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चेतना के स्तर-(a) चेतना का सम्बन्ध अनेक प्रवृत्तियों के साथ है इसलिए उसके वर्गीकरण भी अनेक हैं। दूसरा वर्गीकरण इस प्रकार है
१. संज्ञास्तरीय चेतना-चेतना का सम्बन्ध ज्ञान और संवेदना दोनों के साथ है। संज्ञा संवेदनात्मक है।
२. इन्द्रिय चेतना-वर्तमान का ज्ञान करने वाली चेतना।
३. मनस चेतना-दीर्घकालिक चेतना। ४. बुद्धि चेतना-निर्णायक चेतना। ५. प्रातिभ चेतना—योगी चेतना। ६. अतीन्द्रिय चेतना—प्रत्यक्ष चेतना।
७. निरावरण चेतना--ज्ञान के आवरण का पूर्ण विलय होने पर उत्पन्न चेतना।
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A RASHARAMAMATA
०१ अगस्त
२०००
--(भीतर की ओर ......
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