Book Title: Bhitar ki Aur
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 376
________________ - - पविवर्तन १. रसायन परिवर्तन : भावशुद्धि चैतन्यकेन्द्र प्रेक्षा २. नशे की आदत में परिवर्तन अप्रमादकेन्द्र प्रेक्षा ३. नाड़ी संस्थान पर नियंत्रण श्वासप्रेक्षा ४. जीवनी शक्ति का विकास और दीर्घायु के लिए चाक्षुषकेन्द्र प्रेक्षा ५. आरोग्य और कवित्व के लिए शक्तिकेन्द्र प्रेक्षा a nmumm ramoanamusamanartmSHNAamunHAIRecasalmwousemurroriMMOHAwayeraswIMAMAmawimarawat n aristin- m IAur maman man m- - ma - . ......... rvautindiaHanAmumanasa man २४ दिसम्बर २००० a news भीतर की ओर Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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