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(फ्र फ्र वळवठरुरु
ਨੌਰਕ ਨੋਟ,
यह नाभि और उसके परिपार्श्व में स्थित है । हठयोग की भाषा में इसे मणिपुर चक्र कहते हैं ।
शक्ति केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र और तैजस केन्द्र ये तीनों चैतन्य केन्द्र स्वतः सक्रिय है । स्वास्थ्य केन्द्र कामग्रन्थि (गोनाइस) का प्रभाव
क्षेत्र है । तैजस केन्द्र एड्रीनल ग्लैण्ड का प्रभाव क्षेत्र है । साधक के लिए नीचे के तीनों केन्द्रों का परिष्कार करना जरूरी है।
०५ अप्रैल
२०००
भीतर की ओर
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