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संव संवर की भूमिका में आन्तरिक शुद्धि और अनुभूति प्रधान होती है।
संवर की भूमिका में दस-दस दिन के दो शिविर अपेक्षित हैं। संवर की भूमिका के प्रयोग-~१. कायोत्सर्ग - अभ्यासकाल ३० मिनिट २. दीर्घश्वास
अभ्यासकाल १० मिनिट ३. समवृत्तिश्वास - अभ्यासकाल १० मिनिट ४. चैतन्यकेन्द्र प्रेक्षा - अभ्यासकाल ४५ मिनिट ५. लेश्याध्यान - अभ्यासकाल ४५ मिनिट
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२६ सितम्बर
२०००
-(भीतर की ओर
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