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पीतवर्ण प्रधान आभामण्डल जो व्यक्ति पीतलेश्या प्रधान होता है उसके आभामण्डल में पीतवर्ण की प्रधानता होती है।
पद्मलेश्या वाले व्यक्ति की भावधारा को समझने के लिए कुछ भावों का उल्लेख आवश्यक
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१. चित्त की प्रशान्ति। २. इन्द्रिय पर विशिष्ट विजय।
३. क्रोध, मान, माया और लोभ प्रतनु हो जाते हैं, इसलिए उपशम विशिष्ट बन जाता है।
४. वाणी का संयम
इन भावों के आधार पर निर्णय किया जा सकता है कि इस व्यक्ति के आभामण्डल में पीत रंग की प्रधानता है।
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२४ मई २०००
भीतर की ओर
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