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हळठठक
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शक्ति के नियम शक्ति के व्यय और विकास दोनों के नियमों को जानना साधक के लिए जरूरी है। शरीर, मस्तिष्क और स्वचालित नाड़ी संस्थान (Autonomic Nervous System)-Sot atat प्रवृत्ति द्वारा शक्ति का व्यय होता है। इसीलिए इन तीनों को विश्राम देना जरूरी है। इनकी प्रवृत्ति के लिए कार्य नहीं हो सकता, इसलिए प्रवृत्ति को रोका नहीं जा सकता। अति प्रवृत्ति न हो, शक्ति का अति व्यय न हो, इस दिशा में साधक को जागरूक रहना जरूरी है।
१६ सितम्बर
२०००
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