________________
.........
.
..m
unana
14
.
-
.pan..E LP
'
MIRAMPATrantri Aamale...
कृष्णवर्ण प्रधान आभामण्डल जो व्यक्ति कृष्णले श्या प्रधान होता है उसके आभामण्डल में कृष्ण वर्ण की प्रधानता होती है।
कृष्णलेश्या वाले व्यक्ति की भावधारा को समझने के लिए कुछ भावों का उल्लेख आवश्यक
memanderaturismitenindmodiARHIVIRHIT H
-
armanusi
araRanveenawr.m
१. मन, वाणी और शरीर पर नियन्त्रण नहीं होना
२. इन्द्रियों पर नियन्त्रण नहीं होना ३. क्रूरता ४. हिंसा ५. क्षुद्रता ६. इच्छा पर नियन्त्रण की शक्ति का अभाव
इन भावों के आधार पर निर्णय किया जा सकता है कि इस व्यक्ति के आभामण्डल में काले रंग की प्रधानता है।
mamaAMINATARNIRare iron-atisrinitiaanwwwraanawwmaratwawnmaraY
m
v
a
२० मई २०००
1.masatarrakedarendram
---------(भीतर की भोर को
Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org