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मंत्रोच्चारण की विधि - [१]
मंत्र साधक के लिए मंत्रोच्चारण की विधि का ज्ञान जरूरी है।
विधि के प्रमुख सूभ ये हैं
१. मंत्र के वर्णों का उच्चारण करते समय पूर्व वर्ण और उत्तर वर्ण के उच्चारण में अंतराल नहीं होना चाहिए ।
२. बीजाक्षरों का उच्चारण करते समय हस्व, दीर्घ और प्लुत मात्राओं पर ध्यान देना चाहिए । मंत्राक्षरों का उच्चारण न अति शीघ्र और न अति विलम्बित होना चाहिए | उच्चारण की मध्यम पद्धति उचित है ।
१० जून २०००
भीतर की ओर
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