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अमन की साधना - (१)
मानसिक एकाग्रता अथवा मन से परे की साधना के जो साधन हैं उनमें जीभ का भी महत्वपूर्ण स्थान है ।
जीभ ज्ञानेन्द्रिय है। उसकी कर्मेन्द्रिय है जननेन्द्रिय | जीभ पर संयम करने का अर्थ है जननेन्द्रिय पर संयम ।
हठयोग में जिह्वा संयम का एक महत्त्वपूर्ण प्रयोग है खेचरी मुद्रा । उसकी साधना हर व्यक्ति के लिए सरल नहीं है। उसकी साधना का एक वैकल्पिक रूप है जीभ को तालु की ओर ले जाकर स्थिर करो।
जीभ को अधर में रखना जिह्वा-संयम का दूसरा प्रयोग है।
१५ जुलाई
२०००
भीतर की ओर
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