 15 साहसं, ववसिऊण ववसायं, धारिऊण धीरत्तणं, संभरिऊण कामसत्थोवएस,
ठविऊण पोढत्तणं, अवहत्थिऊण लजं, उज्झिऊण सज्झसं, सव्वहा 17 सत्तमवलंबिऊण भणियं । ‘एहि सुंदरि, सागयं ते' भणमाणेण पसारि-ओभय___बाहु-डंडेण अंसत्थलेसु गहिया । तओ कुवलयमालाय वि ससज्झस-सेउक्कंप19 भयाणुराय-पहरिस-णिब्भरं ईसि-धवलं चलमाण-लोयण-कडच्छ-विच्छोह
रेहिरं भणियं 'मुंच मुंच, ण कजं सव्वहा इमिणा जणेणं लोगस्स' । कुमारेण 21 भणियं ।
‘पसियसु मा कुप्प महं को वा तुह मंतुयं कुणइ मुद्धे ।'
1) P देवं, Jउवालहीअं. 2) J वण्णविय for विण्णविय, P पणमिया, P अभिवाइया, J संभरिअं. 3) P चेव, P तओ for पुणो, J लतासं. 4) P उवट्ठिय for उब्बद्धिय, Pण पज्जइ ता सपय. 5) J सहीओ, Pइम for इमम्मेि, P तरुयर, Jलयली, P लयाहरंमि. 8) J adds कंपिओ इव before विलक्खो , J मयो इव. 9) J तीय, P एकिय. 10) J सहरिसा for हरिसिया. 11) P वीसत्थी, P adds सकिय before ससज्झसा. 12) J पेसि P पेसिया, J om. दिट्टी, J तं किं पि, P सब्भस for ससज्झस. 13) P जिं for जं, P om. पि. 14) P दुक्खमुवयलं. 15) P om. ववसिऊण ववसायं. 16) P ठाविऊण, P उज्झिणससज्झस. 17) P परिसाउभयबाहुदंडेण. 18) P कुवलयमाला वि, P सेओकंप. 19) P णिब्भरइरं इंसि, Jom. चलमाण. 20) J लोअस्स. 22) P मंतुवं.
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(२७१) 1 तीए भणियं । ___ 'पडिवयणं पि ण दिण्णं भण किं मह मंतुयं थोयं' ।। 3 कुमारेण भणियं ।
‘एत्तिय-मत्तं भूमिं पत्तो हं सुयणु जाणसे किं पि' । 5 तीए भणियं । ___ 'जाणामि पुहइ-मंडल-दसण-कोऊहलेणं ति' ।। 7 कुमारेण भणियं । ‘मा एवं भणसु,
किं सुमरसि णेय तुमं मायाइच्चत्तणम्मि जं भणियं । 9 इच्छक्कारेण तुमे सम्मत्तं अम्ह दायव्वं ।।
तं वयणं भणमाणो मुणिणा संबोहिओ इहं पत्तो । 11 ता मा जूरसु मुद्धे संबुज्झसु मज्झ वयणेण ।।'
(२७१) जाव एस एत्तिओ आलावो पयत्तो ताव संपत्ता भोगवई । ‘वच्छे 13 कुवलयमाले, राइणा वंजुलाभिहाणो कण्णंतेउर-महल्लओ पेसिओ जहा अज्ज
वच्छा कुवलयमाला राईए दढं असत्थ-सरीरा आसि, ता कत्थ सा अज्ज 15 परिभमइ त्ति सिग्घं गेण्हिय आगच्छसु त्ति भणमाणो इह संपत्तो । मंदमद-गइ
संचारो संपयं पावेइ, ता तुरियं अवक्कम इमाओ पएसाओ, मा अविणीय त्ति 17 संभावेहिइत्ति । तं च सोऊण सयल-दिसा-मुह-दिण्ण-तरल-लोल-लोयण__कडक्ख-विक्खेव-रेहिर चलिया कुवलयमाला । तओ कुमारेण भणियं । 19 सव्वहा
किं जंपिएण बहुणा किं वा सवहेहि एत्थ बहुएहिं । 21 सच्चं भणामि पत्तिय जीयाउ वि वल्लहा तं सि ।।'
कुवलयमाला वि 'महापसाओ पडिवण्णो एवं अम्हेहि ति भणमाणी तुरिय
_2) J भण किं ता मह मंतुअंभणिअं थोअं । P किं नामं तुम थोअं ।. 4) P सुयण, P किं वि ।. 6) P adds दंसणदसण before मंडल, P om. दंसण. 9) P इच्छाकारेण, J तुमं for तुमे. 10) J इहं, P इह संपत्तो. 11) P संवुज्झ वयणेण. 12) P भोगवती. 13) J राइणे, P रायणा, J वंजुलाहिहाणो, P कान्नंतउर. 14) P रातीए. 15) J परिब्भमइ, Jom. सिग्घं गेण्हिय आगच्छसु त्ति, J गई. 17) J om. संभावेहिइ त्ति, P संभावेहिय त्ति, P मुहकन्नंतरलोयलोयणा. 18) P विक्खेवरेरेहिरा, Jadds वि after कुमारेण. 22) P कुवलयमालाए वि, Jom. एवं.
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(२७१)
१७९ 1 पय-णिक्खेवं णीहरिया लवली-लयाहरंतराओ । दिट्ठो य सो वंजुलो कण्णतेउर __-पालओ । तेण य खर-णिट्ठर-कक्कसेहिं वयणेहिं अंबाडिऊण 'पेच्छ पेच्छ, 3 एक्का चेय कहं पाविय' त्ति भणमाणेण पुरओ कया वच्च, तुरियं अंतेउरं' ति ।
तओ कुवलयमालाए वि चिंतियं ‘माए, पेच्छ पुरिसाण य अंतरं । 5 एक्को महुर-पलावी सुंदर-भणिएहि हरइ हिययाइं ।
अण्णो णिट्ठर-भणिरो पावो जीयं पि णासेइ ।। 7 दीसंतो अमय-मओ लोयण-मण-णंदणो इमो एक्को ।
विस-दल-णिम्मिय-देहो एसो उण दूहवो अण्णो ।।' 9 इमं चिंतयंती समागया कण्णतेउरं । कुमारो वि तं चेय पणय-कोव-कय-भंगुर__ भुमयालंकियं वयणं हियय-लग्गं पिव, पुरओ णिमियं पिव, घडियं पिव, पासेसुं 11 ठवियं पिव, उवरिं णिक्खित्तं पिव, महियलम्मि उप्पेक्खंतो तीए य चेय ताई
सवियार-पेम्म-कोव-पिसुणाई संभरमाणो वयणाई कयत्थं पिव अप्पाणं 13 मण्णमाणो तं महिंद अण्णेसिउं पयत्तो । दिट्ठो एक्कम्मि पायवोयरे कुसुमावचयं __करेमाणो । तओ भणियं कुमारेण ‘वयंस, एहि वच्चामो आवासं, दिटुं जं 15 दट्ठव्वं' । तेण भणियं 'कुमार, भण ताव किं, तए तत्थ मयण-महासरवर__णियर-संकुले रणंगणे किं ववसियं' । कुमारेण भणियं ‘वयंस, 17 दिट्ठ अदिट्ठउव्वं तीए लायण्ण-मंडणं वयणं ।
वयणोयर-मंडल-भूसणाइँ सामाएँ णयणाई ।। 19 महिंदेण भणियं 'कुमार,
तं वयणं ताणि य लोयणाइँ पढमं तए वि दिट्ठाई । 21 तं किं पि साह मज्झं जं अब्भहियं तए रइयं ।।' ___ कुमारेण भणियं 'कुओ एत्तियाई भागधेयाई । तह वि
___2) P ते for तेण, P adds कक्कस before णिट्टर. 3) P एक्क च्चिय, P भणमाणे पुरओ, Jom. वि. 5) J पलाविर, P सुंदरिहियएण हरइ. 6) J भणिओ. 8) J विसमओ for दूहवो. 9) P इमं च चिंतेंती. 10) P om. पणय, P भुमयालंकयं, P णिम्मियं. 11) P ठिइअं for ठविअं, P उवेक्खंतो, J तीय चेअ. 12) P कोह for कोव. 13) P महिंद अन्नसिउ, J adds य after दिट्ठो, P पायवे कुसुं०. 14) P आवासं जं दिटुं तं दठ्ठव्वं । कुमार भणियं तेणं भण ताव किं. 16) P संकुल, P adds व्व before किं, P वयस्स. 17) P अदिट्ठ उव्वं, P मंडलं. 18) P वयणायमंडण, J मण्डलाइसणाइ, P समाए. 20) तव for तं, P लोवणाई. 21) J अब्भइअं. 22) P om. कुओ.
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(२७१) 1 लायण्ण-महागिरिवर-सिहरेसु व तीय अंस-देसेसु ।
हत्था अमय-विहत्था वीसत्थं सुत्थिया मज्झं ।।' 3 तओ महिंदेण सहासं भणियं ‘एरिसो तुमं । अण्णहा,
बहु-दियह-मणोरह-पत्त-संगमालद्ध-दुलह-पइरिक्का । 5 वण-करिवरेण णलिणि व्व पाविया सा कहं मुक्का ।।' __ कुमारेण भणियं ‘वयंस, मा एवं भण। 7 गुरु-देव-दियादीहिं करग्गहं जा ण पाविया पढम । ___ जालोलि-जलिय-भीमं मण्णामि चिई व तं जुवई ।।' 9 महिंदेण भणियं ‘एवं एयं, अण्णहा को विसेसो सुकुल-दुकुलाणं' । ‘ता पयट्ट
वच्चामो आवासं ति भणमाणा णीहरिया उज्जाणाओ, संपत्ता आवासं । तत्थ 11 य महाराइणा पेसियाओ अणेयाओ सिणेह-कारा जल-कलस-सुबंध-हाण
गंध-वण्णय-तंबोल-वावडाओ वारविलासिणीओ । तओ ताहिं जहाविहि 13 मक्खिय-उव्वट्टिय-पहाविय-जिमिय-परिहिय-विलित्ता कया । तओ
सुहासणत्थाण य संपत्ता एक्का विलासिणी । तीय उग्घाडिऊणं कणय-मय15 पक्ख-संजोइयं तंबोल-मच्छयं पणामियं कुमारस्स । भणियं च इमीए ‘इमं केण _ वि जणेण पेसियं तंबोलं' । तओ कुमारेण गहियं, णिरूवियं च जाव णियय17 णव-णक्ख-विणिम्मवियं तंबोल-पत्तेसु पत्तच्छेजं । तस्स य उवरिं पत्तक्खराई,
सिरिकुवलयचंदस्स णामं लिहियं । तओ तं च वाइऊण कुमारेण भणियं 'अहो, 19 णिउणत्तणं कस्स वि जणस्स' । गहियं तंबोलं । तओ कुमारेणावि एक्कम्मि पत्ते
णह-मुहेहिं रइयं सहस-सारस-चक्कवाय-णलिणि-सयवत्त-भमर-रिंछोलि-रेहिरं 21 सरवरं । विरइया य इमा गाहल्लिया । अवि य ।
हियय-दइयस्स कस्स वि णिययण-दुक्खत्त-भत्ति-चित्तलियं ।
1) Jom. व, P तीययंस. 2) J हत्थ. 3) J हणियं for भणिय, P एसो for एरिसो. 4) P दियर for दियह, P adds अन्नहा before पत्त, P दुक्ख for दुलह. 5) P वरेणे for ०वरेण, P कहिं for कह. 6) P भणह for भण. 7) J देवदियाहि. 8) P जालोलियभीम. 9) J अण्णह को. 11) P om. य, P om. अणेयाओ, P सणेह, P om. कारा, Jom. जल, P सुगंध, J om. गंध. 12) P वाडाओ, P तेहिं मंक्खियउवट्टियण्हविय. 14) P कणगमयमक्ख. 15) J तंपूल for तंबोल. 16) P णिययकरणिक्खनिम्मलवियतंबोलपत्ते. 17) P om. य. 19) P कस्सइ जणस्स, P णक्कं पि मि for एक्कम्मि. 20) Jणस for णह, P सार for सारस. 22) P दुइयस्स, Jणिअयलहक्कंततरुति, P चित्तेलियं.
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(२७२)
१८१ 1 पेसिज्जइ केण वि किं पि कारणं सरवरं एयं ।।
(२७२) तओ एवं च अण्णम्मि दियहे तेणेय कमेण णाणा-भोयणादीयं. 3 पुणो कइया वि तंबोलं, कइया वि पत्तच्छेजं, कइया वि वीणं, कइया वि
आलेक्ख, कइया वि पाणं, कइया वि गंध-जोओ, कइया वि किं पि तहाविहं 5 णियय-णेउण्ण-सिणेह-सब्भाव-पिसुणं पेसिज्जइ कुमारस्स । एवं च ताणं
कुमाराणं णियय-रज्जे व्व सुहंसुहेणं भुंजमाणाणं रज-सिरिं वच्चंति दियहा । 7 कमेण य को उण कालो वट्टिउं पयत्तो । अवि य ।
अग्घंति जम्मि काले कंबल-घय-तेल्ल-रल्लयग्गीओ । 9 अच्छइ पाउय-देहो मंदो मंदो व्व सव्व-जणो ।।
किं च दीहरीहोंति णिसाओ, झत्ति वोलेंति वासरा, दुहवीहोंति चंद-किरणाई, 11 परिहरिजंति जलासयई, णिक्खिप्पंति मुत्ताहार-लट्ठीओ, सिढिलिजंति हम्मिय
तलाई, अणायरिजंति चंदण-पंकयई, घेप्पंति रल्लयई, संगहिजंति इंधणई, 13 विरइजति वेणीओ, मक्खिजति मुहई, अंजिजंति अच्छिवत्तई, णियंसिजति
कुप्पासयइं, चमढिजति सव्व-धण्णई, उब्भिजंति खजंकुर-सूईओ, णियत्तंति 15 णियय-दइया-णियंबयड-बिंब-पओहरुम्हा-सुहई संभरमाण पहिय त्ति ।
अवि य । 17 घण-बंधण-पम्मुक्को तुलग्ग-लग्गो य पत्त-धणु-वंसो ।
उय सूरो सूरो इव अह जाओ मउलिय-पयावो ।। 19 गहिय-पलाला मय-धूलि-धूसरा खंध-णिमिय-कर-जुयला ।
दीसंति अल्लियंता पहिया गामम्मि हेमंते ।। 21 विरह-भुयंगेण हओ खंडाखंडिं कओ व सिसिरेण । ___ एसो पसु व्व पहिओ पच्चइ अग्गिम्मि रयणीए ।।
1) P व for वि. 2) P तेण य, P ण्हाण for णाणा. 4) J गंधजोए P बंधुजोओ, JP कंपि for किंपि. 8) P जंसि काले, P कंबलयतेल्लरल्लयंगीओ. 9) P पाउदेहो. 10) J णिसओ संति वोलेंति, P वोलंति, J किरणा. 11) P जलासयाई, P णिक्खिपंति, J लंठिओ, J हम्मियवठ्ठई. 12) P पंकइं, P रल्लयाई, J इंधणयं P इंद्धणइं. 13) J वेणिओ. 14) P कुप्पासयाई, J खजंकुड P गजंकुर. 15) J णिअदइया J संभरमाणदइअयत्ति. 17) P पम्मुक्को पयपत्त. 18) P om. one सूरो. 19) P मल for मय, P खंधणमिय. 22) P व्व for व, P अग्गंमि.
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१८२
(२७२) 1 दीसंति के वि पहिया कर-जुवल-णियंसणा फुडिय-पाया । __गोसे मग्गालग्गा वाएंता दंत-वीणाओ ।। 3 बाहोगलंत-णयणा रहसुव्वेलंत-बाहुणो केइ ।
चिर-दिट्ठ-बंधवं पिव धम्मग्गिं कह समल्लीणा ।। 5 मल-खउरियंगमंगा तणुया णिकिंचणा मइल-वासा ।
दीसंति के वि रिसिणो व्व धम्म-रहिया परं पहिया ।। 7 अवि य । जम्मि य काले
हिम-सत्तु-णिहय-सीसं सयलं दद्दूण काणण सहसा । 9 सिय-कुसुम-दसण-सोहं खलो व्व कह विहसिओ कुंदो ।।
किं च । मंजरिजति पियंग-लयउ, वियसंति रोद्ध-वल्लरीओ, विसदृति तिलय11 मंजरीओ, उवगिजति महर-मयरंद-वंद-णीसंद-पाण-मय-मत्त-मउय-मणहर
गीयाबद्ध-मंडली-विलास-महुयरी-भमर-जुवाणेहिं मघमघेत-मल्लियउ त्ति । 13 सव्वहा
कालम्मि तम्मि को वा ण भरइ धणिओवऊहण-सुहाणं । 15 णाणंकुस-रुद्ध-मणे एक्के पर साहुणो मोत्तुं ।।
तम्मि य काले को कत्थ समल्लीणो त्ति । कालायरु-कुंकुम-सुगंध-सयणोयरेसु 17 ईसर-जुवाणया, धम्मग्गि-धमण-पयावण-तप्परा पंथ-कप्पडिया, जर-मंथर
कंथा मेत्त-देहया जुण्ण-धम्मिया, तण-पलाल-खल-एक्क-सरणा कासया, 19 खल-तिल-कथा-जीवणाओ दुग्गय-घरिणीओ, मुम्मुर-करीसग्गि-समाकडण
वावडई दरिद्द-डिंभरूयई, थोर-थणवट्ट-कलत्त-वच्छयल-संपुड-सुह-पसुत्तइ 21 पुअंड-मंडलई ति । अण्णं च पंचग्गि-ताव-तवियंग-महामुणि-जइसिय जर__डोंब-थेरय, सिसिर-पवण-पहय-विमल-जल-पहल्लमाण-वीई-तरंग-भंग
1) P णियंसणे. 2) P गोसग्गिमग्गलग्गा वायंता. 3) J बाहोअलंत केवि ।. 5) P णिकंचणा. 7) P om. जम्मि य काले. 8) J om. सयलं. 9) P व्व कुहविलसिओ कंदो. 10) J मंजरिजंत, P पियंगुलयाओ. 11) P उवग्गीजति, P मणहरं. 12) P महुरीभवणजु०, P मघमघेति मल्लियाओ. 14) P धणिओवगृहणाणाणं. 15) P रुद्धमणो, P पुण for पर. 16) P य का कत्थ, J सुअंध. 17) J रमियइ for ईसर, J जुआणया, P धम्मत्थिधमण, J जरकंथर. 18) J मेत्तदेवया, P देहया अजाहम्मिया, P कासवा. 19) J कत्थ for कंथा, P करिसग्गि, J समाकड्ढवावडई. P समायट्टणवावारइं. 20) J डिंभभूअइं P डिंभरुयई, J वच्छयला P वच्छयर. 21) P मंडलयं, J तविअयमहा, P सय for जइसिय. 22) P om. जल, P वीइ.
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(२७३)
1 भंगुर - वियरंत - दीसंत सरवर,
छ-पुच्छच्छडाघाउल्लसंत-मुत्ताहल - रुइर-जल-लवालंकिय भाविय - एयत्तासरणत्त-संसार - महादुक्ख - गहण - विउडण3 सज्झायज्झाणेक्क-वावड पमुक्क-वरिसा- कप्पायावण-संठिया आयावेंति साहुभडरय व त्ति । अवि य,
5 सिसिरेण कोण खविओ सिसिर - पवायंत
पर-मंस-पिंड-पुट्ठे जंबुय-सुणए पमोत्तूण ।।
-मच्छ
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-मउय-पवणेण ।
7 (२७३) इमम्मि एरिसे काले सुहंसुहेण अच्छमाणाणं कुवलयमालाकुवलयचंदाणं अण्णम्मि दियहे सद्दाविओ राइणा संवच्छरो 'भो भो गणियं 9 तए कुवलयमालाए विवाह - लग्गं' ति । तेण भणियं 'देव, तद्दियहं गणेमाणेण इमं सोहियं । तं जहा । इमस्स जम्म - णक्खत्तस्स उवचयकरो सीयकिरणो, 11 सुवण्णदो सहस्सरस्सी, पुत्त - लाभयरो वहस्सई, भोग-करो बुधरायपुत्तो, कुटुंबविजय-करो धरणीसुओ, णिव्वुइयरो उसणसो, भूमि - लाभयरो सणिच्छरो त्ति । 13 अण्णं च वित्तं उत्तरायणं, बलियं लग्गं, सयल - दिट्टिणो सोम्मा, पाय- य - दिट्टिणो पावा, ण पीडियं गब्भादाणं, अणवद्दुयं जम्म-णक्खत्तं, अपीडियं जम्मं, 15 सुकम्म - T - णिच्च-जोओ । सव्वहा ण विरुद्धं अट्टुत्तरेणावि चक्कसएण णिविज्जंतं। चुक्कं च जइमिमं लग्गं ता दुवालसाणं वासाणं मज्झे ण एरिसो लग्ग-जोओ 17 सुज्झइ त्ति । जारिसो एस फग्गुण - सुद्ध - पक्ख - पंचमीए बुधवारे साती - सुणक्खत्ते राईए वोलीणे पढम-जामे दुइय - जामस्स भरियासु चउसु घडियासु पंचमाए 19 णालीए दोसु पाणियवलेसु पाऊण करिसाहिएसु वोलीणे सिंघे उयमाणे कण्णे
पूरीए मए संखे परिणीया दारिया जइ तओ दीहाऊ से भत्ता, चिरं अविहवा, 21 सुहया वसीकय-भत्तारा, धणं कोडी - गणणाहिं, एक्को से पुहइ - सारो पुत्तो, भोय - भाइणी, पच्छा धम्म - भाइणी, पढमं भत्तारओ मरणं ण अण्णह' त्ति
1) J ०च्छडाघायुल्लसंत P •च्छडाहयुल्लसंत, P लवालंकित. 2) P सरवरा । अवि य भाविया. 3) P सज्झायज्झाणक्क, J वावरपम्मुक्क, P पमुक्का, J कप्पायावणासंठिअयायावेंति साहुण भडरय च त्ति. 5) P पयायत्तमउयवणेण । परमासवसापुट्ठे एक्वं चिय जंबुयं मत्तुं II. 8) J कंड्ढाविओ for सद्दाविओ, P गणितं. 9) Pom. तेण भणियं, J देव अद्दिअहं, P गणमाणेण. 10) Pom. तं. 11) P सहस्सरासी, P बुहस्सती, P भोगयरो बुहरायउत्तो कुटुंब, । बुधरायापुत्तो. 12) P णेव्वुइयरो, J उसिणसो. 13) P सोमा पातट्ठिणो. 14) P पीडितं गब्भदाणं, । अणवद्रुतं P अणुवद्दुतं, JP अपीडितं. 15) P सुकम्मा, P अट्टुत्तरेणावी. 16) P जइ संलग्गं, Jom. लग्गं II, Pinter. एरिसो & ण (न). 17 ) P फयुणद्धपक्ख, J सातीसुं णक्खत्ते P रेवतिणक्खत्ते. 18) J दुतिअजामस्स, P पंचमाराएणाली. 19) P पाणियले पाउण, J उअमाण. 20) P पूरिए संखे, P दीहाओ, P भत्तारे, P अवहिवावसीकयभत्तारो धणकोडीण गणाहिं. 21) P सारो पत्तो पच्छा. 22 ) P transposes भोगभाइणी before पढमं, P मइरणं.
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(२७३) 1 भणिए गणएणं, णरवइणा वि तह' त्ति पडिवज्जिय ‘कल्लाणं' ति भणमाणेण
णिवेइयं तं कुमारस्स । ‘कुमार वच्छ, बहुयं कालंतरं तुह कुवलयमालाए 3 णियय-विण्णाण-सत्त-सहाव-पुव्व-जम्मज्जियाए वि विओग-दुक्ख-वित्थरो
कओ । ता संपयं इमीए पंचमीए गेण्हस परम-कल्लाण-मंगलेहिं गुरूणं 5 आसीसाए देवाण पहावेणं से कर करेण बालियाए' त्ति । कुमारेण भणिय जहा
महाराओ आणवेइ' त्ति । णिवेइयं कुवलयमालाय वि तओ हियय-दइय-संगम7 सुहल्लि-वयणायण्णण-पहरिस-वसूसलंत-रोमंच-कंचुइजंत-सललिय-मुणाल
णाल-ललिय-कोमल-बाहलया चिर-चिंतिय-संवयंत-मणोरहाऊरमाण9 हियय-हलहला भुयणे वि माइउं ण पयत्ता । किंचि तम्मि रायउले कीरिउं पयत्तं।
अवि य मुसुमूरिजंति धण्णाई, पुणिज्जंति सहिण-समियाओ, सक्कारिजंति 11 खंड-खज्जाई, उयक्खिजति भक्खाई, आहरिज्जति कुलालई, कीरति मंच
सालाओ, विरइजंति धवलहरइं, रइज्जए वर-वेई, कीरति उल्लोयई, परिक्खिजंति 13 रयणाई, उप्पिजंति तुरंगमा, पणामिजंति करिवरा, णिमंतिज्जए रायलोओ,
पेसिज्जंति लेह-वाहयए, आमंतिज्जए बंधुयणो, मंडिज्जए भवणोयरं, धवलिजंति 15 भित्तीओ, घडिजए कलधोयं, वविजंति जवंकुरा, णमंसिजंति देवयाओ,
सोहिजति णयर-रच्छाओ, फालिजंति पडीओ, सीविजंति कुप्पासया, कीरति 17 धयवडा, रइजति चारु-चामरी-पिच्छ-पब्भारइं ति सव्वहा
सो णत्थि कोइ पुरिसो महिला वा तम्मि णयर-मज्झम्मि । 19 जो ण विहल्लप्फलओ कुवलयमाला-विवाहेण ।।
सो को वि णत्थि पुरिसो कुवलयचंदो ण जस्स हिययम्मि । 21 ण य सा पुरीए महिला कुवलयमाला ण जा भरइ ।।
(२७४) एवं च होंत-विवाह-महसव-वावडस्स जणस्स संपत्तो सो
2) P om. तं, Jom. कुमारवच्छ. 3) P सत्तसुहाव, J विउअ for विओग. 5) P जइ महाराय. 6) P कुवलयमालाइ वि. 7) P वसुच्छलंत, J सयल for सललिय P om. णाल. 8) P सयवत्त for संवयंत. 9) P हलाहला, P माइओ ण, J किंच for किंचि. 10) P मुणिजंति for पुणिजंति, P समिओ सक्करिजंति. 11) Jखज्जई, P खंडकजादि उयकिजंति, J भक्खयं. 12) P वियलिजंति धवलहर इज्जएवेती ।, J रइजवरवई, P उल्लोवई. 13) J रयणइं. 14) P लेहवाहया, P सवणोयरं for भवणों. 15) P भित्तीए, P कलहोय, P ठविज्जति, J गजकुरा for जवकुरा, J देवया. 16) P सोहरिजंति देवयाओ णयर, P पयडीओ. 17) J चमरी पिंछे. 18) P को वि पुरिसो, Jणयरि. 20) P inter. ण (न) त्थि and कोवि. 21) J पुरीय, P महियला, P कुवलयमाला ण. 22) P महुस्सव.
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(२७४)
1 दियो । र ।
कणय-घडिओ व्व एसो अमय - रसासाय- वड्ढिय - सरीरो । 3 सोहग्ग - णिम्मिओ इव विवाह - दियहो समणुपत्तो ||
तम्मि य दियहे कुवलयमाला - जणणीए होंत- जामाओ य गुरु-सिणेह-पसर5 रसुच्छलंत-रोमंच-सेय-सलिल-राहाए पमक्खिओ कुमारो । तओ कयं से जहा - विहीए सिद्धत्थक्खय-सत्थिय-मंगलोयारणयं । कयाणि य से यिय7 वंस-कुल-देस-वेस-समयट्ठाई मंगल-कोउयाई, तओ ण्हाय-सुइ-धोय-धवलजुवलय-णियंसणो सिय-चंदण - चच्चिय- सरीरो वंदिय-गोरोयण-सिद्धत्थ-रइय9 तिलओ खंधरावलंबिय-सिय- कुसुम - सुरहि-दामो महिंदाणुगय-मग्गो अल्लीणो विवाह-मंडवं । कुवलयमाला वि कय - कायव्व-वावारा सिय-सह-वसण11 णियंसणा मंगल-मोत्ताहरण - रेहिर- सरीरा अल्लीणा वेदि - मूलं । तओ संपत्ताए वेलाए, पाविए लग्गे, अग्गि-होत्त-सालाए जलणं आणियं छीरवच्छ-समिहा13 घय-संधुक्खियं काऊण, समक्खीहूयाणं सव्व-कुल-जुण्ण-महत्तराणं, पच्चक्खे
राइणो, मज्झट्ठियस्स अणेय-वेय-समय- सत्थ- पारयस्स दुयाइणो, आमंतिय 15 लोय-पाले, णामं गेण्हिय राइणो दढवम्मस्स, दिण्णाओ लायंजलीओ । समप्पिया य तस्स करंजली कुवलयमालाए । गहिया य कुमारेण । उभय17 विरइयंजलीउडेहिं करयलेहिं ताव य पगीयाओ अविहवाओ । पवाइयाई तूराई । पूरियाई संखाई । पहयाओ झल्लरीओ । पढंति बंभण-संघाई | जयजयावंति 19 महासामंता। आसीसा-समुहा कुल-महल्लया, मंगल- पढण- वियावड गाणायरिय त्ति । एवं च तेण दुयाइणा होमिउं पयत्तं । 'इक्खागु-वंस-पभवस्स सोमवंस21 कुलालंकारस्स महारायाहिराय - दढवम्म- म-पुत्तस्स कुमार-कुवलयचंदस्स विजयसेण-दुहिया कुवलयमाला एसा दिण्णा दिण्ण त्ति जाव णिसुर्णेति सयल
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J
J
3) P णिम्मि इव, J विआह. 4) P. after तम्मि य दियहो, repeats केरिसो । कणय etc. to दियहे as above. 5) P सहए पमक्खित्तो. 6) P जहा विद्धीए, । मंगला आरयणं, P यय for णियय. 7) J वेसमय, P समयट्ठिती, J कोउअई, P ण्हाइसुय, J सुई. 8) । सच्चिअ for चच्चिय, P गोरोयणो. 9) P सुरहिरदामो ( ? ) महिंदाणुजायमग्गो आल्लीणो. 10) P वावार. 11) P वेईमूलं. 12) P आणिरच्छीर. 13) I adds महु after घय, P संधुक्कियं, समक्खीहूअणेसद्धकुल, P समक्खयाणं, P कुन्न for जुण्ण, P पच्चक्खं. 14 ) P मज्झिट्ठियस्स, P अणेयअवेय, । यत्थ for सत्थ, P दियाइणो. 15) P राइणा दढधम्मस्स दिन्ना, J दढधम्मदिण्णाओ. 16) Pom. य. before तस्स, P विरइइयंजली.. 19) J विआवडणआयरिय P णागायरिय for गाणायरिय (emended), P दियाइणा. 20) J होइउं P होमियं, P प्पभवस्स. 21) J P दढधम्म, Pom. कुमार. 22 ) P विजसेणस्स दुहिया, I repeats दिण्णा, Jom. before णिसुणेंति.
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(२७४) 1 तेल्लोक-सक्खिणो भगवंता लोयवाला । पडिच्छउ लायंजली भगवं एस
सुरासुर-मणुय-तिरिय-लोयालोयणो जलणो' त्ति । इमिणा कमेण पढमं मंडलं। 3 दुइयं पि पक्खित्ता लायंजली । आया लोयवाला । तइयं मंडलं । पुणो तेणेय
कमेण दिण्ण दायव्व । तहा चउत्थ मंडल । तओ जय जय त्ति भणमाणा जरा5 जुण्ण-देहा वि पहरिस-वसुव्वेल्लमाण-बाहुलयावली-वलया णच्चिउं पयत्ता
कुल-जुण्ण-महिल्लय त्ति । कुवलयमाला-जणणी वि सरहसुव्वेल्लमाण7 बाहुलया-कंचण-मणि-वलय-वर-तरल-कल-ताल-वस-पय-णिक्खेव-रेहिरा
मंथरं परिसक्किया । सेसो वि विलासिणियणो मय-वस-घुम्ममाण-खलंत9 चलण-चलिय-मणि-णे उर-रणरणाराव-रेहिरो पणच्चिओ जहिच्छं
जयजयासद्द-पूरमाण-दिसिवहाओ । णिवडंति अदिट्ठ-करयलंजलि-विमुक्काओ 11 णाणाविह-वण्णाओ गंध-लुद्ध-मुद्ध-भमरोलि-माला-मुहलाओ दिव्व-कुसुम
वुट्ठीओ त्ति । अवि य, 13 गिजंत-सुमंगल-मणहरए णच्चंत-विलासिणि-सोहणए ।
मल्हंत-सुहासण-वामणए वजत-पयत्तय-तूर-रवे ।। 15 खोभंताबल-वज्जिर-तरं तूर-रसंत-पणच्चिर-खोरं ।
खोर-पणच्चिर-चच्चरि-सद्द चच्चरि-सद्द-मिलत-जणोह ।। 17 मिलिय-जणोह-सुकलयल-रावं कलयल-राव-वियंभिय-तोसं ।
तोस-वियंभिय-वग्गिर-मल्लं वग्गिर-मल्ल-पलंबिय-कच्छं ।। 19 लंबिय-कच्छ-ललंत-सचूलं चूल-ललंत-सुमंथर-तालं ।
ताल-ललंतप्फोडण-सदं सद्द-वियंभिय-पूरिय-लोयं ।। ति । अवि य । 21 तूर-रव-गहिर-सदं आऊरिय-संख-राव-गंभीरं ।
उव्वेलं व समुदं वियाह-वद्धावणं जायं ।।
1)P तेलोक्क, J भगवंतो लोगवाला, P पडिच्छिओ, J भयवं, P एस ससुरासुर. 2) P लोयलोयणो, JP मंगलं for मंडलं. 3) P लायंजलायाभूता, J आहूता, J adds पि after तइयं, P मंगलं in both places (for मंडलं), P तेण च. 4) P दातव्वं. 5) P वाहुललमाणवल्लीलया णच्चिउं. 6) J महल्लयं ति, Jom. वि, J सहरसूवेल्ल• P वि रसुवेल्ल०. 7) J वहुलयाकंठण, P वलयचलतरकल तारवस. 8) P विलासिणीयणो. 9) P repeats चलण, J माण for मणि, P om. जहिच्छं. 10) P
सदं, P अविद्धकरयंजली. 12) P वुद्धीओ. 13) P गिज्जति. 14) J हल्लंत P मण्हत, P वजंति. 16) P खोरुत्तावजिरत्तरत्तररसंते पणच्चियखोर, P पणच्चिय. 17) P om. मिलियजणोह. 18) P वग्गियमेल्लं वग्गिय, J पलंबिर. 19) J लंछिय for लंबिय, P सुचूलं, J सुमच्छ (त्थ?) रतालं.
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(२७५)
१८७ 1 तओ वत्ते य वद्धावणए किं जायं । संमाणिज्जति संमाणणिज्जे, पूइज्जति
पूयणिज्जे, तोसिजति तोसणिज्जे, मंडिजति मंडणिज्जे, दिज्जए पणईणं, 3 पणामिज्जइ राईणं, उवणिज्जइ गुरूणं, पक्खिजए जणवयाणं, अप्पिज्जए
अंतेउरियाणं, पेसिज्जए णायरियाणं, दिज्जइ य अगणणिज्जं जहाभिलसियं धणं 5 दीण-वणीमय-किमिण-पणईणं ति । अवि य ।
दिजउ देसु पडिच्छसु गेण्हसु पक्खिवसु दे पडिच्छाहि । 7 मग्गसु भणसु जहिच्छं इय हलबोलो वियाहम्मि ।।
(२७५) तओ णिव्वत्ते वद्धावणए महिए सुर-संघे सुपूइए गुरुयणे सव्वहा 9 कए तक्काल-पाउग्गे करणीए विरइया कुमारस्स वासहरए महरिहा सेज्जा ।
अवि य । 11 रयण-विणिम्मिय-सोहा मुत्ताहल-णियर-रेहिरा धवला ।
खीरोदहि-वेला इव रइया वर-विद्युमा सेजा ।। 13 तम्मि य सेजा-महोदही-पुलिणोवरे व्व रायहंस-जुवलयं पिव णिविट्ठ कुमार___जुवलयं ति कयाणि य आरत्तियादीणि मंगल-कोउयाणि । अच्छिऊण य कं 15 पि कालं परिहास-हसिर-लोयण-जुवलो सहियायणो अलिय-कय-वक्खेवो
सइर-सइरं णीहरिउं पयत्तो । अवि य । 17 अलिय-कय-वावडत्तण-विक्खेवो दिण्ण-महर-संलावो ।
अवरोप्पर-कय-सण्णो णीहरिओ से सही-सत्थो ।। 19 तओ कुवलयमालाय वि भणियं ।
___ ‘मा मा मुंचसु एत्थं पियसहि एक्कल्लियं वण-मइ व्व ।' 21 ताहि भणियं ।
इय एक्कियाओं सुइरं पियसहि अम्हे वि होज्जासु ।।'
1) P om. तओ वत्ते य वद्धावणए किं जायं. 2) P पूइणिजे, P मन्निजंति मन्नणिज्जे, J दिज्जउ, P पणतीणं. 3) P पणामिज्जपरादीणं उवणिज्जए, P पक्खिणिज्जए, P उप्पिजए. 4) P णायराणं दिजए अगणिजं, J विज्जइ for दिज्जइ, P जहाहिलासियं. 6) J देसु पयच्छसु. 8) P णिवत्ति वद्धावणिए, P संघे पूइए, J गुरुअणो. 9) P पाउग्गकरणीए, P वासहरे, J महरिआ, P inter. सेज्जा and महरिहा. 12) P खीरोयहि. 13) P om. तम्मि य सेजा, P महोदहीपुलिणोअरे, P जुवलं. 14) P मंगलकोउ before मंगल, P कोउयाइ, P om. य. 15) J हरिस for हसिर, J जुअलो सहिअणो, J वअ for कय, P कयविक्खेवो (?). 16) J सरइर for सइर, J सइरण्णीहरिउं P सयरयणीहरिउं. 17) J सल्लावो. 18) P repeats सही. 19) P om. तओ कुवलयमालाय वि etc. to ववहारो पडुओ उत्तरवाइ त्ति on p. 191, L. 5 This passage is reproduced here with minor corrections like ya-sruti etc.
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१८८
1 तीय भणियं ।
‘रोमंच-कंपियं सिण्णं जरियं मा मुंचह पियसहीओ ।'
3 ताहि भणियं ।
'तुज्झ पइ च्चिय वेज्जो जरयं अवणेही एसो ।'
5
(२७६) तओ एवं च भणिया समाणी लज्जा - ससज्झस-वेवमाण-पओहरा एसा 'अहं पि वच्चामि' त्ति भणमाणी चलिया, गहिया य उवरि-वत्थद्धते 7 कुमारेण भणिया य ‘कत्थ वच्चसि ।' तीय भणियं 'मुंच, सहियणेण समं वच्चामि' । (कुमारेण भणियं )
9 'वच्चसु सुंदरि वच्चसु वच्चंती को व रुंभए एहिं । एक्वं पुण मह कीरउ जं गहियं तं समप्पेहि ।।'
11 तीय ससंभमं भणियं ‘किं पुण मए गहियं' । कुमारेण भणियं । 'तुह-चिंता-रयण-करंडयं च विण्णाण-बुद्धि-पडहत्थं । 13 हिययं मह चोरिहियं मा वच्चसु जाव णो दिण्णं ।। ' तीय भणियं ।
'हरियं व ण हरियं वा हिययं अण्णं च एत्थ को सक्खी । ण हु वयण - - मेत्त - सिद्धा होइ परोक्खा हु किरिया ।। ' 17 कुमारेण भणियं ।
15
(२७६)
'एयाउ च्चिय तुज्झं सव्वाउ सहीउ मह पमाणं ति ।' 19 तीय भणियं ।
'आणेसु ता इमाओ सुहय तुहं उत्तरं देम ।। '
1
21 कुमारेण चिंतियं । 'अहो, सुंदरो उवण्णासो मए कओ इमीए चेय पुट्ठओ एस ववहारो' चिंतयंतो । तीय भणियं 'किं इमं चिंतियइ, आणेसु पिय-सहीओ
I
2 ) Better मुयह for मुंचह. 4) Better अवणेहिइ य एसो. 6) J चडिया for चलिया. 15) J वण्ण for व ण. 18) J पमाण त्ति ( ? ).
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(२७६)
१८९ 1 जाम उत्तरं देमि, अहवा मुंचसु मए' त्ति । कुमारेण भणियं ‘मा वच्च सुंदरि,
सद्देमि ए पिय-सहीओ' त्ति भणंतेणं कओ ताणं सद्दो । ‘आइससु' त्ति भणंतीओ 3 समागयाओ । भणियं च ताहिं कुमार, को अम्हाणं णिउत्ति' । कुमारेण भणियं
'अम्हं ववहारो दट्ठव्वो' । ताहिं भणियं केरिसो, हुण्णिप्पउ पुव्व-पक्खो' । 5 तेण भणियं ‘एसा तुम्ह पियसही चलिया गंतु, हिययं समप्पेसु त्ति मए वारिया,
इमीए मित्तत्तीकयं तत्थ तुब्भे पमाण' ति । ताहि भणीयं 'पियसहि पियसहि' 7 किं एरिसो पुव्वंतर-पच्चवाओ' । तीय भणियं 'एत्तिओ एस ववहारो' त्ति ।
ताहि भणियं 'अहो, महंतो एस ववहारो, जइ परं सिरिविजयसेण-णरवइणो 9 णयर-महल्लयाणं च पुरओ णिव्वडइ' त्ति । कुवलयमालाए भणियं तुब्भे च्चिय
महप्पमाणं ति जइ किंचि इमस्स मे गहियं' ति । कुमारेण भणियं सुंदर सुंदर' 11 दे भणह तुब्भ पमाणं ति । अवि य ।
मा कुणह पियं एवं मा वइएस्सं ति कुणह मा एसं । 13 वम्मह-गुरु-पायच्छित्तियाएँ धम्मक्खरं भणह ।।'
ताहिं भणियं । 'जइ फुडं भणामो ता सुणेह, 15 एएण तुज्झ हरियं तुज्झ वि एयाए वल्लहं हिययं ।
अवरोप्पर-जूवय-थेणयाण जं होइ त होइ ।।' 17 इमम्मि भणिय-मेत्ते गहियाओ वत्थद्धते । ‘कुमार, तुमं लंपिक्को' त्ति भणंतीए
तेण वि 'तुम कुसुमालि' त्ति भणमाणेण संवाए गहिया । तओ किं जायं । 19 अवि य ।
___एस गहिओ त्ति कलमो अरहइ ए बंधणं कुमारेणं । 21 भणिए मज्झ सि तं चिय तेण वि सा तक्खणं भणिया ।। ___ एवं अवरोप्पर-विवयमाणा सहीहि भणिया ‘मा मा करण-समक्खं असमंजसं
12) Better एयं for एसं. 18) J भणमाणोण संपाए (?). 22) J समेक्खं.
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(२७६) 1 भणह, जं अम्हे भणामो तं कीरउ' त्ति । तेहिं भणियं 'सुट्ठ ए भणह किंचि
धम्मक्खरं' ति । सहीहि भणियं । ‘जइ अम्हे पमाणं ता भणिमो ण अण्णह' 3 त्ति भणिए, तेहि भणियं ‘पमाणं पमाणं' ति । ताहि भणियं ‘जइ पमाणं ता
सुणेह । अवि य । 5 मुद्धे पिज्जइ से हिययं च कुमार ओप्पेसु । ___अवरोप्पर-पाविय-हिययवाण अह णिव्बुई तुब्भ ।।' 7 भणिय-मेत्ते कुमारेण भणियं ।
_ 'सुयणु इमं ते हिययं गेण्हसु हिययं ति मा वियारेसु । 9 एयं पि मज्झ दिजउ जइ मज्झत्था पमाणं ति ।।'
भणमाणेणावयासिया । एवं च कए गुरु-कोव-फुरुफुरायमाणाहराए विलसमाण11 कुडिल-चारु-चंचल-भुमया-लयाए भणियं च तीए ‘अव्वो माए इमिणा
अलिय-कय-कवड-पंडिय-णड-पेडय-सरिसेणं दुजणी-सत्थेणं इमस्स 13 अणाय-सील-सहावस्सा-हियस्सावयासणं दवाविय' ति भणमाणी परहत्ता
संठिय त्ति । तओ ताहि भणियं । 15 मा सुयणु कुप्पसु तुमं किं कीरउ एरिसो च्येय ।
णिक्करुणो होइ फुडं मयण-महाधम्म-ववहारो ।। 17 ता सुंदरो एस ववहारो जो संपयं पत्तो' । तीय भणियं ‘ण सुंदरो' । ताहि भणियं
'अण्णं सुंदरं विरएमो' । तीय भणियं ‘ण कजं मह इमिणा वि जो संपयं 19 रइओ' । ताहि भणियं । ___मा कुमर वंचसु इमं अम्हं कवडेण बालियं मुद्धं । 21 उप्पजउ से संपइ जं तुह एयाए तं दिण्णं ।।' ___ कुमारेण भणियं ।
_3) J ताहे for तेहि, J तेहि for ताहि. 5) Better हिययं तं for च, and कुमर for कुमार. 6) J हिअंअ वाण. 9) J मि for पि, J मज्झत्थ. 10) J•माणाहरए. 11) J चंचलहुमया. 13) J सहवस्सोहि०. 14) J तेहि for ताहि.
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(२७७)
___१९१ 1 ‘जइ दाऊण सयं चिय पच्छायावं समुव्वहसि मुद्धे । ___मा होउ मज्झ दोसो गेण्हसु अवयासणं णिययं ।।' 3 ति भणमाणेण समवलंभाहिणव-सिणेह-भरा णिद्दयमवयासिया । तओ
पहसिओ सहि-सत्थो 'अहो, एरिसो अम्हसंतिओ धम्माहिगरणो जं एरिसाई 5 पि गूढ-ववहारइं पयडीहोंति त्ति अहो सुसिलिट्ठो ववहारो पडुओ उत्तरवाइ'
त्ति । 7 (२७७) तत्थठ्ठियाण तेसिं सुह-सुहेण वोलिया रयणी । ताव य पडु-पडह__ पडिहय-पडिरव-संखुद्ध-मुद्ध-मंदिरुज्जाण-वावी-कलहंस-सारस-कंठ-कूइय9 कलयलाराव-रविजत-महुरो उद्धाइओ पाहाउओ य तूर-रवो । पढियं च मंगल
पाढएहिं पाहाइय-मंगलं । उग्गीयं मंगल-गायणीहिं मंगल-गेयं । समागया तो 1। वारविलासिणीओ । पणामियं मुह-धोवणं दंत-धावणं च । तओ पयंसियं अद्दयं
च भायणत्थं । पलोइयं तत्थ मुहयंदं । उग्गीय-मंगल-गायणीहिं पणामियं 13 विमल-दप्पणं, तह दहि-सुवत्त-णंदावत्त-अक्खयाणि य । वंदिया गोरोयणा ।
सिय-सिद्धत्थएहिं विरइओ भालवट्टे तिलओ कुमारस्स । तओ एवं च कय15 देवयाहिदेव-पणामो पच्छा विविह-कला-कोसल्ल-विण्णाण-णाण-सत्थत्थ
कहासु संपत्तो मज्झण्ह-समओ । भुत्तं जहिच्छियं भोयणं । पुणो तेणेय कमेण 17 संपत्ता रयणी । तीय रयणीए केण वि वियड्ड-पओयणंतरेण किंचि उप्पाइयं ।
वीसंभंतरं सहाविया अंगमंग-फरिस-रसं दिण्णा मुद्दिया । पसारिओ कणयमय19 घडिय-णालो विव कोमल-बाहु-दंडो करतलो णीवि-देसंतरम्मि । एवं च
कयावस्सय-करणीओ समुट्ठिओ सयणाओ । ताव दुइया वि रत्ती । तओ तेणेय 21 कमेण संपत्ता तइया राई अणुराय-पवड्डमाण-णिब्भर-हिययाणं पिव । तओ तइय-रयणीय य णिव्वत्तिय-वीसंभेणं तेणं केणं पि लज्जा-सज्झस-सहरिस
1) J सउव्वहसि. 5) J अहो ससिलिट्ठो. 7) Jom. तत्थट्ठियाण etc. to रयणी, P तेंसी, P वोलिओ. 8) J पडिरवर, P कलहंसस्स हंससारसक्कट्ठक्कूरइय, J कुविय for कूइय. 9) P रविजुत्त, J बाहुओ P पाहाओ for पाहाउओ, P adds ताव य before पढियं, P य for च. 10) Jom. पाहाइयमंगलं, P पाहायअमंगलं उयीयं, Jom. मंगलगेयं समागया etc. to देसंतरम्मि 1. 19. 11) P अधयं च. 12) P उयीयं for उग्गीयं. 13) P तदहिसुवन्नणंदा०. 14) P भालवढे. 18) P अंगमंगमंगफरिस, P पसारियाओ. 19) J एयं for एवं, P om. कयावस्सय etc. to सयणाओ । ताव. 20) P हुइया वि राती for दुइया वि रत्ती, P तेणय. 21) P राती, P तइया. 22) P om. य, P विसंभेणं, P सज्जाससरिस.
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१९२
(२७८) 1 सुहमुप्पायएण पओएण कयं किं पि कजं तं । अवि य ।
जुवईयण-मण-मोहं मोहं मूढाण सव्व-जीवाणं । 3 होइ पसूहिँ वि रमियं परिहरियं दिव्व-भावेहिं ।।
णिव्वत्ते य तम्मि जुवइयण-मण-मोहणे मोहणे कयाई वद्धावणयाई । दिण्णाई 5 महादाणाई।
___ (२७८) एवं च कय-कायव्व-वावारा अण्णम्मि दियहे समाख्दा हिमगिरि7 सिहर-सरिसं पासाय-तलं । तत्थ य आरूढेहिं दिटुं तेहिं विजयपुरवरीए
दक्खिण-पायार-सेणी-बंधं धुयमाणं महारयणायरं । तं च केरिसं । अवि य । 9 गयणंगणं व रुंद धवलं कलधोय-धोय-पत्तं व ।
दुत्तार-दूर-तीरं खीर-समुद्दस्स बिंब व ।। 11 कहिंचि परिहत्थ-मच्छ-पुच्छच्छडा-छडिउच्छलंत-पाणियं, कहिंचि णिट्ठर
कमढ-पट्ठि-संठिउल्ललंत-विद्दुम-पल्लवं, कहिंचि कराल-मयर-करग्ग-वगंत13 सिप्पि-संपुडं, कहिंचि पक्क-णक्क-चक्क-करवत्तुक्कंत-माण-मीणयं, कहिंचि
दुग्गाह-गाह-गहिय-विवस-हीरमाण-वणचरं, कहिंचि धवल-संखउल15 लोलमाण-कमल-राय-रयण-दित्ति-चित्तलं, कहिंचि भिण्ण-सिप्पि
संपुडुल्लसंत-कंत-मुत्ताहलुजलं, कहिचि जल-वड्डिय-जल-विद्दुम-दुम-गहण17 राय-रंजियं, कहिंचि तणुय-तंतु-तुलिय-हीरमाण-वण-करिवरं, कहिंचि
मरगय-मणि-सिलायल-णिसण्ण-भिण्ण-वण्ण-दीसंत-मच्छ-जुवलयं, कहिंचि 19 जल-करि-दंत-जुवल-भिज्जमाण-जल-माणुस, कहिंचि उव्वत्तमाण
महाभुयंग-भीम-भोग-भंग-भासुरं, कहिंचि जल-मणुय-जुयाण-जुवलय21 पयत्त-सुरय-केली-हेला-जल-वीइ-संकुलं, कहिंचि मज्जणावइण्ण-दिसा
गइंदावगाहमाण-गंडयल-गलिय-मय-जल-संदोह-बिंदु-णीसंद-पयड-पसरंत___1) J सुहप्पयाएण, Jom. पओएण, P कयं कंपि जंतं. 2) P जुवतीयण. 3) J पसूहिमि रमियं, P विसरिसंपरिहरियं दिट्ठिभावेहिं. 4) J जुवईयण, Jom. दिण्णाई महादाणाई. 6) P om. कायव्व, P हिमहिगिरि. 8) J सेणीयद्धं. 9) P गयणंगयं व, P धवलकलहोय. 10) P दुत्तारदुरं. 11) J छडिउच्छडंत, P छोडिओच्छलंतपालियं. 12) P कमठपट्ठिसंठिउल्लसंतबिड्डसंपल्लवं कलिहिंचि, P करग्गमगंत. 13) P om. चक्क, P णीणयं for मीणयं. 14) J गह for गाह, P गहित, I हीरममाण, P जलकरिवरं for वणचरं. 15) P लोलमाणकोमयराय. 16) J सप्पुडुल्ल०, P संपडुल्लसंत, 1 कंतर for कंत, J वट्टिअ, Jom. जल. 17) P रहियं for रंजियं, J लिहिअ for तुलिय, P बर for वण. 18) P णियन्नभिन्न, Jom. भिण्ण. 19) J जुअलयं, J करिइंतजुअल. 20) | भोअ for भोग, P जलदुमाणुसजुयल. 21) J जलवीई P जलवीयि, J मज्जणवइण्ण, P दिसामयंदावगाहण. 22) J गिलिय for गलिय, J पहयपसंतकदावलाविता for पयडपसरंतवेलावली.
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(२७९)
१९३ 1 वेलावली-वलंतुल्लसंत-चंदय-चित्तलं जलं ति । अवि य ।
(२७९) पवण-पसर-वेअ-संखुद्ध-वीई-तरंगग्गहिज्जत-तंतूहि 3 संदाणियासेस-मच्छच्छडा-घाय-वेउल्लसंतेण णीरेण संखावली-खोह
दीणाणुणायाणुसारागयाणप्पसप्पेहिँ पम्मोक्क-दाढा-विसुव्वेल्ल-दिप्पंत5 जालाउलं । जल-करिवर-रोस-णिब्भिण्ण-दंतग्ग-वेवंत-कुम्मेहिँ णक्खंकुसा
घाय-विज्झंत-मम्माहउक्कत्तियासेस-कुंभत्थलुच्छल्ल-मुत्ताहलुग्घाय-मजंत7 कंतप्पहा-भिण्ण-दीसंत-वण्णण्ण-माणिक्क-संघाय-रस्सीहिँ तं संकुलं । वर
मयर-करग्ग-संलग्ग-णक्खावली-घाय-वेउच्छलुच्छल्ल-कीलाल-सेवाल9 संलग्ग-मुत्तावली-लोह-णिद्धाइयाणेय-णीरंगणा-जुद्ध-संखुद्ध-पायाल-भज्जंत___ माणिक्क-भक्खुल्ल-संतुट्ठ-मुद्धागउल्लरियाणेय-दीसंत-सप्पल्लवं । पसरिय-जल11 पूरमाणुल्लसंतग्गि-पूरंत-पायाल-संमेलियासेस-खुब्भंत-जंतू-जवावत्त-संवत्तणी
संभमुक्कत-णायाणुसल्ल-संतुट्ठ-णच्चंत-देवगणामुक्क-हुंकार-वाउज्जलुव्वत्त13 दिप्पंत-सव्वाडवं ति ।। अवि य । __णच्चंत-तरंग-सुभंगुरयं वियरंत-समीण-महामयरं । 15 दिप्पंत-समुज्जल-मणि-रयणं दिटुं च समं रयणायरयं ।।
तं च दयूण वेला-महिलालिंगियं महाजलहिं भणियं कुवलयमालाए । 'अज्जउत्त, 17 पेच्छ पेच्छ,
गंभीर-धीर-गरुओ होइ महत्थो वि अमय-णीसंदो । 19 सामण्ण-दिण्ण-विहवो तुह चरियं सिक्खइ समुद्दो ।।'
कुमारेण भणियं । 'पिए तुम पि पेच्छ, 21 फुड-मुत्ताहल-दसणा फुरंत-णव-विद्दमाहरा सामा ।
वेविर-तरंग-मज्झा तुज्झ णु सरिसा उयहि-वेला ।।'
2) J पसरंत for पसर, P वीचीतरंग, Joग्गहिजंत P ग्गभिजंत. 4) P दीयाणुणाया०, Jणायाणुसारागयाण०, J प्पेहि पमुक्कपमोक्कदाढा, P पमोक्कदाढा, J विसुवेल्ल P विसवेल्ल. 5) J रोसविणिभिण्ण, Jणक्खत्तसंधाविइज्जंत. 6) P विज्झं तं च माहयुक्क त्ति असेस, P मुत्ताफलु०, P मुत्ताहलुघाय. 7) P कंदपहा, P संघायरासीहिं. 8) P णक्कावली, P घायतेलुच्छलुल्ल. 9) P संसग्ग, J लोभ, P इयाणेयाणीरंगणाकूहसंखुद्ध, P पायालभिजंतमाणिक्करुक्कल्लसंतुट्ठ. 10) J संखुद्ध for संतु?, P गल्लूरियाणेय, J सपल्लवं P सपल्लव. 11) J सम्मेल्लिया. 12) P संतमुक्कंतणांयाणुसदूल्लसंतुद्ध, J संतुद्धवच्चंत, P हुंकारवाकुऊलुवत्त, J वाउज्जलव्वंत. 13) P सव्वाडवेत्ति. 14) P णच्चततरंतसुभंगुरयं, J सभंगुरयं, P om. महा. 15) P adds च after भणियं. 18) P repeats धीर, P तरुओ for गरुओ. 20) P om. पिए, Jom. पि and repeats पेच्छ. 21) J दसणा, J मण (partly written between lines.) for णव. 22) P कुज्झण for तुज्झ णु.
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१९४
(२८०) 1 (२८०) तओ कुवलयमालाए भणियं । ‘अज्जउत्त, अलं इमिणा बुहयण___ परिणिदिएण इयर-बहुमएण अत्तणो पसंसा-वयण-वित्थरेण, ता अण्णेण केण 3 वि वियड्ड-बुद्धि-परिकप्पिएण विणोएण अच्छामो' त्ति । कुमारेण भणियं
‘पिए, सुंदरं संलत्तं, तत्थ वियड्ड-परिकप्पियाई इमाइं विणोय-कारणाइं । तं 5 जहा । पहेलिया वूढाओ अंतिमक्खराओ बिंदुमईओ अट्ठाविडयं पण्हुत्तराई
पट्ठट्ठाई अक्खर-चुययाई मत्ता-चुययाई बिंदु-चुत्ताई गूढ-चउत्थ-पाययाई 7 भाणियव्वियाओ हिययं पोम्हं संविहाणयं गाहद्धं गाहा-रक्खसयं पढमक्खर
विरइयं ति । अण्णाणि य महाकवियर-कप्पियाइं कवि-दुक्कराई पओयाई ति । 9 कुवलयमालाए भणियं ‘अज्जउत्त, जाइं तए भणियाइं इमाइं लक्खणं किं किं
पि वा सरूवं' ति । कुमारेण भणियं । ‘मुद्धे, सुणेसु पहेलिया अंतिमक्खर11 बूढाओ गोवाल-बालेसु वि पसिद्धाओ णजंति । सेसाणं पुण णिसुणेसु
लक्खणं । अवि य । 13 जत्थक्खराइँ कीरति बिंदुणो आइमंतिमं मोत्तुं ।
अत्थो उण साहिज्जइ सा बिंदुमइ त्ति णायव्वा ।। तं जहा । 15 तं कि 6666 ठि िविदुदु कि ।
०वी००००००० किती लि ।। 17 जइ उण लद्धा तइं सा एसा पढिज्जइ ।
तंमि महं बहु-जण-वल्लहंमि तं किं पि कुणसु सहि जेण । 19 असईयण-कण्ण-परंपराएँ कित्ती समुच्छलइ ।।
बत्तीसं-घरएसुं वत्थ-समत्थेसु छुन्भइ सिलोओ । 21 अहवा खप्परियासुं सो भण्णइ अट्ठविडओ त्ति ।। ___ तं जहा । लेखितव्यमित्यनन्तरमेव ।
2) P इयरमहुएण, Jom. ता. 3) P बुद्धिपक्खिकप्पिएण, J repeats विणोएण. 4) P वियट्टपरियाप्पियाई, J adds करि (or परि) before कप्पि. 5) J वुड्डाओ for वुढाओ, J अट्ठाविअडं P अट्ठाविडयं. 6) J पटुंठ्ठाइ P पधाई, J अक्खरचूअआई मत्ताचूअआइं गूढ, P अक्खरचुतयाई मत्ताचुत्ताई बिंदुवुत्ताई, Jom. बिंदुचुत्ताई, P गूढचतुपादाई. 7) J भाणिएव्विआओ P भाणेयद्धियाओ द्धियय पोम्ह, P पढमक्खर, 8) P om. अण्णाणि य etc. सरूवं ति. 10) P मुद्धे निसुणेसु, J संतिमक्खब्बूढाओ. 11) P चूलाओ for वूढाओ. 13) J करेंति for कीरति, J आइअंतिपमोत्तूणं ।. 15) The Mss. J & P have irregularly presented the symbols of bindus and vowels, so they are not reproduced here. It may be noted that I does not give the Sirorekha or serifa but P gives it. In the text these are duly represented in the light of the verse for which they stand. 17) P adds तं before जइ, J पुण for उण, P पढिज्जए. 18) P कुण साहि जेण. 19) P असतीयणकन्नंपरंपराणं कित्ती, J समुच्छलई. 20) P बत्तीसुं P वत्थमवत्थेसु, Jछुब्भए. 21) J खप्परिआसुं P खप्पडिआसु. 22) P तं जहा । लेखितव्यमित्यनन्तरमेव । J मित्यानंतरमेव.
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(२८०)
4
4
| 5 | 40
|
म.
-
ध । णा | नं । य । शा
नं
___ जइ पुण बुद्धीए जाणियं तइआ पाढो पढिज्जए । 9 सर्व-मंगल-मांगल्यं सर्व-कल्याण-कारणं ।
प्रधानं सर्व-धर्माणां जैनं जयति शासनं ।। 11 चत्तारि दोण्णि तिण्णि व चउयाओ जत्थ पुच्छिया पण्हा ।
एक्केण उत्तरेणं भणंति पण्हुत्तरं तमिह ।। 13 किं जीवियं जियाणं को सद्दो वारणे वियड्डाणं ।
किं वा जलम्मि भमराण ताण मंदिरं भणसु आतततं ।। 15 जइ जाणइ तओ कमलं'। इमं पुण पण्हुत्तरं दइए, होइ बहु-वियप्पं । एक्कं
समत्थयं, अवरं वत्थयं, अण्णं समत्थ-वत्थयं, एक्कालावयं । पुणो लिंग17 भिण्णं, विभत्ति-भिण्णं, काल-भिण्णं, कारय-भिण्णं, वयण-भिण्णं ति । पुणो ___ सक्कयं, पाययं, अवब्भंसो, पेसाइयं, मागहियं, रक्खसयं, मीसं च । पुणो 19 आइउत्तरं बाहिरुत्तरं च त्ति । को णिरवसेसं भणिउं तरइ । गूदत्तरं साहेमो ।
पण्हं काऊण तओ गूढं जा उत्तरं पि तत्थेय । 21 पर-मइ-वंचण-पडुयं तं चिय गूदत्तरं भणियं ।। तं जहा ।
कमलाण कत्थ जम्मं काणि व वियसंति पोंडरीयाइं ।
1) It is uncertain from the MSS. that at what place the diagram is to be put. In the diagram and also in the subsequent verse is often written as of in both the MSS. Some syllables are wrongly written in the diagram.. 8) P adds ñ El before जइ पुण, P दाऊण for पुण, Jom. पढिज्जए. 9) P सव्व for सर्व in both places. 10) J सासन P शासनं. 11) Jhas योजनीय: before चत्तारि; possibly the diagram accroding to J would come after योजनीय: Jom.व, P वुज्झिआ for पुच्छिया. 12) P तति for तमिह, Jadds त जहा after तमिह. 13) P किं जीवं णं जीवाणं, J वारण. 14) P किं च जलंमि भमंताण मताण मंदिरं होइ भमराणं for the second line. 15) Jom. जइ जाणइ तओ कमलं, P om. दइए, P बहुविहं अप्पं. 16) Jom. अवरं वत्थयं, P om. एक्कालावयं. 17) P विहत्तिभिन्नं, P repeats कालभिन्नं, P कारयतिनं, P adds सव्वभिन्नं before ति. 18) P सक्कयं पुणो पायं, J अवभंसो P अवब्भसं. 19) P आति उत्तर, J चेति for चत्ति, P णिरविसेस, P तरई । गूढत्तरं साहामो. 21) P गूढत्तरं, Jom. तं जहा. 22) J उ for व, P पोंडरीयाणि.
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(२८०) 1 के काम-सराणिं चंद-किरण-जोण्हा-समूहेणं ।। __ जया पुण जाणियं तया कमलाणं कत्थ जम्मं । के, जले । वियसंति पोंडरीयाई । 3 काइं, सराणि । तत्थ समत्थ-समत्थ-उत्तर । के सराणि । ___जं पुढे तं दिज्जइ अंधो विय णेय जाणए तह वि । 5 तं पयड-गूढ-रइयं पटुं भण्णए अण्णं ।। तं जहा ।
केण कयं सव्वमिणं केण व देहो अहिट्ठिओ वहइ । 7 केण य जियंति जीया साहसु रे साहियं तुज्झ ।
जइ जाणसि, केण कयं सव्वमिणं । पयावइणा । कः प्रजापतिरुद्दिष्टः । क 9 इत्यात्मा निगद्यते । सलिलं कमिति प्रोक्तम् । अत्तो तेण कयं सव्वं । ति ।
जत्थ सिलेसो विहडइ चालिज्जतेण अक्खरेणेय । 11 घडिए पुण घडियं चिय तं भण्णइ अक्खरच्चुययं ।। तं जहा ।
पच्चग्ग-धूय-गंधा सेविजंती सुरेहि जूडेहिं । 13 गिम्हे वि होइ सिसिरा सा वउलावली रम्मा ।। ___ जइ जाणसि, ता सा देवकुलावली रम्मा । 15 जत्थ य लुप्पइ किरिया मत्ता-भावेण होइ तब्भावो ।
तं चिय मत्ता-चुययं बिंदुच्चुययं पि एमेव ।। 17 पयइ-धवलाइँ पहिओ पवास-पच्चागओ पिययमाण ।
तरलच्छाइँ सयण्हो सरए वयणाइँ व जलाई ।। 19 जइ पुण जाणसि, पियइ वयणाई व जलाई ति । बिंदु-चुययं जहा ।
असुईण जं असुइअं दुग्गंधाणं च होइ दुग्गंधं । 21 बुहयण-सहस्स-परिणिंदियं च को जगलं खाइ ।। __ लइयम्मि जंगलं ति ।
__1) P कामरसाणिच्चं तं किर जोन्हासमूहेण ।।. 2) P तदा for तया. 3) P काइ, । om. तत्थ etc. to केसराणि. 4) P ज पटुं दंसिज्जइ. 5) J पटुंबं P पट्ठद्धं. 6) 1 देहो अभट्ठिओ. 7) P जीयति जिया साहसु मे याहितं तुज्झ. 8) P adds तओ before केण, P पतिरुपदिष्टः । कः इत्यात्मा. 9) P प्रोक्तं । अतो, I केण for कयं, कः प्रजापतिः etc., obviously three padas of a sloka. 10) J सिलोसो, ] चालिज्जतोण, P विडज्जतेणं अक्खरेणय. II) P अक्खरजुययं. 12) J पच्छक्खचूअ, P गंधो सेविजंता, P om. जूडेहिं Which is added on the margin in J. 13) P गिम्हेहिं होति. 14) P देववलावली. 15) P लुप्पति, P होंति, । तब्भावे. 16) J चिव, P बिंदुचुतयं पि येमेय ।।. 17) P पियइमाण. 18) P सयण्हा, । मऊलई for व जलाइं. 19) J जे for जइ, P जाणासि, P वयणाइ जाणाई ति बिंदुचुतयं जहा. 21) P जंगलं for जगलं. 22) Jom. लइयम्मि जंगलं ति.
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(२८०) 1 गूढ-चउत्थय-पायं णामेणं चेय लक्खणं सिटुं ।
आइम-पएसु तीसुं गोविज्जइ जत्थ तुरिय-पयं ।। 3 गूढ चउत्थ-पायं जहा । ___सुण्णो भमामि एसो आसण्णं मच्चु-लिंग-पत्तो हं । कण्णं दे सुण वयणं 5 किंतु गूढो चउत्थो पाओ । जइ पुण णज्जइ एत्थेय चिट्ठइ । 'सुभए आलिंगणं
देसु' । सेसाणं पुण लक्खणं णामेणं चेय णायव्वं । भणिएब्विया जहा । 7 जइ धम्मिएण भणियं दारे ठाऊण देसु भिक्खं ति । ___ता कीस हलिय-धूया तुरियं रच्छाए णिक्खंता ।। 9 भिक्खा-विणिग्गए धम्मिए मढे संकेओ त्ति । हियय-गाहा जहा ।
गोसे च्चिय हलिय-वहू पढमं चिय णिग्गया घरद्दारं । 11 दटुं कलंब-कुसुमं दुहिया रोत्तुं समाढत्ता ।।
संकेय-भंगो दइएण साहिण्णाणं कलंब ठवियं ति हिययं । पोम्हं जहा । 13 ण कयाइ तेण रमिया सयणे सुयणे वि णो अहं वसिया ।
णामं पि णेय गहियं कीस पउत्थं तयं भरिमो ।। 15 पोम्हं पुण।
सो चेय मए रमिओ वसिया वच्छत्थलम्मि अह तस्स । 17 दइयं ति जो भणंतो सो चेय महं भरउ णाहो ।। त्ति ।
गाहद्धं ति । जहा । 19 अवहत्थिऊण लज गेण्हसु कंठम्मि किं व ण सुयं ते ।
अब्भत्थिओ ण लब्भइ चंदो व्व पिओ कला-णिलओ ।। 21 एत्थं पुण अण्णं गाहद्धं ।
दिट्ठो णयणाणंदो णिव्वुइ-जणणो करेहिँ वि छिवंतो ।
1) J चउत्थपादेणं चेअ. 4) P adds आ after एसो. 5) J कित्ता (?) for किंतु, P चतुत्थपादो ।, P एत्थयं, P सुहए. 6) P सेसाण उण, J भणिएच्चिया, P भणिएव्वे जहा, Jom. जहा. 7) P धम्मिऊण, J ठाऊ देसु. 8) P तुरिय. 9) J विणिग्गएण. 10) P घरदारं. 11) J दद्रूण P दटुं, J रोतुं P रोत्तु. 12) P inter. दइएण and साहिण्णा (न्ना) ण, P हितयं, J पम्हं for पोम्हं. 14) P गहितं कीस, P भणिमो. 15) J पुम्हं for पोम्हं, P पोम्हमुण. 16) J चेव. 17) P दइतं, P भण तो सो च्येय, P om. ति. 19) P कंटंमि कि च ण सुअते. 20) P व्व कउकलाणिउणो. 22) P णिवत्ति व जणणो, P मि for वि.
गाह
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(२८०) 1 अब्भत्थिओ ण लब्भइ चंदो व्व पिओ कला-णिलओ ।। त्ति ।
संविहाणयं जहा । 3 अइ भणसु तं अलज्जं परलोय-विरुद्धयं इमं काउं ।
घोरे तमम्मि णरए गंतव्वं संबलि-वणम्मि ।। 5 एत्थं संविहाणयं । केण वि दुई पेसिया पत्थेउं । णाइया कुविया पडिवयणं देइ ।
किर परदार-गमणेण णरए कूड-सिंबली-वणे छुब्भइ त्ति । इओ ताए पुण तस्स 7 संकेयं दिण्णं । परलोओ एस दूई । इमिणा कज्जेण गंतव्वं तए एत्थ संबली
वणे । काए पुण वेलाए । घोरे तमम्मि । अरे पुरिस ए तए त्ति, अहं तत्थ 9 वच्चीहामि त्ति । एत्तिओ संविहाणो त्ति । गाहा-रक्खसं जहा ।
एत्तियमेत्तं चिय से भणमाणो मुच्छिओ पहिओ ।। 11 इमं च पच्छिमद्धं । जा काइ भुयणे गाहा, तीय रक्खसो इव सव्वत्थेसु लगइ ___त्ति । पढमक्खर-रइयं जहा ।। 13 दाण-दया-दक्खिण्णा सोम्मा पयईए सव्व-सत्ताणं ।
हंसि व्व सुद्ध-पक्खा तेण तुमं दंसणिज्जासि ।। 15 तत्थ य पाय-पढमक्खराइं ‘दासो हं' ति कामयंतेण लिहिऊण पेसिया गाहा ।
___ एवं इमाइँ एत्थं अण्णाइ मि होंति बहु-वियप्पाई । 17 छप्पण्णय-बुद्धि-वियप्पियाइँ मइ-वित्थर-कयाई ।। ___ता साहसु पिए, इमाणं मज्झे केण विणोएण चिट्ठामो' त्ति । कुवलयमालाए 19 भणियं । ‘अज्जउत्त, सव्वाइं चेय इमाई सुंदराई, ता चिटुंतु ताव इमाई । अण्णं
किंचि देवं विण्णवेमि, जइ देवो पसायं करेइ' । कुमारेण भणियं 'पुच्छ वीसत्थं, 21 णत्थि ते अणाइक्खणीय' । कुवलयमालाए भणियं ‘अज्जउत्त, एत्तियं साहसु । ____ कहं तए जाणिओ एस पायय-वुत्ततो, कहं इमं देसंतरं पत्तो, कहं वा पायओ
_1) P व्व कलापिउउणो ।।. 2) J सविहाणयं. 3) J अह for अइ, P अलज्ज, Jom. इमं. 5) J सविहाणयं, Jom. पत्थेउं । णाइया, P पडिवयण न देइ. 6) P परदारा, P कूडसबलावणे छुभइ, Jom. त्ति, P om. इओ, Jom. ताए. 7) P सकियं दियं दिन्नं ।, P om. परलोओ एस etc. to संविहाणो ति. 9) J संवाहाणो (?for सविताणो). 10) P एत्तियमेत्ते, P पुच्छिओ for मुच्छिओ. 11) Jom. च, P पच्छद्ध, J repeats जा, JP repeats तीय. 12) P रइतं. 13) P सोमा पयतीय सव्वभत्ताणं ।. 15) P ते for ति, J कामयंतो P भावयतेण. 16) Jadds विह after बहु. 17) P मतिवित्थर, J कराई ।।. 18) P साहसु प्पिए. 19) P adds त्ति before भणियं, P ता for ताव. 21) P अणाविक्खणीयं. 22) P adds वा before इमं.
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(२८१) 1 पूरिओ' त्ति । कुमारेण भणियं 'सुंदरि, णिसामेसु ।
(२८१) अत्थि अउज्झाए दढवम्मो णाम राया । सामा देवी । तीय पुत्तो 3 अहं । दिव्व-तुरयावहरिओ वणं पत्तो तत्थ य दिट्ठो महारिसी, सीहो, दिव्व
पुरिसो य । तेण रिसिणा साहियं पुव्व-जम्मं पंचण्ह वि जणाणं । तं जहा । 5 चंडसोमो कोव जणिय-वेरग्गो उवसंतो धम्मणंदणस्स पायमूले कोसंबीए ___ पुरवरीए । माणभडो वि । एवं चिय मायाइच्चो, लोहदेवो, मोहदत्तो तओ एवं 7 च तवं काऊण कय-जिणवर-धम्म-संकेया कालं काऊण पउमे विमाणे
समुप्पण्णा । तत्थ वि धम्म-तित्थयर-संबोहिया कय-सम्मत्ता पुणो समागया 9 जंबुद्दीवं । तत्थ य जो सो लोहदेवो सो इह चंपा-पुरवरीए वणिउत्तो जाओ।
तम्मि जाणवत्ते विणिग्गओ पउमकेसरेण देवेण संबोहिओ, पव्वइओ, ओहि11 णाणी जाओ । तेण वि णिरूवियं जाव चंडसोमो सीहो जाओ, माणभडो
अउज्झाए अहं जाओ । तओ अवहरिओ पउमकेसरेण मोहदत्तेण, रिसिणो य 13 पास संपाविओ । तेण य भगवया साहिओ एस सव्वो वुत्तंतो । गहियं च मए
सम्मत्तं, जहा-सत्तीए किंचि देस-विरइय-वयं च । तत्थ य सीहेण कयं 15 अणसणं । पुच्छिओ य मए भगवं ‘सो उण मायाइच्च-देवो कत्थ ववण्णो ___ संपयं' । साहियं च भगवया । ‘दाहिण-समुद्द-वेला-वण-लग्गा विजया णाम 17 पुरवरी । तत्थ य विजय-राइणो धूया कुवलयमाल' त्ति । मए भणियं भगव,
तीय को होही उवाओ सम्मत्त-लंभे' त्ति । भगवया भणियं 'तुमं चेव 19 पडिबोहेसि' । मए भणियं भगवं, किं मम सा वयणं करेइ' । भगवया भणियं
'तए सा परिणेयव्वा' । मए भणियं केण उवाएण' । भगवया साहियं 'तीय 21 पुरिस-देसिणीए अण्णो मुणिवरो सयलं पुव्व-भव-वुत्तंतं साहेइ सुय-णाण
पभावेणं । ता ताणं पंचण्हं जणाणं एक्का एसा । अण्णे चत्तारि अण्णत्थ ___2) Jadds अण्ण after अत्थि, P दढधम्मो महाराया. 3) P तुरियावहरओ वणसंपत्तो, P तत्थ रिट्ठो. 4) P रिसिणासीहियं. 5) P को for कोव, P वेररग्गो, J कोसंबीपुरं०. 7) P om. च, P om. काऊण after काल. 8) Jom. वि, P तित्थरय बोहिया कयसमत्ताण. 9) P जंबुयदीवं, J om. य, P लोहदेसो सो इय, P वणियउल्ला जाओ. 100 तम्मि य जाणवत्त वि०. P सवोहिओ. 11) P सोहो for सीहो. 12) P om. जाओ after अहं, P रिसिणो य. 13) P संपाइओ, P om. तेण य भगवया साहिओ, J अव्वो for सव्वो, P om. च. 14) J किंच P किंपि. J देसविरईवयं. Jadds य before कयं. 15) J सोऊण for सो उण, P उववण्णो for ववण्णो. 16) Jom. संपयं, P भणियं for साहियं. 17) J पुरी for पुरवरी, J भयवं. 18) P adds य before को, J होहि P होति, P उवाय, Jलब्भो, P तुम चियपडिबोहेसु. 19) J कयणं for सा वयणं. 20) P adds भगवं before केण. 21) P देसिणीय, J साहेहिति P साहेति. 22) J प्पभावेणं, Jom. ता.
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(२८२)
1 उववण्णा । ताणं च मज्झे एक्केण परिणेयव्वा, ण अण्णेण । तओ सा तप्पभिड़ं पाययं लंबेहिइ पुव्व-भव- वुत्तंत-सूययं । तं च तुमं एक्को जाणिहिसि, ण उण 3 अण्णो, तेण तुमं तं परिणेहिसि । पुणो संजाय - पीइ - वीसंभ-परूढ-पणयाए संभरिऊण पुव्व-जम्म-वुत्तंतं, काऊण धम्म- कहं, जणिऊण वेरग्गं, णिंदिऊण 5 संसार-वासं, पसंसिऊण सम्मत्तं सव्वहा तम्मि काले पओय-पुव्वयं तहा करणीयं जहा णाइवत्तइ सम्मत्तं ' ति । तओ मए पुच्छियं 'भगवं, एस पुण पउमकेसरो देवो कत्थ उववज्जिहि ' त्ति । भगवया भणियं 'एस तीए चेव कुवलयमालाए पुत्तो पुहइसारो णामं होहिइ त्ति तओ तुम्हेहि पडिबोहेयव्वो' 9 त्ति । तं च सोऊण पिए, इमं संतरं संपत्तो किर तुमं पडिबोहेमि त्ति । एवं च भिण्णो पायओ । परिणीया एत्थ तुमं ति । ता पिए, संपयं इमं जाणिऊण 11 पडिवज्जसु सम्मत्तं ।
1
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(२८२) तं च केरिसं । अवि य ।
I
13 दुत्तार- दूर - तीरे फुडिए जाणम्मि वुज्झमाणस्स । पुरिसस्स उयहि - मज्झे जह फलहासायणं सरणं ।। तह संसार-महोयहि-दुत्तारुत्तार- विसम- दुह-सलिले । जीवस्स होइ सरणं सम्मत्तं फलहयं चेव ।।
15
17 बहु-जोयण - वित्थिणे अडई - मज्झम्मि भीरु - पुरिसस्स । भीयस्स अयंडे च्चिय सत्थो पुरओ जहा होइ ।। 19 संसाराडइ - मज्झे बहु- दुक्ख-सहस्स– सावयाइण्णे । जीवस्स णत्थि सरणं मोत्तुं सत्थं व सम्मत्तं ।।
जह कंटय - रुक्ख- समाउलम्मि गहणम्मि णट्ठ - मग्गस्स । अवियाणिय-देस-दिसी-विभाग- मूढस्स वर-मग्गो ।।
21
1) P adds एक्के before एक्केण, P अन्नोण I, J तप्पभूई. 2) J लंबेहिति P बेहिति, P वुत्तंतं, P जाणहसि. 3) Pom. तं, JP पीति. 4 ) Jom. पुव्वजम्मवुत्तंतं काऊण, J धम्मस्स कहं, P वेरयं for वेरग्गं. 6) J णाइवंतइ सा सम्मत्त, P णातिवत्तं इ, J भयवं P भगव, P एस for पुण. 7) JP उववज्जिहिति, J om. त्ति, P चेय कवलयं॰. 8) J repeats पुत्तो, J तत्थ for तओ, J तुब्भेहि P तुम्हेवि . 9) P चेय for च, J पत्तो for संपत्तो, P पडिबोहेयव्व त्ति ।. 10) Jom. एत्थ, J पिइ for पिए. 11) J पडिवज्ज सम्मत्तं. 12 ) P जं for तं, Padds से after च, Pom. अवि य. 13) P मज्जमाणस्स । 14 ) P उहिमज्झे, P फलयायणं. 15) P महोमहिदुत्तारो विसमदुहसयासलिले ।, J सुह for दुह. 16) P चेय. 17 ) P अडमज्झंमि. 18) J सत्थं for सत्थो. 22 ) P अवियाणयदेसदिसाविहाय, P मग्गे.
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(२८२)
3
1 तह जीवस्स वि सुइरं कुसत्थ - मग्गेसु मूढ - हिययस्स । सिद्धि-महापुरि-गमियं मग्गं पिव होइ सम्मत्तं ।। जह होइ मरुत्थलीसुँ तण्हा-वस-सूसमाण- - कंठस्स 1 पहियस्स सीयल-जलं होइ सरं पंथ - देसम्म ।। तह संसार-मरुत्थलि-मज्झे तण्हाभिभूय - जीवस्स । संतोस - सीयल-जलं सम्मत्तं होइ सर - सरिसं । जह दुक्काले काले असण - विहीणस्स कस्सइ णरस्स । छायस्स होइ सहसा परमण्णं किं पि पुण्णेहिं ।।
5
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9
तह दूसमाए काले सुहेण हीणस्स एस जीवस्स । दुहियस्स होइ सहसा जिण - वयणं अमय - णीसंदं ।। जह णाम कोइ पुरिसो सिसिरे पवणेण सीय - वियणत्तो । संकोइयंगमंगो जलमाणं पेच्छए जलणं ।।
11
तह चेय एस जीवो कम्म - महासिसिर-पवण- 1 ण - वियणत्तो । दुक्ख- -विमोक्खं सहसा पावइ जलणं व जिण-वयणं ।। जह एत्थ कोइ पुरिसो दूसह - दारिद्द - सोय - भर - दुहिओ । हेलाए च्चिय पावइ पुरओ चिंतामणि रयणं ।। तह णारयादि-दारिद्द-दूसिओ दुक्खिओ इमो जीवो । चिंतामणि व्व पावइ जिण - वयण कोइ तत्थे ।। जह कोइ हीरमाणो तरल-तरंगेण गिरि - णइ - जलेण । कह कह वि जीय-सेसो पावइ तड-1 ड - विडव - पालंब ।।
17
तह राग-दोस-गिरि-णइ-पवाह - हीरंत - दुक्खिओ जीवो । पावइ कोइ सउण्णो जिण - वयणं तरुवरालंबं ॥
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21
२०१
1) J कुमग्गलग्गे for कुसत्थमग्गे. 3) J सूसमाणस्स, J writes कंठस्स On the margin and ठ is just a fat zero. 5) P मरुत्थली. 6) P संतोसवसीय लयजलं. 7) P वि for कस्सइ. 8) P सुहण, P सहस्स for सहसा. 11 ) P को वि पुरिसो. 12 ) P संकोतियंगमंगो. 13) P जंम for कम्म. 15) P inter. कोइ & एत्थ. 16) J हेलाय, P चिंतामणी. 17) P णरयाइदारिद्दभूमिओ दुक्खिओ जिओ दीणो । 18 ) P कोति तत्थिय ।।. 19) J सरल for तरल. 20) P जह for कह, J विअड - पालंब, P पालव्वं ।।. 21) P तह कोहरायदोस, P णति, P हीरं दुत्थिओ. 22) P सउणो, P तरुयरालंब.
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२०२
(२८२) 1 जह कोंत-सत्ति-सव्वल-सर-वर-खग्ग-प्पहार-विसमम्मि ।
पुरिसस्स होइ सवरे णिवारणं ताण संणाहो ।। 3 तह दुक्ख-सत्थ-पउरे संसार-रणंगणम्मि जीवस्स ।
जिण-वयणं संणाहो णिवारणं सव्व-दुक्खाणं ।। 5 जह दूसह-तम-भरिए णट्ठालोयम्मि कोइ भुवणम्मि ।
अंधो व्व अच्छइ णरो समुग्गओ जाव णो सूरो ।। 7 अण्णाण-महातम-संकुलम्मि अधस्स तह य जीवस्स ।
कत्तो दंसण-सोक्खं मोत्तुं सूरं व जिण-वयणं ।। 9 जह सयल-जलिय-हुयवह-जाला-मालाउलम्मि गुविलम्मि ।
वित्थिण्ण होइ सरं सहसा पुरिसस्स भीरुस्स ।। 11 तह चेव महामोहाणलेण संतावियस्स जीवस्स ।
सव्वंग-णेव्वुइ-करं जिण-वयणं अमय-सर-सरिसं ।। 13 जह दूर-टंक-छिण्णे कह वि पमाएण णिवडमाणस्स ।
जीवस्स होइ सरणं तड-तरुवर-मूल-पालंबो ।। 15 तह दूर-णरय-पडणे पमाय-दोसेहिँ णिवडमाणस्स ।
अवलंबो होइ जियस्स णवर मूलं व सम्मत्तं ।। 17 इय जह सयले भुवणे सव्व-भएसु पि होइ पुरिसस्स ।
सरण-रहियस्स सरणं किंचि व णो दीण-विमणस्स ।। 19 तह णरय-तिरिय-णर-देव-जम्म-सय-संकुलम्मि संसारे ।
जीवस्स णत्थि सरणं मोत्तुं जिण-सासणं एक्कं ।। 21 (२८३) इमं च एरिसं जाणिऊण दइए, किं कायव्वं । अवि य ।
फलयं व गेण्हसु इमं लग्गसु अवलंबणे व्व णिवडती ।
1) P नह for जह, J कोंति, P खग्गहारविसमंति ।. 2) P समरे for सवरे. 8) J दंसेण सोक्खं, P व्व for व. 9) P विउलंमि for गुविलम्मि. 10) J विच्छिण्णं, P सहसा ण भीयस्स. 11) P चेय. 12) P णेव्वुइयरं, J रस for सर. 13) P दूरकंटकिन्नो. 14) P जह for तड, P सालंब for पालंबो, P has an additional verse here, and it runs thus : 15) तह दूरणरयवडणे पसमाय दोसेहिं णिवडमाणस्स । जीवस्स होइ (?) सरणं जह तरुवरमूलसालंब ।।, P वडणे, J देसेहिं. 17) P इह for इय. 18) P णे for णो. 22) J adds मूलं व before गेण्हसु, J व्व for व.
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(२८३)
1 सलिलं व पियसु एयं ओयर पंथम्मि व पणट्ठा ।। चिंतामणिं व गेण्हसु अहवा उवसप्प कप्परुक्खं वा । णिय-जीवियं व मण्णसु अह जीवाओ गरुययरं ।। तओ पिए, केरिसं च जिण-वयणं सव्व-धम्माणं मण्णसु । अवि य ।
3
I
5 जह लोहाण सुवणं तणाण धण्णं धणाण रयणाई | रयणाण काम - रयणं तहेय धम्माण जिणधम्मो ||
7
जह णंदणं वणाणं दुमाण सिरिचंदणं मुणीण जिणो । पुरिसाण चक्कवट्टी तय धम्माण जिणधम्मो || णागाणं णाइदो चंदो णक्खत्त - तारयाणं च । असुराणं असुरिंदो तहे धम्माण जिणधम्मो || देवाणं देविंदो जह व णरिंदाण णरवरो सारो । जह मवई मयाणं सारो धम्माण जिणधम्मो || रावणो गयाणं सारो खीरोयही समुद्दाणं । होइ गिरीण व मेरू सारो धम्माण जिणधम्मो ॥ जह वण्णाणं सेओ सुरही गंधाण होइ वरयरओ । फरिसाणं मिउ-फरिसो धम्माण वि एस जिणधम्मो ॥
9
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13
15
1
19
17 अण्णं च दइए, एस स जिणवर - धम्मो केरिसो । अवि य । जह होइ जलं जलणस्स वेरियं हत्थिणो य जह सीहो । तह पावस्स वि एसो जिणधम्मो होइ पडिवक्खो || जह जलणो कट्ठाणं मयरो मच्छाण होइ णिण्णासो जह मयवई पसूणं एवं पावाण जिधम्म ।। जह गरुलो सप्पाणं मज्जारो मूसयाण जह वेरी ।
21
२०३
1) P पिबसु, J P उयर for ओयर, J यणट्ठा for पणट्ठा. 2) P चिंतामणि व्व, J उअसप्प, P कप्पं रुक्खं व 1. 3) J अहवा for अह, P जीवाउगुरुययरं. 5) P सुअन्नं तेणाण. 6) P तहहो for तहेय, P जिणवयणं । 1. 7 ) P जह चंदणं. 8) P तहेव, P जिणधमो ।।. 9) णायाणं, P गोविंदो for णाइंदो. 10) P तहेव. 11 ) P णरिंदाणराणवरयरओ ।. 12 ) P मयवती. 15) P जह विन्नाणं से तो सुरही, P वरवरओ. 16) P मिऊ. 17) J om. स, P जिणधमो, Pom. केरिसो. 18) Jom. य, J जहा. 19) P leaves a gap of two letters and has एस for होइ. 21 ) P मयवती, J धम्माण for पावाण.
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२०४
(२८३) 1 वग्घो इव वसहाणं तह ओ पावाण जिणधम्मो ।।
सूर-तमाण विरोहो छाया-घम्माण जह य लोगम्मि । 3 एसो वि तह विरुद्धो कम्माणं होइ जिणधम्मो ।।
तावेण पारय-रसो ण वि णज्जइ कं दिसं समल्लीणो । 5 जिण-वयण-ताव-तत्तं पावं पि पणस्सए तह य ।।
जह णिद्दय-वज-पहार-पडण-दलिओ गिरी वि भिजेज्ज । 7 तह जिणवरोवएसा पाव पि पणस्सए वस्स ।।
जलण-पहओ वि रुक्खो पुणो वि सो होज किसलय-सणाहो । 9 जिण-वयण-जलण-दड्ढस्स कम्मुणो णत्थि संताणं ।।
मुक्को वि पुणो बज्झइ णरवइ-वयणेहिँ कोइ णियलेहिं । 11 जिण-वयणेण विमुक्को बंधाओं ण बज्झए जीवो ।।
पज्जलइ पुणो जलणो धूलि-कलिंबेहिँ पूरिओ संतो । 13 जिण-वयण-जलण-सित्तो मोहग्गी सव्वहा णत्थि ।। ___ अण्णं च पिए, एरिसं इमं मण्णसु जिण-धम्मं । अवि य । 15 जह करि-सिरम्मि मुत्ताहलाइँ फणिणो य मत्थए रयणं ।
तह एयम्मि असारे संसारे जाण जिणवयणं ।। 17 जह पत्थराओं कणयं घेप्पइ सारो दहीओं णवणीयं ।
संसारम्मि असारे गेण्हसु तह चेय जिणधम्मं ।। 19 पंकाउ जहा पउमं पउमाउ महू महूउ रस-भेउ ।
णिउणं गेण्हइ भमरो गेण्हसु लोयाओं सम्मत्तं ।। 21 गजंकुराओ कणयं खार-समुद्दाओ रयण-संघाओ ।
जह होइ असाराउ वि सारो लोयाओ जिणधम्मो ।।
2) J कयोप्पम्माण for छायाघम्माण, J लोअम्मि. 3) P जहा for वि तह. 4) P तोवेण परिय. 5) P पावं मि विणासए. 6) P दलिरो, P वि भज्जेज्ज. 7) J जिणवरोवएसं पहवं पावं, J वस्स ।।. 8) P जलणेण कट्ठरुक्खो, P किलयसणाहो. 9) P किं पुणो for कम्मुणो. 10) P inter. पुणो & वि, P णरवय. 11) P मुक्को for विमुक्को, P बंधए for बज्झए. 13) P जणवयणजलयसित्तो. 14) P सं for इमं. 15) P सिरिंमि. 16) P repeats संसारे, P om. जिण, J धम्मो for वयणं. 18) P तं for तह. 19) P महूअ, J रसहेऊ P रसभेओ. 22) P असारो तो वि.
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(२८४)
२०५
1 (२८४) अण्णं च पिए,
भवणम्मि जह पईवो सूरो भुवणे पयासओ भणिओ । 3 मोहंधयार-तिमिरे जिणधम्मं तह वियाणासु ।। एरिसो य
अत्थाण होइ अत्थो कामो एयाण सव्व-कामाण । 5 धम्माण होइ धम्मो मंगल्लाणं च मंगल्लं ।।।
पुण्णाण होइ पुण्णं जाण पवित्ताण तं पवित्तं ति । 7 होइ सुहाण सुहं तं सुंदरयाणं पि सुंदरयं ।।
अच्चब्भुयाण अच्चब्भुयं ति अच्छेरयाण अच्छेरं । 9 सेयाण परं सेयं फलं फलाणं च जाणेज्जा ।।
तओ पिए, धम्म तित्थयराणं, 11 जह आउराण वेज्जो दुक्ख-विमोक्खं करेइ किरियाए ।
तह जाण जियाय जिणो दुक्ख अवणेइ किरियाए ।। 13 जह चोराइ-भयाणं रक्खइ राया इमं जणं भीयं ।।
तह जिणराया रक्खइ सव्व-जणं कम्म-चोराण ।। 15 जह रुंभइ वच्चंतो जणओ अयडेसु तरलयं बालं ।
जिण-जणओ वि तह च्चिय भव्वं रुंभे अकज्जेसु ।। 17 जह बंधुयणो पुरिसं रक्खइ सत्तूहि परिहविजंतं ।
तह रक्खइ भगव पि हु कम्म-महासत्तु-सेण्णस्स ।। 19 जह जणणी किर बालं थणयच्छीरेण णेइ परियड्ढेि ।
तह भगवं वयण-रसायणेण सव्वं पि पोसेइ ।। 21 बालस्स जहा धाई णिउणं अंजेइ अच्छिवत्ताई ।
इय णाण-सलागाए भगवं भव्वाण अंजेइ ।।
3) P तह वियाणा ।।. 4) P अत्थीण. 5) P धम्मा for धम्माण. 7) P सुहयं for सुहं तं. 11) P आउरा वेज्जो दुक्खं करेइ. 13) J चोराति, P चोराउभयं. 14) P भव्वजणकंम. 15) P जह इं रुभइ. 16) J च्चिय भयवं रुम्हे अयज्जेसु. 17) P पुरिसो, P सत्तूण. 19) P णेय परियट्टि ।. 20) P रसायणेण भव्व पि पासेइ. 21) P धाइं. 22) P सिलागाए भगव.
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11
२०६
___ (२८४) 1 दइए, तेण तं भगवंतं धम्म-देसयं कहं मण्णह । अवि य ।
मण्णसु पियं व भायं व मायरं सामियं गुरुयणं वा । 3 णिय-जीवियं व मण्णह अहवा जीवाओ अहिययरं ।। अवि य ।
हिययस्स मज्झ दूइओ जारिसओ जिणवरो तिहुवणम्मि । 5 को अण्णो तारिसओ हूँ णायं जिणवरो चेय ।। सव्वहा ।
जइ मं मण्णसि मुद्धे कज्जाकज्जाण जाणसि विसेसं । 7 जइ इच्छसि अप्प-हियं सुंदरि पडिवज जिण-वयणं ।।
जइ जाणसि संसारे दुक्खाइँ अणोर-पार-भीमाई । 9 जइ णिव्वेओ तुम्हं सुंदरि ता गेण्ह सम्मत्तं ।।
जइ सुमरसि दुक्खाई मायाइच्चत्तणम्मि पत्ताई । जइ सुमरसि णिव्वेओ सुंदरि ता गेण्ह सम्मत्तं ।। जइ सुमरसि कोसंबिं जइ जाणसि धम्मणंदणो भगवं । जइ सुमरसि पव्वजं सुंदरि पडिवज जिणधम्मं ।।
जइ सुमरसि संकेओ अवरोप्पर-विरइओ तहिं तइया । 15 सम्मत्तं दायव्वं ता सुंदरि गेण्ह तं एयं ।।
जइ सुमरसि अप्पाणं पउम-विमाणम्मि देवि परिवार । 17 ता सव्व-सोक्ख-मूलं दइए पडिवज जिणधम्मं ।।
जइ तं जाणसि मुद्धे दिट्ठो चंपाए धम्म-तित्थयरो । 19 णिसुओ धम्माधम्मो पडिवजसु ता जिणाणं ति ।। सव्वहा ।
जइ जाणसि सुंदरमंगुलाण दिट्ठाण दोण्ह वि विसेसं । 21 ता सयल-लोय-कल्लाण-कारणं गेण्ह जिणवयणं ।। ति । ___इमं च णिसामिऊण कुवलयमालाए संलत्तं ।
1) P om. धम्म, P om. कहं, P वण्णह for मण्णह. 4) P हिअस्स, P जारिसो, P त्तिभुवणंमि. 5) P हुं, P चेव. 6) J जइ इमं, P om. one कज्जा, P विसिसं. 7) P धम्मं for वयणं. 8) J भीआई ।. 10) P सुमरं सि तं दुक्खं मायाइच्चव्वणं पि जं पत्तं ।, P om. (second line) जइ सुमरसि etc. 12) J धम्मनिंदणो भयवं ।. 15) सुंदर गेण्ह तं. 19) P णिसु धम्मा०, P repeats सु before ता. 20) J दिट्ठोण. 21) P लोव for लोय.
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(२८५)
२०७ 1 तं णाहो तं सरणं अजं चिय पावियं मए जम्मं ।
अजं चेय कयत्था सम्मत्तं जेण मे लद्धं ।। 3 ति भणिऊण णिवडिया कुमारस्स चलण-जुवले । कुमारेण भणियं ।
उण्णमसु पाय-पडिया दइए मा जूर इयर-जीओ व्व । 5 लद्धा तए जिणाणं आणा सोक्खाण संताणं ।।
ति भणमाणेण उण्णामियं वयणयं । भणियं च कुवलयमालाए । 7 'जयइ जय-जीव-जम्मण-मरण-महादुक्ख-जलहि-कंतारे ।
सिव-सुह-सासय-सुहओ जिणधम्मो पायडो लोए ।। 9 जयइ जिणो जिय-मोहो जेण इमो देसिओ जए धम्मो ।
जं काऊण सउण्णा जम्मण-मरणाउ मुच्चंति ।। 11 जयइ य सो धम्म-धणो धम्म-रुई धम्मणंदणो भगवं ।
संसार-दुक्ख-तवियस्स जेण धम्मो महं दिण्णो ।। 13 मूढो महिला-भावे दियलोग-चुओ परोप्पर-विउत्तो ।
अम्ह जिओ पडिबुद्धो जिणधम्मे तुम्ह वयणेहिं ।।' 15 ति भणतीय पसंसिओ कुमारो त्ति ।।
(२८५) जाव य एस एत्तिओ उल्लावो ताव समागया पडिहारी । णिवेइयं 17 च तीए ‘देव, दुवारे लेह-वाहओ चिट्ठई' । कुमारेण भणियं । लहं पेसिहि'त्ति ____ भणिए णीहरिया पडिहारी, पविट्ठा य सह तेणेय । पणमिओ लेह-वाहओ, 19 पुच्छिओ य कुमारेण ‘कओ आगओ' । भणियं च तेण ‘अओज्झा-पुरवरीए' ।
'अवि कुसलं तायस्स, दढ-सरीरा अंबा' । तेण भणियं । 'सव्वं सव्वत्थ 21 कुसलं' ति भणमाणेण पणामिओ लेहो, वंदिओ य उत्तिमंगेण, अवणीया मुद्दा,
वाइउं पयत्तो । अवि य । ____1) J तण्णाहो. 3) J जुअले P जुवलेसु. 4) P णयवडिया for पायवडिया. 7) P जलहिसंतारो. 8) P सासयहओ जिणधम्मे. 9) J जइ for जयइ, P जयमोहो J सिओ for जए. 10) J सउण्णो, J मुंचंति. 11) P धम्मरुती. 12) P धन्नो for धम्मो. 13) J दिअलोअ. 16) P तुल्लावो for उल्लावो. 17) J तीय for तीए, P लेहवाडओ चिढेइ, J लहुं पवेसेहि (later correction). 18) P तेण । पणामिओ लेहो पु० (the reading accepted is a marginal correction in J). 19) P om. य, J अयोज्जा. 20) P वि for अवि. 21) P लोहो for लेहो, P om. य, J अवणिआ य मुद्दा P अविणीया मुद्धा.
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२०८
(२८५) 1 ‘सत्थि । अउज्झापुरवरीओ महारायाहिराय-परमेसर-दढवम्मे विजयपुरीए
दीहाउयं कुमार-कुवलयचंद महिंदं च ससिणेहं अवगूहिऊण लिहइ । जहा । 3 तुह विरह-जलिय-जालावली-कलाव-करालिय-सरीरस्स णत्थि मे सुहं, तेण
सिग्घ-सिग्घयरं अवस्सं आगंतव्वं' ति । 'णिसुयं कुवलयमाले,' भणियं च 5 कुवलयचंदेण, ‘एस एरिसो अम्ह गुरुसंतिओ आदेसो, ता किं कीरउ' त्ति ।
कुवलयमालाए भणियं अजउत्त, जं तुह रोयइ तं पमाणं अम्हाणं' ति । तओ 7 सद्दाविओ महिंदो, दंसिओ लेहो । उवगया णरवइ-सयासं । साहिओ लेहत्थो ।
णरवइणा वि वाइओ लेहत्थो, साहियं जहा । 'लिहियं मम पि राइणा । अवस्सं 9 कुमारा पेसणीय त्ति । ता वच्च सिग्घ' ति भणमाणेण सद्दाविया णिओइया,
भणिया य ‘भो भो, सज्जीकरेह पुव्व-देस-संपावयाई दढ-कढिणाई जाण11 वाहणाई, सजीकरेह वर-करिवर-घडाओ, अणुयट्टह वर-तुरय-वंदुराओ, दंसेह
रहवर-णियर-पत्थारीओ, सज्जेह पक्क-पाइक्क-संघे, गेण्हह महारयणाई, 13 आणवेह ते महाणरिदे जहा तुम्हेहिं पुव्व-देसं गंतव्वं' ति । आणत्ते य सव्वं
सज्जीकयं, गणियं संवच्छरेण लग्गं । ताव य हलहलीहओ परियणो, खुहिया 15 णयरी, सोय-वियणा-विहुरा कुमारस्स सासू, हरिस-विसण्णा कुवलयमाला,
उत्तावलो सहि-सत्थो, वावडो राया । एएण कमेण कीरतेसु पाधेएसु, 17 पक्किज्जतेसु संभारेसु, रुविजंतासु कणिक्कासु, दलिज्जतेसु उरुपुल्लेसु संपत्तो लग्ग
दियहो । संपत्ता कुवलयमाला, गुरुयणं परियणं सहियणं च आउच्छिउँ 19 ववसिया । ताव गया रुक्ख-वाडियं । दट्टण य बाल-रुक्ख-वाडियं पसरततर
सिणेह-भर-पसरमाण-बाहुप्पील-लोल-लोयणाए भणियं । अवि य । 21 अइ खमसु असोय तुमं वर-किसलय-गोच्छ-सत्थ-संछण्ण ।
चलण-पहारेहिँ समं दासो व्व तुम मए पहओ ।।
1) P अत्थि for सत्थि, P पुरवरीए, J हिरायायपर०, JP दढधम्म विजय०, P विजयपुरवरीए. 2) Jom. दीहाउयं, P om. कुमार, P अवऊहिऊण, J लिहियं for लिहइ. 3) P जलण for जलिय. 4) J सिग्घविग्घयरं, P तेण विसिग्घाघविसिग्घतरं, J अवस्स, P कुवलयमालाए. 5)P कवलयचंदउत्तेण एस. Padds य before आदेसो, Jआएसो. 6) Pom. अम्हाण, Jom. ति. 7) Jom. वाइओ लेहत्थो. 8) P अवस्स कुमारो पेसणीओ त्ति. 9) J पेसणिय, J वच्चह, P सद्दाविया य णिइया, J नियोइआ. 10) J संपावियाई. 11) P करिघडाओ. 13) P अणवेह for आणवेह, Jom. ते, J तुब्भेहि for तुम्हेहिं, J ताव for आणत्ते य, P adds ताव य before सव्वं. 15) P विमणा, P om. विहुरा, P सासुया for सासू. 16) P याणो for सत्थो, P एतेण, J कीरतेणसु P कीरतिसु पाहेएसु. 17) उअकिजंतेसु संसारेसु, J सुंभारेसु, J रुचिजंतासु, P दलजंतेसु, J उरुफुल्लेसु P उरसुल्लेसु. 18) P सहिजणं च आउच्छिओ. 19) P om. ववसिया, Jom. ताव गया, P वाडीयं. 20) Jom. भरपसरमाण. 21) P असोग, P adds कुसुम before गोच्छ, P om. सत्थ, P संच्छन्ना ।.
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(२८५)
3
1 भो बउल तुमं पि मए मइरा - गंदूस - सेय - पाणेहिं । सित्तो सि अलज्जं चिय जइ रुसिओ खमसु ता मज्झं ॥ भो भो तुमं पि चंपय दोहल - कज्जेण चुंबिओ बहुसो । मा होज्ज मज्झ दोसं खमसु य तं परिभवं एक्कं ।। वियलंत - कुसुम - बाहोह - दुम्मणा मज्झ गमण - सोएण । आउच्छिया सि पियसहि कुंदलए दूर-गमणाए । अणुयत्त णियय-दइयं एयं सहयार-पायव-जुयाणं । पइ-सरणा महिलाओ भणिया णोमालिए खमसु । तं रोविया मए च्चिय पुणो वि परिणाविया तमालेण । धू माहवि एहिं ण - याणिमो कत्थ दट्ठव्वा ।।
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भो भो पियाल - पायव दिण्णा मे जूहिया सिणेहेण । एयाएँ तं कुणेज्जा जं किं पि कुलोइयं तुज्झ ।। सच्चं चिय पुण्णागो पुंणाग तुमं ण एत्थ संदेहो । आलिंगिज्जसि तं चिय सयंवरं माहविलयाहिं ||
15 रे णाय तुमं पि पुणो बहुसो विणिवारिओ मए आसि । मा छिवसु कुंदलइयं एण्हिं तं खमसु दुव्वयणं ।। 17 हिंताल खमसु एहिं बहुसो जं णिट्ठरं मए भणियं । किसलय-करग्ग- णिहुयं पियंगु-लइयं फरिसमाणो ।। भो भो कयं तं पहु अणुयत्सु पाडलं इमं वरई । छेए वि हु सप्पुरिसा पडिवण्णं णेय मुंचति ।।
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अज्ज वि ण दीसइ च्चिय रत्तं कुसुमं इमाए बंधू । मा तूरेज्जसु चंपय जणस्स कालो फलं देइ ।।
21
२०९
2) P अलिज्जं. 3) P चंपयडोहल, P सहसा for बहुसो. 4) P दोसो for दोसं, P परिहवं. 5) J दुम्मणो. 8) J पइसरणं, P भइणिणोमालए. 9) J च्चिअ बाला परिणामिआ. 11) P मे दूहिया. 12 ) P कुणेज्जासु जं. 13 ) P पुन्नाणतुमणं. 14 ) P ॰लयाई ।।. 16) P छिदसु for छिवसु, P ता for तं. 18 ) P लिहियं for णिहुयं, P फरुसमाणो. 19) P adds भो भो कयं फरुसमाणो before भो भो, P पाडलिं.
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(२८६) 1 हे हे पियंगु-लइए वारिजंती वि मुंच मा दइयं ।
एसो असोय-रुक्खो पेम्मेण ण हीरइ कयाई ।। 3 जाइ-विसुद्धा सि तुम चपय-दइयं ण मुचसे जेण ।
कुलबालियाओ लोए होंति च्चिय सुद्ध-सीलाओ ।। 5 इय एवं भणमाणी चिर-परिइय-पायवे खमाती ।
उव्वाह-बाह-णयणा रोत्तुं चिय सा समाढत्ता ।। 7 (२८६) संठाविया य सा सहियणेणं समागया णिय-भवणं । तत्थ वि
दिट्ठाई णाणाविहाइं घर-सउण-सावय-समूहाई, भणिउं च पयत्ता, अवि य । 9 मुद्धे ण जीवसि च्चिय मिय-रहिया य मईएँ तुमं मइया ।
ता पसरसु वच्चामो आउच्छसु जो सि दट्ठव्वो ।। 11 सारसि मरसि सरती मुंचामि कह इमो य ते दइओ ।
दोण्णि वि वच्चह एसो आवडिओ अंध-वुत्तंतो ।। 13 अण्णं रुइर-कलावं मोरं तुह मोरि वरिहिमो अम्हे ।
धीरा मा रस-विरसं परिहासो मे कओ मुद्धे ।। 15 हंसिणि सरस-सिणेहे णिय-हंसं भणसु हास-ससि-सरिसं ।
वच्चामु सामिणीए समयं सम-दुक्ख-सोक्खाए ।। 17 चक्काइ तुमं रयणिं दइय-वियोगम्मि णेसि मह पासे ।
ता वच्चसु मा णिवडउ विओय-वज्जासणी तुज्झ ।। 19 मा होंतु विसेण व ते चओरि णयणाइँ पिययम-विओए ।
गुंजाफल-सरिसाइं वच्चसु समयं पि दइएण ।। 21 पढ कीरि किंचि भणिया दइय-विओयम्मि पढिहिसि अलक्खं । ___पत्थाण-वजणि अणुहव-सरिसं विरह-वजं ।।
1) P देहे for हेहे, P व for वि, P माइमयं ।. 2) P पेमेण ण हीरति. 3) J जामि for जेण. 4) P सुद्धशीलेण ।।. 5) J खमाति. 6) P रोत्तं. 7) P समाए गया, Jom. णिय. 8) P दट्ठाई, P घरसवणसावइय. 9) P बुद्धे for मुद्धे, Jom. च्चिय, P च्चियर, हिता य, J मइए, P adds मए before तुम. 10) J ता परसु. 11) J पदइणु for ते दइओ. 12) P दोन्नि, J विवच्चसु. 13) P तुह पुत्ति मोरि धरिहामो ।. 14) P मुद्धो ।।. 15) P सरसिसिणेहे. 16) P सुह for सम. 17) P चक्काय, J विओअम्मि. 19) P मा होओ विमेण विते चउरिणयाणाई, J विसणवरे चउरिणयसाई विअयम. 20) J गुंजाहल, P मुंचसि तइयं for वच्चसु समयं. 21) P inter. किंचि & कीरि, P दय for दइय. 22) P पथाण, J मणुहव for अणुहव.
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(२८६)
२११ 1 आयल्लय-वुत्ततो जइ वि तए साहिओ म्ह दइयस्स ।
पिसुणे कुविया अहयं मुंचामि ह सारिए कस्स ।। 3 इय कीरि-मोरि-सारंगि-सारिया-चक्क-सारसि-चओरिं ।
भणमाणी सा वियरइ स-णेउरा चारु-तरलच्छी ।। 5 एवं च आउच्छणयं कुणंतीए समागया लग्ग-वेला । तत्थ कयं धवलहरस्स
बह-मज्झ-देस-भाए सव्व-धण्ण-विरूढंकुरा चाउरतयं । तत्थ य दहि7 अक्खय-सुवण्ण-सिद्धत्थय-दुव्वंकुर-रोयणा-सत्थिय-वड्डमाणय-णंदावत्त
पत्त-छत्त-चमर-कुसुम-भद्दासणा-जवंकुर-पउमादिए सव्वे दिव्व-मंगले 9 णिवेसिए । ताणं च मज्झे अहिणव-पल्लव-किसलयालंकियं तित्थोदय-भरियं
कणय-पउम-पिहाणं चंदण-चच्चिक्क-चच्चियं णिबद्ध-मंगल-रक्खा-सुत्तयं 11 कणय-कलसं ठावियं । तओ तत्थ य संठिया दोण्णि वि पुव्वाभिमुहा, वंदिया
रोयणा, कयाइं मंगल्लाई । एत्थंतरम्मि ताव य संपत्तं लग्गं । पूरिओ संखो । 13 भणियं संवच्छरेण सिद्धि' त्ति । ताव य उच्चालिओ दाहिणो पाओ कुमारेण ।
कुवलयमालाय वि वाम-चलणं चालियं । पयत्त-गंतु, णिक्खंता बाहिं । संख15 भेरी-तूर-काहल-मुइंग-वंस-वीणा-सहस्स-जयजयासद्द-णिब्भरं गयणयलं ___आसी । समुहस्स गुरुयणस्स संपत्ता रायंगणं । ताव य सजिओ जय-कुंजरो । 17 केरिसो । अवि य ।
धवलो धवल-विसाणो सिय-कुसुमाभरण-भूसिओ तुंगो । 19 जस-कुंजर-पुंजो इव पुरओ जय-कुंजरो दिह्रो ।।
आरूढा य जय-कुंजरं दुवे वि जुवाणया । केरिसा य दीसिउं पयत्ता जणेणं । 21 अवि य ।
कुवलयचंदो रेहइ कुवलयमालाय कुंजरारूढो ।
1) P य for वि. 2) P पिसुणि, P adds वि before अहयं, P अहियं. 3) J सारआ, P चक्कसारसचउरी I. 4) Jom. सा, J रसिर for स. 6) P बहुदेसभायंमि, Jधण्णं. 7) P सिद्धत्थदुव्वंकुरुरोवणा, P णंदावत्तयवमरकुसुभद्दासणाजवकुरुपउमादिया. 8) J जायंकुर for जवंकुर, J०पउमातीए, Jom. सव्वे, P दव्व for दिव्व. 10) P पउमप्पहाणं, Jom. चंदण, P चक्कियं. 12) J मंगलाइं, P संपएत्तं. 14) P चालिओ for चालियं, J बहु for बाहिं. 15) P मुयंग, P गयणं आसी । सा समुहस्स. 16) J सुमुहस्स गुरुअस्स. 18) P धववलविसण्णो सिय, J विसालो for विसाणो. 19) J जय for जस. 20) P om. य after आरूढा, P य दंसिउं. 22) P कुवलयमाला कु०, JP कुंजरारूढा.
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(२८७)
२१२ 1 इंदो इंदाणीय व समयं एरावणारूढो ।।
(२८७) एवं च णीहरिउं पयत्ता अहिणं दिजमाणा य जण3 समूहेण,वियप्पिजंता णायरिया-लोएण । अवि य । अइ, कोउय-रहस
भरिजंत-हियय-पूरंत-णेह-बहुमाणो । अह जंपइ वीसत्थं णायर-कुलबालिया5 सत्थो ।।
एक्का जंपइ महिला भणह हला को व्व एत्थ अभिरूवो । 7 किं कुवलयमाल च्चिय अहवा एसो सहि कुमारो ।।
तओ अण्णाए भणियं । 9 एयस्स सहइ सीसे कसणो अह कोंतलाण पब्भारो ।
कज्जल-तमाल-णीलो इमाएँ अह सहइ धम्मेल्लो ।। 11 एयस्स सहइ वयणं सरए अह वियसियं व सयवत्तं ।
संपुण्ण-चंद-मंडल-लायण्णं सोहइ इमीए ।। 13 एयस्स णयण-जुयलं कुवलयदल-सरिसयं सहइ मुद्धे ।
तक्खण-वियसिय-सिय-कमल-कंति-सरिसं इमीऍ पुणो ।। 15 रेहइ इमस्स पियसहि वच्छयलं धवल-पीवरं पिहुलं ।
उब्भिज्जमाण-थणहर-विरावियं रेहइ इमीए ।। 17 सोहइ मइंद-रुंदं णियंब-बिंबं इमस्स पेज्जालं ।
रह-रहसामय-भरियं इमीए अहियं विराएज्जा ।। 19 ऊरु-जुयलं पि सुंदरि इमस्स सरिसं करेण गयवइणो ।
रंभा-थंभेण समं इमाएँ अहियं विराएज ।। त्ति । 21 अण्णाए भणियं । ‘हला हला, एत्थ दुवे वि तए अण्णोण्ण-ख्वा साहिया, ण ___एत्थ एक्कस्स वि विसेसो साहिओ' । तीए भणियं ‘हला, जइ एत्थ विसेसो
1) J इंदाणीअ P इंदाणीइ. 2) P पयत्तो आणदिज्जमाणा. 3) P वियप्पियंता णायरलोएण, P adds the verse कोउयरहस etc. to सत्थो and further adds एक्का जं ता णायरलोएण अवि य अइ before the verse कोउय etc. 4) J परत्त for पूरंत. 6) P अभिरुइओ ।. 7) P कुवलयमाला च्चिय. 9) P एतस्स, P कसिणो. 10) P अहरेइ धम्मेल्लो, 11) P एतस्स, P सरिसं for सरए. 13) P कुवलयदय. 15) P वच्छलयं for वच्छयलं. 18) P जहण for अहियं. 19) P ऊरुजुवलं पि सुरिसरिसं. 20) P रंधा for रंभा, P विराएजंति. 21) P साहियं for साहिओ. 22) J तीय, P अओ for हला.
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(२८७)
२१३ 1 अत्थि तो णामं दंसीयइ, जो उण णत्थि सो कत्तो दंसीयइ' त्ति । अण्णाए भणियं
'किं विसेसो णत्थि, अत्थि से विसेसो । अवि य । 3 वच्छत्थलं विरायइ इमस्स असमं जयम्मि पुरिसेहि । __एयाएँ णियंबयडं रेहइ महिलाण असमाणं ।। 5 अण्णाए भणियं अलं किमण्णेण एत्थ पुरिसंतरेण महिलंतरेण वा । इमाणं चेय
अवरोप्परं किं सुंदरयरं ' ति । तीए भणियं ‘अत्थि इमाणं पि अंतरं' । ताहिं 7 भणियं किं अंतरं' । अवि य ।।
'पुरिसाण एस सारो एसा उण होइ इत्थि-रयणाणं । 9 एसो चेय विसेसो एसा महिला इमो पुरिसो ।।' ___ताहिं भणियं 'किं इमिणा इत्थि-पुरिसंतरेणं, अण्णं भण' । 11 अण्णाए भणियं ‘जइ परं फुडं साहेमो । अवि य । ___एस कुमारो रेहइ एसा उण सहइ रेहइ कुमारी । 13 छज्जइ सहइ य रेहइ दोण्ह वि सद्दा पयट्टति ।।'
तओ ताहिं भणियं 'अहो एक्काए वि णायरियाए ण लक्खिओ विसेसो' । ताहिं 15 भणियं 'पियसहि, साह को विसेसो तए लक्खिओ' । तीय भणियं णिसुणेसु,
अवि य । 17 'मरगय-मणि-णिम्मविया इमस्स अह सहइ कंठिया कंठे । ___ एयाए उण सोहइ एसा मुत्तावली कंठे ।।' 19 तओ ताहिं हसमाणीहिं भणियं 'अहो, महंतो विसेसो उवलक्खिओ. जं
रायउत्तस्स अवदाय-वण्णस्स मरगय-रयणावली सोहइ, एमाए पुण सामाए 21 मुत्तावलि त्ति । अण्णं पुच्छियाए अण्णं साहियं' ति । अण्णाए भणियं ।
धणयाण दोण्ह को वा रेहइ अच्छीण भणसु को कइया ।
1) P णो for तो, J दंसीयति P दंसियइ, J जो पुण, J दंसीयति, P om. अण्णाए भणियं किं etc. to असमाणं ।।. 5) P adds वा after पुरिसंतरेण. 6) P सुंदररयरं, J तीय, P om. अंतरं, P ताहे for ताहिं. 8) P एसो उण होइ इत्थियणाणं 1. 10) J अह for ताहिं. 12) P सहइ रेह कुमारो । छज्जिइ सहिइ. 13) P दोन्नि सद्दा पयसृति, P सद्दो पयत्तंति. 14) J एक्काय. 17) P णिम्मरया, P अहइ कंठिया. 18) P एताए, J पुण, P adds ह after एसा. 19) P हसमाणीए. 20) J अवदात.
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२१४
(२८७) 1 इय एयाण वि अइसंगयाण को वा ण सोहेजा ।।
ताहिं भणियं ‘ण एत्थ कोइ विसेसो उवलब्भइ, ता भणह को एत्थ धण्णाणं 3 धण्णयरो' । तओ एक्काए भणियं ।
'धण्णो एत्थ कुमारो जस्स इमा हियय-वल्लभा जाया । 5 धण-परियण-संपण्णो विजओ राया गुरुयणं च ।।
अण्णाए भणियं ‘णहि णहि, कुवलयमाला धण्णयरा । 7 धण्णा कुवलयमाला जीए तेलोक-सुंदरो एसो ।
पुण्णापुण्ण-विसेसो णज्जइ महिलाण दइएहिं ।।' 9 अण्णाए भणियं ‘सव्वहा कुमारो धण्णो कुवलयमाला वि पुण्णवइ त्ति को इमाणं
विसेसं करेउं तरई' त्ति । अवराहिं भणियं 11 'धण्णो जयम्मि पुरिसो जस्सेसो पुत्तओ जए जाओ ।
महिला वि सा कयत्था जीय इमो धारिओ गब्भे ।।' 13 अण्णाओ भणंति ।
'धण्णो विजय-णरिंदो जस्स य जामाइओ इमो सुहओ । 15 अहवा स च्चिय धण्णा इमस्स सासू जए जा सा ।। अहवा,
अम्हे च्चिय धण्णाओ जाण इमो णयण-गोयरं पत्तो । 17 रइ-वम्महाण जुवलं केण व हो दिट्ठ-पुव्वं ति ।।' ___ एवं च वियप्पिज्जमाणो णायरिया-कुलबालियाहिं, अहिणंदिज्जमाणो पुर19 महल्लएहिं, पिज्जतो तरुणियण-णयण-मालाहिं, उद्दिसिज्जंतो अंगुलि-सहस्सेहिं,
दाविजंतो विलया-बालियाहिं, पविसंतो जुवइयण-हिययावसहासु, जणयंतो 21 मयण-मोहं कामिणीणं, करेंतो मुणीण वि मण-वियप्पंतर सव्वहा णीहरिओ
पुरवरीओ । आवासिया य तहाविहे एक्कम्मि पएसंतरे ।
1) P को वा वा ण सोहेज्जा. 2) P को विसेसो उवलद्धइ. 4) P धम्मो for धण्णो, P वल्लहा. 5) P संपुन्नो. 6) P कुवलयमाली. 7) P एसु ।. 8) P विसेसो. 12) P जाय इमो जारिओ. 13) J भणियं for भणंति. 14) P जामाओओ. 15) P जा या for जा सा. 17) J जुअलं, J दिट्ठउव्वं. 18) J विअप्पिज्जमाणणो, P अभिणंदिज्जमाणो पुरमहिल्लएहिं. 19) Jलएहिं पुइज्जतो आणिअणयण, ] अंगुली. 20) J विसंतो for पविसंतो, P हिययसेहासु जइणंतो मयणमोहं. 21) P om. वि मण. 22) J कम्मि for एक्कम्मि.
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२१५
(२८८) 1 (२८८) ताव य एयम्मि समए केरिसो वियप्पो पुरिसाण महिलाण य ।
धण्णा कुवलयमाला जीएँ इमो वल्लहो त्ति महिलाण । 3 पुरिसाण इमं हियए कुवलयचंदो सउण्णो त्ति ।। ___ एवं च समावासिओ कुमारो णयरीए, थोवंतरे सेस-बलं पि गय-तुरय-रहवर5 पाइक्क-पउरं समावासियं तत्थेय । तत्थ समए णीहारिजंति कोसल्लियाई, . उवदंसिजंति दंसणिजाई, संचइजंति णाणा-वत्थ-विसेसाई, ठाविजंति 7 महग्घ-मुत्ता-णियराइं, ओवाहिज्जति महल्ल-कुलई, उवणिमंतिजति बंभण
संघई, कीरति मंगलई, अवणिजंति अवमंगलई, जंपिज्जति पसत्थई । कुमरो 9 वि णमो जिणाणं, णमो सव्व-सिद्धाणं' ति भणमाणो भगवंतं समवसरणत्थं
झाइऊण सयल-मंगल-माला-रयण-भरियं चउव्वीस-तित्थयर-णमोक्कार-विज 11 झाएंतो चिंतिउं पयत्तो । 'भगवइ पवयण-देवए, जइ जाणसि जियंत तायं
पेच्छामि, रज पावेमि, परियड्डए सम्मत्त, विरई पालयामि, अते पव्वज 13 अब्भुवेमि सह कुवलयमालाए, ता तह दिव्वेणं णाणेणं आहोइऊण तारिस
उत्तिमं सउणं देसु जेण हियय-णेव्वुई होई' त्ति चिंतिय-मेत्ते पेच्छइ पुरओ उडुंड15 पोंडरीयं । तं च केरिसं । । ___मणि-रयण-कणग-चित्तं सुवण्ण-दंडुल्लसंत-कंतिल्लं । 17 लंबिय-मुत्ताऊलं सियायवत्तं तु सुमहग्घं ।।
उवणीयं च समीवे, विण्णत्तं च पायवडिओट्ठिएण एक्केण पुरिसेण । 'देव, इमस्स 19 चेय राइणो जेट्ठो जयंतो णाम राया जयंतीए पुरवरीए, तेण तुह इमं देवया
परिग्गिहियं छत्त-रयणं पेसियं, संपयं देवो पमाणं' ति । कुमारेण चिंतियं 'अहो, 21 पवयण-देवयाए मे संणिज्झं कयं, जेण पेच्छ चिंताणतरमेव पहाणं सव्व
सउणाणं, मंगलं सव्व-दव्व-मंगलाणं, इमं आयवत्त-रयणं उवणीयं ति ता
1) J तावया एअम्मि. 2) J जीअ. 3) P हियाए, P सउ for सउण्णो. 4) P च समारोणरीए थोवंतरे, J थोअंतरे. 5) J समत्थोसिअं तत्थेय समए णीहाविजंति. 6) P जाई for दसणिज्जाइ, P संवाइजति for संचइज्जति P विसेसई. 7) J णिअराई P णियरई, J अवहिजंति, P उवणमंतिमजंति बम्हणयंघइ. 8) Jom. अवणिज्जति अवमंगलइ. 9) J सव्वजिणाणं ति. 10) P रयणसरिसं चउवीस, P विझं ज्झायंतो चिंतियं. 11) P तात. 12) P पव्वज्जमब्भुवेमि. 13) J तहा for तह. 14) P सउणं दिसु, P णेव्वुई होय त्ति, P उदंड. 16) J गणय for रयण, P कणय, J सुअण्ण. 17) J लंपिअमुण्णजलं. 19) P जयंतीपुरवरीए, P देवतापरिग्गहियं. 21) J सण्णज्झं P सन्नेझं. 22) P आयवत्तयणं, P तो for ता.
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(२८९) 1 सव्वहा भवियव्वं जहा-चिंतिय-मणोरहेहिं ति चिंतिऊण साहियं कुवलयमालाए ___ 'पिए, पेच्छसु पवयण-देवयाए केरिसो सउणो उवणीओ । इमिणा य 3 महासउणेण जं पियं अम्हेहिं मणसा चिंतियं तं चेय सव्वं संपज्जई' त्ति ।
__(२८९) कुवलयमालाए भणियं अजउत्त, एवं एयं, ण एत्थ संदेहो । अह 5 पत्थाणे काणि उण सउणाणि अवसउणाणि वा भवंति' । कुमारेण भणियं
‘संखेवेण साहिमो, ण उण वित्थरेणं । अवि य । 7 दहि-कलस-संख-चामर-पउम-महावड्डमाण-छत्तादी ।
दिव्वाण सव्वओ च्चिय दसण-लाभाई धण्णाई ।। 9 दंसण-सुहयं सव्वं विवरीयं होइ दंसण-विरूयं ।
जंकण्ण-सुहं वयणं विवरीयं होइ विवरीयं ।। 11 एवं गंधो फरिसो रसं च जा इंदियाणुकूलाई ।
तं सव्वं सुह-सउणं अवसउणं होइ विवरीयं ।। 13 वच्चसु सिद्धी रिद्धी लद्धी य सुहं च मंगलं अस्थि ।
सद्दा सउणं सिद्धा अवसउणा होति विवरीया ।। 15 हाओ लित्त-विलित्तो णर-णारि-गणो सुवेस-संतुट्ठो ।
सो होइ णवर सउणो अवसउणो दीण-मलिणंगो ।। 17 समणो साह तह मच्छ-जुवलय होइ मंस-पेसी य ।
पुहई फलाइँ सउणं रित्तो कुडओ य अणुगामी ।। 19 छीतं सव्वं पि ण सुंदरं ति एक्के भणंति आयरिया ।
अवरे समुहं मोत्तुं ण पिट्ठओ सुंदरं चेय ।। 21 साणो दाहिण-पासे वामं जइ वलइओ भवे सिद्धी ।
अह वामो दाहिणओ वलइ ण कजं तणो सिद्धं ।।
1) P om. जहा चिंतिय etc. to चिंतियं तं. 3) P adds णेण जं before चेय. 4) P om. अजउत्त. 5) J एत्थण्णे for पत्थाणे, P om. उण, Jom. अवसउणाणि, P om. वा. 6) Jadds दइए after अवि य. 7) J कमल for कलस, P वद्धमाण, J छत्ताती ।. 8) J दिव्वाण P देवाण. 9) J adds समुणं P adds सव्वउणं after सव्वं, P विवरीय होति, J विरूवं ।, J विवरीतं ।।. 10) J विवरीतं ।।. 13) J सिद्धिं रिद्धी. 14) P सउणसिद्धा. 15) P णरणारयाणो, P परितुट्ठो for संतुट्ठो. 16) J om. होइ णवर, P सणो for सउणो. 17) J मच्छजुअलं. 18) J मुहई P पुहइ, P फलाइं साउणं, J उडओ for कुडओ, P आगामी for अणुगामी. 20) Jण मिट्ठओ. 21) P साहो for साणो, J जति वलति. 22) P चलण for वलइ, J दाहिणतो वलति, P वणति, P सिद्धी ।।.
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(२८९)
२१७ 1 जह सुणओ तह सव्वे णाहर-जीवा भणंति सउणण्णू ।
अण्णे भणंति केई विवरीयं जंबुओ होइ ।। 3 मउयं महुरं वामो लवमाणो वायसो भवे सोम्मो ।
उत्ताल-णिट्ठर-सरा ण देति सिद्धिं भयं देति ।। 5 गोरूयस्स उ छीतं वजेज्जा सव्वहा वि जीय-हर ।
मजारस्स वि छीयं पत्तिय-जीयं विणासेइ ।। 7 सारस-रडियं सव्वत्थ सुंदरं जइ ण होइ एक्कस्स ।
वामं भणंति फलयं जइ सो य ण दीसए पुरओ ।। 9 इंदग्गेईजम्मा य णेरई वारुणी य वायव्वा ।
सोम्मा ईसाणा वि य अट्ठ दिसाओ समुद्दिठ्ठा ।। 11 अट्ठ य जामा कमसो होति अहोरत्त-मज्झयारम्मि ।
जत्थ रवी तं दित्तं तं दिसि-दित्तं वियाणाहि ।। 13 जं मुक्कं तं अंगारियं ति आधूमियं च जं पुरओ ।
सेसाओ दिसाओ पुण संताओ होति अण्णाओ ।। 15 दित्तेण तक्खणं चिय होइ फलं होहिइ त्ति धूमेणं ।
अंगारियम्मि वत्तं जइ सउणो रवइ तत्थेय ।। 17 सूराहिमुहो सउणो जइ विरसं रवइ दित्त-ठाणम्मि ।
ता जाण किं पि असुहं पत्थाणे कस्स वि णरस्स ।। 19 सर-दित्तं सुइ-विरसं सुइ-सुहयं होइ जं पुणो संतं ।
संतेण होइ संतं दित्ते पुण जाण दुक्खं ति ।। 21 पासाण-कट्ठ-भूती-सुक्कय-रुक्खेसु कंटइल्लेसु ।
एएसु ठाण-दित्तं विवरीयं होइ सुह-ठाणं ।।
1) J अह for जह, P inter. सव्वे and तह, P जीवो, J सवणण्णू P सउणंणू ।. 2) J विवरीतं. 3) P लवमाहो, P सोमो ।. 5) J गोऊअस्स च्छीतं P गोरूवसओ लच्छी तं वज्जेज्जा, J वजेजो, P जीवहरं. 6) J छीतं, J छीतं for जीयं, P जीतं विणासेंति. 8) P उण for य ण. 9) P इंदग्गेतीजमायणेरुती वारुणी. 10) P सोमा. 11) J अट्ठा य. 12) P _ for तं before दित्तं, P दिसित्तं. 13) P आहमियं. 14) P पुणो सत्थाओ. 15) P दित्ते तक्खणं, JP होहिति त्ति. 16) P रवति. 17) P सूराभिमुहो, P विरइ for विरसं, J रमइ for रवइ, P om. रवइ, P दित्तट्ठाणंमि ।. 19) P दिन्नं ति सुविरसं सुति. 20) P दित्त पुण. 21) P रक्खेसु. 22) JP एतेसु, P ट्ठाण, JP विवरीतं, P ट्ठाणं ।।.
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२१८
(२९०)
1 दियह-चरा होंति दिया राइ-चरा होंति तह य राईए ।
सउणा सउणा सव्वे विवरीया होति अवसउणा ।। 3 एस संखेवेणं सुंदरि, जं पुण सिवा-रुतं काय-रुतं साण-रुतं गिरोलिया-रुतं
एवमाईणि अण्णाणि वि विसेसाई को साहिउं तरइ त्ति । सव्वहा, 5 एयाणं सव्वाणं अवसउणाणं तहेय सउणाणं ।
पुव्वकयं जं कम्मं होइ णिमित्तं ण संदेहो ।। 7 तम्हा जिणवर-णामक्खराइँ भत्तीएँ हियय-णिहियाइं । __संभरिउं भगवंतं पाव-हरं समवसरणम्मि ।। 9 तस्स य पुरओ अत्ताणयं पि झाएज पायवडियं ति ।
जइ जाइ तेण विहिणा अवस्स खेमेण सो एइ ।। 11 चमराइँ आयवत्तं होइ असोसो य कुसुम-वुठ्ठी य ।
___ भामंडलं धयं चिय महासणं दिव्व-णिम्मवियं ।। 13 एयाइँ मंगलाई उच्चारेंतो जिणं च झाएंतो ।
जो वच्चइ सो पावइ पुण्ण-फल णत्थि संदेहो ।। 15 एवं च साहिए पडिवण्ण कुवलयमालाए ‘अजउत्त, एवं चेय एयं ण एत्थ ___ संदेहो' त्ति । 17 (२९०) अण्णम्मि य दियहे दिण्णं पयाणयं महंतेण खंधावारेणं । तओ
केत्तिय-मत्तं पि भूमि गंतूण भणियं कुमारेण 'भो भो पउरा, णियत्तह तुम्हे कज्जाई 19 विहडंति तुम्हाणं । एवं भणिओ णियत्तो पउरयणो पज्झरंत-लोयण
जलप्पवाहो । तओ कं पि पएसं गंतूण भणिओ कुमारेण राया ‘ताय 21 पडिणियत्तसु, जेण अम्हे सिग्घयरं वच्चामो तायं च पेच्छिमो' त्ति । एवं च ____पुणो पुणो भणिओ णियत्तो कुवलयमालाए जणओ जणणी य । एवं च कमेण
1) P रायचरा, P रातीए. 2) P सउणो सउणो, P सउणाओ ।।. 3) P एते for एस, P om. जं पुण. 4) J एवमातीणि, P अन्नाण विसेसाई. 5) Jणाणं च तह य. 7) J सत्तीय for भत्तीए. 8) P संभरियं, P समवसरंमि. 10) P जति जाति तेण विहिण, P एति ।।. 11) J आतवत्तं. 13) P ज्झायतो. 14) P पावति, J पुण्णहलं. 15) P adds भणियं after कुवलयमालाए, P चेय एतं णत्थि संदेहो. 17) P खंधायारेण. 18) P om. पि, P णियत्तब्भे कजाई. 19) P तुम्हा for तुम्हाणं. 20) P जुयल• for जल. P तय for ताय. 21) P जिणम्हे for जेण अम्ह, P adds त्ति after वच्चामो. 22) J कुवलयमालाजणओ.
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२१९
(२९०) 1 कुमारो संपत्तो तं सज्झ-सेल-सिहरब्भासं, आवासिओ य एक्कम्मि पएसे ।
साहियं च पुरिसेहिं 'कुमार, इमम्मि सरवर-तीरे सुण्णाययणं, तत्थ कामो 3 व्व सरूवी, इंदो व्व पच्चक्खं, सूरो व्व कोइ रूव-सोहाए अहियं पयासमाणो ___ मुणिवरो चिट्ठइ' । कुमारेण भणियं 'अरे, को एस मुणिवरो, किं ताव तावसो, 5 आउ तिदंडी, आउ अण्णो को वि' । तेहिं भणियं 'देव, ण-याणामो तावसं
वा अण्णं वा । 7 लोय-कय-उत्तिमंगो सिय-वसणो पिच्छएण हत्थम्मि ।
उवसंत-दसणीओ दीह-भुओ वम्महो चेय ।।' 9 कुमारेण चिंतियं । 'अहो कत्थ भगवं साहू, ता चिरस्स अत्ताणयं बहु-पाव
पंक-कलंकियं णिम्मलीकरेमि भगवओ दंसणेणं' ति भणमाणो अब्भुट्ठिओ समं 11 कुवलयमालाए । भणियं च णेण 'आदेसह मह तं मुणिवरं' । संपत्तो तं पएसं ।
दिट्ठो य मुणिवरो । चिंतियं च णेण । 'अहो मुणिणो ख्वं, अहो लायण्णं, अहो 13 सुंदरत्तणं, अहो दित्ती, अहो सोम्मया । ता सव्वहा ण होइ एस माणूसो । को
वि दिव्वो केण वि कारणेण मुणि-वेसं काऊणं संठिओ' त्ति चिंतयंतेण 15 णिरिक्खियं जाव णिमिति णयणाई, फुसंति पाया महियलं । तओ चिंतियं
‘ण होइ देवो, विहडंति दिव्व-लक्खणाई । ता सुव्वत्तं विजाहरो होहिइ त्ति । 17 एसो य जहा अहिणव-कय-सीस-लोओ अज्ज वि अमिलाण-देहो
उवलक्खीयइ तहा लक्खेमि ण एस आइसंजओ, संपयं एस पव्वइओ, वेसो 19 वा विरइओ । ता किं वदामि । अहवा सुट्ठ वंदणीयं भगवंताणं साहूणं दिट्ठ
मेत्तं चेव लिंग ति । जो होउ सो होउ त्ति साहु त्ति उवसप्पिऊण कुमारेण 21 कुवलयमालाए य ति-पदाहिणं भत्ति-भर-विणमिउत्तिमंगेहिं दोहि वि वंदिओ साह । भणियं च मुणिणा ‘धम्मलाभो' त्ति । तओ उवविट्ठो कमारो महिंदो
1)P संपतो वंच सज्जसेल. 2) Jom. च, P कुमार मंमि सरवतीरे. 3) J सुण्णायतणं, J सरूई, J अधियं. 4) P पुणिवरो चिट्ठति ।. 5) P आउसन्नो को वि, Jadds वि after अण्णो, J तावसं व अण्णं च. 8) P थुओ ठंमहो च्चेय ।।. 9) P कुमारे चिंतियं, J adds वि after कत्थ. 10) P adds णिम्मलीकयं after कलंकियं. 11) P णेण दसेंमि मह तं. 12) J दिg for चिंतियं. 13) Pom. अहो दित्ती, P सोमया, J माणुसो. 14) P om. वि कारणेण, P समुट्ठिओ for संठिओ, P om. त्ति, P चिंतयंतो णिरिक्खइ जाव. 15) P णयाणाई, P adds मि after महियलं. 16) J adds अहो before ण होइ, P होति for होइ, Jadds ति before देवो, P विहडियाइं for विहडंति, P सव्वं for सुव्वत्तं, J ता सुव्वंति विज्जाहरे होइति ।, P होहित्ति सोय. 17) P अहिणवयसीस, J विज्झावि for अज्जवि, P अनिलाण. 18) JP उवलक्खीयति, J आदिसंजतो. 19) P विरईओ, P दिट्ठिमेत्तं. 21) P तिपयाहिणं, J विणउत्तिमंगेहि, P दोहिं वि. 22) J वविठ्ठो for उवविठ्ठो.
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२२०
(२९१)
1 य । पुच्छियं च कुमारेण 'भगवओ, कत्तो तुमं एत्थ रण्णुद्देसे, कत्थ वा तुब्भे इहागया, किं वा कारणं इमाए रूव - संपयाए णिव्विण्णो'
।
(२९१) तेण भणियं 'जइ सव्वं साहेयव्वं ता णिसुणेसु वीसत्थो होऊणं
3
ति ।
5 अत्थि पुहई-पयासो देसो देसाण लाड-देसो त्ति । णेवत्थ-देसभासा मणोहरा जत्थ रेहंति ।।
7 तम्मिय पुरी पुराणा णामेण य बारयाउरी रम्मा । तत्थ य राया सीहो अत्थि महा -दरिय - सीहो व्व ॥ तस्स सुओ हं पयडो भाणू णामेण पढमओ चेय । अइवल्लहो य पिउणो वियरामि पुरिं विगय - संको ।। 11 ममं च चित्तम्मे वसणं जायं । अवि य ।
9
रेहा -ठाणय-भावेहिं संजुयं वण्ण-विरयणा - सारं 13 जाणामि चित्तयम्मं णरिंद दठ्ठे पि जाणामि ।।
I
एवं च परिब्भममाणो अण्णम्मि दियहे संपत्तो बाहिरुज्जाणं । तत्थ य 15 वियरमाणस्स आगओ एक्को उवज्झाओ । तेण भणियं 'कुमार, मए चित्तवडो लिहिओ, तं ता पेच्छह किं सुंदरो किंवा ण व' त्ति भणिए, मए भणियं 'दंसेहि 17 मे चित्तयम्मं जेण जाणामि सुंदरं ण व' त्ति । दंसिओ य तेण पडो । दिट्ठे च मए तं पुहईए णत्थि जं तत्थ ण लिहियं । जं च तत्थ णत्थि तं णत्थि पुहईए 19 वि । तं च दर्ूण दिव्व-लिहिययं पिव अइसंकुलं सव्व-वुत्तंत-पच्चक्खीकरणं पुच्छियं मए विम्हिएण ‘भो भो, किं एत्थ पडे तए लिहियं इमं' । तेण भणियं 21 'कुमार, णणु संसार-चक्क ' । मए भणियं 'किं अणुहरइ संसारो चक्करस' । तेण भणियं ‘कुमार, पेच्छसु ।
I
I
1) P कुमारेणा, P भगवं कओ तुमं, P एत्थन्नुद्देसं कत्थ. 2) P णिव्विण्ण त्ति. 3) J साहिअव्वं P साहेतव्वं. 5) P पुहतीपयासो, Jom. देसो, P repeats देसो. 6) J वेसभासा for देसभासा, P मणाहार, P रेहं । तम्मि पुरी पोराणा. 7 ) Pom. य after णामेण. 8) P रायायी अस्थि. 10) P विअइरामि . 11) P च चिंतयंतस्स वसणं. 12) P रेहागणयपावेत्तिसंजुयं. 14) P अणंमि. 16 ) J पेच्छ for पेच्छह, J किम्वा for किंवा, P भणिसांए for भणिए. 17 ) P repeats जेण. 18) P जं for तं, Pण for णत्थि, P णं for ण, J तण्णत्थि पुहईयं वि, P पुहई वि. 19) P लिहियं, J अतिसंकुलं, P वुत्तंतं. 20) J adds च before मए, J बिंभिएण, P om. पडे, P पडिलेहियं for लिहियं, P ते for तेण 21 ) P कुमारे, Pom. किं, J संसारचक्कस्स.
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(२९२)
1 मणुयत्तण- णाहिलं जीवाणं मरण - दुक्ख - मिल्लं । संसार-पाय- चक्कं भामिज्जइ कम्म - पवणेण ।।'
(२९२) तओ मए भणियं 'विसेसओ साहिज्जउ जं तत्थ लिहियं' । तेण भणियं 'देव, पेच्छ पेच्छ ।
5 एसो णारय - लोगो एसो उण होइ मणुय - लोओ त्ति । एसो उ देव-लोओ एयं तं होइ तेल्लोक्कं ।।
7 दंडग्गेणं पदंसिउं पयत्तो ।
3
जो होइ अधिय-पावो सो इह णरगम्मि पावए दुक्खं । 9 जो वि य बहु - पुण्ण - कओ सो सग्गे पावइ सुहाई ।। जो किंचि-पुण्ण-कलिओ बहु - पावो सो वि होइ तिरियंगो । जो बहु-पुण्णो पावं च थोवयं होइ मणुओ सो ।। एयासुं च गईसुं कुमार सव्वासु केवलं दुक्खं ।
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जं पेच्छ सव्वओ च्चिय दीसंते दुक्खिया जीवा ।। जं एस एत्थ राया बहु-कोव - परिग्गहिँ संपुणो । 15 बहुयं बंधइ पावं थोवं पि ण पावए पुण्णं ।। जीवाण करे वह अलियं मंतेइ गेहए सव्वं । णिच्वं मयणासत्तो वच्चइ मरिऊण णरयम्मि ॥ आहेडयं उवगओ एसो सो णरवई इमं पेच्छ । जीव-वध-दिण्ण-चित्तो धावइ तुरयम्मि आरूढो ।। तुरओ वि एस वरओ णिद्दय - कस - घाय - वेविर - सरीरो ।
धावइ परयत्तो च्चिय कह व सुहं होउ एयस्स ।। पुरओ वि एस जीवो मारिज्जामि त्ति वेविर - सरीरो ।
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1) J जीवारं. 2) P वीस for पाय, P भामिज्जई कंम. 3) P एत्थ for तत्थ. 5) P एसो रयलोओ. 6) J तु for 3, P उ द्देव, JP एतं. 8) P अहिय, P इह मि. 9) P को सो मग्गे. 10) P वि होंति तिरियं वा । 11 ) J थोअअं. 12) P एयसु चउगतीसुं. 13) P चिय. 14) P संमत्तो for संपुण्णो. 15) P बहुतं बंध इ. 16) P adds कण before करेइ, P मंतेहिं, P सव्वं । गोययणासत्तो. 18 ) P नरवती इम पेच्छं ।. 19) P वह for वध, P धावति. 21 ) P धाइ परायत्तो, P होइ एयस्स.
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णिय-जीविय - दुक्ख - भओ धावइ सरणं विमग्गंतो ।। पुरओ वि एस वरओ हलबोलिज्जइ जणेण सव्वेण । ण य जाणंति वराया अप्पा पावेण वेढविओ ।। एसो वि को वि पुरिसो गहिओ चोरेहिँ णिद्दय-मणेहिं । 5 सरणं अविंदमाणो दीणं विक्कोसइ वराओ || एए करेंति एयं किर अम्ह होइ कह वि इमं अत्थं । 7 तेण य पाणं अह भोयणं च अण्णं सुहं होही ।। ण य चिंतयंति मूढा इह जम्मे चेय दुत्तरं दुक्खं । फालण-लंबण-भेयण-छेयण - करि - चमढणादीणं ।। परलोए पुण दुक्खं णरय-गयाणं महाफलं होइ । 11 एयं अयाणमाणा कुमार चोरा इमे लिहिया ।। एसो वि जो मुसिज्जइ पेच्छह एयं पि एरिसं लिहियं । तण्हा-राय-सरत्तो परिग्गहारंभ - दुक्ख ॥। पावइ परिग्गहाओ एयं अह परिभवं ण संदेहो ।
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अह मुंचइ कह वि परिग्गहं पिता णिव्वुओ होइ ।। एसो पडिपहरंतो इमेहिँ घेत्तूण मारिओ वरओ
मा को वि इमं पेच्छे खित्तो अडम्मि पावेहिं ।
(२९३) एए वि हलियउत्ता लिहिया मे णंगलेण वाहेंता । अम्हाण होहिइ सुहं मूढा दुक्खं ण लक्खेंति ।। एए वि एत्थ जुत्ता परयत्ता कड्ढिऊण णत्थासु । 21 खंधारोविय - जूया गलय - णिबद्धा बलीवद्दा || रुहिरोगलंत - देहातोत्तय-पहरेहिं दुक्ख -
- संतत्ता |
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(२९२)
1) J भयो. 2) P पुरओ for वरओ, P तुट्टेण for सव्वेण. 5) P दीणं वक्कोसइ. 6) P एते करेंति एतं किर अम्ह होहिंति इमं अत्थिं, J अम्हं होहिई |, J inter. इमं & कह वि. 7) J पणं पट्ठ for पाणं अह. 8) P जम्मो, J दुक्करं दुक्खं. 9) J भेतण छेतण, P भोयण for भेयण, J चमढणादीअं. 10 ) P देइ for होई. 12 ) Pमि for पि. 13) P रायसरंते, P दुक्खतो. 15) P मुव्वइ for मुंचइ, P व for वि, P ता णिब्भुओ. 17 ) P मं for मा P पेच्छ खित्तो. 18 ) P एते P मे लंगलेण. 19) P मुहं for सुहं, P लक्खंति. 20) P कट्टिऊण. 22 ) J रूहिरोअलंत, P तोतूय, J पहराहिं.
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(२९३)
२२३ 1 पुव्व-कय-कम्म-पायव-फलाइँ विरसाइँ भुंजंति ।।
एसा वि एत्थ धरणी फालिज्जइ णंगलेण तिक्खेण । 3 पुव्व-कयं चिय वेयइ बंधइ हलिओ वि णिय-दुक्खं ।।
पुहइं जलं च वाउं वणस्सई बहु-विहे य तस-जीवे । 5 दलयंतो मूढ-मणो बंधइ पावं अणंतं पि ।।
एसो वि मए लिहिओ पर-कम्मयरो कुडुंबिओ मूढो । 7 पुत्त-कलत्ताण कए पावेतो गरुय-दुक्खाई ।।
छेत्तूण ओसहीओ फुल्लिय-फलियाओ मुग्ग-सालीओ । 9 चमढेइ बइल्लेहिं गलए मेढी-णिबद्धेहिं ।।
जइ होइ बहुं धण्णं जीवेज कुडुंबयं पियं मझं । 11 ण य चिंतेइ अउण्णो कत्थ कुडुब कहिं अहयं ।।
एसो सो च्चिय लिहिओ जर-वियणा-दुक्ख-सोय-संतत्तो । 13 डाहेण डज्झमाणो उव्वत्तंतो इमो सयणे ।।
एयं पि तं कुडुंब दीणं विमणं च पास-पडिवत्तिं । 15 किं तुह बाहइ साहसु किं वा दुक्खं ति जं पत्तं ।।
जं किं पि तस्स दुक्खं का सत्ती तत्तियं च अवणेउं । 17 एक्केणं चिय रइयं एक्को च्चिय भंजए तइया ।।
अह मंत-तंत-ओसह-जोए एसो वि को वि सो देइ । 19 कत्तो से तस्स समं जाव ण भुत्तं तयं पावं ।।
(२९४) एसो सो चेय मओ चल-चल्लुव्वेल्लयं करेऊण । 21 मरणंत-वेयणाए किं च कयं हो कुडुबेण ।।
अह तस्स एस जीवो पुण्णं पावं च णवर घेत्तूण ।
1) P om. विरसाइँ, P adds वसहाओ after भुंजंति. 3) J वेदइ, P बंधइ हिलिओ. 4) J पुहई, J वणस्सई, P बहुविहे य तसजीवा ।. 5) P मूढमणा, J अणतंमि. 6) J य for वि, P कुटुंबिओ. 7) P पावेतो गरूया. 8) P मुग्गसीओ । चमढेहि. 10) P बहू, P कुटुंबयं, P कुटुंब. 11) P सयणं for अहयं. 12) P सो च्चेय. 13) __J इमे, P सयणो ।। एतम्मियं कुटुंब. 14) J पडिवत्ति P परिवत्तिं. 15) P कंमा for
किं वा, P om. ति, P जयंता for जं पत्तं. 16) J ताण तंति for तत्तियं च. 17) P भुजंग for भुंजए. 18) J अहमन्नंतउसहजो उवएसो, J से for सो. 20) P सो च्चेय, P चलं. 21) P किं पि हु न कयहो कुटुंबणे.
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२२४
(२९४) 1 कम्माणुभाव-जणियं णरयं तिरियं च अल्लीणो ।।
एसा वि रुयइ दइया हा मह एएण आसि सोक्खं ति । 3 तं किं पि सुरय-कज संपइ त कत्थ पावेमो ।।
अण्णं च एस दासो सव्वं चिय मज्झ किं पि जं कजं । 5 खिप्पंतं करयं तो हा संपइ को व वुत्तंतो ।।
को मह दाहिइ वत्थं को वा असणं ति को व कज्जाई । 7 एयं चिय चिंतेती एसा लिहिया रुवंती मे ।।
एए वि हु मित्ताइं रुयंति भरिऊण दाण-माणाई । 9 संपइ तं णो होहिइ इय रुयमाणाइँ लिहियाई ।।
एसो सो च्चिय घेत्तुं खंधे काऊण केहिँ मि णरेहिं । 11 णिज्जतो सव-सयणं अम्हे लिहिओ विगय-जीवो ।।
एसो अक्कंदतो बंधुयणो पिट्ठओ य रुयमाणो । 13 तण-कट्ठ-अग्गि-हत्थो धाहाधाहं करेमाणो ।।
हा बंधु णाह सामिय वल्लह जिय-णाह पवसिओ कीस । 15 कत्थ गओ तं णिद्दय सरण-विहूणे वि मोत्तूण ।।
एए ते च्चिय लिहिया विरएंता बंधवा चितिं एत्थ । 17 एसो पक्खित्तो च्चिय कुमार अग्गी वि से दिण्णा ।।
एयस्स पेच्छ णवरं चियाए मज्झम्मि किंचि जइ अत्थि । 19 जं दुक्खेहिं विढत्तं तं सव्वं चिट्ठइ घरम्मि ।।
खर-पवणुद्धय-दीविय-जलंत-जालोलि-संकुले एत्थ । 21 एक्कं चिय से वासं भण अण्णं कत्थ दीसेज्ज ।।
अणुदियह-सुरय-सोक्खेहिँ लालिया बद्ध-णेह-सब्भावा ।
1) P कंमाणभाव. 2) P दया for दइया, P एतेण, J अत्थि for आसि. 3) P पावेमि ।।. 4) P दोसो for दासो, J जं किं चि for किं पि. 5) J को व्व, J व पोत्तव्यो ।।. 6) P दाही for दाहिइ. 7) P adds इय before एयं, P om. चिय, J रूअंती. 8) P एते, P रूयंति सरिऊण. 10) Pom. सो, J काऊण रेहिं ।. 11) J सवसणं, P जीहोओ for जीवो. 14) P जियणाम. 16) P एते, P विरयंतो बंधवा, P विती for चितिं. 17) J पेच्छ णरवर चिताए. 20) P पवण य. 22) P सुक्खेहिं लालियावडाणहसत्ताव । रोयइ.
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(२९४)
२२५ 1 रोवइ दइया पासे डज्झइ एक्कल्लओ जलणे ।।
जेण य मणोरहेहिं जाओ संवड्डिओ य बहुएहिं । 3 एसो सो से जणओ रुयमाणो चिट्ठए पासे ।।
अइ पुत्त-वच्छला सा एसा माया वि एत्थ मे लिहिया । 5 दट्टण डज्झमाणं पुत्तं अह उवगया मोहं ।।
जेहिँ समं अणुदियहं पीयं पीयं च णेह-जुत्तेहिं । 7 अह एक्को च्चिय वच्चइ एए ते जंति घर-हुत्तं ।।
बहु-असमंजस-घडणा-सएहिँ जं अज्जियं कह वि अत्थं । 9 तेण पयं पि ण दिण्णं गेहे च्चिय संठियं सव्वं ।।
जा आसि सुट्ठ दइया पुत्ता धूया य हियय-वल्लहिया । 11 हा वावत्ति भणंती एसा अह वच्चइ घरम्मि ।।
एए वि पुणो लिहिया कठै भामेउ अत्तणो सीसं । 13 सुक्कं तुह कट्ठ चिय अपच्छिमो होसु अम्हाणं ।।
एयं ते भणमाणा तलए गंतूण देति से वारिं । 15 एस किर होहिइ से कत्थुट्ठो कत्थ णेरयं णीए ।।
एए वि देति गंतूण तस्स पुण्णेहिँ बम्हण-कुलाण । 17 किर तस्स होइ एयं एसो लोयस्स छउमत्थो ।।
(२९५) एयं कुमार लिहियं अण्णं च मए इमं इहं रइयं । 19 पेच्छसु कुणसु पसायं विद्धं किं सोहणं होइ ।।
एसो को वि जुवाणो एयाएँ समं जुवाण-विलयाए । 21 वियसंत-पंकय-महो लिहिओ किं-किं पि जपतो ।।
लज्जोणमंत-वयणा पायंगुट्ठय-लिहेंत-महिवठ्ठा ।
4) P adds तं सव्व before माया, J से for मे. 6) P अणुदियहो, J adds पिअं in between two पीयं, Jणेहसंजुत्तेण P णेहजुत्तीहिं. 7) P तं for ते. 8) P घट्टण for घडणा. 10) P जे for जा, J पत्ता for पुत्ता, P जीव for हियय. 11) P वा वाभत्ति भणंता एए ते जंडंति ए हुत्तं for the 2nd line. 12) P एते, P कद्धे भोमेउ अप्पणो, J भामेउं अत्तणीसेसो. 13) P तह for तुह, J तिय for चिय. 14) J एवं, P एयं चि भणमाणो, P वारि । एतं किर होहिति से कछुट्टो. 15) P णेरय. 16) P एते, J म्हेण for बम्हण. 17) J किरत्तस्स होईअं एसो P होति एतं एसो, J उम्मच्छो for छउमत्थो. 18) J inter. इमं & मए, Jom. इहं, P रइया ।. 20) J जुआणो, P एताए, J जुआण. 21) P सुहो for मुहो. 22) J लअणमंतवयणो पायंगुट्ठायलिहितमहि.
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२२६
(२९५)
1 दइएण किं पि भणिया हसमाणी विलिहिया एत्थ ।।
एसो को वि जुवाणो फंसूसव-रस-वसेण हीरंतो। 3 आलिंगतो लिहिओ दइयं अमए व्व णिम्मवियं ।।
ण य जाणए वराओ एसा मल-रुहिर-मुत्त-बीभच्छा । 5 असुई-कलिमल-णिलया को एयं छिवइ हत्थेहिं ।
असुई इमं सरीरं विबहेहिँ य णिंदियं महापावं । 7 तह वि कुणंति जुवाणा विसमो कम्माण परिणामो ।।
एयं पि मए लिहियं सुरयं बहु-करण-भंग-रमणिज्जं । 9 जंच रमंति जुवाणा सारं सोक्खं ति मण्णंता ।।
एए कुमार मूढा अवरोप्परयं ण चेय जाणति । 11 एवं अलज्जयम्म अप्पाण-विडंबणा-सारं ।।
ऊससइ ससइ वेवइ णयणे मउलेइ दीणइ कणइ । 13 दीह-सिय-सल्ल-विद्धा कुणइ मरंति व्व सुरयम्मि ।।
जं जं से गुज्झयरं रक्खिज्जइ सयल-लोय-दिट्ठीओ । 15 विणिगूहिज्जइ सुइरं दिट्ठम्मि ससज्झसो होइ ।।
मल-रुहिर-मुत्तवाहोसयज्झिया असुइ-वाहिणी पावा । 17 जो तं पि रमइ मूढो णमो णमो तस्स पुरिसस्स ।।
सुरयं ण सुंदर चिय अंते काऊण लज्जए जेण । 19 असुइ पिव असिऊण तण ण कज्ज इमण पि ।।
एयं पि मए लिहियं कीय वि महिलाए मंगल-सएहिं । 21 कीरइ से फल-ठवणं वज्जिर-तूरोह-सद्देणं ।।
ण य जाणंति वराया जं ता अम्हेहिँ किं पि एयंते ।
1) P किम्मि for किं पि, P विहिलिहिया. 2) J जुआणो. 4) P जाणाए, J बिब्भच्छा I. 5) P असुई-किलमल. 6) P वि for य. 8) P एतमि for एयं पि, P करणिभंगरसणिज्जं ।. 9) J जुआणा, P सारसोक्खं. 10) P एते, P अवरोप्परं. 12) J मउलेउ दीणहं, P भणइ for कणइ. 15) J असज्झसो for ससज्झ. 16) J सुइर for असुइ. 17) P तंमि for तं पि. 18) J सुंदर च्चिय. 19) P इमेणम्मि ।।. 20) P एयंमि मए. 21) J ठमणं P ट्ठवणं. 22) J ते for ता, P जं त्त कम्हे कतं ति एयं ते.
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(२९६)
1 कुच्छिय-कम्मं रइयं तं पयडं होइ लोयम्मि ।।
3
ण य जाणए वराओ अत्ताण - विडंबणं एयं ।। एसो पुण गायंतो लिहिओ णिव्वोल्लिएण वयणेणं । ण य जाणए वराओ एवं पलविज्जए सव्वं ।। एसो वि सहइ पुरिसो हा हा पयडाए दंत - पंतीए । 7 जंपि हसंतो बंधइ तं रोवंतो ण वेइ ||
5
एसो वि रुयइ पुरिसो अंसु - पवाहेण मउलियच्छीओ | 9 अण्णं बंधइ पावं अण्णं वेएइ पुव्व- कयं ।। एसो वि धाइ पुरिसो तुरियं कज्जं ति किं पि चिंतंतो 11 णय जाणए वराओ मच्चू तुरियं समल्लियइ ।।
एसो मए सुयंतो लिहिओ अह णिच्चलेहिँ अंगेहिं । 13 किं सुयसि रे अलज्जिर मच्चू ते जीवियं हरइ ।। एसो वि मए लिहिओ मल्लो अप्फोडणं करेमाणो । 15 सारीर - बलुम्मत्तो इंदिय-विसएहिँ अह णिहओ ।। एसो विरूवमंतो अच्छइ अत्ताणयं णियच्छंतो । ण य चिंतेइ अउण्णो खणेण रूवं विसंवयइ || सो व धम्मत्त कंठय - कडएहिँ भूसिय- सरीरो । णय विगणेइ अयाणो कत्थ धणं कत्थ वा अम्हे ।। एसो कुल-मय-मत्तो अच्छइ माणेण थद्धओ पुरिसो । ण य चिंतेइ वराओ काओ वि इमो हवइ जीवो || एसो वि मए लिहिओ लोहुम्मत्तो अहं किर लहामि ।
17
21
19
२२७
(२९६) एसो वि जणो लिहिओ णच्वंतो रहस-तोस - भरिय-मणो ।
2) P रोस for रहस. 4) J णिव्वोलिएण. 5 ) P जाणेइ, P एतं. 6) P वि सहइ. 7) J रोअंतो, JP वेतेइ. 10) P किम्मि for किं पि, J चिंतेंतो. 11 ) J जाई. 12) P अह निव्विलहिं. 13) J ए for ते, P वरइ for हरइ. 15) P इंदियवसएहिं अह निहिओ. 16) J वि रूअइमत्तो, P णिच्छंतो. 17 ) P ण इ चिंते, P खणेपण. 18) J तु for वि, P कणय for कंठय. 19) P चिंतेइ for विगणेइ, J अयणओ for अयाणो, P वणं for धणं. 20) P घट्टउ for थद्धओ. 21 ) P णइ चिंतेइ . 22 ) Printer. मए & वि.
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(२९६)
1 ण य चिंतेइ अउण्णो कम्म-वसा होइ एयं पि ।।
एसो पंडियवाई लिहिओ वक्खाण-पोत्थय-करग्गो । 3 जाणतो वि ण-याणइ किं णाणं सील-परिहीणं ।।
एसो तव-मय-मत्तो अच्छइ उद्धेण बाहु-डंडेण । 5 काऊण हणइ मूढो गव्वेण तवं ण संदेहो ।।
एसो वि कोइ पुरिसो कड्डिय-कोडंड-भासुरो लिहिओ । 7 मारेंतो जीवाइं अगणेतो णरय-वियणाओ ।।
एसो वि पहरइ च्चिय कड्डिय-करवाल-भीसणो पुरिसो । 9 ण य चिंतेइ अउण्णो खणेण किं भे समाढत्तं ।।
जइ कह वि अहं णिहओ कजं तं कत्थ पावियं होइ । 11 अह कह वि एस णिहओ संबद्धो मज्झ पावेण ।।
एए वि कुमार मए लिहिया सुय-सारिया य पंजरए । 13 पुव्व-कयं वेयंता अण्णं च णवं णिबंधता ।।
एसा वि का वि महिला वियणा-वस-मउलमाण-णयणिल्ला । 15 पसवइ कं पि विआयं सारिच्छमिणं मए लिहियं ।।
जो पसवइ इह बालो सो संदेहम्मि वड्डए वरओ । 17 संकोडियंगमंगो जीवेज मरेज्ज वा णूणं ।।
एसा वि एत्थ महिला दोहाइजंत-गुज्झ-वियणाए । 19 खर-विरसाइ रसंती पीलिज्जइ सरस-पोत्ति व्व ।।
एसा वि एत्थ लिहिया का वि विवण्णा ण चेय णीहरियं । 21 अण्णाएँ मयं बालं मयाइँ अह दो वि अवराई ।।
(२९७) एसो परिणिज्तो लिहिओ अह पेच्छ कुमर वेदीए ।
1) P कम्मवसो होंति एयं मि ।।. 2) J पंडिय यातं P पंडिय वाती, P करायो for करग्गो. 3) P वि ण जाणइ, P सीण्ण for सील. 4) P बाहुदंडेण. 5) P इ for हणइ, P तव ण. 6) JP को वि for कोइ (emended), P कोदंड. 7) P मारतो, P अगणतो, J वियणाई ।।. 9) P अउणो खणेण किमे. 10) P णिहिओ, Jom. कत्थ. 11) P सव्वद्धा मज्झ सावेण ।।. 12) P एते, P सउणया for सारिया. 13) J वेतेंता for वेयंता, P अण्णं च णयं निबद्धता. 14) P मउलमालण. 15) P पसवइ किं पि. 16) J वट्टए, J वराओ P घरओ. 17) P अंगसंगो. 18) J मुज्झ for गुज्झ. 19) P पीहिलिज्जइ, J पोत्ती व्व. 20) JP inter. एत्थ & वि, P को for का. 21) P मएयं for मयं. 22) J कुमार वेईए P कुरवेदीए.
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(२९७) 1 तूर-रव-मंगलेहिं णच्चिर-महिला-विलासेहिं ।।
__ण य जाणए वराओ संसारो एस दुक्ख-सय-पउरो । 3 हत्थेहिँ मए गहिओ महाए महिल त्ति काऊण ।।
णच्चंति ते वि तुट्ठा किर परिणीयं ति मूढया पुरिसा । 5 ण य रोयंति अधण्णा दुक्ख-समुद्दे इमो छूढो ।।
एसो वि मए लिहिओ कुमार उत्ताण-सायओ बालो । 7 आउं ति परं भणिरो अण्णं वरओ ण-याणाइ ।।
एसो सो धि अपुण्णो कीलइ अह कीलणेहिँ बालो त्ति । 9 असुई पि असइ मूढो ण य जाणइ कं पि अत्ताणं ।।
एवं सो च्चिय कुमरो कुक्कुड-सुय-सारियाय-मेसेहिं । 11 दुल्ललिओ अह वियरइ अहं ति गव्वं समुव्वहिरो ।।
एसो पुणो वि तरुणो रमइ जहिच्छाए कण्ण-जुवईहिं । 13 कामत्थेसु पयत्तइ मूढो धम्म ण-याणाइ ।
एसो सो चेय पुणो मज्झारो बाल-सत्थ-परियरिओ । 15 अणुविद्ध-पलिय-सीसो लग्गइ ण तहा वि धम्मम्मि ।।
एसो सो च्चेय थेरो लिहिओ अह वियलमाण-वलि-वलिओ । 17 बालेहिँ वि परिभूओ उब्वियणिज्जो य तरुणीहिं ।।
एसो वि भमइ भिक्खं दीणो अह णियय-कम्म-दोसेण । 19 एण्हिं ण कुणइ धम्म पुणो वि अह होहिइ दरिद्दो ।।
एसो वि को वि लिहिओ रोरो थेरो य सत्थर-णिवण्णो । 21 चीवर-कंथोत्थइओ पुव्व-कयं चेय वेयंतो ।।
एसो वि को वि भोगी कय-पुण्णो अच्छए सुह-णिसण्णो ।
2) P णइ जाणइए वराओ, J संसारवि for संसारो. 3) P हत्थेण मए, P om. महाए. 5) P रोवंति अउण्णा. 6) P उत्ताणसोयओ. 7) P आउत्ति, P भणिओ रो, J अण्णा P अणं. 8) J सोद्धि for सो धि, P एसो सोयव्वे पुणो कीलइ. 9) P असुइम्मि असुइ ढोणय, P किं पि. 10) P एसो for एवं. 12) P कंनजुवतीण ।. 14) P सो च्चेय. 16) P repeats अह, P वलओ. 17) J परिहूओ, P परिभूओ ब्वियणिज्जो. 18) P इयर for णियय, J दोसेहिं. 19) P अ for अह. 21) P om. चेव, J वेएंतो.
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२३०
(२९८) 1 अण्णे करेंति आणं पुव्व-अउण्णाण दोसेहिं ।।
(२९८) एसो वि को वि लिहिओ राया जपाण-पवहणारूढो । 3 पुरिसेहिं चिय वुज्झइ जम्मंतर-पाव-वहएहिं ।।
एए वि मए लिहिया संगामे पहरणेहिँ जुझंता । 5 ण य जाणंति वराया अवस्स णरयं इमेणं ति ।।
एसो वि पुहइ-णाहो अच्छइ सीहासणे सुह-णिसण्णो । 7 णीसेसिय-सामंतो मत्तो माणेण य पयत्तो ।।
एयस्स पंच कवला ते च्चिय वासाइं दोण्णि काइं चि । 9 एक्क च्चिय से महिला असरालं वड्डए पावं ।।
एसो वि को वि पुरिसो लोह-महग्गह-परिग्गहायल्लो । 11 पइसइ भीमं उयहिं जीयं चिय अत्तणो मोत्तुं ।।
एसो वि को वि पुरिसो जीविय-हेऊण मरण-भय-रहिओ। 13 कुणइ पर-दव्व-हरणं ण य जाणइ बहुयरं मरणं ।।
एसो वि एत्थ लिहिओ महद्दहे भीम-काल-बीभच्छो । 15 पुरिसो च्चिय गेण्हतो जालेणं मच्छ-संघाए ।।
ण य जाणए अउण्णो एयं काऊण कत्थ गंतव्वं । 17 किं थोवं किं बहुयं किं वप्प-हियं पर-हियं वा ।।
एए वि एत्थ वणिया सच्च अलियं व जंपिउं अत्थं । 19 विढवेंति मूढ-मणसा परिणाम णेय चिंतेति ।।।
एए वि के वि पुरिसा वेरग्ग-परा घराइं मोत्तूण । 21 साहेति मोक्ख-मग्गं कह वि विसुद्धेण जोएणं ।।
एयं कुमार लिहियं मणुयाणं विद्ध-ठाणयं रम्मं ।
1) P पुव्वय अण्णाण. 3) P च्चिय, J बुब्भइ for वुज्जइ, P पावपवाहेहिं. 4) P एते, P जुझंता. 5) P ण य ज्झाणंति, P इमेहिं ति. 7) P सामन्नो मन्नो माणेण परयत्तो ।।. 8) P काई वि. 9) P एक्क विय, P असडालं. 11) P पयसरइ भीमओअहि जीयं. 12) J हेतूय P हेऊण, P भीओ for रहिओ. 16) P अउणो. 17) J थोअं. 18) P एते, P वण्णिया. 19) J मणसो. 20) P एते. 21) J सावेंति P साहति, P जोगेणं.
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(२९९)
२३१ 1 संखेवेणं चिय से वित्थरओ को व साहेजा ।।
(२९९) एवं पि पेच्छ पत्थिव तिरिय-समूहस्स जं मए लिहियं । 3 सोहणमसोहणं वा दिज्जइ दिट्ठी पसाएण ।।
तं चिय सुव्वसि णिउणो तं चित्त-कलासु सुट्ठ णिम्माओ । 5 तेणेत्थ देसु दिहिँ खणंतरं ताव वर-पुरिस ।।
सीहेण हम्मइ गओ गएण सीहो त्ति पेच्छ णरणाह । 7 एस य मओ मईदेण मारिओ रण्ण-मज्झम्मि ।।
वग्घेण एस वसहो मारिज्जइ विरसयं विरसमाणो । 9 एसो उण भिण्णो च्चिय वग्यो सिंगेण वसभस्स ।।
एए वि मए लिहिया महिसा अवरोप्परेण जुझंता । 11 रागद्दोस-वसट्टा सारंगा जुज्झमाणा य ।।
ईसा-वसेण एए अवरोप्पर-पसर-वेर-वेलविआ । 13 जुज्झति पेच्छ पसवो अण्णाण-महातमे छूढा ।।
आहारट्ठा पेच्छसु इमिणा सप्पेण गिलियओ सप्पो । 15 मच्छेण पेच्छ मच्छो गिलिओ मयरो य मयरेण ।।
विहएण हओ विहओ ईसा-आहार-कारणा कोइ । 17 सिहिणा य असिजतो भुयंगमेसो मए लिहिओ ।।
एयं च पेच्छ सुंदर चित्तं चित्तम्मि चिंतियं चित्तं । 19 मच्चु-परंपर-माली जीवाण कमेण णिम्मविया ।।
एसा मए वि लिहिया वणम्मि सर-भारएण भममाणी । 21 लुया तंतु-णिबद्धा गहिया एयाएँ लूयाए ।।
एसो वि य कोलियओ भममाणीए छुहा-किलंतीए ।
1) P सो for से, J को व्व साहेज ।।. 2) P एतं च for एयं पि, P लिहिउं 1. 3) P om. सोहणमसोहणं वा etc. to ताव वरपुरिस. 6) P सोहण for सीहेण, P गएत्ति सीहो. 7) P एस. 9) P सिंहेण वसहस्सं. 10) P एते, P महिआ. 11) JP वसड्ढा (?). 12) J एणा P एते for एए, P पोस पसरं for पसरवेर. 13) J पसओ. 14) J एमंमि for इमिणा. 15) P लिहिओ for गिलिओ. 16) P कारणे को वि ।. 17) P भुयंगमो एस मे लिहिओ. 18) P सुचित for चित्तं after सुंदर. 19) P परंपरमाणीए, P om. जीवाण कमेण etc. to भममाणीए. 21) J लूता, J लूताए.
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(३००)
1 घरहारियाएँ गहिओ पावो पावाए पावेण ।।
घरहारिया वि एसा कह वि भमंतीए तुरिय-गमणाए । 3 सामाए इमा गहिया चुक्कइ को पुव्व-कम्मस्स ।।
एसा वि पेच्छ सामा सहसा पदिऊण गयण-मग्गाओ ।। 5 ओवायएण गहिया पेच्छसु णरणाह कम्मस्स ।।
ओवायओ वि एसो णिवडिय-मेत्तेण जाव उठेउ । 7 ता रण्ण-बिरालेणं गहिओ लिहिओ इमो पेच्छ ।।
एसो वि पेच्छ पावो रण्ण-बिरालो बला णिवडिएण । 9 कोलेणं गहिओ च्चिय सुतिक्ख-दाढा-करालेणं ।।
कोलो वि तक्खणं चिय आहारट्ठा इमेण पावेण । 11 हम्मइ य चित्तएणं पेच्छसु चित्ते वि चित्तेणं ।।
__ अह एसो वि हु दीवो दाढा-वियराल-भीम-वयणेण । 13 लिहिओ हि खलिजंतो खर-णहरा-वज-धाएहिं ।।
एसो वि तक्खणं चिय पेच्छसु वग्घो इमेण सीहेण । 15 फालिजतो लिहिओ कर-करवत्तेण तिक्खेण ।।
एसो वि पेच्छ सीहो जाव ण मारेइ दारुणं वग्घं । 17 ता गहिओ भीमेणं सरहेण पहाविणा पेच्छ ।।
इय अवरोप्पर-सत्ता सत्ता पावम्मि णवर दुक्खत्ता ।। 19 रायद्दोस-वसत्ता सत्तुम्मत्ता भमंति इहं ।।
(३००) एयं पि पेच्छ णरयं कुमार लिहियं मए इह पडम्मि । 21 बहु-पाव-पंक-गरुया झस त्ति-णिवडंति जत्थ जिया ।।
एए ते मे लिहिया उववजंता कुडिच्छ-मज्झम्मि । ___1) J घरहारिअए, P repeats पावो. 2) P भमतीए तु तुरियगमणाए ।. 3) P गिलिया for गहिया. 5) J ओवातएण, P ओवाएणं. 6) JP ओवातओ, P भेत्ते ण. 11) P म for य, P चिंतेवि चिंतेगं. 12) P विकराल. 13) P om. लिहिओ हि ख, Jom. हि, P लिजंतो खरणरहावज्जथाएत्तिं ।। as the 2nd line. 15) P पीलिज्जतो, J काकरवंतेण. 17) P महावणे for पहाविणा. 18) P writes सत्ता thrice, J दुक्खंता. 19) P रागद्दोस, P सत्तुसत्ता, J भवंति इहं. 21) P पहु for बहु, P ज्झड for झस. 22) P एते ते, J उवविज्जता P उवडज्झता.
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(३००)
२३३ 1 बहु-पूय-वसामिस-गब्भिणम्मि बीभच्छ-भीसणए ।।
एत्थ य जाय च्चिय से णिवडंता एत्थ मे पुणो लिहिया ।। 3 णिवडता वज्ज-सिलायलाम्म उय भग्ग-सव्वगा ।।
अह एए परमाहम्मिय त्ति पावंति पहरण-विहत्था । 5 हण-लुंप-भिंद-छिंदह मारे-चूरेह जपता ।।
एए ते तेहिँ पुणो घेत्तूणं जलण-तत्त-तउयम्मि । 7 छुब्भंति दीण-वियणा विरसा विरसं विरसमाणा ।।
एए भिजंति पुणो दीहर-तिक्खासु वज-सूलासु । 9 जेहिँ पुरा जीयाणं बहुसो उप्पाइयं दुक्खं ।।
एए वि पुणो जीवा विरस विरसति गरुय-दुक्खत्ता । एयाण एत्थ तंबं मुहम्मि अह गालियं गलियं ।।
एए पुण वेयरणिं धावंता कह वि पाविया तीरं । 13 डझंति तत्थ वि पुणो तउ-ताविय-तंब-सीसेहिं ।।
एसा वि वहउ सरिया वेदरणी तत्त-जल-तरंगिल्ला । 15 एत्थ य झंपावडिया झत्ति विलीणा गया णासं ।।
अह पुण संगहिय च्चिय भीम-महाकसिण-देह-भंगिल्ला । 17 एत्थ विभिजति पुणो वणम्मि असि-ताल-सरिसम्मि ।।
एए वि मए लिहिया फालिजंता बला य बलिएहिं । 19 करवत्त-जंत-जुत्ता खुत्ता बहु-रुहिर-पंकम्मि ।।।
एए वि पुणो पेच्छसु अवरोप्पर-सिंघ-वग्घ-रूवेण । 21 जुझंति रोद्द-भावा संभरिओ पुव्व-वेरि त्ति ।।
एए वि पेच्छ जीवा णरए वियणाएँ मोह-मूढ-मणा ।
1) J वस for वसामिस. 3) J उवदग्गसव्वद्धा ।।. 4) P अह पत्ते परमाहम्मिए त्ति, P धावंति for पावंति. 5) P हणलुपछिंदह मारे तूरेह. 6) P एतेहिं पुणो धक्कूण णारया जलण. 7) P वयणा for वियणा. 8) P एते for एए. 9) P जीवाणं, P उप्पाइओ दुक्खं. 11) P अ for अह, J अह गलियं, P om. गलियं. 13) J उण. 14) J य for वि, P वेयरणी, P नाम for तत्त. 15) P ज्झडत्ति for झत्ति, P पासं for णासं. 16) P संगलिय, P महाकसण. 17) P वि छिजंति. 18) P एते वि. 19) P बहुभरुहिर. 20) P एते वि गुणो, P वग्घवेण ।. 21) J संभरिउं, P वेर त्ति. 22) P एते, P repeats वियणाए, J मूढवण-सण्णा ।.
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२३४
1 विरसंति पुणो दीणं खर
एत्थ य कुमार एए णरए बहु- दुक्ख - लक्ख - लक्खम्मि । 3 तेत्तीस -सागराई भमंति णिच्वं ण संदेहो ||
- विरसं भीसणं सहसा ।।
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(३०१) एयं पि मए लिहियं कुमार सग्गं सुओवएसेण । जत्थ य जंति सउण्णा बहु- पुण्ण - फलं अणुहवंति ।। ता पेच्छ ते वि णरवर सयणिज्जे दिव्व - वत्थ - पत्थरिए । 7 उववज्जंता जीवा मणि - कुंडल - हार - सच्छाया ।। एए उण उववण्णा दिव्वालंकार -भूसिय- सरीरा । 9 सोहंति ललिय-देहा दिव्वा दिव्वेहिँ रूवेहिं || एसो देव-कुमारो रेहइ देवी-सएहिँ परियरिओ । आरण्ण-मत्त-मायंग-सच्छमो करिणि - जूहेहिं ।। एसो उण सुरणाहो अच्छइ अत्थाण-मज्झयारम्मि । 13 बहु- देवीयण - देवीहिँ परिगओ माण - पडिबद्धो || एसो पुण आरूढो उवरिं एरावणस्स दिव्वस्स । 15 विज्जुज्जल-जालावलि - जाला - मालाहिँ दिप्पंतो ।।
सो वि को वि देवो लिहिओ सूर - पेक्खणं पलोएंतो । णट्टोवयार-सरहस-हाविर - भावाओ देवीओ ।। एयाओ पुण पेच्छसु मंथर-गमणाओ पिहुल-जहणाओ । 19 तणु - मज्झेण य थणयल - रेहिरंगीओं ललियाओ ।। एया पुण विलयाओ गायंति सुहं - सुहेण तुट्ठाओ । 21 अच्छइ थंभिय-मणसो गीएण इमो वण - गओ व्व ॥ या वि एत्थ पुणो कुमार दे पेच्छ विलिहिया एए ।
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(३०१)
1) P णो for पुणो. 2) Pom. य, J एते, Pom. एए, P दुक्खा. 3) P भमंति णच्वं. 4) P एयं मि मए. 5) J एत्थ for जत्थ, P सउणा, J बह for बहु. 6) P सिलायले for सयणिज्जे (which is a marginal correction of the former in J also). Pom. वत्थ, P वत्थरिए I. 7) P उववज्जंती. 8) JP एते, P० लंकारभूविलासरूवेण । and further adds ताणं च दोण्ह पुत्ता etc. to हिणं । निझीसियसरीरा before सोहंति etc. as at part 3 p. I line 1216. 9) J दिव्वे for दिव्वा. 10) P देविकुमारो. 11) P सच्छिमो करणि. 12 ) P उण सरणाहो. 13) P देवी उण, P पडिगओ. 14) J एसो उण, Pom. दिव्वस्स. 15) J वज्जुज्जलजलणावलि, P दिप्पंता. 17) J णट्टोवहारसहरिस, P णज्जेवयार, P हाविरहावाउ. 18) JP पुणो, P पेहुलजघणाओ, J जहणाओ । थणमज्झेण. 19) J adds स before रेहिरं. 20 ) । एता P एयाओ, P उट्ठाओ ।. 21 ) P वणमउ व्व. 22 ) P एया वि, P विलहिया एत्ते ।.
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(३०१)
२३५ 1 किब्बिसिया णाम सुरा किंकर-सरिसा इमे अहमा ।।
एए परिवेयंता दुक्खं वेदेति णत्थि संदेहो । 3 एसो एत्थ महप्पा अम्हे उण किंकरा जाया ।।
एसो वि को वि देवो चवणं णाऊण अत्तणो अइरा । 5 परिहीयमाण-कंती मिलाण-मल्लो दुहं पत्तो ।।
अण्णो वि एस जीवो विलवइ कलुणं सुदीण-मण-जुत्तो । 7 हा हा अहं अउण्णो संपइ पडिहामि असुइम्मि ।।
एसो वि को वि देवो विलवंतो चेय देवि-मज्झाओ । 9 पवणेण पईवो इव झत्ति ण णाओ कहिं पि गओ ।।
एयं कुमार सव्वं देवत्तणयं मए वि लिहिऊण । 11 एसो पुणो वि लिहिओ मोक्खो अच्चंत-सुभ-सोक्खो ।।
एत्थ ण जरा ण जम्मं ण वाहिणो णेय मरण-संतावो । 13 सासय-सिव-सुह-ठाणं तं चेय सुहं पि रमणिजं ति ।। ____ एवं कुमार, तेण साहिए तम्मि तारिसे संसार-चक्क-पडम्मि पच्चक्खीकए चिंतियं 15 मए । 'अहो, कट्ठो संसार-वासो, दुग्गमो मोक्ख-मग्गो, दक्खिया जीवा, ___ असरणा पाणिणो, विसमा कम्म-गई, मूढो जणो, णेह-णियलिओ लोओ, 17 असुइयं सरीरं, दारुणो विसओवभोओ, चवलं चित्तं, वामाई अक्खाई,
पच्चक्ख-दीसंत-दुक्ख-महासागरोगाढ-हियओ जीव-सत्थो त्ति ।। अवि य । 19 मणुयाण णत्थि सोक्खं तिरियाण ण वा ण यावि देवाण ।
णरए पुण दुक्खं चिय सिद्धीए सुहं णवरि एक्कं ।।' 21 चिंतयंतेण भणियं मए । 'अहो तए लिहियं चित्तवडं, सव्वहा ण तुमं मणुओ, इमेण दिव्व-चित्तयम्म-पडप्पयारेण कारणंतरं किं पि चिंतयंतो दिव्वो
2) P एते, J परिवेएंता, P वेएंति णत्थ. 3) P एऽसो, rather (अण्णे) उण. 6) P अण्णे. 7) P अउणो. 8) J चेव. 11) Pinter वि & पुणो, J सुह, P साक्खो . 12) P om. ण after जरा, P वाहिणा, P संततावो । सासंव सिवं ठाणं. 13) J सुहं परमणिच्वं ।। उत्ति ।।. 14) P adds च after एवं, P चक्के पडमि. 15) Jom. मए । अहो. 16) P लोहो for लोओ. 17) J विसयोवभोओ, P om. चवलं चित्तं, J अक्खइ. 18) P पच्चक्खं, J आढ for गाढ, P त्थि for त्ति. 19) J वि ताव for ण वा ण यावि, P देवेण | and further repeats णरए वामाई अक्खाइं etc. to ण यावि देवेण ।. 21) P चितियं तेण, P om. मए. 22) P चित्तियमपडसारेण.
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(३०१)
1 देवलोयाओ समागओ'ति । एवं भयंतेण दिटुं मए तस्स एक्क-पएसे अण्णं ___ चित्तयम्मं ।। भणियं च मए ‘अहो उवज्झाय, एवं पुण इमाओ संसार-चक्काओ 3 अइरित्तं, ता इमं पि साहिजउ मज्झति ।।
1) J देवलोगाओ, J तक्कप्पएसे, P अन्नं चिंतयम. 2) J एअं पुण, JP अतिरित्तं. 3) P सादिज्जओ मज्झ त्ति.
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