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तवयवदळ
दीर्घश्वास
दीर्घश्वास प्रयत्नपूर्वक किया जाता है। संकल्प के साथ श्वास को लम्बा करें।
श्वास की सामान्य संख्या एक मिनिट में १५ होती है । उस संख्या को घटाते घटाते एक मिनिट में एक श्वास का अभ्यास करें। श्वास के आगमन निर्गमन पर ध्यान केन्द्रित करें।
यह प्रयोग एकाग्रता और जीवनी शक्ति के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण है । अन्तश्चक्षु (Third eye) के उद्घाटन के लिए भी इसका महत्त्व कम नहीं है।
०८ अक्टूबर
२०००
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भीतर की ओर
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