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इष्टसिद्धि-[१] जो कार्य करना हो उसके लिए संकल्प करो। स्वयं को गहरी लय अवस्था में ले जाओ। ध्येय के सिवाय दूसरा कोई विचार मन में न रहे। इस अवस्था में दूसरा कोई विचार न रहे। . पहले लक्ष्य का निर्धारण करो। उसे एक कागज पर लिख लो। खुली आंखों से उसे देखो और उस पर एकाग्र हो जाओ। लक्ष्यसिद्धि में सफलता मिलेगी।
०६ नवम्बर
२०००
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_भीतर की ओर)_
(भीतर की भोर)
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