Book Title: Bhitar ki Aur
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 353
________________ - - amanna 5 हसमा पीड़ा-शमन-(१) मस्तिष्क में एंडोर्फिन नामक प्राकृतिक दर्दनाशक पदार्थ होते हैं जो माफीन से कहीं प्रभावकारी होते हैं। ये मस्तिष्क के पार्श्वभाग में जमे हुए रहते हैं। मस्तिष्क के इस भाग का संबंध प्रबल मनोवेगों से है। मस्तिष्क की अपनी अलग प्रणालियां होती हैं। वे पीडा संकेतों को रोकने में सक्षम हैं। इन प्रणालियों को बंद अथवा चालू किया जा सकता है। पीड़ा शमन के लिए सम्मोहन और प्राण के प्रयोग बहुत उपयोगी हैं। ०१ दिसम्बर २००० भीतर की भोर) Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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