Book Title: Bhitar ki Aur
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 373
________________ - more नई आदत का निर्माण पुरानी आदत को बदला जा सकता है, नई आदत का निर्माण किया जा सकता है, आदत में काट-छांट भी की जा सकती है। आदत के परिवर्तन का एक प्रयोग यह है१. पांच मिनिट दीर्घ श्वास का प्रयोग करें। २. पांच मिनिट कायोत्सर्ग करें। ३. सुझाव के द्वारा निद्रा की स्थिति का अनुभव करें। ४. प्रबल इच्छाशक्ति का प्रयोग करें। ५. जिस आदत का निर्माण करना चाहते हैं उसके प्रति गहरी एकाग्रता। ध्यान, धारणा और समाधि-तीनों का संयुक्त प्रयोग करें। ६. इस अवस्था में इष्ट आदत के निर्माण का सुझाव दें। ७. कायोत्सर्ग सम्पन्न कर उस आदत की पांच मिनिट अनुप्रेक्षा करें। एक सप्ताह अथवा अपेक्षित हो तो अधिक समय तक इसका प्रयोग करें। wwwanmummeww - wwwwwwwsamannawwaa n warwar २१ दिसम्बर २००० (भीतर की ओर - ३७२ Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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