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5 ठठठठठळ
शीरप्रेक्षा शरीरप्रेक्षा का प्रयोग सिर से अंगुष्ठ तक और अंगुष्ठ से सिर तक दोनों प्रकार से किया जा सकता है।
सीधे लेट जाएं। आंखें बंद करें। अपना ध्यान पैर के अंगूठे पर तब तक केन्द्रित करें, जब तक कि उसमें सिहरन पैदा न हो। फिर दूसरे पैर के अंगूठे पर ध्यान केन्द्रित करें, जिससे उसमें भी सिहरन पैदा हो जाए। धीरे-धीरे टखनों, घुटनों, कमर, पेट, छाती, बांहों, गरदन और सिर से सिहरन का अनुभव करें, जब तक कि समूचा शरीर शनशनाने न लगे, ध्यान बनाएं रखें। एकाएक आभास होगा, आपका शरीर हल्का हो गया है।
१२ अक्टूबर
२०००
(भीतर की ओर
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