________________
nane
अमन (Beyond mind) की साधना-[2)
आनन्दकेन्द्र में ज्योतिर्मय आत्मा का ध्यान करो।
विशुद्धिकेन्द्र में निर्मल ज्योति का ध्यान करो। ___ दर्शनकेन्द्र में वर्तुलाकार ज्योति का ध्यान करो।
प्राणकेन्द्र पर दृष्टि रखकर बारह अंगुल पीली या आठ अंगुल लाल वर्ण की ज्योति का ध्यान करो।
अपने हृदय में इष्टदेव की मूर्ति का ध्यान करो।
देह के मध्य में निष्कम्प दीपकलिका जैसी अष्टांगुल ज्योति का ध्यान करो।
ध्यान की दीर्घकालीन साधना से अमन की स्थिति का निर्माण हो जाएगा।
२५ अक्टूबर
२०००
(भीतर की ओर से
३१५
Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org