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उपाधि की चिकित्सा
प्रेक्षाध्यान का मुख्य उद्देश्य शारीरिक रोग की चिकित्सा नहीं है। ध्यान से शारीरिक रोग मिटते हैं। यह उसका प्रासंगिक फल है। कुछ लोग शारीरिक रोग मिटाने के लिए प्रेक्षाध्यान का प्रयोग करते हैं। उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि भावात्मक संतुलन के बिना शारीरिक रोगों से मुक्ति पाना भी सरल नहीं है। इसलिए ध्यान करने वाले व्यक्ति का मुख्य लक्ष्य भावात्मक संतुलन होना चाहिए।
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१६ सितम्बर
२०००
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(भीतर की ओर
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